शनिवार, 11 जुलाई 2020

100 सालः सबसे बड़ा आर्थिक संकट

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भारतीय स्टेट बैंक के बैंकिंग एंड इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव में कहा कि कोरोना वायरस पिछले 100 साल का सबसे बड़ा स्वास्थ्य एवं आर्थिक संकट है। दास ने कहा कि, ‘कोविड-19 पिछले 100 साल का सबसे बड़ा आर्थिक एवं स्वास्थ्य से जुड़ा संकट है। कोरोना की वजह से उत्पादन, नौकरियों एवं स्वास्थ्य पर अभूतपूर्व नकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है। इस संकट ने मौजूद वैश्विक व्यवस्था, वैश्विक वैल्यू चेन और विश्वभर में लेबर एंड कैपिटल मुवमेंट को प्रभावित किया है।’


अर्थव्यवस्था के लिए केंद्रीय बैंक ने कई तरह के कदम उठाए: आरबीआई
आगे शक्तिकांत दास ने अर्थव्यवस्था के लिए आरबीआई की ओर से उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना काल में हमारी वित्तीय व्यवस्था को बचाने के लिए और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए केंद्रीय बैंक ने कई तरह के कदम उठाए हैं। देश के लिए वित्तीय स्थिरता भी महत्वपूर्ण है। जोखिम को चिह्नित करने के लिए आरबीआई ने अपने निगरानी तंत्र को मजबूत बनाया है। भारतीय अर्थव्यवस्था के सामान्य स्थिति की तरफ लौटने के संकेत दिखने लगे हैं। लॉकडाउन के तहत लागू विभिन्न प्रतिबंधों में ढील दिये जाने के बाद गतिविधियां बढ़ी हैं।


सितंबर 2019 से रेपो रेट में इतनी हुई कटौती 
कोरोना वायरस संकट से पहले सितंबर 2019 से केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 135 आधार अंकों की कटौती की थी। उस समय में आर्थिक वृद्धि दर में आई सुस्ती से निपटने के लिए ये कदम उठाए गए थे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक आर्थिक वृद्धि आरबीआई की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसके बाद एमपीसी ने रेपो रेट में 115 आधार अंकों की और कमी की। इस तरह रेपो रेट में कुल 250 आधार अंकों की कटौती हुई। आगे उन्होंने कहा कि आरबीआई पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी बैंक के लिहाज से समाधान निकालने के लिए सभी हितधारकों से बात कर रहा है।


ये है कॉन्क्लेव की थीम
मालूम हो कि कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए ये कॉन्क्लेव इस बार वर्चुअल आयोजित हुआ है। आरबीआई के अधिकारियों के अनुसार, कोरोना वायरस की वजह से देश में दो महीने से ज्यादा समय तक लॉकडाउन रहा है। इसकी वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। इसलिए इस बार कॉन्क्लेव की थीम बिजनेस और अर्थव्यवस्था पर कोरोना का प्रभाव रखी गई है।              


हंसती-खेलती जिंदगी में आया 1 तूफान

अतुल त्यागी, प्रवीन कुमार


हंसती खेलती जिंदगी में अचानक आया एक ऐसा तूफान जिसने गिन, गिन कर सांसे लेने के लिए कर दिया मजबूर जांच होने के बाद भी नहीं कोई कार्रवाई।


हापुड़। माामला थाना गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र का है। जहां एक सीमा नाम की युवती किसी क्लीनिक पर काम करती थी। लॉक डाउन होने के बाद सीमा की कई महीने की तनख्वाह रुक गई। उसके बाद अचानक उसके पिता की अटैक पड़ने से तबीयत खराब हो जाने पर तनखा लेने के लिए क्लीनिक पर जाना पड़ा, डॉक्टरों के स्टाफ ने मांगी थी तनख्वाह की पार्टी, लेकिन सीमा को नहीं पता था कि आज उसकी जिंदगी में एक ऐसा तूफान आने वाला है कि उसे अपनी पगार की पार्टी इतनी भारी पड़ेगी। जिसका खामियाजा कई महीनों तक चारपाई पर फड़े रहकर भुगतना पड़ेगा सीमा का कहना है उस पार्टी में किसी ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ खिला दिया। जिससे सीमा की अचानक तबीयत खराब हो गई और वही गिर पड़ी। कुछ दिन तक तो हॉस्पिटल की मालिक डॉक्टर ने इलाज कराया लेकिन अब हाथ खड़े कर दिए। काफी समय से परिवार की नाजुक स्थिति होने के बावजूद भी परिवार के लोग सीमा का इलाज कराते रहे। लेकिन आज सब कुछ दाव पर लग जाने के बाद सीमा की डॉक्टरनी मदद नहीं कर पा रही है। जिसका खामियाजा सीमा को चारपाई पर पड़े रहकर हंसती खेलती जिंदगी में तूफान आने के बाद भुगतना पड़ रहा है पुलिस को शिकायत करने के बावजूद भी अभी तक न्याय की कोई उम्मीद नहीं है।                


अग्निशमन विभाग ने किया सैनिटाइजर

अतुल त्यागी
कोविड-19 के चलते अग्निशमन विभाग द्वारा शहर में सेनेटाइज अभियान


हापुड़। उत्तर प्रदेश शासन एवं फायर सर्विस लखनऊ के निर्देश अनुसार तथा स्थानीय स्तर पर जिलाधिकारी महोदय के आदेश अनुसार झुग्गी झोपड़ी व शहर में ग्रामीण क्षेत्रों को सैनिटाइज किया जा रहा है। कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए लॉकडाउन के दौरान 10 जुलाई से 13 जुलाई तक बृहद स्तर पर अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन करने के संबंध में अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को जिलाधिकारी द्वारा आदेश दिए थे की कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए 10 जुलाई की रात्रि 10:00 बजे से 13 जुलाई सुबह 5:00 बजे तक लॉकडाउन के दौरान अग्निशमन विभाग की गाड़ियां और विभाग के कर्मचारी फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के द्वारा युद्ध स्तर पर जनपद हापुड़ में कोविड 19 अस्पताल व विभिन्न कॉलोनियों में व बाजारों में सैनिटाइजेशन का कार्य कर रहे हैं । इस क्रम में उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा दिए गए निर्देशों का जनपद में अनुपालन करने के संबंध में अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इस अवधि के दौरान वृहद स्तर पर अभियान संचालित करते हुए अग्निशमन वाहनों से पूरे जनपद में कार्य योजना बनाकर सैनिटाइजेशन का कार्य सुनिश्चित किया गया  ताकि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप सुरक्षा की दृष्टि से सभी जन मान्य को कोरोना वायरस के संक्रामक से हापुड़ के समस्त निवासियों को सुरक्षित किया जा सके।   


भयः हापुड़ में मिलेंं नए 42 संक्रमित

अतुल त्यागी (मेरठ मंडल प्रभारी)
 हापुड। सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी शनिवार को लाकडाऊन के पहले दिन ही जिलें में एक साथ 42 मरीज आने से स्वास्थ्य विभाग व लोगों के होश उड़ गए।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के बीच प्रदेश सरकार ने हापुड़ सहित प्रदेश में दो दिन का सम्पूर्ण लाकडाऊन कर रखा है। एकाएक शनिवार को आई कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग व लोगों की नींद उड़ा दी। शनिवार को एक साथ 42 केस आने से जिलें में कोरोना की संख्या बढ़कर 876 पहुंच गई है। जिलें में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माथे की चिन्ता बढ़ती जा रही है।
शनिवार को आई रिपोर्ट में
1) बाबूगढ़-19
2) बहादुरगढ- 7
3) पिलखुवा- 3
4) गढ़- 3
5) पन्नापुरी- 1
6) गंगा टावर- 1,
7) धौलाना सपनावत- 2
8) गढ़ीं- 3
9) सिम्भावली- 2 मरीज संक्रमित होने की रिपोर्ट आई है।            


संदिग्ध अवस्था में मिला शव, आशंका

अतुल त्यागी (मेरठ मंडल प्रभारी)
हापुड़। प्रदेश के जनपद हापुड़ में नगर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत हापुड़ बाईपास पर शुक्रवार दोपहर सड़क के किनारे ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ चालक का खून से लथपथ शव मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई लेकिन जबकि पुलिस घटना को हादसा बन रही है।


आपको बता दें हापुड़ के कोतवाली क्षेत्र में स्थित मीट फैक्ट्री में मृतक काम करता था और शुक्रवार की सुबह मृतक फैक्ट्री के काम से ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर बाहर गया था। लेकिन दोपहर 12:00 बजे के करीब मृतक का शव खून से लथपथ मुरादाबाद दिल्ली हाईवे 9 के किनारे एक खेत में पड़ा मिला। परिजनों का कहना है की मृतक को कोई जहरीली चीज खिलाकर हत्या कर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कर भेजते हैं और जांच में जुट गई है।


सर्वे का सच जानने घर-घर गये डीएम

खुर्जा। शनिवार को डीएम रविंद्र कुमार व एसएसपी संतोष कुमार सिंह लाॅकडाउन व सर्वे टीम द्वारा किए जा रहे कार्य की सच्चाई जानने के लिए नगर में पहुंचे। अपने निरीक्षण के दौरान डीएम ने बताया कि कार्य संतोषजनक किया जा रहा है। कुछ कमियां पाई गई हैं जिसके लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर जाकर थर्मल स्कैनिंग व बीमारियों की जानकारी के लिए सर्वे कराया जा रहा है। उसकी सच्चाई जानने के लिए डीएम व एसएसपी गांव नगला महीउद्दीनपुर पहुंचे। उन्होनें ग्रामवासियों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराए गए सर्वे की जानकारी ली तो ग्रामवासियों ने बताया कि सर्वे टीम ने घर-घार जाकर थर्मल स्कैनिंग की है तथा कोविड के बारे में लोगों को बताया है। इस दौरान एसडीएम लवी त्रिपाठी भी मौजूद रहीं।               


डीएम ने लोनी क्षेत्र का निरीक्षण किया

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। लॉकडाउन निरीक्षण को जिलाधिकारी गाजियाबाद अजय शंकर पांडे गाजियाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पहुंचे लोनी। गाजियाबाद में लगाए गए लॉकडाउन के निरीक्षण को लेकर सड़क पर गाजियाबाद के वरिष्ठ अधिकारी लगातार कर रहे हैं निरीक्षण। वही लोनी नगर पालिका क्षेत्र में नगर पालिका करा रही सफाई व सैनिटाइज का कार्य जिलाधिकारी गाजियाबाद शंकर पांडेय ने बताया की शहर व देहात क्षेत्र में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वहीं जिले के बड़े अधिकारी शहर भर में भ्रमण करके जांच कर रहे हैं कि लॉकडाउन की स्थिति किस तरह से बनाई जा रही है और उसका पालन किस तरह किया जा रहा है सभी बड़े अधिकारियों ने थाने लेवल पर अपने-अपने इलाकों को सशक्त करने की और साथ ही इलाकों को लोक डॉन का पालन कराने के लिए शक्ति से आदेशों का पालन करने की हिदायत दी है ।मीडियम अजय शंकर पांडे ने भी गाजियाबाद के लोनी इलाके में लॉक डाउन का जायजा लिया और वही गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी हुई शहर के विभिन्न इलाकों में भ्रमण करते नजर आए और लॉक डॉन की स्थिति को पालन कराने के लिए थानेदारों को निर्देश भी दिए।                  


एयर इंडिया ने 180 ट्रेनी क्रू को निकाला

नई दिल्ली। कोरोना महामारी का एविएशन सेक्टर पर सबसे बुरा असर हुआ है। इस सेक्टर में अब तक हजारों की नौकरी जा चुकी है। हजारों की नौकरी पर तलवार लटक रही है क्योंकि अभी रिवाइवल की संभावना नहीं दिख रही है। संकट की इस घड़ी में एयर इंडिया ने 180 ट्रेनी केबिन क्रू को जॉब देने से मना कर दिया। ट्रेनिंग कोर्स पूरा होने के बाद एयरलाइन की तरफ से इन्हें जॉब मिलने वाली थी।ताजा जानकारी के मुताबिक, एयर इंडिया ने उन 50 पायलट के रिक्वेस्ट को भी खारिज कर दिया है जो फिलहाल नोटिस पीरियड सर्व कर रहे हैं। एयर इंडिया ने पिछले दिनों 50 पायलट को जबर्दस्ती रिजाइन करने को कहा था।


इन पायलट की तरफ से एयरलाइन मैनेजमेंट को फैसला बदलने की अपील की गई, जिसे मैनेजमेंट ने खारिज कर दिया है।एयर इंडिया लंबे समय से केबिन क्रू की कमी से जूझ रही है। ऐसे में नवंबर 2019 को एयरलाइन ने 174 ट्रेनी केबिन क्रू को कंडिशनल जॉब ऑफर किया गया। पहले इन्हें ट्रेनिंग दी जा रही थी। ट्रेनिंग समाप्त होते ही ये काम पर रख लिए जाते, लेकिन कोरोना ने इनके सपनों को इंडस्ट्री में घुसने से पहले तोड़ दिया।हालांकि एयर इंडिया ने यह जरूर कहा है कि आपके नामों की लिस्ट हमारे साथ रहेगी। आने वाले समय में अगर एयरलाइन हायरिंग करती है तो आपको वरीयता दी जाएगी।             


 


हिमाचल में 25 फ़ीसदी बढ़ा किराया

शिमला। हिमाचल प्रदेश में बस किराया 25 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है। इस बाबत अभी तक किसी तरह की कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं हुई है,लेकिन कहा जा रहा है कि कैबिनेट ने इस पर चर्चा की है। हालांकि, नीजिि बस ऑपरेटर कई दिनों से बसों का किराया 50 फीसदी बढ़ाने की मांग कर रहे थे। तब बसों में 60 फीसदी सवारियों को बिठाने की व्यवस्था सरकार ने की थी। बस ऑपरेटर बसों का खर्चा पूरा ना होने की दुहाई देकर बसें नहीं चलाने पर अड़े थे, इसके बाद जयराम सरकार ने बसों में 100 फीसदी सवारियां बिठाने को मंजूरी दे दी थी।बावजूद इसके निजी बस ऑपरेटर किराया बढ़ाए जाने की मांग कर रहे थे। अब प्रदेश सरकार ने उसे भी 25 फीसदी तक बढ़ाने पर चर्चा शुरु कर दी है। परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि इस बाबत अगली कैबिनेट में निर्णय लिया जा सकता है।              


जौनपुर: एक्टिव-138 संक्रमित-660

जनपद में दस प्रवासियों समेत शुक्रवार को कोरोना के 16 नए पॉजिटिव केस मिले हैं। पीड़ितों मेें लॉक डाउन के दौरान पैदा दो माह की बच्ची और तीन वर्षीय उसकी बहन भी शामिल हैं। इनके अलावा चार अन्य परिवारों के भी आठ लोग संक्रमित पाए गए हैं। जिले में कुल पॉजिटिव केस की संख्या अब 660 हो गई है। इसमें एक्टिव केस 138 हैं।











 
 

जौनपुर। जलालपुर के नाहरपट्टी धराव गांव में ट्रेन से 30 जून को एक परिवार मुंबई से आया था। सभी होम क्वारंटीन में थे। तीन जुलाई को सभी का सैंपल लिया गया था। इसमें दो माह की बच्ची और तीन वर्षीय उसकी बहन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बच्चियों के पिता मुंबई में वायरिंग का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि छोटी बच्ची का जन्म लॉक डाउन के दौरान ही मुंबई के एक अस्पताल में हुआ था। अस्पताल में कई दिनों तक उनका आना-जाना है। ऐसे में संभव है कि वहीं से संक्रमण हुआ हो। वैसे परिवार के सदस्यों में कोरोना का कोई लक्षण नहीं है। बच्चों के साथ उनके माता-पिता को भी कोविड-19 अस्पताल में रखा जाएगा। इसी ब्लाक के जगापुर गांव निवासी एक व्यक्ति मुंबई में गैराज चलाता था। तीन जुलाई को वह कार से परिवार के साथ आया था। बयालसी इंटर कॉलेज में पूरे परिवार का सैंपल लिया गया था। इसमें एक तीन वर्षीय बच्ची और सात वर्ष के बालक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 

बरसठी के चकमलाई गांव में कोलकाता से एक जुलाई को आए अधेड़, खुटहन के मेडा गांव में पांच जुलाई को मुंबई से आए युवक, बरसठी के भोपतपुरा मगरा गांव में मुंबई से आई युवती भी कोरोना पॉजिटिव मिली हैं। इनके अलावा डोभी के मंदूपुर गांव में मुंबई से आए युवक और रैंडम जांच में सैंपल देने वाले एक अन्य युवक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है। बरसठी के महमूदपुर पट्टी में मुंबई से कार में दो जुलाई को आई किशोरी (14) और उसके भाई (18), मड़ियाहूं के गौहर बेलवा निवासी युवक भी पॉजिटिव पाया गया है। बरसठी के रसूलहा परियत निवासी दंपती के परिवार के दो जुलाई को एक बच्ची कोरोना संक्रमित मिली थी। इसके बाद परिवार के अन्य सदस्यों ंका सैंपल लिया गया था। दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव है। केराकत के नालापार में दो जुलाई को एक युवक की अज्ञात बीमारी से मौत हुई थी। कोरोना का संदेह जताने पर परिवार व पासपड़ोस के लोगों का सैंपल लिया गया था। मृतक का भतीजा और पड़ोस की युवती की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। जिलाधिकारी  दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को 621 सैंपल के रिजल्ट आए। इसमें 16 पॉजिटिव हैं। सभी मरीजों को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराने और उनके गांवों में सैनिटाइजेशन कराने के निर्देश दिए गए हैं। 362 नए लोगों के भी सैंपल भी लिए गए। अब तक कुल 16083 लोगों के नमूने लिए जा चुके हैं। इसमें 14555 की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। अब 1528 नमूनों के रिजल्ट आने शेष हैं।              

मिली इंसान जैसे मुंह वाली मछली

कविता गर्ग


मलेशिया। सोशल मीडिया पर एक मछली की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है। ये तस्वीरें इतना हैरान कर देने वाली है कि इसे देखकर आप भी अपनी आंखों पर यकीन नहीं कर पाएंगे। तस्वीर में दिख रही मछली की शक्ल हू-ब-हू इंसानी चेहरे से मेल खाती दिख रही है। ऐसे में यह फोटो अब लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है कि एक मछली का चेहरा इंसानों जैसा कैसे हो सकता है। वहीं कुछ लोग इस तस्वीर की वास्तविकता पर भी सवाल उठा रहे हैं ।


तस्वीर में दिख रही मछली मलेशिया की टृइगर फिश बताई जा रही है। जहां के लोगों ने नदी में इस अनोखी मछली को देखा, जिसका चेहरा बिलकुल इंसान की तरह दिखाई दे रहा था। लोगों ने जैसे ही इस इंसानी चेहरे वाली मछली को देखा, झट से इसे अपने कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिसके बाद से ही तस्वीरें इंटरनेट तहलका मचा रही है। वहीं तस्वीर देखने के बाद कई लोग हैरान है कि आखिर मछली का चेहरा इंसान जैसा कैसे दिख सकता है।


चीन से भी आ चुका है वीडियो


इससे पहले दक्षिण चीन के एक मिलाओ गांव में महिला पर्यटक को मनुष्य के चेहरे जैसी दिखने वाली मछली देखी थी। जिसकी वीडियो उन्होंने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “वीबो’ पर साझा किया था। 15 सेकंड के वीडियो में मछली झील के किनारे की तरफ आती है और अपना मुंह पानी से ऊपर निकालती । इस मछली का चेहरा भी इंसान के जैसा चेहरा है। मछली के मुंह पर दो काले निशान हैं, जो दो आंखों की तरह दिख रहे हैं। दो लकीरें चेहरे पर नाक का स्वरूप दे रही है। एक लकीर मुंह के नीचे भी दिखाई दे रही है। वीडियों में महिला कहती सुनाई दे रही है, मछली एक परी में बदल गई है।                


सफाई कर्मी को पीटा, चौकी गेट पर कूड़ा

लाकडाउन मे नाली की सफाई कर रहे कर्मचारी को दारोगा ने पीटा         


आक्रोशित सफाईकर्मियों ने पुलिसचौकी गेट पर फेका कूड़ा
हाटा, कुशीनगर। स्थानीय नगर मे नाली की सफाई कर रहे,एक सफाई कर्मचारी को हाटा कोतवाली मे तैनात एक उपनिरीक्षक ने लाकडाउन मे बाहर निकलने के आरोप मे शनिवार की सुबह  पिटाई कर दी। जिससे नगरपालिका मे तैनात कर्मचारी आक्रोशित हो गये। पीड़ित कर्मचारी मनीष कुमार 25 वर्ष निवासी पटनी को लैकर कर्मचारी गण सीएचसी पर पहुचे और डाक्टरी कराने के बाद आरोपी उपनिरीक्षक जितेन्द्र राय के विरुद्घ मुकदमा पंजीकृत करने की मांग.को लैकर तहरीर प्रभारी निरीक्षक हरेन्द्र मिश्र को सौपा। आक्रोशित सफाईकर्मियों ने एक ट्राली कूड़े को पुलिसचौकी हाटा के गेट पर लेजाकर फेक दिया। चौकी इंचार्ज हाटा जितेन्द्र राय पर मुकदमा दर्ज करने व उनके तबादले की मांग को लेकर सभी कर्मचारी नगरपालिका कार्यालय पर धरने पर बैठ गये। नपाध्यक्ष मोहनवर्मा,अधिशासी अधिकारी अजयकुमार सिंह,कोतवाल हरेन्द्र मिश्र आदि ने जिलाधिकारी व पुलिसअधीक्षक से वार्ता कर आरोपी उपनिरीक्षक के तबादले का भरोसा दिया। तब जाकर सफाईकर्मी मान सके। इस दौरान अशोक सिंह,योगेन्द्र मणि,अजय राव आदि मौजूद रहे।                


दिल्ली यूनिवर्सिटी के सभी एग्जाम रद्द

रवि चौहान


नई दिल्ली। कोरोना के चलते दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सरकार के अंतर्गत आने वाले सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा की है। मनीष सिसोदिया ने बताया कि इसमें अंतिम वर्ष की परीक्षाएं भी शामिल हैं। छात्रों को डिग्री उनके पूर्व वर्ष के नंबरों के आधार पर प्रदान की जाएगी।


दिल्ली उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ये भी बताया कि सभी विश्वविद्यालयों को फाइनल परीक्षा रद्द कर छात्रों के मूल्यांकन का कोई पैमाना तैयार कर डिग्री जल्द से जल्द देने के लिए कहा गया है। कोरोना की वजह से परीक्षा लेना और डिग्री न देना अन्याय होगा। ये निर्णय राज्य विश्वविद्यालय के लिए लिया गया है। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को भी पत्र लिखकर उनके सभी विश्वविद्यालयों में परीक्षा रद्द करने का निवेदन किया है


किन-किन यूनिवर्सिटी में नहीं होंगे एग्जाम, डीयू का क्या है स्टेटस
दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले विश्वविद्यालय हैं- आईपी यूनिवर्सिटी, आंबेडकर यूनिवर्सिटी, डीटीयू व अन्य इन सभी में परीक्षाएं नहीं होंगी। हालांकि बात अगर दिल्ली विश्वविद्यालय की करें तो इसके अंतर्गत आने वाले दिल्ली सरकार के कॉलेजों के बारे में फैसला केंद्र सरकार को लेना है।


मालूम हो कि डीयू के 12 ऐसे विश्वविद्यालय हैं जिन्हें दिल्ली सरकार 100 प्रतिशत फंड करती है और 16 ऐसे विद्यालय हैं जिन्हें दिल्ली सरकार 5 प्रतिशत फंड करती है। हालांकि डीयू केंद्रीय विश्वविद्यालय है ऐसे में इन सभी के लिए केंद्र को ही फैसला लेना है। दिल्ली सरकार मानती है कि जो सेमेस्टर पढ़ाया ही नहीं उसकी परीक्षा लेना सही नहीं है। इसके साथ ही सिसोदिया पहले भी कह चुके हैं कि यह कोरोना काल है और ये बड़े फैसले लेने का वक्त है। ऐसे में हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता हर जान को बचाने की है।             


राजस्थान में भाजपा की खरीद-फरोख्त

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस के लगभग दो दर्जन विधायकों ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राज्य की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। कांग्रेस के इन विधायकों ने शुक्रवार देर रात जारी एक संयुक्त बयान में यह आरोप लगाया। यह बयान विधानसभा में मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के हस्ताक्षरों से जारी किया गया है।


संयुक्त बयान में कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया गया है कि बीजेपी खरीद फरोख्त और अन्य भ्रष्ट हथकंडों के माध्यम से राज्य की जनहितकारी कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। इन विधायकों ने इसे भाजपा का कथित अलोकतांत्रिक और भ्रष्ट आचरण करार दिया है।


बयान में कहा गया है,  हमारे पास स्पष्ट जानकारी है कि भाजपा के शीर्षस्थ लोग इस षडयंत्र में शामिल हैं जो कांग्रेस के विधायकों और समर्थित विधायकों और अन्य से संपर्क कर उन्हें तरह तरह के प्रलोभन देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। 


बयान में कांग्रेस विधायकों के हवाले से यह भी कहा गया है,राज्य में कांग्रेस और उसे समर्थन देने वाले सभी विधायक इस तरह के प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे। संयुक्त बयान में 24 विधायकों के नाम दिए गए हैं जिनमें लाखन सिंह, जोगेंद्र सिंह अवाना, मुकेश भाकर, इंद्रा मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी, संदीप यादव आदि शामिल हैं।


गौरतलब है कि यह बयान ऐसे समय में जारी किया गया है जबकि राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल एसओजी ने राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया है।


जून में राज्य से हुए राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था। पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गयी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है।


राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक और भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है।               


पिता-पुत्र को रोंंदने के बाद पलटा ट्रक

*साइकिल सवार पिता-पुत्र को रौंदने के बाद पलटा ट्रक चालक खलासी भी घायल*


कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढ़ा गांव की घटना


कोखराज/कौशाम्बी। इलाहाबाद से कानपुर की ओर जा रहा है। एक ट्रक चालक जैसे ही कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढ़ा गांव के पहुंचा सड़क पार कर रहे साइकिल सवार पिता-पुत्र को देखकर हड़बड़ाहट में उसने साइकिल सवार पिता-पुत्र को रौंद दिया। जिससे पिता पुत्र दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए पिता पुत्र को रौंदने के बाद ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया और हड़बड़ाहट में निर्माणाधीन पुल में ट्रक पलट गई। 


ट्रक पलट जाने के बाद ट्रक चालक खलासी भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं पिता पुत्र के घायल होने की बात गांव के लोगों को जैसे ही इस हादसे जानकारी हुई। ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर सड़क से हटवाया है। पिता पुत्र के साथ खलासी और चालाक की गंभीर अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


जानकारी के मुताबिक कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढ़ा गांव निवासी बृजलाल उम्र 40 वर्ष पुत्र राम धन अपने बेटे सोनू को साइकिल से लेकर खेतों की ओर जा रहे थे। जैसे ही वह राष्ट्रीय राजमार्ग में गांव के बाहर ककोढ़ा चौराहा पार करने लगे कि इलाहाबाद से कानपुर को जा रहे ट्रक चालक ने साइकिल सवार पिता पुत्र को रौंदा। जिससे पिता पुत्र दोनों को गंभीर चोटें आई हैं घायल अवस्था में बृजलाल और उसके बेटे सोनू को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद ट्रक पलट जाने से चालक और खलासी भी घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समाचार लिखे जाने तक ट्रक चालक खलासी का नाम पता नहीं मालूम हो सका है।


अजीत कुशवाहा 


लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया

लाक डाउन का पालन करते दिखाई दिए सचवारा चौराहा के सभी दुकान दार


म्योहर कौशाम्बी। जैसा कि हम आप लोगों को बता देना चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 जुलाई रात 10:00 बजे से 13 जुलाई सुबह 5:00 बजे तक पूरे उत्तर प्रदेश में लॉक डाउन की घोषणा की है जिसके चलते पूरे उत्तर प्रदेश में सभी लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करना होगा और करोना जैसी खतरनाक बीमारी से निजात पाने के लिए सभी लोग अपने अपने घर में रहे और लोगों से 1 मीटर की दूरी बना कर रखे तभी हम सब इस बीमारी से निजात पा सकेंगे। करारी थाना क्षेत्र के सचवारा चौराहा पर सभी दुकानदार लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए दिखाई दिए जिसमें सभी दुकानदार अपनी अपनी दुकाने बंद कर के रखे हुए हैं और लोगों को भी लॉकडाउन पालन करने को कह रहे हैं की आप लोग भी लॉकडाउन में अपने अपने घरों से न निकले ।


 वहीं अरका  चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार राय व उनके सभी सिपाही चौराहे का भ्रमण करते हुए सभी लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को कहा और कहा कि यदि आप लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करेंगे या फिर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करेंगे तो आप लोगों के खिलाफ  सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी तथा अरका चौकी इंचार्ज अपने सिपाहियों के साथ गश्त करते हुए सचवारा चौराहा से चौराहे से ग्रामीण इलाकों में भ्रमण करते हुए जैसे अरका महावीरपुर, मालीपुर महाराजगंज, बरई बंधवा ,बंधवा कल्यान, इब्राहिमपुर, पवारा ,पवैया इस तरह से अपने चौकी क्षेत्र के सभी ग्रामीण इलाकों में भ्रमण करते हुए लोगों को लॉकडाउन के बारे में बताया ।


और लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को कहा सभी ग्रामीणों से गुजारिश की कि आप लोग अपने घरों से बाहर ना निकले। जब आपको जरूरत हो तभी अपने घरों से बाहर निकले अन्यथा बिना काम के अपने घरों से बाहर ना निकले यदि बिना काम के कोई भी व्यक्ति बाहर पाया जाता है तो उसके खिलाफ बड़ी सी कड़ी कार्यवाही की जाएगी और मास्क का प्रयोग करें। आप लोग आपस में एक दूसरे से 1 मीटर की दूरी बना कर रहे और सैनिटाइजर का उपयोग करते रहें जिससे कोरोना जैसी बीमारी से निजात पाया जा सके।


 क्योंकि जब आप खुद सुरक्षित रहेंगे तभी आपके साथ आपका परिवार सुरक्षित रहेगा और जब आपका परिवार सुरक्षित रहेगे तो आपके गांव के लोग सुरक्षित रहेंगे। मेरा यही सभी ग्रामीणों से निवेदन है कि आप लोग धैर्य बनाकर अपने अपने घरों में रहे और सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन बखूबी अपने घर में रहकर करें।


सुशील दिवाकर 


यूपी पुलिस के चरित्र का असली चेहरा

सिपाही ने दरोगा के साथ अपनी सिपाही पत्नी को रंगेहाथ पकड़ा, मामला पहुंचा थाने तो यह हुआ फैसला


लखनऊ/आगरा। यूपी के आगरा में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां एक सिपाही कानपुर से जब घर लौटा तो घर पर पत्नी के साथ दरोगा को देखकर हक्का बक्का रह गया। फिर क्या था दरोगा और सिपाही के बीच जमकर मारपीट हो गई। वहीं सिपाही ने अपनी पत्नी के साथ दरोगा के अवैध संबंध का आरोप लगाया है। तो वहीं पत्नी का कहना है कि दरोगा के साथ उसके पारिवारिक संबंध है, कुछ पैसे उससे लिये थे, जिसे लेने के लिए वह यहां आया हुआ था। सिपाही की पत्नी भी सिपाही है। हालांकि इस संबंध में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। शाहगंज इंस्पेक्टर का कहना है कि दोनों के परिजनों को बुलाया गया है।


कानपुर एसएसपी ऑफिस पर तैनात सिपाही की शादी जनवरी में हुई थी। उसकी पत्नी भी सिपाही है, जो करहल की निवासी है। सिपाही पत्नी की तैनाती औरैया में था, लेकिन मार्च में उसने अपना स्थानांतरण आगरा में करा लिया। आगरा पुलिस लाइन में सिपाही के पत्नी की तैनाती है। 


सिपाही का आरोप है कि उसकी पत्नी उससे सीधे मुंह बात नहीं करती थी। दहेज के मुकदमे में फंसाने की धमकी देती थी। उसने छानबीन की तो पता चला कि औरैया में तैनात एक दरोगा से पत्नी के प्रेम संबंध हैं। उसने ठान लिया कि दोनों को रंगे हाथ पकड़ेगा। 
उसने अपने स्तर से जांच किया तो छानबीन में पता चला कि दरोगा का स्थानांतरण मेरठ जोन हुआ है। वह ज्वाइनिंग टाइम काट रहा है।


अलीगढ़ में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ नहीं है। उसे शक हुआ। वह गुरुवार को आगरा आ गया। यहां आने के बाद उसे यह नहीं पता था कि उसकी पत्नी कहां रहती है। उसने पुलिस लाइन में छानबीन की।


पता चला कि वह शाहगंज क्षेत्र में किसी गेटबंद कॉलोनी में रहती है। शुक्रवार की सुबह परेड होती है। वह उसमें जरूर आएगी। वह सुबह पुलिस लाइन पहुंच गया। परेड ग्राउंड के पास छिप गया। 
परेड खत्म होने के बाद पत्नी अपने घर जाने लगी। उसका पीछा किया। शाहगंज क्षेत्र स्थित कॉलोनी में पहुंच गया। पत्नी घर में चली गई। उसने आस-पास के लोगों से जानकारी की।


पता चला कि घर में कोई आया हुआ है। अक्सर आता है। उसने 112 नंबर पर पुलिस को फोन किया। पुलिस आ गई। पुलिस की मौजूदगी में उसने कमरे का दरवाजा खटखटाया। पत्नी का दोस्त घर में ही मिला। अंडरवियर और बनियान पहने हुआ था। उसे देखकर पत्नी के चेहरे की हवाइयां उड़ गईं। गालियां देने लगीं। सिपाही का आरोप है कि दरोगा ने भी उसके साथ मारपीट कर दी। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई।


इंस्पेक्टर शाहगंज ने बताया कि महिला सिपाही और उसके पति के परिजनों को बुलाया है। यह पारिवारिक विवाद है। इस मामले में मुकदमा कोई नहीं बनता। दरोगा को हिरासत में नहीं लिया गया है। मौके पर विवाद की स्थिति थी इसलिए पुलिस उसे थाने ले आई थी।              


दिल्ली-गाजियाबाद, नोएडा बॉर्डर सील

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। दिल्ली-गाजियाबाद और दिल्ली-नोएडा के बॉर्डर 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक सील हो गए हैं। दिल्ली से अप्सरा बॉर्डर, आनंद विहार, गाजीपुर, कालिंदी कुंज, मयूर विहार, सभापुर, लोनी, सीमापुरी समेत प्रत्येक बॉर्डर पर आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इन बॉर्डरों पर 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक केवल आवश्यक सेवाओं में लगे लोग व वाहनों को आवाजाही की अनुमति रहेगी। इसके अलावा वह लोग और वाहन जिनके पास अनुमति पास है आवाजाही कर सकेंगे। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक यूपी से आवाजाही करने वाले लोगों व वाहनों की बॉर्डर पर जांच की जाएगी। केवल आवश्यक सेवाओं में लगे वाहनों व लोगों को आने-जाने की अनुमति होगी।            


यूपी में कांग्रेस लाने की उठाई मांग

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने उत्तरप्रदेश में जंगल राज स्थापित होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि ‘उत्तरप्रदेश’ बचाने के लिए कांग्रेस को लाना आवश्यक है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा है ‘जब से उत्तरप्रदेश से कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई है, पूरे प्रदेश में जंगल राज स्थापित हो गया है। अपराधियों और राजतंत्र ने साझेदारी में मिलकर प्रदेश को लूटा है। यदि विकास दुबे का एनकाउंटर नहीं होता तो राज खुलते। अब वही साझेदारी पनपती रहेगी। प्रियंका जी व कांग्रेस लाओ और उत्तरप्रदेश बचाओ।       


संदिग्धों की घर-घर होगी जांचः योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घर-घर मेडिकल स्क्रीनिंग में संदिग्धों का सैम्पल लेकर टेस्ट कराने के निर्देश देते हुए कहा कि जांच के पश्चात अस्वस्थ मिले लोगों के समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। योग मुख्यमंत्री शनिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।उन्हाेंने कहा कि घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग में संदिग्धों का सैम्पल लेकर टेस्ट लेकर अस्वस्थ मिले मरीजों की समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव ही इस रोग का उपचार है। इसलिए मास्क का उपयोग तथा सोशल डिस्टेंसिंग अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों को कोविड-19 के बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश देेते हुए कहा कि इसके लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम, पोस्टर-बैनर के साथ-साथ प्रिंट व इलेक्ट्राॅनिक मीडिया का उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में निरन्तर वृद्धि की जाय। आर0टी0पी0सीआर0 विधि से 30 हजार टेस्ट प्रतिदिन, रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से 15 हजार से 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन तथा ट्रूनैट मशीन के द्वारा दो हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाय। बिना लक्षण वाले कोविड संक्रमित मरीजों को एल-1 कोविड चिकित्सालय में उपचारित किया जा सकता है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर नगर, झांसी व मथुरा में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने झांसी में विशेष सचिव स्तर के नोडल अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी संक्रमण को नियंत्रित करने की प्रभावी रणनीति तैयार करने के निर्देश दिये।


उन्होंने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए ट्रेन व हवाई जहाज से आने वाले यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पुलिस व पीएसी कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाय। स्वच्छता को जीवनचर्या का अंग बनाए जाने पर बल देते हुए योगी ने कहा कि साफ-सफाई अनेक बीमारियों से लोगों सुरक्षित रखती है। स्वच्छता के कार्यों में जनसहभागिता की बड़ी भूमिका है। उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सेनिटाइजेशन, फाॅगिंग एवं स्वच्छता की प्रभावी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।                    


श्रीराम 'निर्भयपुत्र'


चित्रकूटः अमावस्य मेले पर लगी रोक

चित्रकूट। रविवार को धर्मनगरी चित्रकूट मे लगने वाले अमावस्या मेले पर रोक लगा दी गई है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वह अमावस्या पर घरों में ही पूजा अर्चना करें, चित्रकूट न आएं। प्रशासन एवं साधु-संतों ने अमावस्या मेला को दृष्टिगत बैठक मे अमावस्या मेले पर रोक लगाने का फैसला लिया है। श्रध्दालुओं से अपने घरों में रहकर पूजा-पाठ करने की अपील की है।



रविवार यानि 21 जून को पड़ने वाली अमावस्या मेला को दृष्टिगत रखते हुए धर्म नगरी चित्रकूट के के समस्त साधु-संतों द्वारा जनता से अपील गयी कि कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी अपने घरों में ही रहकर पूजा करें। सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखते हुए अपना कार्य करें। जिससे कोरोना जैसी महामारी से स्वयं बचे एवं दूसरों को भी प्रेरित करें। प्रशासन द्वारा रामघाट में साधु-संतो के साथ अमावस्या मेला को दृष्टिगत रखते हुए गोष्ठी की एवं जनता से शासन द्वारा निर्गत आदेश-निर्देशों का पालन करने की अपील की गयी। यूपी और एमपी दोनों प्रशासन ने अमावस्या मेला पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। संतों ने बताया कि अमावस्या पर सूर्य ग्रहण भी पड़ रहा है जिससे भीड़ और बढ़ सकती है। अधितकारियों ने कहा कि इतनी भीड़ के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव नहीं है। कोरोना का खतरा भी बढ सकता है। बैठक मे तय किया गया कि अमावस्या मेला पर प्रतिबंध लगा दिया जाए।


मनोज सिंह ठाकुर



पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...