बुधवार, 25 मार्च 2020

पत्रकार की बेटी में वायरस की पुष्टि

भोपाल। एमपी की राजधानी भोपाल में बुधवार को कोरोनावायरस के संक्रमण का दूसरा मामला सामने आया है। रविवार को प्रोफेसर कॉलोनी में पॉजिटिव मिली लड़की के पिता में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। लड़की के पिता पत्रकार हैं। बीते दिनों एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल एक पत्रकार की बेटी में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। पत्रकार की बेटी के कोरोना से संक्रमित होने की यह खबर इसलिए भी अहम है क्योंकि बतौर मुख्यमंत्री इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ सहित उनके कई मंत्री शामिल थे।


बतादें, कमलनाथ ने 20 मार्च को अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस रखे थे। इस प्रेस वार्ता में कोरोना पॉजिटिव मरीज के पिता और पेशे से पत्रकार भी पहुंचे थे। इस वार्ता में उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। इस पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय समेत कांग्रेस के कई  विधायक और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों समेत करीब 200 पत्रकार मौजूद थे।  ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जितने भी लोग उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे, उन सबकी जांच हो सकती है और उन्हें क्वारंटाइन किया जा सकता है। खबर है कि प्रशासन उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सभी मंत्रियों और पत्रकारों की सूची तैयार कर रही है।


मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद को क्वारांटाइन (अलग) कर लिया है। उनके राजनीतिक सलाहकार आरके मिगलानी की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री ने 20 मार्च तो अपने आवास पर एक पत्रकार वार्ता की थी। जिसमें से एक पत्रकार की बेटी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। माना जा रहा है कि प्रेस वार्ता में मौजूद सभी पत्रकारों को भी क्वारांटाइन में जाना पड़ेगा।


कमलनाथ की इस प्रेस वार्ता में कोरोना पॉजिटिव मरीज के पिता और पेशे से पत्रकार केके श्रीवास्तव भी पहुंचे थे। इस वार्ता में उन्होंने अफने इस्तीफे की घोषणा की थी। इस पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सहित कांग्रेस के सभी विधायक और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों सहित लगभग 200 पत्रकार मौजूद थे।


आदेश विरुद्ध गोली मारने का आदेश

हैदराबाद। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन पर तेलंगाना सरकार ने सख्ती बरतने की चेतावनी दे दी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने लोगों से लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो गोली मारने का आदेश देना पड़ेगा। बता दें कि कोरोना से अब तक देश भर में 562 लोग संक्रमित हो चुके हैं। मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि 'अमेरिका में लॉकडाउन के लिए सेना सड़कों पर है। अगर यहां लोग लॉकडाउन का पालन नहीं करते हैं तो फिर ऐसी स्थिति खड़ी हो सकती है, जहां हमें कर्फ्यू और देखते ही गोली मारने का आदेश देना पड़ेगा।' उन्होंने कहा कि मैं लोगों से अपील करता हूं कि ऐसी परिस्थिति न आने दें। मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 'किसी भी कीमत पर किसी को सड़क पर आना नहीं है। अगर किसी को परेशानी है तो वह 100 नंबर पर डायल करें। वाहन उनके घर तक पहुंचेगा और उनकी मदद की जाएगी।' उन्होंने सभी जन प्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर पूरे राज्य में बंदी सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की सहायता करने को कहा। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि घर में पृथक रह रहे लोगों का पासपोर्ट जब्त किया जा सकता है ताकि उनकी आवाजाही पर बंदिश सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने इन उपायों की घोषणा पृथक रखे गए लोगों द्वारा नियमों के उल्लंघन की संभावना के मद्देनजर की। तेलंगाना में कोविड-19 के तीन नए मामले आने के साथ ही राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 39 हो गई है।


ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना

नवरात्र पर्व के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है। साधक इस दिन अपने मन को माँ के चरणों में लगाते हैं। ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी यानी आचरण करने वाली। इस प्रकार ब्रह्मचारिणी का अर्थ हुआ तप का आचरण करने वाली। इनके दाहिने हाथ में जप की माला एवं बाएँ हाथ में कमण्डल रहता है। यह जानकारी भविष्य पुराण से ली गई हे ।


माँ दुर्गाजी का यह दूसरा स्वरूप भक्तों और सिद्धों को अनन्तफल देने वाला है। इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है। जीवन के कठिन संघर्षों में भी उसका मन कर्तव्य-पथ से विचलित नहीं होता। माँ ब्रह्मचारिणी देवी की कृपा से उसे सर्वत्र सिद्धि और विजय की प्राप्ति होती है। दुर्गा पूजा के दूसरे दिन इन्हीं के स्वरूप की उपासना की जाती है। इस दिन साधक का मन ‘स्वाधिष्ठान ’चक्र में शिथिल होता है। इस चक्र में अवस्थित मनवाला योगी उनकी कृपा और भक्ति प्राप्त करता है।


इस दिन ऐसी कन्याओं का पूजन किया जाता है कि जिनका विवाह तय हो गया है लेकिन अभी शादी नहीं हुई है। इन्हें अपने घर बुलाकर पूजन के पश्चात भोजन कराकर वस्त्र, पात्र आदि भेंट किए जाते हैं। प्रत्येक सर्वसाधारण के लिए आराधना योग्य यह श्लोक सरल और स्पष्ट है। माँ जगदम्बे की भक्ति पाने के लिए इसे कंठस्थ कर नवरात्रि में द्वितीय दिन इसका जाप करना चाहिए।


या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और ब्रह्मचारिणी के रूप में प्रसिद्ध अम्बे, आपको मेरा बार-बार प्रणाम है। या मैं आपको बारंबार प्रणाम करता हूँ।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

सावधान रहें, सतर्कता बरतें।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मार्च 26, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-227 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, मार्च 26, 2020
3. शक-1942,चैैत्र-शुक्ल पक्ष, तिथि- दूज, संवत 2077


4. सूर्योदय प्रातः 06:20,सूर्यास्त 06:38
5. न्‍यूनतम तापमान 17+ डी.सै.,अधिकतम-30+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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मंगलवार, 24 मार्च 2020

21 दिन लॉक डाउन: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के विकराल रूप को देखते हुवे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज रात 12 बजे से पुरे देश में 21 दिनों के लिए सम्पूर्ण लॉक डाउन की घोषणा कर दी है। महामारी से  बचने के लिए कुछ हफ्तों का लॉकडाउन आवश्यक है। देश के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित रखने का प्रयास  किया जा सकता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में आप सब के सहयोग की अपेक्षा है। सामाजिक दूरी ही इस समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। देश की बेहतर भविष्य के लिए लॉक डाउन का पूरी ईमानदारी से पालन करे। 


अन्य देशो में हालत बेकाबू- माननीय प्रधान मंत्री ने अन्य देशों की हालात को भी विस्तार से बताये एवं लोगो को घरों में रहने हेतु अपील किये। अन्य देशो में हेल्थ विभाग बहुत मजबूत होने के बावजूद घुटने टेकने पर मजबूर हो रहे है।अतः आप लोग 21 दिन तक घर पर ही रहे सम्पूर्ण लॉक डाउन का अच्छे से पालन करें।


 


आज प्रथम नवरात्र और लॉकडाउन

मृणालिनी शर्मा


नई दिल्ली। पूरा देश कोरोना से परेशान है, केंद्र और राज्य सरकार बचाव के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। कहीं कर्फ्यू है तो कहीं  लॉक डाउन हैं। ऐसे में कल से मां दुर्गा के अराधना का पर्व नवरात्र शुरू हो रहा है। पूरे  देश में नवरात्र के मौके पर उपवास की पुरानी परंपरा है, लोग मां की अराधना में पानी और भोजन का त्याग करते हैं। लेकिन इस बार हालात अलग है….कोरोना के खौफ के बीच भक्त इस बार  नवरात्र कैसे मनायें ?…क्या इन हालातों में उपवास रखना सही है….डाक्टरों की राय हमने जानी…ताकि मां की अराधना के बीच आप अपने स्वास्थ्य का नुकसान तो नहीं कर रहे हैं।


प्रशासनिक ढील से नाराज हुए मोदी

नई दिल्ली। देश के जिस शहर में कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों ने वहां लॉकडाउन का ऐलान किया है। इसके बाद भी कई जगह देखने को मिल रहा है कि लोग घरों से निकल रहे हैं। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाराजगी व्यक्त की है। पीएम मोदी ने सोमवार को ट्वीट करके कहा है कि लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।


कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं। वहीं कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर ‘जनता कर्फ्यू’ को रविवार को अभूतपूर्व समर्थन मिला। लेकिन मोदी ने कहा कि ‘जनता कर्फ्यू’ एक लंबी लड़ाई की शुरुआत मात्र है।कोविड-19 संकट के दौरान भी दिन-रात काम करने वालों के प्रति आभार प्रकट करते हुए मोदी ने ट्विटर के जरिये संदेश दिया कि कर्फ्यू रविवार रात 9 बजे खत्म हो जाएगा, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम उत्सव मनाना शुरू कर दें। लोग इसको सफलता ना मानें, यह एक लंबी लड़ाई की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि देशवासियों ने यह साबित कर दिया है कि हम ठान लें तो बड़ी से बड़ी चुनौती को एकजुट होकर हरा सकते हैं। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने माना कि जनता कर्फ्यू को जोरदार समर्थन मिला। यही वजह है कि उन्होंने ‘जनता कर्फ्यू’ में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने वालों के प्रति भी आभार जताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘जनता कर्फ्यू’ को लेकर हर कोई अपनी-अपनी तरह से योगदान देने में जुटा रहा। इससे पहले उन्होंने लोगों से अपील की थी कि-जनता कर्फ्यू में परिवार के साथ अच्छा समय बिताएं, टेलीविजन देखें और पौष्टिक भोजन करें। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लोगों ने जनता कर्फ्यू का पालन किया। हर राज्य, शहर, कस्बे में पूरी तरह सन्नाटा छाया रहा और सड़कें सूनी दिखीं। प्रधानमंत्री मोदी की बातों का पालन करते हुए लोग सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक घरों से बाहर नहीं निकले। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का जरूर पालन करें, जिन जिलों और राज्यों में लॉकडाउन की घोषणा हुई है वहां घरों से बिल्कुल बाहर ना निकलें। इसके अलावा बाकी हिस्सों में भी जब तक बहुत जरूरी ना हो, तब तक घरों से बाहर ना निकलें। इससे पहले प्रधानमंत्री ने लोगों को रविवार की शाम 5 बजे पांच मिनट तक अपनी खिड़की, बालकनी से ताली, घंटी-थाली बजाने की याद दिलाई थी। प्रधानमंत्री ने देश की कई लोकप्रिय हस्तियों के योगदान की सराहना की। मोदी ने एक अन्य ट्वीट में लोक गायिका मालिनी अवस्थी को टैग करके लिखा-जनता कर्फ्यू को लेकर लोक गायिका मालिनी अवस्थी जी अपने अंदाज में लोगों को प्रेरित कर रही हैं। मालिनी अवस्थी ने ट्वीट किया था कि-डरना नहीं, मुस्कराना है, मिलकर इसे अब हराना है। एक अन्य ट्वीट में मोदी ने लोक गायक प्रीतम भरतवाण जी के गीत का वीडियो जारी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने धुरंधर गीतकार प्रसून जोशी, अभिनेता आमिर खान और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को टैग करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गणमान्य लोग कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में रविवार को घर में रहने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मोहनदास पई के संदेश को टैग करते हुए ट्वीट किया- यह समय सामाजिक दूरी बनाने का है, डिजिटल भुगतान इस दिशा में आपको मदद करेगा। इससे पहले मोहनदास पई ने अपने ट्वीट में डिजिटल भुगतान पर जोर देते हुए कहा था कि-सुरक्षित रहें, सुरक्षित भुगतान करें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा संयम और संकल्प इस महामारी को परास्त करके रहेगा। इससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया था कि- जनता कर्फ्यू शुरू हो रहा है, मेरी विनती है कि सभी नागरिक इस देशव्यापी अभियान का हिस्सा बनें और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाएं, हमारा संयम और संकल्प इस महामारी को परास्त करके रहेगा। इसके पहले गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को सफल बनाने के लिए लोगों से रविवार को जनता कर्फ्यू का हिस्सा बनने का अनुरोध किया था।


चीकू और खरसिया 'स्वाध्याय'

(वरिष्ठ पत्रकार श्री प्राण चड्डा जी की कलम से)


गरीब का चीकू और खरसिया
(अतीत के झरोखे से)
 जंगल मे तेंदू को पेड़ पर फला देख, मैं सन 1988 पर जा पहुंचा...आदमी का दिमाग भी क़ुदरत ने किसी टाइम मशीन सा जो बनाया है। ये वक्त था,खरसिया उपचुनाव का... और राजनीति के तब के चाणक्य वह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रीअर्जुन सिंह जी के लिये इसे जीतना जरूरी था। मुकाबले में उनके सामने थे, जशपुर कुमार... दिलीप सिंह जूदेव, युवा तुर्क,और उनका साथ दे रहे थे, भाजपा के नेता लखीराम जी अग्रवाल, इस समय नवभारत के लिए मैं काम करता.. रूद्र अवस्थी, और मै इस चुनावी महासंग्राम को कवर करने के लिए,रोज सुबह बिलासपुर से खरसिया ट्रेन में जाते। तब रायगढ़ में अनुपम दास गुप्ता, और महाबीर बेरीवाल नवभारत का काम देखा करते थे।
युवा जोश और अनुभव की इस युगलबंदी को भेदने में अर्जुन सिंह जी के पसीने छूट गए, पर अंततः वो विजयी रहे। गजब तो ये हुआ कि सम्मान पूर्वक पराजय के बाद जूदेव का जुलूस निकाला गया और अर्जुन सिंह, बिलासपुर पहुंच गए। लखीरामजी तेंदूपत्ता व्यवसाय से जुड़े थे। अर्जुन सिंह जी ने बिलासपुर में  वरिष्ठ पत्रकार रामगोपाल श्रीवास्तव जी के एक सवाल के जवाब में पत्रकार वार्ता के दौरान, तेंदूपत्ता को निजी हाथ से लेकर सहकारिता के क्षेत्र में लाने का संकेत दे दिया।।
बस फिर तेंदूपत्ते का तूफान राजनीति में जो चला क़ि पूरा  प्रशासन  कथित तेंदूपत्ता लाबी को जंगल से बाहर करने में जुट गया।सरकारी जीपों पर लिखा होता, 'तेंदूपत्ता तत्काल"... तेंदूपत्ता तोड़ने वाले ग्रामीण मज़दूरों को मालिक बनाने का दावा किया गया। तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य को दिखने पत्रकारों कों जंगल तक ले जाया जाने लगा।।
ऐसे ही एक टूर में कलेक्टर के साथ पत्रकारों के दल में मैं भी साथ था, छपरवा डाकबंगले के गेट के पास तेंदू फला था। कुछ तेंदू गिरे थे, शशि कोन्हर के हाथ तेंदू देख कलेक्टर ने पूछा क्या है..?शायद वो नही जानते होंगे, पर दबंग पत्रकार शशि कोन्हेर ने उनके सवाल का जवाब कुछ इस तरह दिया, 'काश हम भी साहब होते और दूसरों से पूछते ये क्या फल है..? मेरे एक मित्र तेंदूपत्ता व्यवसाय से करोड़पति बन गए, पर तेन्दू के बड़े पेड़ पर लगे कच्चे फल को पहचान नहीं सके। उनका काम था, तेन्दू के छोटे पत्ते को संग्रहण करके बीड़ी पत्ते के व्यपारियों को बेचना।
    अब बात को वर्षो हो गए, शिवतराई में पेड़ में तेंदू फला दिखा, शशि जी का जवाब याद आ गया। 
तेंदू छत्तीसगढ़ के गरीब का चीकू है, उसे राह में बिकते दिखा, मात्र बीस रुपये किलो।। आज तेंदू पत्ते का तूफान खत्म हो गया, मजदूर हर साल तेंदू पत्ते का बोनस पाते गये, पर उनके हालात अब तक नहीं बदले। वो साल में एक बार बोनस जरूर पाते रहे  हैं,पर इसके बावजूद वो अभी भी मालिक नहीं,वरन मज़दूर ही बने हुए हैं।


यूपी में 27 तक लॉक डाउनः योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 25 मार्च से 27 मार्च तक पूरे राज्य को लॉकडाउन कर दिया है। कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए इसके दौरान उत्तर प्रदेश की सारी सीमाएं सील होंगी। सीएम ने राज्य के लोगों से लॉकडाउन का सहयोग करने को कहा है।


इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने राज्यो में एयर, मेट्रो सब बंद रखना का आदेश दिया है। सीएम ने दूसरे राज्यों और शहरों से बसों के आवागमन को भी बंद किया है। लाकडाउन के दौरान सभी जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसलिए ज्यादा सामानों की खरीदारी न करें। कालाबाजारी करने वालों पर एस्मा की कार्रवाई की जाएगीकिसी भी हाल में खाद्य एवं दवा सामग्री की कमी प्रदेश में नही आने दी जाएगी। सभी जरूरी सेवाएं सुचारू रखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है।इससे पहले जनता कर्फ्यू के दिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी के 16 जिलों में 25 मार्च तक लॉकडाउन किया था।सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि घबराहट पैदा करने की आवश्यकता नहीं है। कृपया मास्क के अनावश्यक उपयोग से बचें, हर किसी को मास्क की आवश्यकता नहीं है। अनावश्यक मास्क का उपयोग करके, हम तनाव बढ़ा रहे हैं। कल कोरोना वायरस के रोगियों के लिए कुछ एंटी-मलेरिया दवाओं को निर्धारित किया गया था, लेकिन मुझे पता चला है कि अचानक यह दवा बाजार से गायब है। उत्तर प्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 34
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस बड़े शहरों तक सीमित न रहकर पीलीभीत, कैराना व जौनपुर जैसे छोटे शहरों में भी पहुंच रहा है। सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के चार नए मामले सामने आए जबकि मंगलवार कैराना में कोरोना का नया मामला सामने आया। इस तरह प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 34 हो गई है।


चीन में एक और नया वायरस 'हंता'

बीजिंग। कोरोना वायरस की मार से जूझ रहे चीन के युन्नान प्रांत में एक व्‍यक्ति की सोमवार को हंता वायरस से मौत हो गई। पीड़‍ित व्‍यक्ति काम करने के लिए बस से शाडोंग प्रांत लौट रहा था। उसे हंता वायरस से पॉजिटिव पाया गया था। बस में सवार 32 अन्‍य लोगों की भी जांच की गई है। चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्‍लोबल टाइम्‍स के इस घटना की जानकारी देने के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है।


बड़ी संख्‍या में लोग ट्वीट करके यह डर जता रहे हैं कि यह कहीं कोरोना वायरस की तरह से ही महामारी न बन जाए। लोग कह रहे हैं कि अगर चीन के लोग जानवरों को जिंदा खाना बंद नहीं करेंगे तो यह होता रहेगा। शिवम लिखते हैं, ‘चीनी लोग अब एक और महामारी की परियोजना पर काम कर रहे हैं। यह हंता वायरस चूहे खाने से होता है।’ 


जानें, क्‍या है हंता वायरसः विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस की तरह से हंता वायरस घातक नहीं है। कोरोना के व‍िपरीत यह हवा के रास्‍ते नहीं फैलता है। यह चूहे या गिलहरी के संपर्क में इंसान के आने से फैलता है। सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, ‘चूहों के घर के अंदर और बाहर करने से हंता वायरस के संक्रमण का खतरा रहता है। यहां तक कि अगर कोई स्‍वस्‍थ व्‍यक्ति भी है और वह हंता वायरस के संपर्क में आता है तो उसके संक्रमित होने का खतरा रहता है।’ 


टॉप 3 में ट्रेंड हुआ हंता वायरसः हालांकि हंता वायरस एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति में नहीं जाता है लेकिन यदि कोई व्‍यक्ति चूहों के मल, पेशाब आदि को छूने के बाद अपनी आंख, नाक और मुंह को छूता है तो उसके हंता वायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है। इस वायरस से संक्रमित होने पर इंसान को बुखार, सिर दर्द, शरीर में दर्द, पेट में दर्द, उल्‍टी, डायरिया आदि हो जाता है। अगर इलाज में देरी होती है तो संक्रमित इंसान के फेफड़े में पानी भी भर जाता है, उसे सांस लेने में परेशानी होती है। 


हंता वायरस जानलेवा हैः सीडीसी के मुताबिक हंता वायरस जानलेवा है। इससे संक्रमित व्‍यक्तियों के मरने का आंकड़ा 38 प्रतिशत है। चीन में हंता वायरस का यह मामला ऐसे समय पर आया है जब पूरी दुनिया वुहान से निकले कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रही है। कोरोना वायरस से अब तक 16 हजार 500 लोगों की मौत हो गई है। यही नहीं अब तक दुनिया के 382,824 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। कोरोना वायरस की व्‍यापकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह वायरस अब 196 देशों में फैल चुका है।


सरसराहटः महारानी तक पहुंचा वायरस

लदंन। बकिंघम पैलेस ने इन खबरों पर टिप्पणी करने से इनकार किया है लेकिन कहा कि वह कोविड-19 महामारी के मद्देनजर जारी परामर्श में बताए गए सभी ऐहतियाती कदम उठा रहा है। हालांकि रिपोर्ट में महारानी की तबीयत सही होने की बात कही गई है।


महारानी को एहतियात के तौर पर विंडसर कैसल में अनिश्चितकाल के लिए ले जाया गया है और उनके आगे के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। ब्रिटेन की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह पता नहीं है कि महल में स्टाफ महारानी के कितना करीब था, लेकिन महल में जिन-जिन सहयोगियों के संपर्क में वह आया है, उन सबको अलग-थलग (आइसोलेट) कर दिया गया है। समाचार पत्र द सन ने एक रिपोर्ट में लिखा है, महारानी के विंडसर पैलेस जाने से पहले उनके सहयोगी का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। महल में 500 लोगों का स्टाफ हैं इसलिए माना जा रहा है कि किसी न किसी स्टेज पर लोग जरूर प्रभावित हुए होंगे। अभी तक इस स्टाफ की पहचान जाहिर नहीं की गई है और माना जा रहा है कि वह इस वायरस से पिछले हफ्ते के शुरू में संक्रमित पाया गया था। बकिंघम पैलेस ने इन खबरों पर टिप्पणी करने से इनकार किया है लेकिन कहा कि वह कोविड-19 महामारी के मद्देनजर जारी परामर्श में बताए गए सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।


एक वर्ष के लिए टल सकता है आईपीएल

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए आईपीएल 2020 का होना मुश्किल नजर आ रहा है। हालांकि, इसको लेकर कई तरह के अपडेट आ रहे हैं। देश में तेजी से फैरही इस महामारी ने आईपीएल के 13वें सीजन पर ग्रहण लगा दिया है। इस खतरनाक वायरस की वजह से इसे पहले से ही 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है, जबकि इसकी शुरुआत 29 से ही होनी थी। उस बीच खबर ये भी आई थी कि अगर 10 अप्रैल तक ये बात साफ नहीं हो जाती की 15 अप्रैल से आईपीएल का शुरू होना पक्का है, तो इसे अगले साल के लिए भी टाला जा सकता है।


मगर इस बीच जो फैंस के लिए अच्छी खबर आ रही है वो ये है कि अगर अप्रैल के आखिरी तक इस वायरस की स्थिति नियंत्रण में होती है तो फिर मई के पहले हफ्ते में आइपीएल 2020 की शुरुआत हो सकती है। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा है कि मौजूदा समय में आइपीएल के बारे में सोचना काफी कठिन है, बोर्ड अभी भी लीग का आयोजन उस पैटर्न (एक दिन में दो मैच) से कर सकता है, मगर हालाकि, अधिकारी ने आगे यह भी कहा, ‘अभी की बात करें तो हमें अप्रैल के अंत तक इंतजार करना होगा। अगर आइपीएल 2020 का पहला मैच मई के पहले सप्ताह में नहीं खेला जाता है तो फिर इस साल लीग का आयोजन करना असंभव है।’इसका पहला मैच मई की शुरुआत में हो जाना चाहिए। इस दौरान अधिकारी ने 2009 में दक्षिण अफ्रीका में हुए आईपीएल का याद दिलाया। उन्होंने कहा कि वो दिनों के हिसाब से सबसे छोटा आइपीएल था। 2009 के आईपीएल में 37 दिनों में 59 मैच खेले गए थे। अगर सब कुछ समय के मुताबिक ठीक रहा तो इस बार भी ऐसा हा कुछ कर सकते हैं।


मालगाड़ी से चलकर 'कौशाम्बी' पहुंचा

दिल्ली से मालगाड़ी से चल कर युवक पहुचा गांव


कौशाम्बी। कोरोना वायरस के चलते आवागमन में लोगो को दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है रोजी रोटी के चक्कर मे दिल्ली गए युवक को गांव वापस आने के लिए ट्रेन नही मिल रही थी जिस पर उस युवक ने मालगाड़ी से सफर कर गांव वापस लौट आया है इस बात की जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने युवक को जांच के लिए चिकित्सको के पास भेजा है।


बता दे कि भरवारी पुरानी बाजार निवासी सुरेश चंद पुत्र गुलाब चंद प्रजापति  रोजी रोटी के चक्कर मे दिल्ली में रहता है लेकिन लॉक डाउन के आदेश के बाद उसने घर वापस आने की सोची लेकिन ट्रेन या बस का साधन उसे नही मिल सका जिस पर सुरेश ने दिल्ली से मालगाड़ी से बैठ कर भरवारी आया और भरवारी में 11 बजे मालगाड़ी से उतर गया वह घर पहुंचा उसकी सूचना पुलिस वाले को मिल गई पुलिस वालों ने मौके पर जाकर सुरेश चंद को पकड़ा और उसे जांच कराने की सलाह देकर चिकित्सको के पास अस्पताल ले गए।


राजू सक्सेना


बिहार में 537 संदिग्धों की पहचान

पटना। बिहार में कोरोनावायरस के संदिग्धों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बीच हालांकि राज्य के शहरी इलाकों में सोमवार से लगाए गए लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने की कोशिश की जा रही है। बिहार में अब तक 537 संदिग्धों की पहचान की गई है, जिसमें कुल 122 संदिग्धों को आइसोलेशन से मुक्त किया गया है। इन्हें 14 दिनों के लिए आइसोलेशन में रखा गया था। इस बीच, तीन लोगों में कोरोना वायरस से संक्रमण होने की पुष्टि हुई है, जिसमें से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।


बिहार के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 15 जनवरी से सोमवार शाम तक बिहार में कोरोना वारयरस से ग्रसित देशों से लौटे 537 यात्रियों को सर्विलांस (निगरानी) में रखा गया है। इनमें से 122 यात्रियों ने 14 दिनों की सर्विलांस की अवधि पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि इस दौरान पटना और गया हवाईअड्डों पर आने वाले लोगों थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई। इन दोनों हवाईअड्डों पर 20 हजार से ज्यादा यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि अबतक 185 संदिग्ध लोगों से लिए गए नमूनों की जांच कराई गई है, जिसमें से तीन लोगों में कोरोनावायरस के सकारात्मक लक्षण पाए गए, जबकि 127 लोगों में यह लक्षण नहीं पाया गया है। शेष भेजे गए नमूनों की जांच रिपोर्ट अबतक नहीं आई है। रविवार को बिहार में कोरोनावायरस से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गई है।


उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तर पर एक राज्य समन्वय समिति का गठन किया गया है, वहीं जिलों में भी जिलाधिकारी की अध्यक्षता जिला समन्वय समिति का गठन किया गया है। इस बीच, सरकार ने अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को गांव में जाने के पहले सरकारी भवनों में रखने का निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए शहरी इलाकों में सोमवार से लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है।


ऐतिहासिक गिरावट के बाद बढ़त मिली

मुंबई। घरेलू शेयर बाजार सोमवार की ऐतिहासिक गिरावट के बाद आज बढ़त के साथ बंद हुये। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 692.79 अंक यानी 2.67 प्रतिशत की तेजी के साथ 26,674.03 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 190.80 अंक यानी 2.51 प्रतिशत की मजबूती के साथ 7,801.05 अंक पर पहुंच गया।


एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से बाजार में शुरुआती तेजी रही। सेंसेक्स चार प्रतिशत और निफ्टी तीन प्रतिशत की बढ़त में खुला, लेकिन एक घंटे के अंदर यह गिरावट में चला गया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की प्रेसवार्ता की खबर से बाजार में आर्थिक पैकेज की उम्मीद बढ़ी और इसमें दुबारा अच्छी तेजी देखी गयी। हालांकि पैकेज की घोषणा नहीं होने से बाद में इसकी बढ़त में कमी आयी। आईटी, टेक और ऊर्जा क्षेत्र में सबसे ज्यादा तेजी रही। सेंसेक्स की कंपनियों में इंफोसिस के शेयर सबसे ज्यादा 13 फीसदी के करीब चढ़े। रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंदुस्तान यूनिलिवर और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में भी अच्छी तेजी रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने आठ प्रतिशत से ज्यादा का नुकसान उठाया। मझौली और छोटी कंपनियों में भी तेजी रही। बीएसई का मिडकैप 1.56 फीसदी की तेजी के साथ 9,863.42 अंक पर और स्मॉलकैप 0.05 फीसदी यानी 8,877.58 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,413 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,337 में गिरावट और 923 में बढ़त रही जबकि 153 कंपनियों के शेयर दिन भर के उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: अपरिवर्तित रहे। सेंसेक्स 1,074.99 अंक की तेजी के साथ 27,056.23 अंक पर खुला और कुछ ही देर में 27,462.87 अंक तक पहुंच गया। हालांकि बाद में यह 25,638.90 अंक तक उतर भी गया। आर्थिक पैकेज की उम्मीद में यह एक बार फिर 27,307 अंक तक चढ़ गया। हालांकि पैकेज की घोषणा नहीं होने से अंत में यह गत दिवस की तुलना में 2.67 प्रतिशत ऊपर 26,674.03 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 238.05 अंक की मजबूती के साथ 7,848.30 अंक पर खुला। इसका दिवस का उच्चतम स्तर 8,036.95 अंक और निचला स्तर 7,511.10 अंक रहा। अंत में यह गत दिवस के मुकाबले 2.51 फीसदी यानी 7,801.05 अंक दर्ज किया गया। अंतत: यह 2.51 फीसदी की तेजी के साथ 7,801.05 अंक पर बंद हुआ। विदेशों में अधिकतर एशियाई बाजार हरे निशान में रहे। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 5.94 फीसदी, जापान का निक्की 5.70 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 3.67 फीसदी और चीन का शंघाई कंपोजिट 2.10 फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुआ। यूरोप में शुरुआती कारोबार में गिरावट रही और ब्रिटेन का एफटीएसई 3.79 प्रतिशत तथा जर्मनी का डैक्स 2.10 प्रतिशत टूटा। बीएसई के समूहों में आईटी का सूचकांक सबसे ज्यादा 6.95 प्रतिशत चढ़ा। टेक में 5.81 फीसदी, ऊर्जा में 4.26, एफएमसीजी में 3.13, स्वास्थ्य में 2.33, ऑटो में 1.43 और बैंकिंग में 1.42 प्रतिशत की तेजी रही। सीडीजीएंडएस, वित्त, इंडस्ट्रियल्स, यूटिलिटीज, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद, धातु, तेल एवं गैस और बिजली समूहों में भी बढ़त रही। रियलिटी समूह का सूचकांक दो फीसदी की गिरावट में रहा।सेंसेक्स की कंपनियों में इंफोसिस के शेयर 12.69 फीसदी चढ़े। बजाज फाइनेंस में 9.78 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलिवर में 8.34, मारुति सुजुकी में 7.48, एचसीएल टेक्नोलॉजीज में 6.86, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 6.70, नेस्ले इंडिया में 6.43, आईसीआईसीआई बैंक में 4.47, कोटक महिंद्रा बैंक में 4.39, टाइटन में 4.00, एशियन पेंट्स में 3.42, सनफार्मा में 3.41, ओएनजीसी में 3.39, टीसीएस में 2.42, टेक महिंद्रा में 1.78, बजाज ऑटो में 1.68, एनटीपीसी में 1.64, भारतीय स्टेट बैंक में 0.96, टाटा स्टील में 0.22, हीरो मोटोकॉर्प में 0.19 और भारती एयरटेल में 0.14 प्रतिशत की मजबूती रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर 8.32 फीसदी टूटे। इंडसइंड बैंक में 7.19 प्रतिशत, आईटीसी में 3.21, पावरग्रिड में 2.85, एलएंडटी में 2.13, एचडीएफसी में 1.73, एक्सिस बैंक में 1.69, अल्ट्राटेक सीमेंट में 1.49 और एचडीएफसी बैंक में 0.66 प्रतिशत की तेजी रही।


हवा में दो घंटे तक जीवित रहता है

नई दिल्ली। कोरोनावायरस को लेकर बीते कुछ समय से दावा किया जा रहा था कि कोरोना वायरस हवा में जिंदा नहीं रह सकता, क्योंकि इसके स्पाइक को सतह से चिपकना होता है। अब वुहान की सेंट्रल यूनिवर्सिटी और सिंगापुर यूनिवर्सिटी के शोधों से स्पष्ट है कि कोरोना वायरस हवा में जिंदा रह सकता है। एरोसॉल जैसे हालात बनने पर यह संभव है। यह अपवाद स्थिति है, लेकिन नामुमकिन नहीं है। वुहान सेंट्रल यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने पाया कि 1.1 घंटे से लेकर दो घंटे तक कोरोना वायरस आराम से जिंदा रह सकता है। इसने हवा में जिंदा रहने के लिए वही रणनीति अपनाई है, जो इसके ही दूर के रिश्तेदार सार्स के सीओवी वायरस ने अपनाई थी।


आपकी जानकारी के लिए बता दे कि डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन सेवाओं और पशुजन्य रोगों के विभाग की प्रमुख डॉ. मारिया वेन केरखोव ने आधिकारिक रूप से चेतावनी दी है कि नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) एयरबॉर्न (हवा में जिंदा रहना) हो सकता है। डॉ. मारिया ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि एरोसॉल (हवा और वाष्प का मिश्रण) पैदा करने वाले मेडिकल उपकरण के कारण कोरोना वायरस हवा में जिंदा रह सकता है, दुर्भाग्य से कुछ देर ज्यादा जिंदा। यह अपवाद स्थिति है, लेकिन संभावित स्थिति है। वायरस को लेकर यह जानकारी सामने आने के बाद हमें संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को बचाव की किट भी एरोसॉल के हालात को देखते हुए देनी होगी और लोगों को ज्यादा से ज्यादा क्वारंटाइन करना होगा। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस हवा में सस्पेंशन की स्थिति में रहता है और मौका पाते ही एक्टिव हो सकता है। डॉ. मारिया ने बताया कि गर्मी और नमी पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। अहम है कि डब्ल्यूएचओ समेत कई संगठनों ने चेतावनी दी है कि ज्यादा नमी की स्थिति कोरोना के लिए फायदेमंद है। ज्यादा नमी की स्थिति में वायरस एयरबॉर्न हो सकता है।


इटली में राहत, दो दिन महत्वपूर्ण

रोम। कोरोना के कहर से परेशान संसार के लिए इटली से कुछ राहत भरी समाचार सामने आ रही है। हालांकि इटली में कोरोना से अब तक 6000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। किन्तु पिछले दो दिनों में हर दिन होने वाली मृत्यु की संख्या कम हुई है। यदि अगले दो दिनों से जारी रहता है तो माना जा सकता है कि इटली में कोरोना का खतरा कम होने लगा है। विश्व के 195 देश कोरोना की चपेट में आ चुके हैं व अबतक कुल 3,81,598 लोग कोरोना से ग्रसित हो चुके हैं। इनमें से लगभग एक लाख लोगों को इलाज के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है जबकि 16,559 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं इटली में मृत्यु का आंकड़ा चाइना से बहुत आगे निकल चुका है। इटली में कोरोना के जानलेवा वायरस से अब तक 6,077 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।


पत्नी से नाराज पति बना हैवान

ग्वालियर। जिले में पत्नी से नाराज पति हैवान बन गया। मामूली विवाद से गुस्साए पति ने पत्नी और 3 मासूम बच्चों को नहर में फेंक दिया। जिसकी चीख-पुकार सुनकर आस पास के किसानों ने पत्नी को बचा लिया। लेकिन बच्चों को निकाल नहीं पाए, मौके पर पहुंचे गोताखोरों ने नहर से 2 बच्चों की लाश निकाल ली है, एक बच्ची की तलाश जारी है। लोगों ने आरोपी पति को पुलिस के हवाले कर दिया है। कराहिया पुलिस के अनुसार, वारदात सोमवार की है. चीनोर थाना के ग्राम बनवार का रहनेवाला प्रमोद कुशवाह सोमवार को अपनी पत्नी पूनम कुशवाह को लेने कोसा गांव स्थित ससुराल गया था। प्रमोद वहां से पत्नी और तीनों बच्चों के साथ वह बाइक से बनवार लौट रहा था। रास्ते में पति-पत्नी के बीच कुछ बात को लेकर विवाद हो गया। 


 
विवाद इतना बढ़ा कि बात गाली-गलौच तक पहुंच गई। इस दौरान प्रमोद ने मेहगांव और ईटमां के बीच पड़ने वाली हरसी नहर के पास बाइक रोकी ओर यहां पर पति-पत्नी के बीच झगड़ा और बढ़ गया तो गुस्साए प्रमोद ने पहले अपने तीनों बच्चों- 6 साल की सिमरन, 4 साल के बेटे प्रशांत और डेढ़ साल की बेटी को नहर में फेंक दिया। इसके बाद पत्नी पूनम को भी नहर में पटक कर पानी में डूबा कर मारने का प्रयास करने लगा। इस दौरान पूनम की चीख-पुकार सुन नहर के पास रहने वाले किसान मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूनम को छुड़ाया। गोताखोरों ने निकालीं 2 लाशें, एक बच्ची की तलाश जारी किसानों ने डायल-100 को खबर दी। थोड़ी देर बाद कराहिया थाना पुलिस और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंची। नहर में फेंके गए तीनों बच्चों को निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू हुआ। पुलिस ने प्रमोद को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। प्रमोद ने पुलिस को बताया कि पत्नी पूनम अक्सर विवाद करती थी, विवाद में गुस्से के चलते उससे बहुत बड़ा पाप हो गया।


सोनिया से की मुलाकात, बताई वजह

नई दिल्ली। पंद्रह महीने की कांग्रेस सरकार के मुखिया रहे कमलनाथ ने अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सोमवार को मुलाकात की। उन्हें बताया कि हमारे नेताओं ने भाजपा के साथ मिलकर खेल खेला। भाजपा की साजिश और विधायकों को दिए गए प्रलोभनों से सरकार गिरी। उन्होंने सोनिया गांधी को भरोसा दिलाया कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस फिर लौटेगी और पूरी ताकत से आएगी।


कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार दोपहर सोनिया गांधी से भेंट की। वे बुधवार को भोपाल लौटने वाले थे, लेकिन सोमवार की रात को नए मुख्यमंत्री के शपथ समारोह की वजह से वे सोमवार को ही भोपाल लौट आए। इसके पहले सोनिया गांधी से मिलकर उन्होंने प्रदेश की राजनीतिक परिस्थितियों के बारे में बताया। भाजपा की साजिश से सरकार कैसे गिरी तथा उसमें अपने लोगों ने किस तरह भाजपा का साथ दिया, पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी।


कमलनाथ ने सोनिया गांधी को भाजपा द्वारा बेंगलुरु में कांग्रेस विधायकों को किस तरह बंधक बनाकर रखा गया, यह भी बताया। उन्होंने कहा कि विधायकों को हमारे नेताओं से तो दूर उनके स्वजनों तक से नहीं मिलने दिया गया। कमलनाथ ने मुलाकात के दौरान अपनी 15 महीने की सरकार के प्रमुख कामों की जानकारी भी दी और बताया कि सरकार के जनहितैषी फैसलों से मध्य प्रदेश की तस्वीर बदलने की दिशा में काम किए जा रहे थे, लेकिन भाजपा ने बौखलाकर तथा भयभीत होकर साजिश की। कमलनाथ ने अंतरिम कांग्रेस अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि प्रदेश के कांग्रेसजन एकजुट हैं और उनमें निराशा का भाव नहीं है। वे भाजपा की हर चुनौती का डटकर मुकाबला करेंगे।


उत्तराखंडः 4 अप्रैल तक अदालत अवकाश

नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने आगामी चार अप्रैल तक के पुनः अवकाश का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। उल्लेखनीय है कि एक से 14 अप्रैल के लिए पहले ही उच्च न्यायालय से अवकाश का नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। इस प्रकार अब उच्च न्यायालय में 14 अप्रैल तक अवकाश रहेगा, और न्यायालय 15 अप्रैल को खुलेगा। इसके साथ ही उच्च न्यायालय ने निचली अदालतों के लिए भी 4 अप्रैल तक अवकाश घोषित कर दिया है। 
मंगलवार को उत्तराखंड उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल हीरा सिंह बोनाल ने इस बाबत नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। नोटिफिकेशन के अनुसार कोरोना विषाणु के प्रसार को रोकने के दृष्टिगत उच्च न्यायालय में 26, 27, 30 व 31 मार्च तथा 1 अप्रैल को अवकाश रहेगा। इन अवकाशों को 26 एवं 28 से 31 दिसंबर के क्रिसमस अवकाशों में समायोजित किया जाएगा। यानी 26 एवं 28 से 31 दिसंबर को पूर्व घोषित अवकाशों के बावजूद उच्च न्यायालय खुला रहेगा। इसके साथ ही एक अन्य नोटिफिकेशन के अनुसार राज्य सरकार के 31 मार्च तक घोषित ‘लॉक डाउन’ एवं बार एसोसिएशन द्वारा किए गए निवेदन के दृष्टिगत उच्च न्यायालय ने निचली अदालतों में 26 मार्च से चार अप्रैल तक अवकाश घोषित कर दिया है। अलबत्ता, अत्यधिक आवश्यकता वाले मामलों पर सुनवाई करने के लिए जिला न्यायाधीश निर्णय ले सकेंगे। इस दौरान गिरफ्तार लोगांे के रिमांड एवं जमानत के मामलों पर अन्य अवकाश के दिनों में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया ही अपनाई जा सकेगी। इन छुट्टियों के बदले सभी अदालतें आने वाली गर्मियों और सर्दियों की छुट्टियों में कार्य करेंगे।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...