शनिवार, 25 जून 2022

प्रयागराज: बाथरूम में पड़ा मिला, उप निरीक्षक का शव

प्रयागराज: बाथरूम में पड़ा मिला, उप निरीक्षक का शव

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। प्रयागराज के नवाबगंज थाने में तैनात उप निरीक्षक अतुल सिंह का शव उनके आवास के बाथरूम में पड़ा मिला। सूचना पर नवाबगंज थाना पुलिस मौके में पहुंच कर जांच में जुटी। उसी के कुछ ही देर बाद पुलिस के आला अधिकारी एसएसपी प्रयागराज अजय कुमार भी पहुंचे। गहनता से जांच-पड़ताल की जा रही है। फिलहाल, अभी यह रहस्य बना हुआ है कि दरोगा की मौत कैसे हुई ?
प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर नवाबगंज चौराहे के घर में लाश मिलीं। चंदौली जिले के रहने वाले अतुल सिंह पुलिस विभाग में दारोगा थे। इन दिनों उनकी तैनाती प्रयागराज के गंगापार इलाके के नवाबगंज थाने में बतौर उप निरीक्षक तैनाती थी। प्रयागराज-लखनऊ राजमार्ग पर स्थित नवाबगंज चौराहे पर अतुल सिंह किराए के मकान पर रहते थे। जिस मकान में वे रहते थे, वह रिटायर्ड रेल चालक राधेश्याम यादव का है। मकान के बाथरूम में उनका शव मिला। इसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी। दारोगा की मौत की जानकारी मिलने पर लोग अवाक रह गए।

जावेद को अगले 48 घंटे के लिए रिमांड पर लिया

जावेद को अगले 48 घंटे के लिए रिमांड पर लिया 

बृजेश केसरवानी/हरिशंकर त्रिपाठी     
प्रयागराज/देवरिया। अटाला हिंसा में साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी मो. जावेद पंप को कोर्ट के आदेश पर प्रयागराज पुलिस ने अगले 48 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर ले लिया है। शनिवार सुबह ही खुल्दाबाद पुलिस देवरिया जेल पहुंच गई थी। वहां पर कोर्ट का आदेश दिखाकर जावेद को पुलिस कस्टडी में ले लिया। प्रिजन वैन से जावेद को लेकर पुलिस लौट रहीं थीं, और रास्ते में ही उससे पूछताछ शुरू हो गई है। जावेद को प्रयागराज लाने के बाद कई सवाल पूछे जाने हैं। अटाला हिंसा से जुड़े अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ होनी है। 
पुलिस को शक है कि अटाला हिंसा के पीछे कोई नया चेहरा भी हो सकता है। जावेद पर आरोप है कि वह कानपुर में हुई हिंसा के बाद से ही सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान जारी करने लगा था, आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद पुलिस ने पांच जून को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उसी बयान से अटाला में भी भीड़ एकत्र हुई और बाद में आगजनी शुरू हो गई।

शरीफा पोषक तत्वों से भरपूर, सेवन के फायदे

शरीफा पोषक तत्वों से भरपूर, सेवन के फायदे

सरस्वती उपाध्याय 
शरीफा पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इस फल में पोटैशियम, मैग्नीशियम और फाइबर की उच्च मात्रा मौजूद होती है। शरीफा के सेवन से कई तरह के रोगों में लाभ होता है। आज के इस लेख में हम आपको शरीफा खाने के फायदे बताने जा रहे हैं। पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है‌। शरीफा में पर्याप्त मात्रा में कॉपर और डाइट्री फाइबर मौजूद होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनातें है। शरीफा भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है। इसके साथ ही, शरीफा में मौजूद मैग्नीशियम अपच और कब्ज जैसी पेट संबंधी समस्या को दूर करने में मदद करता है। आँखों की रोशनी के लिए शरीफा बहुत फायदेमंद होता है। शरीफा में विटामिन-सी और विटामिन-ए जैसे आवश्यक विटामिन मौजूद होते हैं। जो आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करते हैं। 
इसके साथ ही शरीफे में राइबोफ्लेविन और विटामिन बी 12 होता है जो फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से लड़ता है और आंखों को तमाम समस्याओं से बचाता है। दिल की सेहत के लिए शरीफा बहुत फायदेमंद माना जाता है। शरीफा में मैग्नीशियम और पोटेशियम की अधिक मात्रा होती है जो दिल को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। हृदय संबंधी बीमारियों से बचाव के लिए मैग्नीशियम और पोटेशियम बहुत फायदेमंद है। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते है। शरीफा में नियासिन और फाइबर मौजूद होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इसमें मौजूद विटामिन बी 6, हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। शरीफा में विटामिन ए की पर्याप्त मात्रा मौजूद होती है जो घाव को जल्दी भरने में मदद करता है। शरीफे का गूदा अल्सर और फोड़े के इलाज के लिए फायदेमंद माना जाता है। यह न केवल घाव को जल्दी भरता है, बल्कि सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके साथ शरीफा का छिलका मसूड़ों के दर्द और दांतों की सड़न को रोकने में कारगर है। शरीफा एक नेचुरल एनर्जी बूस्टर की तरह काम करता है। यह थकावट और कमजोरी को कम करने के साथ-साथ दिनभर के कामों के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। शरीफे में मौजूद पोटेशियम मांसपेशियों की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है और रक्त की आपूर्ति में सुधार करके थकान को खत्म करता है। शरीफे में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो जोड़ों की सूजन कम करने में मदद करता है। गठिया के मरीजों के लिए शरीफा बहुत फायदेमंद होता है।

भारत में एक्शन जॉनर में नया बेंचमार्क, पठान

भारत में एक्शन जॉनर में नया बेंचमार्क, पठान
कविता गर्ग  
मुंबई। इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में शाहरुख खान ने शानदार 30 साल पूरे कर लिए हैं। फिल्म दीवाना से एक्टिंग करियर की शुरुआत की शुरुआत करने वाले बॉलिवुड के किंग खान की अपकमिंग फिल्म पठान से बड़ा अपडेट भी सामने आया है। यशराज फिल्म्स ने मोशन पोस्टर के जरिए फिल्म पठान से शाहरुख के बेहद इंटेंस लुक को रिलीज किया है। ट्विटर पर पठान के पोस्टर और मोशन पोस्टर ने आते ही धमाल मचा दिया है और वह लगातार ट्रेंड हो रहे हैं।
पठान से शाहरुख खान का लुक
पठान के मोशन पोस्टर में शाहरुख गन-फ्लेक्सिंग डेंजरस लुक में नज़र आ रहे हैं, जो एक खतरनाक मिशन के लिए तैयार है। इंटरनेट पर आते ही उनके इस लुक ने तहलका मचा दिया है।
क्या बोले पठान के डायरेक्टर
पठान के रूप में शाहरुख के लुक  के बारे में सिद्धार्थ कहते हैं, “इस एक्शन थ्रिलर में वह अल्फा मैन ऑन द मिशन हैं जो भारत में एक्शन जॉनर में नया बेंचमार्क स्थापित करेगा। जब आपकी फिल्म में शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम जैसे सुपरस्टार हों, तो आपको हर मामले में शानदार रहना होगा और मुझे नहीं लगता कि पठान के साथ हम दर्शकों को कहीं से भी निराश करेंगे।

एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल व एनाल्जेसिक गुण

एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-वायरल व एनाल्जेसिक गुण
सरस्वती उपाध्याय 
लौंग का इस्‍तेमाल भारतीय आयुर्वेद में सदियों से किया जा रहा है। बदलते मौसम के दौरान होने वाली खांसी, सर्दी, पेट की समस्‍या या किसी तरह के संक्रमण को दूर करने के लिए लौंग काफी फायदेमंद होता है। खबर के मुताबिक, लौंग में एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटी माइक्रोबियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो गले में खराश को कम करने में असरदार होते हैं। इसके अलावा, लिवर हेल्‍थ को इंप्रूव करने, ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने और डाइजेशन को बेहतर रखने का भी काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट गुण के साथ-साथ इसमें एंटी-वायरल और एनाल्जेसिक गुण भी होते हैं। अगर आप लौंग की चाय या काढ़ा पिएं, तो इससे आप मौसमी बीमारियों से भी खुद को बचा सकते हैं।
मेटाबॉलिज्म बूस्ट करे
लौंग का काढ़ा पीने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। अगर आप रोजाना सुबह के समय लौंग का काढ़ा पिएं तो आपका वजन भी कम होगा और डाइजेशन भी बेहतर होगा।

किसानों ने विद्युत कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया

किसानों ने विद्युत कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया
सत्येंद्र पंवार 
मेरठ। किसानों के खेत में लगे ट्यूबवेलों पर बिजली मीटर लगाने का विरोध कर रहे किसानों का आज ऊर्जा भवन में आक्रोश फूट पड़ा। पश्चिमी उप्र के 14 जिलों के किसानों ने इसके विरोध में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। मेरठ के ऊर्जा भवन में शनिवार को वेस्ट यूपी के 14 जिलों के किसानों ने पहुंचकर सरकार के खिलाफ धरना दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार अपने वादे से पीछे हट गई है। सरकार अब किसानों का हित नहीं कर रही। इससे तो अच्छा है कि वो हमको मौत ही दे दे। किसान अपने घरों के बिजली के बिल तो चुका नहीं सकता।
किसानों का आरोप था कि जिस सरकार को बनवाने में उन्होंने अपना वोट दिया वहीं सरकार अब उनके साथ धोखा कर रही है। सरकार के द्वारा ट्यूबवेल और बिजली बिलों पर जो मीटर लगाये जा रहे है। उनकी गलत नीतियों के खिलाफ किसानों का धरना व पंचायत हुई। सहारनपुर,मेरठ, बागपत, मुरादाबाद, हापुड़, बिजनौर, नोएडा,गाजियाबाद,मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर सहित पश्चिमी उप्र के किसान मेरठ के ऊर्जा भवन में एकत्रित हुए। जहां उन्होंने टयूबवेल पर इलेक्ट्रिक मीटर और उसमें आने वाले बढ़े बिजली बिलों का विरोध करते हुए धरना प्रद्रर्शन शुरू कर दिया।
किसानों ने कहा कि भाजपा कि सरकार ने 2014 में सरकार बनने पर भी फ्री बिजली देने का वादा किया था। और वह वादा पूरा करने में नाकाम रही। वही छल वह 2022 चुनाव जीतकर दोबारा करना चाहती है। 2022 चुनाव में सरकार ने हमसे जीतने के बाद फ्री बिजली देने का वादा किया था। बिजली तो फ्री हुई नहीं, बिल भी माफ नहीं कियें लेकिन सरकार ने ट्यूबवेलों पर भी मीटर लगवा दिए। किसान आज दहशत में है और पुलिस उनके घरों पर छापेमारी कर उन्हे पकड़ रही है। बिजली के बिल के बोझ के तले कई किसानों की मौत हो गई। सरकार बिजली फ्री नहीं करेगी तब तक किसान सड़को पर ही रहेगा।

काला लहसुन: कम तीखा, पोषक तत्वो से भरपूर

काला लहसुन: कम तीखा, पोषक तत्वो से भरपूर
सरस्वती उपाध्याय
आज तक आपने एक ही प्रकार के लहसुन को देखा होगा और वो है सफेद लहसुन। पर क्या आप जानते हैं कि काला लहसुन भी होता है। जी हां, इसका छिलका तो सफेद ही रहेता है पर ये अंदर से पूरी तरह से काला नजर आएगा। आपको बतादें कि यह काला लहसुन का आज का नहीं बल्कि पुराने समय से हमारे देश में है। जिसका आयुर्वेद में कई औषधीय के तौर पर उपयोग किया जाता है।
आपको बतादें कि यह काला लहसुन कहीं अलग से उगाया नहीं जाता बल्कि यह सफेद लहसुन का फर्मेंटेशन रूप है। जो स्वाद में सफेद लहसुन के तुलना में कम तीखा होता है और पोषक तत्व इसमें भरपूर होते हैं। इस लहसुन का अगर आप लगातार सेवन करते हैं तो इससे सेहत को कई प्रकार के फायदें मिलते हैं।आइए जानते हैं इन फायदों (Benefits)के बारे में।
काला लहसुन में एंटी.बैक्टीरियल और एंटी.वायरल के गुण पाए जाते हैं जिसकी वजह से शुगर कंट्रोल में रहता है।
अगर आप भी अपने दिल का ख्याल रखना चाहते हैं तो आपको काले लहसुन का सेवन करना चाहिए। काले लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन गुण खून को पतला करने और हार्ट ब्लॉकेज से बचाने में मदद करता है।
काला लहसुन के सेवन से डाइजेशन भी अच्छी रहती है।इनमें पाए जाने वाले गुण खाना को पचाने में मदद करता है।
काला लहसुन के सेवन से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। दरअसल इसमें पाए जाने वाला एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है।
अगर आप काला लहसुन का लगातार सेवन करते हैं तो एलर्जी संबंधित रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। जैसे आप इसके सेवन से ठंड वाली और धूल से होने वाली एलर्जी को ठीक कर सकते हैं।

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पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...