गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

वायु प्रदूषण से करीब 54 हजार लोगों की मौत

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले साल पीएम-2.5 से हुए वायु प्रदूषण से करीब 54 हजार लोगों की जान चली गई। यह दावा एक नवीनतम अध्ययन में किया गया है। उल्लेखनीय है, कि दिल्ली में पिछले साल वायु प्रदूषण का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानकों से छह गुना अधिक रहा। ग्रीनपीस दक्षिण पूर्व एशिया द्वारा वायु गुणवत्ता विश्लेषण में अनुमान लगाया गया है कि दिल्ली में पीएम-2.5 के प्रदूषण से प्रत्येक 10 लाख आबादी पर 18 हजार लोगों की मौत हुई। अध्ययन में कहा गया, ” पीएम-2.5 के प्रदूषण की वजह से भारत की राष्ट्रीय राजधानी में वर्ष 2020 में करीब 54,000 लोगों की जान चली गई।” पीएम-2.5 हवा में मौजूद सूक्ष्म कण है। जिनका आकार 2.5 माइक्रोमीटर होता है। अध्ययन के मुताबिक वैश्विक आधार पर पर्यावरण खतरों में पीएम-2.5 के संपर्क को खतरनाक माना जाता है और वर्ष 2015 में करीब 42 लाख लोगों की असमय मृत्यु इसकी वजह से हुई। अध्ययन के मुताबिक इसी तरह की क्षति अन्य भारतीय शहरों में भी हो रही है, जो चिंताजनक है।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा महंगाई का विरोध-प्रदर्शन

अतुल त्यागी
हापुड़। जनपद कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा महंगाई के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेसियों ने जहां मोटरसाइकिल को बैलगाड़ी में रखकर चलाया। वही गैस सिलेंडरों की अर्थी भी निकाली कांग्रेस पार्टी के द्वारा यह जोरदार प्रदर्शन आज जिले भर में किया गया। एसडीएम सदर सत्य प्रकाश सिंह को इस अवसर पर एक ज्ञापन राज्यपाल उत्तर प्रदेश के नाम सौंपा गया। जिसमें कांग्रेस द्वारा मांग की गई थी गैस और पेट्रोल के दाम कम किए जाएं तथा आम जनमानस को राहत दी जाए। क्योंकि यदि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ते हैं तो हर उत्पादन की लागत पर पैसे बढ़ते हैं। क्योंकि इससे कच्चे माल, माल की सप्लाई में खर्चा अधिक होता है। लॉकडाउन दौरान केंद्र व राज्य सरकार ने जो टैक्स लगाए थे। उनको कम किए जाएं तथा आम जनमानस को राहत दी जाए। इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व विधायक गजराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में जो पार्टी दो - चार रुपए बढ़ने पर सड़कों पर आकर हंगामा करते थे। आज वह सैकड़ों रुपये बढ़ने पर भी मौन है। आखिर कब तक आम आदमी का शोषण होता रहेगा। इस अवसर पर सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

मजबूर करेंगे तो अपनी फसलों को जला देंगे: टिकैत

राणा ओबराय 

हिसार। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा, केंद्र को किसी भी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए, कि किसान फसल की कटाई के लिए वापस जाएंगे। यदि वे मजबूर करेंगे तो हम अपनी फसलों को जला देंगे। उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि विरोध 2 महीने में खत्म हो जाएगा। हम फसल के साथ-साथ विरोध करेंगे। हरियाणा के हिसार जिले के खरकपुनियों में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि फसलों की कीमतों में वृद्धि नहीं हुई है। लेकिन ईंधन की कीमतें बढ़ गई हैं। केंद्र ने स्थिति को बर्बाद कर दिया है। यदि जरूरत हुई तो हम अपने ट्रैक्टरों को पश्चिम बंगाल में भी ले जाएंगे, क्योंकि वहां पर भी किसानों को एमएसपी नहीं मिल रही है। हिंदुस्तान प्रकाशित खबर के अनुसार टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनका अगला लक्ष्य 40 लाख ट्रैक्टरों का है। देशभर में जाकर 40 लाख ट्रैक्टर इकट्ठा करेंगे। ज्यादा समस्या की तो ये ट्रैक्टर भी वहीं हैं, ये किसान भी वही हैं। ये फिर दिल्ली जाएंगे। इस बार हल क्रांति होगी। जो खेत में औजार इस्तेमाल होते हैं, वे सब जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान ले रही है। उन्होंने कहा कि कानून वापसी तक किसान कहीं जाने वाला नहीं है। कानून वापसी से ही किसानों की घर वापसी संभव है। इसके साथ ही सरकार को एमएसपी पर कानून भी लाना होगा। गौरतलब है, कि केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अब भी बरकरार है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन गुरुवार को 85वें दिन भी जारी है। इस बीच किसानों को मनाने के लिए अब तक केंद्र सरकार की ओर से की गईं सभी कोशिशें बेनतीजा रही हैं।

ग्राम पंचायत चुनाव, 28 ग्राम प्रधान दौड़ से ही बाहर

अश्वनी उपाध्याय  

गाजियाबाद। जिलें में पंचायत चुनाव को लेकर तैयार हो रहे माहौल में करीब 28 ग्राम प्रधान दौड़ से ही बाहर हो रहे है। डीपीआरओ के अनुसार जिन प्रधानों पर मनरेगा प्रकरण की जांच, रिकवरी और ऑडिट जांच बैठने के बाद करोड़ों की गड़बड़ी मिली। उनकी ओर से 20 फरवरी तक नोटिस का जवाब दिया जाना है। हालांकि, अभी तक किसी भी ग्राम प्रधान ने जवाब नहीं दिया है। ऐसे में उन्हें ग्राम प्रधान के चुनावों में मौका नहीं मिलेगा। जिले के चार ब्लाकों भोजपुर, रजापुर, लोनी व मुरादनगर क्षेत्र की 28 ग्राम पंचायतों में एक साल में प्रधान और सचिव संबन्धित ऑडिट अधिकारियों को करोड़ों की रकम का हिसाब नहीं दे सके थे। ऑडिट के दौरान प्रधान और सचिव दस्तावेज खर्च के भी नहीं दिखा सके। जिला लेखा परीक्षा अधिकारी ने गांव बेगमाबाद, रोरी, सीकरीखुर्द, बसंतपुर सैथली सहित 28ग्राम पंचायत का वित्तीय वर्ष 2018-19 का ऑडिट किया था। ऑडिट टीम ने ग्राम निधि से निकाली गई रकम के खर्च का मिलान किया। 28 ग्राम पंचायतों में बड़ी गड़बड़ी सामने आई। ग्राम निधि के खाते से इन ग्राम पंचायतो में करीब पांच करोड़ से अधिक की ऐसी रकम निकाली गई जिसका खर्च का कहीं कोई लेखा-जोखा नहीं मिला। गड़बड़ियां मिलने पर ग्राम प्रधानों के नो ड्यूज जारी करने पर रोक लगा दी गई है। जिला पंचायत अधिकारी अनिल त्रिपाठी ने बताया कि मेरी ओर से शासनादेश के तहत अनियमिताओं से जुड़े मामलों में जिले की 28 ग्रामपंचायतो के प्रधानों को नोटिस देकर 20 फरवरी तक जवाब तलब किया गया है। लेकिन अभी तक आरोपी पक्षों की ओर से काई जवाब नहीं मिला है। ऐसे डिफाल्टर प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने पर रोक लगायी जायेगी।

46 महिला उत्पीड़न संबंधी मामलों में सुनवाई की

अश्वनी उपाध्याय  

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने गुरूवार को कलक्ट्रेट सभागार में 46 महिला उत्पीड़न संबंधी मामलों में सुनवाई की। इस दौरान पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे। सुनवाई के दौरान सर्वाधिक दहेज उत्पीड़न से जुड़े मामले सामने आए। महिला आयोग की अध्यक्ष ने मामलों की जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं पर हो रहे उत्पीड़न को रोकने के लिए विशेष प्रयास करें। महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाए। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। ताकि किसी भी महिला का उत्पीड़न नहीं हो सके। जनसुनवाई के दौरान आयोग सदस्या की मौजूदगी में डीएम अजयशंकर पांडे, एसएसपी कलानिधि नैथानी के अलावा महिला थाने तथा समाज कल्याण विभाग सहित कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। सुनवाई दौर में एक पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद से ससुराल पक्ष के लोग आये दिन उसके साथ गाली गलौच व मारपीट करते है। पीड़िता की बात सुनकर उन्होंने पुलिस को सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। एक पीड़िता ने बताया कि पति की मृत्यु हो चुकी है। उसके परिवार के कुछ लोग संपत्ति पर कब्जा करना चाहते है। महिला आयोग ने प्रशासनिक अधिकारियों को जांच करने के निर्देश दिए।

हादसा: मां-बेटा की मौत, सपा नेताओं ने दी सांत्वना

कौशांबी। सिराथू तहसील क्षेत्र के अफजलपुर वारी गांव के रहने वाले लेफ्टिनेंट सैयद आरिफ हुसैन व उनकी माता की मौत कोलकाता जाते समय प्रयागराज के सराय इनायत के पास सड़क हादसे में हो गई है। जैसे ही इस हादसे की जानकारी समाजवादी पार्टी के नेताओं को लगी सपा के कुछ नेता उनके आवास पर पहुंचे हैं और परिजनों को सांत्वना दी है। लेफ्टिनेंट की मौत के बाद समाज वादी पार्टी के प्रदेश सचिव हाजी आवेश हुसैन पूर्व प्रदेश सचिव मेहबूब आलम अपनी टीम के साथ पीड़ित परिवार के घर अफजलपुर वारी गांव पहुंचे हैं।परिजनों को सांत्वना दी सपा नेताओं ने पार्टी की तरफ से हर संभव मदद का अस्वासन परिजनों को दिया है।
इस मौके पर सपा नेता सज्जू ने बताया, कि लेफ्टिनेंट सैयद आरिफ अपने पांच चाचा ताऊ के परिवार में एकलौते पुत्र थे। जो अपनी माँ के साथ कलकत्ता जा रहे थे। प्रयागराज के सराय इनायत के पास वह पहुचे थे, कि सामने से आ रही अज्ञात वाहन की टक्कर से उनकी व उनकी माता की दर्दनाक मौत ही गई।
राजू सक्सेना 

पीसीएस में मिली सफलता, पांचवी बार किया प्रयास

पंकज कुमार 
एटा। अमांपुर के परिवार के लिए बुधवार का दिन खुशियों से भरा साबित हुआ। घर की बड़ी बेटी प्रियंका ने पीसीएस परीक्षा में पांचवां स्थान पाकर न केवल घर का बल्कि कासगंज जिले का नाम रोशन कर दिखाया। परीक्षा परिणाम आते ही अमांपुर की अफसर बनने जा रही बिटिया को बधाइयां देने का सिलसिला शुरू हो गया। अमांपुर के गांधी नगर बारहद्वारी के पास रहने वाले अनिल कुमार गोयल कस्बे में मेडिकल स्टोर चलाते हैं। उनके दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी प्रियंका गोयल और छोटी बेटी नीति गोयल दिल्ली में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने में लगी हैं। बड़ी बेटी प्रियंका ने वर्ष 2019 में पीसीएस की परीक्षा दी थी। कड़ी मेहनत और मजबूत तैयारी की थी। बुधवार को परीक्षा का परिणाम आने की उम्मीद को देखते हुए वह घर से दिल्ली पहुंची। शाम को जैसे ही पीसीएस का परिणाम आया तो प्रियंका का पांचवां स्थान पर देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने फोन पर यह खुशखबरी पिता अनिल गोयल व मां लक्ष्मी गोयल को दी तो घर में खुशी का माहौल बन गया। परिवार के लोगों ने इसकी जानकारी अपने परिचितों को दी तो बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया। 
पांचवीं बार में पाई सफलता...
प्रियंका गोयल ने बताया कि उन्होंने कड़ी मेहनत करके इस परीक्षा को पास किया है। इससे पहले वह चार बार परीक्षा में बैठ चुकी थीं। लेकिन हिम्मत नहीं हारी और निरंतर तैयारी की और उन्हें इस बार पूरा भरोसा था कि परिणाम बेहतर होगा। 
शुरुआती पढ़ाई अमांपुर, स्नातक एटा से....
कासगंज। पीसीएस परीक्षा में पांचवें स्थान प्राप्त करने वाले प्रियंका गोयल के बारे में उनके भाई पीयूष ने बताया कि दीदी ने शुरुआती पढ़ाई अमांपुर के मक्खन  लाल इंटर कॉलेज से की और स्नातक की पढ़ाई एटा के जेएलएन डिग्री कालेज से की थी। पीयूष ने बताया कि वह खुद अपने पिता के मेडिकल स्टोर के काम में हाथ बंटाते हैं।
केंद्रीय सचिवालय में कार्यरत हैं प्रियंका....
कासगंज। प्रियंका गोयल ने बताया कि, वह परीक्षा की तैयारी के साथ नौकरी भी कर रही हैं और फिलहाल केंद्रीय सचिवालय में कार्यरत हैं। इससे पहले भी एफसीआई में कार्य कर चुकी हैं। वह नौकरी के साथ एक बड़े पद तक पहुंचने के लिए पीसीएस की परीक्षा में बैठी थीं। जो माता-पिता व गुरुजनों के आशीर्वाद से सफल हुई हैं।

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...