इसको लेकर बीजेपी भी कांग्रेस की गहलोत सरकार पर हमलावर है। बीजेपी नेशनल आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कहा है कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा, ''राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना- यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म।'' इसके बाद एक और ट्वीट में मालवीय ने कहा, ''18 अप्रैल को राजस्थान के राजगढ़ कस्बे में बिना नोटिस प्रशासन ने 85 हिंदुओं के पक्के मकानों और दुकानों पर बुलडोजर चला दिया।''
शुक्रवार, 22 अप्रैल 2022
300 साल पुराने शिव मंदिर को जमींदोज किया
इसको लेकर बीजेपी भी कांग्रेस की गहलोत सरकार पर हमलावर है। बीजेपी नेशनल आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने कहा है कि हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना ही कांग्रेस का सेक्युलरिज्म है। मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा, ''राजस्थान के अलवर में विकास के नाम पर तोड़ा गया 300 साल पुराना शिव मंदिर करौली और जहांगीरपुरी पर आंसू बहाना और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाना- यही है कांग्रेस का सेक्युलरिज्म।'' इसके बाद एक और ट्वीट में मालवीय ने कहा, ''18 अप्रैल को राजस्थान के राजगढ़ कस्बे में बिना नोटिस प्रशासन ने 85 हिंदुओं के पक्के मकानों और दुकानों पर बुलडोजर चला दिया।''
अमृत महोत्सव के तहत स्वास्थ्य मेले का आयोजन
अमृत महोत्सव के तहत स्वास्थ्य मेले का आयोजन
भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर। आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) बघरा, बुढ़ाना में स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने किया। शाहपुर व चरथावल में जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने मेले का उद्घाटन किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड टीकाकरण, नियमित टीकाकरण, खून की जाँच, मलेरिया की जाँच, सामान्य औषधि, आयुष्मान कार्ड, आभा आईडी कार्ड, परिवार नियोजन की सुविधा निशुल्क उपलब्ध करायी गयी। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग, शिक्षा विभाग, कृषि विभाग आदि के द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में प्रदर्शनी लगाकर जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधित कई योजनाएं चलायी जा रही हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों अच्छा इलाज मिल रहा है। मेले में कोई भी व्यक्ति चिकित्सक से परामर्श कर दवा ले सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया, मेले के दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की ओर से चलाई जा रही योजनाओं व कार्यक्रमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया। मेले में सामान्य चिकित्सा, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार नियोजन परामर्श, मोतियाबिंद की जांच, कान, नाक एवं गले, दांतों की जांच, त्वचा की जांच, पोषण के लिए परामर्श, एड्स नियंत्रण के लिए परामर्श, कुष्ठ नियंत्रण, टीबी नियंत्रण, मलेरिया की जांच सुविधा उपलब्ध रही। हजारों लोगों ने स्वास्थ्य मेले का लाभ लिया।
खालिद के भाषण को अप्रिय व उकसाने वाला बताया
खालिद के भाषण को अप्रिय व उकसाने वाला बताया
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली दंगों से संबंधित षड्यंत्र मामलें के आरोपी उमर खालिद की एक याचिका की शुक्रवार को सुनवाई करते हुए नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) विरोधी आंदोलन के दौरान दिये गए उसके भाषण को अप्रिय और उकसाने वाला बताया। न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल और रजनीश भटनागर की खंडपीठ ने उमर खालिद के 17 मार्च 2020 के भाषण के एक विशेष वाक्य को संज्ञान में लेते हुए कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर इस तरह का भाषण देना दुनिया के किसी भी कोने में स्वीकार्य नहीं होगा। दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद(34) को सितंबर 2020 में गिरफ्तार कर उन पर उसे गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) की धाराएं लगाई थीं। पुलिस ने आरोप लगाया कि दिल्ली दंगे एक "पूर्व नियोजित, गहरी साजिश का हिस्सा थे जो उमर खालिद और अन्य लोगों द्वारा रची गई थी।"
उमर खालिद ने निचली अदालत के उस आदेश को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया, जिसमें उसे जमानत नहीं दी गई थी। निचली अदालत ने पिछले महीने यह कहते हुए जमानत देने से इनकार कर दिया था कि उसके खिलाफ यूएपीए "प्रथम दृष्टया" सही था।उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने उसके कृत्यों की समग्रता से जांच करते हुए कहा कि यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि दिल्ली की अदालत ने उसे जमानत देने से क्यों इनकार कर दिया, और उसके भाषण को उसके सामने रखने के लिए कहा। उमर खालिद सीएए-विरोधी प्रदर्शन के एक व्हाट्सऐप ग्रूप का हिस्सा था।
उमर खालिद के बचाव में उसके वकील ने कहा कि जिस अपराध के लिए उनके मुवक्किल को दोषी ठहराया जा रहा है, उस घटना के समय वह दिल्ली में मौजूद भी नहीं था।उन्होंने कहा, "पूरी दिल्ली में सारी हिंसा की लगभग 750 प्राथमिकियां दर्ज की गयीं। अचानक छह मार्च की यह ताजा प्राथमिकी आती है और उस प्राथमिकी में उमर खालिद का नाम आता है। उसमें जमानती अपराध थे। उस प्राथमिकी में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था।"अदालत ने पूछा, "आरोप पत्र दायर किया गया है? तो कौन सी धाराएं हैं जिनके साथ आप पर आरोप लगाया गया है?" वकील ने जवाब दिया कि आरोप तय नहीं किए गए हैं। जब फिर से आरोपों के बारे में सवाल किया गया, तो वकील ने कहा, "अफवाह ,माई लॉर्ड।"
उमर खालिद के वकील ने बताया कि सिर्फ एक भाषण था। पुलिस उस भाषण के लिए अनुरोध करने वाले टीवी चैनलों के पास गई। चैनलों ने उन्हें बताया कि उन्हें यह एक राजनेता से मिला है। यह भाषण अमरावती में दिया गया था। उन्होंने कहा, "इसके अलावा कोई और भाषण नहीं था। भाषण हिंदी में है। विशेष अदालत ने यह निष्कर्ष तक नहीं दिया कि यह भाषण भड़काऊ है।"इसके बाद खंडपीठ ने भाषण के मजमून की मांग की जिसे हिन्दी में अदालत के सामने पढ़ा गया।
उमर खालिद ने अपने भाषण में अमरावती को अपना घर बताते हुए कहा था कि उसे इस 'घर वापसी' से कोई समस्या नहीं है, लेकिन उसे दूसरे 'घर वापसी' से समस्या है। उसके वकील ने मजमून पढ़कर बताया कि अपने भाषण में उमर खालिद ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आरएसएस और हिंदू महासभा के ब्रिटिश सरकार के साथ कथित संबंधों का जिक्र किया था और शाहीन बाग में उन सभी महिलाओं को धन्यवाद दिया था जो उनके खिलाफ दुष्प्रचार के बावजूद प्रदर्शन पर बैठी थीं। वकील ने भाषण का अशं पढ़ा। जिसमें लिखा था, "आतंक के उस दौर में, अगर किसी ने बाहर निकलने की हिम्मत की, तो वह शाहीन बाग की महिलाएं थीं। उन्होंने शाहीन बाग को बदनाम करने की कोशिश की, लेकिन शाहीन बाग को चुप नहीं कराया जा सका।”
खंड पीठ ने यहां बात रोकते हुए कहा, "इन अभिव्यक्तियों का इस्तेमाल किया जा रहा है, क्या आपको नहीं लगता कि यह लोगों को उत्तेजित करती हैं? आपको नहीं लगता कि 'जब आपके पूर्वज अंग्रेजी की दलाली कर रहे थे' भड़काऊ भाषा है?" अदालत ने कहा, "इससे यह आभास होता है कि केवल एक समुदाय अंग्रेजों के खिलाफ लड़ रहा था। क्या गांधीजी ने कभी ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया था? क्या भगत सिंह ने कभी इसका इस्तेमाल किया था? क्या गांधीजी ने हमसे यही कहा था? हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ कोई समस्या नहीं है। लेकिन यह भाषा क्या है? क्या स्वतंत्र भाषण इन बयानों को बढ़ा सकता है? क्या यह 153 ए और 153 बी के प्रावधानों के साथ मेल खाता है?"
न्यायालय ने कहा, "हमें आश्चर्य नहीं है कि प्राथमिकी भाषण के इस हिस्से पर आधारित है। प्रथम दृष्टया यह स्वीकार्य नहीं है। यह लोकतंत्र और स्वतंत्र भाषण संसार के किसी भी कोने में स्वीकार्य नहीं है।अदालत ने सुनवाई की अगली तारीख 27 अप्रैल को मुकर्रर करते हुए कहा, "अगली तारीख पर, कृपया हमें इस मुद्दे पर भारतीय न्यायशास्त्र बतायें।"
अगले 4-5 साल के दौरान 1 लाख लोगों को रोजगार
अगले 4-5 साल के दौरान 1 लाख लोगों को रोजगार
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि ड्रोन सेवा क्षेत्र में अपार संभावनाएं है और यह क्षेत्र अगले चार-पांच साल के दौरान लगभग एक लाख लोगों को रोजगार देगा। सिंधिया ने इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईएसीसी) के एक कार्यक्रम में कहा, हमने ड्रोन क्षेत्र के लिए उत्पादन से जुड़ी एक योजना शुरू की है। जिसमे 60 करोड़ रुपये के कारोबार वाले ड्रोन विनिर्माण उद्योग को अगले तीन वर्षों में 120 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सिंधिया ने कहा, ड्रोन क्षेत्र में तेजी से विस्तार हो रहा है और इसके विनिर्माण में लगभग 5,000 करोड़ रुपये के निवेश की हम उम्मीद कर रहे हैं। ड्रोन सेवा क्षेत्र में हम अगले चार से पांच साल में 1,00,000 नौकरियों सृजित होने की उम्मीद कर रहे हैं। इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं है।
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महिलाओं के रिलेशनशिप के लिए एक गलत दृष्टिकोण
महिलाओं के रिलेशनशिप के लिए एक गलत दृष्टिकोण
कविता गर्ग
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री मलाइका अरोड़ा का मानना है कि भारत में महिलाओं के रिलेशनशिप के लिए एक गलत दृष्टिकोण है। लोग किसी महिला के लिए कम उम्र के पुरुष को डेट करना अक्सर अपवित्र मानतें हैं। अदाकारा ने भी कहा कि जब कोई महिला अपने से कम उम्र के लड़के को डेट करती हैं तो उसे ‘डेस्पेरेट’ ‘मौक़ापरस्त’ और ‘बुड्ढी’ कहा जाता है। बता दें कि मलाइका अरोड़ा बॉलीवुड की बिंदास अदाकारा में गिनी जाती हैं। उनका स्टाइल और उनका हाजिर जवाबी वाला अंदाज लोगों को काफी पसंद है। वह हमेशा से एक निडर शख्सियत रही हैं, जिन्होंने ट्रोलिंग और बेवजह आलोचना के बावजूद अपना सिर ऊंचा रखा है।को अक्सर उनके फैशन सेंस और अपने से छोटे एक्टर अर्जुन कपूर को डेट करने के लिए ट्रोल किया जाता है।
बता दें कि मलाइका तलाकशुदा हैं और वह एक बेटे की मां भी हैं। मलाइका अरोड़ा की शादी अरबाज खान से हुई थी। हालांकि शादी के 19 साल बाद कपल ने तलाक लेने का फैसला किया था। इसके बाद मलाइका अरोड़ा और अर्जुन कपूर के रिश्ते की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। मलाइका-अरबाज से एक बेटा भी है।‘हेलो’ के साथ बातचीत में मलाइका ने अपनी पर्सनल लाइफ पर बात करते हुए कई सवालों का बिंदास जवाब दिया। अदाकारा ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हमारे देश में महिला संबंधों के लिए एक गलत दृष्टिकोण हैै। रिपोर्ट के अनुसार, मलाइका ने कहा, “ब्रेकअप या तलाक के बाद महिलाओं का जीवन होना बहुत जरूरी है। हमारे देश में महिला संबंधों के लिए एक गलत धारणा बनी हुई है। किसी महिला के लिए कम उम्र के पुरुष को डेट करना अक्सर अपवित्र माना जाता हैै। ने आगे कहा कि तलाक के बाद महिलाओं के जीवन में ये जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि वह एक मजबूत महिला हैं और अब बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा, “मैं यह सुनिश्चित करने के लिए खुद पर काम करती हूं कि मैं हर दिन मजबूत, फिट और खुश हूं।
परीक्षा: 23 से प्रारंभ होगा कॉपियों का मूल्यांकन
परीक्षा: 23 से प्रारंभ होगा कॉपियों का मूल्यांकन
संदीप मिश्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) द्वारा हर साल कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इस साल यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा कुछ देरी के साथ 24 मार्च 2022 से शुरू होकर 13 अप्रैल 2022 तक चली थी। यूपी बोर्ड रिजल्ट से जुड़े सभी अपडेट्स upmsp.edu.in पर चेक करते रहें। यूपी बोर्ड प्रैक्टिकल परीक्षा 2022 शुरू हो चुकी है। इस साल प्रैक्टिकल परीक्षाओं को दो चरणों में थ्योरी एग्जाम के सेंटर पर ही आयोजित किया जा रहा है। वहीं, यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 की कॉपियों का मूल्यांकन प्रोसेस कल यानी 23 अप्रैल, 2022 से शुरू हो जाएगा।
इसके लिए बोर्ड ने कई गाइडलाइंस जारी की हैं। सभी शिक्षकों को इनका अनिवार्य रूप से पालन करना होगा। यूपी बोर्ड रिजल्ट (UP Board Results 2022) मई 2022 में upmsp.edu.in पर अपलोड किया जाएगा।यूपी बोर्ड माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 में शामिल हुए स्टूडेंट्स को एक्सट्रा मार्क्स मिलेंगे। पॉइंट्स में समझिए पूरा मामला।
1- बोर्ड परीक्षा में कुछ सवाल गलत थे, जिनके बदले में परीक्षार्थी को पूरे अंक दिए जाएंगे।
2- इस साल अच्छी हैंडराइटिंग के लिए भी स्टूडेंट्स को एक्सट्रा मार्क्स दिए जाने की बात सामने आई है।
3- यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों को स्टेप प्रोसेस में जांचा जाएगा। अगर 5 नंबर के सवाल में किसी छात्र ने दो स्टेप्स भी सही लिखे हैं तो उसे दो नंबर दिए जाएंगे।
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...