गुरुवार, 14 जनवरी 2021

प्रदेश के भविष्य निर्माण के प्रति सरकार बेपरवाह

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
हापुड़। जहां पर यूपी सरकार नौनिहालों के विद्यालयों पर दे रही है। पूरी तरह से शक्ति से ध्यान कर रही है। आदेश पर आदेश, कर रही है। लाखों करोड़ों रुपए खर्च देश के नौनिहालों का भविष्य बनाने में नहीं है यूपी सरकार पीछे, वही देखा जाए तो यूपी सरकार के नौनिहालों पर खर्च होने वाला पैसा जमीनी स्तर पर नहीं चमक रहा। क्योंकि जनपद हापुड़ के तहसील गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के अंतर्गत कई विद्यालय ऐसे हैं। जहां पर देश के भविष्य शिक्षा तो ले रहे हैं। मगर विद्यालयों की बिल्डिंग पर एक पल का भी भरोसा नहीं है, जो बिल्डिंगए काफी समय से जर्जर हालात में खड़ी हैं वो आज भी इसी तरह से खड़ी हैं, जिन बिल्डरों का छूट रहा है बिना हाथ लगाए सीमेंट भी, विद्यालयों के रूम की छत में लगा रखे हैं बिल्डिंग की छत को रोकने के लिए ईटों के पोल, अब आप इस बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि जिस विद्यालय की छत के नीचे पोल लगे हैं बीच में खड़े हैं तो उन विद्यालयों पर आम जनता या कोई अधिकारी यह सरकार कितने समय का भरोसा कर सकते हैं, क्षेत्रीय विद्यालयों का मामला है बड़ा, उठते हैं क्षेत्रीय खंड शिक्षा अधिकारी पर कई सवाल, क्या वो क्षेत्रीय विद्यालयों का दौरा नहीं करते, या दोहरा कर आश्वासन देकर कार्य खत्म हो जाता है, आते हैं क्षेत्रीय खंड शिक्षा अधिकारी सवालों के घेरे में, आखिर जिन विद्यालयों में बच्चे शिक्षा ले रहे हैं उन विद्यालयों का दौरा नहीं कर पाते, नहीं तो जितने समय से शिक्षा अधिकारी क्षेत्र में हैं विद्यालय के हालात इतने जर्जर बेकार क्यों हुए, विद्यालय के हालात है राम भरोसे आखिर किस विश्वास पर बच्चे इतने समय से कर रहे हैं अपनी शिक्षा पूरी इन खस्ता हालात के विद्यालयों में, क्या योगीराज में इसी तरह के विद्यालयों में बच्चे शिक्षा लेते क्षेत्रीय अधिकारियों को अच्छे लग रहे हैं या उनकी जिंदगी पर कोई बड़ी ग्रह घूमती हुई सही लग रही है, गाजियाबाद के मुरादनगर हादसे से हुई हापुड़़ शिक्षा विभाग के अधिकारी नहीं ले पाई सबक, मामला हुआ हाईलाइट तो संज्ञान बता डाला तथा जांच का आश्वासन भी दिया गया, जहां पर श्मशान घाट के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने तत्काल दिए बड़े आदेश पड़ा भारी श्मशान घाट को बनाने वालों पर देखना पड़ा सलाखों का चेहरा लगी सख्त धाराएं, फिर भी हापुर के शिक्षा अधिकारी बैठे हैं आराम से कुर्सी पर, आखिर बच्चों के अभिभावक भी होंगे परेशान ऐसे विद्यालयों को देखकर जिनमें उनके आंखों के उजाले लेते हैं शिक्षा नौनिहाल, मगर वो बिल्डिंग नहीं है एक पल की भरोसे की भी जहां पर आए हैं उनके बच्चे उनका नाम रोशन करने के लिए शिक्षा लेने, गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के अंतर्गत लगभग कई स्कूल ऐसे पाए गए हैं जहां पर आम व्यक्ति भी बैठना पसंद नहीं करेगा उन विद्यालयों के हालातों को देखते हुए, आखिर क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारी इतनी समय से क्या कर रहे हैं।जिन्हें विद्यालयों के मामलों में संज्ञान हैं या नहीं, बना हुआ है। गढ़ क्षेत्र में नौनिहालों की जिंदगी पर बड़ा खतरा विद्यालयों की बिल्डिंग को देखते हुए। जहां पर आप ने देखा कि गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के अंतर्गत गांव लुहारी , गांव शेरपुर आलापुर, गांव अनूपपुर डिबाई वार्ड नंबर 1 तथा इन सबसे ज्यादा भुरी और खस्ता हालात में खड़ा है। गांव हशूपुर का विद्यालय पूर्व माध्यमिक विद्यालय, आखिर इन विद्यालयों का इतना मामला क्यों हुआ खस्ता, मामला बना रहेगा काफी बड़ा सवाल है। बहुत ज्यादा मगर जवाब किसी के पास नहीं, अब देखना यह होगा कि क्षेत्रीय खंड शिक्षा अधिकारी इन सभी विद्यालयों के विषय में कितनी जल्द करते हैं। कार्यवाही या इसी तरह रह जाएंगे। सब आश्वासन पर आश्वासन रखे हुए।

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