रविवार, 16 मई 2021

प्रयागराज: ओमानन्द के द्वारा आयोजित हुआ, भंडारा

बृजेश केसरवानी           
प्रयागराज। त्रिवेणी बांध स्थित हंडिया योगलय में ब्रम्हलीन स्वामी सदानन्द सरस्वती का षोडशी भंडारा उनके गुरुभाई स्वामी ओमानन्द सरस्वती के द्वारा आज प्रातः 11 बजे से आयोजित किया गया। लॉक डाउन तथा कोरोना महामारी प्रोटोकॉल को ध्यान में रख कर समस्त आयोजन सामाजिक दूरी, मास्क आदि के तहत सम्पन्न हुआ। ज्ञातव्य है कि स्वामी सदानन्द सरस्वती हंडिया बाबा परम्परा की तीसरी पीढ़ी तथा स्वामी विष्णु देवानन्द सरस्वती के शिष्य थे।
आयोजक स्वामी ओमानन्द सरस्वती ने बताया कि ब्रम्हलीन गुरु भाई एक सिद्ध योगी होने के कारण कई देशों की आध्यात्मिक यात्रा कर चुके थे। 
भंडारे में स्वामी गोविंदानन्द ,स्वामी भजनानन्द , स्वामी सर्वानन्द ,महंत शीला देवी, फूल चन्द्र दुबे ,स्याम सूरत पांडेय , राजेन्द्र तिवारी दुकान , राज कुमार चौरसिया , रवि वर्मा , श्रवण दुबे , अंकित वर्मा,
डी पी श्रीवास्तव, शिल्लु गिरी, पारस, अमित आलोक पांडेय , शैलेश जायसवाल, धर्मेंद्र आदि प्रमुख रूप से उपस्थित होकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

'गंगा' में युवक का तैरता शव, चिंता जाहिर की

अतुल त्यागी               
हापुड़। मामला गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला आर्य नगर का है। जहां से दो दोस्त एक युवक को घर से बुलाकर ले गए थे। लेकिन समय से घर पर नहीं पहुंचने पर परिजनों को चिंता जताईं। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लेकर गहराई से पूछताछ की तो सारा सच सामने आ गया। लगातार तीन दिन से गोताखोर और पुलिस लापता युवक के परिजनों के साथ गंगा में तलाश कर रही थी। आज युवक का गंगा में तैरता हुआ शव मिला। पुलिस अब परिजनों की तहरीर पर क्या कार्रवाई करती है ?

आक्रोश बढा, तेजस्वी यादव लापता के पोस्टर लगाए

अविनाश श्रीवास्तव   

पटना। बिहार में भी कोरोना वायरस तेज़ी से बढ़ रहा है। इस कोरोना काल के चलते बाकी के राज्यों की ही तरह यहां भी ऑक्सीजन की कमी हो रही है। मरीज़ों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे, दवाओं की कालाबाजारी भी हो रही है, ऐसे समय मे लोगों के बीच उनके क्षेत्र के प्रतिनिधि नहीं होने पर लोगों में आक्रोश देखें को मिला। लोगों ने विधायक तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर्स लगा दिए।

जानकारी के अनुसार, कोरोना महामारी में अपने क्षेत्र की मुसीबातों का जायज़ा लेने विधायक नहीं पहुंचे जिसके बाद स्थानीय लोगों ने आक्रोश में आकर राघोपुर के विधायक और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर लगाकर विरोध करना शुरू कर दिया है। तेजस्वी यादव के साथ हाजीपुर के सांसद और लोजपा नेता पशुपति पारस के भी संसदीय क्षेत्र में नहीं रहने पर लोगों ने पोस्टर लगाकर विरोध जाहिर किया।

पोस्टर में विधायक के लापता होने की लिखी बात-
पोस्टर में लिखा गया है कि चुनाव जीतने के बाद दोनों माननीय अपने-अपने क्षेत्र से लापता हैं। कोरोनाकाल में भी इन लोगों को क्षेत्र की जनता का हाल-चाल पूछने की चिंता नहीं है। इन लोगों को यहां की जनता खोज रही है, जिन भाइयों को यह दोनों माननीय मिल जाए उन्हें 5100 रुपए इनाम दिया जाएगा। स्थानीय लोगों द्वारा चिपकाये गए पोस्टर के बाद सियासत शुरू हो गई है।

बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह ने साधा निशाना-
बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह का कहना है कि, जब भी बिहार में समस्या आती है, तेजस्वी यादव का गायब होना नई बात नहीं है। तेजस्वी सिर्फ ट्वीट करना जानते हैं। उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों को कोई फिक्र नहीं है। यही कारण है कि ऐसे संवेदनशील मौके पर भी वो जनता से दूर हैं।

आरजेडी नेता ने किया बचाव-
क्षेत्र में तेजस्वी के पोस्टर चिपके होने की बात पर आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी बच्छाव करते दिखे उन्होंने कहा कि, तेजस्वी यादव ने अपने सभी विधायकों को लोगों को मदद करने के लिए कहा है और सभी मदद के लिए जुटे हुए हैं। तेजस्वी अपने क्षेत्र के सभी लोगों का ख्याल रखे हुए हैं। हर कमी को पूरा कर रहे हैं।

पूर्व सांसद-विधायक का कोरोना संक्रमण से निधन

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। पूर्व विधायक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद विजय सिंह यादव के निधन से राजनितिक गलियारों में शोक की लहर है। पूर्व सांसद विजय सिंह यादव के निधन पर बीजेपी ने शोक जताया है। बीजेपी ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी है। बिहार बीजेपी ने ट्वीट कर लिखा कि "पूर्व सांसद विजय सिंह यादव जी को बिहार भाजपा परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि। उनके निधन से सामाजिक और राजनैतिक जगत को गहरा आघात लगा है। भगवान से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं" पूर्व सांसद और दानापुर के नेता विजय सिंह यादव ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया। वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। दानापुर के ही एक नर्सिंग होम में उन्हें भर्ती कराया गया था। रविवार सुबह कोरोना से जंग हार गए। पिछले साल उनके छोटे भाई राजकिशोर यादव की भी कोरोना से मौत हो गई थी। भाजपा नेता विजय सिंह यादव के निधन के बाद दानापुर में कार्यकर्ताओं के बीच शोक की लहर है।

पूर्व राज्यसभा सांसद एवं पूर्व विधायक विजय सिंह यादव के निधन पर हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने भी शोक जताया है। उन्होंने कहा कि विजय सिंह यादव जी के निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक रूप से अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनके आत्मा को शांति और परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। पूर्व सांसद विजय सिंह यादव साल 1996 में पहली बार भाजपा से दानापुर के विधायक चुने गए। इसके बाद विजय सिंह यादव 2000 में राज्यसभा के लिए बतौर सांसद चुने गए। तब से लगातार राजनीतिक में यह सक्रिय रहे हैं। वे भाजपा के अलावा राजद और कांग्रेस में भी रह चुके थे। पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के भी कभी करीबी माने जाते थे।

3 ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट रद्द करने पड़े

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। ओलंपिक से पहले टूर्नामेंटों में हिस्सा नहीं ले पाना भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की बड़ी चिंता है लेकिन पीवी सिंधू के साथ ऐसा नहीं है जिन्हें कोरिया के अपने कोच पार्क तेइ सेंग पर विश्वास है कि वह उनके लिए ट्रेनिंग में ही मैच जैसी स्थिति तैयार करेंगे।कोविड-19 महामारी के कारण बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) को भारत, मलेशिया और सिंगापुर में बाकी बचे तीन ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट रद्द करने के लिए बाध्य होना पड़ा।

जुलाई-अगस्त में होने वाले ओलंपिक से पहले ये तीनों अंतिम क्वालीफाइंग प्रतियोगिताएं थी। यह पूछने पर कि क्या प्रतियोगिताओं के रद्द होने से तैयारियों पर असर पड़ेगा, सिंधू ने कहा, ‘‘हम सोच रहे थे कि ओलंपिक से पहले सिंगापुर में आखिरी प्रतियोगिता होगी लेकिन अब हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है इसलिए मैं अलग अलग खिलाड़ियों के खिलाफ मुकाबले खेल रही हूं और मेरे कोच पार्क ट्रेनिंग के दौरान मेरे लिए मैच जैसी स्थिति तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।’’उन्होंने कहा, ‘‘अलग अलग खिलाड़ियों के खेलने की शैली अलग होती है जैसे ताइ जू यिंग या रतचानोक इंतानोन के खेलने की शैली अलग है लेकिन मेरे मार्गदर्शन के लिए पार्क मौजूद हैं जिससे कि मैं तैयारी कर सकूं।’’ सिंधू ने कहा, ‘‘बेशक हम एक दूसरे के खिलाफ कुछ महीनों के बाद खेलेंगे और हमारे खेल में कुछ नया होगा इसलिए मुझे इसके लिए तैयारी करनी होगी।’’ सिंधू ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके अन्य भारतीय खिलाड़ियों के साथ ट्रेनिंग नहीं कर रही हैं।

वह तेलंगाना के गचीबाउली इंडोर स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रही हैं और अपनी फिटनेस ट्रेनिंग सुचित्रा अकादमी में करती हैं। पच्चीस साल की इस खिलाड़ी ने टूर्नामेंटों को रद्द करने के बीडब्ल्यूएफ के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह दुखद है कि प्रतियोगिताएं नहीं खेली जा सकीं लेकिन खेल से अधिक महत्वपूर्ण जीवन है। सिंधू ने कहा, ‘‘यह दुखद है कि पूरी दुनिया थम सी गई है लेकिन खिलाड़ियों से पहले हम इंसान है और जीवन सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर टूर्नामेंट होते हैं तो हमें नहीं पता कि हम सुरक्षित होंगे या नहीं, हम सोच सकते हैं कि हम सुरक्षित होंगे लेकिन हम सुनिश्चित नहीं हो सकते क्योंकि हमें नहीं पता कि वायरस कहां से आ जाएगा।’’ गत विश्व चैंपियन सिंधू ने कहा कि ओलंपिक जैसी शीर्ष प्रतियोगिता में आयोजकों और खिलाड़ियों के लिए कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन करना मुश्किल काम होगा और सभी को इस चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘सभी देशों के कोविड-19 से जुड़े अपने नियम हैं। थाईलैंड में प्रत्येक दूसरे या तीसरे दिन हमारा परीक्षण होता था, आल इंग्लैंड में साथ यात्रा करने वालों में एक मामला आने के बाद पूरे दल को टूर्नामेंट से हटना पड़ा लेकिन हमें ऐसी चीजों से निपटना होगा।’’ सिंधू ने कहा, ‘‘मैंने सुना है कि ओलंपिक में प्रत्येक दिन हमारा परीक्षण होगा। खेलने से पहले हमें आरटी-पीसीआर परीक्षण में नेगेटिव आना होगा और मैच के बाद दोबारा परीक्षण होगा, निश्चित तौर पर यह मुश्किल काम है।’’

इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में साइना नेहवाल और बी साई प्रणीत जैसे शीर्ष खिलाड़ियों को गलत पॉजिटिव नतीजों के कारण हटना पड़ा और सिंधू ने उम्मीद जताई कि ओलंपिक के दौरान ऐसा नहीं होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह ओलंपिक है और वहां इतने सारे देशों के इतने सारे खिलाड़ी होंगे लेकिन उन्हें काफी सतर्क भी रहना होगा। एक खिलाड़ी के रूप में हमें तैयारी करनी होगी और उम्मीद करनी होगी कि अगले कुछ महीनों में सब कुछ सही रहेगा।’’

दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी ने कहा, ‘‘जब तक आप अपना ख्याल नहीं रखते तब तक यह कभी भी फैल सकता है। इसलिए हालात मुश्किल हैं।’’सिंधू ने कहा, ‘‘इस साल अब तक प्रदर्शन अच्छा रहा है। एक खिलाड़ी के रूप में मैं सुधार कर रही हूं। मेरे कोच ने मेरे खेल का आकलन किया है इसलिए ओलंपिक को लेकर उत्सुक हूं। मेरे पिता ने भी मेरी काफी मदद की है।’’

लॉकडाउन को 24 मई तक बढ़ाने की घोषणा की

राणा ऑबरॉय  
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए लॉकडाउन को 24 मई तक बढ़ाने की रविवार को घोषणा की। हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने लॉकडाउन के बारे में ट्वीट कर बताया, ”महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा 17 मई से 24 मई तक विस्तारित।” उन्होंने कहा कि राज्य में सख्त पाबंदी लागू की जाएगी।”विज ने पिछले रविवार को लॉकडाउन को 10 मई से 17 मई तक विस्तारित कर दिया था। कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान हरियाणा सरकार ने सबसे पहले तीन मई से 10 मई तक एक सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगाया था।

सेनाओं को मिलें 110 मेडिकल चिकित्सा अधिकारी

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज (एएफएमसी) के 55वें (सी3) बैच की 21 महिला कैडेट्स समेत 110 मेडिकल कैडेट्स शनिवार को चिकित्सा अधिकारी के रूप में तीनों सेनाओं का हिस्सा बन गए। 94 कैडेटों को भारतीय सेना, 10 को भारतीय वायु सेना में और छह कैडेट्स को भारतीय नौसेना में कमीशन किया गया। इन चिकित्सा अधिकारियों को एएफएमसी के कर्नल (प्रशिक्षण) कर्नल एके शाक्य ने भारत के संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाई।
 
अपने कमीशनिंग संबोधन में एएफएमसी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल नरदीप नैथानी ने नए कमीशंड अधिकारियों को एएफएमएस में शामिल होने के लिए बधाई दी। उन्होंने इन कैडेट्स की सफलता के लिए उनके अभिभावकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सी3 बैच को 2016 में एएफएमसी में प्रवेश मिला था जिसने 100 प्रतिशत सफलता के साथ स्नातक उत्तीर्ण किया है। यह अपने आप में एएफएमसी के शिक्षकों के प्रति सर्वश्रेष्ठ सम्मान है। कमांडेंट ने पूरे बैच को याद दिलाया कि वे ऐसे समय में चिकित्सा के पेशे से जुड़ रहे हैं जब देश कोविड के मुश्किल दौर से गुजर रहा है। 
 
उन्होंने आह्वान किया कि वे कोविड रोगियों की सर्वोत्तम संभव देखभाल करने के लिए प्रशिक्षण के दौरान मिले अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग करें क्योंकि वे कोविड योद्धाओं के रूप में राष्ट्र की लड़ाई में शामिल हो रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल नरदीप नैथानी ने विश्वास व्यक्त किया कि नए कमीशन प्राप्त चिकित्सा अधिकारी हमेशा वरिष्ठ सैन्य डॉक्टरों की अपेक्षाओं के उच्चतम मानकों पर खरा उतरेंगे।कोविड-19 से उत्पन्न हालात के मद्देनजर इस बार 1982 के बाद से पहली बार पासिंग आउट परेड का आयोजन नहीं किया गया।  
 
एएफएमसी के इस स्नातक बैच को कमीशन किए जाने की अवधि अब केवल दो सप्ताह कर दी गई है जो पहले चार से पांच सप्ताह हुआ करती थी। इन युवा डॉक्टरों को कोविड केयर सेंटर में काम करने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। मेडिकल कैडेट्स ने अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) सर्टिफाइड कोर्स इन बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस) और एडवांस्ड कार्डियक लाइफ सपोर्ट (एसीएलएस) को भी पूरा किया है। कमीशन प्राप्त चिकित्सा अधिकारी देश भर के उन 31 एएफएमएस अस्पतालों में प्रशिक्षु के रूप में शामिल होने के लिए फौरन रवाना होंगे, जिन्हें सशस्त्र बलों के कर्मियों के साथ-साथ नागरिकों की कोविड देखभाल के लिए भी नामित किया गया है।
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लेफ्टिनेंट जनरल नरदीप नैथानी स्वयं इसी कॉलेज के 17वें (क्यू) बैच के छात्र रहे हैं। उन्होंने उत्कृष्ट उपलब्धियों और सर्वांगीण प्रदर्शन के लिए मेडिकल कैडेट्स को ट्राफियां, पदक और पुरस्कार भी प्रदान किए। सर्वश्रेष्ठ ऑल राउंड ग्रेजुएशन कैडेट के साथ-साथ एमबीबीएस कोर्स के दौरान सर्वश्रेष्ठ अकादमिक रिकॉर्ड के लिए मेडिकल कैडेट विनीता रेड्डी को कलिंग ट्रॉफी और राष्ट्रपति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। कॉलेज कैडेट के कैप्टन मेडिकल कैडेट सुयश सिंह ने दूसरे स्थान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए मेजर जनरल एनडीपी करणी ट्राफी प्राप्त की। महिला कैडेट निकिता दत्ता को एमबीबीएस की अंतिम वर्ष की परीक्षा में टॉप करने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल थापर गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...