रविवार, 5 अप्रैल 2020

अलग-अलग चरणों में हटेगा लॉक डाउन

राणा ओबराय

देश से अलग-अलग चरणों में हटेगा लॉकडाउन? सरकार ने लॉक डाउन हटाने के लिए बनाया एक खास प्लान!

नई दिल्ली। दो दिन पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर केंद्रीय मंत्रियों की एक बैठक हुई। इसमें मंत्री समूह ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन से उत्पन्न मुद्दों पर मंथन किया। शुक्रवार को मंत्री समूह ने तीसरी बार फिर बैठक की थी। बैठक की जानकारी रखने वाले सूत्रों के अनुसार इस बैठक में मंत्रियों ने चर्चा की कि लॉकडाउन अनिश्चित काल तक जारी नहीं रह सकता, लेकिन यह एक बार में हर जगह से हटाया भी नहीं जा सकता। यानि कि लॉकडाउन हटेगा तो जरूर पर हटेगा अलग-अलग चरणों में।सूत्रों ने बताया कि मंत्री समूह ने इस बात पर चर्चा की कि अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग-अलग रणनीति बनानी होगी क्योंकि सभी क्षेत्रों और हॉटस्पॉट में कोरोना के अलग-अलग मामले और संख्या देखने को मिल रही हैं। लिहाजा हमें इससे निपटने के लिए भी अलग-अलग तरह की नीतियां बनानी होंगी। शहरी क्षेत्रों से अलग ग्रामीण क्षेत्रों के लिए दूसरी रणनीति होगी। छोटे दुकानों, मॉल्स या शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के लिए भी अलग-अलग नीति की जरूरत होगी।
मंत्रियों के समूह ने जहां लिमिटेड लॉकडाउन पर जोर देते हुए चर्चा की है, वहीं रेलवे ने सभी मंडलों से चरणबद्ध तरीकों से रेल सेवा बहाल करने की रणनीति बनाने को कहा है। इसमें यात्री सेवा को प्राथमिकता देने को कहा गया है। हालांकि, अभी भी रेवले बोर्ड केंद्र सरकार के निर्देश के इंतजार में है।बता दें कि वीरवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी से कहा था कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन समाप्त होने के बाद लोगों को कंट्रोल करने के लिए राज्य सरकारें ठोस रणनीति बनाने पर काम करे।अब उम्मीद ये है कि अगले हफ्ते भी मंत्री समूह बैठक करेगा और लॉकडाउन हटाए जाने की रणनीति पर चर्चा करेगा। हालांकि, यह कहा जा रहा है कि 10 अप्रैल तक कोरोना के संक्रमितों की संख्या, उसकी रफ्तार, नए मामलों, संक्रमण की दर आदि मुद्दों पर समीक्षा करने के बाद ही लॉकडाउन हटाने पर कोई ठोस निर्णय लिया जा सकेगा। फिलहाल, देश भर के 700 से अधिक जिलों में कोरोना के 200 से अधिक पॉजिटिव केस सामने आए हैं।


लॉक डाउन की दिवाली से भागेगा कोरोना

लॉक डाउन की दिवाली से हारेगा कोरोना वायरस


कौशाम्बी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी से लड़ने में वह देश की अखंडता और एकता के प्रतीक स्वरूप आज दिनांक 5 अप्रैल 2020 को हम सभी 130 करोड़ भारतवासी आज रात 9:00 बजे से 9 मिनट तक अपने घर की सभी लाइट बंद कर दरवाजे या बालकनी या छत पर मोमबत्तियां टच या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाने का आवाहन किया है। जिसके तहत मैं कहूंगा कि इस संकट की घड़ी में ये दीप हमें नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा यदि हमें इस कोरोना की लड़ाई में ऊर्जा देगा ये दीप हमारी एकता का प्रतीक है जो हमें एकता का एहसास कराता है कि इस लड़ाई में कोई भी व्यक्ति अकेला नहीं है। ये दीप हमारे आत्मविश्वास का प्रतीक है।


गणेश साहू पत्रकार 


महिला सहित मासूमों की बचाई जान

अतुल त्यागी जिला प्रभारी


हापुड़। एसपी संजीव सुमन के नेतृत्व में पुलिस लोगों की मदद के साथ बचा रही मासूमों की जान। बीमारी के कारण गंगा जी में कूदकर आत्महत्या करने आई महिला को गढ़ ब्रजघाट पुलिस ने बचाया। बुलंदशहर की रहने वाली है महिला। ब्रजघाट चौकी इंचार्ज सत्यपाल सिंह महिला सहित कई मासूमों की बचा चुके हैं जान। महिला के परिजनों ने एसपी सहित गढ़ ब्रजघाट पुलिस को कहा धन्यवाद।


हापुड़ः चलाया विशेष सफाई अभियान

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, रिंकू सैनी रिपोर्टर हापुड़


हापुड के मौहल्ला शिवचरनपुरा निबासियों ने चलाया बिशेष सफाई अभियान


हापुड। पूरे विश्व में कोरोना वायरस महामारी से त्राहि त्राहि मची हुई है इस महामारी से हमारा भारत देश भी अछूता नही है कोरोना वायरस से बचाव के लिए  प्रत्येक व्यक्ति अपने -अपने स्तर पर कुछ ना कुछ करने के लिए तत्पर है। हापुड नगर पालिका क्षेत्र के मौहल्ला शिवचरनपुरा के निवासियों ने लॉक डाउन का पालन करते हुए दिनेश सैनी एडबोकेट व भीम प्रधान के नेतृत्व में बिशेष सफाई अभियान चलाया गया। एडबोकेट दिनेश सैनी का कहना है की आज देश का हर नागरिक कहीं ना कहीं कोरोना वायरस से भयभीत है ऐसे में यदि हमको कोरोना वायरस को हराना है तो अपने घर के साथ-साथ अपने आसपास की सफाई का विशेष ध्यान रखना होगा इसी के तहत आज  शिव चरन पुरा के निवासियों ने अपने आसपास सफाई करने का कार्य किया आज पूरा देश लॉक डाउन है ऐसे में यदि हम सब मिलकर अपने आसपास को भी साफ स्वच्छ कर ले तो कहीं ना कहीं वातावरण भी अत्यधिक स्वच्छ हो जाएगा साथ ही हमारे आसपास का क्षेत्र भी स्वच्छ और सुंदर दिखने लगेगा  जिससे  यह ज्ञात होगा कि किस एरिया के लोग कितने स्वच्छता के प्रति सजग हैं । इसी के तहत लोगों ने आपसी सामंजस बनाते हुए तथा सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए सफाई अभियान चलाया। इस अवसर पर भीम प्रधान  मदन सैनी,राकेश सैनी, रिँकू सैनी सुनील सैनी प्रदीप सैनी रतन सैनी तिरलोकी सैनी प्रेमचंद सैनी लिखीराम सैनी राजेंद्र सैनी अनिल सैनी सोनू ठेकेदार व रतन सैनी का विशेष  विशेष सहयोग रहा।


नोएडा में 30 तक बढ़ी धारा 144

गौतम बुद्ध नगर। भारत में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। देश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 3577 पहुंच गई है। वहीं, कोरोना कोविड- 19 की चपेट में आकर अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है। इस संकट के बीच पीएम मोदी की अपील पर संक्रमण से लड़ने के लिए एकजुटता दिखाने की मुहिम के तहत दीप और मोमबत्तियां जलाए जाएंगे।


 15 अप्रैल तक ही लागू रहेगी धारा 144ः देश भर में 14 अप्रैल तक लागू लॉकडाउन के बीच नोएडा के लिए आज सुबह नया आदेश लागू किया गया है। नोएडा में धारा 144 की अवधि 30 अप्रैल तक बढ़ा दी गई थी। लेकिन शाम के जारी प्रेस रिलीज के बाद बढ़ी तारीख को घटाकर 15 अप्रैल तक ही रखने की बात कही गई। वाराणसी में कोरोना वायरस से पहली मौतः बनारस में कोरोना के चलते पहली मौत की खबर है। यह मरीज गंगापुर का है जो टेस्ट में पॉजिटव पाया गया था. इसी के साथ एक महिला पॉजिटिव पाई गई है जिसे देखते हुए 4 इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। डीएम ने बताया कि शहर के चार इलाकों मदनपुरा, बजरडीहा, लोहता और गंगापुर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।उन्होंने बताया कि रविवार को दो नए पॉजिटिव केस सामने आए। लखनऊ: कसाईबाड़ा इलाके में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदसलूकीः लखनऊ के कसाईबाड़ा इलाके में रविवार सुबह स्वास्थ्यकर्मी मस्जिदों के आस-पास रहने वालों का सर्वे करने गए तो लोगों ने हंगामा किया। भीड़ ने स्वास्थ्यकर्मियों को इलाके में घुसने नहीं दिया। बता दें कि 2 दिन ही कसाईबाड़ा की मस्जिद में तबलीगी जमात के 12 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद इलाके को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है। ऐसे में सिर्फ स्वास्थ्य विभाग के लोग इलाके के लोगों का सर्वे करने गए स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बदसलूकी की। गाजियाबाद में 10 मलेशियाई गिरफ्तार: देश में एक मदरसे से 10 मलेशियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया  हैं। ये सभी लोग मदरसे में छिपे थे. सभी को मेडिकल चेकअप के लिए भेजा गया है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 26 नए केसः महाराष्ट्र में रविवार को कोरोना वायरस के 26 नए मामलों की पुष्टि हुई है। जिससे राज्य में संक्रमितों की संख्या 661 पहुंच गई है। कोरोना संक्रमण के 26 नए मामलों में 17 पुणे,  4 केस पिंपरी छिंदवाड़, 3 अहमदनगर और 2 मामले औरंगाबाद से सामने आए हैं।


उत्तराखंड में संक्रमितो की संख्या बढ़ी

कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी। 26 पर पहुंचे आंकड़े


देहरादून से संक्रमित पाए गए अब तक कुल 14 मरीज


देहरादून। बीते शनिवार को आई रिपोर्ट में उत्तराखंड के 4 नए मरीज कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से देहरादून के तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, तथा एक मरीज नैनीताल जिले के हल्द्वानी कालाढूंगी से है। उत्तराखंड में कोरोना मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। केवल देहरादून के अब तक कुल 14 मरीज कोरोना से संक्रमित पाए जा चुके हैं। तो वहीं नैनीताल में कोरोना संक्रमित की संख्या 6 हो चुकी है। यह सभी लोग जमात से लौटे हुए बताए जा रहे हैं।


5 आतंकी ढेर, 3 जवान शहीद

सेना ने कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम की, 5 आतंकी ढेर, 3 जवान शहीद


श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सेना ने पांच आतंकियों को मार गिराया जबकि तीन जवान शहीद हो गए। सेना के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी। कर्नल राजेश कालिया ने कहा, 'उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में जारी घुसपैठ-रोधी अभियान के दौरान सतर्क जवान खराब मौसम के बावजूद पांच आतंकियों का अब तक सफाया कर चुके हैं, जो नियंत्रण रेखा के दूसरी ओर से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।'
उन्होंने बताया कि इस अभियान में एक जवान शहीद हो गया और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए। खराब मौसम के बावजूद दोनों घायलों को निकाला गया लेकिन गंभीर चोट के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका।


ऑस्ट्रेलियन भेड़ों की नस्ल का पालन

देहरादून। उत्तराखंड एक ऐसा शहर हैं जहां भेड़ पालन का एक ऐसा व्यवसाय है जिसके द्वारा वहां बड़े स्तर पर उन का कारोबार किया जाता है। पहले उत्तराखंड में सिर्फ भारतीय नस्ल की भेड़ों का इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब ऑस्ट्रेलियन भेड़ों की नस्ल का भी पालन किया जा रहा है।


पालन के लिए ऑस्ट्रेलिया से कुछ खास नस्ल की भेड़ों को टिहरी गढ़वाल लाया गया है। एस मामले में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऑस्ट्रेलियाई समुह से इन भेड़ों की जानकारी ली। सीएम रावत ने इस कदम को उठाकर ऑस्ट्रेलिया से भेड़ आयात के रास्ते को सुगम किया है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया से 240 भेड़ों को मंगाने में उत्तराखंड सरकार का कुल खर्चा  8.5 करोड़ का खर्च आया है। इन भेड़ों को किसानों की आय में वृद्धि और उत्तराखंड में ऊन के कारोबार को बढ़ावा देने के लिए लाया गया है। सीएम रावत का कहना है कि इनकी संख्या को बढ़ाया भी जाएगा। इन 240 भेड़ो में 200 फीमेल और 40 मेल भेड़ों को टिहरी गढ़वाल के कोपरधार में चल रहे राजकीय भेड़ प्रजनन प्रक्षेत्र में लाया गया है। इन सभी भेड़ों को 3 साल तक प्रजनन के लिए रखा जाएगा, जिन्हें चौथे साल तक किसानों को सौंप दिया जाएगा।


वहीं भारत सरकार ने किसानों की आय को बढ़ाने के लिए हिमाचल, कश्मीर, और उत्तराखंड में ऑस्ट्रेलिया से मेरिनों भेड़ों का आयात किया है। इन भेड़ों की खास बात ये है कि एक बार में इन भेड़ों से 6 से 7 किलो ऊन उतारी जा सकती है। जो भारतीय नस्ल की भेड़ों से ज्यादा है। इन भेडों से 8 साल तक ऊन उत्पादन किया जा सकता है। भेड़ों के रख-रखाव के लिए ऑस्ट्रेलिया से आए किसानों का राज्य के मुख्यमंत्री ने स्वागत करते हुए कहा कि इन भेड़ों से राज्य के किसानों की आय दोगनी तिगुनी हो जाएगी, जो राज्य में भेड़ के व्यवसाय के लिए वरदान साबित होगी। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि देश मे ऑस्ट्रेलिया से ऊन को मंगवाया जाता है, जो काफी महंगी होती है। भारत में इन भेड़ों का पालन होने से ऊन के लिए विदेशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।


निर्धारित समय पर 'लॉक डाउन' खत्म

लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण को आगे बढ़ने से रोकने की खातिर लगा 21 दिन का लॉकडाउन 15 अप्रैल को खोलने की तैयारी हो गई है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकार आवास से प्रदेश के सभी सांसद तथा विधायकों के साथ इसको लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने पर चुनौती बड़ी होगी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद भी सोशल डिस्टेंस का पालन करवाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 अप्रैल से लॉकडाउन समाप्त होगा। सभी से सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं तो चाहूंगा कि अगर हम 15 तारीख से लॉकडाउन खोलेंगे तो एकाएक भीड़ निकलेगी। इसे रोकने के लिए आप लोगों का सहयोग चाहिए। अगर अचानक भीड़ सड़कों पर निकलेगी तो स्थिति अनियंत्रित हो सकती है। इसकी वजह से सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसके लिए हमें एक व्यवस्था बनानी होगी। ऐसे में आप सभी लोग अपना-अपना सुझाव मुझे दें। सरकार 15 अप्रैल से चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन को खोल सकती है। अब पहले उन जिलों में लॉकडाउन खुलेगा जहां एक भी संक्रमित मरीज नहीं है। इसके साथ ही जिन 30 जिलों में संक्रमण फैला है, वहां कुछ पाबंदियों के साथ लॉकडाउन में छूट मिल सकती है। मसलन स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। यहां पर दुकानों को एक समयावधि के लिए ही खोला जाएगा। इसके साथ ही सरकारी दफ्तर में भी जरुरत के हिसाब से ही कर्मचारियों को बुलाया जाएगा। लॉकडाउन में छूट के दौरान भी लोगों को सोशल दूरी के नियम का अनुपालन करना होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सांसद तथा विधायकों से कहा कि 15 अप्रैल से लॉकडाउन समाप्त होगा। इसको खोलने तो भीड़ जमावड़ा न होने पाए, इसको लेकर हमें काफी तैयारी करनी है। एकाएक खोलने से भीड़ का जमावड़ा न होने पाए, इसमें हमें आपका सहयोग चाहिए। इसमें हमें आपकी सहभागिता चाहिए। अगर एकाएक भीड़ कहीं भी टूट पड़ी तो हम सभी की मेहनत पर पानी फिर जाएगा। लॉकडाउन के कारण हम कोरोना वायरस पर नियंत्रण करने में सफल रहे हैं। लॉकडाउन खोलने के बाद भी हमको अपनी स्थिति को बेहतर ही करना है।मुख्यमंत्री ने सांसदों और विधायकों से कहा कि अगर तबलीगी जमात का मामला सामने न आता तो हम यूपी में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने में सफल हो गए थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 132 संक्रमित मामले सिर्फ जमात से सामने आये हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में तीन दिन में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले मामले बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन की कार्रवाई को सफल बनाने के लिए हमने सभी कदम उठाए. बाहर से आए लोगों की वजह से स्थिति संवेदनशील हुई। अब तक तब्लीगी जमात से जुड़े 1499 लोगों को चिन्हित किया। इन लोगों ने अव्यवस्था और अराजकता फैलाने का प्रयास किया। इनमें भी 385 से ज्यादा विदेशी भी इसमें शामिल हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी कर रही है। लॉकडाउन के साथ ही सभी लोगों की सुविधा के लिए 11 कमेटियां भी गठित की गईं। यूपी में बाहर से आए लोगों के लिए भी हमने कमेटी गठित की है। यूपी के बाहर भी 15 से 20 लाख लोग रहते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लगभग सभी सांसद, मंत्रियों तथा विधायकों से संवाद किया। उन्होंने सांसद तथा विधायकों से कहा कि लॉकडाउन खोलने के दौरान हम क्या करें, इसको कैसे खोला जाए। हमें अपनी राय जरूर दें। यह देश तथा प्रदेश के बड़े इम्तहान का समय है। हमारा प्रयास होना चाहिए कि कहीं पर भी भीड़ एकत्र न हो। हम इसको लेकर अच्छी व्यवस्था तैयार करें। जिससे कि हम लॉकडाउन के बाद जब इसको खोलें तो स्थिति हमारे ही नियंत्रण में रहे। लोग अपनी जरूरत भी पूरी कर सकें और स्थिति भी खतरनाक न बनें।


आरोपःदिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार

नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार पर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा किसी तरह की सहायता राशि नहीं मिलने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि केंद्र सरकार इस विपत्ति की घड़ी में दिल्ली की अनदेखी कर रही है।


उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए अन्य राज्यों को आपातकालीन सहायता के रूप में 17,287 करोड़ रुपये दिए गए हैं। लेकिन दिल्ली को एक भी रुपया नहीं दिया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए केंद्र से दिल्ली को लेकर भी आपदा फंड जारी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मामले में दिल्ली तीसरा सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। सिसोदिया ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। मनीष सिसोदिया ने पत्र में लिखा कि संकट की इस घड़ी में दिल्ली के लोगों को उचित और समान व्यवहार की उम्मीद है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा, ‘मैंने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए भी आपदा फंड की मांग की है। केंद्र ने राज्यों को कोरोना से लड़ने के लिए, आपदा फंड से 17 हजार करोड़ जारी किए लेकिन दिल्ली को इसमें एक रुपया भी नहीं दिया। इस समय पूरे देश को एक होकर लड़ना चाहिए. इस तरह का भेदभाव दुर्भाग्यपूर्ण है। आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी मनीष सिसोदिया के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि केन्द्र की बीजेपी सरकार हमेशा से दिल्ली सरकार के प्रति दुर्भावना से काम करती है लेकिन ऐसे भीषण संकट के समय भी बीजेपी सरकार अपनी ओछी राजनीति नही छोड़ पाई यही है बीजेपी का ‘सबका साथ, सबका विकास।
दिल्ली में 59 और लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही राजधानी में इस बीमारी के मामले बढ़कर 445 हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी। इन कुल मामलों में 301 ऐसे लोग हैं जो निजामुद्दीन स्थित जमात के मरकज में शामिल हुए थे। शुक्रवार रात को इस घातक वायरस के मामले 386 थे, जिनमें से छह मरीजों की मौत भी हो गई है।


2 नर्सिंग ऑफिसर कोरोना पॉजिटिव

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट के दो और नर्सिंग ऑफिसर कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद हडकम्प मच गया । इससे पहले भी इसी अस्पताल के एक डॉक्टर समेत चार मेडिकल स्टाफ कोरोना पॉजिटिव संक्रमण से ग्रस्त मिले थे।


इससे पहले रविवार को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के 108 स्टाफ को भी चरंटाइन किया जा चुका है। इन 108 लोगों में से सीनियर डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ शामिल हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से अस्पताल प्रशासन ने ये निर्णय लिया था। माना जा रहा है कि इन दो मरीजों के संपर्क में कुछ डॉक्टर और नर्स आए थे, फिर इनके संपर्क में अस्पताल के दूसरे कर्मी भी आए। आपको बताते जाए कि दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी कुछ डॉक्टर कोरोना मरीजों के संपर्क में आए थे, इसके बाद उन्हें भी चारंंटाइन किया गया था। वहीं उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक के डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद प्रशासन की तरफ से एक नोटिस चस्पा किया गया था। इसमें कहा गया था कि जिन लोगों ने 12 से 20 मार्च तक इस मोहल्ला क्लीनिक में इलाज कराया है या फिर किसी को चेकअप के लिए लाए थे, ऐसे सभी लोग घर में ही सेल्फ चरेंटाइन हो जाएं।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...