मंगलवार, 25 फ़रवरी 2020

बदलते मौसम में फैली बीमारी

संजीव प्रताप सिंह


 मौसम में हो रहे बदलाव की वजह जिले भर में वायरल बुखार फैलने लगा है। जिला अस्पताल में रोजाना 400 से 500 मरीज़ उपचार के लिये के लिये पहुँच रहे हैं। सबसे अधिक मरीज़ सर्दीजुखामखांसी और वायरल बुखार से पीड़ित होकर आ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे मौसम में वायरल फीवर तेजी से फैलने का अधिक खतरा रहता है।


दोपहर गर्मसुबह शाम लग रही सर्दी : दिन के समय मौसम में कई बार बदलाव हो रहा है। सुबह – शाम सर्दी रहती है। दोपहर के समय धूप निकलने के कारण मौसम गर्म हो जाता है। इस बदलाव के कारण लोगों में इम्युनिटी कम हो जाती है। इस वजह से लोग वायरल फीवर से बीमार हो रहे हैं।


अस्पताल में मरीज़ों की बढ़ रही तादाद : इन दिनों जिला अस्पताल की ओपीडी में सुबह से मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों से आने वाले मरीज़ों की लाईन देखी जा रही है। उपचार के लिये ओपीडी में पर्ची बनवाने के लिये मरीज़ों को आधा से एक घण्टा लाइन में लगकर परेशान होना पड़ रहा है। निज़ि पैथॉलॉजी में भी सुबह से ही लोगों के द्वारा अपनी – अपनी जाँच करवाने के लिये लंबी – लंबी लाईन लगायी जा रही है।


मौसम की मार का बच्चों पर भी खासा असर पड़ रहा है। हर दिन लगभग 70 से 90 बच्चे सर्दी जुखाम की बीमारी से ग्रसित होकरउपचार के लिये अस्पतालों में पहुँच रहे हैं। ओपीडी में लंबी लाइन के कारण बच्चों के साथ उनके परिजनों को भी परेशान होना पड़ रहा है।


 


दिल्ली सीएम ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के कुछ हिस्सों में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। इस बैठक में दिल्ली सरकार गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, चीफ सेक्रेटरी, कई प्रमुख सचिव, भाजपा और आम आदमी पार्टी के विधायक शामिल होंगे। यह बैठक मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार सुबह 10.30 बजे शुरू होगी। बैठक का मुख्य एजेंडा उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा ग्रस्त इलाकों में शांति बहाली है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इससे पहले स्थानीय लोगों से शांति एवं सद्भाव बनाए रखने की अपील कर चुके हैं।


सोमवार दोपहर से ही उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर, बाबरपुर, गोकुलपुरी, करावल नगर, कर्दमपुरी आदि इलाकों में हिंसा व आगजनी की वारदातें हो रही हैं। हिंसा की इन वारदातों में एक पुलिस हेड कांस्टेबल समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली फायर सर्विस के मुताबिक, इन इलाकों में अलग-अलग स्थानों पर आग लगने की पैंतालीस सूचनाएं प्राप्त हुई है। हिंसा की ये वारदातें नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों व इस कानून का समर्थन कर रहे लोगों के बीच हुए टकराव के बाद शुरू हुई। नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे सैकड़ों लोग यहां मौजपुर जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नजदीक मुख्य सड़क मार्ग पर धरना दे रहे थे। नए कानून का समर्थन कर रहे लोगों ने इस धरने व सड़क बंद किए जाने का विरोध किया और जल्द ही दोनों गुटों के बीच हिंसक झड़पें शुरू हो गई।


उत्तर पूर्वी दिल्ली में रुक-रुक कर हो रही हिंसा व आगजनी को लेकर केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली के कुछ हिस्सों की स्थिति को लेकर मैं काफी चिंतित हूं। हम सबको मिलकर शांति बनाए रखने के लिए सभी सामूहिक प्रयास करने चाहिए। मैं एक बार फिर सभी से किसी भी प्रकार की हिंसा में शामिल ना होने की अपील करता हूं।” वहीं, अपने आवास पर बुलाई गई आपातकालीन बैठक को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हिंसा ग्रस्त इलाकों के सभी विधायकों के साथ आज हम एक बैठक करने जा रहे हैं। इस बैठक में प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले सभी पार्टियों के विधायक और वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।”


बुखार में ड्यूटी कर रहा था रतनलाल

नई दिल्ली। रतनलाल हेड कॉन्स्टेबल मूलरूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। वह दिल्ली पुलिस में साल 1998 में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी तैनाती गोकुलपुरी सब डिवीजन के एसीपी अनुज के ऑफिस में थी। रतनलाल के बारे में जानकारी मिली है कि वह साेमवार काे बुखार होने के बावजूद ड्यूटी पर थे। उनके परिवार में बारह साल की बेटी सिद्धी, दस साल की बेटी कनक और सात साल का बेटा राम है। रतनलाल की पत्नी पूनम ने कहा पहले उन्हें टीवी देखकर पता चला था। इस बीच पुलिस की ओर से बताया गया कि वह जख्मी हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद रतनलाल के भाई और परिवार के अन्य लोग दिल्ली आ गए।


रिटायर्ड पुलिस अधिकारी बोले- घटना दिल्ली पुलिस की नाकामी


दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड अधिकारी इस बात को स्वीकार करते हैं कि हिंसा की यह घटना पुलिस की बड़ी नाकामी है। इस पूरे मामले को लेकर शुरू ही पुलिस का रवैया ढुलमुल रहा। एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने कहा कि शाहीनबाग में जिस दिन लोगों ने सड़क ब्लॉक की थी, तभी उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए थी। रिटायर्ड अधिकारी ने कहा पुलिस सिर्फ इस बात को लेकर डरती रही कि कहीं माहौल खराब न हो जाए। ऊपर से चुनाव के नजदीक होने और सड़क के इस मुद्दे का सियासी रंग लेने की वजह से पुलिस अधिकारियों ने अपने कर्तव्यों का ठीक से निर्वहन नहीं किया।


केंद्रीय गृह मंत्रालय से लेकर पुलिस कमिश्नर तक अलर्ट
हिंसक घटना को गृह मंत्रालय ने बेहद गंभीरता से लिया है। दिनभर हुए बवाल को लेकर पुलिस से लगातार जानकारी ली जाती रही। गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। सीनियर पुलिस अफसर मौके पर तैनात हैं। दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक कंट्रोल रुम से हालात का जायजा लेते रहे। मंत्री गोपाल राय देर रात एलजी से मिलने उनके घर गए।


उपद्रवः गृहमंत्री ने बुलाई आपात बैठक

नई दिल्ली। दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाकों में सोमवार को सीएए समर्थक और विरोधी गुटों में हुए हिंसक टकराव में हेड कॉन्स्टेबल और तीन आम नागरिक की मौत के बाद गृह मंत्रालय में देर शाम सचिव स्तर की बैठक हुई, जिसमें दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा हुई। इस बैठक के बाद गृह राज्यमंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली में हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी।
रेड्डी ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को दिल्ली के सभी संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ खुफिया टीमों को अलर्ट मोड में रखने का सख्त निर्देश दिया है। उन्होंने राजधानी में हो रही हिंसक घटनाओं पर मीडिया से बातचीत में कहा कि जानबूझकर लोगों को उकसाने की कोशिश हो रही है।
लोकतांत्रिक तरीके से लोगों को अपनी भावनाओं को जाहिर करना चाहिए। विरोध के नाम पर पत्थरबाजी, आगजनी और पुलिसवाले की हत्या करना लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। सरकार उसको बर्दाश्त नहीं करेगी। गृहमंत्रालय हालात पर नजर रखे हुए है। ट्रंप के दौरे के समय देश की छवि खराब करने की साजिश रची जा रही।
अमित शाह ने बुलाई आपात बैठक
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में शुरू हुए दंगों को तुरंत काबू करने के लिए उच्चस्तरीय मंथन शुरू हो गया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तमाम आला हुक्मरानों को इस आपात बैठक में तलब किया है।
उधर, केंद्रीय गृह सचिव ए.के. भल्ला ने हालात पर कड़ी नजर रखे होने की बात कही है। उन्होंने हर हाल में शांति कायम करने के लिए की गई सभी जरूरी व्यवस्था पर संतुष्टि जताई। गृह मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अहमदाबाद पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और उनके परिवार के स्वागत समारोह में व्यस्त थे।
इसी बीच उन्हें दिल्ली के जाफराबाद, भजनपुरा, मौजपुर, दयालपुर, गोकुलपुरी इलाके में दंगे फैलने की खबर मिली। चूंकि अमेरिकी राष्ट्रपति को सोमवार की रात में दिल्ली में ही ठहरना है।
लिहाजा, ऐसे में राजधानी की छवि धूमिल होने से बचाने की जरूरत भी महसूस हुई। आनन-फानन में उत्तर-पूर्वी दिल्ली जिले में बिगड़े हालात को काबू करने की जिम्मेदारी खुद अमित शाह ने अपने हाथ में ले ली है।
उच्च पदस्थ सूत्रों से मिली जानाकारी के मुताबिक, सोमवार को शाम ढले केंद्रीय गृहमंत्री ने आनन-फानन में एक आपात बैठक बुलाई। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव एके भल्ला सहित दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को सख्त हिदायत दी गई कि किसी भी तरह से जल्दी से जल्दी हालात पर काबू पाएं।
गृह सचिव बोले- सतर्क रहें पुलिस और अर्धसैनिक बल
उधर केंद्रीय गृह सचिव भल्ला ने देर शाम बताया, ‘उत्तर पूर्वी दिल्ली के हालातों पर पैनी नजर रखी जा रही है। काफी हद तक स्थिति नियंत्रण में आ चुकी है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों को सतर्क रहने को कहा गया है। साथ ही अगर जरूरत महसूस हुई तो केंद्र सरकार अन्य कड़े कदम उठाने से भी नहीं चूकेगी। हमारा मकसद हर हाल में शांति कायम करना है।’ 9 इलाके छावनी में तब्दील दिल्ली के उन संवेदनशील स्थानों पर भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की जा रही है जहां भीड़ के हिंसक होने की आशंका है। मौजपुर, जाफराबाद, सीलमपुर, गौतमपुरी, भजनपुरा, चांद बाग, मुस्तफाबाद, वजीराबाद और शिव विहार जैसे संवेदनशील स्थानों पर पुलिस तैनात की गई है। स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस (क्राइम) सतीश गोलचा ने कहा कहा, ‘हम कानून और व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी से अनुरोध कर रहे हैं कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने में दिल्ली पुलिस का समर्थन करने के लिए आगे आएं। हमारे अधिकारी शांति कायम करने के लिए पैदल मार्च और सभाएं कर रहे हैं।’
हेड कॉन्स्टेबल समेत 4 लोगों की मौत
सूत्रों के मुताबिक, ‘केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा सीलमपुर, जाफराबाद, मौजपुर, करावल नगर और भजनपुरा-गोकुलपुरी में हुए दंगों को लेकर दिल्ली पुलिस की भी अब नींद टूटी है। यह अलग बात है कि जब तक दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड़ में आई, तब तक उसका एक बेकसूर हवलदार रतन लाल भीड़ की भेंट चढ़ चुका था।’ इसके अलावा शाहदरा के डीसीपी अमित कुमार घायल हो गए। हिंसा में मोहम्मद फुरकान नामक शख्स और 2 अन्य आम आदमी की भी जान चली गई है। इस तरह कॉन्स्टेबल समेत 4 लोग भीड़ की भेंट चढ़ गए।
उल्लेखनीय है कि शनिवार-रविवार से धीरे-धीरे फैली दंगों की आग ने सोमवार को विकराल रूप धारण कर लिया। सीएए के विरोध और पक्ष में जुटी भीड़ आमने-सामने आ गई। दोनों तरफ से जमकर पथराव और फायरिंग हुई। सोमवार को दोपहर बाद सीएए विरोधी भीड़ में से निकले एक युवक सीएए समर्थकों की भीड़ पर तमंचे से गोली चला दी, जिससे हड़कंप मच गया। गोली चलाने वाला युवक भीड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गोली एक युवक के पांव में लगी है। उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया है।


सोनभद्र में सोने के साथ फ्लोरोसिस रोग

सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट


लखनऊ। उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जिला कथित सोना भंडार की वजह से भले ही एक हफ्ते से सुर्खियां बटोर रहा हो, लेकिन यहां वायु और जल प्रदूषण से 269 गांव के लगभग 10000 ग्रामीण फ्लोरोसिस बीमारी से ग्रस्त होकर अपंग हो गए हैं। सोनभद्र जिला इस समय सोना के कथित भंडार को लेकर देश दुनिया में सुर्खियां बटोर रहा है, लेकिन 60 फीसदी आदिवासी जनसंख्या वाले इस जिले के 269 गांव के करीब दस हजार व्यक्ति खराब गुणवत्ता की हवा और फ्लोराइड युक्त पानी पीने से फ्लोरोसिस नामक बीमारी से ग्रस्त होकर अपंग हो गए हैं। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के हस्तक्षेप के बाद भी राज्य सरकार या जिला प्रशासन कोई कारगर कदम नहीं उठा सका है। 


चोपन विकास खंड के पडरच गांव पंचायत की नई बस्ती के रामधनी शमार् (55), विंध्याचल शमार् (58), सलिल पटेल (18), गुड्डू (15), शीला (20), चिल्का डाड गांव के सुनील गुप्ता (35), ऊषा (16) तो सिर्फ बानगी हैं। इसके अलावा कचनवा, पिरहवा, मनबसा, कठौली, मझौली, झारो, म्योरपुर, गोविंदपुर, कुशमाहा, रास, पहरी, चेतवा, जरहा जैसे इस जिले के 269 ऐसे गांव हैं, जहां खराब गुणवत्ता की वायु और फ्लोराइड युक्त पानी पीने से करीब दस हजार व्यक्ति अपंग हो गए हैं या अपंग होने की कगार पर हैं।


गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ‘वनवासी सेवा आश्रम’ से जुड़े पयार्वरण कार्यकतार् जगत नारायण विश्वकमार् बताते हैं, “सेंटर फॉर साइंस नई दिल्ली की एक टीम ने 2012 में यहां आकर लोगों के खून, नाखून और बालों की जांच की थी जिसमें पारा की मात्रा ज्यादा पाई थी और फ्लोरोसिस नामक बीमारी होना बताया था।”


विश्वकमार ने बताया, “साल 2018 के नवंबर माह में स्वास्थ्य महानिदेशक की पहल पर एक शिविर लगाया गया था, जिसमें यहां के व्यक्तियों के मूत्र जांच के दौरान फ्लोराइड एक मिलीग्राम प्रति लीटर के बजाय 12 मिलीग्राम प्रति लीटर पाया गया था, जो 11 मिलीग्राम ज्यादा था।” विश्वकमार् ने यह भी बताया, “वायु की खराब गुणवत्ता और पानी में फ्लोराइड की शिकायत एनजीटी में याचिका दायर कर की गई थी, लेकिन प्रशासन एनजीटी के निदेर्शों का भी पालन नहीं कर रहा है।”


सुप्रीम कोर्ट में यहां के आदिवासियों के हक-अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता अश्विनी दुबे कहते हैं, “राज्य सरकार यहां खनिज और वन संपदा का दोहन कर राजस्व वसूल करती है और माफिया वैध और अवैध तरीके से खनन करते हैं, लेकिन आदिवासी आज भी चोहड़ (नाले) का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं।” सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) म्योरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. फिरोज आंबेदिन ने रविवार को आईएएनएस से कहा, “यह क्षेत्र फ्लोराइड प्रभावित है, हम पीड़ित लोगों को कैल्शियम की गोली खाने की सलाह देते हैं। इसमें शुद्ध पानी व आंवला के सेवन से राहत मिलती है। अभी तक इसके इलाज की खोज नहीं हुई है।”


विधानसभा में विधायक-मंत्री में हाथापाई

पटना। बिहार विधानसभा में मंगलवार को राज्य का बजट पेश किया जाएगा। हालांकि, सदन में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तकरार जारी है। संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने ‘काला कानून’ बताया। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक और हंगामा हुआ, जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान सदन में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक भाई वीरेंद्र और मंत्री प्रमोद कुमार के बीच हाथापाई की नौबत आ गई।


बिहार विधानसभा की मंगलवार को कार्यवाही शुरू होने पर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी ने एनपीआर को लेकर विपक्षी दलों की ओर से लाए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव पर सबसे पहले चर्चा कराए जाने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इसको लेकर स्थिति स्पष्ट किए जाने की मांग की। तेजस्वी ने सीएए को ‘काला कानून, संविधान विरोधी और देश को तोड़ने वाला’ करार दिया।


इस पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी संविधान का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी से अपने कथन को वापस लिए जाने की मांग करते हुए कुछ कहा, जिस पर विपक्षी सदस्यों ने आपत्ति जताई। विपक्षी और सत्तापक्ष के सदस्यों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। बीजेपी के मंत्री नंदकिशोर यादव और विजय कुमार सिन्हा ने यह कहते हुए विपक्ष पर कटाक्ष किया कि क्या संसद एक काला कानून पारित करती है? विपक्षी और सत्तापक्ष के सदस्यों के हंगामे के चलते अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।


बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया, ‘राज्य सरकार ने केंद्र को लिखा है कि एनपीआर के तहत राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर 2010 में अंकित श्रेणियों से संबंधित सूचनाएं ही प्राप्त की जाएं, जिससे लोगों को कठिनाई नहीं हो।’


राष्ट्रपति कोविंद ने ट्रंप का स्वागत किया

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके परिवार के गुजरात के अहमदाबाद में धमाकेदार स्वागत के बाद अब कूटनीति की बारी है। अपने दौरे के दूसरे और आखिरी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दिल्ली में हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। राष्ट्रपति भवन में आज अमेरिकी राष्ट्रपति का औपचारिक स्वागत हुआ, यहां पर डोनाल्ड ट्रंप को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सोमवार को मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने डिफेंस डील का ऐलान किया, जिसने दोनों देशों में बड़े समझौते की उम्मीद जगा दी है। इसके अलावा भी दोनों देश आज कई मसलों पर चर्चा करेंगे। वहीं, फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप दिल्ली में एक स्कूल में बच्चों से मुलाकात करेंगी।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...