मुबंई। भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को फैसला किया कि महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव 27 मई से पहले होंगे। देश में घातक कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में विधान परिषद के लिए चुनाव कराने की अनुमति दे दी है। बता दें कि महाराष्ट्र के मौजूदा राजनीतिक संकट के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनाव आयोग से विधान परिषद की 9 खाली सीटों पर चुनाव कराने की गुजारिश की थी। विधान परिषद की नौ सीटें 24 अप्रैल से रिक्त हैं। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में एमएलसी चुनाव कराने की इजाजत दे दी है। चुनाव आयोग ने फैसला लिया है कि महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव 27 मई से पहले होंगे।
बता दें कि ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। खास बात है कि वो मौजूदा समय में किसी भी विधानसमंडल के सदस्य भी नहीं है। ऐसे में संविधान के तहत ठाकरे को सीएम बनने के छह महीने के भीतर अर्थात 27 मई 2020 तक किसी भी सदन का सदस्य होना जरूरी हो जाता है। वह बिना चुनाव लड़े ही राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन संविधान के अनुच्छेद 164 (4) के मुताबिक, यदि सदन से बाहर का कोई व्यक्ति मंत्री या मुख्यमंत्री बनता है तो शपथ ग्रहण से छह महीने के भीतर विधानसभा या विधान परिषद (जिन राज्यों में है) का सदस्य बनना अनिवार्य है।
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