शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

बारिश की वजह से नहीं खेला गया मैच

नई दिल्ली। भारत व वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला गयाना के प्रोवीडेंस स्टेडियम पर बारिश की वजह से पूरा नहीं खेला जा सका। बारिश की आंख-मिचौली के बीच इस मैच को आखिरकार रद कर दिया गया। इस मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम ने 13 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 54 रन बनाए। इसके बाद बारिश की वजह से आगे का मैच पूरा नहीं हो पाया।


गयाना में बारिश की वजह से इस मैच को निर्धारित समय से दो घंटे की देरी से शुरू किया गया और मैच को 43-43 ओवर का कर दिया गया। मैच शुरू भी हुआ लेकिन 5.4 ओवर के बाद एक बार फिर से बारिश शुरू हो गई और मैच के ओवर को घटाकर 34-34 ओवर का कर दिया गया। इसके बाद 13 ओवर तक खेल जारी रहा, लेकिन फिर ऐसी बारिश हुई कि अंपायर और मैच रेफरी को इसे रद करने का फैसला करना पड़ा। भारत व वेस्टइंडीज के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला अब 11 अगस्त को खेला जाएगा।


सैनिक:प्रेमिका के लिए पत्नी की हत्या

रांची | दीपाटोली आर्मी कैंट में तैनात जवान देशपाल अठावले ने अपनी पत्नी मनीषा अठावले की हत्या अवैध संबंध का विरोध करने के कारण कर दी। यह आरोप मृतका के बड़े भाई शरद ने लगाया है। दूरभाष पर हुई बातचीत में शरद ने अपने जीजा देशपाल अठावले पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उसके जीजा का चाल-चलन ठीक नहीं था। दूसरी युवती से उसका अवैध संबंध था। इस बात की जानकारी जब मनीषा को मिली तो उसने इसका विरोध किया। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़े होते थे।


अधिवक्ता:खड़े रहकर पैरवी क्यों?

राणा ओबराय
कोर्ट में वकील को क्यों खड़े रहकर पैरवी करनी चाहिए!मुद्दा अधिवक्ता की गरिमा से है संबंधित!

नयी दिल्ली । कोर्ट में वकील को क्या खड़े रहकर पैरवी करनी चाहिए? BCI करेगी फैसला, जानिए पूरा मामला
ऐसा कोई कानून या नियम नहीं है कि कोर्ट की कार्यवाही या पैरवी के दौरान वकील खड़े ही रहेंगे। अदालत में पेश होने के लिए वकीलों के खड़े रहने के लिए कोई नियम नहीं है।
अदालतों में वकील अक्सर जज के सामने घंटों खड़े रहते हैं। अदालत के कामकाज के दौरान खड़े रहना वकीलों की आदत में शुमार हो गया है, लेकिन लुधियाना के एक वकील ने इस प्रथा के खिलाफ आवाज़ उठाई है।
लुधियाना में जिला अदालतों में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता हरिओम जिंदल ने इस प्रथा के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया। वे यह लड़ाई महीनों से लड़ रहे हैं और अब जाकर बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) ने उन्हें पत्र लिखकर सूचित किया है कि यह मुद्दा बार की बैठक में उठाया जाएगा। ऐसा कोई कानून या नियम नहीं है कि कोर्ट में पैरवी के दौरान वकील खड़े ही रहेंगे। अदालत में पेश होने के लिए वकीलों के खड़े रहने के लिए कोई नियम नहीं है। एनएचआरसी (राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग) ने वकील की इस शिकायत को बार काउंसिल ऑफ इंडिया को भेज दिया और उचित कार्रवाई के लिए मामले को देखने को कहा।
अधिवक्ता हरिओम जिंदल की आरटीआई के सवाल के जवाब में बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने उन्हें पत्र दवारा सूचित किया है कि चूंकि यह नीतिगत मुद्दा है इसलिए इस मुद्दे पर बार काउंसिल में फुल हाउस में विचार किया जाएगा। पत्र में कहा गया है कि इस मामले को सामान्य परिषद के समक्ष रखा जाएगा।
जिंदल के अनुसार, न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं की मूल योग्यता में कोई अंतर नहीं है। बीसीआई ने जिंदल की आरटीआई के सवाल के जवाब में बताया कि इस मुद्दे पर नियम खामोश हैं। एनएचआरसी के समक्ष अपनी शिकायत में उन्होंने कहा कि लोक सेवकों द्वारा अधिवक्ताओं के साथ व्यवहार करने के तरीकों में लगातार गिरावट आई है। न्यायाधीशों, अदालतों में और विभिन्न प्राधिकरणों के माध्यम से प्राप्त जानकारी से यह स्पष्ट है कि कोई नियम नहीं है। जिंदल के अनुसार यह मुद्दा हर अधिवक्ता की गरिमा और सम्मान से संबंधित है।


किसी परेशानी से छुटकारा मिलेगा:मिथुन

राशिफल


1-मेषराशि(Aries)आज का दिन अच्छा रहेगा। आय में वृद्धि होगी। परिचित व्यक्ति पर अधिक भरोसा ना करे धोखा दे सकता है।लड़ाई झगड़ा से निजात पाने की कोशिश करें।कोई अपका पुराना मित्र आपके कारोबार में तरक्की के लिए मदद करेगा।रोजाना अछि सेहत के लिये सुबह की सैर अवश्य करे।माता पिता की सेवा करके अच्छा फल प्राप्त करें।


2-वृषराशि(tauras)- परिवार के साथ समय अच्छा गुजरेंगा।बच्चो के भविष्य बारे उचित सोचे।गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।आज आपका कोई नजदीकी रिश्तेदार आपकी मदद करेगें।धनलक्ष्मी का योग बन रहा है।आज लम्बित पडी समस्या का समाधान होगा।यात्रा का योग नहीँ बन रहा हैं सावधानी बरतनी चाहिए।
3 -मिथुन राशि (gemini)-आपके विचार स्करातमक हो।आप कभी नकारात्मक ना सोचे।आज गरीबों की मदद करके परमार्थ कमाइए।अचानक अटका हुआ धन प्राप्त होगा।किसी परेशानी से छुटकारा मिले।क्रोध व इर्ष्या से निजात पाने की कोशिश करें। आज यात्रा का योग सुभ होगा।सुबह की सैर अवश्य करें।


4 -कर्क राशि ( cancer)-आज अचानक धनलाभ का योग है।छोटी छोटी बातों पर गौर करें व बिना बात किसी से लड़ाई झगड़ा ना करे।कोई पुराना मित्र आपके कारोबार मे आपकी मदद करेगा।आपकी पुत्री के लिये अच्छा रिश्ता आएगा।अहंकार से निजात पाने की कोशिश करें।माता पिता की सेवा करना आपका धर्म है इसे पूरी तरह से निभाए ।
5 -सिंह राशि(leo)- आज कुछ ऐसा होगा जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी।धनलाभ का योग है।कोई उधारी वापिस मिल सकती है।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।समय समय पर अपने डाक्टर से जांच करवाये।रोजाना सुबह की सैर अवश्य करें।क्रोध व लालच से निजात पाने की कोशिश करें।बुजुर्गो की सेवा करना आपका कर्तव्य है।दायित्व निभाए।
6 -कन्या राशि( virgo)-आज का दिन भाग्यशाली होगा।मनचाहा कार्य सफल होगा।अचानक अटका हुआ उधार वापस मिल सकतीं है।कोई रिस्तेदार आपके कारोबार में मदद करेगा।अपका व्यवहार अपका दर्पण है सबसे अच्छा व्यव्हार करे।आपके पुत्र को सरकारी नौकरी मिलने कायोगहै।योगा व सुबह की सैर अवश्य करें नियमितताअपनाए।


7–तुला राशि (libra)- किसी अनजान व्यक्ति से दुरी बनाएँ रखना उचित होगा।कोई अपका करीबी मित्र आपको धोखा देने की कोशिश करेगा।सावधानी बरते।अपने व्यवसाय की सफलता के राज अपने निजी व्यक्ति को ही बताए।अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।धनलाभ के योग है।क्रोध व अहंकार से निजात पाने की कोशिश करें। रोजाना कसरत या व्यायाम करना जरुरी है। 
8वृश्चिक राशि(scorpion)-आपका व्यवहार अन्य लोगों के लिये आदर्श साबित होगा।दूर स्थान की यात्रा लाभदायक सिद्ध होगी।धन लाभ का योग है।आज पुराने मित्रों से मुलाकत अच्छी-खासी लाभकारी होगी।छोटी छोटी बातों पर गौर करें व अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें।गरीब रिश्तेदारों की मदद अवश्य करें।सुबह की सैर अवश्य करें।
9धनु राशि(Sagittarius)- अधूरे कार्य पूरे करे।रिश्तेदारों से अच्छा व्यवहार करे।कोशिश करें कि आप उन्हें नाराज ना करे।क्रोध व अहंकार को त्यागने की कोशिश करें।कोई रिस्तेदार आपकी मन से मदद करेगा।आज धन लाभ का योग है ।अपने ब्च्चॉ के भविष्य की चिंता अवश्य करे।आज यात्रा टालना आपके लिए हितकारी होगा।
10मकर राशि(capricon)-आपका व्यवहार सबके साथ मीठा और सौहार्दपूर्ण होना चाहिये।रेगुलर स्वास्थ्य की जांच अति आवश्यक है डाक्टर की सलाह की पालना अवश्य करें।सबको साथ लेकर चलने की आदत बनाये।योगा या व्यायाम करने से सेहत ठीक रखें।रोजाना सुबह की सैर अवश्य करें।
11कुम्भ राशि(Aquarius)-सबसे मीठा और अच्छा व्यवहार करे।धनलाभ का योग है।अटकी हुई उधार वापस मिल सकतीं है। नया कार्य शुरू करने से पहले विचार विमर्श करे।अनुभवी व्यक्तियों की सलाह अनुसार कार्य करे।योग व सुबह की सैर अवश्य करें।सेहत के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।
12-मीन राशि ( pisces)-अपने माता-पिता की सेवा करना अपका दायित्व है।कोई करीबी आपकी मदद की कोशिश करेगा।अपने ब्च्चॉ के भविष्य बारे कदम उठायें।आज कारोबारी यात्रा लाभदायक होगी। आपकी बेटी के लिये अच्छा वर योग है।विवाह की तैयारियाँ शीघ्र करे।क्रोध व अहंकार त्यागने की कोशिश करें। धनलाभ का योग है।


प्राकृतिक-चिकित्सा, चिकित्सा-दर्शन

प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी) एक चिकित्सा-दर्शन है। प्राकृतिक चिकित्सा के अन्तर्गत रोगों का उपचार व स्वास्थ्य-लाभ का आधार है। जिसमें किसी प्रकार की औषधि अथवा दवाई की आवश्यकता नहीं पड़ती है। यह हमारे रोजमर्रा के आहार और खान पान पर ही निर्भर रहता है। 'रोगाणुओं से लड़ने की शरीर की स्वाभाविक शक्ति' होती है जिसको सद्दड़ और अधिक प्रभावशाली बनाने के प्रयास किए जाते हैं। प्राकृतिक चिकित्सा के अन्तर्गत अनेक पद्धतियां हैं जैसे - जल चिकित्सा, होमियोपैथी, सूर्य चिकित्सा, एक्यूपंक्चर, एक्यूप्रेशर, मृदा चिकित्सा आदि। यह सभी चिकित्सा पद्धति औषधि मुक्त है। इसमें प्राकृतिक अवयवों को ही आधार मानकर उन्हीं के आधारभूत रोग अथवा समस्या को समझा जाता है। उसके समाधान के लिए प्राकृतिक उपकरण, आहार अथवा क्रियाओं को उपयोग में लाया जाता है। प्राकृतिक चिकित्सा के प्रचलन में विश्व की कई चिकित्सा पद्धतियों का योगदान है; जैसे भारत का आयुर्वेद तथा यूरोप का 'नेचर क्योर'।


प्राकृतिक चिकित्सा प्रणाली चिकित्सा की एक रचनात्मक विधि है। जिसका लक्ष्य प्रकृति में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध तत्त्वों के उचित इस्तेमाल द्वारा रोग का मूल कारण समाप्त करना है। यह न केवल एक चिकित्सा पद्धति है बल्कि मानव शरीर में उपस्थित आंतरिक महत्त्वपूर्ण शक्तियों या प्राकृतिक तत्त्वों के अनुरूप एक जीवन-शैली है। यह जीवन कला तथा विज्ञान में एक संपूर्ण क्रांति है। भारतीय पुस्तक आयुर्वेद में इस प्रकार के कई विवरणों का उल्लेख है जिसमें प्राकृतिक विधाओं के द्वारा उपचार और चिकित्सा संभव की जाती है।


इस प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में प्राकृतिक भोजन, विशेषकर ताजे फल तथा कच्ची व हलकी पकी सब्जियाँ, अनाज, तेल ,तिलहन ,खांडसारी और विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों के द्वारा नाड़ी तंत्र, इंद्री तंत्र ,ज्ञान इंद्री तंत्र अथवा कर्म इंद्रियों के द्वारा रोग को समझा जाता है और उसके अनुरूप ही प्राकृतिक संसाधनों के द्वारा रोग का निवारण किया जाता है। विभिन्न बीमारियों के इलाज में निर्णायक भूमिका निभाती हैं। प्राकृतिक चिकित्सा निर्धन व्यक्तियों एवं गरीब देशों के लिये विशेष रूप से वरदान है। जो व्यक्ति पहले से ही किसी रोग से ग्रसित है उसके लिए यह विशेष रूप से लाभकारी है जीवन उपयोगी है। जो व्यक्ति शल्य चिकित्सा अथवा अन्य किसी चिकित्सा पद्धति में विश्वास नहीं रखता है उसके लिए प्राकृतिक चिकित्सा सर्वश्रेष्ठ है।


महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की कथा

मल्लिकार्जुन और महाकाल ज्योतिर्लिंगों की कथा
सूत जी कहते हैं,  मैं मल्लिकार्जुन के प्रादुर्भाव का प्रसंग सुनाता हूं। जिसे सुनकर बुद्धिमान पुरुष सब पापों से मुक्त हो जाता है। जब महाबली तारक शत्रु शिवा पुत्र कुमार कार्तिकेय सारी पृथ्वी की परिक्रमा करके फिर कैलाश पर्वत पर आए और गणेश के विवाह आदि की बात सुनकर क्रौंच पर्वत पर चले गए। पार्वती और शिव जी के वहां जाकर अनुरोध करने पर भी नहीं लौटे तथा वहां से भी 12 कोस दूर आगे चले गए। तब शिव और पार्वती ज्योतिर्मय स्वरूप धारण करके वहां प्रतिष्ठित हो गए। वे दोनों पुत्र स्‍नेह से ऐसे आतुर हो पर्व के दिन अपने पुत्र कुमार को देखने के लिए उनके पास जाया करते हैं। अमावस्या के दिन भगवान शंकर स्‍वं वहा जाते हैं और पूर्णमासी के दिन पार्वती जी निश्चय ही वहां पर रुप प्रकट करती है। उसी दिन से लेकर भगवान शिव का मल्लिकार्जुन नामक एक लिंग तीनों लोकों में प्रसिद्ध हुआ। उसमें पार्वती और शिव दोनों की शक्तियां प्रतिष्ठित है । मल्लिका का अर्थ पार्वती है और अर्जुन शब्द शिव का वाचक है। मल्लिका अर्जुन नाम के इस शिवलिंग का जो दर्शन करता है। वह समस्त पापों से मुक्त हो जाता है और संपूर्ण अभिष्‍टो को प्राप्त कर लेता है। इसमें संयश नहीं है। इस प्रकार मल्लिकार्जुन नामक द्वितीय ज्योतिर्लिंग का वर्णन किया गया। जो दर्शन मात्र से लोगों के लिए सब प्रकार का सुख देने वाला बताया गया है। ऋषि यों ने कहा प्रभु अब आप विशेष कृपा करके तीसरे ज्योतिर्लिंग का वर्णन कीजिए। सूतजी ने कहा, ब्राह्मण,जो आप श्रीमानो का संग मुझे प्राप्त हुआ। साधु पुरुषों का संघ निश्चय ही धन्य है। अतः मैं अपना सौभाग्य समझकर पापनाशिनी प्रमुख पावनी दिव्य कथा का वर्णन करता हूं। तुम लोग आदर पूर्वक सुने। अवंती नाम से प्रसिद्ध एक रमणीय नगरी है। जो समस्त देहदारियो को मोक्ष प्रदान करने वाली है। वह भगवान शिव को बहुत ही प्रिय है। परंतु उनमें और लोकपावनी है। उस पुरी में एक श्रेष्ठ ब्राह्मण रहते थे। जो शुभ कर्म परायण वेदों के अध्याय में संलग्न तथा वैदिक कर्मों के अनुष्ठान में सदा तत्पर रहने वाले थे।  घर में अग्नि की स्थापना करके प्रतिदिन अग्निहोत्र करते और शिव की पूजा में सदा तत्पर रहते थे। वह ब्राह्मण देवता प्रतिदिन पार्थिव शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा किया करते थे। वेद प्रिय नामक ब्राह्मण देवता ज्ञान अर्जन में लगे रहते थे। इसलिए उन्होंने संपूर्ण कर्म का फल प्राप्त कर लिया। जो संतों को ही सुलभ होती है। उनके चार तेजस्वी पुत्र थे, जो पिता-माता से सद्गुणों में कम नहीं थे। उनके नाम थे देवप्रिय प्रियमेधा आदि उसके सुखदायक पुत्र भी वहां सदा ध्‍यान मे लगे रहते थे।उनके कारण वह भूमि तेज से परिपूर्ण हो गई थी। उसी समय रत्न माल पर्वत पर दूषण नामक एक धर्म विशेष में ब्रह्मा जी से वर  पाकर वेद धर्म तथा धर्मआत्माओं पर आक्रमण किया। अंत में उसने सेना लेकर उज्जैन में ब्राह्मणों पर भी चढ़ाई कर दी। उसके चार रुप प्रकट हो गए। परंतु जब उन्होंने उनको आश्वासन देते हुए कहा आप लोग भक्तवत्सल भगवान पर भरोसा रखें शिवलिंग का पूजन करके भगवान शिव का ध्यान करने लगे। इतने में ही सेना सहित दूसरे ने आकर उन्हें मार डालो वेद,बांध लो कहा,पर उन्‍होने कोई ध्यान नहीं दिया ।क्योंकि भगवान शंभू के मार्ग में स्थित है। उस दुष्ट आत्मा नहीं उनको मारने का प्रयास किया  तभी, उनके द्वारा शिवलिंग के स्थान में बड़ी भारी आवाज के साथ एक गड्ढा प्रकट हो गया। उस गड्ढे से तत्काल विकट रूप धारी भगवान शिव प्रकट हो गए। जो महाकाल नाम से विख्यात हुए। वे दुष्टों के विनाश तथा सत पुरुषों के आश्रय दाता है। उन्होंने उसे कहा अरे खल मैं तुझ जैसे दुष्टों के लिए महाकाल प्रकट हुआ हूं। तुम इन ब्राह्मणों के निकट से दूर भाग जाओ। ऐसा कहकर महाकाल शंकर ने सेना सहित दूसरों असुरो को अपनी हुंकार मात्र से तत्काल भस्म कर दिया। कुछ सेना उनके द्वारा मारी गई और कुछ भाग खड़ी हुई। परमात्मा ने दूषण का वध कर डाला। जैसे सूर्य को देखकर संपूर्ण अंधकार नष्ट हो जाता है ठीक उसी प्रकार भगवान शिव को देखकर उसकी सारी सेना अदृश्य हो गई। देवताओं की दुबिंया बजने लग गई,और आकाश से फूलों की वर्षा होने लगी। ब्राह्मणों को आश्वासन हुए स्वयं महाकाल महेश्वर शिव ने उनसे कहा मैं तुमसे अत्यंत प्रसन्न हूं वर मागो ।उनकी बात सुनकर ब्राह्मण हाथ जोड़ भक्ति भाव से भलीभांति प्रणाम करके बोले, महाकाल महादेव, दुष्टों को दंड देने वाले प्रभु आप हमें संसार सागर से मोक्ष प्रदान करें। शिव आप जनसाधारण की रक्षा के लिए सदा यही रहे। प्रभु, अपना दर्शन करने वाले मनुष्य का उद्धार करें। सूत जी कहते हैं, उनके ऐसा कहने पर उन्हें सद्गति दे भगवान शिव अपने भक्तों की रक्षा के लिए उस परम सुंदर गड्ढे में स्थित हो गए और वहां चारों ओर भूमि भगवान शिव पर महाकालेश्वर के नाम से विख्यात हुई। ब्राह्मणों का दर्शन करने से कोई दुख नहीं होता ,जिस कामना को लेकर कोई उस स्‍थान की उपासना करता है। उसे प्राप्त हो जाता है ,तथा मिल जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1.अंक-07(साल-01)
2.शनिवार,10अगस्‍त 2019
3.शक-1941,श्रावन शुक्‍लपक्ष दशवीं,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:46,सूर्यास्त 7:08
5.न्‍यूनतम तापमान 29 डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी गाजियाबाद 201102
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पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...