रविवार, 5 फ़रवरी 2023

अपने पीछे एक ‘विवादित विरासत’ छोड़ गए है राष्ट्रपति 

अपने पीछे एक ‘विवादित विरासत’ छोड़ गए है राष्ट्रपति 

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/इस्लामाबाद। रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ अपने पीछे एक ‘‘विवादित विरासत’’ छोड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ 1999 के करगिल युद्ध के सूत्रधार थे। हालांकि, बाद में मुशर्रफ को एहसास हुआ, कि उन्हें अपने देश की स्थिरता के लिए भारत के साथ अच्छे संबंध रखने की जरूरत है। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। मुशर्रफ ने 1999 में सैन्य तख्तापलट कर लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को गिरा दिया और नौ साल तक देश पर शासन किया।

पाकिस्तान में तैनात रहे पूर्व भारतीय उच्चायुक्त जी. पार्थसारथी और टी.सी.ए. राघवन ने मुशर्रफ की विरासत को ‘‘विवादित’’ बताया और कहा कि उन्होंने करगिल युद्ध के बाद महसूस किया कि अगर भारत के साथ अच्छे संबंध नहीं रखे गए तो पाकिस्तान में कुछ भी बदलाव नहीं आएगा। राघवन ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंधों का दौर 2004 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में शुरू हुआ था और यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान नवंबर 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले तक जारी रहा।

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी के अपनी किताब ‘नाइदर ए हॉक, नॉर ए डव’ में किए गए इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि भारत और पाकिस्तान वाजपेयी और मुशर्रफ के बीच 2001 के आगरा शिखर सम्मेलन के दौरान कश्मीर समस्या का समाधान खोजने के करीब थे, राघवन ने कहा, ‘‘ऐसा था और इसमें थोड़ी सच्चाई है।’’ उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि मुशर्रफ के कार्यकाल में भारत-पाकिस्तान संबंधों में उतार-चढ़ाव दोनों देखे गए।

राघवन ने कहा, ‘‘मुशर्रफ करगिल युद्ध के सूत्रधार थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने यह भी महसूस किया कि उन्हें भारत के साथ अच्छे संबंध रखने की जरूरत है और उन्होंने इस संबंध में अच्छी प्रगति की। विशेष रूप से नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करके तथा सीमा पार व्यापार और लोगों की आवाजाही की शुरुआत करके कुछ सकारात्मक कदम उठाए गए। तो यह एक दोहरे प्रकार की विरासत है।’’

पार्थसारथी ने कहा, ‘‘जब मैं उच्चायुक्त था, मैं मुशर्रफ को व्यक्तिगत रूप से जानता था। वह करगिल युद्ध के सूत्रधार थे और उन्हें विश्वास था कि वह करगिल में पूरे पहाड़ी क्षेत्रों पर नियंत्रण करने में सफल होंगे और हमारे संचार तंत्र को प्रभावित कर सकेंगे।’’ उन्होंने कहा कि करगिल युद्ध में हार के बाद मुशर्रफ को अपने देश में आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। पार्थसारथी ने  कहा, ‘‘इस बात को लेकर कुछ संदेह था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को युद्ध के बारे में पूरी जानकारी थी या नहीं।’’

मुशर्रफ ने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की थी

मुशर्रफ ने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की थी

इकबाल अंसारी

श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ एकमात्र पाकिस्तानी जनरल थे, जिन्होंने ईमानदारी से कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की थी। मुशर्रफ का रविवार को दुबई के एक अस्पताल में 79 साल की उम्र में निधन हो गया। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘गहरी संवेदना।

वह एकमात्र पाकिस्तानी जनरल थे जिन्होंने कश्मीर मुद्दे को ईमानदारी से सुलझाने की कोशिश की थी। वह जम्मू-कश्मीर की जनता की इच्छा के अनुरूप ऐसा समाधान चाहते थे जो भारत और पाकिस्तान को स्वीकार्य हो। हालांकि, भारत सरकार ने उनके और (पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी) वाजपेयी द्वारा लिए गए सभी विश्वास बहाली के कदमों को उलट दिया है , केवल संघर्ष विराम बाकी है।’’

मुशर्रफ वर्ष 1999 में तख्तापलट कर सत्ता पर काबिज हुए थे और वर्ष 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद पर रहे। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने अपनी किताब ‘नाइदर ए हॉक नॉर ए डव’ में दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान वर्ष 2001 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मुशर्रफ के बीच हुए शिखर सम्मेलन के दौरान कश्मीर मुद्दे के समाधान के करीब पहुंच गए थे। 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-116, (वर्ष-06)

2. सोमवार, फरवरी 6, 2023

3. शक-1944, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 07:09, सूर्यास्त: 06:01। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 11 डी.सै., अधिकतम- 21+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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(सर्वाधिकार सुरक्षित)

शनिवार, 4 फ़रवरी 2023

डीएम व अधीक्षक ने आमजन की शिकायतों को सुना

डीएम व अधीक्षक ने आमजन की शिकायतों को सुना


जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने तहसील सिराथू में सुनी जनशिकायतें

शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता अवश्य सुनिश्चित करने के निर्देश

कौशाम्बी। जिलाधिकारी सुजीत कुमार एवं पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने तहसील सिराथू में आमजन की शिकायतों को सुना एवं सम्बन्धित अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण व समयान्तर्गत निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने राजस्व से सम्बन्धित शिकायतों पर राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम को मौके पर जाकर शिकायत को निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा, कि मा. मुख्यमंत्री द्वारा सम्पूर्ण समाधान दिवस एवं आई0जी0आर0एस0 के तहत प्राप्त शिकायतों के गुणवत्तापूर्ण एवं समयान्तर्गत निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आई0जी0आर0एस0 के तहत प्राप्त शिकायतों को डिफाल्टर होने से पूर्व ही निस्तारित किया जाय तथा शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता अवश्य सुनिश्चित किया जाए एवं शिकायतकर्ता से अवश्य सम्पर्क किया जाए।       

सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 94 शिकायतें प्राप्त हुई। जिसमें से 07 शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। समाधान दिवस में शिकायतकर्ता केशलाल सोनकर, निवासी ग्राम- चकबख्तियारा ने प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि कुछ दबंग व्यक्तियों द्वारा उनकी भूमि पर जबरन निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी, सिराथू को प्रकरण की जॉच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार प्रार्थी सलाहउद्दीन (ग्राम प्रधान) सयारा मीठेपुर द्वारा प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया गया कि ग्रामसभा की भूमि पर गांव के ही दबंग व्यक्तियों द्वारा कृषि कार्य किया जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी, सिराथू को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुष्पेन्द्र कुमार, उप जिलाधिकारी राहुल देव भट्ट एवं क्षेत्राधिकारी डॉ. कृष्ण गोपाल सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।

गणेश साहू

भारत, फ्रांस और यूएई ने महत्वाकांक्षी रूपरेखा पेश की

भारत, फ्रांस और यूएई ने महत्वाकांक्षी रूपरेखा पेश की

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 

नई दिल्ली/पेरिस/आबूधाबी। भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने शनिवार को एक त्रिपक्षीय ढांचे के तहत रक्षा, परमाणु ऊर्जा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक महत्वाकांक्षी रूपरेखा पेश की। विदेश मंत्री एस जयशंकर, उनकी फ्रांसीसी समकक्ष कैथरीन कोलोना और यूएई के शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के बीच फोन पर बातचीत के दौरान योजना को अंतिम रूप दिया गया।

एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि यह स्वीकार किया गया कि रक्षा तीनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग का क्षेत्र है। बयान में कहा गया है कि तीनों पक्षों ने त्रिपक्षीय ढांचे के तहत सौर और परमाणु ऊर्जा पर ध्यान देने के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में परियोजनाओं को निष्पादित करने पर सहमति जताई। इसमें कहा गया है, ‘‘यह स्वीकार किया गया कि रक्षा तीन देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग का क्षेत्र है। इसलिए, तीन देशों के रक्षा बलों के बीच सहयोग और प्रशिक्षण के लिए रास्ते तलाशे जाने के प्रयास किये जायेंगे।’’ भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात भी खाद्य सुरक्षा और चक्रीय (सर्कुलर) अर्थव्यवस्था में सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमत हुए और एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के प्रदूषण और मरुस्थलीकरण जैसे प्रमुख मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की प्रतिबद्धता जताई।

बयान के अनुसार, त्रिपक्षीय पहल स्थायी परियोजनाओं पर उनके देशों की विकास एजेंसियों के बीच सहयोग का विस्तार करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी। तीनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच पिछले साल 19 सितंबर को त्रिपक्षीय प्रारूप के तहत पहली बार बैठक हुई थी। बैठक में, वे आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के लिए एक औपचारिक त्रिपक्षीय सहयोग पहल स्थापित करने पर सहमत हुए थे।

बयान में कहा गया है, ‘‘इसी संदर्भ में आज तीनों मंत्रियों के बीच इस पहल के क्रियान्वयन के लिए एक रूपरेखा अपनाने के लिए फोन पर बातचीत हुई।’’ जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने उन परियोजनाओं पर चर्चा को आगे बढ़ाया, जो इस क्षेत्र को लाभान्वित करेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘फ्रांसीसी विदेश मंत्री कोलोना और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री जायद अल नाहयान के साथ आज शाम सार्थक बातचीत हुई।

क्षेत्र को फायदा पहुंचाने वाली व्यावहारिक परियोजनाओं को लेकर न्यूयार्क की चर्चाओं को आगे बढ़ाया।’’ बयान में कहा गया है कि तीनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि त्रिपक्षीय पहल सौर और परमाणु ऊर्जा पर ध्यान देने के साथ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग परियोजनाओं को तैयार करने और उनके कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी। इसमें कहा गया है, ‘‘इस उद्देश्य के लिए, तीन देश स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण और जैव विविधता पर ठोस परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (आईओआरए) के साथ काम करने की संभावना तलाशेंगे।’’ इन प्रयासों के तहत जी20 की भारत की अध्यक्षता और 2023 में संयुक्त अरब अमीरात द्वारा सीओपी-28 की मेजबानी के तहत त्रिपक्षीय कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का आयोजन किया जाएगा।

बयान में कहा गया है कि तीनों देश संक्रामक रोगों से उभरते खतरों के साथ-साथ भविष्य की महामारियों का मुकाबला करने के उपायों को लेकर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। इसके अनुसार, इस संबंध में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), गावी-द वैक्सीन एलायंस, और यूनीटेड जैसे बहुपक्षीय संगठनों में सहयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा।

पदम भूषण से सम्मानित 'गायिका' वाणी का निधन 

पदम भूषण से सम्मानित 'गायिका' वाणी का निधन 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/चेन्नई। इसी साल पदम भूषण से सम्मानित की गई पार्श्व गायिका वाणी जयराम का निधन हो गया है। पार्श्व गायिका अपने चेन्नई स्थित मकान के भीतर आज मृत पाई गई है। शनिवार को इसी साल पदम भूषण से सम्मानित की गई पार्श्व गायिका वाणी जयराम का निधन हो गया है। चेन्नई स्थित आवास के भीतर पार्श्व गायिका मृत अवस्था में पाई गई है।

जानकारी मिल रही है, कि पिछले कुछ दिनों से वाणी जयराम की तबीयत खराब चल रही थी। बताया जा रहा है, कि उनके सिर में काफी समय पहले चोट आ गई थी, जिसकी वजह से वह अक्सर बीमार रहती थी। हालांकि अभी तक पार्श्व गायिका वाणी जयराम की मौत का कारण अभी सामने नहीं आया है। उल्लेखनीय है कि इस दुनिया को छोड़कर विदा हुई पार्श्व गायिका को इसी साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार की ओर से पदम भूषण से सम्मानित किया गया था।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...