गुरुवार, 10 मार्च 2022

यूपी: पूर्ण बहुमत हासिल किया, पीएम ने दी बधाई

यूपी: पूर्ण बहुमत हासिल किया, पीएम ने दी बधाई   
अकाशुं उपाध्याय/हरिओम उपाध्याय/बृजेश केसरवानी/संदीप मिश्र
    
नई दिल्ली/लखनऊ। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पंजाब को छोड़कर बाकी चार राज्यों में प्रचंड जीत हासिल की है। गोवा में भाजपा ने 40 सीटों में से 18 सीट हासिल कर ली है, कांग्रेस को 12 सीटों पर संतोष करना पड़ा, 10 सीटों पर अन्य जीत हासिल करने में सफल रहें। वही, मणिपुर की कुल 60 सीटों में से भाजपा ने 31, कांग्रेस ने 7 और अन्य ने 22 सीटों पर जीत हासिल की।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा ने पुनः पूर्ण बहुमत हासिल करने में सफलता प्राप्त कर ली है। साथ ही प्रदेश में पिछले 35 वर्षों से प्रत्येक पंचवर्षीय योजना के बाद दल एवं मुख्यमंत्री परिवर्तन होता रहा है। किंतु विधानसभा चुनाव 2022 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह मिथक टूट गया है। योगी आदित्यनाथ पुनः प्रदेश की सरकार की कमान संभालेंगे। प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से भाजपा को 269 सपा गठबंधन 124 व 10 सीटों पर अन्य के द्वारा जीत हासिल की गई। 
देखें प्रदेश की लिस्ट...
आगरा कैंट- जीएस धर्मेश (भाजपा)
आगरा नॉर्थ- पुरोषोत्तम खंडेलवाल (भाजपा)
आगरा ग्रामीण- बेबी रानी मौर्य (भाजपा)
आगरा साउथ- योगेंद्र उपाध्याय (भाजपा)
अजगरा- त्रिभुवन राम (भाजपा)
अकबरपुर- राम अचल राजभर (सपा)
अकबरपुर रानिया- प्रतिभा शुक्ला (भाजपा)
अलापुर- त्रिभुवन दत्त (सपा)
अलीगंज- सत्यपाल राठौड (भाजपा)
अलीगढ़- जफर आलम (सपा)
इलाहाबाद नार्थ- हर्षवर्धन बाजपेयी (भाजपा)
इलाहाबाद साउथ- नंद गोपाल नंदी (भाजपा)
इलाहाबाद वेस्ट- सिद्धार्थ नाथ सिंह (भाजपा)
अमनपुर- हरीओम (भाजपा)
अमेठी- महाराजा प्रजापति (सपा)
अमृतपुर- सुशील शाक्य (भाजपा)
अमरोहा- महबूब अली (सपा)
अनूपशहर- संजय शर्मा (भाजपा)
ओनला- धर्मपाल सिंह (भाजपा)
आर्यनगर- सुरेश अवस्थी (भाजपा)
असमोली- पिंकी सिंह (सपा)
अतरौली- संदीप सिंह (भाजपा)
अतरौलिया- डॉ संगम (सपा)
ओरई- अंजनी (सपा)
ओरैया- गुडिया कथेरिया (भाजपा)
अयाह शाह- विवके गुप्ता (भाजपा)
अयोध्या- वेद प्रकाश (भाजपा)
आजमगढ़- दुर्गा प्रसाद (सपा)
बाबागंज- विनोद कुमार (जेडीएल)
बाबेरू- विशंभर सिंह यादव (सपा)
बबीना- राजीव सिंह (भाजपा)
बछरावन- श्याम सुंदर (सपा)
बदायूं- महेशचंद्र गुप्ता (भाजपा)
बदलापुर- रमेशचंद मिश्रा (भाजपा)
बागपत- योगेश धामा (भाजपा)
बाह- रानी पक्षालिखा (भाजपा)
बहेडी- अताउरर्हमान (सपा)
बहराइच- यासर शाह (सपा)
बेरिया-जय प्रकाश अंचल (सपा)
बख्शी का तालाब- योगेश शुक्ला (भाजपा)
बालामऊ- रामपाल वर्मा (भाजपा)
बलदेव- पूरण प्रकाश (भाजपा)
बलहा- सरोज सोनकर (भाजपा)
बलियानगर- दयाशंकर सिंह (भाजपा)
बलरामपुर- पलटूराम (भाजपा)
बांदा- प्रकाश द्विवेदी (भाजपा)
बांगरमऊ- श्रीकांत कटियार (भाजपा)
बंशडीह- केतकी सिंह (भाजपा)
बंशगांव- विमलेश पासवान (भाजपा)
बंशी- जय प्रताप सिंह (भाजपा)
बारा- वाचस्पति (अपना दल एस)
बाराबंकी- धर्मराज यादव (सपा)
बरौली- जयवीर सिंह (भाजपा)
बड़ौत- जयवीर (राष्ट्रीय लोकदल)
बरेली- अरुण कुमार (भाजपा)
बरेली कैंट- संजीव अग्रवाल (भाजपा)
बरहाज- दीपक कुमार (भाजपा)
बरहापुर- कपिल कुमार (सपा)
बरखेड़ा- जयद्रथ (भाजपा)
बस्ती सदर- दयाराम चौधरी (भाजपा)
बेहट- उमर अली खान (सपा)
बेलथारा रोड- हंसू राम (सुहेलदेव समाज पार्टी)
भदौही- रविंद्र नाथ त्रिपाठी (भाजपा)
भगवंतनगर- आशुतोष शुक्ला (भाजपा)
भरथाना- राघवेंद्र कुमार (सपा)
भटपर रानी- सभाकुंवर (भाजपा)
भिंगा- इंद्रानी देवी (सपा)
भोगनीपुर- राकेश सचान (भाजपा)
भोजीपुरा- साजिल इस्लाम (सपा)
भोजपुर- नागेंद्र सिंह (भाजपा)
भनगांव- रामनरेश (भाजपा)
बिधुना- रेख वर्मा (सपा)
बिजनौर-सुचि (भाजपा)
बिकापुर- अमित सिंह (भाजपा)
बिलारी- फहीम इरफान (सपा)
बिलासपुर-अमरजीत सिंह (सपा)
बिलग्राम-मल्लानवन- आशीष कुमा सिंह (भाजपा)
बिल्हौर- मोहित सोनकर (भाजपा)
बिल्सी- हरीशचंद्र (भाजपा)
बिंदकी- जय कुमार सिंह (अपना दल एस)
बिलासपुर- विवेक कुमार (भाजपा)
बिसौली- कुशाग्र सागर (भाजपा)
बिसवान- निर्मल वर्मा (भाजपा)
बिथारी चैनपुर- राघवेंद्र शर्मा (भाजपा)
बिठूर- अभिजीत सिंह (भाजपा)
बुढ़ाना- राजपाल बालियान (राष्ट्रीय लोकदल)
बुलंदशहर- प्रदीप कुमार चौधरी (भाजपा)
कैम्पियारगंज- फतेह बहादुर (भाजपा)
छैल- पूजा पाल (सपा)
चकिया- कैलाश (भाजपा)
चमराऊ- नसीर अहमद (सपा)
चंदौसी- गुलाब देवी (भाजपा)
चांदपुर- स्वामी ओमवेश (सपा)
चरखारी- ब्रजभूषण राजपूत (भाजपा)
चरथावल- पंकज मलिक (सपा)
चौरीचौरा- श्रवण कुमार (भाजपा)
छानबे- राहुल प्रकाश (अपना दल एस)
छपरौली-अजय कुमार (राष्ट्रीय लोकद)
छर्रा- रावेंद्र पाल (भाजपा)
छाता- लक्ष्मी नारायण (भाजपा)
छिबरामऊ- अर्चना पांडे (भाजपा)
चिल्लूपर- राजेश त्रिपाठी (भाजपा)
चित्रकूट- अनिल कुमार (सपा)
चुनार- अनुराग सिंह (भाजपा)
कर्नलगंज- अजय (भाजपा)
दादरौल- मानवेंद्र सिंह (भाजपा)
दादरी- तेजपाल नागर (भाजपा)
दरियाबाद- सतीशचंद्र (भाजपा)
दातागंज- राजीव सिंह (भाजपा)
डिबाई-चंद्रपाल सिंह (भाजपा)
देवबंद- ब्रजेश (भाजपा)
देवरिया- शलभ मणि (भाजपा)
धामपुर- नईम हसन (सपा)
धनौरा- राजीव कुमार (भाजपा)
धनघाट- गणेशचंद (भाजपा)
धौरहरा- विनोद सोनकर (भाजपा)
धोलाना- धर्मेंश सिंह (भाजपा)
दिबियापुर- लखन सिंह (भाजपा)
दीदारगंज- कमलकांत (सपा)
डूमरियागंज- सादिया (सपा)
दुद्धी- रामदुलार (भाजपा)
एटा- विपिन कुमार (भाजपा)
इटावा- सरिता (भाजपा)
एत्मादपुर- धर्मपाल सिंह (भाजपा)
फरीदपुर- श्याम बिहारी (भाजपा)
फर्रुखाबाद- मनोज सुनील (भाजपा)
फतेहाबाद- छोटे लाल (भाजपा)
फतेहपुर- चंद्र प्रकाश (सपा)
फतेहपुर सीकरी- बाबूलाल (भाजपा)
फाजिलनगर- सुरेंद्र कुशवाहा (भाजपा)
फिरोजाबाद- मनीष असिजा (भाजपा)
गैंसरी- शैलेश कुमार (भाजपा)
गंगोह- कीरत सिंह (भाजपा)
गरौठा- जवाहर लाल (भाजपा)
गढ़मुक्तेश्वर- हरेंद्र सिंह (भाजपा)
गौरा- प्रभात कुमार (भाजपा)
गौरीगंज- राकेश प्रतार (सपा)
घाटमपुर- सरोज (अपना दल एस)
गाजियाबाद- अतुल गर्ग (भाजपा)
गाजीपुर- संगीता बलवंत (भाजपा)
घोरावल- अनिल मौर्या (भाजपा)
घोसी- दारा सिंह (सपा)
गोला- अरविंद गिरी (भाजपा)
गोंडा- प्रतीक भूषण (भाजपा)
गोपालपुर- नफीस अहमद (सपा)
गोपामऊ- स्याम प्रकाश (भाजपा)
गोरखपुर ग्रामीण- बिपिन सिंह (भाजपा)
गोरखपुर शहरी- आदित्यनाथ योगी (भाजपा)
गोशैनगंज- अभय सिंह (सपा)
गोवर्धन- मेघश्याम (भाजपा)
गोविंदनगर- सुरेंद्र मिठानी (भाजपा)
गुन्नौर-रामखिलाडी सिंह (भाजपा)
ज्ञानपुर- विपुल दुबे (निषाद पार्टी)
हैदरगढ़- दिनेश रावत (भाजपा)
हमीरपुर- मनोज कुमार (भाजपा)
हंडिया- हकीम लाल (सपा)
हापुड़- विजय पाल (भाजपा)
हरचंदपुर- राहुल राजपूत (सपा)
हरदोई- नितिन (भाजपा)
हरगांव- सुरेश राही (भाजपा)
हरैया- अजय सिंह (भाजपा)
हसनपुर- महेंद्र (भाजपा)
हस्तिनापुर- दिनेश (भाजपा)
हाटा – मोहन (भाजपा)
हाथरस- अंजुला सिंह (भाजपा)
हुसैनगंज- उषा मौर्य (सपा)
इगलास-राजकुमार (भाजपा)
इसौली- ओम प्रकाश (भाजपा)
इटवा- माता प्रयाद पांडेय (सपा)
जदीशपुर- सुरेश कुमार (भाजपा)
जहानाबाद- राजेंद्र सिंह (भाजपा)
जखानियां- बेदी (सुभाषपा)
जलालाबाद- हरी प्रकाश (भाजपा)
जलालपुर- राकेश पांडे (सपा)
जलेसर- रंजीत सुमन (सपा)
जंगीपुर- वीरेंद्र यादव (सपा)
जसराना- सचिन यादव (सपा)
जसवंतनगर- शिवपाल यादव (सपा)
जौनपुर- अरशद खान (सपा)
जेवर- धीरेंद्र सिंह (भाजपा)
झांसी- रवि शर्मा (भाजपा)
कादीपुर- राजेश कुमार (भाजपा)
कैमगंज- सुरभि (अपना दल एस)
कैराना- नाहिद हसन (सपा)
कैसरगंज- आनंद कुमार (सपा)
कालपी-छोटे सिंह (निषाद पार्टी)
कल्याणपुर- नीलिमा कटियार (भाजपा)
कन्नौज- असीम अरुण (भाजपा)
कानपुर कैंट- मौहम्मद हसन (सपा)
कांठ- कमाल अख्तर (सपा)
कपिलवस्तु- श्यामधानी राही (भाजपा)
कप्तानगंज- कविंद्र चौधरी (सपा)
कराछना- पीयूष रंजन (भाजपा)
करहल- अखिलेश यादव (सपा)
कासगंज- देवेंद्र सिंह (भाजपा)
कस्ता- सौरभ सिंह (भाजपा)
कटेहारी- लालजी वर्मा (सपा)
कटरा- राजेश यादव (सपा)
कटरा बाजार- बवन सिंह (भाजपा)
काराकट- तूफानी सरोज (सपा)
खड्डा- विवेद पांडे (निषाद)
खागा- कृष्णा पासवान (भाजपा)
खैर- अनूप सिंह (भाजपा)
खिजानी- श्रीराम चौहान (भाजपा)
खलीलाबाद- दिग्विजय नारायण (सपा)
खतौली- विक्रम सिंह (भाजपा)
खेरागढ़- भगवान सिंह (भाजपा)
खुर्जा- मीनाक्षी सिंह (भाजपा)
किदवई नगर- महेश त्रिवेदी (भाजपा)
किशनी- ब्रजेश कठारिया (सपा)
किठौर- शाहिद मंजूर (सपा)
कोइल- अनिल पराशर (भाजपा)
कोरांव- राजमनी (भाजपा)
कुण्डा- रघुराज प्रतार सिंह (जेडीएल)
कुंदरकी- जियाउरर्हमान (सपा)
कुरसी- सकेंद्र प्रताप (भाजपा)
कुशीनगर- पानचंद पाठक (भाजपा)
लहरपुर- अनिल वर्मा (भाजपा)
लखीमपुर- उत्कर्ष वर्मा (सपा)
लालगंज- बेचई (सपा)
ललितपुर- रामरतन (भाजपा)
लंभुआ- सीताराम वर्मा (भाजपा)
लोनी-नंदकिशोर (भाजपा)
लखनऊ कैंट- ब्रजेश पाठक(भाजपा)
लखनऊ सेंट्रल- रविदास (सपा)
लखनऊ पूर्व- आशुतोष टंडन (भाजपा)
लखनऊ उत्तर- पूजा शुक्ला (सपा)
लखनऊ पश्चिम- अंजनी कुमार (भाजपा)
मछलीशहर- डॉ रागिनी (सपा)
मधुआगढ़- मूल चंद्र (भाजपा)
मधुबन- राम बिलास (भाजपा)
महादेव- दूधराम (सुभासपा)
महाराजगंज- जय मंगल (भाजपा)
महाराजपुर- सतीश महाना (भाजपा)
महासी- सुरेशस्वर सिंह (भाजपा)
महमूदाबाद- आशा मौर्या (भाजपा)
महोबा- राकेश कुमार (भाजपा)
महोली- शशांक त्रिवेदी (भाजपा
मैनपुरी- जयवीर सिंह (भाजपा)
मझवां- विनोद कुमार (निषाद)
मल्हानी- लकी यादव (सपा)
मलिहाबाद-जयदेवी (भाजपा)
मानिकपुर- अवीनाश चंद्र (अपना दल एस)
मंझनपुर- इंद्रजीत सरोज (सपा)
मनकपुर- रामापति शास्त्री (भाजपा)
मांट- राजेश चौधरी (भाजपा)
मरहारा- वीरेंद्र सिंह (भाजपा)
मरिहन- रमाशंकर (भाजपा)
मरियाहू- सुषमा पटेल (सपा)
माटेरा- मारिया (सपा)
मथुरा- श्रीकांत शर्मा (भाजपा
मऊ- अब्बास अंसारी (सुभासपा)
मौरानीपुर- रश्मि आर्य (अपना दल एस)
मीरापुर- चंदन चौहान (राष्ट्रीय लोकदल)
मीरगंज- डीसी वर्मा (भाजपा)
मेरठ- रफीक अंसारी (सपा
मेरठ कैंट- अमित अग्रवाल (भाजपा)
मेरठ दक्षिण- सोमेंद्र सिंह (भाजपा)
मेघनगर- पूजा (सपा)
महनौन- विनय कुमार (भाजपा)
महरोनी- मनोहर लाल (भाजपा)
मेजा- संदीप सिंह (सपा)
मेंहदावल- अनिल कुमार (निषाद)
मिल्कीपुर-अवधेश प्रसाद (सपा)
मिर्जापुर- पटनाकर मिश्रा (भाजपा)
मिश्रिख-रामकृष्ण (भाजपा)
​​मोदीनगर-मंजू शिवाच (भाजपा)
मोहम्मदाबाद- सुहेब अंसारी (सपा)
मोहम्मदी- लोकेंद्र प्रताप (भाजपा)
मोहन- ब्रजेश कुमार (भाजपा)
मोहनलालगंज- अमरेश कुमार (भाजपा)
मुरादाबाद नगर- यूसुफ अंसारी (सपा)
मुरादाबाद ग्रामीण- नासिर (सपा)
मुबारिकपुर- अखिलेश (सपा)
मुगलसराय- रमेश जायसवाल (भाजपा)
मोहम्मदाबाद गोहना- राजेंद्र कुमार (सपा)
मुंगरा बादशाहपुर- अजय शंकर (भाजपा)
मुरादनगर- अजित पाल त्यागी (भाजपा)
मुजफ्फरनगर (सदर)- कपिल देव (भाजपा)
नगीना- मनोज पारस (सपा)
नजीबाबाद- तसलीम अहमद (सपा)
नकुड- मुकेश चौधरी (भाजपा)
नानपारा- रामविलास (अपना दल एस)
नारायणी- ओमानी वर्मा (भाजपा)
नौगवां सादात- समरपाल सिंह (सपा)
नौतनवा- ऋषि (निषाद)
नवाबगंज- एमपी आर्य (भाजपा)
नेहटौर- ओम कुमार (भाजपा)
निघासन-शशांक वर्मा (भाजपा)
निजामाबाद- आलम बदी (सपा)
नोएडा- पंकज सिंह (भाजपा)
नूरपुर- राम अवतार सिंह (सपा)
ओबरा- संजीव कुमार (भाजपा)
उरई- गौरी शंकर (भाजपा)
पडरौना- मनीष कुमार (भाजपा)
पलिया- हरवेंद्र कुमार (भाजपा)
पनियारा- ज्ञानेंद्र सिंह (भाजपा)
पथरदेव- सूर्य प्रताप (भाजपा)
पटियाली- नादिरा सुल्तान
पट्टी- राम सिंह (सपा)
पयागपुर- सुभाष त्रिपाठी (भाजपा)
फाफामऊ-गुरुप्रसाद मौर्य (भाजपा)
फरेंदा- वीरेंद्र चौधरी (कांग्रेस)
फेफना- संग्राम सिंह (सपा)
फूलपुर पवई- रमाकांत (सपा)
फूलपुर- मुज्तबा सिद्दीकी (सपा)
पीलीभीत- संजय सिंह (भाजपा)
पिंडरा- अवधेश कुमार (भाजपा)
पिपराइच- महेंद्र पाल सिंह
पवयन- चेतराम (भाजपा)
प्रतापगढ़-राजेंद्र कुमार (भाजपा)
प्रतापपुर- विजामा यादव (सपा)
पूरनपुर- बाबूराम (भाजपा)
पुरकाजी- अनिल कुमार (राष्ट्रीय लोकदल)
पुरवा- अनिल कुमार (भाजपा)
रायबरेली- अदिति सिंह (भाजपा)
राम नगर- फरीद महफूज (सपा)
रामकोला- विनय प्रकाश (भाजपा)
रामपुर- आजम खान (सपा)
रामपुर कारखाना- सुरेंद्र चौरसिया (भाजपा)
रामपुर खास- अराधना मिश्रा (कांग्रेस)
रामपुर मनिहारन- देवेंद्र कुमार (भाजपा)
रानीगंज- राकेश कुमार (सपा)
रसडा- उमाशंकर सिंह (बसपा)
रसूलाबाद- पूनम शकवार (भाजपा)
रथ- मनीषा (भाजपा)
रॉबर्ट्सगंज- भूपेश चौबे (भाजपा)
रोहनिया- सुनील पटेल (अपना दल एस)
रुदौली- रामचंद्र (भाजपा)

पंजाब: आप 92, कॉन्ग्रेस 19, गठबंधन 5 सीटें

पंजाब: आप 92, कॉन्ग्रेस 19, गठबंधन 5 सीटें
अमित शर्मा   
चंडीगढ़। आखिरकार, पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना में आम आदमी पार्टी बहुमत मिल गया है। पार्टी ने अब तक 91 सीटें जीत ली हैं और वह एक पर आगे है। आप के सीएम फेस भगवंत मान संगरूर की धूरी सीट से जीत गए हैं। कपूरथला में कांग्रेस के राणा गुरजीत सिंह जीत गए हैं। उनके पुत्र भी निर्दलीय उम्‍मीदवार के तौर पर जीत गए हैं। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी भदौड़ में हार गए हैं। अमृतसर पूर्वी से नवजोत सिंह सिद्धू भी हार गए हैं। 
पंजाब विधाानसभा चुनाव की मतगणना में अब तक(शाम सात बजे तक) 116 सीटों के नतीजे घोषित हुए हैं। इसमें से आम आदमी पार्टी को 92 सीटों पर जीत मिली है और एक सीट पर वह आगे चल रही है। कांग्रेस को 19 सीटों पर कामयाबी मिली है। शिअद बसपा गठबंंधन को 5 सीटें मिली हैं।

भाजपा 48, कांग्रेस 18, 2-2 निर्दलीय-बसपा: यूके

भाजपा 48, कांग्रेस 18, 2-2 निर्दलीय व बसपा: यूके

कृष्णा रावत डोभाल  

देहरादून। आखिरकार 10 मार्च का दिन उत्तराखंड में नई सरकार का परिदृश्य लेकर आया है, जनता ने अपने नुमाइंदे अगले 5 साल के लिए विधानसभा में भेज दिए हैं , बस अब इंतजार है नई सरकार के गठन का, जिस की कवायद आने वाले कुछ दिनों में पूरी हो जाएगी ऐसे में सबकी उत्सुकता बनी रहती है कि उत्तराखंड की किस सीट से कौन जीता। देखें उत्तराखंड की 70 सीटों का हाल, आपका वोट आपकी सरकार। भाजपा के खाते में 48 सीटें आई है कांग्रेस को कुल 18 सीटें मिली है, चार अन्य को मिली है।

देखिए पूरी लिस्ट

अल्मोड़ा- कैलाश शर्मा (बीजेपी)

रानीपुर- आदेश चौहान (बीजेपी)

बद्रीनाथ- राजेंद्र सिंह भंडारी (cong)

बागेश्वर – चंदन राम दास ( बीजेपी)

बाजपुर- यशपाल आर्य (cong)

भगवानपुर- ममता राकेश (cong)

भीमताल- राम सिंह खेरा (बीजेपी)

चकराता- प्रीतम सिंह (cong)

चंपावत – कैलाश चंद्र (बीजेपी)

चौबत्तखाल- सतपाल महाराज (बीजेपी)

देहरादून कैंट- सविता कपूर(बीजेपी)

देवप्रयाग- विनोद कंडारी (बीजेपी)

धनोल्टी- प्रीतम सिंह पंवार (बीजेपी)

धरमपुर- विनोद चमोली (बीजेपी)

धारचूला- हरीश सिंह धामी ( cong)

डोईवाला- बृज भूषण गैरोला (बीजेपी)

डीडीहाट- बिशन सिंह चुफाल (बीजेपी)

द्वाराहाट – मदन सिंह बिष्ट (cong)

गदरपुर- अरविंद पांडे (बीजेपी)

गंगोलीहाट – फकीर राम (बीजेपी)

गंगोत्री – सुरेश सिंह चौहान (बीजेपी)

घनसाली- शक्ति लाल शाह (बीजेपी)

हल्द्वानी – सुमित हृदेश (cong)

हरिद्वार – मदन कौशिक (बीजेपी)

हरिद्वार ग्रामीण – अनुपमा रावत (cong)

जागेश्वर- मोहन सिंह (बीजेपी)

जसपुर – आदेश सिंह चौहान (cong)

झबरेड़ा – वीरेंद्र कुमार (cong)

ज्वालापुर- रवि बहादुर (cong)

कालाढूंगी – बंशीधर भगत (cong)

कपकोट- सुरेश गढ़िया (बीजेपी)

कर्णप्रयाग – अनिल नौटियाल (बीजेपी)

काशीपुर- त्रिलोक सिंह चीमा ( बीजेपी)

केदारनाथ- शैला रानी रावत (बीजेपी)

खानपुर- उमेश शर्मा (निर्दलीय)

खटीमा- भुवन चंद्र कापडी (cong)

किच्छा- तिलक राज बेहड़ (cong)

कोटद्वार- रितु खंडूरी (bjp)

लक्सर- शहजाद (bsp)

लाल कुआं- मोहन सिंह बिष्ट (bjp)

लैंसडाउन- दिलीप रावत (bjp)

लोहाघाट- खुशाल सिंह (cong)

मंगलौर – सरवत करीमअंसारी (bsp)

मसूरी- गणेश जोशी (bjp)

नैनीताल – सरिता आर्या (bjp)

नानकमत्ता- गोपाल सिंह राणा (cong)

नरेंद्र नगर – सुबोध उनियाल (bjp)

पौड़ी – राजकुमार पोरी (bjp)

पिरान कलियर – फुरकान अहमद (cong)

पिथौरागढ़ – मयूख महर (cong)

प्रताप नगर – विक्रम सिंह नेगी (cong)

पुरोला – दुर्गेश्वर लाल (bjp)

रायपुर- उमेश शर्मा काऊ (bjp)

राजपुर रोड – खजान दास (bjp)

रामनगर- दीवान सिंह बिष्ट (bjp)

रानीखेत- प्रमोद नैनवाल (bjp)

ऋषिकेश- प्रेमचंद्र अग्रवाल (बीजेपी)

रुड़की – प्रदीप बत्रा (बीजेपी)

रुद्रप्रयाग- भरत सिंह चौधरी (बीजेपी)

रुद्रपुर- शिव अरोड़ा (बीजेपी)

सहसपुर- सहदेव सिंह पुंडीर (बीजेपी)

सल्ट- महेश जीना (बीजेपी)

सितारगंज – सौरभ बहुगुणा (बीजेपी)

सोमेश्वर- रेखा आर्य (बीजेपी)

श्रीनगर – धन सिंह रावत (बीजेपी)

टिहरी – किशोर उपाध्याय (बीजेपी)

थराली- भोपाल राम टम्टा(बीजेपी)

विकास नगर- मुन्ना सिंह चौहान (बीजेपी)

यम्केश्वर- रेनू बिष्ट (बीजेपी)

यमुनोत्री- संजय डोभाल ( निर्दलीय)

वहीं इन नतीजों में भाजपा के पाले में 47 सीटें, कांग्रेस 19 सीटों पर सिमटी। साथ ही दो सीटों पर निर्दलीय और दो पर बसपा कब्जा जमाने में कामयाब हुई।

सच्चा सपूत और देशभक्त है संयोजक केजरीवाल

सच्चा सपूत और देशभक्त है संयोजक केजरीवाल     

अमित शर्मा       
चंडीगढ़। पंजाब में आम आदमी पार्टी की प्रचंड जीत पर पार्टी के राष्‍ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने ईमानदार राजनीति की शुरूआत की। लोगों के काम की शुरुआत की है। यह इतना आसान नहीं है। यह सारे मिलकर हम लोगों को रोकना चाहते हैं। पंजाब में कितने बड़े-बड़े षड्यंत्र हुए और आप के खिलाफ इकट्ठे हो गए। अंत में यह बोले कि केजरीवाल आतंकवादी है।
राष्‍ट्रीय संयोजक ने कहा कि इन नतीजों के जरिए जनता ने बोल दिया कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं है, बल्कि देश का सच्चा सपूत और देशभक्त है।
केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में यह बहुत बड़ा इंकलाब है। पंजाब में बड़ी-बड़ी कुर्सियां हिल गईं। सुखबीर सिंह बादल, कैप्टन अमरिंदर सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, प्रकाश सिंह बादल, नवजोत सिंह सिद्धू, बिक्रम सिंह मजीठिया हार गए। यह बहुत बड़ा इंकलाब है।
दिल्‍ली के उपमुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूरे देश में इस बात को स्वीकारा जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल का काम करने का जो मॉडल है, वह अब राष्ट्रीय हो गया है। पंजाब के लोगों ने वोट नहीं दिया है, बल्कि मौका दिया है अरविंद केजरीवाल को। लोगों को अब विकल्प मिल गया है।

उल्लेखित मामलों पर चालान प्रस्तुत एवं कार्रवाई

उल्लेखित मामलों पर चालान प्रस्तुत एवं कार्रवाई     

दुष्यंत टीकम      
रायपुर। विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बहुत सी घटनाओं का जवाब नहीं आया है। स्थगन प्रस्ताव को ग्राह्य कर चर्चा कराई जाए। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू स्थगन पर जवाब देते हुए कहा कि उल्लेखित मामलों पर चालान प्रस्तुत किया जा चुका है, और कार्रवाई जारी है। यह कहना सही नहीं कि अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। सरकार की ओर से सभी मामलों में त्वरित कार्रवाई की गई है।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अवैध कार्य करने वालों के द्वारा जनप्रतिनिधि पर कार्रवाई कराई जा रही। अवैध कार्यों के कारण प्रदेश बर्बाद हो रहा है। छत्तीसगढ़ ऐसा नहीं था, आज किस ओर जा रहा है।‌ आज पुलिस का मॉरल गिरा दिया गया है। क्राइम ब्यूरो के अनुसार, प्रदेश हत्या के मामले में तीसरे स्थान पर, बुजुर्गों के अपराधिक मामले में दूसरे स्थान पर, अपहरण के मामले में सातवें स्थान पर है। छत्तीसगढ़ आज अपराध का गढ़ बन गया है। विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि 5 हजार प्रकरण से ज्यादा ऑनलाइन ठगी के हैं। सड़क दुर्घटना की सरकार को कोई चिंता नहीं है। आत्महत्या के प्रकरण प्रदेश में बढ़े हैं।
विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि प्रदेश में अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। अपराधियों का मनोबल बढ़ा है। जेसीसीजे विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि प्रदेश में नशे का व्यापार पनपा है। ड्रग्स पेडलर और सप्लायर की बड़ी संख्या है। रेत माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हो रही। नेताप्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कहा कि पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिति है। अधिकांश अपराधों में पुलिस भी संरक्षण दे रही। पुलिसिंग मॉरल भी कम हुआ हैं।

मशहूर शायर मुनव्वर की तबीयत खराब, इलाज जारी

मशहूर शायर मुनव्वर की तबीयत खराब, इलाज जारी   

संदीप मिश्र    
लखनऊ। मशहूर शायर मुनव्वर राना की तबीयत खराब हो गई है। उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत होने पर उत्तर प्रदेश छोड़कर चले जाने का ऐलान किया था। यूपी चुनाव के नतीजों से पहले ही मुनव्वर राना बीमार पड़ गए हैं। रुझानों में जब यूपी में भाजपा की सरकार बनती दिख रही है।
जानकारी के अनुसार, उनकी तीन दिन से तबीयत खराब है और वह घर पर ही रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं। रुझानों में चूंकि यूपी में भाजपा की सरकार बनती दिख रही है, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मुनव्वर राना अपने वादे पर कायम रहेंगे। बीते दिनों उन्होंने सार्वजनिक तौर पर बयान दिया था कि अगर राज्य में दोबारा भाजपा की सरकार बनी तो वह उत्तर प्रदेश छोड़ देंगे। कि पांच साल में तो हम बच गए, मगर अगले पांच साल में योगी आ गए तो हम जिंदा नहीं बचेंगे। मरना तो वैसे ही है, लेकिन बेमौत नहीं मरना चाहता।बीजेपी के नेता पलायन करने वाले को पश्चिम यूपी में तलाश रहे है, मगर मैं यहां बैठा हूं पलायन करने के लिए, मुझसे कोई नहीं मिल रहा।मैं इसी देश में मरूंगा, वो लोग और थे जो करांची चले गए। उन्होंने भाजपा की जीत पर यूपी छोड़ने की घोषणा की थी।

कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले मंत्री ने प्रतिक्रिया दी

कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले मंत्र्री ने प्रतिक्रिया दी   

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का सूपड़ा साफ होता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन को लेकर हाल की में कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन से साफ है। अब वह राष्ट्रीय पार्टी नहीं रही बल्कि एक क्षेत्री पार्टी होने की दिशा में बढ़ रही है। चुनाव परिणामों को लेकर उन्होंने कहा कि यह परिवर्तनकारी परिणाम हैं। लगभग 46 साल तक कांग्रेस में रहे अश्विनी कुमार ने कहा कि गांधी परिवार अब पार्टी के लिए चुनाव नहीं जीत रहा है। उन्होंने कहा कि इन चुनावों से साफ है कि गांधी परिवार का नेतृत्व अब कांग्रेस के लिए कुछ नहीं कर रहा है। वे अब मजबूत नहीं रहे। पार्टी छोड़ने के बाद भी खुद को सोनिया गांधी का वफादार बताते हुए उन्होंने कहा कि अब पार्टी के फैसलों पर सोनिया गांधी की मुहर नहीं लगती। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए बगैर कहा कि सोनियां गांधी के जो नियंत्रण में हैं उन्हें लंबे समय तक राष्ट्रीय विकल्प के रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। अश्विनी कुमार ने कहा कि लेकिन में अभी भी आशावादी हूं। क्योंकि जैसे पानी अपना रास्ता ढूंढता है, लोग भी अपने नेताओं को ढूंढते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस आम आदमी पार्टी से हार गई। इसके अलावा गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर में माना जा रहा था कि यदि वह सत्ता में वापसी नहीं कर पाई तो कम से कम जबरदस्त टक्कर जरूर देगी।

उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी पीठ नहीं थपथपना चाहता लेकिन मैंने यह कह दिया था कि आप पंजाब में आने वाली सुनामी है। हम सभी जानते थे कि यह 75 से ज्यादा सीटें जीतेगी, लेकिन किसी ने ऐसा कहने की हिम्मत नहीं की क्योंकि यह मूर्खतापूर्ण लग रहा था। अश्विनी कुमार ने आगे कहा, ‘मैं कांग्रेस पार्टी की दुर्दशा से खुश नहीं हूं। लेकिन भविष्य में इसकी राजनीतिक प्रासंगिकता नगण्य रहेगी। कांग्रेस पार्टी का योगदान नगण्य होने जा रहा है। देश में उभर रहे राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए कांग्रेस पार्टी एक क्षेत्रीय पार्टी बनी रहेगी।’ उन्होंने कहा कि पंजाब के परिणाण राजनीतिक परिदृश्य को बदलने जा रहे हैं। पंजाब में आप ने जो प्रदर्शन किया है वह काबिलेतारीफ है। केजलीवाल ने दिल्ली में जो काम किया उसकी वजह से उन्हें वोट मिले।

रिजल्ट: सीजी पीएससी ने सिलेक्शन लिस्ट जारी की

रिजल्ट: सीजी पीएससी ने सिलेक्शन लिस्ट जारी की  

दुष्यंत टीकम  
रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के स्टेट सर्विस एग्जाम 2021 के रिजल्ट आ चुके हैं। प्री के इन नतीजों में 2548 कैंडिडेट्स ने कामयाबी हासिल की है। 13 फरवरी को इसके लिए रिटर्न एग्जाम हुए थे। ये परीक्षा 171 पदों के लिए हुई थी।
सीजी-पीएससी ने मंगलवार को सिलेक्शन लिस्ट जारी की है। इसमें 2548 अभ्यर्थियों के रोल नंबर शामिल किए गए हैं। सिर्फ इन्हीं चुने हुए कैंडिडेट्स को अब मेंस एग्जाम देने का मौका मिलेगा। इससे पहले अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है। आवेदन की तारीखों का एलान जल्द किया जाएगा। फिलहाल प्री एग्जाम के परिणाम आयोग की अधिकृत वेबसाइट पर जारी (अपलोड) कर दिए गए हैं।

यूक्रेन पर 'जैविक हथियारों' से हमला करेगा रूस

यूक्रेन पर 'जैविक हथियारों' से हमला करेगा रूस  

अखिलेश पांडेय  

वॉशिंगटन डीसी/कीव/मास्को। रूस और यूक्रेन के बीच लगातार जंग जारी है। रूस जहां यूक्रेन में जैविक हथियार होने का दावा कर रहा है। वहीं, इसी बीच अमेरिका ने भी दावा किया है कि रूस जंग जीतने के लिए यूक्रेन पर केमिकल या जैविक हथियारों से हमला कर सकता है। दोनों पड़ोसी देशों के बीच बृहस्पतिवार को जंग का 15वां दिन है। दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। युद्ध रोकने के तमाम प्रयास भी नाकाम साबित होते जा रहे हैं। इसी बीच अमेरिका ने रूस द्वारा जैविक या केमिकल हथियारों से हमला करने की बात कही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसको लेकर व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि रूस पर नजर रखनी चाहिए। वह यूक्रेन पर केमिकल या जैविक हथियारों के इस्तेमाल की तैयारी कर रहा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी कादावा है कि हमारे पास इसको लेकर चिंतित होने की अहम वजह है।उन्होंने कहा कि रूस इस तरह का काम पहले भी करता आया है। हमें यूक्रेन में कथित अमेरिकी जैविक हथियार लैब और केमिकल हथियारों के विकास के बारे में रूस के झूठे दावों पर ध्यान देना चाहिए। चीन के अधिकारी भी इस तरह के दावों का समर्थन कर रहे हैं। यह एक सुनियोजित साजिश है।

हीं, रूस ने भी दावा किया है कि उसने यू्क्रेन में ऐसे जैविक हथियारों को खोज निकाला है, जो अमेरिका की निगरानी में यहां रखे गए हैं। रूस ने कहा है कि इन जैविक हथियारों का मकसद केवल सैन्य के तौर पर करना है। वहीं, प्रवक्ता साकी ने कहा कि अमेरिका ‘केमिकल वेपन कंवेशन एंड बॉयोलॉजिकल वेपंस कंवेशन’ के नियमों का पूरी तरह से पालन करता है। इस तरह के हथियार ना तो तैयार करता है और नहीं अपने पास रखता है। वहीं, दोनों देशों के बीच जारी जंग से यूक्रेन में हालात खराब होते जा रहे हैं। पिछले 2 सप्ताह के दौरान करीब 20 लाख लोगों ने देश छोड़ दिया है। यूक्रेन छोड़ने वाले लोगों में आधे बच्चे हैं और हर नए दिन के साथ यह पलायन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बनता जा रहा है। रूसी सेना से घिरे यूक्रेन के शहरों में मानवीय स्थिति और अधिक विकट हो गई है। वहां अभी तक वहां कोई मानवीय मदद नहीं पहुंच पाई है। यूक्रेनी सेना के एक अधिकारी ने कहा कि देश को ‘हवाई रक्षा प्रणाली’ की काफी जरूरत है‌।


रूस के लिए बुरी खबर, लगे कुल 5581 प्रतिबंध

रूस के लिए बुरी खबर, लगे कुल 5581 प्रतिबंध 

अखिलेश पांडेय   

मॉस्को/कीव। यूक्रेन और रूस के बीच कल रहे युद्ध के बीच में पुतिन के लिए बुरी खबर है। फिलहाल रूस दुनिया में सबसे ज्यादा प्रतिबंधों का सामना करने वाला देश बन गया है। अब तक रूस पर कुल 5581 प्रतिबंध लग चुके हैं। इनमें से अधिकतर प्रतिबंध 22 फरवरी के बाद लगे हैं। वहीं इससे पहले रूस पर 2754 प्रतिबंध लगे हुए थेे। जारी हुए डाटा के मुताबिक रूस पर यूक्रेन युद्ध की वजह से लगे प्रतिबंधों से पहले ईरान सबसे ज्यादा प्रतिबंध झेलने वाला देश था। बता दें कि अभी तक ईरान पर 3616 प्रतिबंध लगे हुए हैं।

रूस पर 22 फरवरी के बाद लगे 2827 नए प्रतिबंधों में 2461 प्रतिबंध रूस के नागरिकों पर हैं, जिसमें राष्ट्रपति पुतिन, उनका मंत्रिमंडल और सैन्य अफसर शामिल हैं। वहीं 366 नए प्रतिबंध रूस की कंपनियों पर लगाएं गए हैं जिसमे रूस की एयरलाइन पर लगे प्रतिबंध भी शामिल हैं। डाटा के मुताबिक अब तक 300 से ज्यादा विदेशी कंपनियों ने या तो पूरी तरह से या आंशिक तौर पर रूस में अपना कामकाज बंद कर दिया है।

पत्नी की पिटाई के बाद आंख पर चाकू से हमला

पत्नी की पिटाई के बाद आंख पर चाकू से हमला

दुष्यंत टीकम  

रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक युवक ने अपनी पत्नी की जमकर पिटाई कर दी। इतनी ही नहीं उसने चाकू से उसके आंख पर भी हमला कर दिया। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई। बताया जा रहा है कि युवक किसी पुराने झगड़े को लेकर नाराज था। फिर कहा-सुनी हुई तो उसने इस वारदात को अंजाम दिया है। अब महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। मामला कापू थाना क्षेत्र का है। 04 मार्च को कलावती मांझी शाम के वक्त घर पर अकेली थी। इसी वक्त उसका पति हरियर मांझी (40) शराब पीकर घर आया था। घर आने के बाद कलावती ने उसे खाना खाने के लिए कहा था, तब हरियर ने महिला से विवाद करना शुरू कर दिया था। विवाद के बाद उसने पहले तो लाठी-ंडंडे से महिला को पीटा था। फिर चाकू निकालकर उसके आंख में मार दिया था। इसके चलते महिला बुरी तरह घायल हो गई थी।घायल होने के बाद महिला ने अपना इलाज करवाया था। इसके कुछ दिन बाद उसने पूरे मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई। तब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल किया है। महिला ने बताया कि उसका पति शराब पीकर आए दिन झगड़ा करता रहता था। कुछ पहले भी झगड़ा हुआ था। इसी वजह से उसने पूरी वारदात को अंजाम दिया था।

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