मंगलवार, 8 जून 2021

लोगों ने 'ऑक्सीजन' की बुरी तरह किल्लत झेली हैं

अकांशु उपाध्याय                      

नई दिल्ली। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को पीएम द्वारा देश के नाम दिए गए संबोधन में लोगों को भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगाया है। कोरोना काल में लोगों ने ऑक्सीजन की बुरी तरह किल्लत झेली है। जबकि पीएम अब उस समय देश में ऑक्सीजन की कमी होने से अभी तक भी इंकार कर रहे है। 

मंगलवार को अपने फेसबुक अकाउंट पर जिम्मेदार कौन अभियान की अगली कड़ी की पोस्ट में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि सोमवार को पीएम ने अपने संबोधन में कहा है कि मैंने ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी। उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कह रहे हैं कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है और प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी की अफवाह फैलाने वालों की संपत्ति जब्त होगी। प्रदेश सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि मरीजों को जरूरतभर ही ऑक्सीजन दे। 

ज्यादा ऑक्सीजन ने दें। दूससी आगरा के अस्पताल में कोरोना संक्रमण की पहली लहर के कहर के दौरान ऑक्सीजन खत्म थी और 22 मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके मॉकड्रिल की गई। आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है? कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है की कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की भयावह होती स्थिति के दौरान देश के लोगों ने ऑक्सीजन की कमी झेली है और ऑक्सीजन के अभाव में अपनों को अपनी आंखों के सामने मरते हुए देखा है। इसके बावजूद देश के पीएम और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी लोगों को भ्रामक जानकारी देते हुए अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं।

15 गाड़ियों को भेजकर आग बुझाने के काम में लगाया

विजय भाटी                  

गौतमबुद्ध नगर। सूरजपुर स्थित औद्योगिक क्षेत्र में एक केमिकल फैक्ट्री में लगी आग ने थोड़ी ही देर में विकराल रूप धारण कर लिया। आग इतनी जबरदस्त थी कि देखते ही देखते उसने पूरी फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। जानकारी मिलते ही दमकल की दर्जनभर से भी अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंची। घंटों तक पानी बरसाने के बाद आग पर पाया काबू पाया जा सका। अभी तक किसी के आग की चपेट में आकर घायल होने या हताहत होने की सूचना नहीं है। गलवार की सवेरे ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में आग लग गई। 

जिसने देखते ही देखते भीषण रूप धारण करते हुए समूची फैक्ट्री को अपनी चपेट में ले लिया। आसमान में उठते हुए धुंए के बादलों व आग की लपटों को देखकर आसपास के लोगों में दहशत पसर गई। औद्योगिक क्षेत्र की अन्य फैक्ट्रियों में काम कर रहे लोग भी बाहर आ गए। मामले की जानकारी तुरंत ही दमकल विभाग को दी गई। दमकल विभाग ने 15 गाड़ियों को मौके पर भेजकर आग बुझाने के काम में लगाया। गौतमबुद्धनगर के सीएफओ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि आज सवेरे औद्योगिक क्षेत्र की साइट सी में आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची दमकल की टीम ने देखा कि आग केमिकल फैक्ट्री में लगी हुई है। दमकल विभाग की 15 गाड़ियों ने भीषण लपटों के बीच कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है। इस हादसे में किसी की जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। माना जा रहा है कि आग लगने की वजह शार्ट सर्किट हो सकती है।

परीक्षा शुल्क वापस न किए जाने का कोई कारण नहीं

हरिओम उपाध्याय                   

लखनऊ। प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रमेश सिंह ने उप-मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि बोर्ड परीक्षा को निरस्त कर दिए जाने के बाद परीक्षार्थियों का परीक्षा शुल्क वापस न किए जाने का कोई कारण नहीं दिखाई देता। जब परीक्षाओ के आयोजन पर होने वाले अधिकांश व्यय बच गये हों तो निश्चित रूप से परीक्षार्थियों का शुल्क उनके बैंक खातों में बोर्ड द्वारा अंतरित किया जाना चाहिए।

मंगलवार को प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ क कार्यकारी अध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि परीक्षा शुल्क किसी भी दशा में एकमुश्त विद्यालयों को न दिया जाये। क्योंकि इससे उस धनराशि के दुरुपयोग होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। चूंकि छात्रवृत्ति हेतु अधिकांश परीक्षार्थियों के बैंक खाते खुले हुए हैं। जिसका पूरा लेखा-जोखा न केवल विद्यालय बल्कि विभाग के पास उपलब्ध है। इसलिए सम्बन्धित परीक्षार्थियों के खातों में शुल्क वापस करने में कोई कठिनाई भी नहीं है। 

जिन परीक्षार्थियों के बैंक खाते उपलब्ध न हों, सम्बन्धित विद्यालयों के माध्यम से उनका बैंक खाता खुलवाते हुए उनका परीक्षा शुल्क वापस करने की व्यवस्था की जाय।उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का यह स्पष्ट मानना है कि बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन हेतु की गयी तैयारियों पर हो चुके छोटे-मोटे व्यय काटकर शेष परीक्षा शुल्क वापस पाना परीक्षार्थियों का मौलिक अधिकार है और बोर्ड द्वारा उन्हें इस अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता। यदि परीक्षा शुल्क वापस करने में किसी तरह की आनाकानी बोर्ड या विभाग द्वारा की जाती है तो उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ सड़क से लेकर न्यायालय तक इस लड़ाई को लड़ने के लिए विवश होगा जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व बोर्डध् विभाग एवं सरकार पर होगा।

बंगाल: आकाशीय बिजली गिरने से 26 की मौंत

अकांशु उपाध्याय                 

नई दिल्ली। इन दिनों देश के अलग-अलग राज्यों में बारिश हो रही है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ कर्नाटक, तमिलनाडु, झारखंड, ओडिशा और गुजरात के कुछ हिस्से में आंधी के साथ मध्यम से तेज बारिश हुई है। वहीं यूपी और राजस्थान में तेज आंधी तूफान के साथ छिटपुट बारिश का दौर चला। यूपी के बाराबंकी में सोमवार शाम तेज बारिश आंधी तूफान और ओलावृष्टि से काफी नुकसान देखने में आया है। वहां पर तूफान के कारण एक महिला के घर की दीवार उसके ऊपर गिर गई। इस हादसे में 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। कई जगहों पर पेड़ गिरे और फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। झारखंड में भी इन दिनों आकाशीय बिजली गिरने के कारण 3 लोगों की मौत की सूचना आई है। 

दरअसल झारखंड के रामगढ़ जिले के वेस्ट बोकारो ओपी क्षेत्र के लाइओ पंचायत के घोसी गांव में बिजली गिरने से तीन व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है। जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। इस वज्रपात के शिकार हुए तीनों युवकों के नाम अभिषेक महतो, गौतम कुमार और आलोक महतो बताए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा आकाशी बिजली से मौत पश्चिम बंगाल में हुई है। जहां पर पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में अब तक 26 लोगों की मौत की सूचना मिली है। पश्चिम बंगाल के हुगली में सबसे ज्यादा आकाशीय बिजली गिरने से 11 लोगों की मृत्यु हुई है।वहीं मुर्शिदाबाद में 9 लोगों की आकाशीय बिजली से मृत्यु हुई है। पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर और बांकुरा में दो-दो लोगों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। प्रधानमंत्री मोदी ने मृतकों के परिवार वालों को 2-2 लाख के मुआवजा देने का ऐलान किया है।

36 जिलों में बरसात व तेज हवाओं का अलर्ट जारी

दुष्यंत सिंह टीकम   

रायपुर। छत्तीसगढ़ के 23 जिलों में गरज चमक के साथ अंधड चलने और आकाशीय बिजली गिरने की सम्भावना है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, पेण्ड्रा, मुंगेली, बिलासपुर, कोरबा, कवर्धा, बेमेतरा, बलौदाबाजार, राजनांदगाँव, दुर्ग, रायपुर, बालोद, धमतरी, कांकेर नारायणपुर, कोण्डागांव, बीजापुर, दन्तेवाड़ा, बस्तर और सुकमा शमिल है।

एक द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर पूर्वी उत्तर प्रदेश से बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। दूसरा द्रोणिका उप हिमालयन पश्चिम बंगाल से दक्षिण छत्तीसगढ़ तक स्थित है। प्रदेश में अरब सागर से प्रचुर मात्रा में नमी आ रही है। इन सब परिस्थितियों के कारण प्रदेश में कल अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है प्रदेश में अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट के साथ विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है।

सीएम के लिए छह विधायक सीट छोड़ने को तैयार

पंकज कपूर   

देहरादून। पौड़ी लोकसभा सीट से 6 विधायक मुख्यमंत्री के लिए सीट छोड़ने के लिए तैयार है, जिनमें निर्दलीय विधायक भी शामिल है, और सीट छोड़ने के लिए मुख्यमंत्री को लिखित पत्र दे चुके हैं। बता दें कि, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 10 सितम्बर से पहले विधायकी का चुनाव जीतकर आना है, जिसके लिए मुख्यमंत्री को किसी भी एक विधानसभा सीट से उप चुनाव जीतकर आना होगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि, अब तक 6 विधायकों ने उन्हें लिखित में सीट छोड़ने के लिए पत्र दिया है। जिसमें एक निर्दलीय विधायक भी है।

यह भी बता दें कि, सीट छोड़ने वालों में सबसे बड़ा नाम कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का है, जिन्होने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के लिए मुख्यमंत्री की शपथ लेने के दिन ही बीजेपी हाईकमान को कोटद्धार विधानसभा सीट छोड़ने के लिए अवगत करा दिया था। मीडिया में भी बयान देकर हरक ने सीएम तीरथ के लिए सीट छोड़ने के लिए कह दिया है। लैंसडान से भाजपा विधायक दिलिप रावत, यमकेश्वर से ही भाजपा विधायक रितू खंडूरी और बद्रीनाथ से भाजपा विधायक महेंद्र भट्ट, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली और भीमताल से निर्दलीय विधायक राम सिंह कैंडा भी सीट छोड़ने के लिए तैयार है।

परिवार के 4 सदस्यों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की

आदर्श श्रीवास्तव   
शाहजहांपुर। जिले में एक ही परिवार के 4 लोगों ने संदिग्धवस्था में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया गया कि शहर कोतवाली क्षेत्र के कच्चे कटरा मोहल्ले में रहने वाले दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता 43 वर्ष, पत्नी रिशु गुप्ता 40,बेटे शिवांग 12 वर्ष और बेटी हर्षिता 10 वर्ष के शव फंदे से लटके मिले। पुलिस के अनुसार उनके किसी परिचित ने जब फोन किया तो कोई जवाब न मिलने पर वह अखिलेश के घर पहुंच गया। वहां का दृश्य देखकर उसने पुलिस को सूचना दी। 
मौके पर एक पत्र भी मिला है जिसमें आर्थिक तंगी एवं कर्ज से परेशान होने के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाने की बात लिखी गई है। आशंका जताई गई कि दंपति ने पहले अपने दोनों बच्चों को अलग-अलग फांसी पर लटकाया और उसके बाद खुद भी फांसी लगा ली, सीओ सिटी के अनुसार सुसाइड लेटर में आर्थिक तंगी का जिक्र किया गया है।बताया गया कि कच्चा कटरा मोहल्ले में दीवाली पर ही दवा कारोबारी अखिलेश गुप्ता ने नया मकान बनवाकर गृह प्रवेश किया था। काफी सालों से वह शाहजहांपुर में रह रहे थे। पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की जांच कर रही हैं।

ट्रेन हादसे में 65 की मौत हुई, 100 से अधिक घायल

हरिओम उपाध्याय  
कराची। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सोमवार को हुई ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 65 हो गई है । विपक्षी दलों ने मांग की है कि देश में हुए भीषण ट्रेन हादसों में से एक, इस दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिये तुरंत जांच की जाए। उल्लेखनीय है कि सोमवार को कराची से सरगोधा जा रही ‘मिल्लत एक्सप्रेस’ पटरी से उतर गई जिससे रावलपिंडी से कराची आ रही ‘सर सैयद एक्सप्रेस’ उससे टकरा गई।
टक्कर के कारण मिल्लत एक्सप्रेस की बोगियां पलट गईं। यह हादसा सिंध के घोटकी जिले के ढरकी शहर के निकट हुआ। इस हादसे में कम से कम 65 लोगों की मौत हो गई तथा 100 से ज्यादा घायल हो गए। जियो न्यूज ने रेलवे के मंडल अधीक्षक (सुक्कुर) तारिक लतीफ के हवाले से बताया कि राहत अभियान पूरा हो चुका है तथा पटरियों को भी साफ किया जा चुका है। इस हादसे में 17 बोगियां क्षतिग्रस्त हुई थीं, उन्हें तथा इंजन को पटरियों से हटा लिया गया है।उन्होंने कहा, ”अप एवं डाउन पटरियों को बहाल किया जा चुका है । हमें रेल सेवाओं को शुरू करने के आदेश मिले हैं।” घोटकी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उमर तूफैल ने संवाददाताओं को बताया कि और शवों को निकाले जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़ कर 65 हो गयी है। उन्होंने बताया कि 100 से अधिक लोग घायल हुये हैं जिनमें से कुछ की हालत नाजुक है। रेलवे मंत्री आजम स्वाती ने कहा कि उनके इस्तीफे से मरने वालों का जीवन लौट सकता है तो वह ऐसा करने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने मामले की व्यापक जांच कराये जाने का वादा किया है । उन्होंने कहा कि सुक्कुर संभाग में रेल की पटरियां खस्ताहाल हैं। उन्होंने विस्तृत जांच के आदेश देते हुए कहा, ”हमें इस हादसे के लिए जिम्मेदार व्यक्ति का पता लगाना होगा।” पाकिस्तान रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि रावलपिंडी से कराची आ रही सर सैयद एक्सप्रेस साथ वाली पटरी से उतरी ट्रेन से टकरा गयी जिसके कारण यह हादसा हुआ। रेलवे ने आरंभिक रिपोर्ट में कहा है, ”चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक इंजन पटरी से उतरी ट्रेन (मिल्लत एक्सप्रेस) के कोचों से टकरा गयी ।” इसमें कहा गया है कि फंसे यात्रियो को बचाना राहत एवं बचाव अधिकारियो के लिये एक बड़ी चुनौती थी । बाद में भारी मशीनों का इस्तेमाल कर लोगों को निकाला गया।

कटर के अभाव में इन प्रयासों में बाधा पहुंची । इस बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने रेल हादसे की तत्काल जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि 2018 में जब से इमरान खान की सरकार सत्ता में आई है तब से रेल हादसे भी अधिक हो रहे हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज, जमायत उलेमा ए इस्लाम फजल समेत कई विपक्षी दलों ने इस हादसे पर संसदीय बहस की मांग की।

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम में 6 नए खिलाड़ी शामिल

मेलबर्न। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर कोरोना का साया नजर आने लगा है। ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम के शीर्ष खिलाड़ियों में जैव सुरक्षित वातावरण की थकान के संकेत मिले हैं। इसके मद्देनजर खिलाड़ियों की वेस्टइंडीज और बांग्लादेश दौरे से बाहर रहने की संभावना नजर आने लगी है। इसको देखते हुए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 10 जुलाई से शुरू होने वाले सीमित ओवरों के इन मैचों के लिये अपनी संभावित टीम में छह नए खिलाड़ी शामिल किये हैं।
चयनसमिति ने बेन मैकडरमॉट, डैन क्रिश्चियन, कैमरन ग्रीन, एश्टन टर्नर, वेस एगर और नाथन एलिस को टीम में शामिल किया है जिससे संभावित खिलाड़ियों की संख्या बढ़कर 29 हो गयी है। ऑस्ट्रेलिया की टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ जून में पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय और तीन वनडे मैच खेलेगी और उसके बाद अगस्त के शुरू में पांच टी20 मैचों के लिये बांग्लादेश का दौरा करने की संभावना है।टीम 28 जून को चार्टर्ड विमान से वेस्टइंडीज के लिये रवाना होगी। उससे पहले टीम में छंटनी की जाएगी। राष्ट्रीय चयन पैनल के अध्यक्ष ट्रेवर हॉन्स ने बयान में कहा,”वेस्टइंडीज और बांग्लादेश दौरे के लिये संभावित टीम में शुरू में चुने गये खिलाड़ियों के साथ चर्चा के बाद ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम में छह नए खिलाड़ी जोड़े गये हैं।”

तेज गेंदबाजी आलराउंडर डेनियल सैम्स पहले ही मानसिक स्वा​स्थ्य कारणों से बाहर हो गये हैं जबकि रिपोर्टों के अनुसार स्टार क्रिकेटर डेविड वार्नर और पैट कमिन्स भी इन दौरों से बाहर रह सकते हैं। इन तीनों के अलावा ऑस्ट्रेलिया के ​कई खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग के बीच में स्थगित होने के बाद हाल में स्वदेश लौटे हैं।

अदालत से विशेष आहार व सप्लीमेंट की मांग की

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। हत्या के आरोप में जेल में बंद पहलवान सुशील कुमार की भूख जेल में मिल रहे खाने से नहीं मिट रही है। उसने अदालत से विशेष आहार और सप्लीमेंट दिये जाने की मांग की है। फिलहाल दिल्ली की अदालत पहलवान सुशील कुमार की विशेष आहार तथा सप्लीमेंट्स जेल के भीतर उपलब्ध करवाने की मांग वाली याचिका पर बुधवार को फैसला सुनाएगी।

ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार एक युवा पहलवान की कथित हत्या के मामले में आरोपी हैं और जेल में बंद हैं। मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सतवीर सिंह लांबा ने अभियोजन पक्ष एवं बचाव पक्ष के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया। सुशील कुमार पर हत्या, गैर इरादतन हत्या और अपहरण के आरोप हैं और वह दिल्ली की मंडोली जेल में बंद हैं।याचिका में कुमार के वकील प्रदीप राणा, कुमार वैभव और सत्विक मिश्रा ने कहा कि उनका मुवक्किल आईसोलेट व्हे प्रोटीन, ओमेगा-थ्री कैप्सूल, जॉइंटमेंट कैप्सूल, प्री-वर्कआउट सी4, मल्टीविटामिन आदि सप्लीमेंट लेते हैं। इसमें कहा गया कि इन आवश्यक वस्तुओं को देने से इनकार करने का कुमार के करियर पर बुरा असर पड़ेगा क्योंकि विशेष पोषण आहार तथा सप्लीमेंट उनकी सेहत तथा प्रदर्शन को बनाए रखने के लिहाज से अत्यंत आवश्यक हैं।

जेल अधिकारियों ने अदालत में दिए जवाब में कहा है कि कुमार की चिकित्सीय अवस्था में फूड सप्लीमेंट या अतिरिक्त आहार के रूप में अतिरिक्त प्रोटीन की आवश्यकता नहीं है। इस पर राणा ने कहा कि विशेष आहार तथा सप्लीमेंट की मांग सुशील कुमार के निजी खर्चे पर की गई है, इसका खर्च जेल अधिकारियों को वहन नहीं करना पड़ेगा। सुशील कुमार को 23 मई को गिरफ्तार किया गया था और दो जून को नौ दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम, नई गाइडलाइन जारी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की कोविड-19 टीकाकरण नीतियों में बदलाव की घोषणा की। इसके कुछ घंटों बाद भारत सरकार ने योग दिवस 21 जून से लागू होने वाले राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इन दिशानिर्देशों में कहा गया है कि “जनसंखया, बीमारी के बोझ और टीकाकरण की प्रगति के आधार पर राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को वैक्सीन की खुराक आवंटित की जाएगी।”
1- भारत सरकार देश में निर्माताओं द्वारा उत्पादित किए जा रहे टीकों का 75% खरीद करेगी। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को टीके मुफ्त में दिए जाते रहेंगे।

2- केंद्र 21 जून से राज्यों को 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के टीकाकरण के लिए मुफ्त जैब प्रदान करेगा।

3- केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को दी जाने वाली फ्री ऑफ कॉस्ट वैक्सीन को प्राथमिकता के आधार पर लगाया जाएगा।

4- 18 साल से अधिक आयु की जनसंख्या के ग्रुप के लिए राज्य या केंद्र शासित प्रदेश प्राथमिकता के आधार पर सप्लाई शेड्यूल तय करेंगे।

5- भारत सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवांस में उन्हें सप्लाई की जाने वाली वैक्सीन की डोज के बारे में जानकारी देगी। इसी तरह राज्य और केंद्र शासित प्रदेश भी एडवांस में डिस्ट्रिक्ट और वैक्सीनेशन सेंटर्स को उन्हें दी जाने वाली डोज के बारे में जानकारी देंगे। ताकि इसे और अधिक विजिबल और सुविधाजनक बनाया जा सके।

6- प्राइवेट अस्पतालों के लिए वैक्सीन डोज की कीमत प्रत्येक वैक्सीन मैन्यूफैक्चरर द्वारा डिक्लेयर की जाएगी। और अगर कोई बदलाव किया जाता है तो वो पहले ही बताना होगा। प्राइवेट अस्पताल हर डोज के लिए ज्यादा से ज्यादा 150 रुपये सर्विस चार्ज के रूप में ले सकते हैं। राज्य सरकारें वैक्सीन की कीमत की मॉनिटरिंग करेंगी।

7- वैक्सीन निर्माताओं द्वारा उत्पादन को प्रोत्साहित करने और नए टीकों को प्रोत्साहित करने के लिए, घरेलू वैक्सीन निर्माताओं को भी निजी अस्पतालों को सीधे टीके उपलब्ध कराने का विकल्प दिया गया है। यह उनके मासिक उत्पादन के 25% तक सीमित होगा। राज्य/केंद्र शासित प्रदेश बड़े और छोटे निजी अस्पतालों और रीजनल बैलेंस के बीच समान डिस्ट्रीब्यूशन को ध्यान में रखते हुए निजी अस्पतालों की मांग को पूरा करेंगे। इस ओवरऑल डिमांड के आधार पर, भारत सरकार निजी अस्पतालों को टीकों की सप्लाई और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म के माध्यम से उनके भुगतान की सुविधा प्रदान करेगी।

8- सभी नागरिक अपनी आय की स्थिति के बावजूद मुफ्त वैक्सीनेशन के हकदार हैं।

9- केंद्र की केंद्रीकृत मुफ्त टीकाकरण नीति 21 जून, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से शुरू होगी और सरकार 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी भारतीय नागरिकों को मुफ्त कोविड-19 वैक्सीन प्रदान करेगी।

10- “लोक कल्याण” की भावना को बढ़ावा देने के लिए नॉन ट्रांसफरेबल इलेक्ट्रॉनिक वाउचर के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा, जिसे निजी टीकाकरण केंद्रों पर भुनाया जा सकता है। इससे लोग प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के टीकाकरण में फाइनेंशियली सपोर्ट कर सकेंगे।

11- CoWIN प्लेटफॉर्म प्रत्येक नागरिक को सुविधाजनक और सुरक्षित रूप से प्री-बुकिंग वैक्सीनेशन अपाइंटमेंटकी सुविधा प्रदान करता है। सभी सरकारी और निजी वैक्सीनेशन सेंटर इंडीविजुअल के साथ ही साथ व्यक्तियों के समूहों के लिए ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी प्रदान करेंगे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में घोषणा करते हुए कहा था कि केंद्र वैक्सीन खुराक के कुल उत्पादन का 75 प्रतिशत खरीदेगा और राज्यों को मुफ्त प्रदान करेगा। कोई भी राज्य सरकार टीकों पर कुछ भी खर्च नहीं करेगी। प्रधान मंत्री ने आगे कहा था कि देश में 23 करोड़ से अधिक कोविड-19 वैक्सीन की खुराक दी गई है और आने वाले दिनों में टीकों की सप्लाई में और ज्यादा वृद्धि होगी।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...