मंगलवार, 19 जुलाई 2022

नदी में डूबने से 19 मजदूरों की मौंत, आशंका जताई

नदी में डूबने से 19 मजदूरों की मौंत, आशंका जताई

विमलेश यादव 
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश में बड़े हादसे की खबर है। यहां कुमी नदी में कम से कम 19 मजदूरों की डूबने से मौंत की आशंका है। ये सभी मजदूर कुरुंग कुमे जिले में भारत-चीन सीमा के पास सड़क निर्माण के काम में लगे थे। बताया जा रहा है, कि मजदूर पिछले हफ्ते निर्माण स्थल से लापता हो गए थे। इनमें से एक का शव कुमी नदी में मिला। जिसके बाद से आशंका जताई जा रही है कि सभी मजदूरों की नदी में डूबने से मौत हो गई है। हालांकि, इसको लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगा। क्योंकि यह महज़ आशंका है।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि मजदूरों ने कॉन्ट्रैक्टर (ठेकेदार) बेंगिया बडो से ईद के मौके पर छुट्टियां मनाने के लिए असम जाने की गुहार लगाई थी। हालांकि जब उन्हें कॉन्ट्रैक्टर ने छुट्टी देने से इनकार कर दिया, तब वे पैदल ही असम के लिए निकल गए। पुलिस को यह भी शक है कि मजदूर कुरुंग कुमे जिले के घने जंगलों में लापता हो गए हैं। 

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मजदूर नदी में डूबे हैं या किसी अन्य हादसे का शिकार हुए हैं, इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी अभी तक हासिल नहीं हो सकी है। लेकिन शक है कि उनकी कुमी नदी में डूबने से मौत हो गई है। क्योंकि, नदी से ही एक मजदूर का शव बरामद किया गया। सीमा सड़क संगठन पूर्वोत्तर राज्यों में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के एक बड़े नेटवर्क का निर्माण कर रहा है। इन मजदूरों को भारत-चीन बॉर्डर के पास एक दूरदराज के इलाके दामिन सर्कल में सड़क निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए लगाया गया था। निर्माण स्थल चीन बॉर्डर के पास दामिन के भीतर स्थित है।

पुलिस के मुताबिक, 19 लापता मजदूरों का पता लगाने और कुमी नदी में डूबने से उनकी मौत की खबर की पुष्टि करने के लिए परियोजना पक्ष को एक रेस्क्यू टीम भेजी जाएगी। अभी पुलिस को केवल एक शव मौके से बरामद हुआ है। हालांकि स्थानीय लोगों का मानना है कि सभी मजदूरों की नदी में डूबने से मौत हो चुकी है। वैसे अभी स्थिति साफ नहीं है। अभी यह नहीं कहा जा सकता है कि सभी मजदूरों की मौत हो गई है। मजदूर जंगलों में खोए हैं या नदी में डूब गए हैं, इसका पता तभी चल पाएगा, जब पुलिस इस संबंध में कोई पुष्टी करती है।

पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंचा, रुपया

पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंचा, रुपया 

अकांशु उपाध्याय/कविता गर्ग/सुनील श्रीवास्तव

नई दिल्ली/मुंबई/वाशिंगटन डीसी। भारतीय रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 79.99 पर खुलकर इतिहास में पहली बार 80 के निचले स्तर तक पहुंच गया। अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के बीच मंगलवार को लगातार 8वें कारोबारी दिन डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट आई। फिलहाल, रुपया 80.02 के निचले निचले स्तर को छूकर 80.01/डॉलर पर कारोबार कर रहा है। रुपये के लिए 80 के लेवल को अहम साइकोलॉजिकल सपोर्ट माना जा रहा था।

कई दिनों से ऐसा लग रहा था कि रुपया इस लेवल को तोड़कर गिरावट का नया रिकॉर्ड बना सकता है। आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल अब तक रुपया करीब 7 फीसदी कमजोर हो चुका है। आज शुरुआती कारोबार में यह डॉलर के मुकाबले 80.0175 पर कारोबार कर रहा था। इससे पहले सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 79.9775 पर बंद हुआ था। भारतीय रुपये की बात करें तो दिसंबर 2014 से अब तक यह डॉलर के मुकाबले करीब 25 फीसदी कमजोर हो चुका है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा था कि रुपये में हालिया गिरावट का कारण कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी और रूस-यूक्रेन के बीच महीनों से जारी जंग है।

हादसा: मकान ढहने से 2 लोगों की मौंत, 3 घायल

हादसा: मकान ढहने से 2 लोगों की मौंत, 3 घायल 

कविता गर्ग 

नागपुर। महाराष्ट्र के अमरावती जिले में मंगलवार सुबह मकान ढहने से दो लोगों की मौंत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। घटना नागपुर से करीब 150 किलोमीटर दूर जिले के चंदूर बाजार तालुका के फुबगांव गांव की है। अमरावती में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है।

एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि ढांचा गिरने से मकान में रहने वालों में से दो लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि तीन अन्य लोगों को बचा लिया गया और घटना में आई चोट के इलाज के लिए अमरावती जिला अस्पताल में भेजा गया है। 

सरकारी बैंकों के निजीकरण का प्रयास, आरोप लगाया

सरकारी बैंकों के निजीकरण का प्रयास, आरोप लगाया

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर सरकारी बैंकों के निजीकरण का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि वह बैंकों को ‘बेचे जाने’ संबंधी विधेयक का विरोध करेगी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘आज ही के दिन, 53 साल पहले बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ था। यह परिवर्तनकारी बदलाव था।

मोदी सरकार ‘भारत बेचे जाओ परियोजना’ के तहत सरकारी बैंकों का भी निजीकरण करना चाहती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को चुनिंदा लोगों को बेचना विनाशकारी होगा। कांग्रेस बैंकों को बेचे जाने संबंधी विधेयक का विरोध करेगी।’

भारत एवं अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार संतुलित: गोयल

भारत एवं अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार संतुलित: गोयल

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत सौर ऊर्जा, अवसंरचना, सैन्य सहयोग एवं स्टार्टअप पारिस्थितिकी के अहम क्षेत्रों में अफ्रीकी देशों का एक मूल्यवान भागीदार हो सकता है। गोयल ने यहां 17वीं सीआईआई-एक्जिम बैंक संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एवं अफ्रीकी देशों के बीच व्यापार काफी हद तक संतुलित है। भारत इन देशों का जहां 40 अरब डॉलर का निर्यात करता है, वहीं इन देशों से आयात करीब 49 अरब डॉलर है।

गोयल ने कहा, ‘‘हम आगे भी इस संबंध एवं भागीदारी को जारी रखना चाहेंगे जिसमें दोनों ही पक्ष एक-दूसरे की आर्थिक वृद्धि में मददगार साबित हों। भारत एवं अफ्रीकी देश विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय आबादी के लिए किफायती एवं असरदार समाधान लाने में मिलकर काम कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत अफ्रीका के 1.4 अरब लोगों के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी तरफ से दोस्ती के रिश्ते को मजबूत करना चाहेगा। आपसी भागीदारी के चार ऐसे क्षेत्र हैं जो अफ्रीका एवं भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकते हैं।’’

पूरी तरह अफवाह, जो पहले थी, वहीं व्यवस्था अब है

पूरी तरह अफवाह, जो पहले थी, वहीं व्यवस्था अब है

अकांशु उपाध्याय

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती के लिए उम्मीदवारों की जाति पूछे जाने के बारे में विपक्ष द्वारा उठाये जा रहे सवालों पर स्पष्ट किया है कि अब कोई नई व्यवस्था नहीं की गई है और यह व्यवस्था पहले से ही चली आ रही है। सिंह ने संसद भवन परिसर में इस बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा , “ यह पूरी तरह अफवाह है, जो पहले थी, वहीं व्यवस्था अब है।

आजादी के पहले से यही व्यवस्था चली आ रही है, उसमें कहीं कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। ” दोबारा पूछे जाने पर उन्होंने कहा , “ पहले वाली व्यवस्था ही अब है और मुझे नहीं लगता इस पर और अलग से कोई स्पष्टीकरण देने की जरूरत है। ” उनसे पूछा गया था कि अग्निपथ योजना के तहत जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है क्या आप इस पर कुछ कहेंगे। उल्लेखनीय है कि विपक्षी दल जवानों की भर्ती के लिए लायी गयी नयी योजना अग्निपथ के तहत आवेदन पत्र में उम्मीदवार की जाति पूछे जाने को लेकर सवाल उठा रहे हैं।

राष्ट्रीय स्तर की नीति तैयार कर रहीं सरकार: गृहमंत्री

राष्ट्रीय स्तर की नीति तैयार कर रहीं सरकार: गृहमंत्री 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को बताया, कि सरकार सहकारी संस्थाओं के लिए राष्ट्रीय स्तर की नीति तैयार कर रहीं है और 63,000 प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस) के कम्प्यूटरीकरण की एक केंद्रीय प्रायोजित परियोजना भी शुरू की गई है। अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा को कोथा प्रभाकर रेड्डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

उन्होंने अपने उत्तर में बताया कि पीएसीए को बहुउद्देश्यीय जीवंत व्यावसायिक इकाई बनाने के लिए राज्य सरकारों, राष्ट्रीय सहकारिता संघों और अन्य सभी हितधारकों के परामर्श से प्रारूप आदर्श उप-नियम तैयार किये जा रहे हैं। शाह ने कहा कि समितियों के परिचालन में व्यावसायिकता, पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के लिए इन प्रारूप आदर्श उप-नियमों में विभिन्न प्रावधान शामिल किये गये हैं। सहकारिता मंत्री के अनुसार, सरकार सहकारिता के लिए राष्ट्रीय स्तर की एक नई नीति भी तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि 63,000 पीएसीए के कम्प्यूटरीकरण की एक केंद्रीय प्रायोजित परियोजना की भी शुरुआत की गई है। ताकि, उन्हें अपने डिजिटलीकरण में और अपने व्यवसायों को शुरू से अंत तक चलाने में अधिक सहायता मिल सके।

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