बुधवार, 8 जनवरी 2020

उद्यान-विभाग की नर्सरी बनी कचरे का ढेर

उद्यान विभाग की नर्सरी बनी कचरे की ढेर


कौशांबी। तहसील चायल थाना चरवा के अंतर्गत ग्रामसभा बालीपुर टाटा उद्यान विभाग की नर्सरी बनी कचरे के ढेर। जनपद कौशांबी की ये एक इकलौती नर्सरी है, यहां पर किसी भी प्रकार की सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती, ना ही किसी भी प्रकार की साफ-सफाई का ध्यान दिया जाता है। चारों तरफ से बाउंड्री नहीं है। नाही किसी भी प्रकार की साफ सफाई का ध्यान दिया जाता है। जैसे कि तैसे चल रही है नाही कोई अधिकारी और ना ही कोई कर्मचारी इसके साफ सफाई का ध्यान नहीं देते कहने को तो उद्यान विभाग की नर्सरी कहा जाता है उद्यान विभाग की नर्सरी कम कचरे का ढेर ज्यादा दिखाई देता है। चारों तरफ से गंदगी पसरी हुई है, साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की जाती और ना ही किसी भी प्रकार की सुविधा यहां पर मिलती है। जो भी कर्मचारी यहां पर हैं अपनी मनमानी करते हैं और साफ-सफाई का तनिक भी ध्यान नहीं दे पाते हैं।


गणेश साहू पत्रकार


राजबाला के पास चमत्कारिक 'जड़ी-बूटी'

हरियाणवी जाटनी ने गढ़वाल व पंजाब की नेत्रियों को दी पटखनी
राजबाला मलिक के पास कोई चमत्कारिक जड़ी बूटी होने की चर्चा


अमित शर्मा


चंडीगढ़। नगर निगम के महापौर पद के लिए भाजपा की ओर से राजबाला मलिक के प्रत्याशी बनने से हर कोई हतप्रभ है।  अंतिम समय तक हीरा नेगी को ही महापौर पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था व लगभग हर कोई उनके ही नाम की घोषणा की उम्मीद कर रहा था पंरतु जब राजबाला मलिक का नाम सामने आया तो एकबारगी तो सब हैरान रह गए।
अब जबकि राजबाला मलिक का नाम घोषित हो चुका है व उनका ही महापौर बनना निश्चित है तब राजबाला मलिक के बारे में तरह तरह की चर्चाएं राजनीतिक हलकों में चल रही हैं। यहां तक कि उनके बारे में यह भी चर्चा चल रही है कि उनके पास कोई रहस्यमयी जड़ी बूटी या शक्ति है  जिसकी बदौलत वे इस मुकाम तक पहुंची हैं।
महापौर पद की दावेदार हीरा नेगी व सुनीता धवन पिछले कई दशकों से न केवल भाजपा बल्कि आरएसएस से जुड़ी हुई हैं बल्कि उन्होंने अपना सारा जीवन संघ के आदर्शों को आत्मसात करने प्रचार प्रसार पर लगा दिया। परंतु कांग्रेस से दल बदल करके आई हरियाणवी जाटनी राजबाला मलिक उन पर भारी पड़ गईं। एक तरह से आरएसएस की भी उनके आगे एक न चली।  
राजबाला मलिक २०११ के नगर निगम चुनाव में राजनीति में आईं थीं। चुनाव की घोषणा होने के बाद जब कांग्रेस ने प्रत्याशियों की सूची जारी की तो उसमें राजबाला मलिक का नाम पहली बार शहर की राजनीति में चर्चा में आया। वह न केवल जीतीं बल्कि जीतते ही महापौर भी बन बैठीं। कांग्रेस में भी कई सालों से राजनीति में एडिय़ा घिस रह लोग टापते रह गए थे।
मजे से अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद वर्ष २०१४ के लोकसभा चुनावों में वह मोदी लहर में भाजपा में शामिल हो गईं।  इसके बाद २०१६ के नगर निगम चुनाव में उन्हें भाजपा की ओर से भी टिकट मिल गई व अब जब २०२० में महिला महापौर की टर्म है तो उन्हें फिर से महापौर का पद मिलने जा रहा है।
वह शहर की ऐसी पहली महापौर होंगी जो दोनों प्रमुख पार्टियों से नगर निगम की टॉप राजनीतिक सीट पर विराजमान होंगीं। उनका यह राजनीतिक सफर ही उनके पास चमत्कारिक जड़ी बूटी होने की चर्चा का कारण है।
यहां यह गौरतलब है कि चंडीगढ़ में गढ़वालियों का एक मजबूत वोट बैंक है व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री एवं महाराष्ट्र के राज्यपाल के फोन भी हीरा नेगी को महापौर पद का उम्मीदवार नहीं बना पाए। जिससे गढ़वालियों में बेहद मायूसी है।


विजिलेंस टीम ने रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

विजीलेंस की टीम ने लेबर विभाग के ए.डब्ल्यू.ओ एवं पूर्व जिला कल्याण अधिकारी को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते दबोचा


करनाल। विजीलेंस की टीम ने लेबर विभाग के एक अनुवेशक एवं पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी सुरेंद्र कुमार को एक महिला से 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ काबू किया है। विजीलेंस विभाग को चूरनी गांव की कविता की शादी के लिए उसकी बुआ ने लेबर विभाग में कन्यादान योजना के तहत एक लाख दिए जाने की मांग की थी, इसी राशि को पास करने के नाम के सुरेंद्र कुमार 40 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। इधर जिस की शिकायत मिलने पर विजीलेंस की निरीक्षक कनूप्रिया ने अपनी टीम के साथ बस अड्डे के पीछे स्थित अटल सेवा केन्द्र से रंगेहाथ काबू किया है।


अधिकारियों को गृह मंत्रालय का पदक

हरियाणा पुलिस के 2 पुलिस अधिकारी हुए " केंद्रीय" गृह मंत्री पदक से अलंकृत


अमित शर्मा


चण्डीगढ। हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन की डॉ. भीमराव अम्बेडकर रंगशाला में अलंकरण समारोह का आयोजन हुआ । केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा वर्ष 2016-2017 में विभिन्न कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले देशभर के अनेक अधिकारियों व कर्मचारियों को केन्द्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गया। जिसमें हरियाणा के 2 पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा राज्यों, केन्द्रशासित प्रदेशों व सशस्त्र पुलिस बलों के विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों मे प्रशिक्षण की गुणवत्ता और मानक को बढ़ाने में प्रशिक्षकों के उल्लेखनीय योगदान की सराहना के लिए इस पुरस्कार की स्थापना की गई। हरियाणा पुलिस के जवान अपने साहस व जोश के कारण देश व प्रदेश का नाम रोशन करते हैं। 
 हरियाणा पुलिस अकादमी में तैनात उप निरीक्षक जितेन्द्र सिंह, महिला उप निरीक्षक कुलवंत कौर को प्रशिक्षण में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री पदक से सम्मानित किया गये।  पुलिस महानिदेशक हरियाणा मनोज यादव ने उपरोक्त दोनों अधिकारियों को केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किए जाने पर बधाई दी है।  समारोह में प्रमाण-पत्र व पदक हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक पुलिस महानिरीक्षक योगिन्द्र सिंह नेहरा द्वारा प्रदान किए । उन्होंने समारोह में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों व स्टाफ को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को इन सभी पदक विजेताओं से प्रेरित होकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने पदक विजेताओं के बधाई देते हुए भविष्य में और अधिक सफलता की कामना की। इस अवसर पर हरियाणा पुलिस अकादमी के पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम, उप पुलिस अधीक्षक राजकुमार, उप पुलिस अधीक्षक पवन कुमार, उप पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी देवी तथा अकादमी स्टाफ भी उपस्थित रहा।


ईरान ने किया हमला, 80 लोगो की मौत

तेहरान। ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद मंगलवार देर रात ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जनभर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। फिलहाल पेंटागन नुकसान का आकलन कर रहा है। इस बीच ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बुधवार को किए गए मिसाइल हमलों में 80 लोगों की मौत हुई है।
अमेरिका ने ईरान द्वारा किए गए ताजा हमले को देखते हुए इराक में मौजूद गठबंधन सेना का मुख्यालय कुवैत स्थानांतरित कर दिया है। इस बात की जानकारी भी ईरानी मीडिया ने दी है। अमेरिका को डर है कि ईरान आगे भी इन ठिकानों को निशाना बना सकता है।
एटमी प्लांट पर सुरक्षा बढ़ाई गई
रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने अमेरिकी एयरबेस पर हमले को शहीद सुलेमानी ऑपरेशन का नाम दिया और ताबड़तोड़ कई मिसाइलें दागीं। इस घटना के बाद ईरानी के एक एटमी प्लांट पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि उस पर अमेरिकी हमले की आशंका मंडराने लगी है।


मानवाधिकार संस्था ने डीएम को सोपा ज्ञापन

सुनील कुमार


डलमऊ। आज तहसील दिवस डलमऊ में अर्न्तराष्ट्रीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के लखनऊ मण्डल अध्यक्ष विनोद मिश्रा और जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र बाजपेई की अगुआई में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा गया जिसमें बेसहारा / आवारा पशुओं के द्वारा किसानों के फसल नष्ट होने से बचाने के लिए उचित कार्यवाही करने के लिए प्रार्थना पत्र सौपा , जिसमें मण्डल अध्यक्ष मिश्रा जी ने कहां की हमने कई बार विभाग व शासन को उक्त समस्या से अवगत कराया पर विभाग द्वारा कोई कदम नही उठाया गया जिससे किसानों को कोई भी राहत नही मिल रही है। जिला अध्यक्ष बाजपेई जी ने कहां कि किसानों को इस ठण्ड के मौसम में रात दिन खेतो में ही रहना पड़ता है किसानो की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो रही है। प्रार्थना पत्र देने वालों में मण्डल अध्यक्ष विनोद मिश्र, जिला अध्यक्ष वीरेन्द्र वाजपेई के साथ-साथ जिला उपा० ओमप्रकाश त्रिवेदी, जिला मन्त्री अजय दीप, जिला कोषाध्यक्ष सुनील त्रिवेदी,मुकेश कुमार, अरविन्द पाण्डेय, अजय यादव, डां. कमलेश आदि संगठन के पदाधिकारी थे।


मुस्तकीम अवैध असलाह के साथ गिरफ्तार

तीतरों। तीतरों पुलिस ने अवैध असला के साथ वे कुख्यात बदमाश मुकीम काला की पैरवी कर रहे उनके पिता मुस्तकीम को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है मुस्तकीम के खिलाफ कैराना कोतवाली में पहले भी दर्जनों आपराधिक मुकदमे दर्ज है दरअसल आपको बता दें कि मुस्तकीम कुख्यात बदमाश मुकीम काला के पिता है जो काफी लंबे समय से जेल में बंद है मुकीम काला कैराना-कांधला में पलायन का गुनहगार गैंगस्टर मुकीम काला अब खुद खौफजदा है। जेल की सलाखों के पीछे हैं। खौफ से रंगदारी का काला साम्राज्य खड़ा करने वाले मुकीम काला को जेल की सलाखों के पीछे भी रहकर अपना बदमाशी का खौफ बनाना चाह रहा है। आपको बता दें कि एनकाउंटर के डर से पूर्व में कुछ दिन पहले जेल से बाहर आने के लिए इंकार कर दिया था मामूली सी बात पर लोगों को बेरहमी से कत्ल करने वाले मुकीम काला ने जेल की दहलीज लांघने से इन्कार कर दिया है। एक के बाद एक साथियों के एनकाउंटर से वह इस कदर सहम गया है कि उसने न्यायालय में पेशी पर आना बंद कर दिया है। खुद को बीमार बताकर वह जेल की चाहरदीवारी के पीछे दुबक गया है। की माह से मुजफ्फरनगर, शामली समेत किसी भी कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश नहीं हुआ है।


गैंगस्टर मुकीम काला को एसटीएफ ने साबिर के साथ नोएडा से गिरफ्तार किया था। मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना पुलिस ने मुकीम काला को बाद में जेल भेजा था। मुजफ्फरनगर जेल से गैंग संचालित करने की शिकायत पर जेल अधिकारियों ने मुकीम को जौनपुर जेल भेज दिया था। बाद में उसे महाराजगंज जेल स्थानांतरित किया गया। फिलहाल मुकीम हरियाणा के यमुनानगर जेल में बंद है। उसका करीबी महताब काना भी इसी जेल में है। इसी मुकीम काला की पैरवी कर रहे उनके पिता मुस्तकीम को अवैध तमंचा 312 बोर के कारतूस के साथ मुखबिर की सूचना पर तीतरों पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जिसके बाद पुलिस ने प्रेस वार्ता में बताया कि मुस्तकीम मुकीम काला के पिता है मैं उनकी पैरवी भी कर रहे हैं मुस्तकीम के खिलाफ कैराना कोतवाली में दर्जनों आपराधिक मुकदमे भी दर्ज है थाना तीतरों प्रभारी सत्येंद्र कुमार राय की टीम में जिन्होंने मुस्तकीम को गिरफ्तार किया है उप निरीक्षक बलवान सिंह कांस्टेबल रामपाल राठी प्रवीण कुमार एवं दीपक कुमार ने मुखबिर की सूचना पर मुस्तकीम को गिरफ्तार कर कामयाबी हासिल कर पाई है मुस्तकीम पुत्र जहूर निवासी जहानपूरा थाना कैराना बताया है इस घटना का खुलासा सीओ गंगोह अजय कुमार ने प्रेस वार्ता के दौरान किया है मुस्तकीम पर 25 हजार का इनाम भी घोषित है।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...