रविवार, 19 अप्रैल 2020

जमातियो पर हो देशद्रोह की कार्रवाई

अयोध्या। देश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के लिए तबलीगी जमात में शामिल लोगों को काफी हद तक जिम्मेदार माना जा रहा है। अब इस पर बाबरी मस्जिद के प्रमुख पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने चिंता जाहिर करते हुये देश में कोरोना संक्रमण फैलाने के लिए जमातियों को जिम्मेदार ठहराया है। इकबाल अंसारी ने जमातियों को देशद्रोही बताते हुए कठोर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने कहा कि बीमारी को फैला रहे जमातियों की वजह से मुसलमानों की बदनामी हो रही है। इकबाल अंसारी ने कहा है कि हम देश के वफादार मुसलमान हैं, हम कोरोना की बीमारी को अपने देश में नहीं फैलने देंगे। कोरोना हारेगा और देश जीतेगा। देश में कोरोना संक्रमण के बढऩे के लिए जमाती जिम्मेदार हैं और इन्हें देश का गद्दार करार दिया जाना चाहिए। इकबाल अंसारी ने जमातियों के ऊपर कार्यवाही करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जमातियों की वजह से देश का मुस्लिम बदनाम हो रहा है। इन लोगों को खोज कर के उनपर कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में अभी भी सच्चे हिंदू और मुसलमान दोनों हैं। देश को बचाने के लिए हम आगे आएंगे। देश करोना को भगा कर पूरी दुनिया में सबसे आगे आएगा। बाबरी मस्जिद मामले के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी का कहना है कि कोरोना का नामोनिशान भारत से मिटा देना है। इसके लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। अपने घरों में साफ सफाई से रहें।


'लॉक डाउन' में इन सेवाओं को छूट

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते देशव्यापी लॉकडाउन में केंद्र सरकार ने कुछ छूटों का ऐलान किया है। सरकार ने लॉकडाउन से जिन गतिविधियों और सेवाओं को छूट दी है उनकी एक नई सूची जारी की है, जो कल यानी 20 अप्रैल से देश के सबसे कम कोरोना प्रभावित इलाकों में शुरू की जाएंगी। सूची में स्वास्थ्य सेवा, कृषि, बागवानी, मत्स्यपालन और पशुपालन शामिल है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट कर कहा कि कुछ गतिविधियों को करने की सरकार ने छूट दी है, जिसकी सूची जारी की गई है। हालांकि कंटनेमेंट जोन में इनकी इजाजत नहीं रहेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रियों के एक समूह की बैठक के बाद कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी तरह की छूट गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक ही होगी। हालांकि राज्य सरकारें अपने तरीके से नियमों को सख्ती से भी लागू कर सकती हैं। ग्रामीण इलाकों में आने वाली को-ऑपरेटिव क्रेडिट सोसायटी और ग़ैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थानों को भी न्यूनतम स्टाफ़ के साथ ऑपरेट करने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा सरकार ने यह भी स्पष्ट किया गया है कि ग्रामीण इलाकों में निर्माण कार्यों को 20 अप्रैल से छूट मिलेगी। वहीं, ग्रामीण में पानी की सप्लाई, बिजली और कॉम्युनिकेशंस से जुड़ी परियोजनाओं और गतिविधियों को भी लॉकडाउन से छूट दी गई है। सरकार ने बांस, नारियल, सुपारी, कोको और मसालों की खेती, कटाई, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, बिक्री के साथ-सााथ लेन-देन को भी लॉकडाउन से छूट दी है।
कल से शुरू होंगी ये सेवाएं और दुकानें
फल-सब्जी के ठेले, साफ-सफाई का सामान की दुकानें।
 किराना और राशन की दुकानें।
डेयरी और मिल्क बूथ, पोल्ट्री, मीट, मछली की दुकानें।
इलेक्ट्रीशियन, आईटी रिपेयर्स, प्लंबर, मोटर मैकेनिक, कारपेंटर, कुरियर, डीटीएच और केबल सर्विसेस।
ई-कॉमर्स कंपनियां काम शुरू कर सकेंगी।
केवल सरकारी गतिविधियों के लिए काम करने वाले डेटा और कॉल सेंटर।
आईटी और इससे जुड़ी सेवाओं वाले दफ्तर।
 ऑफिस और आवासीय परिसरों की प्राइवेट सिक्योरिटी और मैंटेनेंस सर्विसेस।
ट्रक रिपेयर के लिए हाईवे पर दुकानें और ढाबे खुलेंगे।
गांवों और खेती-किसानी से जुड़ी ये सेवाएं और उद्योग होंगे शुरू
गांवों में ईंट भट्टों और फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में काम शुरू किया जाएगा।
 ग्राम पंचायत स्तर पर सरकार की मंजूरी वाले कॉमन सर्विस सेंटर खुल सकेंगे।
कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस सर्विस शुरू होगी।
 फिशिंग ऑपरेशन (समुद्र और देश के अंदर) जारी रहेंगे।
चाय, कॉफी, रबर और काजू की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग
दूध का कलेक्शन, प्रोसेसिंग, डिस्ट्रिब्यूशन और ट्रांसपोर्टेशन हो सकेगा। पोल्ट्री फॉर्म समेत अन्य पशुपालन गतिविधियां चालू रहेंगी। पशुओं का खाना मसलन मक्का और सोया की मैन्युफेक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन हो सकेगा। पशु शेल्टर और गौशालाएं खुलेंगी।
ये उद्योग होंगे शुरू ड्रग, फार्मा और मेडिकल डिवाइस बनाने वाली कंपनियों खुलेंगी।
 मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और स्पेशल इकोनॉमिक जोन, इंडस्ट्रियल टाउनशिप में स्थित कंपनियों को अपने यहां काम करने वाले स्टाफ के रुकने की व्यवस्था कंपनी परिसर में करनी होगी। अगर स्टाफ बाहर से आ रहा है तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए उनके आने-जाने के इंतजाम करने होंगे।
आईटी हार्डवेयर बनाने वाली कंपनियों में कामकाज होगा। कोल, माइन और मिनरल प्रोडक्शन, उनके ट्रांसपोर्ट और माइनिंग के लिए जरूरी विस्फोटक की आपूर्ति जारी रहेगी।ऑयल और जूट इंडस्ट्री, पैकेजिंग मटेरियल की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को भी छूट मिलेगी।
शहरी क्षेत्र के बाहर सड़क, सिंचाई, बिल्डिंग, अक्षय ऊर्जा और सभी तरह के इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट में कंस्ट्रक्शन शुरू हो सकेगा। अगर शहरी क्षेत्र में कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट शुरू करना है तो इसके लिए मजदूर साइट पर ही उपलब्ध होने चाहिए। कोई मजदूर बाहर से नहीं लाया जाएगा।
बैंक भी रहेंगे खुले
बैंक, एटीएम खुले रहेंगे. पेट्रोल, डीजल, केरोसीन, सीएनजी, एलपीजी और पीएनजी की सप्लाई जारी रहेगी। डाक घर खुले रहेंगे, डाक सेवाएं जारी रहेंगी। कैपिटल और डेट मार्केट सेबी के निर्देशों के अनुसार काम करेगा। मनरेगा के कामों को सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करते हुए किया जाएगा। मनरेगा के काम की इजाजत रहेगी और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना होगा। मनरेगा में सिंचाई और वॉटर कंजर्वेशन से जुड़े कामों को प्राथमिकता दी जाएगी।


इंटर्न की गलती से लीक हुआ वायरस

वॉशिंगटन। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इससे दुनिया के लगभग सभी देश संकट में हैं। इस बीच एक अमेरिकी न्यूज चैनल ने दावा किया है कि ब्रिटेन, रूस और अमेरिका समेत दुनिया से कई देशों ने कोरोना वायरस को दुनियाभर में चीन ने फैलाया है। चैनल का दावा है कि कोरोना वायरस चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में काम करने वाली एक इंटर्न से गलती से लीक हुआ था। चैनल के इस दावे के बाद अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप में इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है.चैनल में जो रिपोर्ट पेश की गई है, उसमें बताया गया है कि सूत्रों के अनुसार दुनिया को भले ही लगे कि कोरोना वायरस प्राकृतिक है, लेकिन ऐसा नहीं है। यह वुहान के बायरोलॉजी लैब से निकला है। शोध के दौरान सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण यह वायरस लीक हो गया और इंटर्न खुद भी इससे संक्रमित हो गई। इसके बाद उसके संपर्क में आने से उसका बॉयफ्रेंड संक्रमित हुआ और बाद में यह वायरस तेजी से बढ़ता हुआ जानवरों के बाजार जा पहुंचा। चैनल की ओर से दावा किया जा रहा है कि वेट मार्केट जहां से कोरोना वायरस के आने की बात कही जा रही है, वहां पर कभी चमगादड़ बेचे ही नहीं गए। चैनल के अनुसार चीन, लैब से वायरस के निकलने की बात को छुपा रहा है और जानबूझकर वेट मार्केट को कसूरवार ठहरा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी दुनिया की प्रमुख पी-4 लेवल की लैब है। इस लैब में दुनियाभर के खतरनाक वायरस का परीक्षण किया जाता है।


सर्दी-जुकाम के मरीजों का रखें रिकॉर्ड

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुये कुछ राज्यों ने दवा दुकान संचालकों को आदेश दिया है कि वे बुखार, सर्दी और जुकाम की दवा खरीदने वालों का रिकॉर्ड रखें। इसके तहत दवा दुकानदारों को ग्राहक का नाम, पता और मोबाइल नंबर नोट करने को कहा गया है। महाराष्ट्र, आंधप्रदेश, तेलंगाना, बिहार आदि राज्यों की सरकार ने दवा दुकान संचालकों से कहा है कि लिस्ट देखकर दवा खरीदने वालों को ट्रैक किया जाएगा, जिससे कि उसका कोरोना टेस्ट किया जा सके।


बताया जा रहा है कि कोरोना के कई मरीज इसके लक्षण को कम करने के लिए इन दवाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। दरअसल ऐसे लोग कोरोना के टेस्ट से डर रहे हैं। उन्हें लगता है कि पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें कम से कम दो हफ्ते के लिए अस्पतालों में रहना पड़ सकता है या फिर उन्हें क्वारंटाइन में भेजा जा सकता है। इसी डर से लोग पैरासिटामोल और सर्दी जुकाम की बाकी दवाइयां खा रहे हैं। जानकारी के अनुुसार तेलंगाना में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां पता चला कि लोग खुद बुखार की दवा खा कर घर में थे, लेकिन बाद में टेस्ट होने पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। ऐसे में राज्य सरकार ने मेडिकल स्टोर चलाने वालों की तुरंत बैठक बुलाई और फिर यहां ये फैसला लिया गया कि आगे से ऐसी दवा खरीदने वालों का पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा। वहीं महाराष्ट्र के पुणे में भी दवा दुकानदारों को ऐसे रिकॉर्ड रखने को कहा गया गया है। साथ ही यहां ये भी आदेश दिया गया है कि बिना डॉक्टर की पर्ची के ऐसी दवा न दी जाए। हर मेडिकल स्टोर को रात 8 बजे तक रिपोर्ट भेजने को कहा गया है। बिहार सरकार ने भी समय-समय पर ये रिपोर्ट भेजने को कहा है।


राजस्थानः संक्रमित ओं की संख्या 1395

नई दिल्ली। दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना के संकट से जूझ रही है। भारत में भी जानलेवा कोरोना वायरस का कहर जारी है। देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अभी तक भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 15 हजार के पार पहुंच गई है। राजस्थान में भी कोरोना का कहर जारी है। राज्य में कोविड-19 का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में रविवार को 44 नए कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि राज्य में आज यानि रविवार को 44 नए कोरोना पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं और एक की मौत हुई है। इसके बाद राज्य में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1395 हो गई है। राज्य में कोरोना की चपेट में आने से अब तक 22 लोग अपनी जान गंवा चुके है।


चीन का हाथ हुआ तो भुगतेगा अंजाम

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ-साफ चेतावनी दी है कि यदि कोरोना वायरस के फैलने के पीछे चीन का हाथ पाया गया तो उसे अंजाम भुगतना होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति का बयान अब सामने आ रहा है जब अमेरिका कोरोना वायरस से बुरी तरह संक्रमित हो चुका है। अपने एक सिपाही की जान के बदले किसी दूसरे देश पर हमला तक कर देने वाला अमेरिका इस मामले में अभी तक खामोश क्यों रहा यह सवाल बहुत बड़ा है? फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन से लेकर अन्य सारे मामलों में बड़े-बड़े बयान देने वाले डोनाल्ड ट्रंप चीन के मामले में अब तक खामोश क्यों रहे यह भी एक बड़ा सवाल है? उनकी ये चेतावनी अब सामने आ रही है जब कोरोना वायरस अमेरिका को हिला कर रख चुका है और स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है।


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