शनिवार, 5 जून 2021

अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से युवक की मौत

रवि चौहान  
गाजियाबाद। जनपद के लोनी क्षेत्र में श्री साईं हॉस्पिटल में वार्ड बॉय का काम करने वाले राहुल पांचाल की हॉस्पिटल प्रबंधक की लापरवाही से मौत हुई। राहुल पांचाल के मामा का कहना है कि राहुल पांचाल से हॉस्पिटल के अंदर चपरासी का कार्य भी कराया जाता था। कभी-कभी हॉस्पिटल के अंदर झाड़ू लगाने का भी कार्य भी राहुल से ही कराया जाता था। घर की दयनीय स्थिति नाजुक होने के कारण राहुल पांचाल अस्पताल के अंदर सभी कार्य करने में मजबूर था। ऐसे में आज सुबह 8 बजकर  30 मिनट पर हॉस्पिटल के प्रबंधक ने हॉस्पिटल की छत पर लगे बोर्ड को हटाने के लिए कहा बोर्ड हटाते समय वह 11,हज़ार की  विद्युत लाइन की चपेट में आकर झुलस गया।  
गंभीर हालत में अस्पताल प्रबंधन ही उसे परिजनों को बिना बताए ही दिल्ली जीटीबी अस्पताल ले गए उसके बाद युवक को फिर हेडगेवार अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने राहुल को मृत घोषित कर दिया। जानकारी में आया है कि राहुल ही अपने परिवार का सहारा था  उसके पिता की पहले ही मौत हो गई थी। राहुल की मौत के बाद परिवार में मातम का माहौल छाया हुआ है। इस घटना के बाद से अस्पताल प्रबंधन फरार है राहुल के परिजन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अस्पताल के प्रबंधक ने 2 घंटे बाद राहुल की सूचना परिजनों को दी।

पशु गर्भधारण अवस्था की मात्र 10 रुपये में जांच

राणा ओबरॉय   
चंडीगढ़। हरियाणा में वैज्ञानिकों ने पशुओं के गर्भ की जांच के लिए किट तैयार कर दी है। इस किट के जरिये अब पता लगाया जा सकता है कि पशु के गर्भ में बच्चा है या नहीं है। वहीं इस प्रक्रिया और किट के लिए ज्यादा खर्च करने की भी आवश्यकता नहीं होगी, इसके लिए महज 10 रुपये का ही खर्च आएगा। हिसार स्थित केन्द्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (सीआइआरबी) द्वारा विकसित इस किट को केंद्रीय कृषि एवं कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने वर्चुअल कार्यक्रम में लॉच किया। आपको बता दें कि अभी तक पशुओं में प्रेग्नेंसी जांचने की कोई भी किट नहीं थी। अब इस किट के द्वारा 20 दिन के गर्भ का आसानी से पता चल जाता है। इसकी जांच करने के लिए केवल पशु के थोडे़ से मूत्र की जरूरत होगी और गर्भ जांच कर सकता है।
यह किट पशुपालकों के लिए हितकारी साबित होगी, अभी तक पशुपालक पशु के 3-4 महिने के गर्भवती होने पर ही इसका पता कर पाते थे जोकि पशु पालकों के लिए बहुत ही नुकसानदायी रहता है। अब 20 दिन के गर्भ का पता करने के बाद पशुपालत अपने अगर पशु गर्भ से नहीं है तो उसका समय पर इलाज करवा सकेगा। कृषि मंत्री ने सीआइआरबी के निदेशक, टेस्ट किट की खोज करने वाले डॉ. अशोक बल्हारा और उनकी टीम की सराहना की है। किट तैयार करने वाली टीम के सदस्य डॉ. अशोक बल्हारा, डॉ. सुशील फुलिया, डॉ. राकेश शर्मा, डॉ. सुमन व डॉ. अशोक मोहंती हैं।

आपको बता दें कि पशुपालकों को पशुपालन में बांझ से हो रहे नुकसान को कम करने के लिए केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने गर्भ जांच किट बनाने का निर्णय लिया। जो कि 2-3 साल के प्रयास ओर मेहनत के बाद विज्ञानियों ने इसमें सफलता प्राप्त की जो कि किसानों के लिए बहुत ही लाभदायी होगी। आपको बता दें कि पशुपालकों को पशुपालन में बांझ से हो रहे नुकसान को कम करने के लिए केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने गर्भ जांच किट बनाने का निर्णय लिया। जो कि 2-3 साल के प्रयास ओर मेहनत के बाद विज्ञानियों ने इसमें सफलता प्राप्त की जो कि किसानों के लिए बहुत ही लाभदायी होगी।

एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाने से किसानों को फायदा

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को किसानों विशेषकर गन्ना किसानों को इथेनॉल के भी उत्पादन की सलाह देते हुए कहा कि गन्ने से निकाले गए एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाने से किसानों को फायदा होगा। उन्होंने इस दौरान "भारत में 2020-2025 के दौरान एथेनॉल सम्मिश्रण से संबंधित रोडमैप के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट" जारी की और पुणे में तीन स्थानों पर ई-100 के वितरण स्टेशनों की एक पायलट परियोजना का भी शुभारंभ किया।  
प्रधानमंत्री शनिवार को पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस मंत्रालय और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे। इस वर्ष के आयोजन का विषय 'बेहतर पर्यावरण के लिए जैव ईंधन को बढ़ावा देना' है। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नरेन्द्र सिंह तोमर, नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर और पीयूष गोयल भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने इस बीच एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल और संपीड़ित बायोगैस कार्यक्रमों के तहत किसानों के अनुभव जानने के लिए पुणे (महाराष्ट्र), हरदोई (उत्तर प्रदेश) और खेड़ा (गुजरात) के किसानों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि अब एथेनॉल, 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं से जुड़ गया है। 
एथेनॉल पर फोकस से पर्यावरण के साथ ही एक बेहतर प्रभाव किसानों के जीवन पर भी पड़ रहा है। आज हमने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को 2025 तक पूरा करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत को, 21वीं सदी की आधुनिक सोच, आधुनिक नीतियों से ही ऊर्जा मिलेगी। इसी सोच के साथ हमारी सरकार हर क्षेत्र में निरंतर नीतिगत निर्णय ले रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड के विजन को साकार करने वाला अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन हो, या फिर आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन की पहल हो, भारत एक बड़े वैश्विक विजन के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से जो चुनौतियां सामने आ रही हैं, भारत उनके प्रति जागरुक भी है और सक्रियता से काम भी कर रहा है। 
उन्होंने कहा कि 6-7 साल में नवीकरणीय ऊर्जा की हमारी क्षमता में 250 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। स्थापित रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता के मामले में भारत आज दुनिया के टॉप-5 देशों में है। इसमें भी सौर ऊर्जा की क्षमता को बीते 6 साल में लगभग 15 गुणा बढ़ाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण 2014 में 1-1.5 प्रतिशत से बढ़कर 8.5 प्रतिशत हो गया, एथेनॉल की खरीद 38 करोड़ लीटर से बढ़कर 320 करोड़ लीटर हुई है। भारत अब जलवायु परिवर्तन के प्रस्ताव का प्रस्तावक है। 
भारत जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक पर शीर्ष 10 देशों में शामिल है। विश्व पर्यावरण दिवस के मद्देनजर केंद्र सरकार तेल कंपनियों को 1 अप्रैल 2023 से इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल को 20 प्रतिशत तक इथेनॉल के साथ बेचने का निर्देश देते हुए ई-20 अधिसूचना जारी कर रही है। यह वर्ष 2025 से पहले इथेनॉल उत्पादक राज्यों और आसपास के क्षेत्रों में इथेनॉल की खपत बढ़ाने में भी मदद करेगा। उल्लेखनीय है कि सरकार ने महंगे तेल आयात पर भारत की निर्भरता को कम करने के लिए अब अप्रैल 2023 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य रखा है। 

नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए मौका दिया

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। सरकार ने शनिवार को ट्विटर को नोटिस जारी कर उसे तत्काल नए आईटी नियमों के अनुपालन के लिए ‘एक आखिरी मौका’ दिया है। सरकार की ओर से आगाह किया गया है कि यदि ट्विटर इन नियमों का अनुपालन करने में विफल रहती है, तो वह आईटी कानून के तहत दायित्व से छूट को गंवा देगी। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (मेइटी) ने कहा कि ट्विटर द्वारा इन नियमों के अनुपालन से इनकार से पता चलता है कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट में प्रतिबद्धता की कमी है और वह भारत के लोगों को अपने मंच पर सुरक्षित अनुभव प्रदान करने का प्रयास नहीं करना चाहती।सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा, ”भारत में करीब एक दशक से अधिक से परिचालन के बावजूद यह विश्वास करना मुश्किल है कि ट्विटर ने एक ऐसा तंत्र विकसित करने से इनकार कर दिया है। 

जिससे भारत के लोगों को उसके मंच पर अपने मुद्दों के समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से उचित प्रक्रिया के जरिये हल में मदद मिलती।” मंत्रालय ने कहा कि ये नियम हालांकि 26 मई, 2021 से प्रभावी हैं, लेकिन सद्भावना के तहत टि्वटर इंक को एक आखिरी नोटिस के जरिये नियमों के अनुपालन का अवसर दिया जाता है। उसे तत्काल नियमों का अनुपालन करना है। यदि वह इसमें विफल रहती है, तो उसे दायित्व से जो छूट मिली है। वह वापस ले ली जाएगी। साथ ही उसे आईटी कानून और अन्य दंडात्मक प्रावधानों के तहत कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। नोटिस में हालांकि यह नहीं बताया गया है कि ट्विटर को इन नियमों का अनुपालन कब तक करना है।

24 घंटे में 1 लाख 20 हजार 529 नए मामलें मिलें

अंकाशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। देश में पिछले दिन के मुकाबले कोरोना के नए मामलों में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के एक लाख 20 हजार, 529 नए मामले सामने आए हैं। जबकि इस बीमारी से 3 हजार, 380 लोगों की मौत हो गई। पिछले 24 घंटों में 1 लाख,97 हजार, 894 मरीज स्वस्थ हुए है। राहत भरी बात यह है कि देश में कोरोना के नए मामले आने की दर यानी पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। 
पिछले 12 दिनों से लगातार पॉजिटिविटी दर 10 प्रतिशत से नीचे है। पिछले 24 घटे में पॉजिटिविटी दर 5.78 प्रतिशत रही है। शनिवार की सुबह केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अबतक कोरोना के कुल 2 करोड़ ,86 लाख,94 हजार,879 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, इस बीमारी से अबतक 3 लाख ,44 हजार ,082 लोगों की मौत हो चुकी है। एक्टिव मरीज की संख्या 15 लाख,55 हजार,248 है। वहीं, राहत भरी खबर है कि कोरोना से अबतक 2 करोड़,67 लाख,95 हजार,549 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो राहत की बात है। 
रिकवरी रेट में सुधार हो रहा है। पिछले 24 घंटे में देश का रिकवरी रेट बढ़कर 93.38 प्रतिशत हो गया है। आईसीएमआर के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 20 लाख से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं। 04 जून को 20 लाख,84 हजार,421 टेस्ट किए गए। देश में अबतक कुल 36 करोड़,11 लाख,74, हजार 142 टेस्ट किए जा चुके हैं। 

ट्विटर ने उपराष्ट्रपति के अकाउंट से ब्लू टिक हटाया

अंकाशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। ट्विटर ने शनिवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से सत्यापन वाला ब्लू टिक हटा दिया। उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि ट्विटर पर नायडू का निजी अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय था और ट्विटर अलगोरिद्म ने ब्लू टिक हटा दिया। उन्होंने बताया कि ट्विटर सत्यापन पहचान को बहाल करने की प्रक्रिया में है।
उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी। उपराष्ट्रपति ट्वीट करने के लिए आधिकारिक अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं। ये खबर आते ही ट्विटर पर  ट्रेंड होने लगा है। सोशल मीडिया पर काफी लोग ट्विटर के इस कदम का विरोध करने लगे। रेस के मैदान का विजेता कोरोना के सामने घुटने टेकने को तैयार नहीं, मिल्खा सिंह की हालत स्थिर सरकार ने दिया ट्विटर को आखिरी मौका, आईटी नियमों के अनुपालन में विफल रही तो इसके बाद ट्विटर ने अपनी गलती स्वीकार की और उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू के ट्विटर अकाउंट को दोबारा वेरिफाइड कर दिया। 
सरकार के कड़े रूख के बाद ट्विटर ने अपना फैसला वापस ले लिया। सरकार की ओर से साफ तौर पर कहा गया था कि उपराष्ट्रपति देश का दूसरा सबसे बड़ा संवैधानिक पद है। संविधानिक पद पर बैठे व्यक्ति किसी पार्टी का हिस्सा नहीं होते। इसलिए सरकार ट्विटर की इस हरकत को संवैधानिक अनादर की नजर से देखती है।

लॉकडाउन को 14 जून तक बढ़ाने का फैसला किया

चेन्नई। तमिलनाडु में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन को एक सप्ताह और सात से 14 जून तक के लिए बढ़ाने का फैसला किया गया है। तमिलनाडु सरकार ने लॉकडाउन को कुछ और ढील के साथ एक सप्ताह के लिए बढ़ाने की शनिवार को घोषणा की। तमिलनाडु के कई जिलों में कोरोना के मामले कम हो रहे हैं लेकिन कई क्षेत्रों में स्थिति अभी भी गंभीर है। राज्य में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण 10 मई को लॉकडाउन लगाया गया था जिसके बाद से इसे हर हफ्ते बढ़ाया जा रहा है। 
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने यहां जारी बयान में कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और लोगों के अनमोल जीवन को बचाने के लिए जिले-वार स्थिति की समीक्षा के बाद स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ इस पर चर्चा के आधार पर लॉकडाउन को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। तमिलनाडु के चेन्नई, उत्तरी और दक्षिणी जिलों में कोरोना के मामले कम हुये हैं इसलिए इन क्षेत्रों में लॉकडाउन में अधिक ढील दी गई है। राज्य के 11 जिलों -कोयंबटूर, नीलगिरि, तिरुप्पुर, इरोड, सेलम, करुर, नमक्कल, तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, मयिलादुथुरई- में कोरोना के अधिक मामलों को देखते हुये लॉकडाउन में कम छूट दी गई है। 
राज्य में लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। लेकिन सार्वजिनक एवं निजी परिवहन सेवाएं, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मॉल, पर्यटक स्थल, थियेटर, सैलून और स्पा बंद रहेंगे।

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...