मंगलवार, 13 सितंबर 2022

राजनीति: कमलनाथ ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला 

राजनीति: कमलनाथ ने बीजेपी पर जुबानी हमला बोला 

मनोज सिंह ठाकुर 

भोपाल/इंदौर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कमलनाथ ने एक बार फिर बीजेपी पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने आपको निक्कर से क्यों जोड़ती है, अगर आप (बीजेपी) निक्कर पहन लें तो क्या आप BJP के हो गए..क्या सब BJP निक्कर पहनते हैं? जो सफलता भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी को मिल रही है उससे ये लोग ध्यान मोड़ना चाहते हैं। बता दें कि कांग्रेस ने सोमवार को खाकी निक्कर में आग लगी होने की एक तस्वीर ट्वीट की और कहा कि देश को नफरत की बेड़ियों से मुक्त होना है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आरोप लगाया कि मुख्य विपक्षी दल हिंसा के लिए उकसा रहा है।

उल्लेखनीय है कि खाकी निक्कर कुछ समय पहले तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक का ड्रेसकोड हुआ करता था। अब आरएसएस के स्वयंसेवक फुलपैंट पहनते हैं।कांग्रेस ने खाकी निक्कर में आग लगे होने की तस्वीर साझा करने के साथ ही लिखा, नफरत की बेड़ियों से देश को मुक्त कराना है और भाजपा-आरएसएस द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई करनी है। एक-एक कदम करके हम अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे। उसने भारत जोड़ो यात्रा के लोगो का उपयोग किया और यात्रा के शेष दिनों का उल्लेख करते हुए कहा कि 145 दिन बाकी हैं।

कांग्रेस के इस ट्वीट को लेकर बीजेपी ने उस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस हिंसा के लिए उकसा रही है और उसकी यात्रा भारत तोड़ो यात्रा है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल ने केरल में आतंकवादियों को इशारा किया कि आरएसएस के पदाधिकारियों को निशाना बनाया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह ट्वीट तत्काल हटाना चाहिए और भारत की संवैधानिक व्यवस्था में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस का आग से बहुत पुराना नाता है तथा उसके सत्ता में रहने के दौरान पंजाब को आग में झोंक दिया गया और 1984 में सिखों को जिंदा जला दिया गया था। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता ने यात्रा के दौरान एक ऐसे विवादित पादरी से मुलाकात की, जिसने हिंदू देवी-देवताओं का कथित तौर पर अपमान किया था।

कांग्रेस के ट्वीट पर आरएसएस ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। आरएसएस के सह सरकार्यवाह रिपीट सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि कांग्रेस नफरत के जरिए लोगों को जोड़ना चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी की पिछली पीढ़ियों के मन में भी संघ के लिए प्रति घृणा थी। वैद्य ने रायपुर में आरएसएस के तीन दिवसीय समन्वय बैठक के समापन के बाद कहा, वे (कांग्रेस) नफरत के जरिए लोगों को जोड़ना चाहते हैं। क्या आप नफरत के जरिए भारत को एकजुट कर सकते हैं? लंबे समय से उनके मन में हमारे लिए नफरत है। उनकी पिछली पीढ़ियों (बाप-दादा) ने भी आरएसएस को रोकने की कोशिश की, लेकिन हम बढ़ते रहे क्योंकि हमें लोगों का समर्थन प्राप्त था।

उधर, बीजेपी के आरोप पर पलटवार करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि जो लोग नफरत, कट्टरता और पूर्वाग्रह की चिंगारी भड़काते हैं, उन्हें इसका सामना करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए।पात्रा ने कहा कि कांग्रेस सरेआम आगजनी और हत्या के लिए भड़का रही है। गांधी परिवार और कांग्रेस की तरफ से उकसाया गया है। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी अक्सर आग की बात करते हैं और पिछले दिनों उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में आरोप लगाया था कि बीजेपी ने पूरे देश में केरोसिन छिड़क दिया है और सिर्फ एक चिंगारी से आग भड़क सकती है।

पात्रा के अनुसार, अग्निपथ योजना के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान राहुल गांधी ने इसी तरह टिप्पणी की थी। उन्होंने सवाल किया कि क्या आप (राहुल) देश में हिंसा चाहते हैं? क्या आप चाहते हैं कि जो लोग भाजपा-आरएसएस की विचारधारा का अनुसरण करते हैं, वे जल जाएं? कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर भाजपा उसके खिलाफ आक्रामक होगी, तो वह डबल आक्रामक हो जाएगी। रमेश ने दावा किया कि भारत जोड़ो यात्रा को जनता से मिले समर्थन से भाजपा घबरा गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नफरत और कट्टरता की राजनीति करती है तथा लोगों को जाति, धर्म, भाषा औेर प्रांत के आधार पर बांटने का काम करती है।

2 विधायकों को 7 साल पुराने केस में दोषी करार दिया

2 विधायकों को 7 साल पुराने केस में दोषी करार दिया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी (आप) के दो विधायकों अखिलेश पति त्रिपाठी और संजीव झा को सात साल पुराने मामलें में दोषी करार दिया है। दोनों विधायकों को दंगे भड़काने और पुलिसकर्मियों पर हमले का दोषी पाया गया। दोनों के अलावा मामले में 15 अन्य आरोपियों को भी दोषी करार दिया गया। मामले में अदालत 21 सितंबर को सज़ा सुनाएगी। यह मामला वर्ष 2015 में बुराड़ी पुलिस स्टेशन पर हमले से जुड़ा है।

राउज एवेन्यू कोर्ट स्थित अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट वैभव मेहता की अदालत ने मॉडल टाउन सीट से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी एवं बुराड़ी से विधायक संजीव झा को दोषी ठहराते हुए कहा कि ये दोनों विधायक पुलिस को सबक सिखाना चाहते थे। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि ये दोनों विधायक ना केवल भीड़ का हिस्सा थे, बल्कि भीड़ को उकसा रहे थे। अदालत ने कहा कि चश्मदीद गवाहों के बयानों के मुताबिक, वह इस तरह का बल प्रदर्शन कर पुलिस को डराने का प्रयास कर रहे थे। अदालत ने इन दो विधायकों के साथ ही 15 अन्य लोगों को भी दोषी करार दिया है।

अभियोजन पक्ष के अनुसार, 20 फरवरी 2015 को ‘आप’ विधायक भीड़ के साथ बुराड़ी पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां उन्होंने कई पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी की। उनका आरोप था कि पुलिस अहपरहण के मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है। भीड़ पुलिस से मांग कर रही थी कि आरोपियों को उनके सुपुर्द कर दिया जाए। पुलिस द्वारा आरोपियों को ना सौंपे जाने की बात कहे जाने पर विधायकों के नेतृत्व वाली भीड़ थाने पर हमला बोल दिया।

बचाव पक्ष ने कहा- शांतिपूर्ण था प्रदर्शन...
इस मामले की सुनवाई के दौरान ‘आप’ विधायकों के वकील ने कहा कि जिस प्रदर्शन को लेकर मुकदमा दर्ज किया गया, वह शांतिपूर्ण था। बचाव पक्ष के वकील का कहना था कि उनके मुवक्किल विधायक भीड़ को शांत करने वहां पहुंचे थे। अपनी इस दलील को लेकर विधायकों की तरफ से 14 बचाव के गवाह पेश किए गए। इन गवाहों का कहना था कि पुलिस स्टेशन पर हमले से पहले ही विधायक वहां से चले गए थे, जबकि अदालत ने बचाव पक्ष की इन दलीलों एवं गवाहों के बयानों को खारिज करते हुए कहा कि बचाव पक्ष के गवाहों के बयानों में विरोधाभाष था।
अदालत ने यह भी कहा कि संजीव झा के बयानों में भी विरोधाभाष पाया गया। अदालत ने यह भी आरोपी विधायक द्वारा व बचाव पक्ष के गवाहों द्वारा दिए गए बयानों में सबसे बड़ा विरोधाभाष समय को लेकर था। विधायक ने घटनास्थल से जाने का जो समय बताया, उसके उलट गवाहों ने दूसरा समय बताया।

पुलिस ने साबित किया अपराध...
अदालत ने पूरे मामले पर सुनवाई करते हुए पाया कि पुलिस ने आरोपी विधायक झा व त्रिपाठी पर आरोप साबित करने में सफलता पाई। पुलिस ने यह प्रमाणित किया कि घटना के समय दोनों विधायक वहां मौजूद थे। यहां तक की भीड़ को भड़काने में भी उनकी अहम भूमिका थी।

विधायकों के अलावा ये लोग भी ठहराए गए दोषी...
अदालत ने दोनों विधायकों के अलावा बलराम झा, श्याम गोपाल गुप्ता, किशोर कुमार, ललित मिश्रा, जगदीश चन्द्र जोशी, नरेंद्र सिंह राव, नीरज पाठक, राजू मलिक, अशोक कुमार, रवि प्रकाश झा, इस्माइल इस्लाम, मनोज कुमार, विजय प्रताप सिंह, हीरा देवी व यशवंत को भी दोषी ठहराया है। हालांकि, इसके अलावा दस आरोपियों को बरी किया है। अदालत ने इसम मामले में सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने व आपराधिक साजिश के आरोपों को खारिज कर दिया है।

इन अपराधों में ठहराए गए दोषी...
अदालत ने ‘आप’ विधायकों और और अन्य को दंगा फैलाने, सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा डालने, सरकारी कर्मचारी को चोट पहुचांने और गैरकानूनी तरीके से एकत्रित होने के लिए दोषी पाया है।

प्लेटफॉर्म 'कू' ऐप के साथ समझौता किया: आईपीपीबी

प्लेटफॉर्म 'कू' ऐप के साथ समझौता किया: आईपीपीबी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने मंगलवार को भारत के अपने बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप के साथ एक समझौता किया। इस समझौते का मकसद टियर 2, टियर 3, दूरदराज के शहरों और इलाकों में यूजरों के बीच वित्तीय साक्षरता और एकजुटता को बढ़ावा देने के लिए कू ऐप और आईपीपीबी दोनों के तालमेल को एक साथ लाना है। इस समझौते पर आईपीपीबी के प्रबंध निदेशक और सीईओ जे वेंकटरामु और कू ऐप के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता कू ऐप के विशिष्ट भाषाई समुदायों के माध्यम से एमएलके फीचर का इस्तेमाल करके देश भर में संवाद करेगा ग्राहकों के एक बड़े आधार तक पहुंचने में मदद करेगा।

संचार मंत्रालय के अंतर्गत डाक विभाग द्वारा स्थापित इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक भारत के सबसे बड़े भुगतान बैंकों में से एक है और देश के दूर-दराज के हिस्सों में इसकी गहरी पैठ है। भारत सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने के साथ इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल और स्मार्टफोन की आसान उपलब्धता ने लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से संवाद करने और डिजिटल क्रांति को अपनाने के लिए प्रेरित किया है। आईपीपीबी की ऑफ़लाइन पहुंच और डिजिटल टचप्वाइंट के जरिये यूजर्स को सशक्त बनाने की कू ऐप की क्षमता के साथ यह भारत के सबसे व्यापक और दूरस्थ क्षेत्रों में यूजर्स के लिए संचार सुनिश्चित करेगा। इस समझौते में कू ऐप की शिकायत निवारण प्रणाली के जरिये आईपीपीबी यूजर्स के लिए ग्राहक संबंधों का प्रबंधन भी शामिल होगा।

इस मौके पर आईपीपीबी के एमडी और सीईओ ने कहा कि भारत डिजिटल बदलाव के मामले में सबसे आगे रहा है। यहां हर क्षेत्र में उम्मीद और अवसर के बीच की दूरी को पाटने और सशक्त बनाने के लिए तकनीकी समाधानों को अपनाया गया है। कू ऐप के साथ हमारा समझौता देश के नागरिकों के साथ उनकी पसंद की भाषाओं में एमएलके और कई अन्य फीचर्स के जरिये जुड़ने की एक पहल है। हम राज्यों के यूजर्स के साथ संचार भी स्थापित करेंगे और आईपीपीबी की विरासत, उत्पादों और सेवाओं के बारे में जागरूकता फैलाएंगे, जिसके लिए कू ऐप की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

कू ऐप के सह-संस्थापक और सीईओ ने कहा कि कू ऐप में हम डिजिटल एकजुटता के अपने मिशन पर तेजी से प्रगति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें यकीन है कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के साथ यह साझेदारी संचार के पारंपरिक और समकालीन दोनों के सर्वश्रेष्ठ तरीकों का तालमेल बिठाएगी और यूजर्स को एक-दूसरे से जुड़े रहने में मदद करेगी।

‘प्रायोगिक परियोजनाओं’ पर काम कर रही है, सरकार 

‘प्रायोगिक परियोजनाओं’ पर काम कर रही है, सरकार 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकार टोल प्लाजा की जगह स्वचालित ‘नंबर प्लेट पहचान प्रणाली’ के उपयोग के लिए ‘प्रायोगिक परियोजनाओं’ पर काम कर रही है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इस परियोजना के शुरू होने से वाहन मालिकों के बैंक खातों से सीधे शुल्क की कटौती की जा सकेगी।गडकरी ने माइंडमाइन शिखर सम्मेलन में कहा कि फास्टैग की शुरुआत के बाद, सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टोल आय में सालाना 15,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने इस बारे में विस्तार से जानकारी दिये बिना कहा, ”हम अब ऑटोमोबाइल नंबर प्लेट तकनीक या ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरा पेश करने जा रहे हैं। इसके बाद किसी टोल प्लाजा की जरूरत नहीं होगी।

गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान टोल प्लाजा पर वाहनों का औसत प्रतीक्षा समय आठ मिनट था। फास्टैग की शुरुआत के साथ वित्त वर्ष 2020-21 और 2021-22 के दौरान वाहनों के लिए औसत प्रतीक्षा समय में कमी आयी। यह घटकर 47 सेकंड हो गया। हालांकि यह कुछ स्थानों पर, विशेष रूप से घनी आबादी वाले शहरों में प्रतीक्षा समय में काफी सुधार देखा गया। इसके बावजूद व्यस्त समय के दौरान टोल प्लाजा पर कुछ देरी होती है।

गडकरी ने पिछले महीने कहा था कि सरकार अब दो विकल्पों पर विचार कर रही है। पहला उपग्रह आधारित टोल प्रणाली… जहां एक कार में जीपीएस होगा और टोल सीधे यात्री के बैंक खाते से लिया जाएगा और दूसरा विकल्प नंबर प्लेट पहचान के जरिए शुल्क लेना है। उन्होंने कहा, ‘हम उपग्रह का इस्तेमाल करते समय फास्टैग की जगह जीपीएस लगाने की प्रक्रिया में हैं। वहीं, देश में नंबर प्लेट पर भी अच्छी तकनीक उपलब्ध है।’

मुकुल को 14वां अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया जाएगा

मुकुल को 14वां अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया जाएगा 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केके वेणुगोपाल के पद खाली करने के बाद सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी को भारत का 14वां अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया जाएगा। इससे पहले वे जून 2014 से जून 2017 के बीच एजी रह चुके हैं। वेणुगोपाल ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट को संकेत दिया था कि वह 30 सितंबर के बाद पद पर नहीं होंगे। वेणुगोपाल को 1 जुलाई 2017 को तीन साल के लिए अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था, जिसे बाद में दो बार बढ़ाया गया था।

दरअसल, वर्तमान AG वेणुगोपाल का 30 सितंबर को कार्यकाल पूरा हो रहा है। इस साल जून के अंत में एजी वेणुगोपाल का कार्यकाल तीन महीने या अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया गया था। यही अब 30 सितंबर को समाप्त होने वाला है। वेणुगोपाल को 1 जुलाई, 2017 को तीन साल के कार्यकाल के लिए अटॉर्नी जनरल के रूप में नियुक्त किया गया था, जिसे बाद में एक साल के लिए दो बार बढ़ाया गया था।

क्या होता है अटॉर्नी जनरल का पद?
अटॉर्नी जनरल केंद्र सरकार के लिए देश के सबसे शीर्ष कानून अधिकारी और मुख्य कानूनी सलाहकार होते हैं। जो सुप्रीम कोर्ट में महत्वपूर्ण मामलों में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं। अटॉर्नी जनरल सरकार का प्रथम विधि अधिकारी होता है।

जुंग-जे व जेंडेया ने बेस्ट एक्टर-एक्ट्रेस का खिताब जीता

जुंग-जे व जेंडेया ने बेस्ट एक्टर-एक्ट्रेस का खिताब जीता

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी/कैलिफोर्निया। 74वें एमी अवॉर्ड्स में स्क्विड गेम के अभिनेता ली जुंग-जे और यूफोरिया फेम जेंडेया ने ड्रामा सीरीज के लिए क्रमशः बेस्ट ऐक्टर और ऐक्ट्रेस का खिताब जीता। कॉमेडी सीरीज के लिए जेसन सुडेकिस (टेड लासो) को बेस्ट ऐक्टर और जीन स्मार्ट (हैक्स) को बेस्ट ऐक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। एचबीओ के शो सक्सेशन को आउटस्टैंडिंग सीरीज चुना गया। जेंडेया किसी ड्रामा सीरीज में लीड ऐक्ट्रेस (मुख्य अभिनेत्री) के रोल के लिए 2 बार एमी अवॉर्ड जीतने वाली पहली अश्वेत महिला बन गई हैं। 2020 में वह ड्रामा सीरीज (यूफोरिया) के लिए लीड ऐक्ट्रेस का एमी अवॉर्ड जीतने वाली सबसे कम उम्र की विजेता बनी थीं। उन्होंने यूफोरिया में लीड रोल के लिए दोबारा पुरस्कार जीता है।

74वें एमी अवॉर्ड्स में द वाइट लोटस, टेड लासो और सक्सेशन सीरीज ने बड़े अवॉर्ड्स अपने नाम किए। आउटस्टैंडिंग ड्रामा सीरीज का अवॉर्ड सक्सेशन ने जीता, तो वहीं आउटस्टैंडिंग कॉमेडी सीरीज का अवॉर्ड टेड लासो ने जीता और द वाइट लोटस आउटस्टैंडिंग लिमिटेड सीरीज का अवॉर्ड अपने साथ ले गई। यूफोरिया के लिए जेनडाया को बेस्ट एक्ट्रेस (ड्रामा सीरीज) का अवॉर्ड मिला, और इसी के साथ वो सबसे कम उम्र में दो एमी अवॉर्ड जीतने वाली पहली एक्टर बन गई हैं। ड्रामा सीरीज में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड पूरी दुनिया को अपना दीवाना बनाने वाली सीरीज ‘स्क्विड गेम’ के लिए Lee Jung-jae को मिला। अवॉर्ड शो का आयोजन लॉस एंजिलिस के माइक्रोसॉफ्ट थियेटर में किया गया।

एमी अवॉर्ड्स 2022 के विजेताओं की पूरी लिस्ट
बेस्ट एक्ट्रेस ड्रामा सीरीज: Zendaya (यूफोरिया)
बेस्ट एक्टर ड्रामा सीरीज: Lee Jung-jae (स्क्विड गेम)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस ड्रामा सीरीज: Julia Garner (ओजार्क)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर ड्रामा सीरीज: Matthew Macfadyen (सक्सेशन)
बेस्ट ड्रामा सीरीज: Succession
बेस्ट डायरेक्टिंग ड्रामा सीरीज: Hwang Dong-hyuk (स्क्विड गेम)
बेस्ट राइटिंग ड्रामा सीरीज: Jesse Armstrong (सक्सेशन)
बेस्ट एक्ट्रेस कॉमेडी सीरीज: Jean Smart (हैक्स)
बेस्ट एक्टर कॉमेडी सीरीज: Jason Sudeikis (टेड लासो)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस कॉमेडी सीरीज: Sheryl Lee Ralph (एबॉट एलिमेंट्री)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर कॉमेडी सीरीज: Brett Goldstein (टेड लासो)
बेस्ट कॉमेडी सीरीज: Ted Lasso
बेस्ट एक्ट्रेस लिमिटेड सीरीज/फिल्म: Amanda Seyfried (द ड्रॉपआउट)
बेस्ट एक्टर लिमिटेड सीरीज/फिल्म: Michael Keaton (डोपस्टिक)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस लिमिटेड सीरीज/फिल्म: Jennifer Coolidge (द वाइट लोटस)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर लिमिटेड सीरीज/फिल्म: Murray Bartlett (द वाइट लोटस)
बेस्ट लिमिटेड सीरीज: The White Lotus
बेस्ट डायरेक्टिंग लिमिटेड सीरीज/फिल्म: Mike White (द वाइट लोटस)
बेस्ट राइटिंग लिमिटेड सीरीज/फिल्म: Mike White (द वाइट लोटस)
बेस्ट वेराइटी टॉक सीरीज: Last Week Tonight With John Oliver (एचबीओ)
बेस्ट वेराइटी स्केच सीरीज: Saturday Night Live (एनबीसी)
बेस्ट कॉम्पटिशन प्रोग्राम: Lizzo’s Watch Out for the Big Grrls (अमेजन प्राइम वीडियो)
बेस्ट डायरेक्टिंग कॉमेडी सीरीज: MJ Delaney (टेड लासो)
बेस्ट राइटिंग कॉमेडी सीरीज: Quinta Brunson (एबॉट एलिमेंट्री)।

अवैध खनन बदस्तूर जारी, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा

अवैध खनन बदस्तूर जारी, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा

अमित शर्मा 

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भगवंत मान सरकार को आगाह किया है कि सीमावर्ती इलाकों में अवैध खनन बदस्तूर जारी रहना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। बाजवा ने राज्यपाल बनवाली लाल पुरोहित के बयान का जिक्र करते हुये मंगलवार को कहा कि राज्य के सीमावर्ती इलाकों में अवैध खनन का जारी रहना चिंता का विषय है। यदि मान सरकार इसे तत्काल रोकने में विफल रही तो देश की सुरक्षा के लिये अच्छा नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि गत एक सितंबर को कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला था इस सिलसिले में एक ज्ञापन भी दिया था। ज्ञापन में पंजाब सीमाओं के निकट अवैध खनन के कारण बने बड़े-बड़े गड्ढ्रे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये खतरा बन गये हैं। उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने उनकी बात को सुना और इस मामले में कार्रवाई का वादा किया था।

बाजवा ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की दो अलग-अलग पीठों ने कुछ दिन पहले राज्य सरकार से अवैध खनन तत्काल रोके जाने को कदम उठाने को कहा था। सेना तथा सीमा सुरक्षा बल ने अदालत में शपथ पत्र (एफीडेविट) दिया था कि सीमा के निकट गहरी खाई बनने के कारण कोई अप्रिय घटना हो सकती है। सीमा पार से हथियारों की आपूर्ति तथा तस्करी को बढ़ावा मिलता है क्योंकि असामाजिक तत्व इसका लाभ उठा सकते हैं। इतना सब होते हुये भी आप सरकार ने अवैध खनन रोकने में कोई प्रयास नहीं किया है।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...