रविवार, 19 सितंबर 2021

वादों को पूरा करने में असफल क्यों रही है सरकार

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि वह जनता से जुड़े सवालों को टालती है और लोगों के सवालों का कभी भी जवाब नहीं देती है। उत्तर प्रदेश में अपने कार्यकाल के साढे चार साल पूरा होने पर जश्न मनाने के साथ ही अपनी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए अभियान चला रही योगी सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उसे बताना चाहिए कि जनता से जुड़े वादों को पूरा करने में वह असफल क्यों रही है।
प्रियंका  गांधी ने ट्वीट किया, “उप्र सरकार को चाहिए था कि 4.5 सालों पर जनता के सवालों का जवाब दे, लेकिन नहीं। फिर झूठ, झूठ और सिर्फ झूठ, लाखों खाली पदों पर नौकरियां देने और लटकी भर्तियां कराने पर, किसान को गन्ना, गेहूं, धान, आलू के दाम देने में, बिजली के दाम कम करने में, महंगाई रोकने में उप्र सरकार फेल रही।”

नियोजन ब्यूरो ने विभिन्न पदों पर निकालीं भर्तियां

पंकज कपूर            
देहरादून। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के अंतर्गत आने वाले संस्थान राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो ने विभिन्न पदों पर भर्तियां निकाली हैं।इसके तहत कंसल्टेंट, रिसर्च एसोसिएट, एसआरएफ और प्रोजेक्ट असिस्टेंट के पदों पर कुल 66 वैकेंसी है।इसके लिए आवेदन 24 सितंबर 2021 तक मेल के जरिए करना है। आवेदन के लिए ईमेल आईडी है।आवेदन फॉर्म का प्रारूप राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो की वेबसाइट।https://www.nbsslup.in/ से डाउनलोड कर सकते हैं।नोटिफिकेशन में कहा गया है कि आवेदन के आधार पर शॉर्टलिस्ट किए गए अभ्यर्थियों का चयन ऑनलाइन इंटरव्यू के आधार पर होगा. इसकी डेट अभी तय नहीं है। साथ ही यह भी कहा गया है कि आवेदन के समय सिर्फ निर्धारित प्रारूप में बायोडाटा भेजें. इसके साथ और किसी तरह के डॉक्यूमेंट्स नहीं भेजने हैं. अन्य डॉक्यूमेंट्स की जांच सेलेक्शन के बाद की जाएगी।

धनंजय शर्मा को बरेली का संयोजक मनोनीत किया

सदींप मिश्र        
बरेली। वायु सेना के जांबाज़ पूर्व सैनिक धनंजय शर्मा को पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ महानगर बरेली का संयोजक मनोनीत किया गया। पार्टी कार्यालय पर महानगर अध्यक्ष डॉ के एम अरोड़ा ने अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ भेंट कर, मिठाई खिला कर धनंजय शर्मा को नए पद एवम दायित्व हेतु शुभकामनाएं दी और कहा कि सैनिक हमारे देश के गौरव है। धनंजय शर्मा ने देश हित मे अपनी जान दांव पर लगाई और अब समाज सेवा कर रहे है। इस जज्बे को नमन।
साईनाथ मंडल में शहर विधायक डॉ अरुण कुमार की उपस्थिति में मंडल अध्यक्ष ,निवर्तमान पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ संयोजक बिक्रम सिंह ने स्वागत करते हुए कहा कि धनंजय विगत कई वर्षों से पार्टी में बडी मेहनत और लगन से कार्य कर रहे है। सह संयोजक के रूप में कंधे से कंधा मिला कर कार्य किया है,इसलिए आज धनंजय को उनकी निष्ठा और सेवा भाव को देखते हुए संयोजक बनाया जा रहा है। सांईनाथ मंडल अध्यक्ष जे पी पाल और पूर्व मंडल अध्यक्ष डॉ त्रिलोकी सिंह ने भी स्वागत किया।
ज्ञात हो कि धनंजय शर्मा अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद में ब्रज प्रान्त उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर रहे है। इस अवसर पर धनंजय शर्मा ने बताया कि उनका परिवार सदैव देश एवम समाज के लिए कार्य करता रहा है। परदादा श्री पराग दत्त ने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया। उन्ही की प्रेरणा से देश सेवा का जज्बा है।
वायु सेना में लड़ाकू विमान के तकनीकी पद पर कार्य करते हुए युद्ध जैसी परिस्थितियों में बुरी तरह घायल हुए। भले ही अब वायु सेना में कार्य नही कर रहे परन्तु समाज और देश हित मे सदैव कार्य करते रहेँगे। प्रधानमंत्री आदरणीय मोदी एवं मुख्यमंत्री आदरणीय योगी महाराज मेरे आदर्श है।
आप दोनों देश और प्रदेश को ऊंचाइयों पर ले जा रहे है,आपसे प्रेरणा लेकर कार्य करता हु। मुझ पर भरोसा करके जो दायित्व संगठन ने दिया है उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। पूर्व सैनिक साथियो का सदैव सहयोग मिलता रहा है और आशा करता हु आगे भी मिलता रहेगा। साथियो से निवेदन है कि आगे बढ़ कर देश की सेवा में योगदान दे।

राहुल ने हवाला देते हुए सरकार पर कटाक्ष किया

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर कोरोना रोधी टीकों की ढाई करोड़ से अधिक खुराक दिए जाने और अन्य दिनों में यह संख्या अपेक्षाकृत कम रहने का हवाला देते हुए रविवार को सरकार पर कटाक्ष किया और कहा कि अब ‘इवेंट’ खत्म हो चुका है।
उन्होंने पिछले 10 दिनों के दौरान ‘कोविन’ पर टीकाकरण की उपलब्ध संख्या से जुड़ा एक ग्राफ भी ट्विटर पर साझा किया। जिसमें दर्शाया गया है कि 17 सितंबर को रिकॉर्ड संख्या में टीकों की खुराक दी गई, लेकिन अन्य दिनों यह आंकड़ा अपेक्षाकृत बहुत कम रहा। कांग्रेस नेता ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”इवेंट खत्म हो चुका है।” उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर देश में लोगों को टीकों की ढाई करोड़ से अधिक खुराक दी गई थीं।

नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोला: सीएम

इकबाल अंशारी         
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे चुके अमरिंदर सिंह की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोलने की पृष्ठभूमि में रविवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अमरिंदर कोई ऐसा कदम नहीं उठाएंगे। जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो।
उन्होंने यह भी कहा कि कई बार आलाकमान को विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर निर्णय लेने पड़ते हैं और ऐसे क्षणों में लोगों को अपनी अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए। गहलोत ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब एक दिन पहले अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने खुद को अपमानित महसूस किया, जिसके बाद यह कदम उठाया।
अमरिंदर सिंह ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सिद्धू पर निशाना साधा और दावा किया कि उनके पाकिस्तान से रिश्ते हैं तथा उनको मुख्यमंत्री बनाने से पंजाब का बेड़ा गर्क हो जाएगा। गहलोत ने एक बयान में कहा, ”मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो।
कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढे़ नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है। उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है।” उनके मुताबिक, ”आलाकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं।
मेरा व्यक्तिगत तौर पर भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेताओं, जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं, उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं। परंतु वही मुख्यमंत्री को बदलते वक्त आलाकमान के फैसले को नाराज होकर गलत ठहराने लग जाते हैं।” उन्होंने कहा कि ऐसे क्षणों में अपनी अंतरात्मा को सुनना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गहलोत ने कहा, ”मेरा मानना है कि देश फासीवादी ताकतों के कारण किस दिशा में जा रहा है, यह हम सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
इसलिए ऐसे समय हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है। हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी व देश हित में सोचना होगा।” उन्होंने जोर देकर कहा, ”कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वह आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे।”
उधर, गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने शनिवार को अपने एक ट्वीट से विवाद खड़ा होने के बाद इस्तीफा दे दिया। शर्मा ने ट्वीट किया था, ”मजबूत को मजबूर, मामूली को मगरूर किया जाए, बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए।” उनके इस ट्वीट को पंजाब के घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कई लोगों ने कांग्रेस आलाकमान पर सवाल खड़े करने के रूप में देखा।

'पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ एक योजना बनाई

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। सरकार ने आने वाले वर्षों में मौसम पूर्वानुमान को और अधिक सटीक बनाने एवं समय पर इससे संबंधित जानकारी के प्रसार के लिए ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ नामक एक उप-योजना बनाई है।जिससे मौसम खराब होने संबंधी भविष्यवाणी में तीन से छह घंटे तक का सुधार हो सकता है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि आने वाले वर्षों में मौसम पूर्वानुमान को सटीक एवं प्रभावी बनाने तथा समय पर इसकी जानकारी के प्रसारण के लिए योजना पर काम किया जा रहा है।
वायुमंडलीय एवं जलवायु अनुसंधान प्रेक्षण प्रणालियों और सेवाओं का प्रतिरूपण (एक्रॉस) योजना के तहत ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ नामक एक उप-योजना बनाई गई है।” उन्होंने कहा कि इससे नेटवर्क में सुधार और संख्यात्मक मॉडलिंग क्षमता में सुधार होगा तथा मौसम पूर्वानुमान को अधिक सटीक बनाया जा सकेगा। अधिकारी ने कहा कि मौसम पूर्वानुमान को सटीक बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) का उपयोग करने पर भी काम चल रहा है।
इन प्रयासों से मौसम खराब होने संबंधी पूर्वानुमान में तीन से छह घंटे तक का सुधार हो सकता है।” पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ‘पूर्वानुमान सेवाओं के उन्नयन’ की उप-योजना के तहत आधुनिक प्रचालन पूर्वानुमान प्रणाली, बहुआयामी जोखिम पूर्व चेतावनी प्रणाली, गरज तूफान मूल्यांकन, शहरी मौसम विज्ञान सेवा तथा खगोल सेवाओं को विकसित करने एवं उन्नत बनाया जाएगा। इसके अलावा जल मौसम विज्ञान सेवा एवं पर्यटन पूर्वानुमान सेवाओं को उन्नत बनाने पर काम किया जाएगा।
मंत्रालय के मुताबिक, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपनी उच्च निष्पादन कम्प्यूटिंग प्रणाली (एचपीसी) को 6.8 पेटाफ्लाप्स तक उन्नत बनाया है और इसके साथ ही साल 2022 तक उच्च निष्पादन कम्प्यूटिंग प्रणाली को 10 पेटाफ्लाप्स से बढ़ाकर 40 पेटाफ्लाप्स करने तथा साल 2024 तक 100 पेटाफ्लाप्स करने की योजना बनाई गई है। इसके अनुसार, डॉप्लर मौसम रडार और उपग्रह डाटा का उपयोग करते हुए भारी वर्षा के संदर्भ में फिलहाल ‘नाउकास्ट’ प्रारूप में अर्थात 2-3 घंटे पहले बादल फटने संबंधी पूर्वानुमान व्यक्त किया जा रहा है।

प्रयागराज में भूकंप के तेज झटके महसूस किये गए

पंकज कपूर        
रुद्रप्रयाग। प्रयागराज जनपद में आज रविवार को भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं। दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर इनको महसूस किया गया है। इसकी तीव्रता 3.3 रिक्टर नापी गई है। हालांकि कहीं से भी किसी प्रकार के कोई नुकसान की सूचना नहीं है। ज्ञात रहे कि उत्तराखंड के विभिन्न जनपद भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील हैं, जिनमें रूद्रप्रयाग भी शामिल है।
उत्तराखंड भूकंप के लिहाज से जोन चार और पांच में विभक्त है। बताया जा रहा है कि रूद्रप्रयाग में भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आये और कुछ देर के लिए भय का माहौल कायम हो गया।  ज्ञात रहे कि गत 11 सितंबर को भी सुबह करीब 5 बजकर 58 मिनट पर चमोली, पौड़ी, अल्‍मोड़ा आदि जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, जोशीमठ के निकट रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.6 थी। बार—बार प्रदेश के अलग—अलग जनपदों में भूकंप के झटके महसूस किये जाना खतरे का संकेत भी हो सकता है।

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लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...