मंगलवार, 3 मार्च 2020

दंगा पीड़ितों के लिए 'स्पेशल क्लिनिक'

जीटीबी अस्पताल में इहबास के डॉक्टरों की टीम ने किया दौरा,


हिंसा में घायल मरीजों को पहुंचा है गहरा सदमा
इहबास में हिंसा प्रभावित इलाके के लोगों के लिए स्पेशल क्लीनिक भी शुरू किया गया



नई दिल्ली। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा के घायल अभी भी मानसिक सदमे में हैं। इस बात की पुष्टि दिल्ली के बड़े मनोचिकित्सा संस्थान मानव व्यवहार एवं संबद्ध संस्थान (इहबास) के डॉक्टरों ने की है। संस्थान के डॉक्टर जीटीबी अस्पताल गए थे जहां उन्होंने घायलों से बातचीत के दौरान पाया कि वह मानसिक सदमे में हैं। दो-तिहाई मरीज सदमे में दिखे। इनमें से बहुत से घायलों का इलाज भी शुरू हो गया है। इसके साथ ही इहबास में हिंसा प्रभावित इलाके के लोगों के लिए स्पेशल क्लीनिक भी शुरू किया गया है, जोकि सुबह 8 से रात 8 बजे तक चलेगा।


कई घायलों को नहीं आ रही नींद, उदासी के साथ सताती है भविष्य की िचंता 


इहबास के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर निमेष देसाई ने बताया कि उनके अस्पताल के डॉक्टरों की टीम शनिवार को जीटीबी अस्पताल गई थी। टीम ने पाया कि अस्पताल में भर्ती घायलों को हिंसा के खतरनाक मंजर और आपबीती ने मानसिक सदमे में ला दिया है। इन लोगों में उदासी, चिंता और खतरनाक घटना का मंजर बार बार सामने आने के अलावा असुरक्षित महसूस करने में मुश्किल। नींद न आना, नींद आने पर बुरे सपने आना जैसे लक्षण दिख रहे हैं। इनमें से बड़ी संख्या में घायलों को कॉउंसलिंग के अलावा दवाएं भी दी गईं। अधिकतर लोगों को अपने साथ हुई हिंसा, मारपीट और आगजनी से गहरा मानसिक आघात पहुंचा है।9868396841 पर ले सकते हैं मदद | डॉक्टर निमेष देसाई ने बताया कि इहबास में शनिवार से हिंसा पीड़ितों के लिए स्पेशल क्लीनिक शुरू किया है। यह क्लीनिक सुबह 8 बजे से रात 8 बजे चल रहा है। हम इलाके के लोगों से अपील करते हैं कि यदि उन्हें तनाव महसूस हो रहा है तो जरूर मिलें या फिर 9868396841 पर कॉल करें।


 दिल्ली रिलीफ के साथ साझा करें हिंसा पीड़ितों की जानकारी, सरकार करेगी मदद


नई दिल्ली। हिंसा से पीड़ित परिवारों के राहत, पुनर्वास व तत्काल मदद के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से ऐसे पीड़ित परिवारों की जानकारी हैशटैग दिल्ली रिलीफ के साथ ट्विटर पर शेयर करने की अपील की है। इसमें पीड़ित का पता व मोबाइल नंबर साझा करने को कहा गया है। जिससे हिंसा पीड़ित को तत्काल मदद पहुंच सके। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सोमवार सुबह ट्वीट के जरिए कहा कि अगर आप हिंसा से पीड़ित किसी व्यक्ति को जानते हैं, जिसे मदद की आवश्यकता है तो आप हैशटैग दिल्ली रिलीफ पर हमें उसकी जानकारी दे सकते हैं। सीएम ने आश्वस्त किया ि ऐसे लोगों को तत्काल मदद दी जाएगी।


खतरे के बीच 13 दवाइयों का निर्यात

इन दवाइयों का कच्चा माल चीन से आता है, कमेटी अपनी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंप चुकी
कमेटी ने कहा था- दवा बनाने में आत्मनिर्भर नहीं हुए तो हालात बिगड़ेंगे
 पवन कुमार 


नई दिल्ली। कोरोनावायरस के खतरों के बीच उन 13 प्रकार की दवाओं का निर्यात अब भी जारी है, जिन्हें बाहर भेजने पर डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल की ओर से गठित कमेटी ने रोक लगाने की सिफारिश की है। इन दवाइयों का कच्चा माल चीन से आता है। कमेटी अपनी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंप चुकी है। इसमें कहा गया है कि 58 तरह की दवाइयों के मॉलिक्यूल्स के लिए भारत करीब-करीब चीन पर निर्भर है। जबकि 12 तरह के मॉलिक्यूल्स पर वह चीन पर ही निर्भर है। अगर भारत दवा बनाने में आत्मनिर्भर नहीं हुआ तो इसका गंभीर असर जनता के स्वास्थ्य पर पड़ेगा। विदेश से भारत करीब 700 तरह के मॉलिक्यूल्स आयात करता है। इनमें से सबसे ज्यादा 375 तरह के मॉलिक्यूल्स चीन से आयात किए जाते हैं। सरकार दवा उद्योग को बढ़ावा देगी तो चीन पर निर्भरता घटेगी। हर साल 30 हजार करोड़ रुपए का फॉरेन एक्सचेंज बचेगा। भारत हर साल करीब 15 हजार करोड़ रुपए की एक्टिव फार्मास्यूटिकल इन्ग्रेडिएंट (दवा बनाने का कच्चा माल) चीन से मंगवाता है। 


कमेटी ने यह सिफारिश भी की है कि दवा के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ड्रग सिक्योरिटी अथॉरिटी की स्थापना की जाए। विदेशों से दवा आयात पर सेस लगे। इससे प्राप्त राशि भारत में दवा उद्योग पर खर्च हो। पहले आने वाली 5 कंपनियों की सरकार मदद करे। हालांकि, शर्त यह हो कि कंपनी दवा की खपत भारत में करे। 


दुनिया: कोरोनावायरस का 65 देशों पर असर, अब तक 3056 की मौत, 89700 लोग संक्रमित


 65 देश कोरोनावायरस की चपेट में आ चुके हैं। इससे अब तक 3,056 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 89,700 लोग संक्रमित हैं।
 चीन ने लोगों को काम पर लौटाने के लिए नया सॉफ्टवेयर लॉन्च किया है। यह स्मार्टफोन में डाउनलोड होता है। सॉफ्टवेयर बताता है कि कौन से सार्वजनिक स्थल जैसे रेलवे स्टेशन, मॉल में कोरोनावायरस का खतरा नहीं है। चीन के 200 शहरों में लोग ऐसा एप भी इस्तेमाल कर रहे हैं, जो हरा, पीला, लाल रंग का संकेत दिखाकर संक्रमण की स्थिति बताता है। 
 आस्ट्रेलिया के स्ट्रैटेजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने कहा है कि चीन ने 80 हजार उइगर बंदियों को कारखानों में काम करने भेजा है। आरोप है कि एपल, बीएमडब्ल्यू, सोनी कंपनियां उनसे फैक्ट्रियों में काम करा रही हैं।


रेलवे के फर्जी टिकट के नाम पर धांधली

रेलवे विभाग के फर्जी टिकट के नाम पर चल रही धांधली में एक अभियुक्त हुआ गिरफ्तार


प्रयागराज। थाना कैंट के अंतर्गत धर्मेंद्र नाम का व्यक्ति राजापुर छोटी हनुमान मंदिर ट्रांसफॉर्मर के सामने रमन साइबर कैफे के नाम से दुकान चलाता है। इस दुकान मे किसी और के नाम का टिकट पर दूसरे के नाम चढ़ा कर 10 से ₹12000 लेकर टिकट देता था। जब यह सूचना रेलवे विभाग के अधिकारियों को हुई तो बड़ी मशक्कत करने के बाद भारी रेलवे पुलिस अधिकारियों के द्वारा रमन साइबर कैफे पर छापामार अभियुक्त धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया।


बृजेश केशरवानी


यूपी नोएडा में वायरस की पुष्टि से खौफ

नोएडा। उत्त्तर प्रदेश के नोएडा में एकल शख्स में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद खौफ है। इसके चलते स्कूल बंद कर दिया गया। नोएडा के बाद अब आगरा में कोरोना वायरस के 6 संदिग्ध मिले हैं। यह वही लोग हैं, जो इटली से आए शख्स के संपर्क में आए थे। यह शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित है। फिलहाल, इन सभी 6 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है और इनके सैंपल को पुणे के मेडिकल लैब में भेज दिया है। इसके साथ ही इन 6 लोगों के संपर्क में आए लोगों की जांच भी शुरू हो गई है। इससे पहले नोएडा में जिस शख्स में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है उसने हाल ही में अपने बच्चे के जन्मदिन की पार्टी रखी थी। जिसमें एक स्कूल के कई बच्चे भी शामिल हुए थे। बच्चों के साथ उनके अभिवावक भी शामिल रहे थे। ऐसे में बच्चों और अभिवावकों को अलग कर दिया गया है। साथ ही, जिस स्कूल में बच्चे पढ़ते हैं उसे भी बंद कर दिया गया है। बच्चों वा अभिवावकों के सैंपल भी टेस्ट के लिए भेजे गए हैं।


दरअसल, जिस शख्स में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, उसने सेक्टर 15 के एक कम्युनिटी क्लब में अपने बच्चे के बर्थडे पर पार्टी भी आयोजित की थी। मामले में स्कूल की तरफ से हेल्थ मिनिस्ट्री को एक पत्र में कहा गया है कि इस बर्थडे पार्टी में कई बच्चे इन इन्फेक्टेड पैरेंट्स के साथ शामिल हुए। इनमें से कई बच्चों को खुद से अलग रखा गया है। वहीं प्रभावित अभिभावकों को सरकार की तरफ से अलग रखा गया है। स्कूल की तरफ से अभिभावकों को संदेश दिया गया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण हम आज की परीक्षाओं को स्थगित कर रहे हैं।


नागरिकों के लिए तल्ख टिप्पणीः एससी

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हिंसा के पीड़ितों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करने के दौरान सरकार के साथ साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी नसीहत दे डाली है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कई तल्ख टिप्पणी भी की।



सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली दंगों को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई का निर्णय लिया है लेकिन साथ ही यह भी कहा कि कोर्ट की अपनी सीमाएं है और कोई भी कोर्ट इस तरह की घटनाओं को रोक नहीं सकता। चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने याचिकाकर्ताओं से कहाकि सुप्रीम कोर्ट इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समर्थ नहीं हैं।
चीफ जस्टिस ने कहा कि आपको समझना होगा कि हम दंगे नहीं रोक सकते। हमारी अपनी सीमाएं हैं। जब इस तरह की घटनाएं हो जाती है तब हम परिदृश्य में आते हैं। दरअसल, कई याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट से इस घटना में दखल देने की मांग कर रहे थे जिसके बाद कोर्ट ने ये टिप्पणी की।


धीरे-धीरे वायरस ने ले लिया है गंभीर रूप

बिजिंग। चीन के वुहान शहर में फैली कोरोना वायरस की बीमारी अब धीरे-धीरे अन्य देशों में भी गंभीर रूप ले रहा है। इस बीमारी ने हमारे देश में भी दस्तक दे दी है। कल ही कोरोना वायरस से पीड़ित एक मरीज को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले भी कुछ संदिग्ध मरीजों के मामले सामने आ चुके है।  ऐसे में इस घातक बीमारी से बचने के लिए हमेंअपने खान-पान का विशेष खयाल रखना चाहिए। डॉक्टरों की माने तो इस बीमारी का वायरस कमजोर या बुजुर्ग लोगों को जल्दी अपना शिकार बनाता है। इस बीमारी से बचने के लिए डॉक्टर हाई एंटी वायरल फूड को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह दे रहे है। ऐसी चीजें शरीर की इम्युनिटी को स्ट्रांग करने में मदद करती है और हमें वायरल बिमारियों से बचाती है। आइये जानते है इनके बारे में:- तुलसी- भारतीय घरों में मौजूद तुलसी को हमेशा से ही औषधि गुणों से भरपूर माना गया है। तुलसी हमारे इम्यून सिस्टम को बेहतर करने में मदद करता है। रोज सुबह तुलसी के कुछ पत्ते खाया करें, आप चाहें तो 3-4 काली मिर्च और एक चम्मच शहद के साथ ले सकते है। ऐसा करने से शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। अदरक- अदरक का प्रयोग लगभग हर घर में होता है। इसे एंटी वायरल फ़ूड माना जाता है। दिन में 3-4 बार अदरक खाए, ऐसा करने से इम्यून सिस्टम इम्प्रूव होता है। आप चाहें तो सौंफ या शहद के साथ अदरक खा सकते है।
लहसुन- खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ लहसुन कई बिमारियों से लड़ने में सहायक है। एक चम्मच शहद के साथ लहसुन का सेवन आपके इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है। शहद इसके कड़वेपन को कम कर देता है. इसमें मौजूद एंटी वायरल तत्वआपके इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करेगा। बेरीज- बेरीज कई तरह के होते है जैसे ब्लू बेरीज, क्रैनबेरीज, स्ट्रॉबेरीज। अंगूर,कोकोआ, डार्क चॉकलेट भी बेरीज के श्रेणी में  आते है। इन्हें खाने से पैराबैंगनी किरणों और फंगल इंफेक्शन में फायदा करता है। ये कई तरह के वायरस से शरीर की सुरक्षा करता हैं। स्टार सौंफ- स्टार सौंफ एक प्रकार का मसाला है, इसमें शिकिमिक एसिड पाया जाता है। ये इंफ्लूएंजा वायरस से पीड़ित रोगियों को भी दिया जाता है। इसे एंटी-वायरलदवा के रूप इस्तेमाल किया जा सकता है। नारियल का तेल- नारियल का तेल में लॉरिक एसिड और कैप्रीलिक एसिड होता हैजोइम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट कर वायरल में सुरक्षा करता है। विटामिन-सी- आप अपने डाइट में संतरा,आंवलाअमरूद,पपीता,शिमला मिर्चजैसे फल और सब्जियों को शामिल जरुर करें। इनमे मौजूद विटामिन-सीइम्यून सिस्टम को बेहतर करता है। इन फल और सब्जियों में एंटी-एक्सीडेंट भरपुर मात्रा में होता है।किन चीजों से करें परहेज- 1.डॉक्टर्स की माने तो फिलहाल कुछ दिनों के लिए हमें अपने खाने-पीने में कुछ चीजों का खयाल रखना जरुरी हो जाता है। 2.नॉन-वेज खाना बनाने से पहले मीट को अच्छे से धोने और उबालने के बाद ही उसे खाने के लिए परोसें. कच्चे मीट के सेवन से परहेज करें। जिम जाने और बॉडी बनाने वाले लोग कच्चे अंडे को अपनी डाइट में कुछ समय के लिए शामिल ना करें तो बेहतर होगा। 3.बाज़ार से फलों और सब्जियों को जब भी लायेंअच्छे से धोने के बाद ही इस्तेमाल करें। संभव हो तो काटकर उबालें उसके बाद खाना बनाने में इस्तेमाल करें। इस वक्त कुछ भी कच्चा खाना सेहत के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं होगा।


बिहार की लाइफलाइन का नवनिर्मित ढांचा

पटना। बिहार की लाइफलाइन कहे जाने वाला लोहे का नवनिर्मित गांधी सेतु जल्द ही तैयार होने वाला है। जिसके बाद अगले माह से उस पर सभी तरह के मालवाहक वाहन समेत 22-24 चक्के वाले ट्रक भी आराम से दौड़ेंगे।


इसकी जानकारी देते हुए पथ निर्माण विबाग के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के सभी 44 स्पैन तैयार हो गए हैं। 30 स्पैन की सतह पर सीमेंटेड ढलाई भी हो गई है। इस पर अब अलकतरा बिछाने का काम चल रहा है। सब कुछ सही रहा तो अप्रैल से गांधी सेतु के पश्चिमी लेन पर परिचालन चालू हो जाएगा।
बता दें कि गांधी सेतु के पश्चिमी लेने बंद होने से बड़े मालवाहक वाहनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पश्चिमी लेन चालू होने के बाद गांधी सेतु के पूर्वी लेने को तोड़ने का काम शुरू होगा। जिसे भी 2021 के अंत तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि अभी गांधी सेतु के पूर्वी लेने से 6 चक्के तक का ट्रक समेत दूसरी गाड़ियां आ- जा रही है। वहीं 6 चक्के से ऊपर के भारी वाहनों के परिचालन पर रोक है।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...