शनिवार, 22 अगस्त 2020

14 महीनों में 8 बच्चों को दिया जन्म

पटना। बिहार का रिश्ता घोटालों के साथ पुराना रहा है। यहां फिर एक सरकारी योजना में घोटाले का खुलासा हुआ है। हैरानी की बात तो ये है कि घोटाले के चक्कर में लोग प्रकृति का नियम तक भूल गए। एक 65 वर्षीय महिला ने पिछले 14 महीनों में 8 बच्चों को जन्म दिया है। चिकित्सा विज्ञान में ये अंसभव है, लेकिन नेशनल हेल्थ मिशन ने इसे संभव कर दिया है। वह भी कागजों पर ताकि बच्चियों के पैदा होने पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि हड़पी जा सके।


नवभारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार ये मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मुशहरी प्रखंड का है। नेशनल हेल्थ मिशन यानी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को हड़पने के लिए बिचौलियों ने ये घोटाला किया है। नेशनल हेल्थ मिशन के तहत बच्चियों को जन्म देने वाली माताओं को प्रोत्साहन राशि मिलती है।


इस घोटाले में बिचौलियों ने कागज पर बच्चियों का फर्जी जन्म दिखाकर प्रोत्साहन राशि हड़पी है। इसमें कई ऐसी महिलाएं हैं जो प्राकृतिक तौर पर मां नहीं बन सकतीं लेकिन उनके द्वारा बच्चों का जन्म दिखाकर पैसे के गबन का खेल खेला गया है। 65 वर्षीय महिला ने सिर्फ 14 महीने में 8 बच्चियों को जन्म दिया है। मिशन के अधिकारी और बैंक के सीएसपी इस आधारहीन दस्तावेज पर एक बुजुर्ग महिला को प्रोत्साहन राशि भी भेजते रहे। इस मामले में मसुहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी उपेंद्र चौधरी ने पुलिस में FIR दर्ज कराई है। 65 वर्षीय लीला देवी ने 14 महीनों में 8 बच्चियों को जन्म दिया। हर जन्म के लिए लीला देवी के 1400 रुपए उनके बताए गए खाते में भेजे जा चुके हैं। यही नहीं, खाते से पैसे निकाले भी जा चुके हैं। इसी तरह, नेशनल रूरल हेल्थ मिशन में शांति देवी ने 9 महीने में 5 बच्चियों को जन्म दिया है। सोनिया देवी ने पांच महिनों में 4 बच्चियों को जन्म दिया है। जब इस बारे में उक्त महिलाओं से बात की गई तो वो घबरा गई। उन्होंने कहा कि ये सब गलत बात है, हमें बच्चा पैदा किए हुए तो कई साल हो चुके हैं।

डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के आदेश पर इस मामले की हाई लेवल जांच शुरू हो चुकी है। एडीएम राजेश कुमार के नेतृत्व वाली जांच समिति ने पाया कि पहली नजर में घोटाले के आरोप सही है। विस्तृत जांच चल रही है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ विभागीय कार्यवाही होगी और सजा भी मिलेगी।               


रोटी के लिए दूसरे प्रदेशों का रुख किया

रोजी-रोटी के लिए फिर अपना घर-बार छोड़ दूसरे प्रदेशों का कर रहे रुख..!


नई दिल्ली। पूर्णबंदी के कारण काम बंद होने और आर्थिक संकट झेलने के बाद बड़ी संख्या में मजदूर वापस अपने घर चले गए थे। संकट में दूसरे राज्यों से वापस आए मजदूरों की हुई खातिरदारी के बाद भी रोजगार के लिए शासन-प्रशासन द्वारा दिए गए अवसर उन्हें लुभा नहीं सके। राज्य सरकारों ने उन्हें रोजगार देने की बड़ी-बड़ी बातें कीं, लेकिन हकीकत अब सामने आ रही है कि प्रवासियों को उनके गांव में ही काम नहीं मिल रहा है। इससे उनके सामने अब फिर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इससे परेशान होकर वे फिर अपना घर-बार छोड़ कर दूसरे प्रदेशों की ओर रुख करने लगे हैं। लेकिन अब शहरों में उद्योग-धंधों के बंद होने की वजह से वहां भी उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है।इंसान एक जगह से दूसरी जगह अपना घर छोड़ कर क्यों जाता है? महामारी का संकट अभी टला नहीं हैं। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड से प्रवासी मजदूर काम करने के लिए दिल्ली, मुंबई, लुधियाना, सूरत की ओर निकल रहे हैं। पूर्णबंदी के दौरान बड़े पैमाने पर ये मजदूर बहुत तकलीफें उठा कर अपने गृहराज्य लौट गए थे। तब सरकार ने अपने ही प्रदेश में काम देने और उचित मजदूरी देने का बात की थी। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। कोई काम नहीं मिला और इसी वजह से अब मजदूरों ने वापस दिल्ली, मुंबई जाना शुरू कर दिया है।                


वेक्सीनः वेनेजुएला का रूस को समर्थन

कोविड वैक्सीनः वेनेजुएला का रूस को सहयोग देने का प्रस्ताव


कराकास। वेनेजुएला ने रूस , चीन तथा क्यूबा को कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने तथा रूस के वैक्सीन के परीक्षण में सहयोग करने का प्रस्ताव दिया है । वेनेजुएला के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।कोरोना वायरस को लेकर गठित प्रेसिडेंशियल कमीशन के उपाध्यक्ष डेल्सी रोड्रिगुए ने कहा , “ हमने इस बारे में बातचीत की है।और वैक्सीन बनाने के लिए अपना सहयोग देने के बारे में बता दिया है ।             


हरियाणाः हादसे में पूरा परिवार हुआ खत्म

हरियाणा में बड़ा हादसा, पूरा परिवार ही खत्म हो गया


राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। सही ही कहते हैं कि हादसे सबकुछ खत्म कर देते हैं।हरियाणा में एक ऐसा हादसा हुआ जिसमे पूरा का पूरा एक परिवार खत्म हो गया।यहां के जिला सोनीपत में पड़ने वाले नाहरा गाँव में यमुना से अटैच एक नहर(पश्चिमी यमुना लिंक नहर) में यह परिवार डूबकर इस दुनिया से चला बसा।
आखिर कैसे डूबा परिवार।
यह परिवार दिल्ली के महरौली में रहता था और अपनी चार पहिया गाड़ी से अपने पैतृक गांव बिंदरौली आ रहा था।इसी दौरान रास्ते में नाहरा गाँव में गाड़ी अनियंत्रित हो गई और सीधा जाकर यहां स्थित यमुना से अटैच एक गहरी नहर में जा गिरी।जिससे गाड़ी में बैठा पूरा परिवार गहरी नहर में डूबकर मर गया।
ऐसे अनियंत्रित हुई गाड़ी।
बीती रात करीब 9 बजे इनकी गाड़ी बेकाबू हुई और बेकाबू ऐसे हुई कि चलाने वाले की आंखें सामने से आ रहे वाहनों की लाइट लगने से चौंध गईं और उसका गाड़ी पर नियंत्रण नहीं रहा।इसी दौरान गाड़ी एक ट्रक से टकराने जा रही थी जिससे बचने के चलते उसने आननफानन में जब गाड़ी को टकराने से बचाया तो वह पास में बह रही नहर में जा गिरी।
गाड़ी चलाने वाला बच गया।
बताते हैं कि, गाड़ी सुमित नाम का एक युवक चला रहा था जो कि हादसे में बाल बाल बच गया है।सुमित इस मरने वाले परिवार का नजदीकी रिशेतदार है।
जो परिवार मरा उसमे कौन कौन था।पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार परिवार में
साधुराम (56) जो कि दिल्ली में रहकर ट्रांसपोर्ट का काम करते थे।साधुराम की पत्नी सीमा (46) जो कि एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती थीं और इनके दो बेटे  एक बेटा मोंटी (17वर्ष)12वीं की और दूसरा बेटा ध्रुव (15वर्ष)10वीं में था।                 


मंदिर पर किया कब्जा, अपील बेअसर

फतेहपुर के मोहार गाँव में मंदिर मे कब्जा को लेकर विवाद, प्रशासन से कार्यवाही की अपील


सुनील पुरी


फतेहपुर। जनपद के थानाक्षेत्र कल्याणपुर मौहर ग्राम पंचायत अंतर्गत ग्राम कांकराबाद में श्री बजरंग बली जी सैकड़ों वर्ष पुराना मंदिर है। और इस मंदिर से लोगो की अनंत श्रद्धा जुड़ी है, और यहां पर प्रबुद्ध ग्रामीण जनो का कहना है कि पुराना कुआ भी था जिसे रामप्रकाश बाजपेयी ने अपने स्वार्थ के लिए कब्ज़ा करने की बदनियती से पंद्रह वर्ष पहले सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करके पूर दिया और धार्मिक स्थल में अपना नापाक पेशाब घर आदि का निर्माण करा लिया इस बात की जानकारी प्रशासन को लिखित रूप से श्रवण कुमार जी द्वारा सन 2003 से देना प्रारंभ किया किन्तु प्रशासन की हीला हवाली के कारण इस विषय में कोई उचित कार्यवाही नहीं हुई और राम प्रकाश के हौसले बुलंद होते गए धीरे धीरे रामप्रकाश ने मंदिर को गिराना भी प्रारम्भ किया जिसका विरोध हुआ और सन 2 मई 2018 को ग्रामीण लोगो ने चंदा इकट्ठा किया जिसमें राम प्रकाश ने लोगो से धन लेकर मंदिर बनाने के नाम पर अपना स्वार्थ सिद्ध किया और मंदिर के सामने फर्श का निर्माण करा लिया जिससे लोगो की श्रद्धा पर आघात हुआ और रामप्रकाश अपनी इस नापाक करनी को अंजाम देने और सार्वजनिक धार्मिक स्थल में कब्जा करने के उद्देश्य से मंदिर के सामने ही स्वच्छता अभियान के तहत प्रधानमंत्री शौचालय को बनाने की जबरन कोशिश किया किन्तु इस 112 पुलिस प्रशासन को समय से सूचना मिलने पर यह कार्य स्थगित हुआ और श्रवण कुमार व राम प्रकाश के ऊपर निरोधात्मक कार्यवाही भी हुआ और रामप्रकाश को हिदायत दी गई कि वह इस नापाक इरादे को अंजाम न दे सन 2018 में कमल नयन द्वारा लगातार उपजिलाधिकरी जी को बारम्बार सूचना भी दी जाती रही कि राम प्रकाश कब्ज़ा करने के उद्देश्य से शौचालय का निर्माण कराना चाहता है। किन्तु मौजूदा लेखपाल महोदय जी द्वारा गलत आख्या के आधार पर शौचालय निर्माण का आदेश पारित हुआ जिसमें लोगो की सहमति नहीं थी फिर भी लेखपाल जी ने दर्शाया कि शौचालय निर्माण लोगो को कोई आपत्ति नहीं है,और शौचालय निर्माण के समय है मौक़े पर उपजिलाधिकारी महोदय जी को मौखिक रूप से गुमराह करके शौचालय का निर्माण करा लिया, रामप्रकाश दबंग व जन बल व धनबल से मजबूत होने के कारण कोई प्रत्यक्ष रूप से नहीं बोलता है, किन्तु यदि प्रशासन द्वारा गुप्त रूप से ग्रामीण लोगो से जानकारी प्राप्त करेगी तो निश्चित रूप से दबी हुई। आवाज में रामप्रकाश के कारनामे का बखूबी वर्णन करेंगे, रामप्रकाश कब्ज़ा करने के उद्देश्य से मंदिर में निर्माण कर्ता के रूप में अपने नाम का पत्थर जब बजरंग बली जी के मंदिर में लगाने लगा तो लोगो ने विरोध किया और 16 अगस्त 2020 को 112 पुलिस प्रशासन को सूचित भी किया। जिसमें 112 पुलिस द्वारा पत्थर को हटाने को कहा गया जिसने रामप्रकाश पुलिस को गुमराह करते हुए कहा कि ठीक है मै सायं तक हटा लूंगा और रात्रि में पेंटर को बुलाकर छोटे छोटे अक्षरों में पेंट से ( व समस्त ग्रामवासी ) लिखाकर अपनी झूठी करनी को छुपाने व लोगो की उठती हुई। आवाज को दबाने के प्रयास में यह कार्य किया गया और सैकड़ों वर्ष पुराने इस मंदिर में ग्रामीण लोगो की आस्था जुड़ी हुई है। जिससे गांव के श्रद्धालु भक्त व अन्य लोग मिलकर मंदिर का मरम्मत का कार्य करना चाहते है। किन्तु रामप्रकाश अवरोध उत्पन्न कर रहा है और वाद विवाद लड़ाई झगडे में आमादा है। मंदिर से कब्जा पत्थर आदि को हटाने व मंदिर की मरम्मत के संबंध में सामूहिक रूप से ग्रामीण लोगो द्वारा जिलाधिकारी सहित समस्त अधिकारियों को लिखित रूप से प्रार्थना पत्र दिया दिया भी जा चुका है साथ ही प्रधानमंत्री द्वारा प्रदत्त शौचालय निर्माण के समय राम प्रकाश ने स्वयं सभी ग्रामीण लोगो के सामने व लेखपाल के समक्ष स्वीकार किया था कि मंदिर के सामने से नापाक पेशाब घर हटा लेगा किन्तु राम प्रकाश की करनी और कथनी में इतना अंतर होता है कि प्रशासन भी गुमराह हो जाती है और अनाचारी रामप्रकाश बेफिक्र होकर अवैध कब्ज़ा व अपराध करता रहता है और प्रशासन की हीला हावाली के कारण ही अवैध कब्जा है। जिससे ग्रामीण लोगो के आक्रोश का माहौल बना हुआ है, न्याय गुहार लगा रहा है किन्तु प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा और परिस्थितियां कभी झूठ नहीं बोलती है और सच्चाई कभी छुपाने से नहीं छुपती।           


रसूकदार नदी को कर रहे हैं 'खाली'

शासन-प्रशासन सत्ता के रसूखदार नदी की कोख कर रहे खाली, हो रहा अबैध खनन


सुनील पुरी


फतेहपुर। जनपद के जहानाबाद विधानसभा के
औंग थाना क्षेत्र के शिवराजपुर, मानिकपुर, बड़ाहार ,दुर्गागंज से हाईवे के रास्ते सफेद बालू का खनन रात में धड़ल्ले से हो रहा है। आबादी के बीच से ओवरलोड बालू लदे डंपर निकलने से ग्रामीणों की नींद हराम हो गई है। लिंक मार्गो में भारी भरकम डंपर निकलने से रास्ता भी क्षतिग्रस्त हो गया है। औग-थाना क्षेत्र के शिवराजपुर गांव में देर रात 2 दिन से अवैध सफेद बालू के ओवरलोड डंपर आबादी से निकलने से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। आबादी होने के कारण कभी कोई घटना घट सकती है। ग्रामीणों ने कल स्थानीय प्रशासन को सूचना दी है। बताते चलें कि यह खनन उन्नाव जनपद के बारा सगवर के लालखेडा गांव में तीन दिन से रात में चल रहा है ।औग थानाध्यक्ष केशव वर्मा ने बताया कल ग्रामीणों की सूचना आई थी।खनन की सूचना उन्नाव जनपद में है ।सफेद बालू से ओवरलोड गाड़ियां हमारे क्षेत्र से निकल रही हैं। कल प्रयास किया गया था लेकिन खनन माफिया डम्फर लेकर भाग गए थे। कल रात में ही जिला खनन अधिकारी को सूचना देने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।              


एमपीः 33 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के 33 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: नादियों में बाढ़, सड़कें हुई जलमग्न


भोपाल। मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में जोरदार बारिश हो रही है। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के 33 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई हिस्सों में गुरुवार से जारी बारिश का दौरा शुक्रवार को भी रहा। शनिवार की सुबह भी जोरदार बारिश से हुई।
जोरदार बारिश के कारण लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पाए
मौसम विभाग ने 33 जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। बारिश के चलते कई नदी-नाले भी उफान पर हैं। राजधानी में शुक्रवार की रात से कभी रुककर तो कभी तेज बारिश का दौर जारी रहा। कई स्थानों की सड़कों पर पानी जमा होने से आवागमन बाधित हो रहा है जबकि निचली बस्तियों में भी पानी भरने लगा है।
राज्य में जारी भारी बारिश के कारण प्रदेश की कई नादियां उफान पर आ गई हैं। नर्मदा, बेतवा, जामनी, सिंध, धसान जैसी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके साथ ही कई जलाशयों के जलस्तर में भी बढ़ोतरी हो रही है। भारी बारिश के कारण लोगों को नदी के पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है।
इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, जबलपुर, नरसिंहपुर और सिवनी में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। वहीं विदिशा, रायसेन, सीहोर, उज्जैन, देवास, कटनी, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट, पन्ना, सागर, दमोह में अति भारी बारिश होने के आसार हैं। इसके अलावा सतना, अनूपपुर, उमरिया, डिंडोरी, छतरपुर, टीकमगढ़, भोपाल, राजगढ़, खंडवा, रतलाम, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर और शिवपुरी में भारी बारिश हो सकती है।
इसलिए भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार वे ऑफ बंगाल में बना सिस्टम छत्तीसगढ़ को पार कर एमपी की ओर बढ़ रहा है। यह भोपाल के ऊपर से आगे बढ़ेगा। इसके कारण अब देर शाम से लेकर अगले चौबीस घंटों में तेज बारिश होगी।                 


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