गुरुवार, 25 अगस्त 2022

फर्जी दस्तावेज तैयार कर नौकरी करने का मामला 

फर्जी दस्तावेज तैयार कर नौकरी करने का मामला 

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। जनपद देवरिया के अंतर्गत आने वाले रुद्रपुर क्षेत्र में एक व्यक्ति द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर अध्यापक की नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया है। रुद्रपुर के खंड शिक्षा अधिकारी गोपाल शरण मिश्र की तहरीर पर गुलाब चंद्र पुत्र योगी प्रसाद निवासी तालडीहा थाना खुखुन्दू जनपद देवरिया को रुद्रपुर अंतर्गत आने वाले एकौना थाना क्षेत्र के जगत माझा मोड़ पर थाना एकौना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तारी की विषय में प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुलाबचंद पुत्र योगी प्रसाद निवासी तालडीहा थाना खुखुन्दू जनपद देवरिया जो कि फर्जी दस्तावेज तैयार कर सहायक अध्यापक की नौकरी करता था। जिसके विषय में खंड शिक्षा अधिकारी रुद्रपुर गोपाल शरण मिश्र द्वारा पुलिस को तहरीर दिया गया था। जिसे इकौना पुलिस ने जगत माझा मोड़ से गिरफ्तार पर विधिक कार्यवाही करते हुए भेज दिया।

कोविड-19, मंकीपॉक्स व एचआईवी का टेस्ट पॉजिटिव 

कोविड-19, मंकीपॉक्स व एचआईवी का टेस्ट पॉजिटिव 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

रोम। कैटेनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, इटली के एक 36-वर्षीय शख्स के स्पेन से लौटने के बाद उसका कोविड-19, मंकीपॉक्स और एचआईवी का टेस्ट पॉजिटिव आया है। रिपोर्ट के अनुसार, उसने स्पेन में असुरक्षित सेक्स किया था। यह ऐसा पहला ज्ञात मामला है, जब किसी व्यक्ति का एक ही समय पर मंकीपॉक्स, कोविड-19 और एचआईवी का टेस्ट पॉज़िटिव आया हो। इटली में शोधकर्ताओं को एक अजीबोगरीब मामला देखने को मिला है। यहां एक शख्स मंकीपॉक्स, कोरोना वायरस और HIV से एक ही समय में संक्रमित हुआ है। जानकारी के मुताबिक तीनों वायरस नए हैं और स्पेन की एक यात्रा के बाद वह संक्रमित हुआ है। रोगी 36 साल का एक इटैलियन नागरिक है। 

स्पेन से 5 दिनों की यात्रा से लौटने के 9 दिन बाद उसे बुखार, गले में खराश, थकान, सिरदर्द और कमर में सूजन की समस्या देखे को मिली। उसने एक पुरुष के साथ बिना कंडोम के संबंध बनाए थे। जर्नल ऑफ इनफेक्शन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक लक्षणों के तीन दिनों बाद ही वह कोरोना वायरस से संक्रमित मिला है। जनवरी में ये शख्स वैक्सीन लगवाने के कुछ दिन बाद ही कोरोना संक्रमित हुआ था। कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कुछ घंटों के बाद उसके बाएं हाथ में एक दाना दिखाई दिया और कुछ दिनों में ही उसके शरीर पर छाले ही छाले फैल गए। इसके बाद उसे सिसिली के पूर्वी तट के कैटेनिया शहर के एक अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया गया।

अस्पताल में उसके ऊपर कई टेस्ट किए गए, जिसमें वह मंकीपॉक्स, COVID-19 और HIV पॉजिटिव मिला। HIV की डिटेल जांच करने पर पता चला कि हाल ही में वह संक्रमित हुआ है। लगभग एक सप्ताह बाद कोरोना और मंकीपॉक्स से ठीक होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई। कैटेनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि ये मामला दिखाता है कि कोरोना और मंकीपॉक्स के वायरस के लक्षण किस तरह एक दूसरे पर हावी हो सकते हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि ये इकलौता ऐसा मामला है, जिसमें मंकीपॉक्स, कोरोना वायरस और HIV तीनों संक्रमण एक साथ मिले हैं। उन्होंने कहा कि इस बात के कोई भी पर्याप्त सबूत नहीं है, जो ये दिखाएं कि तीनों वायरस का एक साथ होना गंभीर स्थिति पैदा करता है। हालांकि शोधकर्ता कहते हैं कि जिस हिसाब से मंकीपॉक्स के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में पूरी दुनिया को इसके बारे में जानना चाहिए।

उद्योगपतियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए

उद्योगपतियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। हिण्डन नदी को स्वच्छ एवं अविरल बनाये जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा उद्योगपतियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए गए। हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त किये जाने एवं अविरल बनाये जाने हेतु हिण्डन एवं उसकी सहायक नदियों के कैचमेन्ट एरिया में स्थापित/संचालित वृहद् जल प्रदूषणकारी उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार, मुजफ्फरनगर में आयोजित की गयी। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) अरविन्द कुमार मिश्रा एवं क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उपस्थित रहे। बैठक में नदियों को प्रदूषण मुक्त किये जाने के सम्बन्ध में चर्चा की गयी।

जिलाधिकारी द्वारा उद्योग प्रतिनिधियों को निर्देश दिये गये कि उद्योगों में स्थापित उत्प्रवाह शुद्धिकरण संयंत्र का संचालन एवं रखरखाव समुचित रूप से किया जाये। किसी भी दशा में अशुद्धिकृत उत्प्रवाह को किसी नदी अथवा नाले में प्रवाहित न किया जाये। उद्योगों में वायु प्रदूषण संयंत्रों को भी समुचित रूप से संचालित किया जाये तथा ईंधन के रूप में किसी भी प्रकार का प्रतिबंधित ईंधन का प्रयोग न किया जाएं। जिलाधिकारी द्वारा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भी निर्देश दिए गए, कि उद्योगों के निरन्तर निरीक्षण किये जाये तथा निरीक्षण में दोषी पाये जाने वाले उद्योगों के विरूद्ध अधिनियमों के अन्तर्गत कार्यवाही की जाये। क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा औद्योगिक नालों की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया। उन्होंने उपस्थित उद्योग प्रतिनिधियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नाले में शुद्धिकृत उत्प्रवाह का निस्तारण मानकों के अनुरूप ही किया जाये तथा समय-समय पर नाले में जमा सिल्ट की सफाई कराई जाएं।

हास्य कलाकार श्रीवास्तव को 15 दिन बाद होश आया 

हास्य कलाकार श्रीवास्तव को 15 दिन बाद होश आया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली‌। हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव की हालत में लगातार सुधार हो रहा है। राजू श्रीवास्तव के निजी सचिव गरवित नारंग ने आज जानकारी दी कि राजू श्रीवास्तव को आज करीब 15 दिन बाद होश आया है। उन्होंने कहा कि एम्स दिल्ली में डॉक्टरों द्वारा उनकी निगरानी की जा रही है। उनके स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार हो रहा है। आपको बता दें कि करीब 15 दिन पहले सीने में दर्द और जिम में वर्कआउट के दौरान गिरने के बाद उन्हें 10 अगस्त को यहां भर्ती कराया गया था। तब राजू ब्रेन डेड अवस्था में पहुंच गए थे।

राजू की गंभीर हालत को देखते हुए उनके सभी रिश्तेदार राजधानी दिल्ली पहुंच गए थे। बताय गया था कि सीटी स्कैन में दिमाग के एक हिस्से में सूजन मिली है। उनके लिए परिजन काशी और उज्जैन में महामृत्युंजय जाप करवा रहे थे। राजू श्रीवास्तव के मुख्य सलाहकार अजित सक्सेना ने बताया था कि राजू का ब्रेन ठीक से काम नहीं कर रहा थी और वह ब्रेन डेड की स्थिति में है। उनके दिल में भी दिक्कत है। राजू श्रीवास्तव का इलाज डॉक्टर नीतीश नाइक के नेतृत्व में चल रहा है। 10 अगस्त से राजू श्रीवास्तव वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टर्स के अनुसार उनके बीपी में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। ब्रेन तो दिक्कत कर रहा था। अब उनका हार्ट भी ठीक से काम नहीं कर रहा था।

राजू श्रीवास्तव के स्वास्थ्य को लेकर उनके परिजन टेंशन में है। उनके रिश्तेदार दिल्ली पहुंच गए हैं। परिवार का कहना है कि हमें ईश्वर पर भरोसा है। बता दें राजू को दिल्ली में उस समय दिल का दौरा पड़ा था। जब वे जिम में एक्सरसाइज कर रहे थे। मेजर हार्ट अटैक आने के बाद उन्हें एम्स में एडमिट कराया गया था। तब से वह बेहोश हैं।

पीएम की सुरक्षा में चूक, एससी ने सख्त टिप्पणी की

पीएम की सुरक्षा में चूक, एससी ने सख्त टिप्पणी की 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। इस साल जनवरी में पंजाब यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामलें में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा है कि फिरोजपुर एसएसपी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल रहे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि भले ही पीएम के यात्रा रूट के बारे में उन्हें 2 घंटे पहले सूचित किया गया। लेकिन पर्याप्त बल उपलब्ध होने के बावजूद वह अपने कर्तव्यों का पालन करने में विफल रहे। सीजेआई ने कहा कि इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए पीएम की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कुछ उपाय सुझाए गए हैं। हम सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे, ताकि कदम उठाए जा सकें।

सुप्रीम कोर्ट से जब वकील ने इस रिपोर्ट की कॉपी मांगी तो कोर्ट ने इसे देने से इनकार कर दिया। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया था। इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने इंदु मल्होत्रा की रिपोर्ट को पढ़ते हुए बताया कि फिरोजपुर के एसएसपी को दो घंटे पहले बताया गया था कि प्रधानमंत्री उस मार्ग में प्रवेश करेंगे, उसके बाद भी वह सुरक्षा देने में विफल रहे। इस कमेटी ने पीएम की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कई सुझाव भी दिए हैं।

इसी साल जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के बठिंडा एयरपोर्ट से हुसैनीवाला शहीद स्मारक में एक रैली को संबोधित करने जा रहे थे। पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसा रहा। इस कारण उन्हें वापस आना पड़ा। काफिले को रोकने की जिम्मेदारी एक किसान संगठन ने ली थी। वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक का मामला मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना की बेंच के सामने उठाया था।

यूपी: असामाजिक तत्वों ने चामुंडा मंदिर में लगाई आग 

यूपी: असामाजिक तत्वों ने चामुंडा मंदिर में लगाई आग 

संदीप मिश्र 

अमरोहा। असामाजिक तत्वों ने सड़क मार्ग पर स्थित चामुंडा मंदिर के भीतर आग लगाते हुए इलाके के माहौल को खराब करने का प्रयास किया है। रास्ते से गुजर रहे लोगों ने जब मंदिर के भीतर से धुआं उठता हुआ देखा तो उन्होंने अन्य लोगों को इस मामले की जानकारी दी। मंदिर में आग लगने की जानकारी मिलते मौके पर पहुंचे लोगों ने सामूहिक प्रयास करते हुए मंदिर में लगी आग पर काबू पा लिया।

जनपद अमरोहा के हसनपुर तहसील क्षेत्र के कस्बा उझारी में सूमाठेर रोड पर जब आज बृहस्पतिवार की सवेरे लोगों की आवाजाही शुरू हुई तो सड़क किनारे चामुंडा मंदिर के भीतर से उन्हें धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया। मंदिर में आग लगने की जानकारी मिलते ही राहगीरो ने अन्य लोगों को इस मामले से अवगत कराया। मंदिर में आग लगने की जानकारी मिलते ही अनेक लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई और उन्होंने सामूहिक प्रयास करते हुए मौके पर उपलब्ध संसाधनों के जरिए मंदिर में लगी आग पर काबू पा लिया। इसी बीच पुलिस को मामले की सूचना मिल गई और उसने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की।

मंदिर के अंदर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है किसी शरारती तत्व ने मंदिर के अंदर के मूर्ति के नजदीक पड़ी हवन की लकडियों में आग लगा दी। गनीमत इस बात की रही कि मंदिर में आग लगने से किसी प्रकार का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। मंदिर में आग लगने की घटना पर ग्रामीणों ने गहरा रोष जताते हुए प्रदर्शन कर पुलिस से मामले में छानबीन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।

28 को ‘वीर बालक स्मारक’ का लोकार्पण करेंगे, पीएम 

28 को ‘वीर बालक स्मारक’ का लोकार्पण करेंगे, पीएम 

इकबाल अंसारी 

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अगस्त को गुजरात में कच्छ के अंजार में ‘वीर बालक स्मारक’ का लोकार्पण करेंगे। सरकारी सूत्रों के अनुसार 26 जनवरी 2001 को कच्छ और गुजरात सहित पूरा देश गणतंत्र दिवस की ख़ुशियाँ मना रहा था, लेकिन विनाशक भूकंप की तबाही ने देशभक्ति के महौल में रंगे कच्छ ज़िले के अंजार शहर में ख़ुशियों के माहौल को मातम में बदल दिया था।

गणतंत्र दिवस के अवसर पर हाथों में तिरंगा लिए एक रैली में शामिल होने जा रहे अंजार के 185 स्कूली बच्चे और 20 शिक्षक भूकंप के कारण धराशायी हुई इमारतों के मलबे में दब गए थे। इस घटना से समूची दुनिया स्तब्ध रह गई थी। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन बच्चों की स्मृति में एक स्मारक बनाने की घोषणा की थी। अब यह स्मारक अंजार शहर के बाहरी क्षेत्र में बन कर तैयार हो गया है और 28 अगस्त रविवार को श्री मोदी इसका लोकार्पण करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में इस स्मारक के निर्माण कार्य को अंतिम रूप दिया गया है। दिवंगत बच्चों के परिवार के 100 सदस्यों को स्मारक के लोकार्पण अवसर पर उपस्थित रहने का आमंत्रण दिया गया है। दिवंगत बच्चों को समर्पित इस म्यूज़ियम को पाँच विभागों में बनाया गया है। पहले विभाग में दिवंगत बच्चों की तस्वीरों और अतीत के स्मरणों को प्रस्तुत किया गया है। उसके बाद विनाश विभाग में दर्शाये गए मलबे में मृत बच्चों के स्मृति चिह्न और उनकी प्रतिकृतियाँ प्रस्तुत की गई हैं। यहाँ से आगे जाने पर भूकंप का अनुभव कराने वाले एक विशेष कक्ष का निर्माण किया गया है।

यहाँ सिम्युलेटर तथा पर्दे पर वीडियो के साथ भूकंप की अनुभूति कराई जाएगी। इसके अलावा ज्ञान-विज्ञान विभाग में भूकंप आने की प्रक्रिया, उसके वैज्ञानिक कारणों और अन्य आवश्यक जानकारियों का समावेश किया गया है। समापन गैलरी में आगंतुकों से भूकंप के अनुभवों के बारे में सवाल पूछे गए हैं। मेमोरियल में बच्चों के नाम और श्रद्धांजलि के लिए प्रकाशपुंज म्यूज़ियम के बाहर मेमोरियल बनाया गया है। यहाँ भूकंप का शिकार बने मासूम बच्चों और शिक्षकों के नाम उनकी तस्वीरों के साथ दीवार पर लिखे गए हैं। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए यहाँ एक शक्तिशाली प्रकाशपुंज बनाया गया है, जिससे निकलने वाला प्रकाश पूरे अंजार शहर में दिखाई देगा।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...