सोमवार, 31 मई 2021

चाचा ने भतीजियों पर चाकुओं से किया हमला, घायल

बृजेश केसरवानी           
प्रयागराज। थाना खुल्दाबाद चकनिरतुल का है। जहां मकान के विवाद को लेकर कई बार इस तरह का विवाद होता चला आ रहा है। लेकिन आज दिनांक 31 मई 2021 को दोनों बहनें छत पर गेहूं फैला रही थी। तभी चाचा ने किसी बात को लेकर कहा सुनी हुई औए बात इतनी बढ़ गई कि चाचा ने भतीजियों पर चाकुओ से हमला कर दिया और अपने आप को बचाने कब लिए दोनों बहनों ने चाकू को पकड़ लिया। 

जिससे दोनों के हांथ लहूलुहान हो गए। प्राची और रुपाली शर्मा पहुंची महिला थाने प्राची शर्मा ने बताया कि मेरे चाचा घर मे रहते है और मकान कब्जे को लेकर हमेसा लड़ाई करते है। बेटियों के पिता रेलवे में सफाई कर्मी है और मेरे पिता इस समय बीमार भी और रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती है।

शासिक राजमाता अहिल्याबाई की मनाईं गई जयंती

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। समाजवादी पार्टी के महानगर कार्यालय चौक मे महानगर अध्यक्ष सै. इफ्तेखार हुसैन की अनुपस्थिति मे वरिष्ठ नगर उपाध्यक्ष विजय वैश्य की अध्यक्षता मे संगोष्ठी आयोजित कर भारतीय इतिहास की महान शासिक राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की जयन्ती मनाई गई। सर्व प्रथम उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया। विजय वैश्य ने 31 मई 1725 मे महाराष्ट्र के चाउन्डी मे पिता मानकोजी शिन्दे व माता सुशीलाबाई के घर जन्मी धनगर समाज की बेटी व महान शासिका को नमन करते हुए उनके युद्ध कौशल की चर्चा की। 

महानगर महासचिव रवीन्द्र यादव रवि ने गोष्ठी का संचालन करते हुए भारतीय इतिहास की महान शासिका के जीवन पर आधारित उनके इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला। कहा धनगर समाज से मराठी समाज की बहु बनने वाली अहिल्याबाई होल्कर मे ग़ज़ब का युद्ध कौशल था वह तीर अंदाज़ी के कौशल से परिपूर्ण और हाथी पर सवार होकर विरोधी सेना को धूल चटाने मे विख्यात थीं। वह मालम प्रान्त की महारानी थीं। वह किसी बड़े राज्य की महारानी तो थी नहीं, लेकिन अपने युद्ध कौशल से सब को चकित कर देने की उनमे छमता कूट कूट कर बसी थी। उनकी गणना देश के महान शासको के रुप मे की जाती है। 

उपाध्यक्ष दिनेश यादव उपाध्यक्ष मोईन हबीबी,महिला सभा की नगर उपाध्यक्ष प्रतिमा रावत व शहर उत्तरी विधान सभा अध्यक्ष ओ पी यादव तथा शहर फश्चिमी विधान सभा अध्यक्ष अभिमन्यु पटेल ने भी भिरतीय इतिहास की शेरनी राजमाता अहिल्याबाई होल्कर को स्मर्ण करते हुए उनके युद्ध कौशल और महान शासक होने पर विस्त्रित चर्चा की।समाजवादी पार्टी महानगर के पदाधिकारीयों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए नमन किया और अहिल्याबाई होल्कर अमर रहें, नारे का उद्वघोष किया।कार्यक्रम में विजय वैश्य,दिनेश यादव, मोईन हबीबी, रवीन्द्र यादव रवि, प्रतिमा रावत, सै. मो०अस्करी, आशीष पाल, ओ पी यादव, अभिमन्यु पटेल, शकील अहमद, जितेन्द्र यादव आदि उपस्थित रहे।

'देशद्रोह' की सीमा को परिभाषित करें: सुप्रीम कोर्ट

अकांशु उपाध्याय                   

नई दिल्ली। भारतीय दंड विधान में शामिल देशद्रोह की धारा के तहत केस दर्ज करने के बढ़ते मामलों के बीच सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को बड़ी बात कह दी। शीर्ष कोर्ट ने कहा कि समय आ गया है। जब हम देशद्रोह की सीमा को परिभाषित करें। कोर्ट ने यह टिप्पणी आंध्र प्रदेश के दो तेलुगु चैनलों के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाते हुए कार्रवाई की।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार को निर्देश दिया कि उसे समाचार चैनलों-टीवी 5 और एबीएन आंध्र ज्योति के खिलाफ कोई कठोर कदम नहीं उठाना चाहिए। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा, 'आंध्र प्रदेश सरकार चैनलों के खिलाफ देशद्रोह के मामले दर्ज कर उनको दबा रही है। यह समय है कि अदालत देशद्रोह को परिभाषित करे।'

एमपी: 15 तक जारी रहेंगा कर्फ्यू, छूट दी जाएंगी

मनोज सिंह ठाकुर               

भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। सीएम ने पीएम मोदी का आभार माना कोरोना संक्रमण से निपटने में। सीएम ने कहा कि मैं हृदय से प्रधानमंत्री और उनकी टीम के साथ हर उस शख्‍स को धन्‍यवाद देता हूं। जिसने सहयोग दिया। उन्‍होंने कहा कि लड़ाई अभी बाकी है। यह बात अलग है कि अभी संतोषजनक स्थिति है।उन्‍होंने कहा कि हमने संक्रमण को नियंत्रित तो किया, लेकिन संकट टला नहीं है। हमें अभी सावधान रहने की आवश्‍यकता है। राज्‍य में कोरोना कर्फ्यू 15 जून तक जारी रहेगा लेकिन कर्फ्यू में छूट दी जाएगी। सीएम ने कहा कि हमने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की पूरी तैयारी की है। बच्‍चों की परीक्षाओं के लिए मंत्रियों का अलग समूह बनाया गया है। 

सीएम शिवराज ने प्रदेशवासियों ने कोविड अनुकूल व्‍यवहार भी करने का आह्वान किया। शिवराज ने कहा कि सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक गतिविधियां बंद रहेंगे। स्‍कूल, काॅलेज, कोचिंग, शापिंग माल, सिनेमाघर,जिम, थिएटर, पिकनिट स्‍पाट, बार, आडिटोरियम सभी बंद रहेंगे। अत्‍यावश्‍यक सेवाएं देने वाले कार्यालय के अतिरिक्‍त कार्यालय शर्तों के साथ खुलेंगे। सभी धार्मिक और पूजा स्‍थल चार से अधिक श्रद्धालुओं के साथ ही प्रवेश के लिए रहेंगे। अंतिम संस्‍कार में अधिकतम दस लोग शामिल होंगे। शोक कार्यक्रम में भी यही हालत रहेगी। विवाह में दोनों पक्षों के मिलाकर 20 लोग शामिल हो सकेंगे। शनिवार रात दस बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक जनता कर्फ्यू लागू रहेगा। रोज रात दस से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा।

आईटी नियमों का पालन करना ही होगा: एचसी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि यदि डिजिटल मीडिया संबंधी नए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों पर रोक नहीं लगाई गई है तो ट्विटर को इनका पालन करना होगा। इस टिप्पणी के साथ ही न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने अधिवक्ता अमित आचार्य की याचिका पर केंद्र और सोशल मीडिया मंच ट्विटर को नोटिस जारी कर उन्हें अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया है। आचार्य ने अपनी याचिका में दावा किया है कि ट्विटर ने नियमों का पालन नहीं किया है।
दूसरी ओर, ट्विटर ने अदालत के समक्ष दावा किया कि उसने नियमों का पालन किया है और एक शिकायत निवारण स्थानीय अधिकारी नियुक्त किया है, लेकिन केंद्र सरकार ने इस दावे को गलत ठहराया। अदालत ने कहा, ‘‘यदि इन (नियमों) पर रोक नहीं लगाई गई है, तो उन्हें इसका पालन करना होगा।’’ आचार्य ने वकील आकाश वाजपेयी और मनीष कुमार के जरिए दर्ज कराई गई याचिका में कहा कि जब उन्होंने कुछ ट्वीट के बारे में शिकायत दर्ज करवाने का प्रयास किया, तब उन्हें सरकारी नियमों का अनुपालन कथित रूप से नहीं किए जाने के बारे में पता चला।
सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार के स्थायी वकील रिपुदमन सिंह भारद्वाज ने अदालत से कहा कि ट्विटर ने नियमों का पालन नहीं किया है। याचिका में कहा गया है कि ट्विटर ने शिकायत निवारण स्थानीय अधिकारी नियुक्त करने संबंधी केंद्र के आईटी कानून के नियम का पालन नहीं किया है। इसमें अनुरोध किया गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को इस नियम का अविलंब पालन करने का निर्देश दिया जाए।

याचिका में कहा गया है कि नए आईटी नियम 25 फरवरी को प्रभाव में आए तथा केंद्र ने ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया मंचों को इनका पालन करने के लिए तीन महीने का वक्त दिया था। याचिका में कहा गया कि यह अवधि 25 मई को समाप्त हो गई लेकिन ट्विटर ने इस मंच पर ट्वीट से जुड़ी शिकायतों को देखने के लिए आज तक शिकायत निवारण स्थानीय अधिकारी की नियुक्ति नहीं।

याचिका में केंद्र को भी निर्देश देने का अनुरोध किया गया कि वह आईटी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करे। ट्विटर ने हाल में नए आईटी नियमों की आलोचना की थी और कहा था कि ये नियम ‘‘मुक्त और खुली सार्वजनिक बातचीत को रोकते हैं।’’ इस पर प्रतिक्रिया में केंद्र ने कहा था कि ट्विटर भारत को बदनाम करने के लिए निराधार और झूठे आरोप लगा रहा है।

सेंट्रल विस्टा योजना को लेकर 1 गलत विमर्श गढ़ा

अखिलेश पाडेंय  
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को कहा कि सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना को लेकर एक गलत विमर्श गढ़ा गया और कहा कि यह “दिखावटी परियोजना” नहीं बल्कि एक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नए प्रधानमंत्री आवास के लिये किसी डिजाइन को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और सिर्फ दो परियोजनाओं- संसद भवन व सेंट्रल विस्टा एवेन्यू – का काम करीब 1300 करोड़ रुपये की लागत से फिलहाल चल रहा है।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि केंद्रीय परियोजना को लेकर झूठा विमर्श गढ़ा जा रहा था और किसी भी विरासत इमारत को “छुआ” नहीं जाएगा। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुरी ने कहा, “यह एक व्यर्थ परियोजना नहीं है और इस परियोजना की आवश्यकता है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को सेंट्रल विस्टा परियोजना को जारी रखने की मंजूरी देते हुए कहा कि यह “अहम और आवश्यक” राष्ट्रीय परियोजना है। मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान परियोजना रोके जाने का अनुरोध करने वाली याचिका खारिज करते हुए कहा कि यह किसी मकसद से ”प्रेरित” थी और ”वास्तविक जनहित याचिका” नहीं थी।

अदालत ने याचिकाकर्ताओं पर एक लाख रुपए जुर्माना लगाया। परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और एक नए आवासीय परिसर के निर्माण की परिकल्पना की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री और उप-राष्ट्रपति के आवास के साथ-साथ कई नए कार्यालय भवन और मंत्रालयों के कार्यालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय का निर्माण होना है।

ब्लैक फंगस के 944 मामले, दवाई की किल्लत बडी

सत्येंद्र ठाकुर   
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राजधानी में ब्लैक फंगस के अब तक 944 मामले सामने आए हैं। केजरीवाल ने संवाददाताओं से बताया कि दिल्ली में सामने आए 944 ब्लैक फंगस मामलों में से 650 दिल्ली सरकार के अस्पतालों में भर्ती हैं तथा 300 अन्य केंद्र सरकार के अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज में प्रयोग की जाने वाली दवाओं में कमी है। उन्होंने कहा,“ब्लैक फंगस के इलाज में प्रयुक्त की जाने वाली इंजेक्शन की आपूर्ति कम है। हमने शनिवार को 1000 इंजेक्शन प्राप्त किए थे लेकिन रविवार को कोई इंजेक्शन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मरीज को रोज तीन से चार इंजेक्शन लगते हैं।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...