मंगलवार, 28 जुलाई 2020

राजस्थान में फिर हुआ लॉकडाउन

राजस्थान में फिर से लॉकडाउन की आहट, कई जिले पूर्ण और आशिंक बंद?


अब तक बूंदी जिले को सात दिन के लिए बंद किया गया है। साथ ही उदयपुर, बांसवाडा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर समेत कई जिलों में बाजारों को कुछ घंटे पहले बंद किया जा रहा है ताकि संक्रमण की चेन को रोका जा सके।


जयपुर। कोरोना के हर दिन बन रहे नए रिकॉर्ड्स के बीच अब फिर से राज्य में लॉकडाउन की आहट शुरू हो गई है। दरअसल इस बार तो राज्यापाल ने प्रदेश को संभालने वाले आईपीएस और आईएएस अफसरों से हालात जाने हैं और उनको सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। देश के कई अन्य राज्य भी लॉकडाउन की ओर जाने लगे हैं। कारण मरीजों की बढ़ती संख्या और वैक्सीन उपलब्ध नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे हालातों में प्रदेश में भी एक बार फिर से लॉकडाउन लगने के आसार हो रहे हैं। इस बारे में पुलिस मुख्यालय की मदद से सरकार भी सभी जिलों पर नजर बनाए रखे है। सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को इसके लिए रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। हांलाकि लॉकडाउन को लेकर अंतिम फैसला सरकार को ही लेना है।


*लॉकडाउन के कई विकल्प, तैयारी कर रही पुलिस*
बिहार समेत, यूपी, एमपी और अन्य कई राज्यों ने पूर्ण और आंशिक लॉकडाउन किया गया। कई राज्यों में यह अभी भी जारी है। इस बीच प्रदेश में भी लॉकडाउन के विकल्प तलाश किए जा रहे हैं। लेकिन सख्त जुर्माने और अन्य तरह की सख्ती के बाद भी हालात हर दिन हाथों से बाहर निकलते जा रहे हैं। हाल ही में अलवर शहर के कई बड़े बाजारों ने सप्ताह में दो दिन सोमवार और मंगलवार को पूरी तरह से बाजार बंद रखने की प्लानिंग की है। कोटा जिले में कई बड़े बाजारों ने काम के घंटे काम कर दिए हैं। जयपुर शहर में भी नियमों की पालना को लेकर सबसे ज्यादा सख्ती की जा रही है। इसके बाद भी मरीज बढ़ ही रहे हैं। ऐसे में अब जिलों की पुलिस को कहा गया है कि पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन को लेकर तैयारी रखें और थानों की पुलिस को इस बारे में सूचित करें ताकि जल्द ही इस बारे में सख्त फैसला लिया जा सके। अब तक बूंदी जिले को सात दिन के लिए बंद किया गया है। साथ ही उदयपुर, बांसवाडा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर समेत कई जिलों में बाजारों को कुछ घंटे पहले बंद किया जा रहा है ताकि संक्रमण की चेन को रोका जा सके।


*इन जिलों में लगातार बढ़ रही है मरीजों की संख्या* 
प्रदेश में पिछले चार दिनों से हर रोज ग्यारह सौ से भी ज्यादा मरीज आ रहे हैं। हर दिन औसतन तीन से चार मौतें भी हो रही हैं। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अलवर समेत करीब आठ से दस बड़े शहरों में मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है। इस अनुपात में मरीजों का इलाज भी लगातार चैलेंज बनता जा रहा है। जयपुर शहर की बात करें तो यहां पर दो सौ से भी ज्यादा जगहों पर हर रोज बंद और करफ्यू लगाया जा रहा है ताकि संक्रमण को रोका जा सके। लेकिन हर रोज नए क्षेत्रों में यह फैल रहा है।


*राजस्थान का रिकवरी रेट अन्य राज्यों से कम*
बात अगर राजस्थान के रिकवरी रेट की करें तो वह अन्य कई बड़े राज्यों से कम है। दिल्ली, हरियाणा, एमपी और मध्यपदेश जैसे राज्य मरीजों की रिकवरी होने में राजस्थान से आगे हैं। हांलाकि पिछले कुछ समय से रिकवरी रेट बढ़ रहा है लेकिन यह इतना नहीं है कि मरीज और जल्दी स्वस्थ हों।  गौरतलब है कि प्रदेश में स्कूल, कॉलेज और अन्य बडे शिक्षण संस्थान फिलहाल पूरी तरह से बंद है। आवागमन पर भी सख्ती की गई है और एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने वाले लोगों की भी पूरी जानकारी फिर से रखना शुरू कर दिया गया है। इस बीच एक अगस्त से अनलॉक तीन की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि जिम और सिनेमा हॉल के कुछ नियमों की पालना करने पर खोलने की अनुमति दी जा सकती है। मंदिरों के लिए अभी किसी तरह की कोई गाइडलाइन नहीं आई है।              


राम मंदिर निर्माण में लगेगा बंशी का पत्थर

राम मंदिर निर्माण में लगेंगा बंशी पहाड़ का पत्थर,जानिए क्यों हैं खास


भरतपुर का पत्थर होगा इस्तेमाल


पानी डालने से पत्थर में आती है चमक
अयोध्या/भरतपुर। पहले भी भरतपुर से काफी मात्रा में राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर अयोध्या जा चुका हैं।भरतपुर के रुदावल क्षेत्र बंशी पहाड़पुर के पत्थर का इस्तेमाल पहले भी कई प्राचीन इमारतों के निर्माण कार्य मे इस्तेमाल हो  चुका हैं। बंशी पहाड़पुर से निकलने वाले पत्थर की उम्र करीब 5000 वर्ष तक मानी जाती हैं।


अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को भूमि पूजन होना है। जाहिर है लंबे समय से समाज के एक बड़े वर्ग में राम मंदिर को देखने की लालसा रही है। ऐसे में इस मंदिर को भव्य तो बनाया जाएगा ही, इसके साथ ही मंदिर निर्माण में प्रयोग किए जाने वाले पत्थर भी बेहद खास होने वाले हैं। बताया जा रहा है कि मंदिर निर्माण के लिए राजस्थान के भरतपुर का पत्थर इस्तेमाल किया जाएगा। भरतपुर के बंशी पहाड़पुर के पत्थरों के बारे में मान्यता है कि इसकी गुणवत्ता काफी अच्छी होती है। साथ ही यह लंबे समय तक चमकता रहता है।             


पूर्व विधायक के भाई का निधन, शोक व्यक्त

अतुल त्यागी


पूर्व एमएलसी नसीब पठान ने पूर्व विधायक गजराज सिंह के छोटे भाई के निधन पर शोक व्यक्त किया


शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने पूर्व विधायक गजराज सिंह के छोटे भाई के निधन पर संवेदना व्यक्त की


हापुड़। 28 जुलाई मंगलवार को वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और 2 बार के पूर्व एमएलसी नसीब पठान पूर्व विधायक गजराज सिंह के श्रीनगर स्थित आवास पर पहुंचे और उनके छोटे भाई के दुर्घटना में आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया। इस दौरान फोन पर भी कई सीनियर कांग्रेसियों ने पूर्व विधायक गजराज सिंह को सांत्वना व्यक्त की। मधुसूदन मिस्त्री, छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पूनिया जी, एआईसीसी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल जी ने फोन पर पूर्व विधायक गजराज सिंह से बात की और दुःख की इस घड़ी में भरोसा दिलाया कि समस्त कांग्रेस परिवार उनके साथ खड़ा है। पूर्व विधायक गजराज सिंह 4 बार हापुड़ से विधायक रहे हैं और क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। उनकी छवि एक जनप्रिय नेता की है। छोटे भाई के आकस्मिक निधन से उन्हें आघात पहुंचा है। जब से छोटे भाई के निधन का समाचार लोगों को मिला है तब से उनके घर संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है। पूर्व एमएलसी नसीब पठान जी ने भी कहा कि गजराज सिंह के साथ उनके बहुत पुराने संबंध हैं और उन्होंने भी गजराज सिंह के साथ मिलकर खूब संघर्ष किया है। उन्होंने कहा कि जैसी ही उन्हें ये समाचार मिला वो तुरंत संवेदना ज़ाहिर करने के लिए गजराज सिंह जी के घर पहुंचे। पूर्व एमएलसी नसीब पठान ने पूर्व विधायक गजराज सिंह के आवास पर पहुंचकर उन्हें सांत्वना दी।             


रूस ने लगाई रोक, चीन को दिया झटका

मास्को/ बिजिंग। रूस ने चीन को सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल एस-400 की आपूर्ति पर तत्‍काल रोक लगाकर उसको जबरदस्‍त झटका दिया है। बीजिंग पर रूस में जासूसी का आरोप लगाने के बाद मास्‍को की तरफ से उठाया गया ये सबसे बड़ा कदम है। हालांकि चीन ने इस आपूर्ति को रोके जाने के बाद सफाई दी है और कहा है कि रूस नहीं चाहता है कि इससे चीन को कोई परेशानी हो। चीन की तरफ से ये भी कहा गया है कि इस मिसाइल सिस्‍टम की जानकारी लेने और इसको समझने के लिए विशेषज्ञों को रूस जाना पड़ता, लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते ये काफी खतरनाक है। चीन ने इस मिसाइल सिस्टम के लिए रूस से 2014 में सौदा किया था।


आपको यहां पर बता दें कि पूरी दुनिया में इस मिसाइल सिस्‍टम की इच्‍छा रखने वालों में भारत भी शामिल है। भारत के साथ रूस की डील तय हो चुकी है और अब आपूर्ति होनी बाकी है। हालांकि चीन ने पिछले माह इसमें रोड़ा अटकाने की पूरी कोशिश की थी, लेकिन रूस ने उसकी मांग को ठुकरा कर साफ कर दिया था कि वह तय समय के अंदर इस मिसाइल सिस्‍टम की आपूर्ति भारत को कर देगा। रूस की सेना में इसे 2007 में शामिल किया गया था। रूस से सबसे पहले तुर्की को इसकी आपूर्ति की थी। रूस ने इसे सीरिया में भी तैनात किया हुआ है। इस मिसाइल सिस्‍टम की कई खूबियां हैं।             


मंदिर निर्माण में ₹ 5 करोड़ का अनुदान

राणा ओबराय
रामलला मंदिर निर्माण के लिए कथा वाचक मोरारी बापू ने पांच करोड़ रुपए दान करने का किया एलान


नई दिल्ली। दिर में रामलला के मंदिर के निर्माण के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। अयोध्या में प्रस्तावित रामजन्म भूमि की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम की मिट्टी और अलकनंदा नदी का पानी अयोध्या में राम जन्मभूमि पूजन कार्यक्रम के लिए भेजा गया है। जानकारी के अनुसार विश्व हिंदू परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को पवित्र धाम की मिट्टी और पानी लेकर रवाना हुआ। मोरारी बापू बता दें कि रामजन्म भूमि न्यास बोर्ड के सदस्यों के अनुसार राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में पीएम मोदी के शामिल होने की उम्मीद है। यह कार्यक्रम 5 अगस्त को होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, लाल कृष्ण आडवाणी समेत कई नेता शामिल होंगे।रामलला मंदिर के निर्माण के लिए प्रसिद्ध कथा वाचक मोरारी बापू ने पांच करोड़ रुपए दान करने का एलान किया है। इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद ने बताया कि रामलला मंदिर के लिए देश के समस्त हिंदूओं से पैसे इकट्ठा किए जाएंगे। अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर तैयारियां जोरों पर (पीटीआई)भावनगर के तलगाजरडा में डिजिटल माध्यम से रामकथा करने वाले संत मोरारी बापू ने अपनी व्यासपीठ से रामलला मंदिर को बनाने में पांच करोड़ रुपये देने का एलान किया। मोरारी बापू ने कहा कि सबसे पहले राम जन्मभूमि के लिए यहां पांच करोड़ भेजे जाएंगे, जो प्रभु श्री राम के चरण में एक तुलसीपत्र के रूप में भेंट होगी।इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद ने जानकारी दी कि वो राम मंदिर निर्माण के लिए हर गांव और हर शहर में दानपात्र लेकर जाएगी और लोगों से चंदा इकट्ठा करेगी ताकि राम मंदिर निर्माण जनभागीदारी से हो और सभी हिंदुओं का इसमें पैसा लगे।               


भारत ने 200 और ऐप को चिन्हित किया

नई दिल्ली/ बिजिंग। भारत ने जिस तरह से चीन के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंधों को लेकर कदम बढ़ाने शुरु किये हैं, उससे चीन की बेचैनी बढ़ती जा रही है। पहले 59 चीनी मोबाइल एप को प्रतिबंध लगा और उसके बाद इनके क्लोन 47 एप को और प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा करीब 200 और मोबाइल एप को चिन्हित किया गया है, जिन्हें भारतीय बाजार से बाहर का रास्ता कभी भी दिखाया जा सकता है। इन कदमों पर नई दिल्ली स्थित चीन के दूतावास ने बेहद सख्त  बयान जारी करते हुए इसे चीन की कंपनियों के कानूनी अधिकार का उल्लंघन बताया है और यह भी धमकी दी है कि चीनी कंपनियों के हितों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाये जाएंगे। 


इसके पहले भी जब भारत की तरफ से चीन की कंपनियों को मंदी का फायदा उठाते हुए भारतीय कंपनियो के अधिग्रहण करने से रोकने के लिए कानूनी प्रावधान किये गये थे तब चीन ने डब्लूटीओ जाने की धमकी दी थी। चीनी दूतावास की प्रवक्ता शी रोंग ने इस बारे में सवाल पूछने पर कहा, 'भारत सरकार ने जिस तरह से चीन की वीचैट समेत 59 ऐप को प्रतिबंधित किया है वह चीनी कंपनियों के कानूनी अधिकारों का उल्लंघन है और उनके हितों को प्रभावित करता है। हमने भारतीय पक्ष के सामने अपनी बात रखी है और उनसे कहा है कि वे इस कदम में सुधार करें। हम यह भी बताना चाहते हैं कि चीन की सरकार की तरफ से अपनी कंपिनयों को साफ साफ यह निर्देश दिया गया है कि वे जिस भी देश में काम करें वहां के कानून का पूरी तरह से पालन करें।' 


चीन आवश्यक कदम उठाएगा- रोंग


रोंग ने आगे कहा, 'यह भारत सरकार का कर्तव्य है कि वह चीनी कंपनियों के कानूनी अधिकार व चीनी निवेशकों समेत तमाम अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के हितों का बाजार के नियमों के मुताबिक संरक्षण करें। भारत व चीन के बीच प्रायोगिक सहयोग दोनो देशों के हितों के अनुरूप है, लेकिन इस तरह का हस्तक्षेप इसे नुकसान पहुंचाता है और यह भारतीय हितों के मुताबिक भी नहीं है।' अंत में रोंग ने कहा है कि चीन अपनी कंपनियो के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।


श्रीराम 'निर्भयपुत्र'             


रूस में संक्रमितों का आकड़ा 8 लाख

मॉस्को। रूस में कोरोना के संक्रमण के पांच हजार से ज्यादा नए मामलों के साथ, कुल संक्रमितों की संख्या आठ लाख का आंकड़ा पार चुकी है। रूस में एक दिन में कोरोना के 5,395 नए मामले दर्ज किए गए हैं, इसके साथ ही देश में कुल आंकड़ा 8,23,515 हो गया है। इसके अलावा 24 घंटों में 150 लोगों की मृत्यु इस वायरस के कारण हो चुकी है जिसके बाद, अब तक कुल 13,504 लोगों की जान जा चुकी है।


जानकारी के लिए बता दें कि दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 64 लाख तक पहुंच गई है। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक, विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,64,09,902 हो गई है। वहीं, अब तक कोरोना के कारण 6,52,531 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कोरोना वायरस के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश अमेरिका है। अमेरिका में कोरोना वायरस के अब तक 42,88,012 मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 1,48,009 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। अमेरिका के बाद ब्राजील ऐसा देश है जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी ज्यादा है और तीसरे स्थान पर भारत है।             


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