गुरुवार, 11 मार्च 2021

इतिहास में पहली बार किन्नरों ने किया शाही स्नान

हरिद्वार। कुंभ का पहला शाही स्नान आज गुरुवार को महाशिवरात्रि के पर्व पर हर की पैड़ी पर किया गया। और इतिहास में पहली बार किन्नर अखाड़े ने शाही स्नान किया। महाशिवरात्रि के अवसर पर मोक्षदायिनी मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाते हुए मां गंगा को नमन किया। महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकुंभ 2021 के इस पावन पर्व पर पहले शाही स्नान में अब तक जूना अखाड़ा अग्नि आह्वान अखाड़ों ने हर की पौड़ी पर कुंभ का शाही स्नान किया इसके अलावा निरंजनी आनंद अखाड़ा ने भी शाही स्नान पूर्ण किया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निरंजनी अखाड़ा के शाही स्नान में सन्तो का स्वागत किया। इसके पूर्व सीएम पहुंचे हरकी पैड़ी। श्री गंगा सभा के पदाधिकारियों ने किया स्वागत तथा गंगाजली ओर प्रसाद, चुन्नी की भेंट। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर हर की पैड़ी हरिद्वार पहुंचकर मां गंगा से प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि की कामना की। शाही स्नान पर पहुंचे साधु-संतों और श्रद्धालुओं का मुख्यमंत्री ने स्वागत किया।

विश्व में स्वस्थ होने वालों की संख्या 6.68 करोड़ हुई

वाशिंगटन डीसी। विश्व भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की संख्या 6.68 करोड़ से अधिक हो गयी है। जबकि, इस महामारी से अभी तक 11.80 करोड़ से ज्यादा संक्रमित हुये हैं। और मरने वालों की तादाद 26.19 लाख के आंकड़े को पार कर गई है।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11 करोड़ 80 लाख छह हजार से अधिक हो गयी है। जबकि 26 लाख 19 हजार 676 लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर निरतंर जारी है। तथा यहां संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर दो करोड़ 91 लाख 52 हजार से अधिक हो गयी है। जबकि पांच लाख 29 हजार 203 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। भारत में संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 12 लाख 62 हजार 707 हो गयी है। हालांकि यहां 1,09,38,146 मरीज कोरोना मुक्त भी हो चुके हैं। सक्रिय मामले 4628 से घटने से 1,89,226 हो गये हैं। इसी अवधि में 126 और मरीजों की मौत के साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 1,58,189 हो गयी है।
दुनिया में एक करोड़ से अधिक कोरोना मामलों की संख्या वाले तीन देशों में शामिल ब्राजील में अब तक एक करोड़ 12 लाख दो हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। और 2.70 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। अमेरिका, भारत और ब्राजील के बाद कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों में शामिल चौथे स्थान पर रूस है।
रूस में कोरोना वायरस से 43.02 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि 88,773 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या करीब 42.47 लाख हो गई है। और 1,25,222 लोगों की मौत हुई है। फ्रांस में 40 लाख 22 हजार 400 लोग संक्रमित हुए हैं। और 89,707 मरीजों की मौत हुई है। स्पेन में इस महामारी से अब तक 31.78 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। और 71,961 लोगों की मौत हो चुकी है।
इटली में संक्रमितों की संख्या 31.23 लाख से अधिक हो गई है। और 100,811 लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की में कोरोना वायरस से अब तक 28.21 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। और 29,227 लाेगों ने जान गंवाई है। जर्मनी में इस वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 25.41 लाख से अधिक हो गई है। और 72,858 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोलंबिया में कोरोना वायरस से अब तक करीब 22.85 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। और 60,773 लोगों ने जान गंवाई है। अर्जेंटीना में कोरोना से 21.69 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। और 53,359 लोगों की जान जा चुकी है। मेक्सिको में कोरोना वायरस से 21.44 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। और 192,491 लोगों की मौत हो चुकी है। पोलैंड में कोरोना वायरस से 18.28 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। और महामारी से 45,997 जान गंवा चुके हैं।
ईरान में कोरोना से 17.15 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। और महामारी से 60,928 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना से 15.24 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। और इसके संक्रमण से 51,015 लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में कोरोना वायरस से 14.65 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। और 28,925 की मौत हो चुकी है।

पाक से लौटी गीता को महिला ने बताया अपनी बेटी

इस्लामाबाद/ मुंबई। पाकिस्तान से वर्ष 2015 में भारत लौटी गीता को महाराष्ट्र की 70 वर्षीय महिला ने अपनी बेटी बताया है। और कुछ ब्योरों का मिलान होने के बाद उम्मीद जागी है। कि गीता को उसका खोया परिवार वापस मिल सकता है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है। कि वैज्ञानिक रूप से यह बात डीएनए टेस्ट के बाद ही साबित हो सकेगी कि यह महिला गीता की जैविक मां है। या नहीं।
अधिकारियों के मुताबिक मध्यप्रदेश के सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त जन कल्याण विभाग ने दिव्यांगों की मदद के लिये इंदौर में चलाई जा रही आनंद सर्विस सोसायटी को गीता की देख-रेख और उसके बिछड़े परिवार की खोज का जिम्मा सौंपा है। गीता न तो सुन सकती है। और न ही बोल सकती है।
संगठन के सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बृहस्पतिवार को को बताया कि गीता महाराष्ट्र के परभणी की गैर सरकारी संस्था पहल फाउंडेशन के परिसर में रहकर कौशल विकास का प्रशिक्षण ले रही है। पुरोहित ने बताया कि औरंगाबाद में रहने वाली मीना पांद्रे (70) ने दावा किया है कि गीता उनकी खोई बेटी है। जो उनकी पहली शादी से पैदा हुई थी।
उन्होंने बताया कि पांद्रे ने हमें बताया है। कि गीता के पेट पर जलने का एक निशान है। यह बात सही पाई गई है। पुरोहित ने बताया कि गीता ने बचपन की धुंधली यादों के आधार पर उन्हें इशारों में बताया था। कि उसके घर के पास एक नदी थी। और वहां गन्ने तथा मूंगफली की खेती होती थी। इसके साथ ही वहां डीजल के इंजन से रेल चला करती थी।
उन्होंने बताया कि ये ब्योरे महाराष्ट्र के मराठवाड़ा इलाके के कुछ स्थानों से मेल खाते हैं। इस बीच, मध्यप्रदेश के सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त जन कल्याण विभाग की संयुक्त संचालक सुचिता तिर्की ने बताया कि डीएनए टेस्ट के बाद ही पांद्रे के इस दावे की पुष्टि हो सकेगी कि गीता उनकी बेटी है।
अधिकारियों ने बताया कि गुजरे साढ़े पांच साल के दौरान देश के अलग-अलग इलाकों के 20 से ज्यादा परिवार गीता को अपनी बेटी बता चुके हैं। लेकिन सरकार की जांच में इनमें से किसी भी परिवार का दावा वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हो सका है। उन्होंने बताया कि फिलहाल गीता की उम्र 30 साल के आस-पास आंकी जाती है। वह बचपन में गलती से रेल में सवार होकर सीमा लांघने के कारण करीब 20 साल पहले पाकिस्तान पहुंच गयी थी।
पाकिस्तानी रेंजर्स ने गीता को लाहौर रेलवे स्टेशन पर समझौता एक्सप्रेस में अकेले बैठा हुआ पाया था। उस समय उसकी उम्र आठ साल के आस-पास रही होगी। मूक-बधिर लड़की को पाकिस्तान की सामाजिक संस्था ईधी फाउंडेशन की बिलकिस ईधी ने गोद लिया और अपने साथ कराची में रखा था। तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के विशेष प्रयासों के कारण वह 26 अक्टूबर 2015 को स्वदेश लौट सकी थी। इसके अगले ही दिन उसे इंदौर में एक गैर सरकारी संस्था के आवासीय परिसर में भेज दिया गया था।

आमिर के बेटे जुनैद महाराजा मूवी से करेंगे डेब्यू

मनोज सिंह ठाकुर

मुंबई। बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान के बेटे जुनैद फिल्म महाराजा से बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं। आमिर खान के बेटे जुनैद बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रहे हैं। जुनैद जल्द ही यशराज फिल्म्स के बैनर की फिल्म ‘महाराजा’ से डेब्यू करने वाले हैं। यशराज फिल्म्स की ‘महाराजा’ को सिद्धार्थ पी मल्होत्रा निर्देशितत करेंगे।
इस फिल्म में जुनैद के अलावा शालिनी पांडे, सरवरी वाग और जयदीप अहलावत अहम किरदारों में नजर आएंगे। बताया जाता है। कि यह फिल्म साल 1862 में सामने आए महाराजा लिबेल मामले पर आधारित है। इसमें जुनैद एक पत्रकार के किरदार में नजर आ सकते हैं। जिसका संबंध इस केस से है। जुनैद इन दिनों अपने बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन की वजह से भी चर्चा में हैं।
आमिर खान, उनकी बेटी ईरा और बेटा जुनैद मुंबई के एक रेस्टोरेंट में लंच पर गए थे। इस दौरान फोटोग्राफर्स ने इनके फोटोज क्लिक किए। इन फोटोज में जुनैद इतने बदले-बदले नजर आए कि कई फैंस उन्हें पहचान ही नहीं पाए। इसकी वजह है। जुनैद का पहले के मुकाबले फिट दिखाई देना। उनके पहले के फोटोज में वह थोड़े हैल्दी दिखाई देते थे। अब जुनैद ने अपनी बॉडी का इस तरह से ट्रांसफॉर्मेशन किया है। कि तब में और अब में रात-दिन का अंतर साफ नजर आता है।

कानून व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं बचा: अखिलेश

 
संदीप मिश्र  
 बरेली। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। वहां विकास की उम्मीद नहीं की जा सकती है। गुरुवार को रामपुर जाते वक्त बरेली पहुंचने के दौरान पत्रकारों के बात करते हुए कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था के नाम पर कुछ नहीं बचा है। और प्रदेश में ऐसी गंभीर घटनाएं हैं, कि जिसकी हम कल्पना भी कर नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस को कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए काम करना चाहिए लेकिन सरकार ने पुलिस को राजनीति लोगों को परेशान करने के लिए लगा रखा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सच्चे ईमानदार अधिकारी हैं। उन्हें काम करने की खुली छूट नहीं मिलेगी तो कैसे उम्मीद कर सकते हैं। कि प्रदेश की कानून व्यवस्था ठीक हो जाएगी।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने अपना काम पूरा नहीं किया और न ही अपना काम नहीं दिखा पा रहे हैं। इसलिए पिछली सरकार के किए गए कार्यों के साथ अपनी सेल्फी खिंचवा रहे हैं। मुख्यमंत्री उद्घाटन पर उद्घाटन कर रहे हैं। और दूसरे के काम पर सेल्फी ले रहे हैं। बुधवार को योगी ने बुंदेलखंड का दौरा किया था। और बांध के सामने खड़े होकर सेल्फी खींची थी। इसके बारे में अखिलेश का कहना है। कि यह उनके शासनकाल में बना था। वहीं उत्तराखंड में बीजेपी के मुख्यमंत्री बदलने की सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा यह शुभ संकेत आ रहा है। कि पड़ोसी प्रदेश में बदलाव हुआ है। मुख्यमंत्री योगी जी का अब आप सोचो अगला नंबर किसका होगा।

वेस्टइंडीज ने वनडे में श्रीलंका को 8 विकेट से हराया

कोलंबो। सलामी बल्लेबाज दनुष्का गुणातिलक को क्षेत्ररक्षण में बाधा पहुंचाने के लिए आउट दिए जाने के बाद श्रीलंका की पारी लड़खड़ा गई जिसके बाद वेस्टइंडीज ने बुधवार को पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में आठ विकेट से जीत दर्ज की। गुणातिलक ने 55 रन बनाने के अलावा कप्तान दिमुथ करूणारत्ने के साथ पहले विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी की जिससे श्रीलंका की टीम बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी। करूणारत्ने 52 रन बनाकर वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे।
मैच का विवादास्पद लम्हा 21वें ओवर में आया जब गुणातिलक को क्षेत्ररक्षण में बाधा पहुंचाने के आरोप में आउट करार दिया गया। पोलार्ड जब उन्हें रन आउट करने का प्रयास कर रहे थे। तब उन्होंने गेंद पर पैर मार दिया जिसके बाद वेस्टइंडीज के कप्तान ने रन आउट की अपील की और मैदानी अंपायर जो विल्सन ने आउट का संकेत करते हुए टीवी अंपायर के पास इस मामले को भेज दिया।
तीसरे अंपायर नाइजेल गुगुइड ने इसके बाद जानबूझकर रन आउट रोकने का प्रयास करने के लिए गुणातिलक को आउट करार दिया। श्रीलंका की पारी इसके बाद राह से भटक गई और अशेन बंडारा (50) के अर्धशतक के बावजूद पूरी टीम 49 ओवर में 232 रन पर आउट हो गई। वेस्टइंडीज ने इसके जवाब में शाई होप (110) और एविन लुईस (65) के बीच पहले विकेट की 143 रन की साझेदारी की बदौलत 47 ओवर में दो विकेट पर 236 रन बनाकर जीत दर्ज की। डेरेन ब्रावो ने भी नाबाद 37 रन बनाए।

यूपी: प्रेम कहानी में प्रवेश कर चुके है मोदी और योगी

हरिओम उपाध्याय

लखनऊ। गंगा बनारस शहर को दूर से देखते हुए गुजरती हैं। उन्हें बस इस बात का सुकून रहता है। कि उनके प्रियतम काशी विश्वनाथ इस शहर की आत्मा में बसे हुए हैं। कहा जाता हैं, कि गंगा ने अपने प्रियतम से केवल एक चीज मांगी थी, कि मुझे अपने आस पास रहने दो, शिव ने कहा ठीक है। लेकिन तुम मुझे देख न पाओगी। फिर क्या था गंगा बनारस को छूते हुए बहने लगी उन्हें तो बस शिव के आस पास रहने का सुकून था।
अब बनारस में मोदी और योगी आदित्यनाथ इस प्रेम कहानी में विलेन की तरह प्रवेश कर चुके हैं। उनका काशी विश्वनाथ कॉरिडोर ऐसा ही है। यह भगवा टीम न केवल इतिहास बदलने की कोशिश कर रही, बल्कि हमारे शिव के तप और गंगा की तपस्या को भी भंग करने की कोशिश कर रही। यह कुछ ऐसा है। कि प्रेमी प्रेमिका से कहें कि दूर से बुझती रहे प्यास और कोई बजरंगी बीच मे आकर कहे कि नही, हम तो तुम दोनों का ब्याह कराएंगे।
शहर बनारस जाम और गंदगी से कराह रहा है। गंगा त्राहिमाम कर रही है। गंगापुत्र तिल तिलकर मरने को मजबूर हैं, मोदी गायब हैं। और सरकार या तो बेवकूफ बना रही या फिर कॉरिडोर। आस्था और विश्वास से यह छेड़छाड़ खतरनाक नतीजे लेकर आएगी। ईश्वर इन्हें माफ करना और इनके भक्तों को भी यह नही जानते यह क्या कर रहे हैं।

महाराष्ट्र: 15 से 21 मार्च तक लॉकडाउन का फैसला

मनोज सिंह ठाकुर  
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने नागपुर में पूर्ण लॉकडाउन लगा दिया है। नागपुर के पालक मंत्री नितिन राउत ने गुरुवार को ऐलान करते हुए कहा कि शहर में 15 से 21 मार्च तक पूर्ण लॉकडाउन रहेगा, यानि किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं रहेगी, सिर्फ जरूरी सामानों की दुकानें खुली रहेंगी। आपको बता दें कि नागपुर में बुधवार को 1710 नए मामले सामने आए थे। 173 दिन बाद कोरोना के सबसे अधिक मामले एक दिन में आने का यह रिकॉर्ड है। नागपुर नगर निगम ने बुधवार को कहा था। कि कोरोना के नए मामले महिलाओं और 20 से 40 आयु वर्ग के लोगो में आ रहे हैं। नगर निगम प्रशासन ने कहा था। कि लोग कोरोना को हल्के में ले रहे हैं। नागपुर नगर निगम के कमिश्नर राधाकृष्णन बी ने बुधवार को कहा था। कि लोग महामारी को हल्के में ले रहे हैं। बिना उनकी मदद हम इस महामारी पर काबू नहीं पा सकते हैं। सरकार ने सभी आर्थिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं। हम नहीं चाहते हैं, कि पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाए, लेकिन अगर हालात खराब होते हैं। तो हम लॉकडाउन का ऐलान कर सकते है।

कश्मीर: मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकी ढेर

श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में एक मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादी मारे गए। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के बाद सुरक्षाबलों द्वारा सिर्हामा इलाके का घेराव कर तलासी अभियान शुरू करने के बाद दोनों पक्षों के बीच गुरुवार शाम को मुठभेड़ शुरू हो गई।
सुरक्षाबल जैसे ही छिपे हुए आतंकवादियों के ठिकाने के करीब पहुंचे, आतंकवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग करनी शुरू कर दी जिससे मुठभेड़ शुरू हुई।
पुलिस ने कहा सिर्हामा मुठभेड़ में लश्कर के दो आतंकवादी मारे गए। हथियार और गोला-बारूद के जखीरे सहित आपराधिक सामग्री बरामद हुई हैं।

भारत: एक दिन में कोरोना के 23 हजार नए मामले

भारत में एक दिन में कोरोना के लगभग 23 हजार नए मामले
 अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत में गुरुवार को कोविड-19 के लगभग 23 हजार नए मामले सामने आए हैं। जो पिछले ढाई महीने में दर्ज हुए मामलों में सर्वाधिक है। और एक दिन पहले दर्ज हुए मामलों से करीब 5,000 ज्यादा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में गुरुवार को कोरोना के 22,854 नए मामले दर्ज हुए हैं और इस दौरान 126 जानें गई हैं। इसी के साथ संक्रमितों और मृतकों का आंकड़ा क्रमश: 1,12,85,961 और 1,58,189 हो गया है।
बुधवार को भारत में कोविड-19 के 17,921 नए मामले और 133 मौतें दर्ज हुई थीं।
पिछले दो दिन से मृतकों की संख्या में भी वृद्धि देखने को मिली है। जो पहले 100 से नीचे था।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में 1,89,226 सक्रिय मामले हैं। इसके अलावा, एक दिन में कोविड-19 के 18,100 रोगियों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। और इसके साथ ही अब तक कुल 1,09,38,146 लोगों डिस्चार्ज किया जा चुका है।
हाल के दिनों में मामलों में जो बढ़ोत्तरी देखी गई उसमें ज्यादातर मामले महाराष्ट्र और पंजाब के थे। लेकिन अब कई अन्य राज्यों में भी कोविड के मामले बढ़ रहे हैं।
दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में भी हाल के हफ्तों में यही बढ़त देखने को मिली है।

पीएम मोदी की मां ने लीं वैक्सीन की पहली डोज

अकांशु उपाध्याय

 नई दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम लगातार जारी है। इसी कड़ी में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ दे दी गई है। खुद पीएम मोदी ने दोपहर को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि मुझे बताते हुए खुशी हो रही है। कि मेरी मां को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ आज दे दी गई है। मैं आप सभी से अभी अपील करना चाहता हूं कि जो भी वैक्सीन लगवाने के दायरे में आते हैं। वो सभी वैक्सीन लगवाएं और दूसरे लोगों को भी प्रेरित करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन गुजरात के अहमदाबाद में ही रहती हैं। हीराबेन की उम्र 100 साल के करीब है। हालांकि इस उम्र में भी वह एक्टिव रहती हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दे दी गई है। पीएम मोदी को एक मार्च को दिल्ली के एम्स में वैक्सीन की डोज दी गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मां हीरा बेन की बेहद करीब हैं। अक्सर पीएम मोदी जब भी गुजरात के दौरे पर जाते हैं। तो अपनी मां से मुलाकात जरूर करते हैं। इसके अलावा जन्मदिन के अवसर पर भी पीएम मोदी अपनी मां से मिलने जाते रहे हैं। एक मार्च से ही देश में कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज़ की शुरुआत हुई थी। इस फेज़ के तहत 60 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। साथ ही 45 साल से अधिक उम्र वाले (जिन्हें गंभीर बीमारी है।) लोगों को भी वैक्सीन दी जा रही है।

कोई भी पर्व क्यों मनाया जाता है, जानिए महत्व

महाशिवरात्रि। कोई भी पर्व क्यों मनाया जाता है और उसका महत्व क्या है आपको ये ज़रूर जानना चाहिए

महाशिवरात्रि हो या कोई अन्य धार्मिक पर्व हो। आप मनाते हों या न मनाते हों। लेकिन कोई भी पर्व क्यों मनाया जाता है और उसका महत्व क्या है ? आपको ये ज़रूर जानना चाहिए। महाशिवरात्रि भगवान् शिव का दिन है और इसकी अपनी एक अलग महत्वता है। शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या फर्क है। और ये क्यों इतना शुभ है। आइये इसको समझते हैं।
पंचांग के अनुसार हर माह के चौदहवें दिन या फिर अमावस्या से एक दिन पहले वाली रात शिवरात्रि कहलाती है। पंचांग का आखिरी महीना फाल्गुन का होता है। और इस माह कि शिवरात्रि महाशिवरात्रि कहलाई जाती है। जोकि फरवरी या मार्च के महीने में पड़ा करती है। महाशिवरात्रि का अपना अलग महत्व है। और सनातन धर्म के तमाम बड़े पर्वों में से महाशिवरात्रि का पर्व एक है। यह पर्व अपने नाम के ज़रिए ही पहचाना जा सकता है। महाशिवरात्रि यानी कि शिव की महान रात। इसीलिए महाशिवरात्रि की रात में जागरण व अन्य तरह के धार्मिक कर्म किए जाते हैं। इस रात को बेहद खास रात माना जाता है। इस दिन के जितने धार्मिक महत्व बताए जाते हैं उतने ही महत्व इसके विज्ञान से जोड़े जाते हैं। इस रात को इंसान को भगवान से करीब करने की रात कहा जाता है। महाशिवरात्रि की रात से ही ग्रीष्म ऋतु की नींव पड़ जाती है। कहा जाता है। कि इंसान गर्मी के प्रभाव या फिर सूर्य के जलते प्रकाश से बचने के लिए अपने आपको इस रात भगवान शिव को समर्पित कर देतै है।
महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव का पर्व होता है। इस पर्व में भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है। इस रात मनुष्य अपने तमाम तरह की परेशानियों से निजात भी पा सकता है। क्योंकि भगवान शिव के पास हर समस्या का समाधान होता है। इसीलिए इस पर्व के दिन व्रत रखने की परंपरा है। व्रत शुद्धीकरण के लिए ही जाना जाता है. व्रत रखने से जहां हमारे पेट और आंत की सफाई हो जाती है। और रक्त शुद्ध हो जाता है वहीं कई तरह के रोगों से भी व्रत के सहारे मुक्ति मिल जाया करती है। और व्रत रख कर भगवान शिव की पूजा करने से भगवान से एक अलग तरह का जुड़ाव हो जाया करता है। 
महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है। और इस पर्व को किस तरह से खास पर्व कहा जाता है। यह भी हर किसी को ज़रूर जानना चाहिए। महाशिवरात्रि से पहले शिवरात्रि क्यों मनाई जाती है। इसको समझ लीजिए। ज्योतिषों का मानना है। कि हर माह की अमावस्या की रात को चंद्रमा सिकुड़ जाता है। या खिसक जाता है। ऐसे में इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए हर माह भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है। क्योंकि भगवान शिव ही हैं। जो चंद्रमा के किसी भी नुकसान से मनुष्य प्रजाति को बचाने का कार्य कर सकते हैं। अब महाशिवरात्रि की बात करते हैं। हिंदू नव वर्ष शुरू होने से पहले ही साल के आखिरी महीने में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इसको इसलिए मनाया जाता है ताकि आने वाले पूरे नये साल को ही किसी भी तरह के दुष्प्रभाव से बचाया जा सके। हालांकि महाशिवरात्रि मनाए जाने और भी कई वजहें है। कुछ प्रसिद्ध मान्यताओं की बात की जाए तो उसमें ये मान्यताएं प्रसिद्ध हैं।
1. महाशिवरात्रि की रात ही भगवान् शिव ने देवी पार्वती से विवाह किया था। इसलिए हिंदू धर्म में रात को ही विवाह के लिए शुभ माना जाता है।
2. कहते हैं। कि जब देवता और राक्षस अमृत की खोज में समुद्र मंथन कर रहे थे। तब मंथन से विष निकला था। जिसे भगवान शिव ने पी लिया था। इस विष को पी लेने के कारण उनका पूरा शरीर नीला पड़ गया था। जिसकी वजह से ही भगवान शिव को नीलकंठ के नाम से भी जाना जाता है। इस विष को पीकर भगवान शिव ने देवताओं के साथ-साथ संसार को भी नुकसान होने से बचाया था। इसीलिए इस दिन को भगवान शिव का दिन कहा जाता है। और उनकी अराधना की जाती है। 
3. मान्यता ये भी है। कि पवित्र नदी देवी गंगा इस दिन पृथ्वी पर उतर रही थी। और पूरे पृथ्वी पर फैल रही थी। जिसे भगवान शिव ने अपनी जटाओं में धर लिया था। और पृथ्वी का विनाश होने से बचा लिया था। इसलिए भगवान् शिव को पूजा जाता है।
4. ऐसी भी मान्यता है। कि भगवान शिव ने इसी रात को सदाशिव से लिंग स्वरूप लिया था। इसलिए इसी रात भगवान् शिव को की अराधना की जाती है।
ये कुछ मान्यताएं महाशिवरात्रि के बारे में प्रसिद्ध हैं। जिनका वर्णन अलग अलग जगहों पर मिल जाता है। कहा जाता है। कि महाशिवरात्रि की रात बेहद पवित्र होती है। इस रात को कभी सोकर नहीं गवांना चाहिए। इस दिन मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती है।
महाशिवरात्रि के दिन पवित्र नदी में स्नान करने की भी अपनी एक अलग विशेषता है। महाशिवरात्रि के दिन ही प्रयाग कुंभ का समापन होता है। जबकि हरिद्धार कुंभ का आरंभ महाशिवरात्रि के दिन से होता है। इस वर्ष यानी की साल 2021 में हरिद्धार में कुंभ मेले का आज से आगाज़ हो रहा है। जोकि प्रत्येक 12 वर्षों के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। इस बार ग्रहों के योग से 11 वर्ष बाद ही हरिद्धार में कुंभ मेला आज से शुरू हो चुका है।
महाशिवरात्रि के इस पर्व पर आप सभी की मनोकामनाएं पूरी हो इसके लिए आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएं।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   

1. अंक-207 (साल-02)
2. बृहस्पतिवार, मार्च 12, 2021
3. शक-1983, फाल्गुन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-शिव चतुर्दशी, विक्रमी सवंत

4. सूर्योदय प्रातः 06:35, सूर्यास्त 06:33।

5. न्‍यूनतम तापमान -13 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै.। 

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बुधवार, 10 मार्च 2021

"महामृत्युंजय" मंत्र 'संपादकीय'

ओम त्रयंबकम यजामहे, सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।उर्वारुकमिव बंधनात, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। नम्ः शिवाय्

'महाशिवरात्रि
' भगवान शिव के विवाह की कथा के अनुसार, (शिव महापुराण आदि ग्रंथ) यह पारंपरिक त्योहार मनाने की परंपरा है। भारत के साथ नेपाल, आदि दुनिया के कई अन्य देशों में भी 'महाशिवरात्रि' का पर्व बड़े उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सनातन उत्पत्ति का आधार और अंत भगवान शिवशंकर को ही माना जाता है। इस दिन आस्था पूर्वक व्रत और वृतांत का तुरंत प्रभाव देखने को मिलता है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को 'महाशिवरात्रि' का व्रत किया जाता है। हिन्दू पुराणों के अनुसार, इसी दिन सृष्टि के आरंभ में मध्यरात्रि मे भगवान शिव ब्रह्मा से रुद्र के रूप में प्रकट हुए थे। इसीलिए इस दिन को महाशिवरात्रि कहा जाता है। 'महाशिवरात्रि के प्रसंग को हमारे वेद, पुराणों में बताया गया है, कि जब समुद्र मन्थन हो रहा था उस समय समुद्र में चैदह रत्न प्राप्त हुए। उन रत्नों में हलाहल भी था। जिसकी गर्मी से सभी देव दानव त्रस्त होने लगे तब भगवान शिव ने उसका पान किया। उन्होंने लोक कल्याण की भावना से अपने को उत्सर्ग कर दिया। इसलिए उनको महादेव कहा जाता है। जब हलाहल को उन्होंने अपने कंठ के पास रख लिया तो उसकी गर्मी से कंठ नीला हो गया। तभी से भगवान शिव को नीलकंठ भी कहते हैं। शिव का अर्थ कल्याण होता है। जब संसार में पापियों की संख्या बढ़ जाती है, तो शिव उनका संहार कर लोगों की रक्षा करते हैं। इसीलिए उन्हें शिव कहा जाता है। योगिक परम्परा में इस दिन और रात को इतना महत्व इसलिए दिया जाता है। क्योंकि यह आध्यात्मिक साधक के लिए जबर्दस्त संभावनाएं प्रस्तुत करते हैं। आधुनिक विज्ञान कई चरणों से गुजरने के बाद आज उस बिंदु पर पहुंच गया है। जहां वह प्रमाणित करता है, कि हर वह चीज जिसे आप जीवन के रूप में जानते हैं। पदार्थ और अस्तित्व के रूप में जानते हैं। जिसे आप ब्रह्मांड और आकाशगंगाओं के रूप में जानते हैं। वह सिर्फ एक ही ऊर्जा है। जो लाखों रूपों में खुद को अभिव्यक्त करती है। माना जाता है, कि इस दिन शंकर और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते है। 'महाशिवरात्रि' का व्रत रखना सबसे आसान माना जाता है। इसलिये बच्चों से लेकर बूढ़ो तक सभी इस दिन व्रत रखते हैं। 'महाशिवरात्रि' के व्रत रखने वालों के लिये अन्न खाना मना होता है। इसलिये उस दिन फलाहार किया जाता है। राजस्थान में व्रत के समय गाजर, बेर का सीजन होने से गांवों में लोगों द्धारा गाजर, बेर का फलाहार किया जाता है। लोग मन्दिरों में भगवान शिव की पूजा करते हैं व उन्हे आक, धतूरा चढ़ाते हैं। भगवान शिव को विशेष रूप से भांग का प्रसाद लगता है। इस कारण इस दिन काफी जगह शिवभक्त भांग घोट कर पीते हैं। पुराणों में कहा जाता है कि एक समय शिव पार्वती जी कैलाश पर्वत पर बैठे थी। उसी समय पार्वती ने प्रश्न किया, कि इस तरह का कोई व्रत है। जिसके करने से मनुष्य आपके धाम को प्राप्त कर सके ? तब उन्होंने यह कथा सुनाई थी, कि प्रत्यना नामक देश में एक व्यक्ति रहता था। जो जीवों को बेचकर अपना भरण पोषण करता था। उसने सेठ से धन उधार ले रखा था। समय पर कर्ज न चुकाने के कारण सेठ ने उसको शिवमठ में बन्द कर दिया। सयोग से उस दिन फाल्गुन बदी त्रयोदशी थी। वहां रातभर कथा, पूजा होती रही, जिसे उसने भी सुना। अगले दिन शिघ्र कर्ज चुकाने की शर्त पर उसे छोड़ा गया। उसने सोचा रात को नदी के किनारे बैठना चाहिये। वहां जरूर कोई न कोई जानवर पानी पीने आयेगा। अतः उसने पास के बील वृक्ष पर बैठने का स्थान बना लिया। उस बील के नीचे शिवलिंग था। जब वह अपने छिपने का स्थान बना रहा था। उस समय बील के पत्तों को तोडकर फेंकता जाता था, जो शिवलिंग पर ही गिरते थे। वह दो दिन का भूखा था। इस तरह से वह अनजाने में ही शिवरात्रि का व्रत कर ही चुका था। साथ ही शिवलिंग पर बेल-पत्र भी अपने आप चढ़ते गये। एक पहर रात्रि बीतने पर एक गर्भवती हिरणी पानी पीने आई। उस व्याध ने तीर को धनुष पर चढ़ाया, किन्तु हिरणी की कातर वाणी सुनकर उसे इस शर्त पर जाने दिया कि सुबह होने पर वह स्वयं आयेगी। दूसरे पहर में दूसरी हिरणी आई। उसे भी छोड़ दिया। तीसरे पहर भी एक हिरणी आई उसे भी उसने छोड़ दिया और सभी ने यही कहा कि सुबह होने पर मैं आपके पास आऊंगी। चैथे पहर एक हिरण आया। उसने अपनी सारी कथा कह सुनाई, कि वे तीनों हिरणियां मेरी स्त्री थी। वे सभी मुझसे मिलने को छटपटा रही थी। इस पर उसको भी छोड़ दिया और कुछ और भी बेल-पत्र नीचे गिराये। इससे उसका हृदय बिल्कुल पवित्र, निर्मल तथा कोमल हो गया। प्रातः होने पर वह बेल-पत्र से नीचे उतरा। नीचे उतरने से और भी बेल पत्र शिवलिंग पर चढ़ गये। अतः शिवजी ने प्रसन्न होकर उसके हृदय को इतना कोमल बना दिया, कि अपने पुराने पापों को याद करके वह पछताने लगा और जानवरों का वध करने से उसे घृणा हो गई। सुबह वे सभी हिरणियां और हिरण आये। उनके सत्य वचन पालन करने को देखकर उसका हृदय दुग्ध सा धवल हो गया और वह फूट-फूट कर रोने लगा। 'महाशिवरात्रि' आध्यात्मिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण है। इस रात धरती के उत्तरी गोलार्ध की स्थिति ऐसी होती है, कि इंसान के शरीर में ऊर्जा कुदरती रूप से ऊपर की ओर बढ़ती है। इस दिन प्रकृति इंसान को अपने आध्यात्मिक चरम पर पहुंचने के लिए प्रेरित करती है। गृहस्थ जीवन में रहने वाले लोग महाशिवरात्रि को शिव की विवाह वर्षगांठ के रूप में मनाते हैं। सांसारिक महत्वाकांक्षाएं रखने वाले लोग इस दिन को शिव की दुश्मनों पर विजय के रूप में देखते हैं। योगियों और संन्यासियों के लिए यह वह दिन है। जब शिव कैलाश पर्वत के साथ एकाकार हो गए थे। योगिक परम्परा में शिव को ईश्वर के रूप में नहीं पूजा जाता है। बल्कि उन्हें प्रथम गुरु, आदि गुरु माना जाता है। जो योग विज्ञान के जन्मदाता थे। कई सदियों तक ध्यान करने के बाद शिव एक दिन वह पूरी तरह स्थिर हो गए। उनके भीतर की सारी हलचल रुक गई और वह पूरी तरह स्थिर हो गए। वह दिन 'महाशिवरात्रि' था। इसलिए संन्यासी 'महाशिवरात्रि' को स्थिरता की रात के रूप में देखते हैं।

चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

12 मार्च को चीन के विरुद्ध 1 साथ आएंगे 4 देश

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी/टोक्यो/सिडनी। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए चार देश एकजुट होकर रास्ता खोजने की तैयारी में हैं। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के चतुष्कोणीय गठबंधन या क्वाड ढांचे के तहत पहला शिखर सम्मेलन ऑनलाइन प्रारूप में 12 मार्च को आयोजित होगा। विदेश मंत्रालय की ओर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, चारों देशों के नेता साझा हित के रीजनल और ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा करेंगे और एक मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बनाए रखने की दिशा में सहयोग के व्यावहारिक क्षेत्रों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ हिस्सा लेंगे। क्वाड रूपरेखा के तहत नेताओं का पहला शिखर सम्मेलन 12 मार्च को डिजिटल तरीके से आयोजित होगा।’ मंत्रालय ने कहा कि शिखर सम्मेलन समकालीन चुनौतियों जैसे लचीली आपूर्ति श्रृंखला, उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, समुद्री सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन पर विचारों के आदान-प्रदान का अवसर प्रदान करेगा। उसने कहा, ‘नेता कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए चल रहे प्रयासों पर चर्चा करेंगे और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षित, समान वितरण और किफायती टीका सुनिश्चित करने में सहयोग के अवसरों का पता लगाएंगे।’

शरीर को अंदर से खोखला करती है सिगरेट, जानिए

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। हर साल मार्च महीने के दूसरे बुधवार को नो स्‍मोकिंग डे 2021 मनाया जाता है। इसे मनाने का मकसद लोगों को स्‍मोकिंग छोड़ने के लिए जागरुक करना है। आप कम सिगरेट पीते हों या ज्यादा इसका असर आपके पूरे बॉडी सिस्टम पर पड़ता है। आइए जानते हैं, कि स्मोकिंग किस तरह धीरे-धीरे पूरे शरीर को अंदर से खोखला कर देती है। नर्वस सिस्टम पर असर- सिगरेट में पाया जाने वाला निकोटीन आपके नर्वस सिस्टम पर बहुत बुरा असर डालता है। ये आपके दिमाग में पहुंच कर कुछ समय के लिए तो आपको बहुत एक्टिव महसूस कराता है। लेकिन जैसे ही इसका असर खत्म होता है। आपको थकान महसूस होती है। और फिर से सिगरेट पीने की तलब होने लगती है। निकोटीन की लत लग जाने पर स्मोकिंग की आदत छोड़ने में बहुत दिक्कत महसूस होती है। श्वसन तंत्र पर असर- जब आप स्मोक करते हैं। तो आप उन पदार्थों को शरीर के अंदर ले जाते हैं। जो आपके फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। रोजाना सिगरेट पीने से समय के साथ-साथ ये नुकसान बढ़ता जाता है। और इसकी वजह से और भी कई दिक्कतें होने लगती हैं। सिगरेट पीने वालों में इम्फेसिमा, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) और लंग कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम पर असर- स्मोकिंग आपके पूरे कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम यानी हृदय प्रणाली को खराब कर देती है। निकोटीन की वजह से नसें बहुत सख्त हो जाती हैं। जिससे ब्लड फ्लो में दिक्कत आती है। धीर-धीरे इसकी वजह से धमनी रोग हो जाता है। स्मोकिंग की वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, खून की नसें कमजोर हो जाती हैं। और ब्लड क्लॉट्स होने लगते हैं। ये सारी चीजें स्ट्रोक का खतरा बढ़ाती हैं। बालों, स्किन और नाखून पर असर- फेफड़ों के बाद 
स्मोकिंग का सबसे ज्यादा असर इंटीग्यूमेंट्री सिस्टम पर होता है। इसकी वजह से आपके स्किन में साफतौर बदलाव देखा जा सकता है। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक, स्मोकिंग करने से स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (स्किन कैंसर) का खतरा बढ़ जाता है। स्मोकिंग से नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने लगता है। और बाल तेजी से झड़ने और सफेद होने लगते हैं। पाचनतंत्र पर असर- स्मोकिंग से मुंह, गले और ग्रासनली का कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। स्मोकिंग करने वाले ज्यादातर लोग पैनक्रिएटिक कैंसर का शिकार होते हैं। स्मोकिंग का इंसुलिन पर भी प्रभाव पड़ता है। जिसकी वजह से टाइप 2 डायबिटीज और इससे जुड़े जोखिम बढ़ने की संभावना हो जाती है। सेक्सुएलिटी और जेनिटल ऑर्गन पर असर- निकोटीन का असर पुरुषों और महिलाओं के जेनिटल ऑर्गन पर भी पड़ता है। इसकी वजह से पुरुषों में सेक्सुअल परफॉर्मेंस कम हो जाता है। वहीं महिलाओं में यौन इच्छा की कमी होने लगती है। निकोटीन सेक्स हार्मोन के स्तर को कम करता है। कैसे छोड़ें स्मोकिंग की आदत- स्मोकिंग छोड़ना बहुत मुश्किल का काम है। लेकिन डॉक्टर से सलाह लेकर आप एक प्लान बनाकर इस पर काम कर सकते हैं। कई नॉन प्रिस्क्रिप्शन और प्रिस्क्रिप्शन दवाएं हैं। जो स्मोकिंग छोड़ने में मदद करती हैं। स्मोकिंग छोड़ने के लिए आप किसी सेंटर की भी मदद ले सकते हैं। स्मोकिंग छोड़ने से धीरे-धीरे आपका पूरा बॉडी सिस्टम ठीक होने की तरफ बढ़ने लगता है।

यूपी: बुंदेलखंड बन रहा उद्योग और पर्यटन का हब

हरिओम उपाध्याय  
लखनऊ। दुर्गम रास्ते, प्यास बुझाने को पानी की किल्लत, औद्योगिक शून्यता। साल 2017 के पहले तक शौर्य और संस्कार की ऐतिहासिक धरती बुंदेलखंड की यही पहचान थी। अब बुंदेलखंड विकास के नए प्रतिमानों ने बुंदेलखंड की नई पहचान गढ़ दी है। इस क्षेत्र की संस्कृति और ऐतिहासिकता को संरक्षित करने के साथ ही प्रदेश की योगी सरकार इसे उद्योग और पर्यटन का हब बनाने में लगी है। बुंदेलखंड को लेकर जारी योजनाओं के पूरा होने पर हर क्षेत्र में नाम के अनुरूप इसकी तस्वीर भी बुलंद होगी।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के साथ ही इस क्षेत्र से हवाई सेवा, डिफेंस कॉरिडोर, रामायण सर्किट, मेडिकल कॉलेज, औद्योगिक क्लस्टरों का विकास इसका जरिया बनेगी।
बुंदेलखंड दौरे पर मंगलवार को ललितपुर में बंडई बांध परियोजना के लोकार्पण समारोह में इस क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मास्टर प्लान की झलक दिखाई। उनकी चाहत विकास के माध्यम से बुंदेलखंड की ख्याति धरती का स्वर्ग जैसा करने की है। अपने संबोधन में उन्होंने इस बात को साझा भी किया। 2017 में मुख्यमंत्री बनने के साथ ही बुंदेलखंड को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में कदम बढ़ा दिया था। नतीजा, आज सबके सामने है।
विकास की अनिवार्य शर्त रोड कनेक्टिविटी के साथ ही एयर कनेक्टिविटी पर खासा फोकस बुंदेलखंड की बदहाली की एक बड़ी वजह यातायात की दुर्गम स्थिति थी। देश और प्रदेश की राजधानी तक इस क्षेत्र से आना-जाना दुरूह था। योगी ने विकास के अपने मास्टर प्लान में रोड कनेक्टिविटी का ध्यान रखते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू कराया। आधा काम हो चुका है। और इस साल के अंत तक बुंदेली विकास इसी एक्सप्रेसवे पर सरपट भागता नजर आएगा।
जिस बुंदेलखंड में एक्सप्रेसवे की ही बात कल्पना थी। वहां हवाई सेवा को भी पंख लगने जा रहे हैं। बुंदेली धरा की धर्मनगरी चित्रकूट के अलावा योगी सरकार ललितपुर, झांसी से भी फ्लाइट की सुविधा देने की घोषणा कर चुकी है। चित्रकूट का हवाईअड्डा तो खूबसूरती का मिसाल बनेगा।

रावत के इस्तीफे के बाद, आप अध्यक्ष ने दी बधाईं

पंकज कपूर  
जसपुर। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्याक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर यूनुस चौधरी ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा ने मान लिया है, कि उनके द्वारा बनाया गया। मुख्यमंत्री विकास कार्य करने में विफल है। उन्होंने कहा कि 4 साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड प्रदेश में कोई कार्य नहीं किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ऐसे मुख्यमंत्री से त्रिस्त हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से भाजपा ने अपने चुनावी दौर में उत्तराखंड प्रदेश में विकास करने के जो वादे किए थे।
वह वादे हवा हवाई थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर रहा है। इससे पहले भाजपा के कई विधायकों ने मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। भाजपा ने यह मान लिया है। की भ्रष्टाचार के जो आरोप मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने लगाए थे वह आरोप ठीक थे। उन्होंने प्रदेश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे मुख्यमंत्री की विदाई से गैरसैंण में महिलाओं के ऊपर हुए लाठीचार्ज का न्याय मिला है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी गैरसैण में महिलाओं के ऊपर हुए लाठीचार्ज के बाद से ही मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रही थी। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में जनता बीजेपी को उखाड़ फेंकने का कार्य करेगी क्योंकि जनता अब भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है। जनता भाजपा की नीतियों को भलीभांति पहचान चुकी है और आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी फुल बहुमत के साथ उत्तराखंड में सरकार बनाएगी।

महिला दिवस पर महिलाओं को किया गया सम्मानित

पंकज कपूर   
गदरपुर। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला कांग्रेस कमेटी द्वारा महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष श्रीमती रीना कपूर की अध्यक्षता में चक्की मोड़ राम लीला मैदान में ब्लॉक अध्यक्ष रेखा रावत द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे 65 गदरपुर विधानसभा क्षेत्र की कांग्रेस प्रभारी अलका पाल की मौजूदगी में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को किया गया सम्मानित। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रीना कपूर और 65 गदरपुर विधानसभा क्षेत्र की प्रभारी अलका पार्क एवं ब्लॉक अध्यक्ष रेखा रावत की मौजूदगी में रामलीला मैदान चक्की मोड़ मैं आयोजित कार्यक्रम में महिला कल्याण संस्था दिनेशपुर की अध्यक्ष हीरा जगपंगी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती गीता पपोला, गदरपुर नगर पालिका सभासद लीना संजीव झाम, पूर्व बीडीसी रेवती देवी, आशा कार्यकर्ती अनीता, ममता पानू, गीता दुमका के अलावा नेशनल खिलाड़ी ज्योति पवार को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पर्वतीय समाज की महिलाओं द्वारा पारंपारिक वेशभूषा में सुंदर चाचरी नृत्य की प्रस्तुति कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। वहीं आदिवासी बुक्सा समाज की महिलाओं द्वारा होली के मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति करते हुए उत्तराखंड की संस्कृति को संजोए रखा।
वही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष श्रीमती रीना कपूर ने कहा कि महिलाएं पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। उन्होंने हर क्षेत्र में अपनी सक्रियता को साबित किया है। वही 65 गदरपुर विधानसभा क्षेत्र की प्रभारी अलका पाल ने कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़कर कार्य कर रही हैं। एवं ब्लॉक अध्यक्ष रेखा रावत ने कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। वही कार्यक्रम का संचालन नंदा बल्लभ पांडे एवं किशोर सावंत ने किया। इस अवसर पर कांग्रेस की वरिष्ठ महिला नेत्री ममता हालदार, सोनी पाल, हसीन बानो, लीला रावत, मथुरा देवी, प्रियंका मौर्य, सुकलो देवी, मंजू त्रिपाठी, तेरसू देवी, चेतो देवी, चंपा देवी, बागलो देवी, जहांगीर कौर, युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता वरुण कपूर, तारक बछड़ा, विकास सरकार, संजीव झाम, गोविंद सिंह, मनोज देवराडी, किशोर सामंत, चंद्र सिंह चौटाला, साहिल गुंबर, सहित तमाम क्षेत्रवासी मौजूद थे।

फोटो-मोबाइल नंबर आधार से कनेक्ट करें, या जोडें

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। आधार कार्ड, आपकी पहचान बताने वाले अहम डॉक्यूमेंट्स में से एक है। सभी तरह की स्कीम्स और सर्विसेज का फायदा उठाने के लिए अक्सर, आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है। आधार कार्ड में आपका नाम, पता, फोटो और बायोमीट्रिक डीटेल्स दिए गए होते हैं। कई लोगों के आधार कार्ड में उनकी पुरानी फोटो लगी होती है। कई लोगों के साथ ऐसा भी है। कि उनके आधार कार्ड की फोटो क्लीयर नहीं है। ऐसे में अगर आप अपने आधार कार्ड का फोटो बदलवाना चाहते हैं। या आधार कार्ड में कोई नया मोबाइल नंबर अपडेट करना चाहते हैं तो हम आपको बता रहे हैं। कि कैसे आप ये दोनों प्रक्रिया पूरा कर सकते हैं।
अपना फोटोग्राफ ले जाना की जरूरी नहीं।
आधार कार्ड में फोटोग्राफ अपडेट करने के लिए आपको किसी परमानेंट एनरॉलमेंट सेंटर पर जाना होगा। यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, जिस व्यक्ति का आधार कार्ड है। उसे इस काम के लिए आधार सेंटर पर जाना होगा। आधार कार्ड में फोटो अपडेट करने के लिए जरूरी नहीं है। कि आप अपना फोटोग्राफ लेकर जाएं, क्योंकि सेंटर पर ही वेब कैमरे के जरिए आपकी फोटो तुरंत खींच ली जाएगी। आधार कार्ड में फोटोग्राफ अपडेट होने में 90 दिन तक का समय लग सकता है।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...