शनिवार, 4 अप्रैल 2020

कुत्ते-बिल्लियों के मांस खाने पर रोक

बीजिंग। चीन के शेन्जेन शहर में कुत्ते और बिल्लियों का मांस खाने पर रोक लगा दी गई है। ऐसा करने वाला चीन का ये पहला शहर है। ये कदम कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए उठाया गया है जिसका संबंध जंगली जानवरों के मांस के आहार से बताया जा रहा है। चीन सरकार ने इसके बाद जंगली जानवरों का मांस खाने पर पाबंदी लगा दी थी। मगर शेन्जेन ने एक कदम और आगे जाते हुए कुत्तों और बिल्लियों के मांस खाना भी बैन कर दिया है।


ह्यूमेन सोसायटी इंटरनेशनल नामक संस्था के अनुसार एशिया के देशों में हर साल तीन करोड़ कुत्तों को मांस के लिए मार दिया जाता है। हालांकि चीन में बिल्लियों का मांस खाना सामान्य नहीं है। वहां के ज्यादातर लोगों ने न तो इन जानवरों का मांस कभी खाया है और न ही वे इन्हें खाना चाहते हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक शेन्जेन सरकार ने कहा है, कुत्ते और बिल्लियां पालतू जानवरों के तौर पर इंसानों के काफी करीब हैं और पालतू जानवरों के मांस खाने पर विकसित देशों और हांगकांग और ताइवान में पाबंदी लगाई जाती रही है। ये बैन मानव सभ्यता के अनुकूल है। जानवरों के हितों के लिए काम करने वाली संस्था ह्यूमेन सोसायटी इंटरनेशनल ने इस कदम का स्वागत किया है। संस्था के विशेषज्ञ डॉक्टर पीटर ली ने कहा, ये फैसला उस बर्बर व्यापार पर रोक लगाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा जिसमें चीन में हर साल एक करोड़ कुत्तों और 40 लाख बिल्लियों का कत्ल कर दिया जाता है।भालुओं का पित्त लेना जारीः मगर इन कदमों को उठाने के साथ-साथ चीन ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए भालुओं के पित्त के इस्तेमाल करने की अनुमति दे दी है। चीन में भालुओं के पित्त में मौजूद एसिड का इस्तेमाल पथरी और लिवर की बीमारियों के इलाज के लिए देसी दवाओं के तौर पर होता रहा है। मगर इस बात के कोई प्रमाण नहीं हैं कि ये कोरोना के लिए भी कारगर है। ऐनिमल एशिया फाउंडेशन नामक संस्था के प्रवक्ता ब्रायन डेली ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, हमें उस खतरनाक वायरस के इलाज के लिए जंगली जानवरों पर निर्भर नहीं होना चाहिए, जिसका स्रोत ही जंगली जानवर बताए जा रहे हैं। जंगली जानवरों का बाजारः चीन सरकार ने फरवरी में वन्य जीवों के व्यापार और उनके मांस के खाने पर रोक लगा दी थी। ये कदम ये बात सामने आने के बाद उठाया गया कि वुहान का एक बाजार से कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ जहां वन्य जीवों के मांस बेचे जाते थे। इन जानवरों के माध्यम से ही ये वायरस इंसानों में आया। मगर वैज्ञानिक अभी तक ये पता नहीं लगा पाए हैं कि इस वायरस का स्रोत क्या था और ये इंसानों में कैसे फैला।


हिमाचल में वायरस के मामले बढ़े

शिमला। हिमाचल में कोरोना वायरस के तीन नए मामले सामने आए हैं। सभी मरीज ऊना जिले के बताए जा रहे हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि सैंपल पॉजिटिव होने के साथ ही मरीजों के यात्रा इतिहास और कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू कर दी गई है। बताया कि गुरुवार को प्रदेश के 27 लोगों के कोरोना वायरस की जांच को लेकर सैंपल लिए गए थे जिनमें से तीन के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। एक का फिर से सैंपल लिया जा रहा है, बाकि 23 सैंपल सामान्य पाए गए हैं।


इसके साथ ही प्रदेश में अब कोरोना मरीजों की संख्या चार हो गई हैं। वहीं, स्वास्थ्य विभाग कांगड़ा में तीन से नौ अप्रैल से विदेशों और बाहरी राज्यों से आए लोगों के लिए सर्च अभियान चलाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले में लगभग 1700 टीमें गठित कर दी हैं। एक टीम प्रतिदिन कम से कम 30 घरों का भ्रमण करेगी। टीमें बीएमओ को हर दिन की गतिविधियों की रिपोर्ट करेगी। टीमों के निरीक्षण के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को जिम्मा सौंपा गया है। उधर, सीएमओ कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने कहा कि एक्टिव केस फाइडिंग के लिए शुक्रवार से हर घर में टीमें जाएंगी। इसमें हाल ही में विदेशों और देश के बाहरी राज्यों से आए लोगों का डाटा एकत्रित किया जाएगा।


'चंडीगढ़' वासियों को मिली राहत

राणा ओबराय

चण्डीगढ़ वासियो को मिली राहत,दो दिनों में चंडीगढ़ में तीन कोरोना वायरस के मरीज हुए ठीक

चंडीगढ़। देशभर में कोरोना का कहर जारी है। इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। दो दिनों में चंडीगढ़ में तीन कोरोना वायरस के मरीज ठीक हो गए है। इस बात की जानकारी चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा ने दी है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को जीएमसीएच 32 में भर्ती सेक्टर 30बी निवासी कोरोना पॉजिटिव युवक और 21डी निवासी 45 वर्षीया महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। दोनों की रिपीट टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे पहले शुक्रवार रात पीजीआई से कोरोना संक्रमित 26 वर्षीय डॉक्टर को डिस्चार्ज किया था, जोकि लंदन से शहर लौटी थी। यहां अब पॉजिटिव मरीजों की गिनती 18 से घटकर 15 हो गई है। शुक्रवार को यहां सेक्टर-32 जीएमसीएच से चार कोरोना पॉजिटिव मरीजों को शिफ्ट भी कर दिया गया। शिफ्टिंग के दौरान संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए ग्रीन कॉरिडोर का इस्तेमाल किया गया। पीजीआई प्रवक्ता डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि मरीजों को हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया है। अन्य मरीजों के लिए भी कमरे तैयार हैं। 300 बेड के नेहरू एक्सटेंशन को कोरोना के मरीजों के लिए ही तैयार किया गया है। वहां जिन डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है, उनकी सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि उन्हें संक्रमण न हो।


108 डॉक्टर-नर्स, कोरोना का संपर्क

राणा ओबराय

दिल्ली गंगाराम अस्पताल में कोरोना मरीजों के संपर्क में आए 108 डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ हुए क्वारंटाइन

नई दिल्ली। कोरोना महामारी से देश में संकट बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के 108 स्वास्थ्य कर्मचारियों को क्वारंटाइन किया गया है। इनमें 23 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 85 अपने घरों पर आइसोलेशन में रह रहे हैं। इनमें सीनियर डॉक्टर, नर्स और मेडिकल स्टाफ शामिल हैं। अस्पताल में भर्ती दो कोरोना संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद यह फैसला लिया गया है।


अब दोनों मरीजों को आरएमएल अस्पताल में भेज दिया गया है। इन 108 लोगों में से कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से अस्पताल प्रशासन ने यह फैसला लिया है। बता दें कि यहां पर दो ऐसे लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जो इस अस्पताल में दूसरी बीमारियों का इलाज कराने आए थे। पहले इन मरीजों में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं पाए गए थे, लेकिन जब इनका टेस्ट किया गया तो ये कोरोना पॉजिटिव पाए गए।जानकारी के अनुसार मरकज मामले के बाद दिल्ली में बड़ा इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली में कोरोना वायरस के अब तक 400 मामले सामने आए हैं। यहां दिल्ली में कोविड-19 महामारी से जहां 7 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं 8 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।.बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात मामले से देश में कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा इजाफा देखने को मिला है और शनिवार को यह आंकड़ा 2900 पार कर गया। वहीं, इस खतरनाक कोविड-19 महामारी से अब तक देशभर में जहां 68 लोग जान गंवा चुके हैं और 183 लोग पूरी तरह से ठीक हो गए हैं या फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह 9 बजे तक के अपडेटेड आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस के कुल 2901 मामलों में से 2650 केस एक्टिव हैं। महाराष्ट्र जहां 484 मामलों के साथ इस तालिका में टॉप पर है, वहीं दिल्ली में मरकज मामले के बाद संक्रमितों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा 400 पहुंच गया है।


'सोशल मीडिया' की अफवाहो पर कार्रवाई

राणा ओबराय


हरियाणा सरकार ने टीमो का किया है गठन,सोशल मीडिया पर अफ़वाह फैलाई तो होगी सख्त क़ानूनी कार्यवाहीः पीसी मीना

चंडीगढ़। कोविड- 19 के संक्रमण संकट के समय किसी तरह की भ्रामक सूचना से विकट स्थिति पैदा हो सकती है, अपुष्ट सूचनाओं से आम जनता में भ्रम की स्थिति पेदा ना हो, इस लिहाज से सरकारी एजेंसियां भी इस बात पर कड़ी निगरानी रख रही हैं कि गलत अथवा आधारहीन सूचनाओं का प्रेषण न हो। कड़ी निगरानी रखने के लिए हरियाणा के सूचना व जनसम्पर्क निदेशक पी सी मीणा ने राज्यस्तरिय व ज़िला स्तरीय टीमों का व्यापक गठन किया है जो फ़ेस्बुक, ट्विटर, यूटूब, वेब पॉर्टल्ज़, न्यूज़ चैनल्ज़, अन्य सोशल मीडिया पलटेफ़ोरम पर नज़र रखेंगे । इस संदर्भ में राज्य में हरियाणा पुलिस की साइबर सेल इस इस बात पर पहले से नजर रख रही है कि किसी भी तरह की भ्रामक सूचनाओं का प्रेषण न हो।


सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि आम जन को भी सोशल मीडिया अथवा अन्य कहीं से मिली कोई सूचना भ्रामक अथवा तथ्यों से परे लगती है तो वह इसकी सूचना पुलिस व स्थानीय प्रशासन को दे तथा diprfactcheck@gmail.com पर भी भेज सकता है।सरकारी प्रवक्ता के अनुसार सोशल मीडिया पर अफवाह या बिना पुष्टि किये गलत पोस्ट करने या फारवर्ड करने वालो खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ साथ IT ऐक्ट व एपिडेमिक ऐक्ट में मामला दर्ज हो सकता है ,कानून में इसके लिये सजा का प्रावधान भी है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है और सभी से अपील भी है कि वे सहयोग करे और सोशल मीडिया पर कोई भी पोस्ट या फ़ॉर्वर्ड जिम्मेदारी के साथ ही करे ताकि इस वैश्विक संकट में भ्रम की स्थिति पेदा ना हो।


6 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि

रामायण यादव


कुशीनगर/महाराजगंज। जिले महराजगंज में 6 लोगों में कोरोना पॉजिटिव ही हुई पुष्टि। सभी लोग हजरत निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज में हुए थे शामिल। स्वास्थ्य विभाग ने सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों के परिजनों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में किया शिफ्ट। लॉक डाउन का करें पालन। प्रशासन आप तक हर जरूरी समान उपलब्ध करा रहा है।घर में रहिए सुरक्षित रहिए। सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करके अपना और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।


प्रधान ने वितरण किया मास्क व साबुन

ग्राम प्रधान द्वारा किया गया सराहनीय कार्य जरूरतमन्द लोगों को वितरण किया मास्क और साबुन


कोशाम्बी/करारी। मोअज्जमपुर गाँव में ग्राम प्रधान के द्वारा लोगों को मास्क तथा साबुन देकर सभी लोगों को साफ सफाई के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 1मीटर की दूरी बनाये रखें ।और बताया कि इस समय विश्व के सभी देश कोरोना जैसे महामारी से बचने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहेहैं इस भयंकर महामारी से बचने के लिए हम सब की यह जिम्मेदारी है कि सभी लोग मिलकर लॉक डाऊन का पालन करें ।माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की इस संकल्प तथा हम सब का संकल्प है कि कोरोना जैसे महामारी से निपटना है । कोरोना वायरस से फैली महामारी  में भी अपने परिवार और अपनी जान कि परवाह किये बगैर अपने देश के सभी कर्मचरियों को देखिये आप लोगों की जान की सुरक्षा के लिए रात दिन तात्पर्य रहते हैं ।चाहे छोटा कर्मचारि हो चाहे अधिकारी हो सभी के सभी अपनी जान की परवाह न करते हुए जनता की सुरक्षा में डटे हुये हैं ।


लवलेश कुमार


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