शनिवार, 12 मार्च 2022

भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद ब्याज में कटौती की

भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद ब्याज में कटौती की

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद मनमानी पर उतर आई है और वह उल्टे सीधे फैसले ले रही है। कांग्रेस प्रमुख संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कुछ अखबारों में छपी खबरों का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा ने विधानसभा के चुनाव जीतने के बाद पीएफ पर ब्याज में कटौती कर दी है और ब्याज दर 10 वर्ष के निकले स्तर पर पहुंचा दी है।
इसी तरह से लखीमपुर खीरी की घटना के गवाह को धमकाया जा रहा है। उन्होंने ट्वीट किया , “ क्या यू.पी में चुनावी जीत का मतलब ये है कि लखीमपुर खीरी नरसंहार के मुख्य गवाह सरदार दिलजोत सिंह को पीट कर और जान से मारने की धमकी दे चुप कर दिया जाएगा। योगी सरकार को जनमत मिला है, ये सच है, लेकिन अपराधियों को गवाह को पीटने-मारने का हक़ नहीं मिला। न्याय की पुकार रहेगी।” श्री सुरजेवाला ने कहा , “ देश के 84 प्रतिशत लोगों की आमदनी घट चुकी है।क्या चुनावी जीत के आधार पर करोड़ों कर्मचारियों की बचत पर धावा बोलना सही है। ईपीएफओ ने पीएफ जमा पर मिलने वाली ब्याज़ दरों में कटौती करते हुए इसे दस साल के सबसे निचले स्तर पर पहुँचा दिया है। क्या यही भाजपा की जीत का ‘रिटर्न गिफ़्ट’ है।

पीएफ पर मिलने वाले ब्‍याज की दर 8.1 फीसदी की

पीएफ पर मिलने वाले ब्‍याज की दर 8.1 फीसदी की 

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के बाद और होली से ठीक पहले केंद्रीय भविष्‍य निधि संगठन ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए पीएफ पर मिलने वाले ब्‍याज की दर को घटाकर 8.1 फीसदी कर दिया है। ईपीएफओ बोर्ड के फैसले पर वित्त मंत्रालय की मुहर लगने के बाद इसे अमल में लाया जाएगा। वित्त वर्ष 2020-21 के लिए पीएफ पर मिलने वाली ब्‍याज दर 8.5 फीसदी थी। विशेषज्ञों के मुताबिक ईपीएफओ द्वारा पीएफ की दर में 0.40 फीसदी की कटौती काफी बड़ी कटौती है, क्‍योंकि सामान्‍यत: ब्‍याज दर में चौथाई फीसदी तक की ही कटौती या बढ़ोतरी की जाती है।

ब्‍याज दर में कटौती का फैसला गुवाहाटी में ईपीएफओ सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की दो दिवसीय बैठक में लिया गया है। ईपीएफओ के फैसले से करीब 7 करोड़ ईपीएफ अंशधारकों को नुकसान उठाना पड़ेगा। मौजूदा बाजार की स्थिति और रूस-यूक्रेन क्राइसिस को देखते हुए यह माना जा रहा था कि इंट्रेस्ट रेट में कटौती की जा सकती है, पर इतनी बड़ी कटौती की उम्‍मीद नहीं थी। बता दें‍ कि पिछले दो सालों से ब्‍याज दर में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया था। हालांकि, चालू वित्त वर्ष में इसें 40 बेसिस प्वाइंट्स से घटा दिया गया है।

39 वर्षीय शख्स को रेप-ट्रिपल मर्डर केस में उम्रकैद

39 वर्षीय शख्स को रेप-ट्रिपल मर्डर केस में उम्रकैद   

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। एक प्रेग्नेंट महिला से रेप और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या एवं 2 और हत्या करने वाले शख्स को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। शख्स को कुल तीन हत्याओं के केस में दोषी पाया गया। जिसके बाद कोर्ट द्वारा उसे ये सजा दी गई। शख्स ने तीनों मर्डर 6 दिनों के अंदर किए थे। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, ये मामला ब्रिटेन के वेस्ट मिडलन्डस का है, जहां 39 वर्षीय एंथनी रसेल को रेप और ट्रिपल मर्डर केस में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। रसेल को जूली विलियम्स (58), उनके बेटे डेविड विलियम्स (31) और एक महिला निकोल मैकग्रेगर (31) की हत्याओं के लिए दोषी ठहराया गया। सुनवाई के दौरान एंथनी रसेल को साल 2020 में निकोल मैकग्रेगर के साथ रेप करने का भी दोषी पाया गया। निकोल उस समय 5 महीने की प्रेग्नेंट थी। रेप के बाद रसेल ने निकोल की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। सजा सुनाते हुए जज ने कहा कि ये "असाधारण गंभीर" मामला है। तीन हत्याएं हुईं, जो बेहद क्रूर थीं।
हाल ही में कोर्ट में सुनवाई के दौरान बताया गया कि जूली विलियम्स ने 23 अक्टूबर 2020 को अपने बेटे डेविड की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके दो दिन बाद जूली की गुमशुदगी की सूचना उसकी बहन ने पुलिस को दी। यानि जूली और डेविड दोनों गायब हो गए। बाद में पुलिस को जूली की लाश मिली। उसके शरीर में 100 ज्यादा चोट के निशान थे। इसके बाद पुलिस को डेविड की भी लाश बरामद हुई।
इस घटना के बाद लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद एंथनी रसेल शहर से भाग गया। लेमिंगटन शहर पहुंचने के कुछ घंटों बाद उसने निकोल मैकग्रेगर के साथ रेप किया और फिर उसकी हत्या कर दी। कुछ दिनों बाद निकोल की लाश घने जंगलों में पाई गई। उसके शरीर पर चोट के कई निशान थे। ये सब वारदातें एक हफ्ते से भी कम समय में हुई थीं।
तीनों हत्या के मोटिव को लेकर पुलिस का कहना है कि एंथनी रसेल को गलतफहमी थी कि डेविड का उसकी गर्लफ्रेंड से अफेयर था। इसलिए उसने डेविड की हत्या कर दी। लेकिन जब उसकी मां पुलिस तक पहुंची तो रसेल ने डेविड की मां जूली की भी हत्या कर दी। रसेल ने निकोल की हत्या क्यों की इसके पीछे तर्क दिया कि उसने रेप की करतूत को छिपाने के लिए ऐसा किया।

कांग्रेसी नेता अधीर ने सीएम ममता को पागल बताया

कांग्रेसी नेता अधीर ने सीएम ममता को पागल बताया  

मिनाक्षी लोढी       
कोलकाता। कांग्रेसी नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी को पागल बताया। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस की वजह से ममता है। गोवा में भाजपा को खुश करने के लिए उसने कांग्रेस को हरा दिया। अधीर रंजन ने कहा कि ममता बनर्जी से कहा कि आप कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? अगर कांग्रेस नहीं होती तो ममता बनर्जी जैसे लोग पैदा नहीं होते। उन्‍हें यह याद रखना चाहिए। वे भाजपा को खुश करने के लिए गोवा गई। उन्होंने कांग्रेस को हरा दिया। आपने गोवा में कांग्रेस को कमजोर किया, यह सब जानते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पागल व्यक्ति को जवाब देना सही नहीं है। पूरे भारत में कांग्रेस के 700 विधायक हैं। दीदी के पास हैं? कांग्रेस के पास विपक्ष के कुल वोट शेयर का 20% है। क्या उनके पास है?
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वे (ममता बनर्जी) भाजपा को खुश करने और भाजपा के एजेंट के रूप में काम करने के लिए ऐसा कह रही हैं। प्रासंगिक बने रहने के लिए वह इस तरह की बातें कहती हैं।
जानकारी हो कि पांच राज्‍यों में चुनाव का परिणाम आने के बाद ममता बनर्जी ने एक बयान दिया था। उन्‍होंने कहा था कि सभी राजनीतिक दल जो भाजपा से लड़ना चाहते हैं, उन्हें साथ चलना चाहिए। कांग्रेस अपनी विश्वसनीयता खो रही है। हम कांग्रेस पर निर्भर नहीं रह सकते हैं।

अभिनेत्री श्वेता ने मीडिया पर अपनी फोटो शेयर की

अभिनेत्री श्वेता ने मीडिया पर अपनी फोटो शेयर की  

कविता गर्ग     

मुंबई। टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस श्वेता तिवारी हमेशा की तरह इस बार भी फैन्स का दिल जीतती नजर आईं‌। जबसे एक्ट्रेस ने वेट लूज किया है। सोशल मीडिया पर इनकी केवल तारीफ ही हो रही है। टोन्ड बॉडी और फिटनेस के जरिए श्वेता तिवारी हर किसी को अपने लुक्स से 'घायल' कर रही हैं‌। एक बार फिर श्वेता तिवारी ने लोगों को अपना दीवाना बना लिया है। दरअसल, श्वेता तिवारी ने खुद की एक फोटो शेयर की है। जिसमें वह ब्लैक लेदर स्कर्ट, फिटेड हॉल्टर टॉप और हाई हील्स पहने दिखीं। 

इस फोटो में इनकी फिटनेस काबिले-तारीफ नजर आई। इस फोटो को देखकर फैन्स इनके एक बार फिर दीवाने हो गए हैं‌। बेटी पलक तिवारी  को भी इनका अंदाज काफी पसंद आया है। मां को 'क्वीन' बताकर पलक ने कॉमेंट किया है। ऐश्ली रेबेलो ने क्लिक की हुई है। न्यूड मेकअप, ब्लू आई शैडो के साथ चंकी नेक एक्सेसरीज पहनी हुई है। हाथ में ब्रेस्लेट और एक हाथ में गोल्ड की रिंग पहनी है। थाई हाई स्लिट में श्वेता वाकई में बेहद खूबसूरत और फिट नजर आ रही हैं। कानों में हूप्स पहने हैं और बालों को खुला रखा है। होटल की लॉबी में श्वेता तिवारी पोज देती नजर आ रही हैं। फैन्स श्वेता तिवारी की फोटो पर लगातार कॉमेंट्स कर रहे हैं। एक फैन ने लिखा, "फिटनेस हो तो ऐसी। वहीं, एक और फैन ने लिखा, "आप एक रॉकस्टार हो। हमेशा ऐसी ही रहना।

सोशल मीडिया पर 'पिंक टी' का वीडियो वायरल हुआ

सोशल मीडिया पर 'पिंक टी' का वीडियो वायरल हुआ   

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। भारत में चाय पीने के शौकीन लोगों की कमी नहीं है। उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक भारत में बनाने के तरीके और टेस्ट भी भले ही कुछ अंतर आ जाता हो, लेकिन चाय पूरे देश में खूब शौक से पी जाती है, लेकिन हाल ही सोशल मीडिया पर 'पिंक टी' का वीडियो खूब वायरल हो रहा है और इस वीडियो को 1 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है।

दरअसल पिंक टी के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक स्ट्रीट वेंडर पिंक कलर की खास चाय बनाता है। लोग इस पिंक टी को पीने के लिए बेताब हो रहे हैं। पिंक टी के इस वीडियो को अब तक 11 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं और 4 लाख से ज्यादा लोग इसे लाइक कर चुके हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि दुकानदार सबसे पहले एक कप में फैन तोड़कर डालता है। बाद में घर का बना सफेद मक्खन का एक टुकड़ा डालें।

विश्वविद्यालयों में 'पीएचडी' की डिग्री अनिवार्य नहीं

विश्वविद्यालयों में 'पीएचडी' की डिग्री अनिवार्य नहीं  

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। देश के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने का ख्वाब देख रहे युवाओं के लिए राहत भरी खबर है। अब केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पढ़ाने के लिए पीएचडी की डिग्री अनिवार्य नहीं होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ( यूजीसी ) ने पीएचडी की अनिवार्यता को खत्म करने का फैसला किया है। यूजीसी के इस फैसले से संबंधित विषय के विशेषज्ञ यूनिवर्सिटी में पढ़ा सकेंगे। स्टूडेंट्स को भी इसका फायदा मिलेगा।

इसके अलावा यूजीसी कई नए और विशेष पदों को सृजित करने की भी योजना बना रहा है। इन पदों पर नियुक्ति के लिए पीएचडी की आवश्यकता नहीं होगी। टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ये पद प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस व एसोसिएट प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस हो सकते हैं। इस संबंध में यूजीसी चेयरमैन एम जगदेश कुमार ने कहा, 'कई विशेषज्ञ हैं जो पढ़ाना चाहते हैं। कोई ऐसा व्यक्ति हो सकता है जिसने बड़ी परियोजनाओं को लागू किया हो और जिसके पास जमीनी स्तर का काम करने का अनुभव हो, ये कोई कोई महान नर्तक या संगीतकार भी हो सकता है। 
जगदेश कुमार ने कहा, 'लेकिन हम उन्हें मौजूदा नियमों के अनुसार नियुक्त नहीं कर सकते। इसलिए यह स्पेशल पद सृजित करने का फैसला किया गया है जिनके लिए पीएचडी डिग्री की जरूरत नहीं होगी। एक्सपर्ट्स को सिर्फ अपना अनुभव दिखाना होगा।' इस मसले पर यूजीसी अध्यक्ष के साथ केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपतियों (वीसी) की बैठक के दौरान प्रस्ताव पर चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नियमों में संशोधन पर काम करने के लिए एक समिति गठित करने का फैसला किया गया। बैठक अन्य बातों के अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के कार्यान्वयन में प्रगति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई थी।
इन सबके अलावा यूजीसी की योजना एक ऐसा पोर्टल शुरू करने की भी है जिसके जरिए शिक्षकों की भर्ती का हिसाब-किताब रखा जा सके। इससे शिक्षकों की नियुक्तियों प्रक्रिया में देरी नहीं होगी। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक दिसंबर 2021 तक केंद्र वित्त पोषित संस्थानों में 10 हजार से ज्यादा शैक्षणिक पद खाली पड़े हैं।

एमपी: लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसलीं एयर फ्लाइट

एमपी: लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसलीं एयर फ्लाइट  

मनोज सिंह ठाकुर      
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में डुमना एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा होते-होते बच गया। दिल्ली से आ रही भारतीय एयर फ्लाइट, एआरटी-72-600 लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसल गई। बाद में नियंत्रण कर सबकुछ ठीक जरूर किया गया, लेकिन 55 यात्रियों की जान जोखिम में आ गई थी। अभी के लिए सभी सुरक्षित हैं।
ये घटना दोपहर 1.13 पीएम की है, जब दिल्ली से आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट को डुमना एयरपोर्ट पर लैंड करना था। 
अब जब फ्लाइट हवाई पट्टी पर उतरने वाली थी, तब पायलट ने नियंत्रण खो दिया और विमान रनवे से फिसल गया। बाद में तुरंत अपनी सूझबूझ से पायलट ने विमान को फिर नियंत्रण में लाया और सभी यात्रि सुरक्षित कर लिए गए। उस समय 55 यात्री के अलावा 5 क्रू मेंबर भी मौजूद थे। हादसे के बाद डीसीजीए ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इस हादसे की वजह जानने का प्रयास किया जा रहा है।

एआईसीसी कार्यालय में होगी 'सीडब्ल्यूसी' की बैठक

एआईसीसी कार्यालय में होगी 'सीडब्ल्यूसी' की बैठक  

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक रविवार को 4 बजे, दिल्ली में एआईसीसी कार्यालय में होगी। जिसमें 5 राज्यों में चुनावी हार और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा होगी।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों में सभी जगह से कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी में सुधार की मांग उठाने को लेकर कल जी-21 नेताओं की बैठक बुलाई गई थी।सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हो रही इस बैठक में कपिल सिब्बल, अखिलेश प्रसाद सिंह, मनीष तिवारी और कुछ अन्य नेता शामिल हुए थे। ये बैठक दिल्ली में हुई‌। सूत्रों के मुताबिक, देर रात चली बैठक में कई मसलों पर फैसला हुआ।

ब्राह्मणों को एकजुट करने की जिम्मेदारी सौंपी

ब्राह्मणों को एकजुट करने की जिम्मेदारी सौंपी      

संदीप मिश्र          

शाहजहांपुर। विधानसभा चुनाव में इस बार सर्वाधिक केंद्र बिंदु में ब्राह्मण ही रहे। चुनाव के दौरान यह भी खूब प्रचारित किया गया कि ब्राह्मण भाजपा से नाराज हैं। हालांकि मुख्यमंत्री समेत तमाम वरिष्ठ नेता इस बात को नकारते ही रहे, इसके बावजूद ब्राह्मणों को साधने की कवायद भी चलती रही। इसी कवायद के एक हिस्से के रूप में कांग्रेस के नेता जितिन प्रसाद को बतौर ब्राह्मण चेहरा भाजपा में शामिल किया गया और उन्हें ब्राह्मणों को समझाने और एकजुट करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई।

इस जिम्मेदारी को जितिन प्रसाद बहुत ही खामोशी से निभाकर एक तरफ हट गए। शहर सीट से भाजपा के दिग्गज नेता सुरेश कुमार खन्ना की नौवीं जीत काफी हद तक जितिन प्रसाद की ही देन है। यदि ब्राह्मण वोट नहीं साधा गया होता, तो इस बार खन्ना की हवाइयां उड़ चुकी होतीं। वैसे भी जीत के बाद से ही रोजा मंडी मतगणना स्थल पर सभी भाजपाई एक ही बात कहते घूम रहे थे कि इस बार गोली कनपटी से निकल गई। वहीं, भाजपा से निकाले जाने के बाद सपा का दामन थामने वाले जितिन के चचेरे भाई जयेश प्रसाद ने भी विप्रों को साधने के लिए कई मीटिंगें की, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी।

जितिन प्रसाद वाला कमाल जलालाबाद में सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक शरदवीर सिंह ने किया, जिस कारण इस विधानसभा में भाजपा खाता खोलने में कामयाब हो सकी। वैसे देखा जाए तो राजनीति का खेल बाकई बहुत घिनौना है। अब देखिए कि अंतिम नगर पालिका अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा से जयेश प्रसाद की पत्नी नीलिमा प्रसाद चुनाव मैदान में थीं और सपा से पार्टी जिलाध्यक्ष और तत्कालीन निवर्तमान चेयरमैन तनवीर खां की वालिदा जहांआरा उम्मीदवार थीं।

इस चुनाव में जयेश प्रसाद समेत पूरा भाजपाई अमला तनवीर खां का बर्चस्व तोड़ने में लगा था, लेकिन कामयाबी नहीं मिली और जीत जहांआरा की ही हुई, इससे पहले तनवीर खां ही चेयरमैन बनते आए थे। विधानसभा चुनाव में वही जयेश प्रसाद तनवीर के पक्ष में ब्राह्मणों यानि विप्रवरों को एकजुट करने में जुटे थे। अगर जयेश प्रसाद के प्रयास सफल हो जाते तो भी सुरेश खन्ना की पराजय पक्की थी और अपने वर्ग के सहारे खन्ना को घेरने वाले तनवीर खां के मंसूबे पूरे हो जाते, लेकिन ऐसा हो नहीं सका।

वहीं, जितिन प्रसाद इस मामले में बाजी मार ले गए और पूरे अंक बटोर कर चुपचाप किनारे हट गए। विप्र समाज जितिन के पीछे-पीछे ही था। लोगों की माने तो खन्ना की जीत में जितिन प्रसाद का बड़ा हाथ है। वहीं, चुनाव में खन्ना ने जिस तरह से ककरांकला को विकास का केंद्र बनाया और उसे तब न्यू सिटी घोषित किया, जब ककराकलां की हालत ऐसी थी कि वहां लोग जाना तक पसंद नहीं करते थे।

क्षेत्र में जबरदस्त विकास कराने के बाद खन्ना इस मुगालते में आ गए कि इस बार वहां के लोग उन्हें जरूर वोट देंगे, लेकिन बताया जाता है कि ककराकलां से खन्ना को जो वोट मिले वह दहाई के आंकड़े वाले भी नहीं थे। कमोवेश यही हाल मोहल्ला किला का भी रहा। यहां खन्ना की मीटिंगें कराकर उन्हें न सिर्फ सम्मानित किया गया, बल्कि भरोसा भी दिया गया कि इस बार वोट उन्हें ही दिया जाएगा, लेकिन यहां भी इसका उल्टा ही हुआ।

इसी तरह विधानसभा जलालाबाद में भाजपा जिलाध्यक्ष हरि प्रकाश वर्मा की जीत में सपा विधायक शरदवीर सिंह का बड़ा हाथ रहा, जो चुनाव से ठीक पहले टिकट नहीं मिलने पर सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे और उन्होंने भाजपा को जिताने तथा सपा प्रत्याशी नीरज कुशवाहा को हराने का संकल्प ले लिया था। इसके बाद वह हरि प्रकाश वर्मा के साथ क्षेत्र के ठाकुरों और ब्राह्मणों को एकजुट करने में कामयाब रहे। मतगणना में नीरज कुशवाहा और हरि प्रकाश वर्मा में कांटे की टक्कर दिखाई दी। अंत में भले ही जीत हरि प्रकाश वर्मा के हिस्से आई हो, लेकिन इस जीत में शरदवीर सिंह का भी योगदान है।

यूके-बिहार: गंगा नदी की जल गुणवत्ता में सुधार

यूके-बिहार: गंगा नदी की जल गुणवत्ता में सुधार 

पंकज कपूर     

पटना/देहरादून। बिहार और उत्तराखंड राज्यों में गंगा नदी की जल गुणवत्ता में सुधार हुआ है और अब जैविक ऑक्सीजन मांग (बीओडी) में कमी आने के साथ यहां इसका पानी नहाने योग्य है। इससे स्पष्ट है कि नदी के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़ों में दी गई है। बीओडी पानी की गुणवत्ता तय करने का अहम मानक है।

इसका अभिप्राय जैविक जंतुओं द्वारा ऑक्सीजन के उपभोग से है। निम्न मूल्य होने का अभिप्राय पानी की बेहतर गुणवत्ता से है। आंकड़ों के मुताबिक गंगा का पानी नहाने के मानक के अनुकूल मिला जो अन्य तथ्यों के साथ प्रति लीटर पानी में तीन मिलीग्राम बीओडी की मांग होने पर होता है। ‘पीटीआई-भाषा’ से साझा किए गए आंकड़ों में गंगाजल की वर्ष 2015 और 2021 की तुलना की गई है। जिसके मुताबिक उत्तराखंड (हरिद्वार से सुल्तानपुर तक) और बिहार (बक्सर से भागलपुर तक)के हिस्से में गंगाजल में बीओडी का स्तर तीन मिलीग्राम प्रति लीटर रहा जो अप्रदूषित की श्रेणी में आता है। स्वच्छ गंगा के राष्ट्रीय मिशन (एनएमाीजी) के महानिदेशक जी अशोक कुमार ने बताया कि गंगा नदी के दो अन्य मार्गों जो उत्तर प्रदेश के कन्नौज से वाराणसी के बीच और पश्चिम बंगाल में त्रिवेणी से डायमंड हार्बर के बीच प्रदूषण का स्तर श्रेणी पांच में रहा जो न्यूनतम है। इस श्रेणी में बीओडी का स्तर प्रति लीटर तीन से छह मिलीग्राम होता है।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2015 के मुकाबले 2021 में जल गुणवत्ता में सुधार आया है क्योंकि बिहार में बीओडी का स्तर 7.8 से 27 मिलीग्राम प्रति लीटर (दूसरी श्रेणी) था जबकि उत्तर प्रदेश में यह तीसरी श्रेणी यानी 3.8 से 16.9 मिलीग्राम प्रति लीटर बीओडी थी। हालांकि, वर्ष 2015 के मुकाबले वर्ष 2021 में पश्चिम बंगाल से गुजरने वाली गंगा के हिस्से के बीओडी में बहुत सुधार नहीं हुआ और मामूली सुधार के साथ त्रिवेणी से डायमंड हार्बर तक यह पांचवी श्रेणी में बनी रही। यह 3.1 से 5.8 मिलीग्राम प्रति लीटर से घटकर 1.3 से 4.3 मिलीग्राम प्रति लीटर पर आ गई। उल्लेखनीय है कि बीओडी छह मिलीग्राम प्रति लीटर से अधिक होने पर पानी को प्रदूषित माना जाता है और उपचारात्मक कार्रवाई की जरूरत होती है।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...