सोमवार, 24 मई 2021

स्पूतनिक-वी कोरोना टीके के उत्पादन की घोषणा

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। रूस के निवेश कोष रसियन डारेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) और भारत की दवा कंपनी पैनेसिया बायोटेक ने सोमवार को भारत में स्पूतनिक-वी कोरोना वायरस टीके का उत्पादन शुरू करने की घोषणा की। पैनेसिया बायोटेक के हिमाचल प्रदेश के बद्दी कारखाने में तैयार की गई कोविड-19 के स्पूतनिक-वी टीके की पहली खेप रूस के गामालेया केन्द्र भेजा जायेगा जहां इसकी गुणवत्ता की जांच परख होगी।

आरडीआईएफ और पैनेसिया बायोटेक ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पूर्ण स्तर पर उत्पादन इन गर्मियों में ही शुरु होने की उम्मीद है। बयान में कहा गया है कि अप्रैल में आरडीआईएफ और पैनेशिया ने स्पुतनिक-वी टीके की सालाना 10 करोड़ खुराक का उत्पादन करने पर सहमति जताई थी।

आरडीआईएफ के मुख्य कार्यकारी किरिल्ल डमित्रिव ने कहा कि पैनेशिया बायोटेक के साथ मिलकर भारत में उत्पादन की शुरुआत देश को महामारी से लड़ने में मदद की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि स्पुतनिक-वी टीके का उत्पादन शुरू होने से भारत को कोरोना वायरस महामारी के संकटपूर्ण दौर से निकालने के सरकार के प्रयासों को समर्थन मिलेगा। बाद में टीके का दूसरे देशों को निर्यात भी किया जा सकेगा ताकि दुनिया के अन्य देशों में भी महामारी के प्रसार को रोका जा सके।

टीके के उत्पादन की शुरुआत पर पैनेशिया बायोटेक के प्रबंध निदेशक राजेश जैन ने कहा कि स्पुतिनक-वी का उत्पादन शुरू होना एक महत्वपूर्ण कदम है। आरडीआईएफ के साथ मिलकर हम उम्मीद करते हैं देश के लोग फिर से सामान्य स्थिति महसूस कर सकें साथ ही दुनिया के देशों में भी स्थिति सामान्य करने में मदद मिलेगी। स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया। इसके साथ ही कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया।

फैबीफ्लू की खरीद-वितरण करने के बारे में पूछताछ

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) को कोविड-19 दवाओं की जमाखोरी की जांच करने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद गौतम गंभीर से इतनी बड़ी मात्रा में कोरोना उपचार की दवा फैबीफ्लू की खरीद और वितरण करने के बारे में पूछताछ करने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति विपिन सिंह और न्यायमूर्ति जसमीत सांघी की खंडपीठ पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और आम आदमी पार्टी विधायक प्रीति तोमर और प्रवीण कुमार के खिलाफ महामारी के दौरान कथित तौर पर दवाओं की जमाखोरी के आरोपों को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई कर रही है।
खंडपीठ ने कहा, “ गंभीर की मंशा भले ही सही रही हो, लेकिन आपूर्ति कम होने पर उन्होंने थोक में दवाएं खरीदकर कहीं न कहीं नुकसान पहुंचाया है।” पीठ ने कहा, “ चाहे जो भी जांच हो रही हो, दवा नियंत्रक को इसकी जांच करने दीजिए, गंभीर एक राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके हैं।

हमें यकीन है कि उनकी मंशा अच्छी थी लेकिन उन्हाेंने जिस रास्ते को चुना, उससे अहित हुआ है, भले ही यह गैरइरादतन हुआ हो।” उन्होंने कहा, “ कानून को अपना काम करना चाहिए, इसी से ऐसे हालात से निपटा जा सकता है। हम गंभीर, प्रीति तोमर और प्रवीण कुमार की ही बात कर रहे हैं। ” न्यायालय ने दवा नियंत्रक को एक सप्ताह के अंदर स्थिति रिपोर्ट देने को कहा है।

चीन से 6000 ऑक्सीजन सिलेंडर का आयात किया

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने चीन से 6000 ऑक्सीजन सिलेंडरों का आयात किया है जिन्हें तीन डिपो में रखा जाएगा और कोरोना वायरस की तीसरी लहर की स्थिति में उपयोग किया जाएगा। केजरीवाल ने यह भी कहा कि दूसरी लहर धीरे धीरे खत्म हो रही है और दिल्ली सरकार ने संभावित तीसरी लहर की तैयारी शुरू कर दी है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ” करीब 6000 सिलेंडर चीन से विमान से मंगाये गये हैं जिनमें से हमें 4400 मिल गये हैं। बाकी 1600 सिलेंडर दो से तीन दिनों में पहुंच जायेंगे।” मुख्यमंत्री ने विदेश मंत्रालय एवं बीजिंग में भारतीय दूतावास को ऑक्सीजन सिलेंडरों के आयात में सहायता पहुंचाने को लेकर धन्यवाद दिया।केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार सिलेंडरों का भंडारण करने के लिए तीन डिपो तैयार कर रही है और ये सिलेंडर जरूरतमंद लोगों को दिये जा सकते हैं तथा अस्पतालों में अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड तैयार करने में उपयोग में लाये जा सकते हैं। उन्होंने कहा, ” कोविड-19 की तीसरी लहर की स्थिति में इन 6000 सिलेंडरों को 3000 ऑक्सीजन बेड तैयार करने में उपयोग में लाये जा सकते हैं। शायद यह, महामारी के आने के बाद से भारत में लाया गया सबसे बड़ा खेप है।”

उन्होंने कहा कि एचसीएल और गिव इंडिया फाउंडेशन ने इस नेक कार्य के लिए दान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, ” इसके अलावा, हम बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन सांद्रक खरीद रहे हैं। ऑक्सीजन सांद्रक बैंक जरूरतमंद लोगों को देने के लिए सभी जिलों में स्थापित किये गये हैं। हम ऑक्सीजन टैंक खरीदने में भी लगे हैं और हम ऑक्सीजन भंडार जगह भी तैयार कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, ” इस लहर के दौरान जो भी समस्याएं हमारे सम्मुख आयीं, उनका निदान किया जा रहा है।” केजरीवाल ने कहा कि संक्रमण के मामले अप्रैल के सर्वाधिक 28000 से घटकर करीब 1500 रह गये हैं और संक्रमण दर करीब 2.5 फीसद तक गिर गयी हैं जो अप्रैल के आखिर सप्ताह में 36 फीसद तक चली गयी थी। उन्होंने कहा, ” ऐसा लगता है कि यह लहर अब घट रही है लेकिन हमारे प्रयासों में कोई शिथिलता नहीं रही। हमने पहले से ही अगली लहर के लिए तैयारी शुरू कर दी है।”

दिल्ली: एक दिन में संक्रमण के सबसे कम मामले

रवि चौहान  
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 1,550 नए मामले सामने आए, जो 27 मार्च के बाद एक दिन में संक्रमण के सबसे कम मामले हैं। इस दौरान 207 मरीजों की मौत हो गयी तथा यहां संक्रमण दर 2.52 फीसद रही। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने रविवार को एक बुलेटिन जारी कर इस बात की जानकारी दी।
दिल्ली में सोमवार को लगातार दूसरे दिन संक्रमण के नये मामले 2000 के नीचे तथा 27 मार्च से सबसे कम रहे। शहर में 27 मार्च को कोविड-19 के 1,558 नए मामले सामने आए थे । नवीनतम स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार 207 और मरीजों की जान चले के बाद यहां अबतक 23,409 मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं। रविवार को कोविड-19 के 1,649 नए मामले सामने आए थे जबकि 189 मरीजों की मौत हुई थी।
उस दिन संक्रमण दर घटकर 2.42 फीसद तक आ गयी थी। शहर में बुधवार को कोविड-19 के 3,846 नए मामले सामने आए थे जबकि 235 मरीजों की मौत हुई थी, बृहस्पतिवार को 3231 नये मामले सामने आये थे और 233 मरीजों ने जान गंवायी थी तथा शुक्रवार को 3009 नये मामले सामने आये थे जबकि 252 मरीजों ने दम तोड़ दिया था। शनिवार को नये मामले घटकर 2260 रह गये थे।

योगी के कड़े तेवर, कोरोना सेंटरों का निरीक्षण किया

सुनील श्रीवास्तव   
आजमगढ़। कोविड के संक्रमण से निबटने को लेकर अपने प्रदेश व्यापी दौरे के क्रम में आजमगढ़ जनपद में करीब 2 बजे पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फ़ौरन एक्शन में दिखाई दिए। सबसे पहले पुलिस लाइन से सीधे राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल कमांड सेंटर पहुंच कर व्यवस्था की जानकारी लिए। यहां पर पीड़ित लोगों से बातचीत व उनको सलाह देने के बारे में तैनात कर्मचारियों से पूछा। जीजीआईसी से सीधे उनका काफ़िला आजमगढ़ शहर से सटे भंवरनाथ देवखरी व बिजौरा गांव पहुंचा। बिजौरा में कंटेनमेंट जोन का निरीक्षण किया। वहां बैंक के कर्मचारी पीड़ित परिवार से उन्होंने कोविड से निबटने को की जा रही सरकारी व्यवस्था की जानकारी ली। 
वही देवखरी स्थित गांधी गुरुकुल इंटर कॉलेज में उन्होंने नवनिर्वाचित प्रधान व एएनएम से भी पूछताछ की। प्रधान से उन्होंने निगरानी समिति के बारे में पूछा और सरकारी सहयोग को लेकर भी बात की। सैनिटाइजेशन व जागरूकता अभियान को लेकर भी पूछताछ की। वही नवनिर्वाचित प्रधान रूपेश सिंह को चुनाव जीतने पर बधाई देने के साथ ही शपथ ग्रहण के बारे में भी बात की। इसके अलावा एएनएम अर्चना सिंह से उन्होंने गांव में सर्वे, घरों में कोविड की जांच व दवा वितरण के बारे में पूछा जिसका अर्चना सिंह ने जवाब दिया। 
खास बात यह रही कि जैसे ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन के मैदान में उतरा वहां पर उनका जनपद के अधिकारियों के साथ ही भाजपा नेताओं ने स्वागत किया मुख्यमंत्री ने भाजपा नेताओं को जागरूक करने, का वैक्सीनेशन कराने, सरकारी राशन गरीबों में वितरित कराने व कोविड-19 से निपटने को लेकर पूरी तरीके से सक्रिय हो जाने को कहा। मुख्यमंत्री आजमगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर चक्रपानपुर में स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज व सुपर फैसिलिटी अस्पताल में बने कोविड व नॉन कोविड वार्ड की व्यवस्था की जानकारी को लेने हेलीकॉप्टर से वहां रवाना हो गए। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और भारी फोर्स तैनात थी इसके बाद भी जैसे ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर मैदान पर उतरा उस दौरान एक गाय आ गई जिससे सुरक्षा की चूक को लेकर अधिकारियों में हड़कंप मच गया।

थाने में बंद गाड़ियों की नीलामी का आदेश जारी

अश्वनी उपाध्याय   
गाजियाबाद। कोतवाली लोनी में बड़ी संख्या में कबाड़ के तौर पर रखी हुई गाड़ियां, जो वापस सड़कों पर दौड़ने की राह लंबे समय से ताक रही हैं। अधिकांश मामलों के निपट जाने के बाद भी पीड़ित अपनी गाड़ियां थाने से नहीं छुड़वाने आए। कई गाड़ियां दुर्घटना वाली हैं तो कई गाड़ियां अवैध कारोबार करने वालों से जब्त की गई हैं। इन जब्त किए गए वाहनों की वजह से थाना पूरी तरह अव्यवस्थित दिखता है। इतना ही नहीं, जैसे ही कोई थानों में दाखिल होता है ये धूल खा रहे वाहन ही सबसे पहले आगन्तुकों का स्वागत करते हैं। इस माह में इन वाहनों की मुक्ति अब थानों से होने जा रही है।
थाने में भी वाहन वर्षों से खड़े हैं। तस्करी, चोरी, डकैती सहित अन्य अपराधों में आरोपितों से जब्त वाहन ले जाए नहीं जा रहे। ऐसे में लंबे समय से अधिकारी इन वाहनों को नीलाम करने की तैयारी कर रहे थे। अब पुलिस के आला अधिकारियों ने इन गाड़ियों की नीलामी को हरी झंडी दे दी है। आप चाहें तो निलामी की इस प्रक्रिया में शामिल होकर वाहन खरीद सकते हैं। इस महीने यह गाड़ियां अपने नए मालिक के पास पहुंच जाएंगी और एक बार फिर सड़कों पर दौड़ती हुई मिलेंगी। नीलामी की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए इस महीने की 27 तारीख बृहस्पतिवार के दिन थाना कोतवाली लोनी में दोपहर 12:00 बजे से पहले पहुंच कर भाग ले सकते हैं। खास बात है कि इन वाहनों के लिए एक निश्चित शासकीय बोली होगी, इसके ऊपर जो अधिक बोली लगाएगा उसे वाहन दिए जाएंगे। नीलामी के पूर्व एक निश्चित राशि भी जमा करना होगी।

गाजियाबाद: कैंप लगाकर कर रहे कोविड-19 की जांच

जिला प्रशासन के निर्देश पर गांव में कैंप लगाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही है, गांववासियों का कोविड-19 की जांच
गाजियाबाद। कोरोना को लेकर जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पांडे के नेतृत्व में निरंतर स्तर पर बड़ी कार्रवाई की जा रही है। पंचायत विभाग की ओर से विभिन्न स्थानों पर किया गया सैनिटाइजेशन का कार्य वृहद स्तर पर मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप किया जा रहा है। गांवों में सैनिटाइजेशन साफ सफाई का कार्य भी कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के नेतृत्व में विभागीय अधिकारियों द्वारा विविन स्थल पर कार्रवाई सुनिश्चित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज पंचायत विभाग के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर सैनिटाइजेशन साफ सफाई अभियान चलाया जा रहा है । इसी कड़ी में गांव में कैंप लगाकर गांव वासियों के लिए कोरोना की जांच का कार्य चलाया जा रहा है इसके लिए गांव वासियों को पहले से ही स्पीकर के माध्यम से जानकारी दी गई कि एक निर्धारित स्थान पर स्वास्थ्य विभाग की टीम आ रही है, जोकि कोरोना की जांच करेगी। आपको बता दें कि आज भीकनपुर गांव में गांव वासियों का जिला प्रशासन की ओर से कोरोनावायरस की जांच कराई गई। यह जानकारी जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल त्रिपाठी द्वारा दी गई है उनके द्वारा यह भी बताया गया कि गांव बड़का आरिफपुर मुरादनगर, डासना, मसूरी, शाहपुरना मोर्टा में बृहद स्तर पर सैनिटाइजेशन, साफ सफाई आदि का कार्य किया गया। और भविष्य में इसी प्रकार का कार्य वृहद स्तर पर किया जाएगा।
 राहुल शर्मा

25 व 26 को नवनिर्वाचित प्रधान-सदस्य शपथ लेंगे

भानु प्रताप उपाध्याय  

मुजफ्फरनगर । उत्तर प्रदेश में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों एवं ग्राम पंचायत सदस्यों के शपथ ग्रहण की तैयारियां कर ली गई है। 25 मई मंगलवार और 26 मई बुधवार को शपथ ग्रहण कराई जाएगी । सभी ग्राम पंचायतों की 27 मई को पहली बैठक होगी शपथ ग्रहण वर्चुअल माध्यम से ग्राम प्रधानों को कराई जाएगी ग्राम पंचायत सचिव इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ शपथ ग्रहण के लिए लैपटॉप की व्यवस्था करेंगे।

सोमवार को पंचायत राज विभाग द्वारा नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों एवं ग्राम पंचायत सदस्यों के शपथ ग्रहण की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। शपथ ग्रहण 25 एवं 26 मई को आयोजित किए जाएंगे । जबकि सभी ग्राम पंचायत को की पहली बैठक 26 मई को आहूत की गई है । ग्राम प्रधानों को वर्चुअल माध्यम से पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी इसके लिए ग्राम पंचायत सचिव को इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ लैपटॉप की व्यवस्था करनी होगी।

शपथ ग्रहण के बाद हस्ताक्षर युक्त शपथ पत्रों की जांच करके ग्राम प्रधानों के शपथ पत्र जिला पंचायत राज अधिकारी के पास और ग्राम पंचायत सदस्यों के शपथ पत्र खंड विकास अधिकारी को सुरक्षित रखने के लिए सौंप दिए जाएंगे । राज्य के सभी जिला अधिकारियों को जारी निर्देशों में शपथ पत्र का प्रारूप भी जारी कर दिया गया है। पंचायत भवन या सामुदायिक केंद्र अथवा स्कूल या खुले स्थान पर 27 मई को नवगठित ग्राम पंचायतों की पहली बैठक कराई इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा।

पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस बाबत सभी जिला अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं । शासन की ओर से जारी किए गए निर्देशों में कहा गया है की जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायत सदस्यों को ग्राम पंचायत वार शपथ ग्रहण करवाएंगे । जब की पहली बैठक में कोरोना संक्रमण से उपजे हालातों पर विचार विमर्श कर सुझाव दिए जाने को प्राथमिकता दी जाएगी ग्राम पंचायतों की पहली बैठक में ही ग्राम पंचायतों की छह समितियां भी गठित करने होंगे।

सरकार को टीकाकरण की कोई परवाह नहीं: राहुल

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान में कथित तौर पर कमी आने को लेकर सोमवार को चिंता जताई और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को टीकाकरण की कोई परवाह नहीं है। उन्होने रोजाना होने वाले टीकाकरण की संख्या में कथित गिरावट का ग्राफ साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘टीकाकरण महामारी पर नियंत्रण करने की कुंजी है, लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार इसकी परवाह नहीं करती।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने दिल्ली समेत कुछ राज्यों में 18 से 44 साल के बीच के आयुवर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण रुक जाने का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, दिल्ली और तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र ने टीकों की कमी का हवाला देते हुए 18 से 44 आयु वर्ग के टीकाकरण को निलंबित कर दिया है। फिर भी, केंद्रीय गृह मंत्री या गृह मंत्रालय ने टीकों की किसी भी कमी से इनकार किया है।’’
पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने कहा, ‘‘खबरों के मुताबिक, ऐसा प्रतीत होता है कि भारत के दर्जनों जिलों में व्यावहारिक रूप से कोई टीकाकरण नहीं है, लेकिन जिलेवार आंकड़े प्रकाशित नहीं होते हैं। सरकार के इनकार और बेरुखी के शिकार वे लोग हैं जो अपने टीकाकरण की बारी का इंतजार कर रहे हैं।’

जम्मू कश्मीर: ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया

इकबाल अंसारी  

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सोमवार को ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) को महामारी घोषित कर दिया। इस संबंध में केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने महामारी बीमारी अधिनियम, 1897 की धारा दो के तहत अधिसूचना जारी की।इससे कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ब्लैक फंगस को अधिसूचित बीमारी घोषित करने का निर्देश दिया था।

अधिसूचना के अनुसार सभी सरकारी और निजी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को इस बीमारी की जांच, पहचान और इलाज के संबंध में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद और जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से जारी दिर्शानिर्देशों का पालन करना होगा। केंद्र शासित प्रदेश में शुक्रवार को ब्लैक फंगस की वजह से मौत का पहला मामला दर्ज किया गया।

1 जून तक लाॅकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार सरकार ने कोरोना वैश्विक महामारी को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन को एक जून तक बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप (सीएमजी) की बैठक के तुरंत बाद खुद सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए 5 मई 2021 से तीन सप्ताह के लिए लाॅकडाउन लगाया गया था। आज फिर से सहयोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की गई। नीतीश कुमार ने कहा कि लाॅकडाउन का अच्छा प्रभाव पड़ा है और कोरोना संक्रमण में कमी दिख रही है। इसलिए बिहार में 25 मई के आगे एक सप्ताह के लिए अर्थात 1 जून, 2021 तक लाॅकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया गया है।

महामारी से मौत, मुआवजे पर केंद्र से जवाब मांगा

अकांशु उपाध्याय   नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार लाख रुपये अनुग्रह राशि दिए जाने का अनुरोध करने वाली याचिका पर केन्द्र से सोमवार को जवाब मांगा। न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एमआर शाह की अवकाशकालीन पीठ ने केन्द्र को कोविड-19 से मरने वाले लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के दिशा-निर्देशों की जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

पीठ ने कह कि इसके लिये समान नीति अपनाई जाए। शीर्ष अदालत दो अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। इन याचिकाओं में केन्द्र तथा राज्यों को 2005 के आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार लाख रुपये अनुग्रह राशि देने और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए समान नीति अपनाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।

पीठ ने कहा कि जब तक कोई आधिकारिक दस्तावेज या मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए एक समान नीति नहीं होगी, जिसमें कहा गया हो कि मृत्यु का कारण कोविड था, तब तक मृतक के परिवार वाले किसी भी योजना के तहत, अगर ऐसी कोई है, मुआवजे का दावा नहीं कर पाएंगे। पीठ ने केन्द्र को अपना रुख स्पष्ट करने का निर्देश देते हुए मामले की आगे की सुनवाई के लिये 11 जून की तारीख तय की।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...