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मंगलवार, 8 जून 2021

सही सूचना देने के लिए दबाव डालता रहेगा 'यूएसए'

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर चीन पर कोरोना की उत्पत्ति को लेकर पारदर्शिता बरतने और सही सूचना देने के लिए दबाव डालता रहेगा। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने कहा कि इसके साथ ही हम अपनी जांच प्रक्रिया भी जारी रखेंगे। अमेरिका का यह बयान ऐसे समय आया है, जब चीन ने सोमवार को अमेरिका की मुआवजा की मांग को खारिज कर दिया था। व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बात करते हुए सुलिवन ने कहा, हम अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ चीन पर पारदर्शिता बरतने के लिए दबाव डालते रहेंगे। चीन ने कहा है कि वह इस प्रक्रिया भी शामिल नहीं होगा, उसे हम स्वीकार नहीं करेंगे। 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन पद संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ इस मुद्दे पर भी बातचीत करेंगे। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने सांसदों की बैठक में कहा कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति के दो स्रोत हो सकते हैं। पहला यह कि इसका निर्माण प्रयोगशाला में किया गया हो सकता है। दूसरा, इसकी उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से भी हो सकती है। विदेशी मामलों की समिति के सदस्य स्टीव कैबट के एक सवाल के जवाब में ब्लिंकन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन ने इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।


पाक: परिवार के 4 लोगों की मौत पर प्रतिक्रिया दी

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी लोगों के प्रति दूसरे देशों में नफरत किस कदर बढती जा रही है। जब शाम को टहलने निकले एक पाकिस्तानी परिवार पर एक कनाडाई नागरिक ने अपना ट्रक चढा दिया। इस घटना में पाकिस्तानी परिवार के चार लोगों की मौत हो गयी है। घटना पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सहित अन्य नेताओ ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी है। घटना रविवार की शाम की है, जब पाकिस्तानी मूल का एक परिवार अपने पांच सदस्यों के साथ टहलने निकला था। उसी समय एक 20 वर्षीय कनाडाई यूवक ने इस परिवार पर अपना पिकअप ट्रक चढा दिया। 

बताया जाता है। इस घटना मे परिवार के पांच मे से चार सदस्यों की मौत हो गयी। हालाकिं घटना के बाद कुछ ही दूरी पर पुलिस ने हमलावर को गिरफतार कर लिया है। घटना पर पुलिस का मानना है कि घटना पूर्व नियोजित थी पाकिस्तानी परिवार को उसके धार्मिंक आस्था के कारण मारा गया है। वही कनाडा के राष्ट्पति ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें इस घटना से बहुत दुख है। उन्होनें कहा कि हम लंदन तथा देश के अन्य हिस्सो मे रहने वाले मुस्लिमों के साथ खडे हैं। इस तरह की घटनाओं की हमारे देश में कोई जगह नही है। इसे रूकना ही होगा।

नाखून बदले-बदले दिखने लगे तो हो जाएं सावधान

नॉर्विच। नाखून की सजावट के लिए महिलाएं तमाम जतन करती हैं। क्या आपको पता है, सुंदर दिखने वाले नाखून आपके शरीर का राज बता देते हैं। अगर आपके नाखून कुछ बदले-बदले से दिख रहे हो तो बेहद होशियार हो जाइए। समझ लें कि ‘‘कोविड नाखून’’ बीमारी से आप घिर चुके हैं। कोरोना संक्रमण से पूरी दुनिया में जूझ रही हैं। कोविड-19 के मुख्य लक्षण बुखार, खांसी, थकान और स्वाद तथा गंध के एहसास में कमी हैं। त्वचा में भी कोविड-19 के लक्षण देखे गए हैं। लेकिन शरीर का एक और हिस्सा है। 
जहां वायरस का प्रभाव पड़ता है और वह हैं आपके नाखून। वासिलियोस वासिलीऊ, यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया, यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया और यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया नॉर्विच की ओर से केस स्टडी के बाद यह बात कही गई है।स्टडी के मुताबिक कई मरीजों के नाखून में बदलाव देखने को मिला है। कोविड-19 संक्रमण के बाद, कुछ रोगियों के नाखूनों का रंग फीका पड़ जाता है या कई सप्ताह बाद उनका आकार बदलने लगता है – इसे ‘‘कोविड नाखून’’ कहा जाता है। नाखूनों के आधार पर लाल रंग की अर्ध-चंद्र की आकृति बनना है। ऐसा लगता है कि यह कोविड से जुड़ी नाखून की अन्य शिकायतों से पहले ही मौजूद था, रोगियों ने कोविड संक्रमण का पता लगने के दो सप्ताह से भी कम समय में इसे देखा है।
नाखून पर इस तरह की लाल अर्ध-चंद्र आकृति आम तौर पर दुर्लभ होती हैं, और पहले नाखून के आधार के इतने करीब नहीं देखी गई हैं। इसलिए इस आकृति का इस तरह दिखना विशेष रूप से कोविड-19 के संक्रमण का एक संकेत हो सकता है। स्टडी के मुताबिक, नाखून पर यह अर्ध-चंद्र क्यों बनता है, इसका एक संभावित कारण वायरस से जुड़ी रक्त वाहिका में क्षति हो सकती है। या फिर यह वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के कारण हो सकता है जिससे रक्त के छोटे थक्के जमते हैं और नाखून का रंग फीका हो सकता है।रोगी यदि लक्षणमुक्त है तो महत्वपूर्ण रूप से, इन निशानों के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है – हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वे कितने समय तक रहते हैं। रिपोर्ट किए गए मामलों में यह कुछ में एक सप्ताह तो कुछ में चार सप्ताह रहे।
कुछ रोगियों ने अपने हाथों और पैरों की उंगलियों के नाखूनों के आधार में नए अलग तरह की रेखाएं भी देखीं जो अमूमन कोविड-19 संक्रमण के चार सप्ताह या उससे अधिक समय बाद दिखाई देती हैं। सामान्यत: ये रेखाएं तब होती हैं जब किसी तरह के शारीरिक तनाव, जैसे संक्रमण, कुपोषण या कीमोथेरेपी आदि के दुष्प्रभाव के कारण नाखून की बढ़वार में अस्थायी रुकावट होती है। अब यह कोविड-19 के कारण भी हो सकते हैं।
नाखून औसतन हर महीने 2 मिमी से 5 मिमी के बीच बढ़ते हैं, शारीरिक तनाव होने के चार से पांच सप्ताह बाद ये रेखाएँ ध्यान देने योग्य हो जाती हैं – जैसे-जैसे नाखून बढ़ता है, इनका पता चलता है। इसलिए तनावपूर्ण घटना के समय का अनुमान यह देखकर लगाया जा सकता है कि यह रेखाएँ नाखून के आधार से कितनी दूर हैं। 
इन रेखाओं के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है, क्योंकि समस्या का समाधान होने पर यह ठीक होने हैं। वर्तमान में, उपलब्ध साक्ष्य बताते हैं कि कोविड-19 संक्रमण की गंभीरता और नाखूनों में होने वाले परिवर्तन के प्रकार या समय सीमा के बीच कोई संबंध नहीं है। अन्य असामान्य निष्कर्ष उपरोक्त तथ्य कोविड संक्रमण के कारण नाखून में होने वाले दो सामान्य परिवर्तन से जुड़े हैं, लेकिन शोधकर्ताओं ने कुछ अन्य असामान्य घटनाओं को भी दर्ज किया।

महात्मा गांधी की पड़पोती को 7 वर्ष की कैद, जुर्म

जोहानिसबर्ग। डरबन की एक अदालत ने महात्मा गांधी की पड़पोती को 60 लाख रैंड की धोखाधड़ी और जालसाजी के जुर्म में सात वर्ष की कैद की सजा सुनायी है। आशीष लता रामगोबिन (56) को सोमवार को अदालत ने यह सजा सुनाई। उन पर उद्योगपति एसआर महाराज के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप था। महाराज ने उन्हें कथित रूप से भारत से एक ऐसी खेप के आयात और सीमाशुल्क कर के समाशोधन के लिए 62 लाख रैंड दिये थे, जिसका कोई अस्तित्व नहीं था। इसमें उन्हें लाभ का एक हिस्सा देने का वादा किया गया था।
लता रामगोबिन जानी मानी मानवाधिकार कार्यकर्ता इला गांधी और दिवंगत मेवा रामगोबिंद की संतान हैं। वर्ष 2015 में जब लता रामगोबिन के खिलाफ सुनवाई शुरू हुई थी तब राष्ट्रीय अभियोजन प्राधिकरण (एनपीए) के ब्रिगेडियर हंगवानी मूलौदजी ने कहा था कि उन्होंने संभावित निवेशकों को यकीन दिलाने के लिए कथित रूप से फर्जी चालान और दस्तावेज दिये थे कि भारत से लिनेन के तीन कंटेनर आ रहे हैं। उस वक्त लता रामगोबिन को 50,000 रैंड की जमानत राशि पर रिहा कर दिया गया था। 
सोमवार को सुनवाई के दौरान अदालत को सूचित किया गया कि लता रामगोबिन ने ‘न्यू अफ्रीका अलायंस फुटवेयर डिस्ट्रीब्यूटर्स’ के निदेशक महाराज से अगस्त 2015 में मुलाकात की थी। कंपनी कपड़ों, लिनेन और जूते-चप्पलों का आयात, निर्माण और बिक्री करती है। महाराज की कंपनी लाभांश के आधार पर अन्य कंपनियों को वित्तीय मदद भी मुहैया कराती है। लता रामगोबिन ने महाराज से कहा था कि उन्होंने ‘साउथ अफ्रीकन हॉस्पिटल ग्रुप नेट केयर’ के लिए लिनेन के तीन कंटेनर मंगाये हैं। रामगोबिन के परिवार और नेट केयर के दस्तावेज के कारण महाराज ने कर्ज के लिए उनसे लिखित समझौत कर लिया। लेकिन बाद में जब उन्हें फर्जीवाड़े का पता चला तो उन्होंने लता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराया।

विश्व: 37.34 लाख से अधिक लोगों की मौंत, संक्रमण

वाशिंगटन डीसी। दुनियाभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है। अब तक इससे 17.35 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 37.34 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। संक्रमित मामलों की बात करें तो अमेरिका पहले, भारत दूसरे और ब्राजील तीसरे स्थान पर है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 35 लाख 41 हजार 613 हो गयी है। जबकि 37 लाख 34 हजार 768 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 77 हजार 632 हो गयी है और 5,97,946 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है।

दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 86,498 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 89 लाख 96 हजार 473 हो गया। इस दौरान एक लाख 82 हजार 282 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 73 लाख 41 हजार 462 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 97,907 और घट कर अब 13 लाख तीन हजार 702 रह गये हैं। इस दौरान 2123 और मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 51 हजार 309 हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.69 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि 4.74 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि 1.10 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है।

कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.93 लाख हो गयी है और 48,255 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50.76 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.22 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 45.38 लाख से अधिक हो गयी है और 1.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.33 लाख से अधिक हो गयी है और 1.26 लाख से अधिक लाेगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में अर्जेंटीना ने जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 39.77 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 81,946 है। जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.10 लाख से अधिक हो गई है और 89,390 लोगों की मौत हो चुकी है।

स्पेन में इस महामारी से 37.07 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,236 लोगों की मौत हो चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 35.93 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 92,496 लोगों ने जान गंवाई है। इस बीच ईरान ने पोलैंड को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गया है। ईरान में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29.71 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 81,183 पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,160 लोग जान गंवा चुके हैं। मैक्सिको में कोरोना से 24.34 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से करीब 2.28 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.74 लाख से अधिक है और 53,295 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.83 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 1.86 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 18.63 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 51,803 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 16.99 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं और 57,063 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.91 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,957 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.63 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,164 लोग जान गंवा चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.33 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,323 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 8.12 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 12,869 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

सोमवार, 7 जून 2021

कोरोना उत्पत्ति की वजह को जानना चाहता है यूएसए

वाशिंगटन डीसी। दुनिया भर में पिछले डेढ़ साल से कोरोना वायरस ने तबाही मचा रखी है। करोड़ों लोग इसकी चपेट में आए, जबकि लाखों लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं। वहीं चीन पर कोरोना वायरस को लैब में बनाने के आरोप लग रहे हैं। इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने कहा है कि अमेरिका कोरोना वायरस (कोविड-19) की उत्पत्ति की मूल वजह को जानना चाहता है और चीन को जवाबदेही लेनी चाहिए। ब्लिंकन ने कहा, “हमें इसकी तह तक जाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि हम अगली महामारी को रोकने में सक्षम हो सकते हैं या कम से कम इसे कम करने में बेहतर काम कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन का प्रशासन कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जड़ तक पहुंचने के लिए दृढ़ है। उन्होंने कहा कि चीन ने हमें वह पारदर्शिता नहीं दिखाई, जिसकी हमें आवश्यकता है और उसे जवाबदेह ठहराये जाने की आवश्यकता है। 
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने चीन से महामारी से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराने और अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों जांच के लिए पूर्ण अनुमति देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा,“ ऐसा करना चीन के भी हित में है।” वहीं, चीन अपनी लैब से वायरस लीक के इन आरोपों को लगातार खरिज करता रहा है। उसका कहना है कि वायरस वुहान में फैलने से पहले दूसरे इलाकों में फैला था। चीन का कहना है कि हो सकता है वायरस बाहर से आए खाने की शिपमेंट या जंगली जानवरों, व्यापार के जरिए चीन में फैला हो। डॉ. फासी ने बताया कि उनका मानना ​​​​है कि कोरोना वायरस पहले जानवरों के जरिए इंसानों में फैला था। इस पर नए सिरे से फिर से जांच करना बेहद ही जरूरी है। इसकी जांच आगे जारी रहनी चाहिए।

वायरस: 17.32 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित

वाशिंगटन, रियो डि जेनेरो, नई दिल्ली। विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और अब तक इससे 17.32 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 37.26 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 32 लाख 06 हजार 254 हो गयी है, जबकि 37 लाख 26 हजार 396 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है।

विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 62 हजार 535 हो गयी है और 5.97 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 1,00,636 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 89 लाख 09 हजार 975 हो गया।

इस दौरान एक लाख 74 हजार 399 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 71 लाख 59 हजार 180 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 14 लाख 01 हजार 609 रह गये हैं। इस दौरान 2427 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 49 हजार 186 हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.69 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.73 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.74 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.10 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.88 लाख हो गयी है और 48,164 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50.67 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.21 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

रविवार, 6 जून 2021

गुप्त रूप से पत्रकारों का रिकॉर्ड उपयोग, खत्म

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी न्याय विभाग ने पत्रकारों के रिकॉर्ड गुप्त तरीक़े से प्राप्त करने की लंबे समय से चलीं आ रहीं 'परंपरा' को समाप्त करने का फैंसला किया हैं। गोपनीय जानकारी लीक होने से जुड़ी एक जांच के दौरान अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि वह किसी पत्रकारों के रिकॉर्ड, गुप्त तरीक़े से हासिल करने की सालों पुरानी परंपरा को समाप्त करने जा रहा है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों के नेतृत्व वाले प्रशासन के तहत पत्रकारों के रिकॉर्ड गोपनीय तरीके से हासिल किए गए हैं।

लेकिन पत्रकारों के रिकॉर्ड हासिल करने के लिए कोर्ट के समन और आदेशों का होने को लेकर जांच इसी साल चर्चा में आई हुई थी। अमेरिका के मौजूदा डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसके एक 'परंपरा बन जाने को' ग़लत बताया है। बीते हफ़्तों में इस बात का पता चला कि अमेरिकी न्याय विभाग के अधिकारियों ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान कई समाचार संगठनों के पत्रकारों के फ़ोन और ई-मेल रिकॉर्ड गुप्त तरीक़े से हासिल किये थे। इनमें वॉशिंगटन पोस्ट और सीएनएन के पत्रकारों के रिकॉर्ड भी शामिल हैं। जिन्हें गोपनीय तौर पर हासिल किया गया था।

चीन में 3 साल से ऊपर के बच्चों का वैक्सीनेशन

बीजिंग। चीन ने तीन साल से 17 साल के बच्चों के लिए चीनी कंपनी सिनोवैक द्वारा निर्मित कोविड-19 रोधी टीके कोरोनावैक के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। सिनोवैक के अध्यक्ष यीन वेईदोंग ने इस बारे में बताया। सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने रविवार को बेईदोंग के हवाले से बताया, ”टीका का आपात इस्तेमाल शुरू होने पर फैसला किया जाएगा कि किस उम्र समूह से इसकी शुरुआत की जाए।” सिनोवैक ने क्लीनिकल अध्ययन के पहले और दूसरे चरण को पूरा कर लिया और इस उम्र के सैकड़ों लोगों पर टीके का इस्तेमाल किया। प्रयोग से साबित हुआ कि टीका वयस्कों के लिए सुरक्षित और प्रभावी है। 
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक जून को चीन के दूसरे कोविड-19 रोधी टीके सिनोवैक को मंजूरी दे दी। इससे पहले डब्ल्यूएचओ ने चीन के सिनोफार्म को भी मंजूरी दी थी। चीन अपने देश में टीकाकरण के साथ टीका नीति के तहत कई देशों को टीके का निर्यात कर रहा है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा है कि रविवार तक चीन में 76.3 करोड़ खुराकें दी गयी हैं। चीन अपने यहां आपात इस्तेमाल के लिए पांच टीकों को मंजूरी दे चुका है। चीन ने डब्ल्यूएचओ के सहयोग से चलायी जा रही ‘कोवैक्स’ पहल के लिए भी एक करोड़ खुराकें देने का प्रस्ताव दिया है। एजेंसी

हैरत: 23 साल की महिला 21 बच्चों की मां बनी

हरिओम उपाध्याय   

मास्को। रूस में एक महिला ने एक साल में 20 बच्चों को जन्म दिया है और अब वो 21 बच्चों की मां है। महिला ने इन बच्चों की देखभाल के लिए 16 नैनी रखीं हुई हैं। महिला का कहना है कि वो अपने परिवार को और भी बड़ा करना चाहती है। 

दंपती ने बड़े परिवार का सपना देखा था:- रूस के बेहद ही रईस परिवार से तालुक रहने वाली 23 साल की क्रिस्टीन ओजटर्क ने बताया कि वह अपने 57 वर्षीय पति गैलीप से जब मिलीं, तो उन्होंने एक बड़े परिवार का सपना देखा था। पहले साल दोनों का एक बच्चा हुआ। इसके बाद दंपती ने सरोगेसी का सहारा लिया। इसके बाद उनके 20 और बच्चे हुए। सरोगेट्स के लिए उन्होंने करीब 1 करोड़ 42 लाख रूपये खर्च किए।

अब इन बच्चों की देखभाल के लिए उनके पास 16 लिव-इन नैनियां हैं और वे हर साल उन पर करीब 70 लाख का खर्च करते हैं। क्रिस्टीना ने बताया कि वह हर समय अपने बच्चों के साथ रहती हैं और वह सब कुछ करती है जो एक मां आमतौर पर अपने बच्चों के लिए करती हैं। गैलीप और क्रिस्टीना के पास इस समय चार महीने से लेकर 14 महीने तक के बच्चे हैं। इन बच्चों पर प्रति सप्ताह लगभग तीन से चार लाख रूपया खर्च होता है। क्रिस्टीना का कहना है कि वह भविष्य में और बच्चे पैदा करना चाहती हैं। क्योंकि उन्होंने शुरूआत में ही एक बड़े परिवार का फैसला किया था। मालूम हो कि क्रिस्टीना के पति गैलीप पर्यटन, परिवहन क्षेत्र में काम करते हैं। वे मूल रूप से तुर्की के हैं, लेकिन साल 2013 से वो जॉर्जिया में रह रहे हैं। गैलीप तुर्की की कंपनी मेट्रो होल्डिंग के संस्थापक हैं और जॉर्जिया में उनका 500 मिलियन डॉलर का निवेश है।


विद्रोहियों के मिसाइल हमले में 12 लोगों की मौंत

काहिरा। यमन में मारिब प्रांत सेना मुख्यालय पर हाउती विद्रोहियों के बैलेस्टिक मिसाइल हमले में 12 लोगों की मौत हो गयी। जबकि सात अन्य घायल हो गये। प्रांतीय सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाउती विद्रोहियों ने बैलिस्टिक मिसाइल से यमनी सशस्त्र बलों के प्रशासनिक मुख्यालय के ईंधन स्टेशन पर हमला किया। हमले में 12 लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हुए हैं। यमन में सरकारी बलों और हाउती विद्रोहियों के बीच छह साल से अधिक समय से संघर्ष जारी है। मिस्र की राजधानी काहिरा का मामला हैं।

नाइजीरिया ने ट्विटर की सेवाओं पर रोक लगाईं

अबूजा। नाइजीरिया सरकार ने देशभर में ट्विटर की सेवाएं अनिश्चितकाल के लिए रोक दी हैं। जिसके चलते लाखों लोग शनिवार को ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर सके। नाइजीरिया के संचार सेवा संगठन ‘द असोसिएशन ऑफ लाइसेंस्ड टेलिकम्युनिकेशन ऑपरेटर्स’ ने एक बयान में कहा कि उसके सदस्यों ने सरकारी निर्देश के अनुसार ट्विटर की सेवाएं बंद कर दी हैं। दरअसल, शुक्रवार को नाइजीरिया सरकार ने कहा था कि वह ‘माइक्रोब्लॉगिंग साइट’ की सेवाओं पर रोक लगा रही है। क्योंकि ट्विटर ने अलगाववादी आंदोलन पर किया गया राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी का ट्वीट हटा दिया है। देश के सूचना एवं संस्कृति मंत्री लाई मोहम्मद ने शुक्रवार को कहा कि सरकारी अधिकारियों ने ट्विटर की सेवाओं पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। क्योंकि इस मंच का इस्तेमाल ”ऐसी गतिविधियों के लिए हो रहा है। जो नाइजीरिया के कॉरपोरेट अस्तित्व को कमजोर करने की क्षमता रखती हैं।”

उन्होंने राष्ट्रपति का पोस्ट हटाने पर ट्विटर की आलोचना की और कहा, ”नाइजीरिया में ट्विटर का मिशन संदिग्ध है” और ट्विटर ने पूर्व में देश की सरकार के खिलाफ भड़काऊ ट्वीट को अनदेखा किया था। गौरतलब है कि हाल के महीनों में बिआफरा अलगाववादी संगठन पर पुलिस थानों और सरकारी इमारतों पर हमला करने के आरोप लगे थे। राष्ट्रपति का ट्वीट इसी से संबंधित था। ट्वीट में बुहारी ने कहा था कि अलगाववादियों के साथ ”उसी तरह का बर्ताव किया जाएगा, जो भाषा उन्हें समझ आती है।” ट्विटर ने बुहारी के इस पोस्ट को आपत्तिजनक बताते हुए बुधवार को इसे हटा दिया था। ट्विटर की सेवाएं बंद करने के सरकार के निर्णय की काफी आलोचना हो रही है। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ ने कहा कि वह उस सोशल मीडिया पर रोक लगाने के नाइजीरिया सरकार के निर्णय की निंदा करता है।

जिसका इस्तेमाल देश की जनता अपने अन्य अधिकारों सहित अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सूचना तक पहुंच के लिए करती है। एमनेस्टी ने एक बयान में कहा, ”हम नाइजीरियाई अधिकारियों से गैर कानूनी रोक को तत्काल हटाने, मीडिया को नियंत्रित करने की योजनाओं को त्यागने और देश के लोगों के मानवाधिकारों का हनन बंद की मांग करते हैं।” नाइजीरिया में अमेरिकी मिशन ने कहा कि देश का संविधान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार देता है। इन सब के बीच ट्विटर ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह सरकार की कार्रवाई से बेहद चिंतित है। साथ ही कहा कि आधुनिक युग में स्वतंत्र एवं खुला इंटरनेट एक जरूरी मानवाधिकार है। अनुमान के मुताबिक देश में चार करोड़ लोग ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं।

विश्व: संक्रमित संख्या-17.28 करोड़ से अधिक हुईं

वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और अब तक इससे 17.28 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 37.18 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 28 लाख 65 हजार 872 हो गयी है। जबकि 37 लाख 18 हजार 720 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 57 हजार 080 हो गयी है और 5.97 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 1,14,460 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 88 लाख 09 हजार 339 हो गया।

इस दौरान एक लाख 89 हजार 232 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 69 लाख 84 हजार 781 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 77 हजार 449 कम होकर 14 लाख 77 हजार 799 रह गये हैं। इस दौरान 2677 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 46 हजार 759 हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है।इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.69 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.72 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.69 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 1.10 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।

कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.82 लाख से ज्यादा हो गयी है और 48,068 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50.58 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.21 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 45.27 लाख से अधिक हो गयी है और 1.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.30 लाख से अधिक हो गयी है और 1.26 लाख से अधिक लाेगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में अर्जेंटीना ने जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 39.39 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 80,867 है। जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.06 लाख से अधिक हो गई है और 89,228 लोगों की मौत हो चुकी है।

स्पेन में इस महामारी से 36.97 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,196 लोगों की मौत हो चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 35.47 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 91,422 लोगों ने जान गंवाई है। इस बीच ईरान ने पोलैंड को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गया है। ईरान में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29.60 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 80,941 पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.74 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,139 लोग जान गंवा चुके हैं। मैक्सिको में कोरोना से 24.31 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.72 लाख से अधिक है और 53,211 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.76 लाख के पार पहुंच गयी है, जबकि 1.85 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 18.50 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 51,449 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 16.91 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं और 56,929 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.88 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,950 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.63 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,157 लोग जान गंवा चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.30 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,189 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 8.09 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 12,801 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

शनिवार, 5 जून 2021

महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार बताया, दबाव

बीजिंग/ मास्को। कोरोना महामारी के लिए जहां एक तरफ अमेरिका सहित अधिकतर देश चीन को जिम्मेदार बताते हुए वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए दबाव बना रहे हैं, तो दूसरी तरफ रूसी राष्ट्रपति कन्नी काटते हुए भी बचाव कर गए। उन्होंने कहा है कि संकट का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर अधिक बोलने से बचते हुए कहा कि उनके पास इस मामले में कुछ दिलचस्प कहने के लिए नहीं है।

रूसी राष्ट्रपति ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, एसोसिएटेड प्रेस और रॉयटर्स सहित प्रमुख अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के वरिष्ठ संपादकों के साथ ऑनलाइन बातचीत के दौरान कहा कि इस विषय के बारे में बहुत कुछ कहा गया है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संकट का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। वह कोविड महामारी के कारण पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। 

लीज बढ़ाने से मना किया, वापिस रूस भेजी पनडुब्बी

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। रूस से 10 साल की लीज पर ली गई पनडुब्बी आईएनएस चक्र शुक्रवार को वापस चली गई। दरअसल, भारत ने ​लीज अवधि को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया है। आईएनएस चक्र भारतीय नौसेना के पास इकलौती ऐसी पनडुब्बी थी, जो परमाणु हमला करने की क्षमता से लैस थी। अब भारत को चार साल बगैर परमाणु पनडुब्बी के गुजारने पड़ेंगे, क्योंकि रूस से 2025 में 10 साल के लिए परमाणु क्षमता से लैस दूसरी पनडुब्बी मिलेगी।

भारत ने 2012 में लगभग 1 बिलियन डॉलर की लागत से परमाणु हमला करने में सक्षम पनडुब्बी आईएनएस चक्र को 10 वर्षों की अवधि के लिए पट्टे पर लिया गया था। अकुला-2 श्रेणी की आईएनएस चक्र को 04 अप्रैल, 2012 को भारतीय नौसेना में शामिल करके विशाखापत्तनम में तैनात किया गया था। इस पनडुब्बी की दस साल की लीज जनवरी, 2022 में समाप्त होने वाली है लेकिन पट्टे की समाप्ति से लगभग दस महीने पहले उसे रूस को लौटा दिया गया है। 8,140 टन की पनडुब्बी वर्तमान में रूस के व्लादिवोस्तोक के रास्ते में है। पनडुब्बी को एक भारतीय दल संचालित कर रहा है। उसके साथ एक रूसी और भारतीय युद्धपोत भी जा रहा है।

भारत के पास इस समय दो परमाणु संचालित पनडुब्बियां थीं, जिसमें से आईएनएस चक्र को लीज खत्म होने से पहले ही रूसी शिपयार्ड में वापस भेज दिया गया है। दरअसल भारत ने पट्टे की अवधि 10 साल से आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। अब भारतीय नौसेना के पास स्वदेश निर्मित परमाणु चालित पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत बची है, जो बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस है। लीज खत्म होने से पहले पनडुब्बी आईएनएस चक्र की वापसी उसके 'अविश्वसनीय पावरप्लांट और रखरखाव के मुद्दों' की वजह से आवश्यक हो गई थी। इसका उपयोग भारतीय नौसेना ने उन्नत परमाणु पनडुब्बियों पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए किया था। इसी का नतीजा था कि नौसेना के अधिकारियों को भारत में निर्मित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों, आईएनएस अरिहंत और आईएनएस अरिघाट पर कार्य करने की दक्षता हासिल हुई। ​

भारत ने 2019 में रूस से अकुला श्रेणी की तीसरी परमाणु संचालित हमला पनडुब्बी आईएनएस चक्र-III को पट्टे पर देने के लिए 3.3 बिलियन डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के तहत रूस से 2025 तक पनडुब्बी चक्र-II की जगह चक्र-III भारतीय नौसेना को सौंप दिए जाने की संभावना है। रूस से 3.3 बिलियन डॉलर के सौदे में भारतीय संचार और सेंसर सिस्टम के साथ पनडुब्बी का नवीनीकरण, स्पेयर पार्ट सपोर्ट और इसके संचालन के लिए तकनीकी बुनियादी ढांचे का प्रशिक्षण शामिल है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय संधियों के कारण नई पनडुब्बी लंबी दूरी की परमाणु मिसाइलों से लैस नहीं होगी।

भारतीय नौसेना को इस समय पनडुब्बियों की कमी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उसने पिछले 15 वर्षों में तीन पनडुब्बियों को सेवा से हटा दिया है। भारतीय नौएना ने आईएनएस वेला को जून 2010 में, आईएनएस वागली को दिसम्बर, 2010 में और आईएनएस सिंधुरक्षक को जून, 2017 में डिकमीशन कर दिया गया था। हिन्द महासागर में चीन का मुकाबला करने के लिए भारत को स्वदेशी प्रोजेक्ट-75आई के तहत छह स्टील्थ पनडुब्बियों का निर्माण करने की मंजूरी 04 जून को ही मिली है। विदेशी सहयोग से घरेलू निर्माण के लिए 14 साल से लंबित 43 हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना की पनडुब्बियों को नौसेना के बेड़े में शामिल होने में लगभग एक दशक लगेगा।

चीन-भारत मुद्दों के समाधान के लिए रास्ता निकालेंगे

मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि चीन और भारत अपने बीच के मुद्दों के समाधान के लिए रास्ता निकाल लेंगे और गैर-क्षेत्रीय शक्तियों को इसमें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। पुतिन ने शुक्रवार को सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम (एसपीआईईएफ) में अंतरर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के प्रमुखों के साथ बैठक के दौरान कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग बहुत जिम्मेदार लोग हैं और एक-दूसरे से व्यक्तिगत रूप से बहुत सम्मान के साथ व्यवहार करते हैं। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वे सामने आने वाली समस्याओं और मुद्दों को हल करने के उपाय हमेशा खोज लेंगे। मुख्य बात यह है कि गैर-क्षेत्रीय शक्तियां इसमें हस्तक्षेप नहीं करें।” पूर्वी लद्दाख में सीमा संबंधित मौजूदा गतिरोध को समाप्त करने के लिए भारत और चीन के बीच अब तक कोर कमांडर-स्तर की बातचीत के 10 से अधिक दौर हो चुके हैं।


विश्व: 37.08 लाख से अधिक लोगों की मौंत, संक्रमण

वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और अब तक इससे 17.24 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 37.08 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 24 लाख 56 हजार 062 हो गयी है। जबकि 37 लाख आठ हजार 626 लोगों की इस संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। हालांकि यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 42 हजार 991 हो गयी है और करीब 5.97 लाख लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 1,13,769 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 86 लाख 94 हजार 879 हो गया।

इस दौरान एक लाख 97 हजार 894 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 67 लाख 95 हजार 549 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 80 हजार 745 कम होकर 15 लाख 55 हजार 248 रह गये हैं। इस दौरान 3380 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 44 हजार 082 हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है।इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.68 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.70 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.62 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 1.10 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।

कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 52.76 लाख से ज्यादा हो गयी है और 47,976 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50.49 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.20 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 45.21 लाख से अधिक हो गयी है और 1.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.27 लाख से अधिक हो गयी है और 1.26 लाख से अधिक लाेगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में अर्जेंटीना ने जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 39.15 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 80,411 है। जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.04 लाख से अधिक हो गई है और 89,152 लोगों की मौत हो चुकी है।

स्पेन में इस महामारी से 36.97 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,195 लोगों की मौत हो चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 35.18 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 90,890 लोगों ने जान गंवाई है। इस बीच ईरान ने पोलैंड को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गया है। ईरान में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29.54 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 80,813 पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.74 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,101 लोग जान गंवा चुके हैं। मैक्सिको में कोरोना से 24.29 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है। जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.70 लाख से अधिक है और 53,117 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं।

पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.68 लाख के पार पहुंच गयी है। जबकि करीब 1.85 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 18.43 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 51,296 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.86 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,940 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 16.86 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं और 56,832 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.63 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,142 लोग जान गंवा चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.28 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,105 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। जहां 8.07 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 12,758 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

शुक्रवार, 4 जून 2021

कच्चे माल के निर्यात से 'अमेरिका' ने रोक हटाईं

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी कच्चे माल के निर्यात से अमेरिका ने रोक हटा ली है। इसके अलावा अपने पड़ोसी और साझीदार देशों की उस लिस्ट में भारत को भी अहम स्थान दिया है। जिन्हें वह कोरोना वैक्सीन की सप्लाई करने वाला है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ग्लोबल एलोकेशन प्लान लॉन्च किया है। इस अभियान के तहत अमेरिका की ओर से दुनिया कई देशों को कोरोना टीकों की 25 मिलियन डोज की सप्लाई की जानी है। इसका बड़ा हिस्सा भारत को भी मिलने वाला है। अमेरिका के रुख में यह बदलाव इसलिए भी उल्लेखनीय है क्योंकि बीते कुछ महीनों से उसने वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी कच्चे माल के निर्यात पर रोक लगा रखी थी। 

अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने गुरुवार शाम को मीडिया से बात करते हुए यह जानकारी दी। अमेरिका ने इससे पहले डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट लागू कर दिया था। जिसके चलते किसी भी अहम चीज की सप्लाई में अमेरिका को प्राथमिकता देना जरूरी था। बता दें कि भारत ने अमेरिका से इस रोक को हटाने की अपील भी की थी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि भारत हमारे साथ मुश्किल वक्त में खड़ा था। जो हमें याद है और हम भी उसके साथ खड़े रहेंगे। यह रोक हटाए जाने के बाद वैक्सीन निर्माताओं के लिए कच्चे माल की उपलब्धता आसान हो जाएगी।

ओलंपिक के व्यापक विरोध की अनदेखी: जापान

तोक्यो। जापान की सबसे प्रसिद्ध ओलंपियनों में से एक और जापानी ओलंपिक समिति की कार्यकारी सदस्य काओरी यामागुची का मानना है कि जापान कोविड-19 महामारी के दौरान तोक्यो खेलों के आयोजन को लेकर ‘पसोपेश’ में है। शुक्रवार को प्रकाशित एक संपादकीय में यामागुची ने मुखर होकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी), सरकार और स्थानीय आयोजक जापानी जनता के ओलंपिक के व्यापक विरोध की अनदेखी कर रहे हैं।
अलग-अलग जनमत संग्रहों में जापान की 50 से 80 प्रतिशत जनता ने ओलंपिक आयोजन के खिलाफ मतदान किया है। यामागुची ने जापान की क्योदो समाचार एजेंसी द्वारा प्रकाशित एक संपादकीय में लिखा है, ”हम एक ऐसी स्थिति में फंस गए हैं। जहां अब हम रुक भी नहीं सकते। अगर हम ऐसा करते हैं तो हमें नुकसान होगा और अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो भी हमें बहुत नुकसान होगा।” उन्होंने कहा, ”ऐसा लग रहा है कि आईओसी के लिए जापान की जनता की राय कोई मायने नहीं रखती है।”

चोकसी को लेने गया दल 7 दिन बाद वापस लौटा

नई दिल्ली। भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को डोमिनिका से वापस लाने के लिए भारत की तरफ से भेजा गया विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों का दल कतर एयरवेज के निजी विमान से वापस लौट रहा है। सूत्रों ने यह जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि चोकसी के वकीलों ने डोमिनिका उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी। वहां के उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को चोकसी की याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी थी। जिसके बाद विमान ने तीन जून को स्थानीय समयानुसार रात 8.09 बजे डोमिनिका के मेलविले हॉल हवाईअड्डे से उड़ान भरी। 
सार्वजनिक रूप से उपलब्ध उड़ान मार्ग की जानकारी के अनुसार विमान मैड्रिड की ओर उड़ान भर रहा है। सूत्रों ने बताया कि विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों का दल भी लौट रहा है। सीबीआई के उप महानिरीक्षक शरद राउत के नेतृत्व वाला अधिकारियों का दल 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में वांछित चोकसी को भारत वापस लाने की खातिर करीब सात दिन तक डोमिनिका में रहा। चोकसी के वकीलों ने डोमिनिका उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी जिस पर सुनवाई बृहस्पतिवार को स्थगित कर दी गई। किसी गिरफ्तार व्यक्ति को या गैरकानूनी तरीके से हिरासत में बंद व्यक्ति को अदालत में पेश करने का अनुरोध करने के लिए यह याचिका दाखिल की जाती है।

स्थानीय मीडिया में आई खबरों में बताया गया कि मामले पर अगली सुनवाई करीब एक महीने बाद हो सकती है तथा इस दौरान चोकसी डोमिनिका में ही रहेगा। ‘एंटीगुआ न्यूज रूम’ के अनुसार, न्यायाधीश बर्नी स्टीफेन्सन चोकसी मामले में दोनों पक्षों से मुलाकात के बाद सुनवाई की अगली तारीख तय करेंगे।

बृहस्पतिवार को सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंस से की गयी। रोसीयू में उच्च न्यायालय परिसर के बाहर खड़े कुछ प्रदर्शनकारियों के हाथ में तख्तियां दिखीं जिनमें से एक पर लिखा था, ”चोकसी को डोमिनिका कौन लाया?” बुधवार को न्यायाधीश ने चोकसी को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने का आदेश दिया था ताकि वह डोमिनिका में अवैध प्रवेश के आरोपों का सामना कर सके। उल्लेखनीय है कि चोकसी 23 मई को रहस्यमयी परिस्थितियों में एंटीगुआ एवं बारबुडा से लापता हो गया था। बाद में उसे डोमिनिका में अवैध प्रवेश करने पर पकड़ा गया था।

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...