गुरुवार, 3 दिसंबर 2020

बिहार में 85 पुलिसकर्मी बर्खास्त किएंं

बड़ा एक्शन 85 पुलिसकर्मी बर्खास्त, 600 से ज्यादा पर हुई कार्रवाई, जानिए वजह


पटना। बिहार सरकार ने भ्रष्टाचार और लापरवाही बरतने के आरोप में 85 पुलिस कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। साथ ही 644 पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई भी की गई। जिन पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया है। उनके खिलाफ शराबबंदी कानून का उल्लंघन बालू खनन के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने और भूमि विवाद जैसे मामलों में उगाही करने का साक्ष्य मिला था। पुलिस मुख्यालय ने दावा किया है। कि वो अपने पदाधिकारियों और कर्मियों की पेशेवर कुशलता में लापरवाही कर्तव्यहीनता और भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती रही है। और पुलिस विभाग ने अपने 644 पुलिस अफसरों पर कार्रवाई की गई है।
इस साल यानी 2020 मे नवंबर महीने तक मुख्य रूप से शराबबंदी कानून के क्रियान्वयन में कोताही बालू के अवैध खनन और परिवहन में संलिप्तता भूमि विवाद संबंधी मामलों और भ्रष्टाचार एवं कर्तव्यहीनता जैसे मामलों में 644 पदाधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। जिन राजपत्रित अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई और विभागीय कार्यवाही संचालित की गई है। उनकी संख्या बिहार पुलिस मुख्यालय ने 38 बताई है। इनमें से भारतीय पुलिस सेवा के दो ऐसे पदाधिकारी हैं। जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई में बड़ी सजा दी गई है। जबकि चार पदाधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई संचालित है।
जिन राजपत्रित अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई और विभागीय कार्रवाई संचालित है। उनकी संख्या 606 बताई गई है। अभी तक कुल 85 पदाधिकारियों को सेवा से बर्खास्त करने के साथ ही 56 पदाधिकारियों को भी दंड दिया जा चुका है। साथ ही कई राजपत्रित अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ मामले विचाराधीन है। जिस पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके कथित सदस्यों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 9 राज्यों में 26 स्थानों पर छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक ये छापे दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के मामलों के संबंध में हैं। पीएफआई पर दिल्ली हिंसा और यूपी में एंटी-सीएए प्रदर्शन के दौरान हिंसा का आरोप है। वित्तीय जांच एजेंसी की टीमें पीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओएमए अब्दुल सलाम और मलप्पुरम में राष्ट्रीय सचिव नसरुद्दीन एलाराम के आवास पर मौजूद हैं। ईडी की कोच्चि टीम तिरुवनंतपुरम के पूनतुरा में पीएफआई नेता अशरफ मौलवी के आवास पर भी है।
इस टीम केरल में कोच्चि मल्लापुरम, त्रिवेंद्रम में पीएफआई सदस्यों से जुड़े परिसरों पर छापेमारी कर रही है। इसके अलावा तमिलनाडु में तेनकासी, मदुरै, चेन्नई में पश्चिम बंगाल में कोलकाता, मुर्शिदाबाद, कर्नाटक में बेंगलुरु दिल्ली में शाहीन बाग यूपी में लखनऊ, बाराबंकी बिहार में दरभंगा और पूर्णिया महाराष्ट्र में औरंगाबाद और राजस्थान में जयपुर पर छापेमारी जारी है। सूत्रों का कहना है। ईडी ने अपनी जांच के दौरान कई सबूत बरामद किए हैं। जिसमें पीएफआई को विदेशी स्रोतों से भारी धनराशि मिली थी। जिसे बाद में कथित तौर पर हिंसा के लिए इस्तेमाल किया गया था। एजेंसी ने पहले भी पीएफआई सदस्यों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के संबंध में कई लोगों के बयान दर्ज किए थे।             


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