शनिवार, 9 मई 2020

मृतक संख्या 1983 संक्रमित-59665

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अभी वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 59662 है, जबकि 1983 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर  59665 हो गए हैं और कोविड-19 से अब तक 1983 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के कुल 59665  केसों में 39834 एक्टिव केस हैं, वहीं  17847 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।


दिल्ली के बड़े अस्पतालों में 1451, कोविड स्वास्थ्य केंद्र में 203 और कोविड निगरानी केंद्र में 1136 मरीज भर्ती हैं। इनके अलावा होम आइसोलेशन में पहली स्टेज के कोरोना संक्रमित 937 मरीज हो चुके हैं। दिल्ली में अब तक 81367 सैंपल की जांच हो चुकी है, जिनमें से 4135 सैंपल शुक्रवार को जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं। दिल्ली में फिलहाल 84 कंटेनमेंट जोन हैं। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 18 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।


संक्रमण का दायरा, चपेट में उद्बबिलाव

नई दिल्ली। कुत्ते, बिल्ली, बाघ और शेर के कोरोना वायरस से शिकार होने के बाद अब ऊदबिलाव (Mink) भी इस बीमारी से संक्रमित होने वाले जानवरों की लिस्ट में शामिल हो गया है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नीदरलैंड्स के एक फर फार्म में दो ऊदबिलाव नए कोरोना वायरस यानी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए।


इससे पहले पिछले महीने ही न्यूयार्क से ख़बर आई थी, कि वहां एक चिड़ियाघर में शेर और बाघों को उनका ध्यान रखने वाले कर्मियों से कोरोना वायरस का संक्रमण लग गया।मेलबर्न विश्वविद्यालय के डॉ. पेटा हिचेंस ने कहा कि कोरोना वायरस लुप्तप्राय वन्यजीवों के लिए "विनाशकारी" साबित हो सकता है और अब हमें उन्हें बचाने के लिए काम शुरू कर देना चाहिए। इसमें वन्यजीव व्यापार और तस्करी पर पूरी तरह से नियंत्रण भी शामिल है, साथ ही पारितंत्र के संरक्षण की जहां मानव अतिक्रमण और विनाश के कारण हमारे और जंगली जानवरों के बीच दूरियां कम हो गई हैं। डॉक्टर हिचेंस ने कहा कि ऊदबिलाव का कोरोना वायरस से संक्रमित होना हैरान करने वाली बात नहीं है। साल 2003 में जब SARS फैला था, तो कम से कम 16 प्रजातियां इसकी चपेट में आई थीं, जिसमें ऊदबिलाव, बिज्जू (palm civet), चमगादड़, होर्सशू चमगादड़ की कई प्रजातियां, लाल लोमड़ी, जंगली सूअर, रैकून और पाल्तू बिल्ली व कुत्ते जैसे जानवर शामिल थे। नीदरलैंड्स के अधिकारियों का मानना है कि खेतों में काम करने वाले किसानों से ऊदबिलाव संक्रमित हो गए। तभी से किसानों को क्वारेंटीन में रखा गया था। साल 2013 में ही ऊदबिलाव को पालना बैन कर दिया था, जबकि ऊदबिलाव के मौजूदा फार्म को 2024 तक बंद करना होगा। अंतरराष्ट्रीय और यूके की हुयूमन सोसाइटी की एक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर क्लेयर बास ने कहा कि जानवर कई सालों से कई तरह के कष्ट झेल रहे हैं, और अब उनसे कई तरह की बीमारियां फैलना का डर भी है, इसलिए अब फैशन इंडस्ट्री के पास फर-फ्री होने का काफी अच्छा मौका है, साथ ही सरकार को भी इस घिनौने धंधे पर विराम लगाने की ज़रूरत है। कोविड-19 के प्रकोप से हमें एक बात सीखने को ज़रूर मिली है कि अगर हम जानवरों का इस्तेमाल करना नहीं छोड़ेंगे, तो इसके परिणाम मानव और जानवरों दोनों के लिए गंभीर हो सकते हैं।"


'मोदी सरकार' एक बदनुमा दाग

 प्रवासी मजदूरों की लगातार खाने रहने और इलाज की दिक्कतें बढ़ते जाने और केंद्र सरकार द्वारा जानबूझकर अभी तक कोई समुचित व्यवस्था नहीं किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार और केंद्र सरकार की ही तरह  भाजपा के सांसदों  को गरीब मजदूर किसान और उनके हितों और छत्तीसगढ़ से कोई सरोकार नहीं है। औरंगाबाद में बेहद दर्दनाक घटना हुई है।मजदूरों का सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलना और अपने घर पहुंचने की जद्दोजहद करना केंद्र सरकार के ऊपर एक बदनुमा दाग है। गर्भवती महिला को सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है अपने गांव घर पहुंचने के लिए और मजदूरों की जाने जा रही हैं और केंद्र सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है इस स्थिति को कांग्रेस पार्टी स्वीकार नहीं करेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि भूख प्यास और थकान के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता  कम हो जाती है । भूखे प्यासे और पैदल चलने के कारण थके मजदूर वायरल संक्रमण के आसानी से शिकार बनते हैं। केंद्र सरकार ने लॉक डाउन करने के 4 दिन पहले से जो ट्रेनें बंद की उसका परिणाम आज देश का गरीब मजदूर किसान भुगत को मजबूर है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि अपने घर गांव लौटने के लिए बेबस मजदूर भूख प्यास थकान और करोना का शिकार बनने के लिये मजबूर किये गये। भारत का इतिहास इस त्रासदी के लिए कभी मोदी सरकार को माफ नहीं करेगा नोटबंदी की तरह ही लॉक डाउन भी बिना किसी योजना के मोदी सरकार ने किया। नोटबंदी की तरह लॉक डाउन में भी समाज के सबसे कमजोर और गरीब वर्गों के लोग शिकार बने।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से बाहर कमाने खाने गए हुए मजदूरों को रोजी-रोटी तो नहीं मिली और जो देखकर लेकर बाहर गए थे उस कर्ज का बोझ भी उनके सर पर खड़ा है। हर साल बाहर गए हुए प्रवासी मजदूर मई माह में वापस छत्तीसगढ़ आकर अपनी खेती किसानी की तैयारी में जुट जाते थे। प्रवासी मजदूरों की अब तक वापसी ना हो पाने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने छत्तीसगढ़ के लिए जल्दी से जल्दी ट्रेनें चलाई जाने की कांग्रेस की मांग दोहराई है।


यूपीः अब 12 घंटे काम करेंगे कामगार

नई दिल्ली/लखनऊ। यूपी की योगी सरकार की मज़दूरों पर नई मार उनके काम के घटों को बढ़ाने के तौर पर पड़ी है। सरकार ने काम के घंटों को 8 से बढ़ाकर 12 कर दिया है। इसके साथ ही शिकागो की लड़ाई में मिले मज़दूरों के अधिकारों का कम से कम यूपी में खात्मा हो गया है। यूपी की योगी सरकार ने उसकी कब्र खोद दी। आज से दो दिन पहले कैबिनेट से प्रस्ताव पारित करने के बाद अध्यादेश के ज़रिये सरकार ने सारे श्रम कानूनों को तीन साल के लिए स्थगित कर दिया था। यानि किसी भी मज़दूर का अब कोई अधिकार नहीं रहेगा। सरकार की ओर से जारी आज की अधिसूचना में देश में जारी कोरोना महामारी का ज़िक्र किया गया है। इसके साथ ही उसमें कहा गया है कि इससे आपात कोटि की आंतरिक अशांति उत्पन्न हो गयी है। इसके बाद कारख़ाना अधिनियम की विभिन्न धाराओं का हवाला देते हुए कहा गया है कि “कोई वयस्क कर्मकार किसी भी कारख़ाना में किसी एक कार्य दिवस में 12 घंटे तथा एक सप्ताह में 72 घंटे से अधिक कार्य करने के लिए अनुज्ञात नहीं होगा या उससे ऐसा करने की अपेक्षा नहीं की जाएगी”।


इसके साथ ही छह घंटे के अंतराल पर आधे घंटे का विश्राम देने की बात अधिसूचना में की गयी है। हालाँकि तीसरा आदेश समय के घटों के अनुरूप वेतन बढ़ाने के संदर्भ में है। लेकिन यह सबसे बड़ा सवाल बनकर रह जाएगा कि क्या कोई मालिक उसके अनुपात में वेतन बढ़ाने के लिए तैयार होगा। एक ऐसे मौक़े पर जब कि वेतन में कटौतियाँ हो रही हैं और उसको सरकार का खुला संरक्षण हासिल है। तीसरा आदेश न केवल हास्यास्पद लगता है बल्कि खुली आँखों में धूल झोंकने जैसा है।


5 हजार बसों से राज्यों में भेजे जाएंगे प्रवासी

राणा ओबराय


हरियाणा सरकार द्वारा 7 दिनों में सौ ट्रेनें व 5 हजार बसों से गृह राज्यों में भेजे जाएंगे प्रवासी मजदूर

चण्डीगढ़। हरियाणा राज्य सरकार द्वारा घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को अगले सात दिनों में 100 रेलगाड़ियों व 5000 बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में निशुल्क पहुंचाया जाएगा। प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजने के लिए चलाई जाने वाली रेलगाड़ियों व बसों का सारा खर्च हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश व पूर्वी उत्तर-प्रदेश के लिए 100 विशेष श्रमिक रेलगाड़ियां चलाई जाएंगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल-प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में 5000 बसों के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जाएगा। सीएम मनोहर लाल की हर प्रवासी श्रमिक और खेतीहर मजदूर को उनके गृह राज्यों में हरियाणा सरकार की ओर से मुफत भेजने के लिए की गई घोषणा के उपरांत अब तक 23452 ऐसे प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न रेलगाड़ियों व बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में पहुंचाया जा चुका है। अब तक राज्य से 13347 प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश पहुंचाया गया है। इसी प्रकार, उत्तराखंड राज्य के 3133 प्रवासी मजदूरों को भेजा गया है, वहीं, 3593 प्रवासी मजदूरों को बिहार भेजा गया है। 2549 प्रवासी श्रमिकों को मध्य प्रदेश, 435 प्रवासी मजदूरों को राजस्थान, 221 प्रवासी मजदूरों को पंजाब, 54 प्रवासी मजदूरों को हिमाचल प्रदेश, 46 प्रवासी मजदूरों को केरल, 32 प्रवासी मजदूरों को असम, 23 प्रवासी मजदूरों को महाराष्ट्र और 19 प्रवासी मजदूरों को गुजरात पहुंचाया जा चुका है।
मिली जानकारी के अनुसार महज छह दिन में हरियाणा से करीब आठ लाख लोगों ने अपने राज्यों को लौटने के लिए पंजीकरण कराया है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर हरियाणा सरकार ने पिछले रविवार को उन लोगों का पंजीकरण शुरू किया था जो लॉकडाउन के चलते अपने राज्यों को लौटना चाहते हैं। शुक्रवार दोपहर तक सरकार की इस साइट पर 7 लाख 95 हजार 465 लोगों ने पंजीकरण करवाया है। इनमें करीब 82.55 फीसदी यूपी व बिहार राज्यों के हैं, जबकि अन्य मध्यप्रदेश, झारखंड व तामिलनाडु के हैं। हरियाणा से पलायन करने वालों में 81.9 फीसदी व्यक्ति पानीपत, सोनीपत, गुड़गांव, फरीदाबाद, झज्जर, यमुनानगर और रेवाड़ी जिलों से संबंधित हैं। दूसरी ओर हरियाणा आने के लिए करीब डेढ़ लाख ने पंजीकरण कराया है।


चेयरमैन ने महाराणा को जयंती की बधाई दी

राणा ओबराय

हरियाणा के सीएम,मंत्री,सांसद विधायको,पूर्व विधायको,चेयरमैन,पूर्व चेयरमैन ने महाराणा प्रताप जयन्ती पर जनता को दी बधाई

चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल,मंत्री डॉ बनवारीलाल, मंत्री रणजीत सिंह,मंत्री ओमप्रकाश यादव, सांसद संजय भाटिया, सांसद सुनीता दुग्गल, विधायक डॉ कृष्ण मिड्डा, विधायक दीपक मंगला, विधायक लीलाराम गुर्जर सीएम हरियाणा के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी,पूर्व विधायक डॉ पवन सैनी, चेयरमैन अमरिंदर सिंह व पूर्व वाईस चेयरमैन राणा ओबराय ने महाराणा प्रताप जयंती की लोगो को बधाई देते हुए ने कहा कि महाराणा प्रताप एक राष्ट्रीय नायक हैं। इतिहास इस बात का गवाह है कि महाराणा प्रताप ने केवल एक वर्ग के लिए ही नहीं बल्कि समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करते हुए पूरे भारत देश का नेतृत्व किया था और गुलामी के विरोध में आजादी की पहली लड़ाई इसी महान योद्धा ने शुरू की थी। खास बात यह है कि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 ई. विक्रमी संवत 1596 ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तीसरी को राजस्थान के मेवाड़ हलके के किला कुंभलगढ़ में महाराणा उदय सिंह के घर माता जयावंतां बाई की कौख से हुआ। महाराणा प्रताप ने उस मुगल अकबर की राजनीति के खिलाफ संघर्ष किया, जिसने हिन्दुस्तान के टुकड़े-टुकड़े करने और हमारे धार्मिक स्थानों को तोडऩे का बीड़ा उठाया था। उन्होंने अपने स्वाभिमान को कायम रखा और भीलों को संगठित करके अकबर के हर हमले का मुंह तोड़ जवाब दिया। अपने 25 सालों के राजकाल में महाराणा प्रताप 22 सालों तक युद्ध लड़ते रहे। यह बात उनकी शूरवीरता और महान योद्धा होने का प्रतीक है। मंत्री, विधायक, राजनीतिक सचिव आदि सभी ने कहा कि आज तक भी महाराणा प्रताप की देशभक्ति अजर और अमर है और वह देश की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि इस साल पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन होने के चलते महाराणा प्रताप जयंती पर कोई प्रोग्राम नहीं किया जा रहा है परन्तु उन्होंने अपील की कि महाराणा प्रताप के जन्म दिवस के अवसर पर अपने घरों में रात को 8 बजे दीपक जलाकर और यदि संभव हो तो, महाराणा प्रताप की तस्वीर पर श्रद्धा के फूल भेंट करके यह जयंती मनाएं और भारत के इस महान नायक को नम्र श्रद्धांजलि भेंट करें।


मुठभेड़ में 3 पुलिसकर्मी-2 अपराधी घायल

मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी एवं दो अपराधी घायल


बहराइच। बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र में गंडारा बाजार के पास मुठभेड़ में दो इनामी बदमाश और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गये।


पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्र ने शनिवार को बताया कि बदमाश राजू एवं दुल्ला उर्फ अब्दुल्ला के खिलाफ गोहत्या और मारपीट सहित 14 मामले दर्ज हैं। मिश्र ने बताया कि कैसरगंज थाने के कोतवाल संजय सिंह एवं गंडारा चौकी प्रभारी प्रकाश त्रिपाठी एवं कांस्टेबल मनीष यादव खालेपुरवा में शुक्रवार रात लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित कराने के लिए ड्यूटी पर थे। उन्होंने बताया कि इस बीच बिना नंबर की मोटरसाइकिल पर जा रहे बदमाशों को रोका गया, तो उन्होंने देशी तमंचों से पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस बल ने भी जवाबी गोलीबारी की, जिसमें दोनों बदमाश घायल हो गए। मिश्र ने बताया कि करीब आधा घंटा चली मुठभेड़ में संजय सिंह, प्रकाश त्रिपाठी और मनीष यादव भी घायल हो गए।राजू एवं दुल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है और घायल पुलिसकर्मियों एवं आरोपियों को इलाज हेतु मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।


यूपीः1800 एक्टिव पेशेंटः स्वास्थ्य-सचिव

यूपी में कोरोना के 1800 एक्टिव पेशेंट, राज्य में रिकवरी रेट काफी बेहतर-प्रमुख स्वास्थ्य सचिव


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फिलहाल कोरोना के 1800 एक्टिव पेशेंट हैं, जिनका राज्य के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि उत्तर प्रदेश में रिकवरी रेट देश के रिवकरी रेट से काफी अच्छा है और यह हमारे लिए संतोष की बात है। उन्होंने कहा कि अभी तक 1399 कोविड-19 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं।


अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि देश में कोरोना मरीजों की रिकवरी रेट 30 प्रतिशत है जबकि यूपी में यह दर 43 प्रतिशत के आसपास है। उन्होंने कहा कि राज्य में कल 4525 सैंपल की टेस्टिंग की गई। वहीं 334 पूल टेस्टिंग भी हुई, जिसमें से 25 पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 1 लाख 24 हजार से ज्यादा कोरोना सैंपल की जांच हो चुकी है। प्रत्येक दिन जांच का नंबर बढ़ भी रहा है।
प्रमुख स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में कोरोना के लिए त्रिस्तरीय मेडिकल सुविधा की व्यवस्था की है। राज्य में अभी तक 53459 बेड्स कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर इतने मरीज होते हैं तो हमारे पास उनके इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। ये बेड्स सरकारी, प्राइवेट और कोविड-19 के समर्पित अस्पतालों में हैं।


उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिक और विदेशों से लोग राज्य में आ रहे हैं। सरकार उन्हें क्वारंटाइन कर रही है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे अपना सामाजिक दायित्व समझें और क्वारंटाइन में रहें। इससे वे खुद और समाज दोनों को सुरक्षित करने में मददगार होंगे। उन्होंने कहा कि इस समय ग्राम सभा और अन्य संस्थाओं को ज्यादा सक्रियता से काम करने की जरूरत है। अमित मोहन प्रसाद ने एक बार फिर दोहराया कि लोग लगातार हाथ धोते रहें और बाहर जाने पर मास्क का प्रयोग करने के साथ ही दो गज दूरी का पालन करें।


बस के कुचलने से दो की दर्दनाक मौत

बस से कुचलकर 2 की दर्दनाक मौत


लखनऊ। उत्तरप्रदेश के अमेठी जनपद के मुंशीगंज स्थित चौराहा के पास श्रमिको को उनके घर पहुँचाने जा रही महोबा कानपुर बस शंख्या यू०पी 77 टी 5339 ने बाइक सवारों को कुचला जिसमे 2 की दर्दनाक मौत हो गई।


मृतक मुंशीगंज अंतर्गत कोरारी लच्छनशाह बरियार का पुरवा रंजीत गुप्ता 30 वर्ष पुत्र कन्हई और दूसरा मड़ेरिका निवासी शंकर 40 वर्ष पुत्र कालिका गुप्ता बाईक से कहीं जा रहे थे।


शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम को भेज दिया है,बस और बस चालक रामदेव पुत्र बुधराम निवासी मिशनकोली किशन खेड़ा थाना बिहार जनपद उन्नाव को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।


राजकुमार


कोरोना योध्दाओं को किया गया सम्मानित

कायस्थ महासभा द्वारा कोरोना योद्धाओं को किया गया सम्मानित


नगर पालिका परिषद के अधिकारियों कर्मचारियों को फूल माला पहनाकर तथा पुष्प वर्षा कर भेंट किए गए अंग वस्त्र


सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना योद्धाओं द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी बेहतर प्रयास के लिए कायस्थ महासभा द्वारा नगर पालिका परिषद के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को माला पहनाकर पुष्प वर्षा कर तथा अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित करने का काम किया गया।


कोरोना वायरस संक्रमण जैसी महामारी अब वैश्विक महामारी बन चुकी है। पूरे विश्व के साथ भारत देश भी प्रभावित है। और ऐसे संकट में नगर पालिका परिषद के अधिकारी कर्मचारी बेहतर सफाई व्यवस्था कर सैनिटाइजेशन कर कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने का पूरा प्रयास करते रहते हैं। इसी बेहतर प्रयास के लिए कायस्थ महासभा के संयोजक शिव प्रकाश श्रीवास्तव अध्यक्ष निरंजन श्रीवास्तव महामंत्री राकेश निगम उर्फ हनुमान निगम तथा अमित कुमार आदि ने मिलकर नगर के रामलीला मैदान के निकट राष्ट्र कवि सोहन लाल द्विवेदी पुस्तकालय वाचनालय परिसर में नगर पालिका परिषद के सफाई स्पेक्टर राजेंद्र कुमार सिंह अवर अभियंता जलकल विभाग नीरज शुक्ला सफाई नायक विद्यासागर सफाई नायक योगेंद्र पाल तथा अंशुमान के अलावा लगभग आधा सैकड़ा सफाई कर्मचारियों को फूल माला पहनाकर तथा पुष्प वर्षा करने के साथ ही अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित करने का काम किया इस मौके पर कायस्थ महासभा के संयोजक शिव प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ एसपी श्रीवास्तव ने कहा के कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए बिंदकी नगर पालिका परिषद द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है। बेहतर सफाई की जाती है सड़कों का सैनिटाइजेशन किया जाता है। इस प्रयास के लिए निश्चित रूप से नगर पालिका परिषद के अधिकारी कर्मचारी सफाई कर्मचारी सभी लोग सम्मान के पात्र हैं इसलिए उन्हें सम्मानित करने का काम किया गया है।


विदेशों से लौटें भारती किए गए 'क्वारंटीन'

गाजियाबाद। वंदेभारत मिशन के तहत दूसरे देशों से लौट रहे भारतीयों को क्वारंटीन करने के लिए यूपी के दो जिलों गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को नोडल डिस्ट्रिक्ट बनाया गया है। विदेश से आने वाले प्रदेश के लोग पहले 14 दिन इन्हीं जिलों में क्वारंटीन किए जाएंगे। इसके बाद कोरोना संक्रमण की जांच के बाद उन्हें उनके जनपद में भेजा जाएगा। बता दें कि आज ढाका से 37 लोग पहुंचे हैं।


जानकारी के मुताबिक, विदेश से आने वाले भारतीयों को क्वारंटीन करने के लिए जिला प्रशासन ने स्थानीय होटलों को अधिग्रहित कर लिया है। इससे बाहर से आने वाले लोगों को एयरपोर्ट से सीधे इन गेस्ट हाउस में लाया जाएगा। प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि तत्काल प्रभाव से विदेशों से आए भारतीयों को आइसोलेशन में रखने के लिए होटलों को अधिग्रहित किया जा रहा है। वहीं आइसोलेशन में रखे जाने के लिए उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से निर्धारित दर पर इन होटल और गेस्ट हाउस को अग्रिम आदेश तक अभिहित किया जाता है और विदेशों से आ रहे लोगों को इन होटलों और गेस्ट हाउस को स्वयं भुगतान करना होगा।


लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...