शनिवार, 17 अगस्त 2019

75वे सालाना उर्स का आयोजन किया

नासिर हुसैन अब्बासी


गौतमबुध नगर-दनकौर । हजरत़ कुतबत मशाइख़ आशिके ख़्वाजगान अलहाज मौलाना मुहम्मद लुत्फुल्लाह शाह़ चिश्ती निजामी बाबा फि़रोज़ शाह़ चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह का 75 वाँ सालाना उर्स मुकद्दस बडी शानो शौकत से शुरू हो गया। प्रोग्राम 16 से 17,18 तीन दिन बरोज जुम्मा, शनिवार, इतवार तक कस्बा दनकौर,गौतमबुद्ध नगर मे चलेगा। 16 अगस्त बरोज जुम्मा मे शाम पाच बजे जूलुस चादर शरीफ दुआख़ाना दुर्वेश मंजिल से दरगाहें शरीफ तक गई। फिर रात नो बजे मिलाद शरीफ व दस बजे महफिल ए कव्वाली होगी।17 अगस्त बरोज शनिचर रात नो बजे तकरीर उलमा-ए-किराम व दस बजे महफिल ए कव्वाली होगी।18 अगस्त बरोज इतवार सुबहा 11 बजे कुल शरींफ हजरत मौलाना लुत्फुल्लाह शाह़ चिश्ती निजामी अलैहिर्रहमा व रात नो बजे मिलाद शरीफ व दस बजे महफिल ए कव्वाली होगी।
जिसमे हिन्दस्तान की मशहूर ओ मारूफ कव्वाल पार्टियां शिरकत करेगी वही बाहर से मेहमानों का खाने व रूकने का माकुल इन्तजाम रहेगा। दरगाहें पर गंगा जमनी तहजीब का अजीब नजारा देखने को मिलता हैं यहा हर कौम के लोग अपनी अपनी मन्नतों को पुरा करनें के बाबा के दरबार मे हाजरी लगाते हैं।


बागी विधायक ने खरीदी 11करोड़ की कार

कांग्रेस के बागी विधायक ने खरीदी 11 करोड़ की कार
बंगलुरु । कर्नाटक में कांग्रेस से बगावत के बाद अयोग्य ठहराए गए 14 विधायकों में से एक एमटीबी नागराज फिर सुर्खियों में हैं इस बार वह महंगी कार खरीदने से चर्चा में हैं। एमटीबी नागराज ने रोल्स रॉयस फैंटम VIII नामक 11 करोड़ कीमत की कार खरीदी है। हालांकि टैक्स आदि चुकाने के बाद इस लग्जरी कार की कीमत और बढ़ सकती है। कर्नाटक-जेडीएस सरकार के कुल 17 विधायकों ने नाराजगी के चलते जुलाई में इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद राज्य में चल रही गठबंधन सरकार गिर गई थी। हालांकि तब विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस के 14 विधायकों को अयोग्य ठहराया था। इन्हीं विधायकों में एमटीवी नागराज  भी शामिल थे। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अभी उन्होंने अपनी कार पर टैक्स अदा नहीं किया है। वह कर्नाटक के पहले नेता नहीं है, जिनके पास इतनी महंगी कार है। कर्नाटक में खनन के लिए चर्चित जनार्दन रेड्डी के पास भी ऐसी ही कार है। एमटीवी नागराज के इतनी महंगी कार खरीदने पर किसी को हैरानी इसलिए नहीं हुई क्योंकि वह देश के सबसे अमीर विधायकों में शामिल हैं।


देशभक्ति का जज्बा है मिशन मंगल:अक्षय

नई दिल्ली । लंबे अरसे से 15 अगस्त पर देशभक्ति वाली फिल्में रिलीज करने की परम्परा का पालन करते हुए अक्षय कुमार इस साल भी देश प्रेम से सजी 'मिशन मंगल' लेकर आए हैं। इस मुलाकात में वह फिल्म, अपनी जिंदगी पर महिलाओं के प्रभाव, सबसे अमीर आदमी बनने की फीलिंग और फीस हाइक जैसे मुद्दों पर बात करते हैं।आपकी फिल्म 'मिशन मंगल' में महिला सशक्तीकरण का नया रूप दिख रहा है यानी वह साइंटिस्ट के रूप में नजर आ रही हैं !


सच कहूं, तो मेरी जिंदगी हो या मेरा बचपन या इतिहास, हर जगह महिला सशक्तीकरण के उदाहरण देखने को मिलते हैं। हर जगह महिलाओं का योगदान प्रबल रहा है, मगर शर्म की बात है कि हमारे इतिहास के पन्नों में, हमारी पढ़ाई में, सिर्फ मर्दों के बारे में लिखा गया है। हमको बचपन से ही सिखाया जाता है कि मेरा बेटा इंजिनियर बनेगा। मेरी बेटी डॉक्टर बनेगी। कभी ये नहीं कहा जाता कि मेरी बेटी इंजिनियर बनेगी। ऐसा क्यों नहीं कहते हैं ये लोग! इसीलिए न कि इन्होंने स्टीरियोटाइप बना दिया है। उनका मानना है कि बेटी तो इंजिनियर बन ही नहीं सकती, क्योंकि इंजिनियरिंग मर्दों का काम है। वे डॉक्टर या नर्स बन सकती हैं, ये तो उनका काम ही नहीं है। कोई लड़की कहे कि मुझे पायलट बनना है, तो उसे कहा जाएगा, पायलट तो लड़के बनते हैं। हाल ही में अब जाकर तो लड़कियों का पायलट बनना शुरू हुआ है। अपने आसपास जब मैं इस कदर पितृ सत्तात्मक सोच को देखता हूं कि उन्होंने औरतों को एक सांचे में ढाल रखा है। मैं सोचता हूं कि इस स्टीरियोटाइप को तोड़नेवाली ज्यादा से ज्यादा फिल्में बनाऊं।


आपकी फिल्मों में महिला किरदार मजबूती लिए होते हैं। चाहे वह 'रुस्तम' हो या 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' अथवा 'पैडमैन' या फिर 'मिशन मंगल', महिलाओं के प्रति ये सोच आपके मन में कब आई? 
मैं हमेशा से महिलाओं की ताकत को लेकर जागरूक रहा हूं। हमेशा से उनके मजबूत पहलुओं पर फिल्म बनाना चाहता था, तब मेरे पास पैसे नहीं थे। जब पैसे आए और मैं इस लायक हुआ कि अपनी सोच और रुचि की फिल्में बना सकूं, तो बनाने लगा।


लंदन में 370 समर्थक और विरोधी भिड़े

लंदन । भारतीय उच्चायोग के सामने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर अनुच्छेद 370 हटाने के समर्थक और विरोधी कथित तौर पर आमने-सामने आ गए। लंदन में 61 वर्षीय नौकरीपेशा भारत सचानिया उच्चायोग की इमारत के बाहर भारतीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए गए थे। उन्होंने कहा कि समर्थकों से अधिक वहां पर विरोध प्रदर्शन करने वाले मौजूद थे।



उन्होंने बताया, “यह सारा नज़ारा भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम उच्चायोग के अंदर से देख रही थीं। जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने समर्थकों को घेर लिया और उन्होंने टमाटर, पानी की बोतलें, अंडे फेंकने शुरू किए तो भारतीय उच्चायुक्त चिंतित हो गईं और इसके कारण उन्होंने लंदन पुलिस बल को फ़ोन करके और सुरक्षा बल भेजने के लिए कहा.”भारत सचानिया ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम के साथ है। उन्होंने पुलिस की मदद से समर्थकों को बचाया और उन्हें भारतीय उच्चायोग के अंदर ले गईं। भारत सचानिया का कहना है कि सभी समर्थक डेढ़ घंटे तक वहां रहे, एक समर्थक ने बताया कि उसकी आंखों पर अंडे और टमाटर फेंके गए। धीरे-धीरे लोग भारतीय उच्चायोग के बाहर से जाने लगे और कई मेट्रो ट्रेन प्रदर्शनकारियों से भर गईं।


'थार लिंक एक्सप्रेस' अगले आदेश तक रद्द

नई दिल्ली । भारत और पाकिस्तान के तल्ख रिश्तों का असर अब थार लिंक एक्सप्रेस पर भी दिखने लगा है। यात्रियों को भारत से पाकिस्तान ले जाने वाली थार लिंक एक्सप्रेस को रेल मंत्रालय के आदेश के बाद आगामी आदेश तक रद्द कर दिया गया है। थार लिंक एक्सप्रेस को रेल मंत्रालय ने अगले आदेश तक किया रद्द घोषित कर दिया है। रेल मंत्रालय ने एक आदेश निकाल कर आगामी आदेश तक भगत की कोठी-मुनाबाव, भगत एक्सप्रेस रेल सेवा और मुनाबाव जीरो पॉइंट, मुनाबाव एक्सप्रेस रेलसेवा को रद्द कर दिया है।


जोधपुर जिले में स्थित भगत की कोठी रेलवे स्टेशन से शुक्रवार को यह रेल रवाना होने वाली थी। इस ट्रेन में 45 यात्रियों ने अपना टिकट बुक करवाया था। रेलवे विभाग के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि रेल मंत्रालय ने आदेश निकाल कर आगामी आदेश तक भगत की कोठी से मुनाबाव रेलवे स्टेशन तक जाने वाली और मुनाबाव से पॉइंट जीरो तक जाने वाली दोनों गाड़ियों को रद्द कर दिया है। थार लिंक एक्सप्रेस 18 फरवरी 2006 से जोधपुर के भगत की कोठी स्टेशन से कराची के बीच हर शुक्रवार रात को चलाई जाती थी। उससे पहले दोनों देशों में तनाव के कारण यह एक्सप्रेस ट्रेन सेवा लगभग 41 वर्षों तक स्थगित थी। पाकिस्तान ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जें को समाप्त करने के भारत के फैसले के बाद द्विपक्षीय संबंधों का दर्जा कम करने का निर्णय लिया था। इसी कारण से पाकिस्तान ने थार एक्सप्रेस और समझौता एक्सप्रेस ट्रेन सेवा को रद्द कर दिया था।


थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित भगत की कोठी रेलवे स्टेशन से पाकिस्तान के जीरो माइल रेलवे स्टेशन तक तक चलती है। यह स्टेशन भारतीय सीमा के करीब है। जीरो माइल रेलवे स्टेशन पर ही पाकिस्तान की थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन कराची से आती है और इसी स्टेशन पर सवारियों की अदला-बदली होती है। यानी जिन्हें भारत आना होता है वे भारतीय ट्रेन में सवार होते हैं। जबकि जिन्हें पाकिस्तान जाना होता है वे पाकिस्तानी ट्रेन में सवार हो जाते हैं। थार लिंक एक्सप्रेस साप्ताहिक ट्रेन है जो शुक्रवार देर रात 1 बजे जोधपुर के भगत की कोठी से रवाना होती है। पिछले हफ़्ते इस ट्रेन से 81 भारतीय और 84 पाकिस्तानी नागरिक पाकिस्तान पहुंचे थे, जबकि 62 भारतीय और 102 पाकिस्तानी नागरिक भारत आए थे।


बिना बैटरी, बिजली के जलता है बल्ब

नई दिल्ली । आपने कई तरह के बल्ब देखे होंगे जो बहुत ही बल्ब अपनी अपनी खासियत लिए रखते है। लेकिन आपको बता दे कि एक बल्ब ऐसा भी है जो बिना बिजली या बैटरी के भी जलता है। माना आप यही सोच रहे होंगे की ऐसा कैसे हो सकता है। जैसा की हम जानते है कि एक बल्ब को जलाने के लिये इन दोनों में से कोई एक तो ऊर्जा का स्त्रोत चाहिए। लेकिन बिना


बिजली का ये अऩोखा बल्ब देहरादून के 12वीं कक्षा के एक छात्र तेजित पबारी ने विकसित किया है। बता दे कि तेजित ने इसे जुगाड़ बल्ब नाम दिया है। जानकारी दे दे कि अपने इस अविष्कार की वजह से तेजित पूरी दुनिया में नाम कमा चुका है। इतना ही नही तेजित को गूगल साइंस फेयर 2016 में रीजनल फाइनलिस्ट भी मिल चुका है। इसकी खासियत बता दे कि इस जुगाड़ बल्ब को जलाने के लिए बिजली या बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है। भारत जैसे देश के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली और मूलभूत संसाधनों की कमी हैं, ऐसी जगहों पर ये बहुत ही कारगर साबित हो रहा है। आपको जानकारी देदे कि जुगाड़ बल्ब बनाने के लिए एक खाली बोतल में पानी और ब्लीच पाउडर की आवश्यकता होती है। आपको बता दे कि बोतल में भरा हुआ पानी सूरज के प्रकाश को परावर्तित करके कमरे को किसी बड़ी ट्यूबलाइट की तरह रोशन कर देता है। वैज्ञानिक बता रहे है कि ये पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देता है तो ये बल्ब ही बहुत अच्छा साबित हो सकता है।


अवॉर्ड: कई खिलाड़ी बैठे हैं उम्मीद लगाकर

नई दिल्ली । अर्जेंटीना के स्टार फूटबॉलर लियोनल मेसी, पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नीदरलैंड के वर्जिक वान डिक को यूईएफए मेन्स प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड के नामांकित किया गया है। मंगलवार को यूरोपियन फुटबॉल संघ ने इसकी घोषणा की। यूईएफए अवॉर्ड की घोषणा 29 अगस्त को मोनाको में चैम्पियंस लीग के ग्रुप स्टेज मैच के दौरान की जाएगी। वुमन्स प्लेयर ऑफ द ईयर के लिए इंग्लैंड की लुसी ब्रॉन्ज, नॉर्वे की एडा हेगरबर्ग और फ्रांस की एमेंडिन हेनरी को शॉर्टलिस्ट किया गया। तीनों ही लयोन के क्लब के लिए खेलती हैं।


साल 2011 में मेसी इस अवॉर्ड को जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। रोनाल्डो ने 2014, 2016 और 2017 में इस अवॉर्ड अपने नाम किया है। पिछले साल क्रोएशिया के कप्तान लुका मौड्रिच ने यूईएफए मेन्स प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीता था। हालांकि क्रोएशिया वर्ल्ड कप के फाइनल में फ्रांस के खिलाफ हार गई थी। नीदरलैंड के वान डिक पिछले सीजन में चैम्पियंस लीग जीतने वाली लिवरपूल टीम का हिस्सा थे। इनके अलावा लीवरपूल के एलिसन बेकर, सादियो माने और मोहम्मद सलाह, रियाल मैड्रिड के ईडेन हेजार्ड, युवेंटस के मैथिस डी लिट, बार्सिलोना के फ्रैंकी डी जोंग और मैनचेस्टर के रहीम स्टर्लिंग भी इस अवार्ड की रेस में शामिल हैं।


प्राथमिकता मे ग्रामीण क्षेत्र का विकास

इटावा-चरकनगर। "ठंडी ठंडी छांव रे, नदी के किनारे गांव रे" के शब्दों से शुरुआत करते हुए क्षेत्रीय लेखपाल महेंद्र ने कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों के आगमन और उनके ठहराव को देखकर बेहद प्रसन्नता जाहिर की और यह कहा कि यह गांव का बहुत बड़ा सौभाग्य है कि आज हमारे वरिष्ठ अधिकारी और जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी मौके पर उपस्थित होकर हम कर्मचारियों को दिशा निर्देशन करते हुए गांव के समग्र विकास के लिए कमर कसी है। हम और हमारी सभी जनता पहले तो इन वरिष्ठ अधिकारियों का स्वागत करें और तहे दिल से पूरा पूरा सहयोग भी प्रदान करें। ताकि उठाए गए कदम को और अवाधगति से आगे बढ़ाया जा सके। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त निदेशक स्वास्थ्य डॉक्टर रामबाबू तिवारी ने की और कार्यक्रम का संचालन स्थानीय लेखपाल महिंद्र सिंह यादव ने किया। कुशल दिशा निर्देशन आईएएस उपजिलाधिकारी इंद्रजीत सिंह का रहा।


 जानकारी के अनुसार उपजिलाधिकारी चकरनगर इंद्रजीत सिंह आईएएस के द्वारा यह मंशा बनाई गई की स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए जब हम गांव का विकास स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ाएंगे तभी हमारी सार्थकता साबित होगी।  श्री सिंह ने सबसे पहले गांव खरीटी चुना जिसमें उन्होंने मौके पर आकर राजस्व, विभाग विकास विभाग के साथ साथ शिक्षा विभाग के समस्त वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाकर गांव खरीटी में स्वतंत्रता दिवस पर पहल नुमा एक ऐसा अनूठा कार्यक्रम चालू किया है। जो आज तक किसी भी अधिकारी ने करना तो बहुत दूर, सोचा भी नहीं होगा। इस कार्यक्रम से एसे किसानों को लाभ मिलेगा कि जो लाभ विकासखंड या तहसील स्तर पर आकर बड़े बड़े पेट के लोग या चलते पुर्जा लोग अपने हिमायतदारों को दे देते हैं ।बाकी के लोग योजना का लाभ नहीं उठा पाते हैं। अब श्री सिंह की यह मंशा है की स्वतंत्रता तभी सिद्ध साबित होगी कि जब हमारी हर व्यवस्था स्वतंत्र रूप से विकास युक्त हो विकास उन्मुख होती हुई। हर किसान हर प्रार्थी को प्राप्त हुई हर व्यक्ति खुशहाल होगा। जिसके तहत उन्होंने बताया कि हर विभाग का हर कर्मचारी व अधिकारी मौके पर आकर गांव में ही सारी समस्याओं का निस्तारण करेगा। इस निस्तारण में हमारा अपने स्तर से पूरा सहयोग होगा। कहीं कोई किसी तरह की अटकलें आतीं है तो उसका निस्तारण में अपने स्तर से करूंगा बाकी का जिस विभाग का जो कार्य है। एक लंबे समय तक चलेगा इस समय अवधि में कोई भी प्रार्थी अपने प्रार्थना पत्र को देकर अपनी समस्या को पटल पर रख कर उसका तुरंत निस्तारण करवा सकता है। इस सराहनीय कदम के लिए अध्यक्षता कर रहे निदेशक रामबाबू तिवारी ने उप जिलाधिकारी महोदय की इस योजना को बहुत ही सराहा और यह कहा कि ऐसा अधिकारी मैंने वाकई बहुत कम देखें जो इतनी लगन और मेहनत के साथ एक विकास के लिए सोच बनाई हो। इस अवसर पर युवाकल्याण अधिकारी हरी तिवारी, सूरज सिंह यादव एडीओ पंचायत, एबीएसए दिग्विजय सिंह,शिवनाथ सिंह एडीओ एस के, विवेक कुमार पूर्ति निरीक्षक, मदन गोपाल, महेंद्र सिंह यादव, नवीन कुमार, बालेंद्र कुमार, अरविंद कुमार पंचायत सचिव के साथ साथ तमाम कर्मचारी मौके पर उपस्थित रहे। ग्रामीणों की उपस्थिति देखकर अधिकारियों का भी मन कार्यक्रम के प्रति विशेष उत्साहित था।
रिपोर्ट डॉ एसबीएस चौहान


इंजेक्शन देकर नाबालिग से करता था दुष्कर्म

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HOMEनाबालिग को इंजेक्शन लगाकर दुष्कर्म करता था झोलाछाप, गर्भ से हुई तो हुआ खुलासा
उत्तर-प्रदेश गोरखपुर
नाबालिग को इंजेक्शन लगाकर दुष्कर्म करता था झोलाछाप, गर्भ से हुई तो हुआ खुलासा
 17 hours ago Purvanchal Post


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गोरखपुर। बांसगांव नगर पंचायत के एक वार्ड की निवासी 13 वर्षीय किशोरी के गर्भवती होने के बाद पुलिस ने आरोपित झोलाछाप के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी व पोक्सो एक्ट में केस दर्ज किया। आरोपित पुलिस की हिरासत में है।


पीड़िता की मां ने बांसगांव थाने में तहरीर देकर बताया कि छह माह पहले बुखार से पीड़ित बेटी को इलाज के लिए ग्राम बेदौली पल्टन सिंह में क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप के पास ले गई। झोलाछाप ने दवा दी और दो दिन बाद आने को कहा। तीसरे दिन बेटी झोलाछाप की क्लीनिक पर गई, जहां बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर झोलाछाप ने उसके साथ दुष्कर्म किया। बेटी को होश में आने पर धमकी दी कि किसी को कुछ बताया तो हत्या करा देंगे। इसके बाद झोलाछाप हर सप्ताह इलाज के नाम पर बेटी को बुलाता और हवस का शिकार बनाता। इस बीच उसे चक्कर आया तो सरकारी अस्पताल ले गई तो पता चला कि वह छह माह के गर्भ से है। इस बारे में पूछने पर बेटी ने झोलाछाप विनोद कुमार का नाम बताया। बांसगांव थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपित झोलाछाप के खिलाफ दुष्कर्म, धमकी व पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।


अमेरिका:5 राज्य मे फेफड़ों की बीमारी

नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के सभी अधिकारी एक रहस्यमी फेफड़ों की बीमारी की जांच कर रहे हैं, जिसके अभी तक करीब 100 मामले सामने आ चुके हैं। ये संदिग्ध बीमारी अभी 14 राज्यों में लोगों को हुई है। कहा जा रहा है कि ये वेपिंग और ई-सिगरेट के कारण हो रही है। इसकी चपेट में अधिकतर युवा और युवावस्था में कदम रखने वाले आ रहे हैं। बड़ी संख्या में इस बीमारी से पीडि़त लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से कुछ इंटेंसिव यूनिट में हैं, जबकि कुछ को वेंटिलेटर पर रखा गया है।  अधिकारियों का कहना है कि 31 मामलों की पुष्टि शुक्रवार को ही हुई है। कई मामलों में अभी भी जांच की जा रही है।चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि यह स्पष्ट तौर पर नहीं कह सकते कि मरीज कब पूरी तरह ठीक होंगे। अधिकारियों ने चिकित्सकों और लोगों को सचेत रहने को कहा है। उनका कहना है कि यह एक बेहद खतरनाक फेफड़ों की बीमारी है। इस बीमारी के लक्षण हैं, सांस लेने में तकलीफ होना, सांस में कमी और सीने में दर्द होना। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मरीजों को बुखार, खांसी, उल्टी और दस्त की भी शिकायत आई है। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल  और प्रिवेंशन ने कहा कि अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के साथ पांच राज्यों में जिन मामलों की पुष्टि हो गई है, उनपर काम कर रहे हैं। ये पांच राज्य कैलिफोर्निया, इंडियाना, मिनेसोटा, इलियोनिस और विस्कोंसिन हैं।


साले ने जीजा के करोड़ों का किया गबन

चूरू। राजस्थान के चूरू में अपने जीजा को करोड़ों रुपयों का चूना लगाने वाले आरोपी साले को कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि साले ने अपने जीजा के 2 करोड़ 17 लाख रुपयों का  गबन किया है। आरोपी काफी समय से फरार था। पुलिस आरोपी को आज अदालत में पेश करेगी। शहर के कायम टेलिकॉम के जाकिर खान ने फरवरी 2018 में कोतवाली थाने में अपने साले कासिम के खिलाफ करोड़ों रुपयों के गबन का मामला दर्ज करवाया था। आरोपी कासिम कायम टेलिकॉम में मैनेजर था। आरोप है कि वर्ष 2008 से 2018 तक दस बरसों में उसने 2 करोड़ 17 लाख रुपए की राशि का गबन कर लिया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी पहले काफी दिन तक फरार रहा। उसके बाद हाईकोर्ट की शरण में चला गया। हाईकोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिये थे गिरफ्तारी के डेढ़ महीने पहले आरोपी को नोटिस दिया जाए। कोतवाली पुलिस द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद आरोपी फिर से फरार हो गया। पुलिस आरोपी को ट्रेस कर रही थी। शुक्रवार को आरोपी की सूचना मिलते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बहरहाल पुलिस आरोपी से गबन की राशि के बरामदगी के प्रयास कर रही है। आज उसे कोर्ट में पेश किया गया।


प्रधानमंत्री भूटान के दो दिवसीय दौरे पर

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से दो दिवसीय दौरे पर भूटान पहुंच गए हैं। पहुंचने के बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 17 से 18 अगस्त तक चलने वाली इस यात्रा के दौरान दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों सहित कई आपसी हितों से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा करेंगे, जिसमें पनबिजली क्षेत्र में सहयोग सहित दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने का विषय भी शामिल हो सकता है। दौरे से पहले भूटान ने 15 अगस्त को प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा था कि वह ऐसे शख्स हैं जो भारत को आगे ले जाना चाहते हैं।


रामगोपाल ने भेजे अश्लील वीडियो:शर्लिन

मुंबई । बॉलीवुड एक्ट्रेस और मॉडल शर्लिन चोपड़ा ने डायरेक्टर और प्रोड्यूसर राम गोपाल वर्मा से जुड़ा एक शॉकिंग खुलासा किया। उन्होंने कहा कि रामगोपाल ने उन्हें एडल्ट फिल्म का प्रपोजल और अश्लील वीडियो भेजे थे। स्पॉटबॉय को दिए इंटरव्यू में शर्लिन चोपड़ा ने इस बात का खुलासा किया। उन्होंने कहा, 2016 में मैंने राम गोपाल वर्मा को व्हाट्सएप पर अपनी कुछ फोटोज भेजे थे और उन्हें अपना वर्क प्रोफाइल बताया था। मैंने उनसे उनके प्रेजेंट प्रोजेक्ट के बारे में पूछा। शर्लिन के बयान के मुताबिक राम गोपाल वर्मा ने उन्हें एडल्ट फिल्म की स्क्रिप्ट और अश्लील वीडियो भेजे और कहा, ये मेरी स्क्रिप्ट है, इसे देख लें और अपना फीडबैक दें। शर्लिन ने बताया कि जब उन्होंने वर्मा की स्क्रिप्ट पढ़ी तो उसमें कोई स्टोरी ही नहीं थी. जो था वो सिर्फ एडल्ट सीन्स थे। शर्लिन ने स्क्रिप्ट देखकर कहा, ये कैसे हो सकता है? एक था राजा एक थी रानी, राजा ने किया रानी के साथ किया सेक्स, खत्म हुई कहानी, ये कैसे हो सकता है? शर्लिन के मुताबिक रामगोपाल ने कहा था कि उनकी स्क्रिप्ट में यही है जो उन्होंने शर्लिन को भेजी है. अगर वो इसे करने में कंफर्टेबल हैं तो वे इसके साथ आगे बढ़ सकते हैं।


बेटियां-महिलाएं हर मुकाबले में सक्षम:नाथ

भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश के हितों की रक्षा और बहनों की सुरक्षा को लेकर सरकार वचनबद्ध है। नाथ को प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आई महिला जन-प्रतिनिधियों और बहनों ने रक्षा-बंधन पर्व पर राखी बाँधी।
मुख्यमंत्री नाथ ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि स्त्री शक्ति आत्म-निर्भर बने और देश-प्रदेश के विकास में आगे बढ़कर योगदान दें। उन्होंने माउंट एवरेस्ट सहित दुर्गम पर्वतों पर फतह करने वाली सुश्री भावना डेहरिया और सुश्री मेघा परमार का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी बेटियाँ और महिलाएँ हर मुश्किल काम करने और चुनौतियों का मुकाबला करने में सक्षम हैं। आवश्यकता इस बात की है कि समाज और सरकार उन्हें पर्याप्त अवसर और वातावरण उपलब्ध करवाए।
उमारिया जिले की ग्राम पंचायत मामन की सरपंच श्रीमती भागवती बैगा, जबलपुर जिले की ग्राम पंचायत कांकरदेही की सरपंच श्रीमती देवकी राज, ग्राम पंचायत बरखेड़ी भोपाल की सरपंच श्रीमती कमला कुशवाह, डिंडोरी की ग्राम पंचायत घेनरी की सरपंच श्रीमती तरुणी मरकाम, कलखेड़ा पंचायत भोपाल की सरपंच श्रीमती मेहरूनिशा, विदिशा जिले की ग्यारसपुर ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती प्रीति शर्मा, मध्यप्रदेश सरपंच संघ की अध्यक्ष श्रीमती मीना परिहार, जिला पंचायत अध्यक्ष छतरपुर की श्रीमती मलावती अनुरागी, श्रीमती प्रीती शर्मा, सरपंच संघ दतिया की अध्यक्ष श्रीमती मीना परिहार, पूर्व सैनिक की पत्नी कश्मीर विस्थापित श्रीमती माया कौल एवं भोपाल की छात्रा श्रीमती करिश्मा सिरवैया ने मुख्यमंत्री को राखी बांधी। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस की मीडिया अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा एवं श्री दुर्गेश शर्मा भी उपस्थित थे।


देश के संवर्धन से ओवैसी को दिक्कत

नई दिल्ली । पीएम ने लाल किले से बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताते हुए कहा था कि हमें इस मसले पर आने वाली पीढ़ी के लिए सोचना होगा। सीमित परिवार से खुद के साथ-साथ देश का भी भला होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से दिए अपने संबोधन में देश की युवा शक्ति और बढ़ती आबादी का जिक्र किया था। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पीएम के इस बयान पर निशाना साधा है। ओवैसी ने ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर हमला बोला है।


गुरुवार को पीएम मोदी ने कहा था कि देश की ज्यादातर आबादी युवा और प्रडक्टिव है लेकिन इसका हमें 2040 तक ही फायदा मिलेगा। पीएम ने इस दौरान जनसंख्या बढ़ोतरी पर भी चिंता जताई थी। एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'प्रधानमंत्री को यह नहीं पता कि इस फायदे (युवा आबादी) का कैसे इस्तेमाल किया जाए, इसलिए वह सरकार के खारिज और अनुचित रूप से दखल देने वाले विचारों के साथ आ रहे हैं। इस तरह वह अपनी जिम्मेदारी से जी चुराते हैं।'


पीएम ने लाल किले से बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताते हुए कहा था कि हमें इस मसले पर आने वाली पीढ़ी के लिए सोचना होगा। सीमित परिवार से खुद के साथ-साथ देश का भी भला होने वाला है। पीएम ने इस दौरान कहा कि जो लोग सीमित परिवार के फायदे के बारे में जनता को समझा रहे हैं, उन्हें सम्मानित करने की जरूरत है। छोटा परिवार रखने वाले देशभक्त की तरह हैं।पीएम ने 73वें स्वतंत्रता दिवस पर संबोधन में कहा था कि जनसंख्या में इजाफे की वजह से देश की भावी पीढ़ी को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पीएम मोदी ने साथ ही कहा कि घर में किसी भी बच्चे के आने से पहले हमें सोचना चाहिए कि क्या हम उसकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार हैं।


इससे पहले बीजेपी नेताओं ने बृहस्पतिवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी के दिए भाषण की तारीफ करते हुए इसे प्रेरणादायक बताया और कहा कि यह भाषण नए भारत के निर्माण के लिए उनका संकल्प दिखाता है। बीजेपी के कुछ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने प्रधानमंत्री द्वारा 'परिवार को छोटा' रखने की जनता को दी गई सलाह को 'देशभक्ति' करार दिया। बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मोदी के भाषण की प्रशंसा करते हुए इसे बहुत प्रेरणादायक भाषण बताया। नड्डा ने बीजेपी मुख्यालय में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए कहा कि देश ने मोदी के नेतृत्व में दुनिया के विकसित देशों में से एक बनने के लिए छलांग लगाई है।


केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण पर पीएम मोदी मोदी द्वारा की गई टिप्पणी की प्रशंसा की। गिरिराज सिंह ने इस ट्वीट में अपने साथ मंत्रिमंडल सहयोगी संजीव बाल्यान की फोटो भी लगाई। दरअसल बाल्यान ने जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाने के लिए लोकसभा में एक निजी विधेयक पेश किया था।


नैनी के बंद उद्योगों को शुरु किया जाएगा

भूपेंद्र पांडेय


प्रयागराज । नैनी में बंद उद्योगों को फिर से जीवित करने की कवायद शुरू हो गई है। 15 सितंबर के भीतर मंत्रालय की टीम आएगी और संभावना तलाशेगी। क्षेत्र की सांसद डॉ.रीता बहुगुणा जोशी ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि टीम की रिपोर्ट के आधार पर उद्योगों को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई जाएगी।
अवैध रूप से संचालित पटाखा फैक्ट्री में हुआ विस्फोट
सांसद चुने के बाद से ही डॉ.रीता नैनी में बंद उद्योगों को फिर से शुरू करने के प्रयास शुरू कर दिए थे। प्रेसवार्ता में कहना था कि उन्होंने इस बाबत भारत सरकार को प्रस्ताव भेजा था। इसी परिप्रेक्ष्य में मंत्रालय की टीम आ रही है। टीम भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी की अगुवाई में आएगी और उनकी रिपोर्ट पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डॉ.रीता ने बुंदेलखंड की तर्ज पर यमुनापार के विकास की भी उम्मीद जताई। इसके लिए उन्होंने सरकार से मांग की है। रीता ने इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र में शुरू योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ अनुच्छेद 370 हटाने समेत अन्य निर्णयों पर भी चर्चा की और भारत सरकार की उपलब्धियां गिनाईं।


जिला अधिकारी से पहाड़ी हटाने का आग्रह

जोधपुर। शहर जिला काॅंग्रेस कमेटी के अघ्यक्ष सईद अन्सारी ने कहा शुक्रवार बम्बा क्षैत्र के गुलजारपुरा मे हुए हादसे से हुई मौतो पर गहन दुख प्रकट किया है।


अध्यक्ष अन्सारी ने कहा कि आज से सात वर्ष पूर्व भी ऐसा ही हादसा उदयमंदिर आसन क्षैत्र मे भी हुआ था। आज एक बार फिर इस प्रकार के हादसे की पुनरावृति हुई है। दो बच्चो की जान गई है और एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल है। जो चिन्ता का विषय है। अन्सारी ने कहा कि जिस प्रकार से बारिश हो रही है। उससे इस प्रकार के हादसे की सम्भावना इस क्षैत्र मे बराबर बनी हुई है। जिसका स्थाई समाधान जरूरी है।
इसके लिए काॅंगे्रस अध्यक्ष अंसारी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एंव जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से बात की है।
जिला अधिकारी राजपुरोहित से बात करते हुए अन्सारी ने बताया अन्दर से यह पहाड़ी पूरी तरह से खोखली हो चुकी है । जिससे गिरने की आंशका हमेशा बनी रहती है एंव बरसात के मौसम मे इसके गिरने का खतरा दौगुना हो जाता है। जिसका समाधान इस पहाड़ी के हटने से ही सम्भव होगा।
अन्सारी ने जिला प्रशासन को कलेक्टर के माध्यम से अनुरोध किया है कि इस पहाड़ी को हटाया जाए। ताकि आगे से कोई जनहानि ना हो।वही जिला कलेक्टर ने आश्वस्त किया है कि इस सम्बध मे सर्वे कर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
काॅग्रेस जिलाध्यक्ष ने इस क्षैत्र से लोगो को दूर हटाकर यथोचित स्थान पर निर्वासित करने का भी अनुरोध किया है


घाटी में 2जी इंटरनेट सेवा हुई मुहाल

श्रीनगर। अनुच्छेद-370 के प्रावधानों को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधों को आसान बनाने के लिए पहला कदम उठाते हुए राज्य प्रशासन ने कुछ जिलों में 2जी इंटरनेट सेवा शुरू कर दी है। आज जम्मू, रियासी, सांबा, कठुआ और उधमपुर जिलों में 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं वापस शुरू कर दी गईं। संचार व्यवस्था पर रोक के पीछे एक वजह घाटी में आतंकी गतिविधियों के दौरान मोबाइल कनेक्टिविटी का इस्तेमाल है जो इस परिस्थिति में खतरनाक साबित हो सकता है। सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सिलसिलेवार तरीके से प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है। प्रतिबंधों को अनुच्छेद-370 के प्रावधानों को हटाने के मद्देनजर रखा गया था, जिससे जम्मू- कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त हो गया है। एएनआई ने जम्मू- कश्मीर के मुख्य सचिव, बीवीआर सुब्रह्मण्यम के हवाले से कहा कि एक व्यवस्थित तरीके से प्रतिबंध को क्षेत्र से हटा लिया जाएगा। अगले कुछ दिनों में प्रतिबंधों में और ज्यादा ढील दी जाएगी।


डॉक्टर की सलाह का पालन करें:मकर

राशिफल


मेषराशि(Aries)-आज का दिन अच्छा रहेगा। आय में वृद्धि होगी। अपरिचित व्यक्ति पर अधिक भरोसा ना करे।अटका हुआ धन वापिस मिलेगा।गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।बुज्र्गॉ की सेवा करके अच्छा फल प्राप्त करें।अच्छी-खासी सेहत के लिये रोजाना सुबह योग या व्यायाम जरुरी है.अहंकार व क्रोध से निजात पाने की कोशिश करें ।


2वृषराशि(tauras)- परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेंगा।बच्चो के भविष्य बारे उचित सोचे।आज आपका कोई नजदीकी रिश्तेदार आपकी मदद करेगें।यात्रा का योग नहीँ बन रहा हैं।लड़ाई झगड़े से बचने की कोशिश करे।परिवार को विश्वास में रखने के लिये सावधानी बरतनी चाहिए।परेशानियाँ से निजात पाने की कोशिश करें।योगा व सुबह की सैर अवश्य करें।
3 मिथुन राशि (gemini)-आपके विचार स्करातमकहो।नकारात्मक ना सोचे।आज गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।।मेहनत करेगें तो सफलता अवश्य मिलेगी धार्मिक कार्यों मे रूचि बढाये।आज यात्रा का योग शुभ होगा।मन में शान्ति के लिये मन्दिर में अवश्य जाये।सच्चाई का मार्ग अपनाए।अहंकार व क्रोध से निजात पाने की कोशिश करें ।


4-कर्क राशि ( cancer)-आज अचानक धनलाभ का योग है।कोई पुराना मित्र आपके कारोबार मे आपकी मदद करेगा।आपकी पुत्री के लिये अच्छा रिश्ता आएगा।माता पिता की सेवा करना आपका धर्म है इसे पूरी तरह से निभाए।आज कारोबार में धन लाभ होगा।
5सिंह राशि(leo)- आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।धनलाभ का योग है।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।अपनो से बिना बात पर नाराजगी ठीक नहीं।।बुजुर्गो की सेवा करना आपका कर्तव्य है।दायित्व निभाए।
6कन्या राशि( virgo)-आज का दिन भाग्यशाली होगा।मनचाहा कार्य सफल होगा।अटका हुआ धन मिलने के योग हैं।अपने माता पिता की सेवा करना अपका फर्ज है।आज कोई पारिवारिक समस्या का समाधान निकलेगा।आपके पुत्र को सरकारी नौकरी मिलने का योग है।


7-तुला राशि (libra)- किसी अनजान व्यक्ति से दुरी बनाएँ रखना उचित होगा।धनलाभ की प्राप्ति होगी।अपने व्यवसाय की सफलता के राज अपने निजी व्यक्ति को ही बताए।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।रोजाना कसरत या व्यायाम करना जरुरी है।
8वृश्चिक राशि(scorpion)-आपका व्यवहार अन्य लोगों के लिये आदर्श साबित होगा।दूर स्थान की यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी।अपनो से नाराजगी नहीं करे।सबसे अच्छा व्यवहार करने की कोशिश करें।आज पुराने मित्रों से मुलाकत अच्छी-खासी लाभकारी होगी।गरीब रिश्तेदारों की मदद अवश्य करें।माता-पिता की सेवा करना आपका कर्तव्य है।
9धनु राशि(Sagittarius)- अधूरे कार्य पूरे करे।रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार करे कोशिश करें कि आप उन्हें नाराज ना करे।आज अचानक धन लाभ का योग है।आज यात्रा टालना आपके लिए हितकारी होगा।
10मकर राशि(capricon)-आपका व्यवहार सबके साथ मीठा और सौहार्दपूर्ण होना चाहिये।रेगुलर स्वास्थ्य की जांच अति आवश्यक है डाक्टर की सलाह की पालना अवश्य करें।सबको साथ लेकर चलने की आदत बनाये।छोटी छोटी बातों पर गौर करें और सबकी रजा मन्दि से कार्य करने की कोशिश करें।
11कुम्भ राशि(Aquarius)-सबसे मीठा और अच्छा व्यवहार करे।धनलाभ का योग है।नया कार्य शुरू करने से पहले विचार विमर्श करे।परिवार के साथ अच्छा घुमने का प्रोग्राम बनाये।अनुभवी व्यक्तियों की सलाह अनुसार कार्य करे।सेहत के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।अहंकार और तानाशाही से निजात पाने की कोशिश करें।
12-मीन राशि ( pisces)-अपने माता-पिता की सेवा करना अपका दायित्व है।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे कदम उठायें।परिवार के बुजर्ग की अनुमति अनुसार कार्य करे।आपकी बेटी के लिये अच्छा वर योग है विवाह की तैयारियाँ शीघ्र करे।धनलाभ का योग है।अच्छी सेहत के लिए सुबह की सैर अवश्य करें।क्रोध व लालच से निजात पाने की कोशिश करें ।


शाकाहार के लाभ और क्षमताएं

शाकाहार की एक अत्यंत तार्किक परिभाषा ये है कि शाकाहार में वे सभी चीजें शामिल हैं जो वनस्पति आधारित हैं, पेड़ पौधों से मिलती हैं एवं पशुओं से मिलने वाली चीजें जिनमें कोई प्राणी जन्म नहीं ले सकता। इसके अतिरिक्त शाकाहार में और कोई चीज़ शामिल नहीं है। इस परिभाषा की मदद से शाकाहार का निर्धारण किया जा सकता है। उदाहरण के लिये दूध, शहद आदि से बच्चे नहीं होते जबकि अंडे जिसे कुछ तथाकथित बुद्धजीवी शाकाहारी कहते है, उनसे बच्चे जन्म लेते हैं। अतः अंडे मांसाहार है। प्याज़ और लहसुन शाकाहार हैं किन्तु ये बदबू करते हैं अतः इन्हें खुशी के अवसरों पर प्रयोग नहीं किया जाता। यदि कोई मनुष्य अनजाने में, भूलवश, गलती से या किसी के दबाव में आकर मांसाहार कर लेता है तो भी उसे शाकाहारी ही माना जाता है।


पूरी दुनिया का सबसे पुराना धर्म सनातन धर्म भी शाकाहार पर आधारित है। इसके अतिरिक्त जैन धर्म भी शाकाहार का समर्थन करता है। सनातन धर्म के अनुयायी जिन्हें हिन्दू भी कहा जाता है वे शाकाहारी होते हैं। यदि कोई व्यक्ति खुद को हिन्दू बताता है किंतु मांसाहार करता है तो वह धार्मिक तथ्यों से हिन्दू नहीं रह जाता। अपना पेट भरने के लिए या महज़ जीभ के स्वाद के लिए किसी प्राणी की हत्या करना मनुष्यता कदापि नहीं हो सकती। इसके अतिरिक्त एक अवधारणा यदि भी है कि शाकाहारियों में मासूमियत और बीमारियों से लड़ने की क्षमता ज़्यादा होती है।


नैतिक, स्वास्थ्य, पर्यावरण, धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, सौंदर्य, आर्थिक, या अन्य कारणों से शाकाहार को अपनाया जा सकता है; और अनेक शाकाहारी आहार हैं। एक लैक्टो-शाकाहारी आहार में दुग्ध उत्पाद शामिल हैं लेकिन अंडे नहीं, एक ओवो-शाकाहारी के आहार में अंडे शामिल होते हैं लेकिन गोशाला उत्पाद नहीं और एक ओवो-लैक्टो शाकाहारी के आहार में अंडे और दुग्ध उत्पाद दोनों शामिल हैं। एक वेगन अर्थात अतिशुद्ध शाकाहारी आहार में कोई भी प्राणी उत्पाद शामिल नहीं हैं, जैसे कि दुग्ध उत्पाद, अंडे और सामान्यतः शहद। अनेक वेगन प्राणी-व्युत्पन्न किसी अन्य उत्पादों से भी दूर रहने की चेष्टा करते हैं, जैसे कि कपड़े और सौंदर्य प्रसाधन।


अर्द्ध-शाकाहारी भोजन में बड़े पैमाने पर शाकाहारी खाद्य पदार्थ हुआ करते हैं, लेकिन उनमें मछली या अंडे शामिल हो सकते हैं, या यदा-कदा कोई अन्य मांस भी हो सकता है। एक पेसेटेरियन आहार में मछली होती है, मगर मांस नहीं। जिनके भोजन में मछली और अंडे-मुर्गे होते हैं वे "मांस" को स्तनपायी के गोश्त के रूप में परिभाषित कर सकते हैं और खुद की पहचान शाकाहार के रूप में कर सकते हैं। हालाँकि, शाकाहारी सोसाइटी जैसे शाकाहारी समूह का कहना है कि जिस भोजन में मछली और पोल्ट्री उत्पाद शामिल हों, वो शाकाहारी नहीं है, क्योंकि मछली और पक्षी भी प्राणी हैं।


अभावग्रस्त आधुनिक शिक्षा पद्धति

आयोग की सिफारिशों से भारतीय शिक्षा में उन्नति हुई। विद्यालयों की संख्या बढ़ी। नगरों में नगरपालिका और गाँवों में जिला परिषद् का निर्माण हुआ और शिक्षा आयोग ने प्राथमिक शिक्षा को इनपर छोड़ दिया परंतु इससे विशेष लाभ न हो पाया। प्राथमिक शिक्षा की दशा सुधर न पाई। सरकारी शिक्षा विभाग माध्यमिक शिक्षा की सहायता करता रहा। शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी ही रही। मातृभाषा की उपेक्षा होती गई। शिक्षा संस्थाओं और शिक्षितों की संख्या बढ़ी, परंतु शिक्षा का स्तर गिरता गया। देश की उन्नति चाहनेवाले भारतीयों में व्यापक और स्वतंत्र राष्ट्रीय शिक्षा की आवश्यकता का बोध होने लगा। स्वतंत्रताप्रेमी भारतीयों और भारतप्रेमियों ने सुधार का काम उठा लिया। 1870 में बाल गंगाधर तिलक और उनके सहयोगियों द्वारा पूना में फर्ग्यूसन कालेज, 1886 में आर्यसमाज द्वारा लाहौर में दयानंद ऐंग्लो वैदिक कालेज और 1898 में काशी में श्रीमती एनी बेसेंट द्वारा सेंट्रल हिंदू कालेज स्थापित किए गए।


[1] 1894 में कोल्हापुर रियासत के राजा छत्रपति साहूजी महाराज ने दलित और पिछड़ी जाति के लोगों के लिए विद्यालय खोले और छात्रावास बनवाए। इससे उनमें शिक्षा का प्रचार हुआ और सामाजिक स्थिति बदलने लगी। 1894 से 1922 तक पिछड़ी जातियों समेत समाज के सभी वर्गों के लिए अलग-अलग सरकारी संस्थाएं खोलने की पहल की। यह अनूठी पहल थी उन जातियों को शिक्षित करने के लिए, जो सदियों से उपेक्षित थीं, इस पहल में दलित-पिछड़ी जातियों के बच्चों की शिक्षा के लिए ख़ास प्रयास किये गए थे। वंचित और गरीब घरों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई। 1920 को नासिक में छात्रावास की नींव रखी। साहू महाराज के प्रयासों का परिणाम उनके शासन में ही दिखने लग गया था। साहू जी महाराज ने जब देखा कि अछूत-पिछड़ी जाति के छात्रों की राज्य के स्कूल-कॉलेजों में पर्याप्त संख्या हैं, तब उन्होंने वंचितों के लिए खुलवाये गए पृथक स्कूल और छात्रावासों को बंद करवा दिया और उन्हें सामान्य छात्रों के साथ ही पढ़ने की सुविधा प्रदान की। डा० भीमराव अम्बेडकर बड़ौदा नरेश की छात्रवृति पर पढ़ने के लिए विदेश गए लेकिन छात्रवृत्ति बीच में ही रोक दिए जाने के कारण उन्हे वापस भारत आना पड़ा। इसकी जानकारी जब साहू जी महाराज को हुई तो महाराज ने आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए उन्हें सहयोग दिया।


1901 में लार्ड कर्ज़न ने शिमला में एक गुप्त शिक्षा सम्मेलन किया था जिसमे 152 प्रस्ताव स्वीकृत हुए थे। इसमें कोई भारतीय नहीं बुलाया गया था और न सम्मेलन के निर्णयों का प्रकाशन ही हुआ। इसको भारतीयों ने अपने विरुद्ध रचा हुआ षड्यंत्र समझा। कर्ज़न को भारतीयों का सहयोग न मिल सका। प्राथमिक शिक्षा की उन्नति के लिए कर्ज़न ने उचित रकम की स्वीकृति दी, शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की तथा शिक्षा अनुदान पद्धति और पाठ्यक्रम में सुधार किया। कर्ज़न का मत था कि प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से ही दी जानी चाहिए। माध्यमिक स्कूलों पर सरकारी शिक्षाविभाग और विश्वविद्यालय दोनों का नियंत्रण आवश्यक मान लिया गया। आर्थिक सहायता बढ़ा दी गई। पाठ्यक्रम में सुधार किया गया। कर्जन माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में सरकार का हटना उचित नहीं समझता था, प्रत्युत सरकारी प्रभाव का बढ़ाना आवश्यक मानता था। इसलिए वह सरकारी स्कूलों की संख्या बढ़ाना चाहता था। लार्ड कर्जन ने विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा की उन्नति के लिए 1902 में भारतीय विश्वविद्यालय आयोग नियुक्त किया। पाठ्यक्रम, परीक्षा, शिक्षण, कालेजों की शिक्षा, विश्वविद्यालयों का पुनर्गठन इत्यादि विषयों पर विचार करते हुए आयोग ने सुझाव उपस्थित किए। इस आयोग में भी कोई भारतीय न था। इसपर भारतीयों में क्षोभ बढ़ा। उन्होंने विरोध किया। 1904 में भारतीय विश्वविद्यालय कानून बना। पुरातत्व विभाग की स्थापना से प्राचीन भारत के इतिहास की सामग्रियों का संरक्षण होने लगा। 1905 के स्वदेशी आंदोलन के समय कलकत्ते में जातीय शिक्षा परिषद् की स्थापना हुई और नैशनल कालेज स्थापित हुआ जिसके प्रथम प्राचार्य अरविंद घोष थे। बंगाल टेकनिकल इन्स्टिट्यूट की स्थापना भी हुई।


1911 में गोपाल कृष्ण गोखले ने प्राथमिक शिक्षा को नि:शुल्क और अनिवार्य करने का प्रयास किया। अंग्रेज़ सरकार और उसके समर्थकों के विरोध के कारण वे सफल न हो सके। 1913 में भारत सरकार ने शिक्षानीति में अनेक परिवर्तनों की कल्पना की। परंतु प्रथम विश्वयुद्ध के कारण कुछ हो न पाया। प्रथम महायुद्ध के समाप्त होने पर कलकत्ता विश्वविद्यालय आयोग नियुक्त हुआ। आयोग ने शिक्षकों का प्रशिक्षण, इंटरमीडिएट कालेजों की स्थापना, हाई स्कूल और इंटरमीडिएट बोर्डों का संगठन, शिक्षा का माध्यम, ढाका में विश्वविद्यालय की स्थापना, कलकत्ते में कालेजों की व्यवस्था, वैतनिक उपकुलपति, परीक्षा, मुस्लिम शिक्षा, स्त्रीशिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक शिक्षा आदि विषयों पर सिफारिशें की। बंबई, बंगाल, बिहार, आसाम आदि प्रांतों में प्राथमिक शिक्षा कानून बनाये जाने लगे। माध्यमिक क्षेत्र में भी उन्नति होती गई। छात्रों की संख्या बढ़ी। माध्यमिक पाठ्य में वाणिज्य और व्यवसाय रखे दिए गए। स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट परीक्षा चली। अंग्रेजी का महत्व बढ़ता गया। अधिक संख्या में शिक्षकों का प्रशिक्षण होने लगा।


1916 तक भारत में पाँच विश्वविद्यालय थे। अब सात नए विश्वविद्यालय स्थापित किए गए। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय तथा मैसूर विश्वविद्यालय 1916 में, पटना विश्वविद्यालय 1917 में, ओसमानिया विश्वविद्यालय 1918 में, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय 1920 में और लखनऊ और ढाका विश्वविद्यालय 1921 में स्थापित हुए। असहयोग आंदोलन से राष्ट्रीय शिक्षा की प्रगति में बल और वेग आए। बिहार विद्यापीठ, काशी विद्यापीठ, गौड़ीय सर्वविद्यायतन, तिलक विद्यापीठ, गुजरात विद्यापीठ, जामिया मिल्लिया इस्लामिया आदि राष्ट्रीय संस्थाओं की स्थापना हुई। शिक्षा में व्यावहारिकता लाने की चेष्टा की गई। 1921 से नए शासनसुधार कानून के अनुसार सभी प्रांतों में शिक्षा भारतीय मंत्रियों के अधिकार में आ गई। परंतु सरकारी सहयोग के अभाव के कारण उपयोगी योजनाओं का कार्यान्वित करना संभव न हुआ। प्राय: सभी प्रांतों में प्राथमिक शिक्षा अनिवार्य करने की कोशिश व्यर्थ हुई। माध्यमिक शिक्षा में विस्तार होता गया परंतु उचित संगठन के अभाव से उसकी समस्याएँ हल न हो पाईं। शिक्षा समाप्त कर विद्यार्थी कुछ करने के योग्य न बन पाते। दिल्ली (1922), नागपुर (1923) आगरा (1927), आंध्र (1926) और अन्नामलाई (1926) में विश्वविद्यालय स्थापित हुए। बंबई, पटना, कलकत्ता, पंजाब, मद्रास और इलाहबाद विश्वविद्यालयों का पुनर्गठन हुआ। कालेजों की संख्या में वृद्धि होती गई। व्यावसायिक शिक्षा, स्त्रीशिक्षा, मुसलमानों की शिक्षा, हरिजनों की शिक्षा, तथा अपराधी जातियों की शिक्षा में उन्नति होती गई।


अगले शासनसुधार के लिए साइमन आयोग की नियुक्ति हुई। हर्टाग समिति इस आयोग का एक आवश्यक अंग थी। इसका काम था भारतीय शिक्षा की समस्याओं की सागोपांग जाँच करना। समिति ने रिपोर्ट में 1918 से 1927 क प्रचलित शिक्षा के गुण और दोष का विवेचन किया और सुधार के लिए निर्देश दिया।


1930-1935 के बीच संयुक्त प्रदेश में बेकारी की समस्या के समाधान के लिए समिति बनी। व्यावहारिक शिक्षा पर जोर दिया गया। इंटरमीडिएट की पढ़ाई के दो वर्षों में से एक वर्ष स्कूल के साथ कर दिया जाए, जिससे पढ़ाई 11 वर्ष की हो। बाकी एक वर्ष बी.ए. के साथ जोड़कर बी.ए. पाठ्यक्रम तीन वर्ष का कर दिया जाए। माध्यमिक छह वर्ष के दो भाग हों - तीन वर्ष का निम्न माध्यमिक और तीन वर्ष का उच्च माध्यमिक। अंतिम तीन वर्षों में साधारण पढ़ाई के साथ साथ कृषि, शिल्प, व्यवसाय सिखाए जायँ। समिति की ये सिफारिशें कार्यान्वित नहीं हुई।


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पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...