शनिवार, 11 जुलाई 2020

दिल्ली यूनिवर्सिटी के सभी एग्जाम रद्द

रवि चौहान


नई दिल्ली। कोरोना के चलते दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सरकार के अंतर्गत आने वाले सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा की है। मनीष सिसोदिया ने बताया कि इसमें अंतिम वर्ष की परीक्षाएं भी शामिल हैं। छात्रों को डिग्री उनके पूर्व वर्ष के नंबरों के आधार पर प्रदान की जाएगी।


दिल्ली उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ये भी बताया कि सभी विश्वविद्यालयों को फाइनल परीक्षा रद्द कर छात्रों के मूल्यांकन का कोई पैमाना तैयार कर डिग्री जल्द से जल्द देने के लिए कहा गया है। कोरोना की वजह से परीक्षा लेना और डिग्री न देना अन्याय होगा। ये निर्णय राज्य विश्वविद्यालय के लिए लिया गया है। शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को भी पत्र लिखकर उनके सभी विश्वविद्यालयों में परीक्षा रद्द करने का निवेदन किया है


किन-किन यूनिवर्सिटी में नहीं होंगे एग्जाम, डीयू का क्या है स्टेटस
दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले विश्वविद्यालय हैं- आईपी यूनिवर्सिटी, आंबेडकर यूनिवर्सिटी, डीटीयू व अन्य इन सभी में परीक्षाएं नहीं होंगी। हालांकि बात अगर दिल्ली विश्वविद्यालय की करें तो इसके अंतर्गत आने वाले दिल्ली सरकार के कॉलेजों के बारे में फैसला केंद्र सरकार को लेना है।


मालूम हो कि डीयू के 12 ऐसे विश्वविद्यालय हैं जिन्हें दिल्ली सरकार 100 प्रतिशत फंड करती है और 16 ऐसे विद्यालय हैं जिन्हें दिल्ली सरकार 5 प्रतिशत फंड करती है। हालांकि डीयू केंद्रीय विश्वविद्यालय है ऐसे में इन सभी के लिए केंद्र को ही फैसला लेना है। दिल्ली सरकार मानती है कि जो सेमेस्टर पढ़ाया ही नहीं उसकी परीक्षा लेना सही नहीं है। इसके साथ ही सिसोदिया पहले भी कह चुके हैं कि यह कोरोना काल है और ये बड़े फैसले लेने का वक्त है। ऐसे में हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता हर जान को बचाने की है।             


राजस्थान में भाजपा की खरीद-फरोख्त

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस के लगभग दो दर्जन विधायकों ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) राज्य की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। कांग्रेस के इन विधायकों ने शुक्रवार देर रात जारी एक संयुक्त बयान में यह आरोप लगाया। यह बयान विधानसभा में मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी और उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के हस्ताक्षरों से जारी किया गया है।


संयुक्त बयान में कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया गया है कि बीजेपी खरीद फरोख्त और अन्य भ्रष्ट हथकंडों के माध्यम से राज्य की जनहितकारी कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। इन विधायकों ने इसे भाजपा का कथित अलोकतांत्रिक और भ्रष्ट आचरण करार दिया है।


बयान में कहा गया है,  हमारे पास स्पष्ट जानकारी है कि भाजपा के शीर्षस्थ लोग इस षडयंत्र में शामिल हैं जो कांग्रेस के विधायकों और समर्थित विधायकों और अन्य से संपर्क कर उन्हें तरह तरह के प्रलोभन देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। 


बयान में कांग्रेस विधायकों के हवाले से यह भी कहा गया है,राज्य में कांग्रेस और उसे समर्थन देने वाले सभी विधायक इस तरह के प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे। संयुक्त बयान में 24 विधायकों के नाम दिए गए हैं जिनमें लाखन सिंह, जोगेंद्र सिंह अवाना, मुकेश भाकर, इंद्रा मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी, संदीप यादव आदि शामिल हैं।


गौरतलब है कि यह बयान ऐसे समय में जारी किया गया है जबकि राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल एसओजी ने राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया है।


जून में राज्य से हुए राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था। पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गयी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है।


राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक और भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है।               


पिता-पुत्र को रोंंदने के बाद पलटा ट्रक

*साइकिल सवार पिता-पुत्र को रौंदने के बाद पलटा ट्रक चालक खलासी भी घायल*


कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढ़ा गांव की घटना


कोखराज/कौशाम्बी। इलाहाबाद से कानपुर की ओर जा रहा है। एक ट्रक चालक जैसे ही कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढ़ा गांव के पहुंचा सड़क पार कर रहे साइकिल सवार पिता-पुत्र को देखकर हड़बड़ाहट में उसने साइकिल सवार पिता-पुत्र को रौंद दिया। जिससे पिता पुत्र दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए पिता पुत्र को रौंदने के बाद ट्रक चालक ने नियंत्रण खो दिया और हड़बड़ाहट में निर्माणाधीन पुल में ट्रक पलट गई। 


ट्रक पलट जाने के बाद ट्रक चालक खलासी भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं पिता पुत्र के घायल होने की बात गांव के लोगों को जैसे ही इस हादसे जानकारी हुई। ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर सड़क से हटवाया है। पिता पुत्र के साथ खलासी और चालाक की गंभीर अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


जानकारी के मुताबिक कोखराज थाना क्षेत्र के ककोढ़ा गांव निवासी बृजलाल उम्र 40 वर्ष पुत्र राम धन अपने बेटे सोनू को साइकिल से लेकर खेतों की ओर जा रहे थे। जैसे ही वह राष्ट्रीय राजमार्ग में गांव के बाहर ककोढ़ा चौराहा पार करने लगे कि इलाहाबाद से कानपुर को जा रहे ट्रक चालक ने साइकिल सवार पिता पुत्र को रौंदा। जिससे पिता पुत्र दोनों को गंभीर चोटें आई हैं घायल अवस्था में बृजलाल और उसके बेटे सोनू को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद ट्रक पलट जाने से चालक और खलासी भी घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समाचार लिखे जाने तक ट्रक चालक खलासी का नाम पता नहीं मालूम हो सका है।


अजीत कुशवाहा 


लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया

लाक डाउन का पालन करते दिखाई दिए सचवारा चौराहा के सभी दुकान दार


म्योहर कौशाम्बी। जैसा कि हम आप लोगों को बता देना चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 जुलाई रात 10:00 बजे से 13 जुलाई सुबह 5:00 बजे तक पूरे उत्तर प्रदेश में लॉक डाउन की घोषणा की है जिसके चलते पूरे उत्तर प्रदेश में सभी लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करना होगा और करोना जैसी खतरनाक बीमारी से निजात पाने के लिए सभी लोग अपने अपने घर में रहे और लोगों से 1 मीटर की दूरी बना कर रखे तभी हम सब इस बीमारी से निजात पा सकेंगे। करारी थाना क्षेत्र के सचवारा चौराहा पर सभी दुकानदार लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए दिखाई दिए जिसमें सभी दुकानदार अपनी अपनी दुकाने बंद कर के रखे हुए हैं और लोगों को भी लॉकडाउन पालन करने को कह रहे हैं की आप लोग भी लॉकडाउन में अपने अपने घरों से न निकले ।


 वहीं अरका  चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार राय व उनके सभी सिपाही चौराहे का भ्रमण करते हुए सभी लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को कहा और कहा कि यदि आप लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करेंगे या फिर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करेंगे तो आप लोगों के खिलाफ  सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी तथा अरका चौकी इंचार्ज अपने सिपाहियों के साथ गश्त करते हुए सचवारा चौराहा से चौराहे से ग्रामीण इलाकों में भ्रमण करते हुए जैसे अरका महावीरपुर, मालीपुर महाराजगंज, बरई बंधवा ,बंधवा कल्यान, इब्राहिमपुर, पवारा ,पवैया इस तरह से अपने चौकी क्षेत्र के सभी ग्रामीण इलाकों में भ्रमण करते हुए लोगों को लॉकडाउन के बारे में बताया ।


और लॉकडाउन के नियमों का पालन करने को कहा सभी ग्रामीणों से गुजारिश की कि आप लोग अपने घरों से बाहर ना निकले। जब आपको जरूरत हो तभी अपने घरों से बाहर निकले अन्यथा बिना काम के अपने घरों से बाहर ना निकले यदि बिना काम के कोई भी व्यक्ति बाहर पाया जाता है तो उसके खिलाफ बड़ी सी कड़ी कार्यवाही की जाएगी और मास्क का प्रयोग करें। आप लोग आपस में एक दूसरे से 1 मीटर की दूरी बना कर रहे और सैनिटाइजर का उपयोग करते रहें जिससे कोरोना जैसी बीमारी से निजात पाया जा सके।


 क्योंकि जब आप खुद सुरक्षित रहेंगे तभी आपके साथ आपका परिवार सुरक्षित रहेगा और जब आपका परिवार सुरक्षित रहेगे तो आपके गांव के लोग सुरक्षित रहेंगे। मेरा यही सभी ग्रामीणों से निवेदन है कि आप लोग धैर्य बनाकर अपने अपने घरों में रहे और सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन बखूबी अपने घर में रहकर करें।


सुशील दिवाकर 


यूपी पुलिस के चरित्र का असली चेहरा

सिपाही ने दरोगा के साथ अपनी सिपाही पत्नी को रंगेहाथ पकड़ा, मामला पहुंचा थाने तो यह हुआ फैसला


लखनऊ/आगरा। यूपी के आगरा में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जहां एक सिपाही कानपुर से जब घर लौटा तो घर पर पत्नी के साथ दरोगा को देखकर हक्का बक्का रह गया। फिर क्या था दरोगा और सिपाही के बीच जमकर मारपीट हो गई। वहीं सिपाही ने अपनी पत्नी के साथ दरोगा के अवैध संबंध का आरोप लगाया है। तो वहीं पत्नी का कहना है कि दरोगा के साथ उसके पारिवारिक संबंध है, कुछ पैसे उससे लिये थे, जिसे लेने के लिए वह यहां आया हुआ था। सिपाही की पत्नी भी सिपाही है। हालांकि इस संबंध में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। शाहगंज इंस्पेक्टर का कहना है कि दोनों के परिजनों को बुलाया गया है।


कानपुर एसएसपी ऑफिस पर तैनात सिपाही की शादी जनवरी में हुई थी। उसकी पत्नी भी सिपाही है, जो करहल की निवासी है। सिपाही पत्नी की तैनाती औरैया में था, लेकिन मार्च में उसने अपना स्थानांतरण आगरा में करा लिया। आगरा पुलिस लाइन में सिपाही के पत्नी की तैनाती है। 


सिपाही का आरोप है कि उसकी पत्नी उससे सीधे मुंह बात नहीं करती थी। दहेज के मुकदमे में फंसाने की धमकी देती थी। उसने छानबीन की तो पता चला कि औरैया में तैनात एक दरोगा से पत्नी के प्रेम संबंध हैं। उसने ठान लिया कि दोनों को रंगे हाथ पकड़ेगा। 
उसने अपने स्तर से जांच किया तो छानबीन में पता चला कि दरोगा का स्थानांतरण मेरठ जोन हुआ है। वह ज्वाइनिंग टाइम काट रहा है।


अलीगढ़ में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ नहीं है। उसे शक हुआ। वह गुरुवार को आगरा आ गया। यहां आने के बाद उसे यह नहीं पता था कि उसकी पत्नी कहां रहती है। उसने पुलिस लाइन में छानबीन की।


पता चला कि वह शाहगंज क्षेत्र में किसी गेटबंद कॉलोनी में रहती है। शुक्रवार की सुबह परेड होती है। वह उसमें जरूर आएगी। वह सुबह पुलिस लाइन पहुंच गया। परेड ग्राउंड के पास छिप गया। 
परेड खत्म होने के बाद पत्नी अपने घर जाने लगी। उसका पीछा किया। शाहगंज क्षेत्र स्थित कॉलोनी में पहुंच गया। पत्नी घर में चली गई। उसने आस-पास के लोगों से जानकारी की।


पता चला कि घर में कोई आया हुआ है। अक्सर आता है। उसने 112 नंबर पर पुलिस को फोन किया। पुलिस आ गई। पुलिस की मौजूदगी में उसने कमरे का दरवाजा खटखटाया। पत्नी का दोस्त घर में ही मिला। अंडरवियर और बनियान पहने हुआ था। उसे देखकर पत्नी के चेहरे की हवाइयां उड़ गईं। गालियां देने लगीं। सिपाही का आरोप है कि दरोगा ने भी उसके साथ मारपीट कर दी। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई।


इंस्पेक्टर शाहगंज ने बताया कि महिला सिपाही और उसके पति के परिजनों को बुलाया है। यह पारिवारिक विवाद है। इस मामले में मुकदमा कोई नहीं बनता। दरोगा को हिरासत में नहीं लिया गया है। मौके पर विवाद की स्थिति थी इसलिए पुलिस उसे थाने ले आई थी।              


दिल्ली-गाजियाबाद, नोएडा बॉर्डर सील

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। दिल्ली-गाजियाबाद और दिल्ली-नोएडा के बॉर्डर 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक सील हो गए हैं। दिल्ली से अप्सरा बॉर्डर, आनंद विहार, गाजीपुर, कालिंदी कुंज, मयूर विहार, सभापुर, लोनी, सीमापुरी समेत प्रत्येक बॉर्डर पर आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इन बॉर्डरों पर 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक केवल आवश्यक सेवाओं में लगे लोग व वाहनों को आवाजाही की अनुमति रहेगी। इसके अलावा वह लोग और वाहन जिनके पास अनुमति पास है आवाजाही कर सकेंगे। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक यूपी से आवाजाही करने वाले लोगों व वाहनों की बॉर्डर पर जांच की जाएगी। केवल आवश्यक सेवाओं में लगे वाहनों व लोगों को आने-जाने की अनुमति होगी।            


यूपी में कांग्रेस लाने की उठाई मांग

भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने उत्तरप्रदेश में जंगल राज स्थापित होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि ‘उत्तरप्रदेश’ बचाने के लिए कांग्रेस को लाना आवश्यक है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा है ‘जब से उत्तरप्रदेश से कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई है, पूरे प्रदेश में जंगल राज स्थापित हो गया है। अपराधियों और राजतंत्र ने साझेदारी में मिलकर प्रदेश को लूटा है। यदि विकास दुबे का एनकाउंटर नहीं होता तो राज खुलते। अब वही साझेदारी पनपती रहेगी। प्रियंका जी व कांग्रेस लाओ और उत्तरप्रदेश बचाओ।       


संदिग्धों की घर-घर होगी जांचः योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घर-घर मेडिकल स्क्रीनिंग में संदिग्धों का सैम्पल लेकर टेस्ट कराने के निर्देश देते हुए कहा कि जांच के पश्चात अस्वस्थ मिले लोगों के समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। योग मुख्यमंत्री शनिवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की।उन्हाेंने कहा कि घर-घर जाकर मेडिकल स्क्रीनिंग में संदिग्धों का सैम्पल लेकर टेस्ट लेकर अस्वस्थ मिले मरीजों की समुचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव ही इस रोग का उपचार है। इसलिए मास्क का उपयोग तथा सोशल डिस्टेंसिंग अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने लोगों को कोविड-19 के बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश देेते हुए कहा कि इसके लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम, पोस्टर-बैनर के साथ-साथ प्रिंट व इलेक्ट्राॅनिक मीडिया का उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में निरन्तर वृद्धि की जाय। आर0टी0पी0सीआर0 विधि से 30 हजार टेस्ट प्रतिदिन, रैपिड एन्टीजन टेस्ट के माध्यम से 15 हजार से 20 हजार टेस्ट प्रतिदिन तथा ट्रूनैट मशीन के द्वारा दो हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाय। बिना लक्षण वाले कोविड संक्रमित मरीजों को एल-1 कोविड चिकित्सालय में उपचारित किया जा सकता है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर नगर, झांसी व मथुरा में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने झांसी में विशेष सचिव स्तर के नोडल अधिकारी तथा स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी संक्रमण को नियंत्रित करने की प्रभावी रणनीति तैयार करने के निर्देश दिये।


उन्होंने कहा कि संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए ट्रेन व हवाई जहाज से आने वाले यात्रियों की मेडिकल स्क्रीनिंग की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पुलिस व पीएसी कार्मिकों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाय। स्वच्छता को जीवनचर्या का अंग बनाए जाने पर बल देते हुए योगी ने कहा कि साफ-सफाई अनेक बीमारियों से लोगों सुरक्षित रखती है। स्वच्छता के कार्यों में जनसहभागिता की बड़ी भूमिका है। उन्होंने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सेनिटाइजेशन, फाॅगिंग एवं स्वच्छता की प्रभावी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।                    


श्रीराम 'निर्भयपुत्र'


चित्रकूटः अमावस्य मेले पर लगी रोक

चित्रकूट। रविवार को धर्मनगरी चित्रकूट मे लगने वाले अमावस्या मेले पर रोक लगा दी गई है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वह अमावस्या पर घरों में ही पूजा अर्चना करें, चित्रकूट न आएं। प्रशासन एवं साधु-संतों ने अमावस्या मेला को दृष्टिगत बैठक मे अमावस्या मेले पर रोक लगाने का फैसला लिया है। श्रध्दालुओं से अपने घरों में रहकर पूजा-पाठ करने की अपील की है।



रविवार यानि 21 जून को पड़ने वाली अमावस्या मेला को दृष्टिगत रखते हुए धर्म नगरी चित्रकूट के के समस्त साधु-संतों द्वारा जनता से अपील गयी कि कोरोना महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी अपने घरों में ही रहकर पूजा करें। सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखते हुए अपना कार्य करें। जिससे कोरोना जैसी महामारी से स्वयं बचे एवं दूसरों को भी प्रेरित करें। प्रशासन द्वारा रामघाट में साधु-संतो के साथ अमावस्या मेला को दृष्टिगत रखते हुए गोष्ठी की एवं जनता से शासन द्वारा निर्गत आदेश-निर्देशों का पालन करने की अपील की गयी। यूपी और एमपी दोनों प्रशासन ने अमावस्या मेला पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। संतों ने बताया कि अमावस्या पर सूर्य ग्रहण भी पड़ रहा है जिससे भीड़ और बढ़ सकती है। अधितकारियों ने कहा कि इतनी भीड़ के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन संभव नहीं है। कोरोना का खतरा भी बढ सकता है। बैठक मे तय किया गया कि अमावस्या मेला पर प्रतिबंध लगा दिया जाए।


मनोज सिंह ठाकुर



बरेली सर्विलांस अधिकारी भी संक्रमित

बरेली। बरेली में कोरोना संक्रमण की रोकथाम की कमान संभाल रहे स्वास्थ्य विभाग के जिला सर्विलांस अधिकारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीत कुमार शुक्ला ने शनिवार को बताया कि जिला सर्विलांस अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रंजन गौतम की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है।


 बरेली के कोविड एल-2 अस्पताल में शनिवार को 52 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत हो गई। वह डोरा रोड का निवासी था। शुक्रवार रात ही संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां हांलत गभीर होने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।           


रोगों को नियंत्रित करना हमारी जिम्मेदारी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “कोविड-19 के साथ संचारी रोगों को नियंत्रित करना भी हमारी जिम्मेदारी है।” मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कोविड-19 की जांच के लिए नई मंडलीय प्रयोगशालाओं का लोकार्पण भी किया।


उन्होंने कहा, “आज के दौर में हम लोग बड़ी चुनौती झेल रहे हैं। कोविड-19 संक्रमण के साथ ही बरसात के मौसम में संचारी रोगों के बढ़ने की भी संभावना है। कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के साथ हमको अब बरसात जनित यानी संचारी रोगों को भी रोकना है।” उन्होंने कहा, “प्रदेश में गंभीर रोगियों के लिए 250 एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस संचालित हो रही हैं, जिनके जरिए मई, 2020 तक 2 लाख से अधिक रोगियों को समय पर इलाज मिल पाया।” योगी ने कहा, “प्रदेश में शिशु मृत्युदर को नियंत्रित करने के लिए 1,820 न्यू बर्न केयर कॉर्नर, 180 न्यू बर्न स्टेब्लाइजेशन यूनिट, 82 सिक न्यू बर्न यूनिट की स्थापना की गई है। पिछले कुछ समय से प्रदेश में अनेक कार्यक्रम प्रारंभ हुए हैं, ताकि शिशु व मातृ मृत्युदर को नियंत्रित किया जा सके। इस ²ष्टि से केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा अनेक कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, यह सभी कार्यक्रम व्यापक पैमाने पर संचालित हो रहे हैं।” मुख्यमंत्री ने कहा, “पिछले तीन वर्षो में बहुत से प्रयास किए गए हैं ताकि व्यापक जागरूकता के माध्यम से प्रत्येक नागरिक के मन में यह भाव जागृत कर सकें कि जनसंख्या स्थिरीकरण के माध्यम से प्रत्येक नागरिक को स्वस्थ व सु²ढ़ परिवार की ओर अग्रसर किया जा सकता है।” उन्होंने आगे कहा, “कोविड-19 के कारण ही हमने प्रदेश में तीन दिन के लिए फिर से पाबंदी लागू की है। इसके लिए भी हमने 11 व 12 जुलाई का समय लिया, इसमें महीने के दूसरे शनिवार और रविवार को अवकाश रहता है। हम बिना अपने काम को प्रभावित किए इन दोनों दिन का समय सेनेटाइजेशन तथा बचाव के अन्य तरीके अपनाने में करेंगे।” योगी ने कहा, “प्रदेश में हमने 18 मंडल में कोविड-19 की सुविधा प्रदान की है। भविष्य में हम हर जनपद में ट्रनेट मशीन लगाकर जनपद-वार कोविड का परीक्षण करेंगे।” उन्होंने लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल की वायरोलॉजी लैब का ऑनलाइन उद्घाटन भी किया।           

 

कविता र्गग

100 साल का सबसे गंभीर संकटः दास

नई दिल्ली। रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांता दास ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस (कोविड-19) पिछले 100 साल का सबसे गंभीर आर्थिक और स्वास्थ्य संकट लेकर आया है और इसका नौकरियों तथा उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।


शक्तिकांता दास ने यहां भारतीय स्टेट बैंक की ओर से ‘कोविड-19 का कारोबार और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव’ विषय पर आयोजित वर्चुअल सम्मेलन में कहा कि कोरोना का पूरी दुनिया में उत्पादन क्षमता, नौकरियों तथा लोगों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ा है। इसने माैजूदा वैश्विक व्यवस्था, वैश्विक वैल्यू चेन, श्रम और पूंजी के प्रवाह को प्रभावित किया है। इसका वैश्विक आबादी के एक बड़े हिस्से की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी संभवत: हमारी आर्थिक और वित्तीय प्रणाली की सुदृढ़ता और लचीलेपन की सबसे बड़ी परीक्षा है। इस माैजूदा संकट से अपनी वित्तीय प्रणाली की रक्षा और अर्थव्यवस्था को मदद देने के लिए आरबीआई ने कई ऐतिहासिक कदम उठाये हैं। कोरोना संकट के दौरान आरबीआई के नीतिगत फैसलों की सफलता भले ही कुछ समय बाद पता चले लेकिन वह अब तक सफल प्रतीत हो रहे हैं।



अमित शर्मा             


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