बुधवार, 30 जून 2021

1 दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया

बृजेश केसरवानी     
प्रयागराज। जनपद जर्नलिस्ट एसोसिएशन के द्वारा कोरांव कार्यालय पर स्थानीय पत्रकारों को अपने कार्य व दायित्व के प्रति जागरूक करने के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। जहां प्रयागराज जर्नलिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह ने उपस्थित पत्रकारों को पत्रकारिता व पत्रकारों के गिरते स्वरूप पर विस्तार पूर्वक समझाते हुए कहा कि पत्रकारों को निष्पक्ष होकर निर्भीकता के साथ किसी भी समाचार का संकलन लेखन करना चाहिए। जिससे पत्रकार व समाचार पत्र पर किसी भी प्रकार की उंगली न उठ सके। साथ ही पाठकों का भी समाचार के प्रति विश्वास बना रहे। 
एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आज प्रायः देखा जा रहा है कि क्षणिक क्षोभ व मोह में पत्रकार भी अपनी लेखनी को धार देने के बजाय मोड़ रहे हैं। जिससे जहां समाज में पत्रकारों का स्तर गिर रहा है। वही पत्रकारिता भी सवालों के घेरे में आ रही है। संस्थापक अध्यक्ष ने कहा कि सभी पत्रकारों को सबसे पहले अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने कहा कि फेक न्यूज़ वह द्वेष बस लिखी गई खबरों से पत्रकारों के ऊपर जो सवालिया निशान लग रहे ,हैं वह चिंतनीय हैं। इसे पत्रकारों को खुद सुधारने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले समय में पत्रकारों का समाज में जो स्थान व वजूद है, वह नहीं रह जाएगा। साथ ही पत्रकारिता खुद अपने पथ से विचलित हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता से जुड़े लोग इस प्रकार की कार्यशालाओं में भाग लेकर पत्रकारिता क्या है ? पत्रकारिता कैसे की जानी चाहिए ? आदि सब पहलुओं की जानकारी करने के उपरांत ही खबरों का प्रकाशन करेंगे तो निश्चित तौर पर उनकी खबरों में गुणवत्ता आएगी और वह खुद एक सफल पत्रकार के रूप में समाज में सम्मान प्राप्त करेंगे। 
कार्यशाला में प्रमुख रूप से अजय प्रताप सिंह, शारदा प्रताप सिंह, सरस्वती प्रसाद मिश्र, आनंद तिवारी, अनुज कुमार कुशवाहा, खेमराज सिंह, शिवशंकर मिश्र, इंद्रेश कुमार, मनोज शर्मा, मनीष वर्मा, राजेश कुमार सिंह, अमित मिश्रा, अरविंद कुमार सिंह सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।

हापुड़: डीएम ने सीएचसी केंद्र का निरीक्षण किया

अतुल त्यागी           
हापुड़। जिलाधिकारी अनुज सिंह व मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह के द्वारा धौलाना सीएचसी केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी अनुज सिंह के द्वारा सीएचसी केंद्र पर बन रहे ऑक्सीजन प्लांट के निर्माण की गुणवत्ता का जायजा लिया। उन्होंने निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट का कार्य जल्द से जल्द पूरा करने हेतु संबंधित को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कोविड की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए वहां पर बनाए गए पीकू वार्डो का भी जायजा लिया तथा संबंधित को सभी आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया। इसी क्रम में जिलाधिकारी के द्वारा पिलखुवा में बनाए जा रहे नाले का भी निरीक्षण किया गया तथा नाला निर्माण के कार्य में तेजी लाने हेतु संबंधित को निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी उदय सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रेखा शर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी पर निशाना साधा

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा नहीं है कि सिर्फ कोविड संबंधी प्रतिबंधों के कारण सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए लंबी कतारें लग रही हैं। ब्लकि इसकी असली वजह पेट्रोलियम उत्पादों के ऊंचे दाम हैं।
उन्होंने ट्वीट किया, ”सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए लंबी-असुविधाजनक कतारों की वजह सिर्फ़ कोविड प्रतिबंध नहीं हैं। असली वजह जानने के लिए अपने शहर में पेट्रोल-डीज़ल के दाम देखें।
कांग्रेस पिछले कुछ महीनों से सरकार पर लगातार आरोप लगा रही है कि वह पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर हर साल लाखों रुपये कमा रही है, लेकिन कोविड संकट के समय आम लोगों को आर्थिक मदद देने के लिए कदम नहीं उठा रही है। उल्लेखनीय है कि देश के कई शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक और डीजल की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा है।

अमेरिका में भीषण गर्मी के कारण 12 लोगों की मौंत

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के वाशिंगटन और ओरेगोन में भीषण गर्मी के कारण करीब 12 लोगों की मौत हो गयी और बिजली की भारी मांग के बीच इसकी कटौती भी करनी पड़ी। सिएटल और पोर्टलैंड में पारा लगातार 37.7 डिग्री सेल्सियस से अधिक है। हालांकि मंगलवार को इन शहरों में गर्मी से थोड़ी राहत मिली लेकिन स्पोकेन, पूर्वी ओरेगन के शहरों और इडाहो के शहरों में तापमान में वृद्धि देखी गयी। राष्टूीय मौसम सेवा ने कहा कि स्पोकेन में मंगलवार को पारा 42.2 सेल्सियस पर पहुंच गया जो अभी तक वहां दर्ज किया गया सबसे अधिक तापमान है। इस शहर में सोमवार को करीब 9,300 उपभोक्ताओं के यहां बत्ती गुल हो गयी और कंपनी ने कहा कि मंगलवार दोपहर को बिजली की और कटौती की जाएगी।
इस बीच प्राधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में हाल में हुई कई मौतों का संबंध भीषण गर्मी से हो सकता है। किंग काउंटी के मेडिकल परीक्षक कार्यालय ने बताया कि दो लोगों की मौत हाइपरथर्मिया यानी कि उनके शरीर के खतरनाक स्तर तक गर्म होने के कारण हुई। सिएटल टाइम्स ने बताया कि ये मृतक 65 वर्षीय और 68 वर्षीय महिला हैं। 
स्नोहोमिश काउंटी के मेडिकल परीक्षक कार्यालय ने मंगलवार को बताया कि वाशिंगटन में गर्मी के कारण 51, 75 और 77 वर्ष के तीन लोगों की मौत हो गयी। ओरेगन के बेंड में प्राधिकारियों ने बताया कि दो बेघर लोगों की मौत अत्यधिक गर्मी के कारण होने की आशंका है। इडाहो में कई शहरों में मंगलवार को तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया और लुइसटन में तो तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।राष्ट्रपति जो बाइडन ने विस्कॉन्सिन में भाषण के दौरान उत्तर पश्चिम में गर्मी पर संज्ञान लिया और अत्यधिक गर्मी के लिए तैयार रहने की जरूरत पर बात की। उन्होंने कहा, ”क्या किसी ने कभी सोचा था कि वह खबरों में ओरेगन के पोर्टलैंड में 116 डिग्री फैरनहीट तापमान देखेगा? लेकिन चिंता मत करिए, यह कोई वैश्विक ताप वृद्धि नहीं है।

समुद्र से बहकर तट पर आएं कचरे पर चिंता जताईं

कविता गर्ग                        
मुंबई। उच्च न्यायालय ने मानसून के दौरान और पिछले महीने आए चक्रवात ताउते के बाद महाराष्ट्र के तट पर समुद्र से बहकर आए कचरे पर बुधवार को चिंता जताईं और कहा कि समुद्र में कूड़ा बहाने से न केवल तटरेखा के लिए दिक्कत पैदा होती है। बल्कि समुद्री जनजीवन पर भी इसका असर पड़ता है। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्त और न्यायमूर्ति जी एस कुलकर्णी की खंडपीठ ने कहा, ”हम जानते हैं कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य सरकार दबाव में है। लेकिन यह समस्या भी बहुत गंभीर है। अदालत ने कहा कि उसने मीडिया में आयी कई खबरें देखी। जिसमें समुद्र के तट पर बहकर आए कचरे को दिखाया गया। खासतौर से पिछले महीने आए चक्रवात ताउते के बाद। 
अदालत ने कहा, ”ये खबरें समुद्र तट की सफाई के संबंध में बहुत ही चिंताजनक स्थिति पेश करती हैं। तटरेखा को हुई दिक्कत के साथ ही समुद्र में कचरा बहाने से समुद्री जनजीवन को भी खतरा है।” पीठ ने कहा कि मुंबई में मरीज ड्राइव समेत राज्य की तटरेखा पर भी यह दिक्कत आ रही है। अदालत ने कहा कि वह इस मुद्दे पर स्वत: संज्ञान याचिका दायर करती है।
राज्य के महाधिवक्ता आशुतोष कुम्भकोणी ने खबरों पर गौर करने के लिए वक्त मांगा। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए दो जुलाई की तारीख तय करते हुए कहा कि उसे पता है कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य प्रशासन पहले ही दबाव में है लेकिन यह समस्या भी ”बहुत गंभीर” है। अदालत ने कहा, ”हम इस मुद्दे को टालना नहीं चाहते क्योंकि यह अब मानसून के दौरान हो रहा है।

सेना ने अपने शिविर के बाहर ‘दया की दीवार’ खड़ी की

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने की अनोखी पहल करते हुए सेना ने राजौरी जिले में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) से लगे अपने शिविर के बाहर ‘दया की दीवार’ खड़ी की है। इस पहल के तहत सेना के शिविर के बाहर रखीं स्टील की दो खुली अलमारियों में खाने के सामान, कपड़े और जूते रखे गए हैं। यह न केवल जरूरतमंदों की मदद के सेना के मिशन को दिखाता है। बल्कि स्थानीय लोगों के दिलों को भी जीत रहा है। 
जम्मू स्थित सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ”यह एस ऑफ स्पेड्स डिवीजन की पहल है और ‘दया की दीवार’ का मकसद समाज के कमजोर तबकों को जरूरत के सामान चुनने की आजादी देकर उनकी मदद करना है।” उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे अच्छी भावना के साथ लिया है और दानदाताओं तथा जरूरतमंदों दोनों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी जा सकती है। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद के मुताबिक रोटरी क्लब तथा राजौरी पुलिस इस अनोखी पहल में मदद दे रहे हैं।
सेना ने इस पहल में मदद के लिए लोगों से अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू समेत विभिन्न भाषाओं में अपील की है। ऐसे ही एक संदेश में लिखा है। ”आपके लिए जो सामान उपयोगी नहीं है। 
वो दूसरों के काम का हो सकता है। आपसे अनुरोध है कि हाथ बढ़ाएं तथा सामान दान करें जिससे जरूरतमंदों की मदद हो सके। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा कि सेना इन अलमारियों के खाली होते ही उन्हें भर देती है। उन्होंने कहा, ”इस कदम से कई लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है और लोग दान देने के लिए भी प्रोत्साहित हुए हैं। लोग आगे आ रहे हैं तथा दान कर रहे हैं, वहीं जरूरतमंद लोग बिना किसी से मांगे यहां से सामान ले रहे हैं। स्थानीय नागरिक मोहम्मद फारूक ने कहा, ”कुछ दिन पहले दया की दीवार बनाई गई और जरूरतमंदों को वहां से सामान लेते हुए देखा जा सकता है। सेना की अपील पर लोग अपना सामान दान भी कर रहे हैं।

बिक्री: पेट्रोल-डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहें

अकांशु उपाध्याय                     
नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के दाम बुधवार को रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहे। इससे पहले मंगलवार को तेल विपणन कंपनियों ने कीमतों में वृद्धि की थी।
अग्रणी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, आज दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 98.81 रुपये और डीजल की कीमत 89.18 रुपये प्रति लीटर के उच्चतम स्तर पर अपरिवर्तित रही। दिल्ली में जून में पेट्रोल का मूल्य 4.58 रुपये और डीजल की कीमत 4.03 रुपये बढ़ चुकी है। इससे पहले मई में भी पेट्रोल 3.83 रुपये और डीजल 4.42 रुपये महँगा हुआ था।
देश के दूसरे शहरों में भी आज दोनों जीवाश्म ईंधनों के मूल्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ। मुंबई में पेट्रोल 104.90 रुपये और डीजल 96.72 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहा।
चेन्नई में पेट्रोल 99.80 रुपये और कोलकाता में 98.64 रुपये प्रति लीटर बिका। एक लीटर डीजल की कीमत चेन्नई में 93.72 रुपये और कोलकाता में 92.03 रुपये प्रति लीटर रही।पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं। नई दिल्ली । पेट्रोल-डीजल के दाम बुधवार को रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहे। इससे पहले मंगलवार को तेल विपणन कंपनियों ने कीमतों में वृद्धि की थी। दिल्ली में जून में पेट्रोल का मूल्य 4.58 रुपये और डीजल की कीमत 4.03 रुपये बढ़ चुकी है। 
इससे पहले मई में भी पेट्रोल 3.83 रुपये और डीजल 4.42 रुपये महँगा हुआ था। देश के दूसरे शहरों में भी आज दोनों जीवाश्म ईंधनों के मूल्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ। मुंबई में पेट्रोल 104.90 रुपये और डीजल 96.72 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर स्थिर रहा। चेन्नई में पेट्रोल 99.80 रुपये और कोलकाता में 98.64 रुपये प्रति लीटर बिका। एक लीटर डीजल की कीमत चेन्नई में 93.72 रुपये और कोलकाता में 92.03 रुपये प्रति लीटर रही। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं।

चुनाव: समाजवादी पार्टी ने एड़ी चोटी का जोर लगाया

हरिओम उपाध्याय                     
लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव को अपने पक्ष में करने के लिए समाजवादी पार्टी ने अब एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। प्रदेश की लगभग 40 से भी अधिक जिला पंचायत अध्यक्ष सीटों पर भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच आमने सामने का मुकाबला होता हुआ दिखाई दे रहा है।
अपने कई प्रत्याशियों के विरोधी पाले में चले जाने के बावजूद समाजवादी पार्टी जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव की जंग में पीछे रहने को तैयार नहीं है। अब बाकी बचे स्थानों पर समाजवादी पार्टी मजबूती के साथ अपने प्रतिद्वंदी को टक्कर देने में जुटी हुई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अब जिला पंचायत अध्यक्ष पद चुनाव की कमान आगे आते हुए खुद ही संभाल ली है। 
वह बात अलग है कि अनेक स्थानों पर सपा जिलाध्यक्ष अपने जिला पंचायत सदस्यों को संभालकर नहीं रख पा रहे हैं। नाम वापसी के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव पूरी तरह से जोर पकड़ गया है। जिसके चलते समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद चुनाव की कमान संभालने के लिए आगे आ गए हैं। चुनाव वाले जनपदों के प्रत्याशियों के पदाधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए वह निर्णय लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं। पार्टी के समर्थन से जीते पंचायत सदस्यों को समझा-बुझाकर एकजुट रहने का संदेश दिया जा रहा है। साथ ही उन्हें इस बात की प्रेरणा दी जा रही है कि वह किसी तरह के दबाव में ना आए। 
सपा मुख्यालय में भी इस मुद्दे पर जनपदों के लोगों को बुलाकर सपा मुखिया द्वारा समस्याओं का समाधान कराया जा रहा है। विपक्ष में रहते हुए सबसे ज्यादा जिला पंचायत सदस्य जीतने को सपा अपनी बड़ी उपलब्धि मान रही है। ऐसे हालातों में जिला पंचायत अध्यक्ष पदों पर अपने उम्मीदवार जिताने की समाजवादी पार्टी की ओर से कोशिश हो रही है। अब तक 30 से भी ज्यादा जनपदों में भाजपा के जिला पंचायत अध्यक्ष निर्विरोध चुने जा चुके हैं। इसके बावजूद समाजवादी पार्टी का आत्मविश्वास कम होता दिखाई नही दे रहा है। उसे उम्मीद है कि वह चुनाव वाले जनपदों की जंग में किसी तरह जीत हासिल करने लायक वोट प्राप्त करने में कामयाबी हासिल कर लेगी। प्रदेश के अधिकांश जनपदों में तो भाजपा व सपा समर्थित प्रत्याशियों के बीच सीधी जंग के हालात बने हुए हैं।

तापमान के 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान

अकांशु उपाध्याय                         
नई दिल्ली। दिल्ली और उसके निकटवर्ती इलाकों में मानसून ने अब तक दस्तक नहीं दी है और बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में गर्मी एक बार फिर शहरवासियों को परेशान करने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिन में लू चलने और अधिकतम तापमान के 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। मानसून के नदारद रहने के साथ ही सोमवार को दिल्ली में पहली बार इस ग्रीष्मकाल में लू चली और तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल का अभी तक का सर्वाधिक तापमान था। लोधी रोड, रिज और पूसा इलाके में भीषण लू चली, जहां तापमान क्रमश: 42.6 डिग्री सेल्सियस, 43.4 डिग्री सेल्सियस और 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 
जो सामान्य से सात डिग्री अधिक था। वहीं, नजफगढ़ में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस, पीतमपुरा में 44.3 डिग्री सेल्सियस और मुंगेशपुर में 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन स्थानों पर भी भीषण लू का प्रकोप था।आईएमडी के अनुसार, मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर ”लू” घोषित की जाती है। सामान्य से 6.5 डिग्री अधिक तापमान होने पर ”भीषण” लू की घोषणा की जाती है। श्रीवास्तव ने कहा, ” आमतौर पर राष्ट्रीय राजधानी में 20 जून तक लू चलती है और इसके बाद तापमान कम होने लगता है। इस बार मानसून की देरी की वजह से शायद तापमान बढ़ रहा है।”

उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिन से बारिश नहीं हुई है और उत्तर पश्चिम भारत के एक बड़े हिस्से में गर्म पछुआ हवाएं चल रही हैं, जहां अभी तक मानसून नहीं पहुंचा था। केरल में दो दिन देरी से पहुंचने के बाद, मानसून सामान्य से सात से 10 दिन पहले पूर्वी, मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम भारत को कवर करते हुए पूरे देश में पहुंच गया था। मौसम विभाग ने पूर्व में, 12 दिन पहले 15 जून को मानसून के दिल्ली पहुंचने का अनुमान लगाया था।
हालांकि पछुआ हवाएं दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में इसे आगे बढ़ने को रोक रही हैं। आम तौर पर मानसून 27 जून को दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है। आखिरी बार 2012 में सबसे देरी से सात जुलाई को मानसून दिल्ली पहुंचा था।

चुनाव: भाजपा में चिंतन, कांग्रेस में मंथन का दौर जारी

पंकज कपूर                        
देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही भाजपा में चिंतन, तो कांग्रेस में मंथन का दौर जारी है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा चिंतन की मुख्य वजह यह भी बताई जा रही है, कि जो विधायक 2017 चुनाव के दौरान कांग्रेस से भाजपा द्वारा आयात किये गए थे। उन्हें किसी भी हालातों में वापस नही जाने देना है। जिसे लेकर नब्ज़ टटोलने का काम किया जा रहा है।
सभी कैबिनेट मंत्रियों व पदाधिकारियों में मुख्य रूप से पार्टी और संगठन के तालमेल बैठाने को लेकर साथ ही विधानसभा चुनाव पर विशेष फोकस रहेगा। भाजपा के पास चुनाव में चुनौतियां बहुत हैं, पहला सवाल हर आम आदमी के जहन में है कि आखिर भाजपा सही काम कर रही थी तो त्रिवेंद्र रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाया क्यो।बात अगर हम कांग्रेस की करें तो कही न कही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चेहरे पर विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। 
हरीश रावत का अब जल्द उत्तराखण्ड दौरा होने वाला है जिसमें उनके द्वारा गाँव-गाँव पहुचकर जनता से भाजपा ले कार्यकाल में हुए कार्यो पर प्रकाश डालने का काम किया जाने वाला है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये।
हरीश रावत की बात करें तो उत्तराखण्ड में उस स्तर का विज़नरी नेता नहीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के कार्यकाल में उत्तराखण्ड के गाँव तक सरकार द्वारा लाभ पहुचाने का काम किया गया था। पहाड़ो में सड़क का जाल बनवाना भी हरीश की देन है, वह बात अलग है कि बरसात के दिनों नई सड़को पर थोड़ा बारिश होने पर ही मलुवा सड़क पर आने लगता है, जिससे लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है।भाजपा का संगठन कांग्रेस से बहुत ज्यादा मजबूत है, इसी वजह से बेबुनियाद नीतियों के साथ भी भाजपा अधिकतर कांग्रेस से आगे रहती है। चिंतन व मंथन के बाद दोनो राजनीतिक दलों में यह मंत्र तैयार किया जा रहा है कि चुनाव के दौरान जनता को कैसे मूर्छित किया जा सके।
चिंतन के सहारे भाजपा की यह रणनीति तैयार की जा सकती है कि किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना होगा। वही कांग्रेस के मंथन में यह बताया जा रहा कि भाजपा के पांच सालों का जवाब उन्ही से पूछा जाना चाहिए। चिंतन-मंथन कर चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जा रही है।

मोहंती को अरब अमीरात का ‘गोल्डन वीजा’ मिला

भुवनेश्वर। ओडिशा के मयूरभंज जिले की मोना बिस्वरूप मोहंती को संयुक्त अरब अमीरात का ‘गोल्डन वीजा’ मिला है। जिससे वह 10 साल तक खाड़ी देश में रह सकती हैं। यह दीर्घकालीन सांस्कृतिक वीजा कला, रचनात्मक उद्योग, साहित्य और संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत और संज्ञानात्मक अध्ययन के क्षेत्र में प्रतिभाओं को दिया जाता है। इससे विदेशियों को पश्चिमी एशियाई देश में रहने, काम करने और पढ़ने का अधिकार मिल जाता है और संयुक्त अरब अमीरात में अपने कारोबार का 100 प्रतिशत मालिकाना हक मिल जाता है।संयुक्त अरब अमीरात ने 2019 में नयी व्यवस्था लागू की थी जिसमें ये वीजा पांच या 10 साल के लिए जारी किए जाते हैं और अपने आप ही इनका नवीनीकरण हो जाता है। 
मोहंती पहली ओडिया कलाकार हैं जिन्हें संयुक्त अरब अमीरात का गोल्डन वीजा मिला है। मोहंती 2007 से दुबई में रह रही हैं और उन्होंने करीब आठ वर्षों तक अकादमिक क्षेत्र और डिजाइन उद्योग में काम किया।वह दुबई के आर्थिक विभाग में पंजीकृत कलाकार हैं। उन्होंने स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, बारीपदा से ललित कला में डिप्लोमा किया है। उन्होंने कहा, ”दीर्घकालीन निवास से मुझे और अधिक सार्थक सांस्कृतिक काम करने और अन्य कलाकारों के साथ मिलकर परियोजनाओं पर काम करने का अवसर मिलेगा। मैं इसे अपने देश तथा संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने के अवसर के रूप में देखती हूं।

जीसीआई में भारत की बढ़त, शीर्ष 10 में जगह ली

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। आईटीयू के वैश्विक साइबर सुरक्षा सूचकांक (जीसीआई) 2020 में भारत ने 37 स्थानों की बढ़त के साथ शीर्ष 10 में जगह हासिल की है। प्रमुख साइबर सुरक्षा मानकों पर भारत को दुनिया में 10वां स्थान मिला है। संयुक्त राष्ट्र के निकाय द्वारा साइबर सुरक्षा पर भारत के प्रयासों के पुष्टि एक जुलाई को डिजिटल इंडिया की छठी वर्षगांठ से ठीक की गई।

भारत एक वैश्विक आईटी महाशक्ति के रूप में उभर रहा है और डेटा गोपनीयता तथा नागरिक के ऑनलाइन अधिकारों की सुरक्षा के लिए दृढ़ उपायों के साथ अपनी डिजिटल संप्रभुता का दावा करता है। अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा 29 जून 2021 को शुरू किए गए वैश्विक साइबर सुरक्षा सूचकांक (जीसीआई) 2020 में भारत का 10वां स्थान रहा और उसके दर्जे में 37 स्थानों का सुधार हुआ।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...