बुधवार, 8 जून 2022

ट्रायल: 18 रोगियों में कैंसर ट्यूमर को समाप्त पाया

ट्रायल: 18 रोगियों में कैंसर ट्यूमर को समाप्त पाया

सुनील श्रीवास्तव
वाशिंगटन डीसी/एल्बनि। चिकित्सा जगत में एक नए चमत्कार ने सभी को हैरान कर दिया है। रेक्टल कैंसर के कुछ मरीजों पर एक खास दवा का क्लीनिकल ट्रायल किया जा रहा था। इसके नतीजे कैंसर के मरीजों के लिए बड़ी खुशखबरी लेकर आए हैं। परीक्षण में शामिल सभी 18 रोगियों में कैंसर ट्यूमर को पूरी तरह से समाप्त पाया गया। न्यूयॉर्क में मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर के अध्ययन लेखक और डॉ लुइस ए डियाज ने कहा कि आज तक ऐसा कोई अध्ययन नहीं हुआ है, जिसमें यह दावा किया जा सके कि इलाज ने किसी भी मरीज के कैंसर को पूरी तरह खत्म कर दिया है।
18 मरीजों पर किया गया यह अध्ययन बहुत छोटा था। अध्ययन के सभी रोगियों ने एक ही दवा ली थी। अध्ययन के नतीजे चौंकाने वाले थे। ट्रायल में शामिल हर मरीज के शरीर से कैंसर पूरी तरह से गायब हो गया था। किसी भी मरीज का शारीरिक परीक्षण, एंडोस्कोपी, पीईटी स्कैन या एमआरआई स्कैन में नहीं दिखा। डॉ डियाज ने कहा, ‘मेरे हिसाब से कैंसर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है।

वरासत दर्ज करने के विशेष अभियान की समीक्षा की

वरासत दर्ज करने के विशेष अभियान की समीक्षा की

हरिशंकर त्रिपाठी

देवरिया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बुधवार को वर्चुअल माध्यम से जनपद में चल रहे वरासत दर्ज करने के विशेष अभियान की समीक्षा की और इसकी प्रभाविता बढ़ाने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्विवादित वरासत दर्ज करना शासन की प्राथमिकता का विषय है। इसमें किसी भी तरह की कोताही क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर भ्रमणशील रहते हुए लेखपालों द्वारा किये जा रहे वरासत दर्ज करने के कार्य का निरंतर पर्यवेक्षण करें। जिन ग्राम पंचायतों में वरासत दर्ज करने के प्रकरण अधिक संख्या में लंबे समय से लंबित हों, उन्हें चिन्हित करते हुए विशेष रणनीति के तहत कार्यवाही करें। डीएम ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में निर्विवादित वरासत दर्ज करने के संबंध में जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए। जिलाधिकारी ने समस्त कृषकों, काश्तकारों व भूस्वामियों से अनुरोध किया है कि वे विशेष अभियान के अंतर्गत अपनी निर्विवादित वरासत लेखपाल से मिलकर दर्ज करा लें। यदि निर्विवादित वरासत दर्ज करने में किसी भी स्तर पर समस्या आ रही हो तो वे संबंधित तहसील के एसडीएम से अथवा स्वयं उनसे संपर्क कर सकते हैं। उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण कर वरासत दर्ज कराया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि 20 जून तक सभी लेखपालों को प्रमाणपत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में निर्विवादित वरासत का एक भी प्रकरण लंबित नहीं है। इसके पश्चात यदि उनके संज्ञान में निर्विवादित वरासत का एक भी लंबित प्रकरण आया तो संबंधित लेखपाल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।

समीक्षा बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी अमृत लाल बिंद, एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुँजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम संजीव उपाध्याय, एसडीएम गजेंद्र सिंह, एसडीएम अरुण कुमार सहित राजस्व विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज वर्चुअल माध्यम से जनपद में चल रहे वरासत दर्ज करने के विशेष अभियान की समीक्षा की और इसकी प्रभाविता बढ़ाने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्विवादित वरासत दर्ज करना शासन की प्राथमिकता का विषय है। इसमें किसी भी तरह की कोताही क्षम्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर भ्रमणशील रहते हुए लेखपालों द्वारा किये जा रहे वरासत दर्ज करने के कार्य का निरंतर पर्यवेक्षण करें। जिन ग्राम पंचायतों में वरासत दर्ज करने के प्रकरण अधिक संख्या में लंबे समय से लंबित हों, उन्हें चिन्हित करते हुए विशेष रणनीति के तहत कार्यवाही करें। डीएम ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में निर्विवादित वरासत दर्ज करने के संबंध में जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए। जिलाधिकारी ने समस्त कृषकों, काश्तकारों व भूस्वामियों से अनुरोध किया है कि वे विशेष अभियान के अंतर्गत अपनी निर्विवादित वरासत लेखपाल से मिलकर दर्ज करा लें। यदि निर्विवादित वरासत दर्ज करने में किसी भी स्तर पर समस्या आ रही हो तो वे संबंधित तहसील के एसडीएम से अथवा स्वयं उनसे संपर्क कर सकते हैं। उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण कर वरासत दर्ज कराया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि 20 जून तक सभी लेखपालों को प्रमाणपत्र देना होगा कि उनके क्षेत्र में निर्विवादित वरासत का एक भी प्रकरण लंबित नहीं है। इसके पश्चात यदि उनके संज्ञान में निर्विवादित वरासत का एक भी लंबित प्रकरण आया तो संबंधित लेखपाल के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।समीक्षा बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी अमृत लाल बिंद, एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुँजन द्विवेदी, एसडीएम सौरभ सिंह, एसडीएम संजीव उपाध्याय, एसडीएम गजेंद्र सिंह, एसडीएम अरुण कुमार सहित राजस्व विभाग के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।जिलाधिकारी के निर्देश के बाद मुख्य राजस्व अधिकारी अमृत लाल बिंद ने सदर तहसील के ग्राम सेखोउना में वरासत अभियान का सत्यापन किया गया। सीआरओ ने मौके पर मौजूद लेखपाल को प्राथमिकता के आधार पर निर्विवादित वरासत दर्ज करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद मुख्य राजस्व अधिकारी अमृत लाल बिंद ने सदर तहसील के ग्राम सेखोउना में वरासत अभियान का सत्यापन किया गया। सीआरओ ने मौके पर मौजूद लेखपाल को प्राथमिकता के आधार पर निर्विवादित वरासत दर्ज करने का निर्देश दिया।

43 डिग्री सेल्सियस के आस-पास तापमान, पूर्वानुमान

43 डिग्री सेल्सियस के आस-पास तापमान, पूर्वानुमान

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है। लेकिन, कुछ इलाकों में लू का प्रकोप जारी रहेगा। दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला ने अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का पूर्वानुमान लगाया है। दिल्ली के कई हिस्सों में मंगलवार को लगातार पांचवें दिन भीषण लू का प्रकोप था।
दिल्ली के 11 मौसम केंद्रों में से पांच में मंगलवार को लू की स्थिति दर्ज की गई थी। मौसम विशेषज्ञों ने मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की कमी और लगातार गर्म तथा शुष्क पश्चिमी हवाओं को मौजूदा गर्मी के लिए जिम्मेदार ठहराया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मैदानी इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक होने पर गर्म हवाओं को ‘लू’ घोषित किया जाता है। सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक तापमान होने पर ‘भीषण लू’ की घोषणा की जाती है।

उत्तराखंड: पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी कियें

उत्तराखंड: पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी कियें 

पंकज कपूर  
देहरादून। उत्तराखंड में पेट्रोल-डीजल को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। जहांं पेट्रोल-डीजल में उतार चढ़ाव लगातार देखने को मिलता रहता है। बुधवार को उत्तराखंड में पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी कर दिए गए हैं।
आपको बता दें कि आज बुधवार को राजधानी में देहरादून में पेट्रोल के दाम 4 पैसे और डीजल के दाम में भी 4 पैसे की कमी देखी गई है। जिसके बाद देहरादून में पेट्रोल ₹95.30 प्रति लीटर और डीजल ₹90.34 प्रति लीटर है।
हरिद्वार में आज पेट्रोल और डीजल के दाम में 1 पैसे की मामूली बढ़त हुई हैै। हरिद्वार में पेट्रोल के दाम ₹94.40 प्रति लीटर और डीजल के दाम ₹89.51 रुपए प्रति लीटर हैं।

महत्व: 9 जून को मनाया जाएगा, गंगा दशहरा

महत्व: 9 जून को मनाया जाएगा, गंगा दशहरा

सरस्वती उपाध्याय  
गंगा दशहरे का अपना एक अलग महत्व है। मान्यता है कि गंगा दशहरे के दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी। इस बार गंगा दशहरा 9 जून को मनाया जाएगा। बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार, गंगा दशहरा 2022 का पर्व ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता है कि इस दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थी। इस दिन गंगा स्नान करने और दान देने की परंपरा है। कहा जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से 10 प्रकार के पाप कट जाते हैं। इस बार गंगा दशहरा का पर्व 9 जून को मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन चार शुभ योग का निर्माण हो रहा है।

नौकरी में बाधा से मुक्ति के लिए उपाय...

अगर आपको लंबे समय से नौकरी या व्यापार में बाधा का सामना करना पड़ रहा है तो, गंगा दशहरा के दिन एक मिट्टी का घड़ा लें। उसमें गंगा जल की कुछ बूंदें और थोड़ी शक्कर डालें। अब घड़े में पानी भरकर किसी गरीब या जरूरतमंद को दान करें। मान्यता है कि ऐसा करने से नौकरी में आने वाली बाधाएं खत्म होती हैं।

धन प्राप्ति के लिए उपाय...

गंगा दशहरा के दिन स्नान करने के बाद मंदिर में जाकर शिवलिंग का गंगा जल से अभिषेक करें और थोड़ा जल बचा लें। उसी जल से पूरे घर में छिड़काव करने से नकारात्मकता दूर होती है। इसके साथ ही धन आगमन की रुकावटें खत्म हो जाती हैं।

कर्ज से मुक्ति के लिए उपाय...

कर्ज से मुक्ति के लिए गंगा दशहरा के दिन अपनी लंबाई का एक काला धागा लें और उसे नारियल में लपेटकर शिवलिंग के समक्ष रखें। इसके बाद अपनी समस्या की समाप्ति की प्रार्थना करें और शाम को काले धागे से लिपटा नारियल बहते जल में प्रवाहित कर दें। प्रवाहित करने के बाद पीछे मुड़कर न देखें। मान्यता है कि ऐसा करने से समस्या से मुक्ति मिलती है।

9 जून को दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे, राष्ट्रपति

9 जून को दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे, राष्ट्रपति

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी  
नई दिल्ली/श्रीनगर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (गुरुवार) 9 जून को यहां भारतीय प्रबंधन संस्थान के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे। आईआईएम के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि संस्थान का पांचवां दीक्षांत समारोह यहां के कैनाल रोड पर गुलामी बाग स्थित सभागार में गुरुवार को आयोजित किया जाएगा।  कोविंद इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे तथा दीक्षांत समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित करते थे। उन्होंने बताया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा तथा केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह से सम्मानित अतिथि के तौर पर इस समारोह में शामिल होंगे।
भारतीय उद्योग परिसंघ के महानिदेशक डॉ. चंद्रजीत बनर्जी, दलित चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रवि कुमारा नारा भी इस समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि आईआईएम जम्मू के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कांबले समारोह की अध्यक्षता करेंगे।आईआईएम जम्मू के निदेशक प्रो. बी.एस. सहाय संस्थान की उपलब्धियों पर निदेशक की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।प्रो. सहाय ने कहा, “दीक्षांत समारोह का आयोजन एम.बी.ए. प्रोग्राम में स्नातक की उपाधि हासिल करने वाले छात्रों के लिए किया जा रहा है और संस्थान उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक है। हमें खुशी है कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद इस मौके पर उपस्थित रहेंगे और स्नातक के छात्रों को संबोधित करेंगे।
” इस साल आईआईएम जम्मू से कुल 214 छात्रों ने एमबीए में स्नातक की उपाधि हासिल की है। इस समारोह का मुख्य आकर्षण यह है कि इस साल 77 छात्राओं को उपाधि प्रदान की जाएगी। इस मौके पर  कोविंद आईआईएम जम्मू के विविधता प्रकोष्ठ का उद्घाटन करेंगे।

आने वाले साल, स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश करने के होंगे

आने वाले साल, स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश करने के होंगे

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आने वाले साल, स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में निवेश करने के होंगे। उन्होंने पिछले आठ वर्षों में इस क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में अपनी सरकार की ओर से किए गए कार्यों पर गर्व भी जताया। प्रधानमंत्री की यह प्रतिक्रिया एक सरकारी पोर्टल की ओर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को रेखांकित करती एक विस्तृत जानकारी को ट्विटर पर साझा करने के साथ दी।
पोर्टल के मुताबिक स्वस्थ भारत के निर्माण हेतु पिछले 8 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा ढांचों पर अभूतपूर्व निवेश हुआ है, जिससे आज न केवल आयुष्मान भारत से किफायती इलाज संभव हुआ है बल्कि देश आज स्वास्थ्य क्षेत्र में डिजिटल होने की ओर निरंतर अग्रसर है। उसने कहा कि 3.26 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ मिला, छह नए एम्स क्रियान्वित किए गए और कोविड-19 से मुकाबले के लिए दुनिया का सबसे बड़ा और पहला डिजिटल टीकाकरण अभियान चलाया गया जबकि देश में 2014 के बाद चिकित्सा महाविद्यालयों की संख्या में 55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।पोर्टल के अनुसार हर जिले में एक चिकित्सा महाविद्यालय खोले जाने का लक्ष्य भी इस सरकार ने निर्धारित किया है। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आने वाले साल उन लोगों के होंगे, जिन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश किया है। भारत में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए हमारी सरकार ने पिछले आठ सालों में जो काम किए हैं, मुझे उस पर गर्व है। प्रधानमंत्री ने नमो एप पर छपा एक आलेख भी साझा किया, जिसमें विस्तार से बताया गया है कि भविष्य में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में क्रांति लाने में कौन सी चीजें ‘‘गेमचेंजर’’ साबित होंगी।
मोदी ने इसके साथ ही ट्वीट किया, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल हमारे प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक है। पिछले 8 साल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, हर भारतीय के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने और इस क्षेत्र के साथ प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने के बारे में रहे हैं।’’ ज्ञात हो कि 30 मई को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सत्ता में आठ साल पूरे किए थे। प्रधानमंत्री इन सालों में विभिन्न क्षेत्रों में हासिल की गई सरकार की उपलब्धियों का ब्योरा ट्विटर पर साझा कर रहे हैं।

भारतीय प्रोफेशनल मुक्केबाज ने सीएम से मुलाकात की

भारतीय प्रोफेशनल मुक्केबाज ने सीएम से मुलाकात की

दुष्यंत टीकम  
रायपुर। छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बुधवार को यहां उनके निवास कार्यालय में भारतीय प्रोफेशनल मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ छत्तीसगढ़ में खेलों विशेष रूप से बॉक्सिंग के खेल को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर चर्चा की।
श्री विजेंदर सिंह भारत के ऐसे पहले बॉक्सर हैं, जिन्होंने ओलंपिक में कोई पदक जीता है। विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ में प्रोफेशनल बॉक्सिंग मैच कराने का आग्रह किया, जिस पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने रायपुर में मैच करने की सहमति दी। 
इस मैच में विजेंदर सिंह का मुकाबला अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज से होगा। विजेंदर सिंह ने वर्ष 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। श्री विजेंदर सिंह ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को बॉक्सिंग ग्लव्स भेंट किए। मुख्यमंत्री ने भी श्री विजेंदर सिंह को राजकीय गमछा और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।

प्लैटिनम को ज्यादा किफायती बनाने का तरीका, खोजा

प्लैटिनम को ज्यादा किफायती बनाने का तरीका, खोजा

सुनील श्रीवास्तव
सिडनी। वैज्ञानिकों ने उत्प्रेरक के तौर पर प्लैटिनम को और ज्यादा किफायती बनाने का तरीका खोज लिया है। इसे कम तापमान वाले तरल में बदलकर ऐसा किया जा सकता है।
सदियों से प्लैटिनम, सोना, रूथेनियम और पैलेडियम जैसी नोबल धातुओं को रासायनिक प्रतिक्रियाओं के लिए बढ़िया कैटालिस्ट माना जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अन्य धातुओं की तुलना में वे परमाणुओं के बीच कैमिकल बॉन्ड्स को बेहतर तरीके से तोड़ देते हैं। लेकिन नोबल मेटल दुर्लभ और महंगे होते हैं। इसलिए बड़े पैमाने पर औद्योगिक निर्माता आमतौर पर लोहे जैसे सस्ते विकल्प चुनते हैं।
नेचर केमिस्ट्री जर्नल में प्रकाशित हुए शोध के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के UNSW सिडनी और RMIT के शोधकर्ताओं ने प्लैटिनम परमाणुओं को विभाजित करके, प्लैटिनम को लिक्विड गैलियम है, ताकि प्लैटिनम की थोड़ी मात्रा में ज्यादा उत्प्रेरक क्षमता हो।
प्लैटिनम का मेल्टिंग तापमान आमतौर पर 1,700 ºC होता है, जिसका मतलब यह है कि जब इसे उत्प्रेरक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है तो यह ठोस होता है। प्लेटिनम को गैलियम मैट्रिक्स में डालकर, इसने गैलियम के मेल्टिंग प्वाइंट अपना लिया।
गैलियम एक नरम, चांदी और नॉन-टॉक्सिक मेटल है जो 29.8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर पिघलता है। लिक्विड गैलियम की एक खास बात यह है कि यह हर अणु में अलग-अलग परमाणुओं को अलग करके, धातुओं को घोलता है (जैसे पानी नमक और चीनी को घोलता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस आविष्कार से ऊर्जा की लागत बचेगी और औद्योगिक विनिर्माण में उत्सर्जन कम होगा। गैलियम लोहे की तरह सस्ता नहीं है, लेकिन इसे एक ही रिएक्शन के लिए बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि प्लैटिनम की तरह, गैलियम रिएक्शन के दौरान निष्क्रिय या टूटता नहीं है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि गैलियम में प्लेटिनम को घोलने के लिए कुछ घंटों के लिए तापमान 400 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाना होता है। टीम को उम्मीद है कि उनकी इस तकनीक से फर्टिलाइज़र से लेकर ग्रीन फ्यूल सेल्स तक, ज्यादा स्वच्छ और सस्ते प्रॉडक्ट तैयार होंगे।

वैज्ञानिकों ने धरती का एक और दुश्मन खोज निकाला

वैज्ञानिकों ने धरती का एक और दुश्मन खोज निकाला

अखिलेश पांडेय     
वाशिंगटन डीसी। अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने स्पेस में धरती का एक और दुश्मन खोज निकाला है। पहले यह एस्टेरॉयड हमारे गृह को नुकसान नहीं पहुंचाने वाला था लेकिन अब इसके गति की दिशा बदल चुकी है। यह पृथ्वी के लिए कुख्यात उल्कापिंड है जो धरती से तेजी से टकरा सकता है।
ऐस्टेरॉयड की गति से वैज्ञानिकों को आश्चर्य।
उल्कापिंड एपोफिस के पुराने सारे डेटा बदल गए। इसका कारण उसकी गति की दिशा का बदलना माना जा रहा है। इसके बाद साइंटिस्ट्स ने ऐस्टेरॉ के करीब पहुंचने के दौरान नए सिरे से शुरुआत करनी पड़ी। वैज्ञानिकों ने दिसंबर 2020 से मार्च 2021 में एस्टेरॉयड का अध्ययन किया। जिसमें पता चला कि एस्टेरॉयड धरती के बगल न निकल कर सीधे टक्कर करेगा।

तबाही मचा सकता है 'कुख्यात उल्कापिंड'...
वैज्ञानिकों का दावा है कि एस्टेरॉयड साल 2029 में धरती से टकरा सकता है। पहले इसके नीले ग्रह के बगल से निकलाने की आशंका थी लेकिन अब वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इसकी पृथ्वी से भयंकर टक्कर हो सकती है। यह ग्रह जिस गति से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है 13 अप्रैल 2029 तक पृथ्वी की सतर स टकरा सकता है।

18 देशों के 100 से अधिक वैज्ञानिकों ने की स्टडी...
अंतरिक्ष में कई एस्टेरॉयड ऐसे हैं जो पृथ्वी के दुश्मम हैं। पृथ्वी को उल्कापिंडों से होने वाले नुकसान पर सर्वे किया गया। इससे जुड़ा अध्ययन देश के 18 देशों के वैज्ञानिकों ने किया है। जिसमें यह देखा गया कि संभावित रूप से खतरनाक क्षुद्रग्रहों किस तरह धरती को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

48 साथ बाद एक और उल्कापिंड पृथ्वी से टकराएगा...
पृथ्वी पर तबाही मचाने वाले कुख्यात एस्टेरॉयड का नाम एपोफिस है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार एपफिस 1200 फीट चौड़ा है। इसका आकार साढ़े तीन फुटबाल के मैदान के बराबर है। जिस गति से यह धरती की ओर बढ़ रहा है अगर यही गति और दिशा रही तो यह 48 साल बाद 2068 तक पृथ्वी से टकरा सकता है।
2004 में उल्कापिंडों एपोफिस का चला था पता।
 2004 में पहली बार एपोफिस की मौजूदगी का पता चला था। इसको लेकर अंतरिक्ष की वैज्ञानिकों की भविष्यवाणी ने दुनिया में हलचल मचा दी थी। अध्ययन में पता चला कि एपोफिस 2029 में वर्ग एक से शुरू होकर पृथ्वी को प्रभावित नहीं कर रहा था। वस्तु की कक्षा में बड़ी अनिश्चितताएं थीं।

व्हाट्सएप को 3 नए फीचर्स का परीक्षण करते, देखा

व्हाट्सएप को 3 नए फीचर्स का परीक्षण करते, देखा

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव  
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। व्हाट्सएप कई नए फीचर्स पर काम कर रहा है। अभी मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप को तीन नए फीचर्स का परीक्षण करते हुए देखा गया है। इसमें जिसमें अंडू बटन, एडिट टेक्स्ट मैसेज ऑप्शन और डबल वेरिफिकेशन फीचर शामिल है। बता दें कि ये सभी फीचर्स अभी विकास स्तर पर है। व्हाट्सएप से संबंधित सभी घटनाक्रमों पर नज़र रखने वाले वाबिटेन्फो ने बताया कि व्हाट्सएप जल्द ही यूजर्स को मैसेज भेजने के बाद उन्हें एडिट करने दे सकता है। इसके अलावा यह एक अंडू बटन और डबल वेरिफिकेशन फीचर पर भी काम कर रहा था, तो आइए व्हाट्सएप के अपकमिंग फीचर्स के बारे में जानते हैं।
व्हाट्सएप एक एडिट बटन पर काम कर रहा है, जो यूजर्स को मैसेज भेजने के बाद उन्हें एडिट करने की सुविधा देगा। वर्तमान सेटअप केवल यूजर्स को भेजे गए मैसेज को हटाने की अनुमति देता है, आपको उन्हें एडिट करने का विकल्प नहीं मिलता है। व्हाट्सएप ने कथित तौर पर पांच साल पहले फीचर पर काम करना शुरू किया था, लेकिन ट्विटर पर इसकी सूचना मिलने के तुरंत बाद इसे बंद कर दिया गया था। ने उस एडिट फीचर का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। जिसे अभी डेवलप किया जा रहा है।
व्हाट्सएप एक अंडू बटन भी विकसित कर रहा है। यह सुविधा तब काम आएगी जब आप “डिलीट फॉर मी” विकल्प दबाकर उस चैट को दोबारा से हासिल करना चाहते हैं, जिसे आपने डिलीट कर दिया है। कभी-कभी आप गलती से “डिलीट फॉर मी” बटन दबाते हैं बजाय “डिलीट फॉर एवरीवन” दबा देते है।ऐसे में अंडू बटन आपको अपने गलतियों को ठीक करने में मदद करेगा, लेकिन आप इसे केवल एक निश्चित समय सीमा के भीतर ही इस्तेमाल कर सकते हैं।
व्हाट्सएप अपने यूजर्स की सुरक्षा बढ़ाने के लिए डबल वेरिफिकेशन फीचर पर भी काम कर रहा है। जब भी आप किसी अन्य स्मार्टफोन से अपने व्हाट्सएप अकाउंट में लॉग इन करने का प्रयास करेंगे तो आपको डबल वेरिफिकेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा।

भोग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए, लोग

भोग कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एकत्रित हुए, लोग

अमित शर्मा  
मानसा। पंजाब के मानसा में सिद्धू मूसेवाला के भोग कार्यक्रम (मृत्यु के बाद की रस्म) में भाग लेने के लिए बुधवार को बड़ी संख्या में लोग यहां अनाज मंडी में एकत्रित हुए। ये लोग पंजाब, हरियाणा और अन्य जगहों से आए थे। इस दौरान कई लोगों ने मूसेवाला की तस्वीरों वाली टी-शर्ट पहन रखी थी। कई बच्चे दिवंगत गायक जैसे कपड़े पहन रखे थे। कई लोगों के हाथों में पोस्टर थे जिन पर ’29 मई काला दिन’ और ‘मूसेवाला अमर रहें’ लिखा था।
कई लोग ‘मूसेवाला के लिए न्याय’ की मांग कर रहे थे। कुछ लोगों के हाथों में गायक की तस्वीरों वाले झंडे थे। इस मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। अंतिम अरदास में भाग लेने आए जालंधर के एक वकील ने मांग की कि राज्य सरकार गायक के परिवार को न्याय दिलाए। उन्होंने कहा, “मूसेवाला की हत्या की जांच जल्दी की जानी चाहिए और हत्या में शामिल लोगों को फांसी की सज़ा मिलनी चाहिए।
राजस्थान के गंगानगर से तीन दोस्त बुधवार सुबह चार बजे मूसेवाला को श्रद्धांजलि देने मानसा पहुंचे। उनमें से एक ने कहा “जब हमें मूसवाला की मौत के बारे में पता चला तो हम स्तब्ध रह गए।” मूसेवाला की तस्वीर वाले पोस्टर लेकर हरियाणा के फतेहाबाद और सिरसा जिलों से युवाओं का एक समूह कार्यक्रम में शामिल होने आया। उन्होंने मांग की कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा दी जानी चाहिए। लुधियाना के एक परिवार ने मूसेवाला की तस्वीरों वाले बैज लोगों को बांटे।
गौरतलब है कि पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को अज्ञात हमलावरों ने मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मूसेवाला की हत्या के बाद राज्य पुलिस ने इस घटना को आपसी रंजिश का मामला करार दिया। हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ बताया जा रहा है।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...