शनिवार, 26 सितंबर 2020

कोरोना फहलानें में मच्छरों का योगदान

नई दिल्‍ली। देश में कोरोना महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है, ऐसे में एक अन्‍य बीमारी ने उसका साथ पकड़ लिया है, जिसने डॉक्‍टरों के माथे पर भी बल जा दिया है। जानकारी के अनुसार, कोरोना के अलावा देश में मौसमी बीमारियों ने चिंता बढ़ा दी है। बदलते मौसम के साथ, इन्फ्लूएंजा और टाइफाइड से होने वाले मच्छरों के कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया का खतरा बढ़ जाता है। इन दिनों डेंगू बढ़ रहा है। कोरोना और डेंगू का बढ़ता प्रकोप भी खतरनाक होता जा रहा है। दोनों रोगों के हमलों से जूझ रहे रोगियों के उपचार के लिए कोई मानक प्रोटोकॉल भी नहीं है। डॉक्टर भी इस समय मुश्किल में हैं।


कोरोना और डेंगू का दोहरा प्रसारण


वर्तमान में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कोरोना के इलाज के लिए दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।             


नगर पालिका के ठेकेदार पर लगाया आरोप

भानु प्रताप उपाध्याय 


ठेकेदार पर कुछ मौहलले वासीयो ने लगाया था घटिया सामग्री लगाने का आरोप 


शामली। शहर के मोहल्ला पंसारीयान में डूडा विभाग द्वारा बनाए जा रही सीसी सड़क, वही कुछ मौहलले के व्यक्तियो ने ठेकेदार द्वारा पुरानी इंटो का प्रयोग कर नालियो का निर्माण कराये जाने का आरोप लगाया था। वही कुछ व्यक्तियों द्वारा आला अधिकारी से इस संबंध में जांच कराए जाने की मांग की थी। वही शहर कोतवाली के मौहल्ला पंसारीयान स्थित नई बस्ती में डूडा विभाग द्वारा सीसी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। वही मौहलले वासीयो की शिकायत पर सीसी सड़क पर परियोजना अधिकारी, अवर अभियंता डूडा की टीम मौके पर पहुची। जिस पर सीसी सड़क स्टीमेंट के अनुसार मानको के अनुरुप पाई। वही इस संबंध में जेई गौरव ने बताया जाचं पर सीसी सड़क निर्माण कार्य मानकपुर पाया गया है। वही लोगो के प्लोटो की नीव में पुरानी लगी है जिसका विभाग से कोई पैसा नहीं मिलेगा। वही नाली निर्माण में नई ईंटो का प्रयोग पाया गया है।               


विश्व में मामलों की संख्या 3.24 करोड़ हुई

दुनियाभर में कोरोना मामलों की संख्या हुई 3.24 करोड़ के पार।


वाशिंगटन डीसी। दुनियाभर में कोरोना वायरस मामलों की संख्या 3.24 करोड़ के पार पहुंच गई हैं जबकि 987,000 से अधिक लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी।
यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि शनिवार सुबह तक कोरोना के कुल मामलों की संख्या 32,471,119 रही जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 987,593 हो गई। सीएसएसई के अनुसार, 7,032,524 मामलों और 203,657 मौतों के साथ अमेरिका दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शीर्ष पर है। वहीं, 5,818,570 मामलों के साथ भारत दूसरे स्थान पर है, जबकि देश में 92,290 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
सीएसएसई के आंकड़ों ने दर्शाया कि अधिकतम कोरोना मामले वाले अन्य शीर्ष 15 देशों में ब्राजील (4,689,613), रूस (1,131,088), कोलंबिया (798,317), पेरू (794,584), मेक्सिको (720,858), स्पेन (716,481), अर्जेटीना (691,235), दक्षिण अफ्रीका (668,529), फ्रांस (552,421), चिली (453,868), ईरान (439,882), ब्रिटेन (425,766), बांग्लादेश (356,767), इराक (341,699) और सऊदी अरब (332,329) हैं।
वर्तमान में कोरोना से मौतों के मामले में ब्राजील दूसरे स्थान पर है। देश में 140,537 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। 10,000 से ज्यादा मौतों वाले अन्य देश मेक्सिको (75,844), ब्रिटेन (42,025), इटली (35,801), पेरू (32,037), फ्रांस (31,675), स्पेन (31,232), ईरान (25,222), कोलंबिया (25,103), रूस (19,973), दक्षिण अफ्रीका (16,312), अर्जेटीना (15,208), चिली (12,527), इक्वाडोर (11,236) और इंडोनेशिया (10,218) हैं।             


इमरान की राष्ट्र से अपील, भेजें शांति सेना

इमरान की संयुक्त राष्ट्र से अपील, कश्मीर में भेजे शांति सेना।


इस्लामाबाद। संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र में दिए अपने भाषण में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सुरक्षा परिषद से अपील की है कि वो कश्मीर में संयुक्त राष्ट्र की सेना भेज कर हस्तक्षेप करे। इस सत्र से भारत ने शुरुआत में ही वॉकआउट कर दिया था। इमरान खान ने कहा, “सुरक्षा परिषद को कश्मीर में संघर्ष को रोकना चाहिए और अपने प्रस्तावों का कार्यान्वयन करना चाहिए, जैसा कि पूर्वी तिमोर में किया गया था।”
पूर्वी तिमोर मॉडल में इंडोनेशिया द्वारा आक्रमण करने के बाद सुरक्षा परिषद ने अपने प्रस्तावों को लागू करने और 1999 में तिमोर की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने और चुनावों की देखरेख करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के तहत एक अंतर्राष्ट्रीय बल को अधिकृत किया था। फिर इसके अगले साल संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों ने तिमोर-लेस्ते में कमान संभाली थी।
2006 में तिमोर में असफल तख्तापलट होने और बड़े पैमाने पर फैली अशांति के बाद फिर से शांति सैनिकों में भेजा था। 1948 में पारित हुए प्रमुख सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव नंबर 47 मांग करता है कि पाकिस्तान पहले कश्मीर से अपने सैनिकों और नागरिकों को वापस ले। जवाहरलाल नेहरू इस मामले में जनमत संग्रह कराने तैयार हो गए थे लेकिन पाकिस्तान द्वारा प्रस्ताव की शर्त का पालन नहीं करने के कारण जनमत नहीं हो सका था।
इसके बाद भारत ने कश्मीर में चुनाव कराए और बकौल नई दिल्ली यह भारत में इसके शामिल होने की पुष्टि करता है। वहीं, पुर्तगाली उपनिवेश पूर्वी तिमोर (फ्रेटिलिन) की स्वतंत्रता के लिए एक क्रांतिकारी मोर्चा लड़ रहा था। जब तख्तापलट ने पुर्तगाल में सलाजार शासन को उखाड़ फेंका तो 1975 में फ्रेटिलिन ने स्वतंत्रता की घोषणा की। लेकिन इसके तुरंत बाद ही इंडोनेशिया ने इस पर आक्रमण किया और 1999 तक शासन किया क्योंकि विद्रोहियों ने इंडोनेशिया का समर्थन किया था।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा किए गए जनमत संग्रह के बाद 2006 में परेशानी तब पैदा हुई जब संयुक्त राष्ट्र ने अपने शांति सैनिकों को फिर से वहां भेजा। ऐसे में तिमोर की तरह कश्मीर में वह मॉडल लागू करें तो सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 47 का पालन करने के लिए कश्मीर से पाकिस्तानियों को हटाना होगा।             


केकेके को आतंकी समूह कर सकते हैं घोषित

डोनाल्ड ट्रम्प केकेके को आतंकवादी समूह कर सकते हैं घोषित।


वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने श्वेत लोगों का समूह कू क्लक्स क्लान (केकेके) को एक आतंकवादी समूह के रूप में घोषित करने की योजना बनाई है। व्हाइट हाउस की एक पूल रिपोर्ट में डोनाल्ड ट्रम्प के चुनावी अभियान का हवाला देते हुए इसका जिक्र किया गया है।
रिपोर्ट में डोनाल्ड ट्रम्प के चुनावी अभियान की प्लेटिनम योजना के बारे में बताया कि केकेके के अलावा दक्षिणपंथी संगठन एंटीफा को भी आतंकवादी समूह नामित करने के अलावा, अश्वेत समुदायों को लगभग 500 अरब डॉलर की पूंजी तक पहुंच बढ़ाना, जूनतींथ को एक संघीय अवकाश घोषित करना और अश्वेत समुदाय के लिए तीस लाख नए रोजगार पैदा करना शामिल है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने अटलांटा, जॉर्जिया में अपने अभियान के दौरान प्लेटिनम योजना के बारे में बात की, लेकिन केकेके को आतंकवादी समूह घोषित करने या जूनतींथ को एक संघीय अवकाश घोषित करने का जिक्र नहीं किया। व्हाइट हाउस ने इस मुद्दे पर कोई त्वरित प्रतिक्रिया नहीं दी है।


भारत से युद्ध में चीन को मिलेगी करारी हार

नई दिल्ली/ बीजिंग। चीन सीमा पर भारत के साथ लगातार तनाव को बढ़ा रहा हैं तथा वो भारत के साथ युद्ध की तैयारी कर रहा हैं। इसी बीच एक रिपोट में बड़ा खुलासा हुआ हैं इससे चीन में खलबली मच गई है और चीन की परेशानी भी बढ़ गई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मार्च 2020 में प्रकाशित हावर्ड केनडी स्कूल के बेल्फर सेंटर फार साइंस एंड इंटरनेशनल अफेयर्स की एक रिपोट में जो खुलासा हुआ है उससे चीन की टेंशन बढ़ गई हैं। इस रिपोट में कहा गया है की हिमालय रेंज में भारतीय फोर्सज चीन की सेना को हराने में सक्षम हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने इन इलाकों में चीन के खिलाफ 2 लाख 25 हज़ार सैनिकों को तैनात किया हुआ है।             


रहनुमाः उलेमा इकराम सरकारी बनकर रह गयें

रामपुर। जिला सदर फारूक़ मियां ने अपने तहरीरी बयान में कहा कि रामपुर के उलैमा इकराम कभी मुसलमानों के रहनुमा हुआ करते थे। मगर आज यह सिर्फ सरकारी उलैमा बनकर रह गए हैं। इन उलैमा इकराम को मुसलमानों की परेशानियों और तकलीफ़ों से कोई लेना देना नहीं है। यह रात दिन सरकार की लापा चोपी में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि रामपुर में मुसलमानों की परेशानियों व तकलीफ़ों की फिक्र करने वाले उलैमा इकराम इस दुनिया से रूकसत हो चुके हैं। उन में से एक ऐसे उलैमा इकराम गुज़रे है। जो बहुत नैक हस्ती थी और आज उनकी ही न अहैल औलाद मुसलमानों का सोदा कर रही है। जिसके वालिद मरहूम रात दिन मुसलमानों की फिक्र में लगे रहते थे। उनकी औलाद सरकार की गुलामी की जंजीरों में कैद है। वो न अहैल अपने मफाद के लिए मुसलमानों को धोखा दे रहा है। उनहोंने रामपुर के मुसलमानों से गुजारिश करते हुए कहा कि ऐसे बतकार लोगों से होशियार रहे और अपने बीच ऐसे उलैमाओ को लाए जो मुसलमानों की सही रहनुमाई करे ताकि रामपुर के मुसलमानों का भविष्य बेहतर हो फारूक़ मियां ने कहा कि बदलाव की जरूरत है। कयोकि यह उलैमा न ही दिन के बारे में कोई सही फैसला नहीं करते और न ही दुनियावी मसले पर यह मुसलमानों के साथ कभी नज़र नहीं आते इसलिए बेहतर होगा कि बदलाव करें।           


लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...