बुधवार, 9 सितंबर 2020

दुनिया में मृतकों का आकड़ा 8.97 लाख

वाशिंगटन डीसी। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 2.75 करोड़ से अधिक हो गई है। वहीं इस बीमारी से अब तक 8.97 लाख लोगों की जान जा चुकी है।विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) के ताजा अपडेट के अनुसार, बुधवार की सुबह तक 27,570,742 मामले और 8,97,383 मौतें दर्ज हो चुकी थीं। दुनिया में सबसे अधिक 63,27,009 मामलों और 1,89,653 मौतों के साथ अमेरिका शीर्ष पर है। इसके बाद भारत 43,70,128 संक्रमणों और 73,890 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर आ गया है।


संक्रमण की बात करें तो ब्राजील 41,62,073 मामलों के साथ तीसरे नंबर पर है। उसके बाद रूस (10,32,354), पेरू (6,91,575), कोलम्बिया (6,71,533), मैक्सिको (6,42,860), दक्षिण अफ्रीका (6,40,441), स्पेन (5,34,513), अर्जेंटीना (5,00,034), चिली (4,25,541), ईरान (3,91,112), फ्रांस (3,73,718), यूके (3,54,932), बांग्लादेश (3,29,251), सऊदी अरब (3,22,237), पाकिस्तान (2,99,659), तुर्की (2,83,270), इटली (2,80,153), इराक (2,69,578), जर्मनी (2,54,957), फिलीपींस (2,41,987), इंडोनेशिया (2,00,035), यूक्रेन (1,43,914), इजरायल (1,37,565) कनाडा (1,35,757), बोलीविया (1,22,308), कतर (1,20,579), इक्वाडोर (1,10,757) और कजाकिस्तान (1,06,498) हैं। वहीं 10 हजार से अधिक मौतों वाले देशों में मैक्सिको (68,484), यूके (41,675), इटली (35,563), फ्रांस (30,770), स्पेन (29,594), पेरू (29,976), ईरान (22,542), कोलंबिया (21,611), रूस (17,939), दक्षिण अफ्रीका (15,086) और चिली (11,682) हैं।         


लाइट ऑफ कर लालटेन जलाएंगेः तेजस्वी

मनोज सिंह ठाकुर


पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के खिलाफ बेरोजगारी को मुद्दा बनाया है। बेरोजगारी व सरकारी संस्थाओं के निजीकरण के मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए उन्‍होंने आम लोगों से अपील की है कि वे बुधवार की रात नौ बजे नौ मिनट तक घरों की लाइट ऑफ कर एक दीया, लालटेन या मोमबत्ती जला कर विरोध प्रकट करें। तेजस्‍वी यादव ने फेसबुक लाइव के माध्‍यम से यह अपील की है। उधर, इस मामले में तेजस्‍वी पर हमलावर जनता दल यूनाइटेड ने कहा है कि लालू-राबड़ी के राज के मुकाबले वर्तमान राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के काल में कई गुना नौकरियां दी गईं हैं।


बेरोजगार युवकों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने किया आह्वान


तेजस्वी ने यह भी ष्‍पस्‍ट किया है कि यह बेरोजगारी के खिलाफ यह उनकी पार्टी का आंदोलन नहीं है। बेरोजगार युवकों और कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं ने बुधवार की रात नौ बजे नौ मिनट तक दीया, लालटेन या मोमबत्‍ती जलाने का आह्वान किया है, जिसे उनकी पार्टी समर्थन दे रही है। उन्‍होंने कहा कि वे खुद भी मां राबड़ी देवी के साथ छत पर लालटेन लेकर खड़े रहेंगे।


तेजस्‍वी ने कहा: बिहार में सात करोड़ युवा बेरोजगार


तेजस्‍वी यादव ने कहा कि बेरोजगारी देश की सबसे बड़ी समस्‍या है। बिहार में सात करोड़ युवा बेरोजगार हैं। कोरोना संक्रमण के काल में घर लौटे लोगों को नीतीश सरकार रोजगार उपलब्‍ध कराने में विफल रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार ऐसा करने में विफल रही है।


आरजेडी बना रहा राज्‍य में राेजगार का रोडमैप


फेसबुक लाइव के माध्यम से उन्‍होंने कहा कि अगर आरजेडी को बिहार में सरकार बनाने का मौका मिला तो सभी काबिल युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। पार्टी इसके लिए विशेषज्ञों की मदद से रोडमैप बना रही है, जिसे लेकर वे जल्द ही सामने आएंगे। पार्टी ने इसके लिए पहले से ही बेराजगार युवकों के निबंधन के लिए वेबसाइट और टोल-फ्री नंबर जारी किए हैं।                


निर्माण को लेकर चलाया गया बुलडोजर

मुंबई। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने बुधवार को बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के बांद्रा स्थित ऑफिस को कई अनधिकृत संशोधनों/ एक्सटेंशन के कारण तोड़ना शुरू कर दिया। बीएमसी एच-वेस्ट वार्ड की एक टीम पुलिस के साथ बुलडोजर लेकर पहुंची।


इससे पहले, बीएमसी ने ऑफिस के बाहर एक नोटिस चिपकाया, जिसमें कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी द्वारा मंगलवार के नोटिस के मद्देनजर दायर जवाब को खारिज कर दिया गया था, जिसमें बीएमसी ने उनके कार्यालय में चल रहे निर्माण में कई उल्लंघनों का जिक्र किया था। यह कदम सोशल मीडिया पर कंगना और महाराष्ट्र के कुछ राजनेताओं के बीच साझा किए गए छिड़ी जुबानी जंग के बाद सामने अया है। बीएमसी के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर ने कहा कि वह इस बात से संतुष्ट थे कि (अवैध) निर्माण किए जा रहे थे और अभिनेत्री बीएमसी कानूनों के अनुसार इसके लिए अनुमति /अनुमोदन / स्वीकृति प्रदान करने में विफल रही थी।नोटिस में यह भी चेतावनी दी गई कि अभिनेत्री को जुर्माना के अलावा, न्यूनतम एक महीने की कैद और एक साल की जेल की सजा तक हो सकती है।                 


सबका ख्वाब होता है ऐसी कामयाबी पाना

नई दिल्ली। इंस्टाग्राम पर इस पोस्ट के साथ ही करिश्माई खेल व कप्तानी और बेमिसाल मिजाज वाले 39 वर्षीय महेंद्र सिंह धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। यह ऐसे अध्याय को अंत था, जिसके पन्ने ऐसी कामयाबियों से भरे हैं जो दुनिया के किसी भी क्रिकेटर का ख्वाब हो सकता है। अप्रत्याशित फैसलों से विरोधी टीमों को चौंकाने वाले धोनी के इस ऐलान ने फैंस को चौंकाया कम, मायूस ज्यादा किया। खेल को पढ़ने की उनकी महारत के कारण डिसिजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) को धोनी रिव्यू सिस्टम कहा जाता था, जाहिर है संन्यास का फैसला लेते हुए भी उन्होंने ऐसी ही धोनी का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर जब खत्म हो चुका है। तो पीछे मुड़कर देखने पर पता चलता है कि रांची के इस राजकुमार ने कैसे शून्य से शुरूआत कर शिखर को चूमा।


धोनी के तकरीबन 15 साल के अंतर्राष्ट्रीय करिअर ने छोटे शहरों के नौजवानों की आंखों को एक बड़ा सपना दे दिया। महानगरों से आने वाले खिलाड़ियों के वर्चस्व वाले खेल को धोनी ने नये व्याकरण और मुहावरे तो दिए ही, कप्तान रहते भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदलकर रख दिया। पूरे दमखम से आखिरी क्षणों तक विरोधी टीमों से जूझने, नौजवान खिलाड़ियों में भरोसा दिखाने जैसी सौरव गांगुली की क्रिकेट विरासत को नया अर्थ और आयाम देते हुए धोनी ने उसे विराट कोहली तक बेहतर ढंग से पहुंचाया। इस दौरान भारतीय क्रिकेट टीम कीर्तिमान-दर-कीर्तिमान बनाती गयी। धोनी दुनिया के ऐसे इकलौते कप्तान बन गए जिनकी झोली में आईसीसी के तीनों टूर्नामेंट की खिताबी जीत है। टी-20 विश्वकप, चैम्पियंस ट्रॉफी और एकदिवसीय विश्वकप। ये सभी धोनी की कप्तानी के कौशल को बयान करते हैं। इतना ही नहीं सितारों से सजी रहने वाली भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम भी धोनी की कप्तानी में 2009 में पहली बार नंबर वन बनी।


वह भी तब जबकि टेस्ट की रंगत क्रिकेट की अंकतालिकाओ से कहीं परे है। क्या वह गर्व और खुशी का क्षण किसी गणना या तालिका में समा सकता है कि 2007 में टी-20 वर्ल्डकप जब पहली बार आयोजित किया गया तो वह खिताब भारत के नाम रहा। वह भी ऐसे खिलाड़ी की अगुवाई में जो महज तीन साल पहले टीम में आया ही था। चयनकर्ताओं ने युवराज सिंह की जगह धोनी को इस युवा टीम का कप्तान बनाने का दांव खेला। इस टीम में सचिन, सौरव और द्रविड़ जैसे सितारे नहीं थे। जोगिंदर शर्मा जैसे लगभग गुमनाम से गेंदबाज ने धोनी के हौसले की बदौलत फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी क्षणों में ऐसा कमाल दिखाया कि पाकिस्तानी खिलाड़ी मैदान पर ठगे से रह गए।


भारत के नाम यह खिताब आया. 2007 में जिस अप्रत्याशित ढ़ंग से धोनी को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया और 2008 में भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया था। उतने ही अप्रत्याशित लहजे में धोनी ने कप्तानी छोड़ भी दी वह भी तब जबकि इस पद पर बने रहने के लिए उनके पर जोर आजमाइश का तर्क था। धोनी ने 2014 में अचानक टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ी और 2017 के शुरुवात में वन डे और टी 20 की कप्तानी छोड़कर विराट कोहली के लिए रास्ता साफ कर दिया। धोनी को कप्तानी दिया जाना एक प्रयोग था जिसमें टीम इंडिया को नई राह दिखाई।


कश्मीर में 2 संदिग्ध आतंकी किए अरेस्ट

श्रीनगर। जम्मू और कश्मीर के कुलगाम जिले में जवाहर टनेल के पास सुरक्षा बलों ने दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को ये जानकारी दी।


भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया जिसमें ये गिरफ्तारी हुई। सेना ने एक बयान में कहा, जवाहर टनेल के पास दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को विशेष सूचना मिली थी जिसके आधार पर ये ऑपरेशन लांच किया गया। जो हथियार बरामद किए गए हैं उनमें एके-47 राइफल के साथ दो मैगजिन, एक एम-4 यूएस कार्बाइन के साथ तीन मैगजिन और 6 चीनी पिस्टल 12 मैगजिन के साथ शामिल हैं।                 


वायु सेना का अभिन्न हिस्सा होगा राफेल

अकाशुं उपाध्याय

नई दिल्ली। बहुचर्चित राफेल विमान आधिकारिक रूप से कल वायु सेना में शामिल हो जाएंगे। इस मौके पर रक्षा मंत्री समेत कई अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

वायुसेना दुनिया के अत्याधुनिक पांच राफेल लड़ाकू विमानों को गुरुवार को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर औपचारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल करेगा। इस दौरान आयोजित होने वाले समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली और तमाम सैन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। भारत और फ्रांस के रक्षा मंत्री इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों और सुरक्षा सहयोग के मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे।राफेल को वायु सेना में आधिकारिक रूप से शामिल करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए फ्रांसीसी रक्षा मंत्री खुद भारत आ रही हैं। वे गुरुवार सुबह अंबाला पहुंच जाएंगी। गौरतलब है कि भारत ने फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए समझौता किया है। फ्रांसीसी विमानन कंपनी दसाल्ट एविएशन द्वारा उत्पादित इन विमानों को अभी औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल नहीं किया गया है।                 

मृत्युदंड जैसा साबित हुआ 'लॉकडाउन'

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि कोरोना महामारी को लेकर बिना सोचे समझे लॉकडाउन का फैसला किया गया।  उन्होंने लॉकडाउन को लेकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला है। 


राहुल गांधी ने बुधवार को जारी किए अपने चौथे वीडियो में कहा कि अचानक किए गए इस लॉकडाउन से गरीब, मजदूर एवं एमएसएमई बिजनेस करने वाले काफी प्रभावित हुए हैं। यह असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ। ‘लॉकडाउन की बात’ शीर्षक से जारी चौथे वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना के नाम पर अचानक लगा लॉकडाउन असंगठित क्षेत्र पर नोटबंदी औरजीएटी के बाद तीसरा वार है। बिना सोचे-विचारे लगा यह लॉकडाउन छोटे दुकानदार, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस वालों पर, किसान और मजदूरों के हितों पर हमला है। लोग रोज कमाते रोज खाते हैं। छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापार के साथ भी ऐसा ही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि कोरोना से 21 दिन की लड़ाई होगी, लेकिन इस 21 दिन में असंगठित क्षेत्र के रीड की हड्डी ही टूट गई। हालांकि कोरोना अब भी विकराल मुंह खोले खड़ा है। उन्होंने कहा कि भूख और विस्थापन से मौत, उद्योगों पर ताला और बेहिसाब बेरोजगारी मोदीजी का मास्टरप्लान है। किसान, मजदूर और लघु व मध्यम वर्ग के उद्योगों ने भारत की अर्थव्यवस्था को खड़ा किया, जिसे बर्बाद कर इस सरकार ने अर्थव्यवस्था को गर्त में डाला है। अपने इस वीडियो में राहुल गांधी ने एक बार फिर कांग्रेस के ‘न्याय’ योजना की तरफदारी की। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन के बाद खुलने का समय आया तो कांग्रेस ने कई बार सरकार से कहा कि वो गरीबों की आर्थिक मदद करें। इसके लिए ‘न्याय’ जैसी एक योजना लागू करनी पड़ेगी, बैंक के अकाउंट में सीधा पैसा डालना पड़ेगा लेकिन सरकारी ने ऐसा नहीं किया। यहीं नहीं कांग्रेस ने छोटे एवं मध्यम वर्ग के व्यापारियों के लिए पैकेज तैयार करने को कहा ताकि उन्हें बचाया जा सके। यहां भी सरकार चुप रही। गरीब जरूरतममंदों की मदद के बजाय सरकार ने गिने-चुने अमीर बिजनसमैनों का लाखों करोड़ों रुपये टैक्स माफ किया।


लॉकडाउन के लिए सरकार को दोषी ठहराते हुए राहुल ने वीडियो के आखिर में फिर कहा कि यह ‘लॉकडाउन’ कोरोना पर नहीं बल्कि हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था। हमारे युवाओं के भविष्य पर आक्रमण था। लॉकडाउन मजदूर किसान और छोटे व्यापारियों पर आक्रमण था। हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था। ऐसे में हमें इस बात को समझना होगा और इस आक्रमण के खिलाफ सबको एक साथ मिलकर खड़ा होना होगा।               


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...