सोमवार, 4 मई 2020

ठेकों पर लाइने डिस्टेंसिंग का पालन ?

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हापुड़ ठेकों के बाहर सुबह से ही लगी लंबी लाइन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां


दरअसल, हापुड़ जिलाधिकारी ने सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ही शराब ठेकों को खोलने की अनुमति दी है। जिसकी सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शराब खरीदने के निकल पड़े।


हापुड़। शराब ठेकों के बाहर सुबह से ही लगी लंबी लाइन, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जिया जिले में सोमवार सुबह से ही शराब ठेकों के बाहर लोगों की लंबी लाइन देखने को मिली। लोग सुबह 6 बजे से ही शराब खरीदने के लिए लाइनों में लगे नजर आए। सुबह-सुबह ही सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किए बगैर लोग शराब खरीदने पहुंच गए। दरअसल, हापुड़ जिलाधिकारी ने सुबह 7 बजे से 10 बजे तक ही शराब ठेकों को खोलने की अनुमति दी है। जिसकी सूचना मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शराब खरीदने के निकल पड़े।


नहीं नजर आई पुलिसः दरअसल, देर रात जिलाधिकारी ने अन्य सामानों की तरह ही सुबह 7 बजे से 10 बजे तक लॉकडाउन में ढील देते हुए शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दी। जिसके बाद लोगों का हुजूम शराब ठेकों की तरफ दौड़ा। लेकिन सी दौरान पुलिस कहीं भी नजर नहीं आई, जिसकी वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई। हालांकि ठेकेदार खुद खड़े होकर लोगों को एक-एक कर खरीदारी करने के लिए समझाते नजर आए। बता दें जिले एम् कुल 170 के करीब अंग्रेजी व देसी शराब की दुकानें हैं। गौरतलब है की गाइडलाइन के मुताबिक एक बार में केवल 5 लोग ही शराब की दुकान के बाहर खड़े हो सकते हैं। साथ ही 6 फुट की दूरी का पालन भी अनिवार्य है. लेकिन ठेकों के बाहर उमड़ी भीड़ को काबू कर पाना मुश्किल हो रहा है। शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्‍टेंसिंग कही नजर नही आ रही है। ग्रामीण इलाकों में कुछ दुकानों पर जरूर एक मीटर की दूरी पर गोल घेरे बनाये गए है, लेकिन यहां भी लेागों की भीड़ इकट्ठा दिखी। लोगों में शराब का स्‍टॉक करने की होड़ सी लगी हैं। शराब की दुकानों के बाहर कई लोग शराब की पूरी पेटियां ले जाते नजर आये। जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र नाथ का कहना है कि शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए दुकान मालिकों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। आबकारी विभाग के अधिकारी ठेकों पर जाकर इसकी स्वयं निगरानी कर रहे हैं। कुछ जगह से तस्वीरें देखने को मिली है। आबकारी विभाग की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है कि शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो।


सपा ने 60 जरूरतमंद लोगों को दी सामग्री

पूर्व सपा जिला अध्यक्ष ने 60 जरूरतमंद लोगों को दी खाद्य सामग्री


खाद्य सामग्री पाकर लोगों ने महसूस किया राहत


सुनील पुरी


फतेहपुर। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लॉक डाउन की स्थिति चल रही जिसके कारण लोगों के सामने खाने पीने की समस्या है। ऐसे ही करीब 60 जरूरतमंद लोगों को समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ने खाद्य सामग्री देने का काम किया जिसको भी खाद्य सामग्री मिली उसको राहत समझ में आई।


सोमवार को नगर के रामलीला मैदान के निकट अपने आवास पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष ने 60 जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री देने का काम किया।जिसको भी खाद्य सामग्री मिली उसने राहत महसूस किया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष रामेश्वर दयाल दयाल ने बताया कि वह लोगों को सामाजिक दूरी का पालन का कराते हुए राहत सामग्री देने का काम कर रहे हैं। ताकि कोई व्यक्ति भूखा ना रहे कहा कि जो लोग भी आ रहे हैं। उन्हें खाद्य सामग्री देने का काम किया जा रहा है। लॉक डाउन तक यह कार्य जारी रहेगा इस मौके पर ओमी यादव चंद्रशेखर बेदी आदि लोग मौजूद रहे।


ईस्ट इंडिया से की सरकार की तुलना

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को लॉकडाउन की तुलना नोटबंदी से की और सरकार पर आरोप लगाया कि वह ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार कर रही है, क्योंकि उसने लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले कोई योजना नहीं बनाई।


कांग्रेस ने कहा, “लॉकडाउन और नोटबंदी के बीच समानता यह है कि भाजपा सरकार ने पहले सोचने और फिर करने के बुनियादी नियम के बजाय बिना सोचे-समझे कार्य किया।”


कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, “लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में, भाजपा सरकार ने आम आदमी को लूटकर, समाज के कमजोर वर्गों के दर्द को नजरअंदाज करके ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह व्यवहार किया, सरकारी लोगों की जेब भरने के लिए भारत के लोगों की जेब से खिलवाड़ किया।”जयवीर शेरगिल ने कहा, “खराब नियोजन, असंवेदनशील ²ष्टिकोण और तर्कहीन निर्णय लेना, तीन ऐसे लक्षण हैं, जो लॉकडाउन और नोटबंदी के दौरान भाजपा सरकार के प्रदर्शन में एक जैसे रहे। जिनने समाज के कमजोर वर्गों के लिए पीड़ा, तनाव और संकट पैदा किया।”


कांग्रेस ने कहा, “भाजपा ने विनाशकारी प्रभावों को पूरी तरह से नजरअंदाज करते हुए शुतुरमुर्ग की तरह ²ष्टिकोण अपनाया और अब फिर से मरणासन्न अर्थव्यवस्था को ऑक्सीजन प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता को नजरअंदाज कर दिया है। लॉकडाउन और नोटबंदी दोनों में ही भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के कुशासन का हरजाना आम आदमी, मजदूर वर्ग, एमएसएमई ने अपने खून पसीने से भुगता है।” कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “हम नोटबंदी और लॉकडाउन की समानताएं देख रहे हैं, जिनमें जनता के लिए कोई योजना या राहत उपाय नहीं हैं।” कांग्रेस ने कहा कि मुद्दों के बीच असंगति है। सिंघवी ने कहा, “इस तरह का दृष्टिकोण और चूक, जो भारत मौजूदा समय में है और जो 7, लोक कल्याण मार्ग की कल्पना में है, उसमें विसंगति को दर्शात है।”


8 मई से कामकाज शुरू करेंगे एचसी

इलाहाबाद। इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट में कामकाज आठ मई से शुरू हो जाएगा। हाईकोर्ट में हुई प्रशासनिक बैठक में इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट की कार्रवाई से संबंधित यह फैसला लिया गया। महानिबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इलाहाबाद और लखनऊ हाईकोर्ट में कामकाज आठ मई से शुरू हो जाएगा। इस दौरान कोर्ट का काम दो चरणों में संपादित किया जाएगा। पहला चरण सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक होगा और दूसरे चरण का काम दोपहर 1:30 बजे से शाम 3:30 बजे तक संपन्न होगा।


उन्होंने बताया कि पहले चरण में क्रिमिनल मामलों की सुनवाई होगी और दूसरे चरण में सिविल मामलों की सुनवाई की जाएगी। जैसा कि अभी तक सुनवाई के लिए अर्जेंसी एप्लिकेशन दाखिल करना पड़ रहा था, लेकिन अब ऐसी किसी औपचारिकता की जरूरत नहीं होगी। साथ ही लॉकडाउन को देखते हुए अभी तक नए मामले केवल ऑनलाइन दाखिल हो रहे थे, लेकिन अब ऐसे मामले मैनुअली भी दाखिल होंगे। इसके साथ ही सरकार द्वारा निर्देशित सोशल- डिस्टेंसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन करने का निर्देश भी दिया गया है।


दिल्ली में अतिरिक्त प्रयास करने होंगे

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी देश का एक ऐसा राज्य है, जहां कोरोना वायरस को रोकन के लिए सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है। स्वास्थ्य मंत्री ने यहां मीडिया से कहा, “दिल्ली में कोरोना वायरस की स्थिति पर टिप्पणी करना मेरे लिए अनुचित है, क्योंकि इसे एक राजनीतिक बयान के रूप में देखा जाएगा। लेकिन मेरी व्यक्तिगत राय में, दिल्ली उन राज्यों में से एक है, जहां कोरोना वायरस के मामलों को नियंत्रित करने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है। इसके खिलाफ लड़ाई को और अधिक गंभीरता से लेने की जरूरत है।”


हर्षवर्धन ने कहा, “मुझे लगता है कि लॉकडाउन 3.0 के दौरान यहां न्यूनतम छूट दी जानी चाहिए, लेकिन यह पूरी तरह से दिल्ली सरकार पर है। स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय ने दिशा-निर्देश दिए हैं, लेकिन यह राज्य सरकार को तय करना है कि वहां की स्थिति के अनुसार उन दिशा-निर्देशों को कितना और कैसे लागू करना चाहिए।”दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा, “संपूर्ण दिल्ली एक रेड जोन है। केंद्र सरकार ने रेड जोन को कुछ छूट दी है और हम उन सभी छूट को लागू करने देंगे।” केजरीवाल ने अपनी सरकार द्वारा कार्यालयों को तीसरे लॉकडाउन में खोलने की अनुमति देने के बाद पहली कैबिनेट बैठक की। अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को दिल्ली सचिवालय में केजरीवाल ने बैठक ली, जो कि अब तक वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही सभी बैठकें कर रहे थे। अब तक शहर में 4,500 से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आए है।


युवा कप्तान को मेरी तरह ही तरासेगेंं

नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर की उम्मीद है कि भारत के मौजूदा कप्तान विराट कोहली और उप-कप्तान रोहित शर्मा उसी तरह युवा खिलाड़ियों को तराशेंगे जिस तरह से पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तराशा था। गंभीर ने रोहित का उदाहरण देते हुए कहा कि वह टीम से अंदर-बाहर हो रहे थे लेकिन धोनी को उनकी काबिलियत में यकीन था और धोनी का समर्थन करना अंतत: उनके लिए फायदेमंद रहा क्योंकि आज रोहित सीमित ओवरों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है।


गंभीर ने स्पोटर्स तक से कहा कि आज के समय में युवा क्रिकेटर, चाहे वो शुभमन गिल हों या संजू सैमसन उन्हें भी समर्थन मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, अब जबकि रोहित सीनियर हो गए हैं। मैं उनसे उम्मीद करता हूं कि वह युवाओं का साथ देंगे। रोहित इस बात के सबसे बड़े उदाहरण हैं कि एक खिलाड़ी कैसे एक बेहतरीन खिलाड़ी बन सकता है।


फ्रांस में हेल्थ इमरजेंसी 2 महीने बढ़ी

फ्रांस ने कोरोना के बढ़ते मामले और संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए हेल्थ इमरजेंसी को 2 महीने के लिए बढ़ा दिया है।


पेरिस। फ्रांंस में कोरोना वायरस से 166 और लोगों की मृत्यु हो गई है। यहां कोरोना संक्रमण के कारण मरने वाली की तादात बढ़कर 24460 हो गई है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शिनवार को जानकारी देते हुए कहा कि कोविड 19 के कारण देश में एक मार्च से लेकर अब तक 24760 लोगों की मौत हो गई है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 15487 लोगों की मौत अलग-अलग अस्पतालों में और 9273 लोगों की मौत नर्सिंग होम में हुई है। हालात दो देखते हुए देश में हेल्थ इमरजेंसी को 24 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मार्च को कोरोना को महामारी घोषित कर दिया। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनिया भर में 33 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। वहीं फ्रांस में अब तक एक लाख 67 हजार 303 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है।


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