गुरुवार, 20 मई 2021

यूपी की जनता की दिक्कतों पर चिंता प्रकट की

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कोरोना महामारी के कारण उत्तर प्रदेश की जनता को पेश आ रही दिक्कतों पर चिंता प्रकट करते हुए बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आग्रह किया कि वह निजी अस्पतालों में उपचार की कीमतें तय करने, महंगाई पर रोक लगाने और बिजली की दर न बढ़ाने समेत कई जनकल्याणकारी कदम उठाएं।

उन्होंने योगी को पत्र लिखकर यह भी कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर से जो हालात पैदा हुए हैं, उनसे स्पष्ट है कि सरकार की पहले से कोई तैयारी नहीं थी। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा, ‘‘कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान व्यवस्था की ढुलमुल तैयारियों के चलते जनता को असहयनीय पीड़ा झेलनी पड़ी है। अप्रैल-मई में मचे हाहाकार ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार की पहले से कोई तैयारी नहीं थी। कई सारे अनावश्यक नियम और लाल फीताशाही लोगों के लिए मुश्किलों का पहाड़ लेकर आए।’’

भारत: 24 घंटे में 2,76,110 नए मामलें सामने आएं

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। भारत में एक दिन मे कोविड-19 के 2,76,110 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,57,72,440 हो गई। वहीं, संक्रमण से 3,874 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 2,87,122 हो गई। देश में चार दिन बाद 24 घंटे में संक्रमण से मौत के चार हजार से कम मामले सामने आए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में भी कमी आई है और अभी 31,29,878 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। जो कुल मामलों का 12.14 प्रतिशत है।

नौसेना ने सागर में तलाश व बचाव अभियान चलाया

कविता गर्ग                  

मुंबई। अरब सागर में चार दिन पहले डूबे बजरे पर मौजूद लोगों में से 38 अब भी लापता हैं और उन्हें खोजने के लिए घने अंधेरे के बीच सर्चलाइट की मदद से नौसेना का तलाश एवं बचाव अभियान रात भर चला। हालांकि और लोगों के जीवित बचे होने की संभावना बृहस्पतिवार तक क्षीण हो चुकी थी। उल्लेखनीय है कि बजरा पी305 चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और फिर सोमवार को डूब गया था। नौसेना ने बृहस्पतिवार को हेलीकॉप्टर तैनात किए और हवाई मार्ग से तलाश व बचाव अभियान चलाया। पी305 पर मौजूद रहे लोगों में से कम से कम 37 लोगों की मौत हो चुकी है, 38 लोग अब भी लापता हैं।

26 मई को वैशाख पूर्णिमा के दिन पहला चंद्र ग्रहण

नई दिल्ली। साल 2021 का पहला ग्रहण होगा चंद्र ग्रहण। जो 26 मई को लगने जा रहा है। ग्रहण वैशाख पूर्णिमा के दिन लगेगा। ये पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा जो दुनिया भर के कई देशों में दिखाई देगा। भारत में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण से पहले सूतक काल लग जाता है। सूतक के समय किसी भी तरह के शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है। चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से ठीक 9 घंटे पहले ही शुरू हो जाता है। भारत में उपच्छाया चंद्र ग्रहण दिखाई देगा।

कहां देगा दिखाई?

पूर्वी एशिया, प्रशांत महासागर, उत्तरी व दक्षिण अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों और ऑस्ट्रेलिया से पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा। भारत के अधिकांश हिस्सों में पूर्ण ग्रहण के दौरान चंद्रमा पूर्वी क्षितिज से नीचे होगा और इसलिए देश के लोग पूर्ण चंद्रग्रहण नहीं देख पाएंगे। लेकिन पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों के लोग आंशिक चंद्र ग्रहण का आखिरी हिस्सा ही देख पाएंगे, वह भी पूर्वी आसमान से बहुत करीब, जब चंद्रमा निकल ही रहा होगा।

इस नक्षत्र और राशि पर पड़ेगा इसका प्रभाव:

चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगने जा रहा है। इसलिए इस राशि और नक्षत्र के जातकों पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। आपके बनते हुए काम बिगड़ने के आसार रहेंगे। स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी रहेगी। वाद-विवाद का सामना करना पड़ेगा। वाणी में कटुता आने से करीबी संबंध बिगड़ेंगे।

चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के उपाय:

चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए ग्रहण खत्म होने के बाद किसी पवित्र नदी या फिर स्नान करने वाले जल में गंगा जल डालकर स्नान कर स्वच्छ हो जाएं। स्नान के बाद जरूरतमंदों को यथा संभव खाद्य पदार्थों का दान कर देना चाहिए। इससे चंद्र ग्रहण का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।

कश्मीर के लिए परमाणु बम का इस्तेमाल करें पीएम

हरिओम उपाध्याय   

इस्लामाबाद। फिलस्‍तीन पर इजरायली हमले के बीच पाकिस्‍तानी सांसद मौलाना चित्राली ने इमरान सरकार से कहा कि इजरायल के खिलाफ जिहाद ही एकमात्र उपाय है। इतना ही नहीं उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए भड़काऊ अंदाज में कहा कि फिलिस्‍तीन और कश्‍मीर की आजादी के लिए सरकार परमाणु बम और मिसाइलों का इस्‍तेमाल करने से नहीं हिचके। चित्राली ने कहा, 'हमने परमाणु बम क्‍या म्‍यूजियम में देखने के लिए बनाए हैं? अगर हम फिलिस्‍तीन और कश्‍मीर को आजाद नहीं करा सकते हैं तो हमें मिसाइल, परमाणु बम या विशाल सेना की कोई जरूरत नहीं है।'

वह यहीं नहीं रुके और पाकिस्तान से अपील करते हुए कहा कि सरकार को यूहदी मुल्क पर परमाणु बम से हमला करना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या हमने परमाणु बम और मिसाइल बच्चों को दिखाने के लिए बनाया है? अगर हम कश्मीर और फिलिस्तीन को बचाना चाहते हैं तो हमें इसका इस्तेमाल करना होगा। नहीं तो मुस्लिम देशों पर धीरे धीरे शिकंजा कसता रहेगा।
फिलिस्तीनियों पर हवाई हमले को लेकर तुर्की के बाद पाकिस्तान वो दूसरा देश है जो इजरायल के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को लामबंद करने में जुटा हुआ है। इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सऊदी अरब के विदेश मंत्री से बात करके फिलिस्तीन के साथ खड़े होने का ऐलान किया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस बीच अपने देशवासियों से भी एक अपील भी की है।
शाह महमूद कुरैशी ने संसद की कार्यवाही के दौरान ही पाकिस्तानियों से इजरायल का पुरजोर विरोध करने की बात कही। कुरैशी ने फिलिस्तीनियों पर इजरायल के हवाई हमले के खिलाफ जुमे के दिन शुक्रवार को पूरे पाकिस्तान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आह्वान किया है।
नेशनल असंबेली में इजरायल के अत्याचारों पर चर्चा समाप्त करते हुए कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान प्रस्ताव पर सहमत हैं और उनकी रजामंदी के बाद ही वह इसका ऐलान कर रहे हैं। इजरायल के खिलाफ लामबंदी से पहले कुरैशी ने यह ऐलान किया।
शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की एक आपातकालीन सत्र बुलाने की मांग की जाएगी जहां वह और उनके तुर्की समकक्ष फिलिस्तीन के लिए आवाज उठाएंगे। गाजा की स्थिति के बारे में बात करते हुए कुरैशी ने कहा कि सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण यह है कि फिलिस्तीन में तुरंत सीजफायर लागू किया जाना चाहिए।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-278 (साल-02)
2. शुक्रवार, मई 21, 2021
3. शक-1984, बैसाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- दसवीं, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:58, सूर्यास्त 07:07।
5. न्‍यूनतम तापमान -10 डी.सै., अधिकतम-28+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना बनी रहेगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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बुधवार, 19 मई 2021

पीएम कोरोना संक्रमित 'संपादकीय'

पीएम कोरोना संक्रमित 'संपादकीय'

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 'पीएम' मोदी अगर अपने आप को अब भी कोरोना संक्रमण से अछूता समझते हैं, तो ये उनकी गलतफहमी हैं। देश में रोजाना लाखों लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। कोरोना महामारी पर सरकार काबू क्यों नहीं कर रही हैं? क्या भारत के 'पीएम' नरेंद्र मोदी को देश की जनता प्रिय नहीं हैं? देश में जमाखोरी और भुखमरी दोनों ही बढ़ रही हैं। कोरोना महामारी के बीच सरकार ने लोगों के कारोबार को बंद कर दिया हैं। ऑक्सीजन और भुखमरी के द्वारा लोगों की जान जा रही हैं। श्मशान घाट में मुर्दों का अंतिम संस्कार भी नहीं हो पा रहा हैं। क्योंकि, श्मशान घाट में मुर्दों का अंतिम संस्कार करने के लिए जगह नहीं हैं, इसके अलावा भी भिन्न प्रकार की समस्या स्थिर बनीं हुईं हैं। क्या इसकी जिम्मेदार सरकार नहीं हैं? 
अगर अब भी जनता को 'पीएम' मोदी के कोरोना संक्रमित होने पर शक हैं, तो ये जनता की सबसे बड़ी भूल हैं। देश में लगातार महंगाई क्यों बढ़ रही हैं ? महंगाई बढ़ने का कारण क्या हैं ? खाने-पीने के सामानों की जमाखोरी क्यों की जा रही हैं ? इसी वजह से आज आप लोगों को एक बहुत महत्वपूर्ण बात बताता हूं कि कोई दाढ़ी बढ़ाने से सन्यासी नहीं, बूढ़ा बनता हैं।

गरीब लोगों के बंद हो गए कारोबार, 
इतनी लालची हो गई हैं सरकार, 
अब चाहे कितनी भी कोशिशें कर लो, 
सब कोशिशें हैं बेकार।

चंद्रमौलेश्वर शिवांशु 'निर्भयपुत्र'

हवा-बारिश व बादल छाएं रहने की संभावना व्यक्त की

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। अरब सागर में आए समुद्री तूफान की छाया उत्तर भारत के कई मैदानी एवं पहाड़ी इलाकों में भी नजर आने लगी है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड एवं दिल्ली सहित कई राज्यों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों ने इन इलाकों में मानसून पूर्व वर्षा, तेज हवाओं व बादल छाए रहने की संभावना व्यक्त की है। समुद्री तूफान ताऊ ते पर नजर रखने के लिए बनाए गए केंद्रीय नियंत्रण कक्ष ने सूचना दी है कि तूफान का असर उत्तर भारत के मौसम पर भी अब साफ दिखने लगा है।

बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में देर रात से ही बारिश हो रही है। क्योंकि समुद्री तूफान गुजरात से राजस्थान की तरफ मुड़ जाने से वहां दबाव का क्षेत्र बन गया है। मौसम विभाग के अनुसार 20 मई को भी उक्त राज्यों के कई जिलों में तेज हवाएं चलेंगी और कहीं तेज कहीं धीमी बरसात होती रहेगी। क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ के कारण 23 मई तक उत्तर भारत में मौसमी गतिविधियों में भारी परिवर्तन हो सकता है।

890 गांवों में घर-घर जाकर सर्वे करने के आदेश दिएं

जालंधर। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा मंगलवार को शुरू किये गये ‘कोरोना मुक्त पिंड अभियान’ के तहत जिला प्रशासन ने कोविड मरीजों की पहचान करने के लिए जिले के सभी 890 गांवों में घर-घर जाकर सर्वे करने के आदेश दिए हैं। उपायुक्त घनश्याम थोरी ने बुधवार को प्रमुख सचिव हुसैन लाल की अध्यक्षता में एक वर्चुअल समीक्षा बैठक में भाग लेते हुए कहा कि जिले में एक विशाल स्क्रीनिंग अभियान शुरू किया जाएगा, जिसमें अधिकारियों द्वारा सभी रोगसूचक रोगियों की पहचान की जाएगी ताकि उनका समय पर इलाज सुनिश्चित किया जा सके।

घनश्याम थोरी ने कहा कि इस आउटरीच कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के अधिकारी जिले के प्रत्येक ग्रामीण घर का दौरा करेंगे और फ्लू जैसे लक्षणों से पीड़ित लोगों की जांच करेंगे। टीमें ऑक्सीजन संतृप्ति की जांच करेंगी और उन मामलों की रिपोर्ट करेंगी। जहां ऑक्सीजन का स्तर 94 प्रतिशत से कम पाया जाता है। ताकि उनके कोविड -19 परीक्षण और उपचार की रिपोर्ट सकारात्मक होने पर जल्द से जल्द शुरू की जा सके।

दिल्ली के सीएम एके की टिप्पणियों का बचाव किया

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सिंगापुर में मिले कोरोना वायरस के “नए” स्वरूप को बच्चों के लिए “बेहद खतरनाक’’ बताने वाली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणियों का बुधवार को बचाव किया। साथ ही भाजपा एवं उसकी सरकार पर इस मु्द्दे को लेकर “घटिया राजनीति” करने का आरोप लगाया। सिसोदिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा और केंद्र के बयान एवं प्रतिक्रियाएं दिखाती हैं कि वे सिंगापुर में अपनी “छवि” को लेकर “चिंतित” है और भारत में बच्चों को लेकर नहीं।

गाजियाबाद: 24 घंटे में 307 लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव

अश्वनी उपाध्याय                

गाजियाबाद। पिछले 24 घंटों की अवधि में गाज़ियाबाद में 307 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आई हैं। इस अवधि में 12 मरीजों की मौत हुई और 552 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जनपद में अब 3017 सक्रिय संक्रमित रह गए हैं। गौतम बुद्ध नगर में भी संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है। यहाँ 24 घंटों में 355 रिपोर्ट्स पॉज़िटिव आई हैं और 633 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। 5 मरीजों की मौत के बाद यहाँ सक्रिय मरीजों की संख्या 5528 हो गई है। मेरठ जिले में 342 नए संक्रमित मिले और 1509 को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 13 मरीजों की मौत के बाद सक्रिय संक्रमितों की संख्या 8076 रह गई है।   

इंस्पेक्टर आशुतोष ने सोरांव में पैदल रूट मार्च किया

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। इंंस्पेक्टर आशुतोष तिवारी ने कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करातें हुए कस्बा सोरांव में पैदल रूट मार्च किया। अपर पुलिस महानिदेशक जनपद जोन प्रेम प्रकाश व पुलिस महानिरीक्षक जनपद परीक्षेत्र कवींद्र प्रताप सिंह एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी द्वारा बढ़ते हुए कोरोनावायरस के संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए कोविड-19 के संक्रमण के बचाव हेतु जारी गाइडलाइंस के अनुपालन के दृष्टिगत थाना प्रभारी सोरांव आशुतोष तिवारी, वरिष्ठ उप निरीक्षक संजय भारद्वाज, उप निरीक्षक संतोष कुमार सिंह, उप निरीक्षक जन्मेजय कुमार ने अपने अन्य और पुलिस फोर्स के साथ थाना सोरांव से लेकर चौराहा होते हुए कस्बा के साथ-साथ होलागढ़ मोड़ तक कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन कराते हुए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा मास्क लगाने हेतु जागरूक किया। वहीं विशेष संदिग्ध व्यक्ति वाहनों को चेक किया। साथ ही साथ लोगों को बिना किसी विशेष कार्य के घरों से बाहर ना निकलने की हिदायत भी दिया।

चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ

अतुल त्यागी           
हापुड़। मामला जनपद के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव भमेड़ा का है। जहां पुरानी चुनावी रंजिश को लेकर वर्तमान ग्राम प्रधान व दूसरे पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। इतना ही नहीं दोनों तरफ से जमकर किया गया पथराव और तोड़फोड़ हुईं, घर में खड़ी कार को भी तोड़ा। दरवाजे भी तोड़े करीब आधा दर्जन लोग हुए घायल सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे। जनपद कप्तान भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर कई थानों की पुलिस गांव में कर रही पैदल गस्त पथराव और तोड़फोड़ में शामिल पुलिस कर रही सभी आरोपियों की तलास।

सरकार के खिलाफ कार्रवाई पर विचार करें एचसी

संदीप मिश्र                 

बलिया। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने उच्च न्यायालय से मांग की है कि वह राज्य की जनता के हित में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर विचार करे। रामगोविंद चौधरी ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि योगी सरकार के शब्दकोश में दायित्व बोध और दया नाम का शब्द नहीं है। ऐसी सरकार को केवल फटकार से नहीं समझाया जा सकता। इस सरकार को दायित्व बोध कराने और इसमें दया की प्रवृति विकसित करने के लिए इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है। उच्च न्यायालय को सूबे के हित में इस निर्मम, निर्दयी सरकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर विचार करना चाहिए। उन्होने कहा कि प्रदेश में 58 हजार 194 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें निर्वाचित प्रधान हैं, सभासद है, बीडीसी हैं, जिला पंचायत सदस्य हैं। इस महामारी के खिलाफ जागरण और बचाव में इस बड़ी लोकतांत्रिक ताकत का उपयोग हो सकता है लेकिन सरकार खुद कुछ करना नहीं चाहती है और दूसरे को कुछ करते हुए भी नहीं देखना चाहती है। सरकार के इस रवैये से चारो तरफ केवल आह आह सुनाई पड़ रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा " विपक्ष ही नहीं, अब भाजपा के विधायक भी बोलने लगे हैं कि हम सत्य कहेंगे तो हमारे ऊपर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा कायम हो जाएगा। कोई नहीं सुन रहा है, कहीं कोई व्यवस्था नहीं है, वेंटिलेटर नहीं है। ऑक्सीजन नहीं है, इंजेक्शन नहीं है, का दर्द तो केन्द्र सरकार और सूबे के मंत्री भी उजागर कर चुके हैं।"

वैक्सीन की किल्लत को दूर किया जा सकता है: नितिन

अकांशु उपाध्याय                          
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच कई राज्यों में वैक्सीन की भारी किल्लत नजर आ रही है। इस बीच देश के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सरकार को एक अहम सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर मेरे सुझाव के अनुसार कार्य किया जाए तो 15 से 20 दिन में ही वैक्सीन की किल्लत को दूर किया जा सकता है। गडकरी ने सुझाव दिया है कि वैक्सीन बनाने के लिए दूसरी कंपनी को भी लाइसेंस मिलना चाहिए ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके। बता दे की कुछ दिन पूर्व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ऐसा ही सुझाव देकर सरकार को देकर कहा था कि अन्य कंपनी को भी वैक्सीन बनाने का लाइसेंस देना चाहिए। 
नितिन गडकरी के सुझाव के बाद कांग्रेस भी मैदान में आ गई है और उन्होंने जमकर सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कहा है कि अब तो सरकार का एक मंत्री भी जाग गया है। आखिरकार सरकार को किस मुहूर्त का इंतजार है। क्यों सरकार अन्य कंपनी को भी वैक्सीन बनाने की इजाजत नहीं देती? अन्य कंपनी को वैक्सीन बनाने का लाइसेंस नहीं देना चाहती। वही नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर वैक्सीन के लिए 1 की बजाए 10 को लाइसेंस दे और रॉयल्टी भी दे तो हर राज्य में दो से तीन लैबोरेट्री है। उनके पास इंफ्रास्ट्रक्चर भी है। फॉर्मूला देकर इनका उनके साथ समन्वय करके संख्या बढ़ाए। मुझे लगता है 15 से 20 दिन में ऐसा हो सकता है। नितिन गडकरी ने यह भी कहा है कि अगर अन्य कंपनी को वैक्सीन बनाने की इजाजत मिलेगी तो निर्यात भी किया जा सकेगा। साथ ही साथ देश को तो निजात मिल ही जाएगी और हम कोरोना पर जल्दी विजय पा सकते हैं।

दिल्ली: कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट जारी

अकांशु उपाध्याय                   

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के दैनिक मामलों में लगातार गिरावट के बीच, अस्पतालों में खाली बिस्तरों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है। जिससे कोरोना वायरस रोगियों और उनके परिवारों को कुछ राहत मिली है। दिल्ली कोरोना ऐप के मुताबिक, बुधवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे तक सरकारी और निजी अस्पतालों में कुल 27,726 बेड में से 13,791 बेड उपलब्ध है।

लगभग कुछ हफ्ते पहले, महामारी की दूसरी लहर के सबसे बुरे दौर के बीच में जब मामलों में तेजी से वृद्धि हुई थी। ऑक्सीजन की आपूर्ति वाले बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड की भारी कमी थी। 20 अप्रैल को 28,000 से अधिक मामले आए थे। हर दिन बड़ी संख्या में मौतें हो रही थीं।

गुजरात: चक्रवाती तूफान के कारण 45 लोगों की मौत

इकबाल अंसारी                 

अहमदाबाद। गुजरात के 12 जिलों में चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण करीब 45 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि चक्रवात से सबसे बुरी तरह प्रभावित सौराष्ट्र क्षेत्र में 15 लोगों की मौत हो गई। यह तूफान सोमवार रात को अत्यधिक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में राज्य के तट से गुजरा और देर रात डेढ़ बजे के आस-पास इसने राज्य में दस्तक दी।

राज्य आपदा अभियान केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भावनगर और गिर सोमनाथ तटीय जिलों में आठ-आठ लोगों की मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद में पांच, खेड़ा में दो, आनंद, वडोदरा, सूरत, वलसाड, राजकोट, नवसारी और पंचमहल जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

पीएम ने 'तूफान' से हुए नुकसान का जायजा लिया

इकबाल अंसारी             

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात और निकटवर्ती केंद्रशासित क्षेत्र दीव में चक्रवाती तूफ़ान ‘ताऊ ते’ के कारण हुए नुक़सान का जायज़ा लेने के लिए आज कई प्रभावित इलाक़ों का हवाई निरीक्षण किया। मोदी वायु सेना के विमान से भावनगर पहुंचे और वहां से हेलिकॉप्टर में बैठ कर हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वाधिक प्रभावित जिलों अमरेली और गिर सोमनाथ और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई दौरा किया।

इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और राज्य के वरिष्ठ सचिवों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की। ज्ञातव्य है कि 17 मई की रात दीव के निकट गुजरात तट से टकराने के बाद कल देर रात तक राज्य में सक्रिय रहे इस तूफ़ान के असर से कम से कम 13 लोगों की मौत भी हुई है। इससे फ़सलों, मकानों, सड़कों, बिजली के खंभों आदि को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है।

दिल्ली सीएम के ट्वीट पर आपत्ति व्यक्त की: सिंगापुर

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट संबंधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ट्वीट से नाराज सिंगापुर को भारत ने आज स्पष्ट किया है कि कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप में कहने में केजरीवाल सक्षम नहीं हैं।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर जानकारी दी कि सिंगापुर सरकार ने वहां भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन को तलब करके दिल्ली के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। जिसमें उन्होंने कोरोना विषाणु के सिंगापुर स्ट्रेन के आने की बात कही है। बागची ने कहा कि उच्चायुक्त ने सिंगापुर सरकार को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहने में सक्षम नहीं है।

पी350 पर मौजूद 273 लोगों में से 184 को बचाया

कविता गर्ग                 
मुंबई। बजरे पी305 पर मौजूद लोगों में से 89 लोग अब भी लापता हैं। उल्लेखनीय है कि यह बजरा चक्रवात ‘ताऊ ते’ के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और डूब गया था। नौसेना की ओर से बुधवार को बताया गया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बजरा पी305 पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 184 को बचा लिया है। 14 शव भी बरामद हुए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान अभी जारी है और लोगों को सुरक्षित तट तक लाने की उम्मीद हमने अब तक नहीं छोड़ी है।
नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य बजरों तथा एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि ये बजरे चक्रवात ‘ताऊ’ ते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे। इस बीच नौसेना का युद्धपोत आईएनएस कोच्चि पी305 से बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर बुधवार सुबह मुंबई पहुंचा। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘बुधवार सुबह तक, पी305 पर मौजूद 184 कर्मियों को बचा लिया गया है।
आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी81 विमान और हेलीकॉप्टरों की मदद से तलाश एवं बचाव अभियान जारी है।’’ नौसेना और तटरक्षक बल ने बजरे ‘जीएएल कन्स्ट्रक्टर’ में मौजूद 137 लोगों को मंगलवार तक बचा लिया था। अधिकारियों ने बताया कि बजरे एसएस-3 पर मौजूद 196 लोग और ऑयल रिग सागर भूषण पर मौजूद 101 लोग सुरक्षित हैं। ओएनजीसी तथा एससीआई के पोतों के जरिए इन्हें तट तक सुरक्षित लाया जा रहा है।
बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए क्षेत्र में आईएनएस तलवार भी तैनात है। नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि 707 कर्मियों के साथ तीन बजरे और एक ऑयल रिग सोमवार को समुद्र में फंस गए थे। इनमें 273 लोगों के साथ ‘पी305’ बजरा, 137 कर्मियों के साथ ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर’ और एसएस-3 बजरा शामिल है, जिसमें 196 कर्मी मौजूद थे। साथ ही ‘सागर भूषण’ ऑयल रिग भी समुद्र में फंस गया था, जिसमें 101 कर्मी मौजूद थे। नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार ने कहा कि यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान है।
पी305 से बचाए गए लोगों में से 125 को लेकर मुंबई लौटा आईएनएस कोच्चि...
आईएनएस कोच्चि के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन सचिन सेक्विरा ने बताया, ‘‘हमारा पोत पी305 से अब तक बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर लौटा है। ’’उन्होंने बताया ‘‘ समुद्र उफान पर है और हवा 90-100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। समुद्र में नौ से दस मीटर ऊंची लहरें उठी रही हैं। ऐसे में तलाश एवं बचाव अभियान के लिहाज से परिस्थितियां कठिन हैं। बजरे पर मौजूद लोगों को बचाने के लिए आईएनएस कोच्चि मुंबई से सोमवार को रवाना हुआ था।

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