मंगलवार, 20 अक्तूबर 2020

चार धाम नियंत्रण मामले में स्वामी पहुंचे एससी

चारधाम नियंत्रण मामले में सुब्रह्मण्यम स्वामी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने चारधाम देवस्थान प्रबंधन बोर्ड के जरिये चारों धाम एवं 51 अन्य तीर्थस्थलों पर सरकारी नियंत्रण को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। स्वामी ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के 21 जुलाई 2020 के उस फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है, जिसके तहत उनकी याचिका निरस्त की गयी थी। स्वामी ने चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का गठन करके चारों धामों और अन्य 51 तीर्थ स्थानों पर राज्य सरकार द्वारा नियंत्रण लिये जाने को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी, जहां से उन्हें निराशा हाथ लगी थी, उसके बाद वह सर्वोच्च न्यायालय पहुंचे हैं। भाजपा नेता ने कहा है कि भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में केवल मंदिर ही सरकार के नियंत्रण में है, जबकि मस्जिद और अन्य धार्मिक स्थल नहीं। उन्होंने चारों धाम मंदिर और अन्य 51 तीर्थस्थलों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त कराने की मांग की है। इस मामले में दो गैर सरकारी संगठनों- ‘पीपुल फॉर धर्म’ और ‘इंडिक कॉलेक्टिव ट्रस्ट’- ने भी उच्च न्यायालय के खिलाफ याचिकाएं दायर की हैं। उच्च न्यायालय ने गत 21 जुलाई को दिये फैसले में चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन एक्ट, 2019 की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखा है।               


दस राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन शुरू

उत्तरप्रदेश की दस राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन शुरू


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की दस राज्यसभा सीटों पर नौ नवंबर को होने वाले मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। चुनाव आयोग के सूत्रों ने मंगलवार को यहां बताया कि द्विवार्षिक चुनावों की अधिसूचना आज सुबह जारी की गई। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 27 अक्टूबर है। नामांकन की जांच 28 अक्टूबर को की जाएगी जबकि दो नवंबर को नाम वापसी की आखिरी तारीख है।
उन्होंने बताया कि यदि आवश्यक हुआ तो मतदान नौ नवंबर को होगा और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे। राज्य विधानसभा के सदस्य इस चुनाव में मतदाता हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा की 403 सदस्यों वाले सदन में भाजपा के 310 विधायक हैं। सत्तारूढ़ दल भाजपा के 10 में से आठ सीटों पर आराम से जीतने की संभावना है। समाजवादी पार्टी(सपा) के 46 विधायक है और पार्टी को एक सीट पर जीत की उम्मीद है जबकि संयुक्त विपक्ष द्वारा भी एक सीट जीती जा सकती है।
राज्य विधानसभा में आठ सीटें रिक्त है। इसलिए आठ सदस्यों की संख्या घटने से मतदाताओं की संख्या 395 रह जायेगी। जीतने वाले उम्मीदवार को 34 वोट प्राप्त करने होंगे। सपा ने पहले ही प्रोफेसर राम गोपाल यादव को द्विवार्षिक चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार के रूप में घोषित किया है, लेकिन भाजपा समेत किसी अन्य पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। सपा प्रत्याशी प्रोफेसर राम गोपाल यादव बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। सपा ने प्रत्याशी के नामांकन फार्म पर अपने हस्ताक्षर देने के लिए आज लखनऊ में अपने सभी विधायकों को भी तलब किया है। उत्तर प्रदेश के जिन सदस्यों का कार्यकाल 25 नवंबर, 2020 को समाप्त होगा।
उसमें केंद्रीय मंत्री और भाजपा सदस्य हरदीप सिंह पुरी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, भाजपा के नीरज शेखर, सपा के राम गोपाल यादव, रवि प्रकाश वर्मा, डॉ0 चंद्रपाल सिंह यादव और जावेद अली खान हैं जबकि बहुजन समाज पार्टी( बसपा) के वीर सिंह और राजाराम। इसके अलावा कांग्रेस सदस्य पीएल पुनिया शामिल है।             


परिजनों ने युवती की मौत पर किया हंगामा

देहरादून: परिजनों ने युवती की मौत पर अस्पताल में किया हंगामा, डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप।


देहरादून। पटेलनगर क्षेेेत्र में मृत्युंजय क्रिटिकल हॉस्पिटल में परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सोमवार शाम को हंगामा कर दिया। बाजार चौकी प्रभारी नवीन जोशी ने बताया कि आशा रावत (26) पुत्री विक्रम सिंह निवासी ब्रह्मपुरी को एमसीएच हॉस्पिटल में रविवार रात में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान सोमवार शाम को युवती की मौत हो गई। इस पर परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराया गया। परिजनों ने पुलिस को बताया कि युवती के पेट में इंफेक्शन की वजह से उसे भर्ती कराया गया था। लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई। कोतवाली प्रभारी का कहना है कि पूछताछ व जांच की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।             


पुलवामा में हुई मुठभेड़, 1 आतंकी ढेर

पुलवामा: मुठभेड़ में एक आतंकवादी ढेर


श्रीनगर। जम्मू- कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को घेराबंदी और तलाशी अभियान (कासो) के दौरान सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। पुलिस प्रवक्ता ने यहां बताया कि राष्ट्रीय रायफल (आरआर), जम्मू-कश्मीर पुलिस विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के बाद पुलवामा के हरकरिपोरा काकपोरा में घेराबंदी और तलाश अभियान (कासो) शुरु किया। उन्होंने कहा कि इलाके में छिपे आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर स्वचालित हथियारों से गोलियां चलाने तथा सुरक्षा बलों की ओर से जवाबी कार्रवाई के बाद मुठभेड़ शुरु हुई। इस बीच एक घर में छिपा आतंकवादी पास के खेत में भाग गया और सुरक्षा बलों की गोलीबारी में वह मारा गया। प्रवक्ता ने कहा कि अभियान अभी चल रहा है। कानून व्यवस्था बनाए रखने लिए आस-पास के क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों और पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।                     


विरोध में विधानसभा में सोए 'विधायक'

अमरिंदर सिंह सरकार की इस बात के विरोध में विधानसभा में सोए विधायक


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। राजनीति में नेताओं की पब्लिक छवि बहुत मायने रखती है। अपनी छवि को बेहतर करने के लिए और मीडिया में अपनी तस्वीरें छपवाने के लिए नेता हर दिन कुछ न कुछ करते रहते हैं। कई बार इनकी हरकतें केवल अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की कवायद भर होती है। ऐसी ही एक हरकत में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने पंजाब विधान सभा के अंदर सोकर अपनी रात बिताई। दरअसल केंद्र सरकार के कृषि बिलों की काट के लिए पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार एक विधेयक लाने की तैयारियां कर रही है। आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल के विध्यक मांग कर रहे हैं कि इस अध्यादेश की कॉपी उन्हें पहले दिखाई जाए। हालांकि नियमानुसार चर्चा के लिए बिल पेश होने से पहले उसकी कॉपी सभी सदस्यों को भेजी जाती है लेकिन विरोधी दलों की मांग थी कि यह कॉपी उन्हें कल ही दी जाए।  इस छोटी सी की मांग लिए उन्होंने विधानसभा के अंदर सो कर रात बिताई और अपना विरोध दर्ज कराया। आपको बता दें कि सोमवार सुबह से पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो गया। इस विशेष सत्र में राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज एक विधेयक लाएंगे। विधेयक को मंजूरी के लिए सदन में पेश किया जाएगा।           


ऐलानः नहीं बचेंगे चाइनीज पटाखें-लड़ियां

नहीं बेचेंगे चाइनीज़ पटाखे और लड़ियाँ, गाज़ियाबाद के व्यापारियों ने किया ऐलान


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। चीन की सरकार द्वारा की जा रही भारत विरोधी हरकतों का मुंह तोड़ जवाब देते हुए गाज़ियाबाद के पटाखा व्यापारियों ने घोषणा की है कि इस बार वे भारत में बने पटाखे ही बेचेंगे। गाज़ियाबाद पूरे एनसीआर क्षेत्र में पटाखों का एक बड़ा बाजार है और हर साल दीवाली और शादियों के सीजन में करोड़ों रुपए के पटाखे बेचे जाते हैं। व्यापारी संगठनों का कहना है कि कि अन्य व्यापारियों को भी समझाया जा रहा है कि वे चाइना का कोई भी माल ना बेचें। एक व्यापारी ने कहा कि खून का अंतिम कतरा तक बहा देंगे, लेकिन चाइना का कोई माल गाजियाबाद शहर में नहीं बिकने देंगे। इस प्रकार एक अन्य पटाखा व्यापारी ने कहा कि चाइना गद्दार है और हम किसी गद्दार देश का माल नहीं बेचेंगे। एक व्यापारी ने ये भी कहा कि जो पुराना चाइना का माल पड़ा हुआ है, उसे पानी में डाल देंगे, लेकिन बेचेंगे नहीं। फिलहाल सभी पटाखा व्यापारी, जिला प्रशासन से पटाखे बेचने का लाइसेंस मिलने का इंतजार कर रहे हैं।             


आशा ने किया पानी की टंकी का शिलान्यास

मेयर आशा शर्मा ने किया जनकपुरी में पानी की टंकी का शिलान्यास, 50 हजार लोगों को मिलेगा लाभ।


साहिबाबाद। महापौर आशा शर्मा ने आज जनकपुरी साहिबाबाद के खजूर वाले पार्क में एक पानी की टंकी का शिलान्यास किया। नगर निगम के वार्ड 70 में अमृत योजना से बनने वाली इस टंकी से राज बाग, शालीमार गार्डन, वृंदावन गार्डन, जनकपुरी, श्री राम नगर और श्याम एन्क्लेव के लगभग 50 हजार लोगों के घरों में पानी की सप्लाई होगी। पार्षद मनपिंदर कौर सिद्धू ने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर लगभग 11 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इलाके में रहने वाले लोग पिछले काफी समय से इलाके में पानी की टंकी की मांग कर रहे थे। टंकी के निर्माण से पानी की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।  इसी के साथ जनकपुरी मेन मार्केट में आरसीसी नाली एवं डेंस सड़क के निर्माण कार्य का भी उद्घाटन महापौर जी द्वारा कराया गया। वार्ड 73 में इंटरलॉक टाइल का काम शुरू। मेयर आशा शर्मा ने शालीमार गार्डन (वार्ड 73) के सी ब्लॉक में साइड पटरी पर लगने वाली इंटरलॉक टाइल के कार्य का भी शिलान्यास किया।  पार्षद सुनीता रेड्डी ने बताया कि ढाई सौ मीटर पटरी की लागत 22 लाख रुपए आएगी। पटरी बनने के बाद पैदल चलने वाले लोगों को लाभ मिले और इसके साथ ही नवनिर्मित सड़क का भी बचाव होगा। उद्घाटन के दौरान पार्षद मनविंदर कौर सिद्धू, पार्षद सुनीता रेड्डी, पार्षद पति बलवंत सिंह, पार्षद पति पवन रेड्डी, डॉक्टर उत्तम, पवन कुमार, प्रीतम सिंह, विजय पाल, सुरेंद्र, दिनेश मावी, नरेश देवरानी, कैलाश पांडे, सुरेश तिवारी व क्षेत्र के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।               


पूर्व सीएम भगत सिंह को हाईकोर्ट का नोटिस

महाराष्ट्र के राज्यपाल व उत्तराखं‍ड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को हाईकोर्ट का नोटिस।


नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र के राज्यपाल तथा पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं करने के मामले में अवमानना नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब देने को कहा है। न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा की पीठ ने मंगलवार को देहरादून की गैर सरकारी संस्था (एनजीओ) रूरल लिटिगेशन एंड एनटाइटलमेंट केंद्र की ओर से दायर अवमानना याचिका की सुनवाई करते हुए यह नोटिस जारी किया है। याचिकाकर्ता ने अदालत को बताया गया की पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के खिलाफ दायर अवमानना याचिका पोषणीय है। याचिका दायर करने से पहले सभी औपचारिकताओं का पालन किया गया है। कोश्यारी को 60 दिन पहले नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए कोश्यारी को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब देने के निर्देश दिए हैं।याचिकाकर्ता ने भगत सिंह कोश्यारी को बतौर पूर्व मुख्यमंत्री पक्षकार बनाया है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड उच्च न्यायालय की ओर से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को सरकारी आवास तथा अन्य सुविधाओं के आवंटन के मामले में पिछले वर्ष तीन मई को बाजार दर पर बकाया जमा करने के निर्देश दिए गए थे। याचिकाकर्ता का आरोप है कि कोश्यारी ने आज तक अदालत के आदेश का अनुपालन नहीं किया है।               


पाक आर्मी चीफ ने रची भयानक साजिश

कश्‍मीर। तालिबान संग मिलकर पाक‍िस्‍तानी आर्मी चीफ ने रची खतरनाक साजिश, लश्‍कर, जैश, हिज्‍बुल को कमान।


मनोज सिंह ठाकुर
पाकिस्‍तानी आर्मी चीफ ने कश्‍मीर के ल‍िए रची साज‍िश


इस्‍लामाबाद। जम्‍मू-कश्‍मीर में भारतीय सेना के जोरदार सफाई अभियान से बौखलाए पाकिस्‍तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कश्‍मीर में आतंकी गतिविधियों को तेज करने के लिए नया खतरनाक प्‍लान तैयार किया है। इस संबंध में बाजवा ने जम्‍मू-कश्‍मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्‍मद, लश्‍कर-ए-तैयबा, हिज्‍बुल मुजाहिद्दीन और तालिबान के शीर्ष कमांडरों के साथ गुप्‍त बैठकें भी की हैं।
हिंदुस्‍तान टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक जैश-ए-मोहम्‍मद का कमांडर मुफ्ती मोहम्‍मद असगर खान कश्‍मीरी भी इस बैठक में मौजूद था। जो जम्‍मू-कश्‍मीर में आतंकी गतिविधियों का समन्‍वय कर रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों का कहना है। कि पाकिस्‍तानी सेना के जनरलों ने सभी आतंकी संगठनों के बीच बैठक कराई है। ताकि उनके बीच एकजुटता बन सके। इस एकजुटता का मकसद पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से भारतीय सेना पर हमले तेज करना है। दरअसल, भारत के आर्टिकल 370 के खत्‍म करने और जम्‍मू-कश्‍मीर को संघशासित प्रदेश का दर्जा देने के बाद पाकिस्‍तानी सेना बौखलाई हुई है। भारतीय खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों की ओर से तैयार किए गए डोजियर में कहा गया है। कि जैश, लश्‍कर, तालिबान और हिज्‍बुल के कमांडरों के साथ कई बैठकें हुई हैं। इस संबंध में पहली बैठक 27 दिसंबर को हुई थी। इसमें लश्‍कर के संस्‍थापक संगठन जमात उद दावा के महासचिव आमिर हमला ने जैश के कमांडरों के साथ बहालपुर में बैठक की थी। ताकि दोनों मिलकर एक साथ भारत के खिलाफ अभियान तेज कर सके।
लश्‍कर का कमांडर जकिउर रहमान लखवी हुआ शामिल।
इसके बाद 3 से 8 जनवरी और 19 जनवरी को इस्‍लामाबाद में पाकिस्‍तानी सेना और आईएसआई के अधिकारियों के साथ बैठकें हुईं। इन बैठकों में वैश्विक स्‍तर पर आतंकी संगठन घोषित किए गए समूहों के कमांडर भी शामिल हुए। इसमें जैश का अघोषित प्रमुख मुफ्ती रऊफ असगर, जैश चीफ मसूद अजहर का भाई मौलाना अम्‍मार, लश्‍कर का कमांडर जकिउर रहमान लखवी और आमित हमजा शामिल हुए थे।
इस बैठक में एकजुटता बनने के बाद मुफ्ती असगर ने लश्‍कर के कमांडरों से मुलाकात की ताकि कश्‍मीर में उनके नापाक मंसूबों को अंजाम दिया जा सके। इन आतंकी संगठनों में हथियारों को आपस में साझा करने और छिपे हुए समर्थकों की मदद करने पर सहमति बनी। इन गुटों में सहमति बनी है। कि अब हिज्‍बुल कश्‍मीर में सभी हमलों की जिम्‍मेदारी लेगा। जैश के कमांडर तालिबान के साथ संपर्क में हैं। ताकि काबुल में आतंकियों की सरकार बनने के बाद उसके आतंकवादियों को कश्‍मीर में भेजा जा सके।             


गोल्डन कार्ड वितरित किए जाएः सीएम योगी

अभियान चलाकर आयुष्मान भारत एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के गोल्डन कार्ड वितरित किए जाएंः मुख्यमंत्री योगी


नई दिल्ली। मुख्यमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत), मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना की समीक्षा की। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विगत 03 वर्षों में भारत सरकार द्वारा संचालित सभी योजनाओं में सम्मानजनक स्थान बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) में भी राज्य द्वारा अग्रणी स्थान प्राप्त किया जाए, इसके लिए प्रभावी प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के गोल्डन कार्ड बनाए और वितरित किए जाएं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि 01 नवम्बर, 2020 को प्रदेश का प्रत्येक गांव प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) से संतृप्त हो जाए। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं। जिलाधिकारी द्वारा जनपद स्तर पर योजना के क्रियान्वयन की साप्ताहिक समीक्षा भी की जाए। पात्र लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्गत गोल्डन कार्ड की संख्या के अनुपात में उपचारित लाभार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कार्य किया जाए।             


नक्सलियों की खतरनाक प्लानिंग का खुलासा

नक्सलियों की खतरनाक प्लानिंग का खुलासा नेताओं और सुरक्षा बलों पर कर सकते है।


अविनाश श्रीवास्तव


पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सली की खतरनाक प्लानिंग का खुलासा हुआ। नक्सली चुनाव के दौरान बड़े नेताओं को निशाना बनाने की योजना बना रहे हैं। इस बाबत खुफिया एजेंसियों ने स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सली आईईडी या बारूदी सुरंगों के जरिए राजनीतिक दलों के नेताओं सुरक्षा बलों, पैरा मिलिट्री फोर्स पर हमला कर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी चुनाव प्रचार के दौरान नक्सलियों की रडार पर हैं। खुफिया इनपुट से यह भी पता चलता है। कि झारखंड से सटे बिहार के कई इलाकों में नक्सली गतिविधियां बढ़ गई है। सुरक्षा एजेंसियों को जमुई, गया और औरंगाबाद जिलों में नक्सल गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। गौरतलब है। कि कल ही बिहार चुनाव का बहिष्कार करने के लिए प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सदस्यों ने औरंगाबाद के जंगली इलाकों के कई गांव में पोस्टर लगा दिए. नक्सलियों ने पोस्टर के जरिए लोगों से कहा है। कि पुलिस का राज ध्वस्त करें। भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था बनानी है। तो क्रांतिकारी जन कमेटी जनताना सरकार का निर्माण करें। इन पोस्टर पर ​लिखा गया कोरोना महामारी से मुक्ति पाना है। तो क्रांतिकारी जन कमेटी जनताना सरकार बनानी है। इसके अलावा नक्सलियों ने एनआरसी, नए कृषि बिल, नई शिक्षानीति को लेकर भी पोस्टर लगाए हैं। नक्सलियों का कहना है। कि इन व्यवस्थाओं से मुक्ति चाहिए तो वोट बहिष्कार करें।             


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...