सोमवार, 21 फ़रवरी 2022

'सीमा सुरक्षा बल' में कांस्टेबल के पदों पर भर्ती जारी

जो भी उम्मीदवार इन पदोंपर आवेदन करने के लिए इच्छुक एवं योग्य हैं, वे बीएसएफ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों के लिए अप्लाई करने की आखिरी डेट 1 मार्च है। इसके अलावा उम्मीदवार सीधे इस लिंक के जरिए भी इन पदों पर अप्लाई कर सकते हैं। 20 प्रतिशत बीएसएफ के माध्यम से आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं। इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 2788 पदों को भरा जाएगा।

बैंक ने हिजाब नहीं उतारने पर पैसे देने से मना किया

बैंक ने हिजाब नहीं उतारने पर पैसे देने से मना किया    

अविनाश श्रीवास्तव           

बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय में हिजाब पहनकर इंटर कक्षा की छात्रा शवा तबस्सुम बैंक पहुंची थी। लेकिन, छात्रा का आरोप है कि बैंक वालों ने हिजाब नहीं उतारने पर पैसे देने से मना कर दिया है। पैसे देने से बैंक वालों के मना करने के बाद छात्रा और उनके पिता ने बैंक वालों से बहस की। उन्‍होंने इसका इसका वीडियो भी बना लिया, जो वायरल हो गया है। वायरल वीडियो मंसूरचक प्रखंड के यूको बैंक का बताया जा रहा है। छात्रा का कहना है कि वह पहले भी हिजाब में पैसा निकालने के लिए गई थी, तब कोई आपत्ति नहीं हुई। लेकिन बैंक में कहा गया कि हिजाब हटाने के बाद ही इस बार पैसा देंगे।

वीडियो में लड़की के द्वारा बैंक कर्मचारियों पर आरोप लगाया जा रहा है। लड़की आरोप लगाते हुए कहती है कि वह हर महीने की तरह पैसा निकालने के लिए यूको बैंक पहुंची थी। इस पर बैंक के पदाधिकारियों ने उसे हिजाब हटाने के बाद ही पैसे देने की बात कही। छात्रा का आरोप है कि वह पहले भी हिजाब में ही निकासी करने आती थी और उसे पैसा मिल जाता था। वीडियो में लड़की के पिता बैंक कर्मचारियों से जिरह कर रहे हैं। वह आरोप लगा रहे हैं कि उनसे हिजाब हटाने के लिए कहा गया।
मंसूरचक प्रखंड के कस्तूरी गांव निवासी मोहम्मद मतीन आलम की बेटी शवा तबस्सुम 10 फरवरी को मंसूरचक यूको बैंक में पैसा निकालने के लिए गई थीं। शवा का कहना है कि निकासी फॉर्म भरने के बाद जब उनका नंबर आया तो बैंक कैशियर ने कहा कि हिजाब हटाने के बाद ही रुपया दिया जाएगा। इसका शवा ने ने विरोध किया और कहा कि हम हिजाब नहीं हटाएंगे और पैसा लेकर जाएंगे। काफी विवाद के बाद भी पैसा नहीं दिया गया तब मैंने अपने पिता और भाई को बुलाया। जिसके बाद विवाद हुआ और पैसा दे दिया। छात्रा ने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था।इस संबंध में यूको बैंक के जोनल ऑफिस में जब अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद ही हम कुछ कह पाएंगे।

3 को वाराणसी दौरे पर आएंगे ममता व अखिलेश

3 को वाराणसी दौरे पर आएंगे ममता व अखिलेश     

संदीप मिश्र    

वाराणसी। तीन चरणों का मतदान खत्म हो चूका है। वही चौथे चरण के मतदान हतु चुनाव प्रचार सोमवार से बंद हो जायेगा। इस दरमियान पूर्वांचल की सरज़मीन पर सियासी जंग अब और भी तेज़ होने की संभावना दिखाई दे रही है। पूर्वांचल का केंद्र पड़ने वाले वाराणसी में इसको लेकर सभी दल एक दुसरे को पीछे छोड़ने के जुगत में लगे हुवे है। इसी क्रम में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी तीन मार्च को वाराणसी आने वाले है। इस आशय का पत्र प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने जारी कर दिया है। अखिलेश और ममता के कार्यक्रम की सूचना मिलने के बाद सियासी सरगर्मी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी की ओर से इनकी जनसभा के लिए स्थल और रोड शो की तैयारी की जा रही है। 

सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने बताया कि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाजिदपुर और सीरगोवर्धन में सभा कराने का विचार किया गया है। इसके अलावा और भी जनसंपर्क के कार्यक्रम होंगे। रोड शो सहित अन्य कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए 22 को बैठक बुलाई गई है। इसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा और उनके साथ सयुस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव को दी गई है। पार्टी के दूसरे नेताओं के अनुसार ऐसी जगह सभा कराने पर विचार किया जा रहा है जहां से पूर्वांचल के अन्य जिलों के वोटरों को भी साधा जा सके। वाराणसी की आठ सीटों में से चार पर सपा प्रत्याशी हैं। जबकि बाकी चार पर गठबंधन के प्रत्याशी हैं। इनमें दो सीटों पर सुभासपा और दो पर अपना दल कमेरावादी गठबंधन के प्रत्याशी हैं। इनके अलावा पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी सपा और गठबंधन के प्रत्याशी हैं। उधर आठों विधानसभा क्षेत्रों में अपने नेताओं के आगमन की जानकारी के बाद पार्टी कार्यकर्ता तैयारी में लग गए हैं।

चुनावी रणनीति को लेकर सपा की बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने बताया कि अंतिम चरण में होने वाले मतदान के पहले बूथों को मजबूत करना है। इसके लिए हर बूथ पर यूथ को रहना है। पार्टी के बेस वोटों के अलावा सर्वसमाज के वोटों पर ध्यान देना है। जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने भी अपनी कोर टीम को चुनावी रणनीति के बारे में बताया।

दावा: यूक्रेन की सीमा चौकी को बमबारी में उड़ाया

दावा: यूक्रेन की सीमा चौकी को बमबारी में उड़ाया    

अखिलेश पांडेय     

मॉस्को/ कीव। रूस और यूक्रेन में महायुद्ध शुरू हो गया है। रूस ने सोमवार को दावा किया है कि यूक्रेन की बमबारी में उसकी सीमा चौकी को उड़ा दिया है। वहीं, इससे पहले यूक्रेन ने भी कई बार दावा किया है कि रूसी समर्थित अलगाववादियों ने उसके लोगों पर गोलीबारी की है। हालांकि रूस की तरफ से पहली बार कहा गया है कि यूक्रेन की बमबारी में रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीमा चौकी को नष्ट कर दिया है। ज्ञात हो कि पश्चिमी देशों को डर है कि हाल के हफ्तों में यूक्रेन की सीमा के पास रूसी सैनिकों का जमावड़ा एक आक्रमण का संकेत है। इन देशों का कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो वे मास्को के खिलाफ "बड़े पैमाने पर" प्रतिबंध लगाएंगे। हालांकि रूस आक्रमण की किसी भी योजना से इनकार करता है लेकिन व्यापक सुरक्षा गारंटी चाहता है।

रूसी समाचार एजेंसियों के मुताबिक सिक्योरिटी सर्विस ने दिए गए एक बयान में कहा, "21 फरवरी को, सुबह 9:50 बजे (0650 जीएमटी), यूक्रेन से दागे गए एक अज्ञात प्रक्षेप्य ने रूसी-यूक्रेनी सीमा से लगभग 150 मीटर की दूरी पर रोस्तोव क्षेत्र में एफएसबी सीमा रक्षक सेवा द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीमा चौकी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।"
यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका और यूक्रेन की सीमाओं के आसपास रूस की सेना के बड़े पैमाने पर जमावड़े को लेकर मास्को और पश्चिम के बीच तनाव हफ्तों से बढ़ रहा है। पश्चिमी खुफिया एजेंसियों का दावा है कि करीब 1.6 लाख रूसी सैनिक यूक्रेन पर हमला करने के लिए तैयार हैं।
यूक्रेन ने यूरोपीय संघ द्वारा रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की मांग की है ताकि यह दिखाया जा सके कि वह युद्ध को रोकने के लिए गंभीर है। इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि रूस "1945 के बाद से यूरोप में सबसे बड़े युद्ध" की योजना बना रहा है।
रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति माक्रों और पुतिन के बीच करीब दो घंटे की टेलीफोन बातचीत हुई थी। इसके बाद दोनों नेता यूक्रेन गतिरोध के समाधान की तलाश में तेजी लाने पर सहमत हुए। इस घटनाक्रम के बाद फ्रांस का कहना है कि यूक्रेन संकट पर एक शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति माक्रों के प्रस्ताव को अमेरिकी और रूसी राष्ट्रपतियों ने स्वीकार कर लिया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति भवन और व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों के एक प्रस्ताव पर सहमति जताई थी।
लेकिन इस पहल को झटका देते हुए रूस ने सोमवार को कहा कि रूसी और अमेरिकी राष्ट्रपतियों के बीच एक शिखर सम्मेलन के आयोजन पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी। रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, "किसी भी प्रकार के शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए किसी विशेष योजना के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी।
पेसकोव ने कहा, "यह समझ में आता है कि विदेश मंत्रियों के स्तर पर बातचीत जारी रखी जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शिखर सम्मेलन के लिए "कोई ठोस योजना नहीं है।रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति माक्रों और पुतिन के बीच करीब दो घंटे की टेलीफोन बातचीत हुई थी। इसके बाद दोनों नेता यूक्रेन गतिरोध के समाधान की तलाश में तेजी लाने पर सहमत हुए। इस घटनाक्रम के बाद फ्रांस का कहना है कि यूक्रेन संकट पर एक शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति माक्रों के प्रस्ताव को अमेरिकी और रूसी राष्ट्रपतियों ने स्वीकार कर लिया है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति भवन और व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों के एक प्रस्ताव पर सहमति जताई थी।

90 साल का अध्ययन, 'आर्डवार्क' का जन्म हुआ

90 साल का अध्ययन, 'आर्डवार्क' का जन्म हुआ     

सुनील श्रीवास्तव       
लंदन। ब्रिटेन के चेस्टर नामक चिड़ियाघर में 90 साल के इतिहास में पहली बार एक आर्डवार्क का जन्म हुआ है। जू ने इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि जन्म लेने वाला आर्डवार्क फीमेल है। इसका नाम हैरी पॉटर सीरीज के कैरेक्टर डॉबी के नाम पर रखा गया है। बता दें कि आर्डवार्क उप-सहारा अफ्रीका में पाए जाते हैं। जहां कृषि विकास के परिणामस्वरूप उनके आवास नष्ट होते जा रहे हैं। चिड़ियाघर ने अपनी वेबसाइट पर बताया है कि बेबी आर्डवार्क के बड़े झुके हुए कान, बिना बालों वाली झुर्रीदार त्वचा और बड़े पंजे हैं। उसका काफी ख्याल रखा जा रहा है। हर कुछ घंटों में उसे खाने को दिया जाता है और एक्सपर्ट्स की टीम लगातार उस पर नजर रखे हुए है। 
इस जू के 90 साल के इतिहास में पहली बार किसी आर्डवार्क का जन्म हुआ है। इस वजह से ये आर्डवार्क प्रेमियों के लिए अद्भुत पल है। चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि किसानों के साथ संघर्ष के चलते आर्डवार्क की संख्या घट रही है। ऐसी भी खबरें हैं कि मांस के लिए उनका शिकार किया जा रहा है। ट्विलाइट के टीम मैनेजर डेव व्हाइट ने कहा कि इस जू में पैदा होने वाला यह पहला आर्डवार्क है और इसलिए यह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण है। डेव व्हाइट ने कहा कि जब हमने इस बच्चे को अपनी मां के पास लेटे देखा तो वो बिल्कुल हैरी पॉटर के कैरेक्टर डॉबी जैसा नजर आया।
इसलिए हमने उसका नाम भी यही रख दिया।
यूरोप के चिड़ियाघरों में केवल 66 और दुनियाभर के चिड़ियाघरों में महज 109 आर्डवार्क ही बचे हैं। वेबसाइट के अनुसार, आर्डवार्क शब्द का अफ्रीकी भाषा में मतलब है 'अर्थ पिग'। ये नाक्टर्नल एनिमल चींटियों और दीमकों को खोज निकालने के लिए अपनी लंबी नाक और सूंघने शक्ति का इस्तेमाल करते हैं। इनकी जीभ 25 सेमी तक लंबी होती है।

बिहार: लालू को 5 वर्ष की कैद, 60 लाख का जुर्माना

बिहार: लालू को 5 वर्ष की कैद, 60 लाख का जुर्माना   

अविनाश श्रीवास्तव       
पटना। चारा घोटाले के तहत डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ रुपये के गबन के मामले में दोषी करार दिए गए लालू प्रसाद यादव को पांच वर्ष की कैद एवं 60 लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनायी गयी है। आज स्पेशल कोर्ट के जज एसके शशि ने यह फैसला सुनाया है। 
बता दें सीबीआई की विशेष कोर्ट के जज एस के शशि ने 15 फरवरी को लालू समेत 38 दोषियों को दोषी करार देते हुए सजा पर सुनवाई के लिए 21 फरवरी की तारीख तय की थी। लालू के वकील ने बताया कि आगे बेल के लिए अर्जी दी जाएगी। लेकिन बेल नहीं मिलने तक लालू को जेल में ही रहना पड़ेगा।

स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है बैंगन, जानिए

स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है बैंगन, जानिए      

सरस्वती उपाध्याय        

विभिन्न मौसमों में अलग-अलग फल और सब्जियों का सेवन किया जा सकता है, ये बहुत पौष्टिक होते हैं। ये हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ये फूड्स कई तरह से आपकी मदद करते हैं। वजन कम करने से लेकर शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने तक ये सब्जियां और फल आपके लिए बहुत अच्छी होते है। ऐसा ही एक पौष्टिक फूड है। जिसे आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं और वो है बैंगन। गर्मागर्म बैंगन की सब्जी के साथ रोटी का खाने का मजा ही अलग है। विशेष रूप से सर्दियों की शाम को इस फूड को खाने का अलग ही आनंद है। बैंगन केवल स्वाद से भरपूर होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।

बैंगन के स्वास्थ्य लाभ...

वजन कम करने में मदद करता है: बैंगन फाइबर में उच्च और कैलोरी में कम होते हैं। आप इन्हें वजन घटाने की डाइट में शामिल कर सकते हैं। फाइबर आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। इससे आपको देर तक भरा हुआ भी महसूस होता है।

अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट: बैंगन न केवल विटामिन और मिनरल जैसे कई पोषक तत्वों का पावरहाउस है, बल्कि इसमें उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं।एंटीऑक्सीडेंट शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। अगर आप एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फूड्स का सेवन करते हैं, तो आप अपने शरीर को हृदय रोग और कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों से बचा सकते हैं।

ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद: शोध के अनुसार नियमित रूप से बैंगन का सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।बैंगन में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। ये आपके पेट के लिए बहुत अच्छा होता है। आप जितना अधिक फाइबर का सेवन करेंगे, आपका ब्लड शुगर का स्तर उतना ही अधिक नियंत्रण में रहेगा।

मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद: बैंगन में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स कोशिका झिल्ली को प्रोटेक्ट करते हैं। ये मस्तिष्क के स्मृति कार्य को बढ़ावा देते हैं।बैंगन में मौजूद तत्व में ब्रेन ट्यूमर से बचने की क्षमता होती है।

एनीमिया को रोकता है: अपने आहार में पर्याप्त आयरन न मिलना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है। आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है. इस कारण आपको थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। आयरन से भरपूर बैंगन जैसे फूड्स खाने से एनीमिया जैसी स्वास्थ्य स्थितियों से निपटने में मदद मिल सकती है।

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...