बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

जैकलीन ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की हॉट तस्वीर

जैकलीन ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की हॉट तस्वीर
 मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नाडीज ने मंगलवार को पोस्ट की गई तस्वीरों के साथ अपने हॉटनेस कोटिएंट को एक बैलेरीना के रूप में तैयार किया। एक बैलेरी अवतार में पोस्ट की गई दो तस्वीरें, हमेशा की तरह फिट दिखाई दे रही हैं।
उन्होंने अपने कैप्शन में एक शेर, एक बाघ एक इंद्रधनुष और एक दिल का इमोजी पोस्ट किया।
फोटो शेयरिंग वेबसाइट पर उनकी इस पोस्ट को 12 लाख से अधिक लाइक मिले हैं। फैंस कमेंट सेक्शन में इस बात पर जोर दे रहे हैं। कि वे अपने ग्रेसफुल और सेंसिबल लुक को कैसे मेंटेन कर रही हैं।
अभिनेत्री ने हाल ही में प्रशंसकों को स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अपनी फिटनेस सीरीज शुरू की। उनका 20 मिनट का वर्कआउट वीडियो प्रशंसकों को प्रेरित करने का एक तरीका है। ताकि उनके फैंस जहां भी हो असानी से वर्कआउट कर सकें।

ड्रोन और कैमरों का उपयोग कर रही भारतीय सेना

पैंगोंग झील पर चीनी सैनिकों की वापसी की निगरानी के लिए ड्रोन और कैमरों का उपयोग कर रही भारतीय सेना
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय सेना की टीमें ड्रोन और कैमरों से लैस होकर पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग झील से चीनी सैनिकों के पीछे हटने और उसके द्वारा स्थापित सैन्य बुनियादी ढांचे को हटाने की प्रक्रिया पर लगातार नजर बनाए हुए है। इसके अलावा, पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी दोनों तटों पर सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया 20 फरवरी तक पूरी होने की उम्मीद है।
इसके अलावा भारतीय सेना की टीम चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) टीम के साथ पैंगोंग झील पर सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया का भौतिक रूप से (फिजिकली) सत्यापन और पुन: सत्यापन करेगी।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा यह भारतीय सेना और चीनी पीएलए दोनों की ओर से एक संयुक्त निरीक्षण दल होगा।
अधिकारी ने आगे कहा कि भारतीय सेना की टीमें सैन्य टुकड़ियों की जांच और सैन्य ठिकानों को हटाने की प्रक्रिया की निगरानी एवं इसका रिकॉर्ड रखने के लिए ड्रोन के साथ ही हाई-रिजॉल्यूशन कैमरों का उपयोग करेंगी। यह टीमें विशेष रूप से चीनी सैनिकों द्वारा पैंगोंग झील के पास स्थापित किए गए सैन्य ठिकानों को हटाने की प्रक्रिया की निगरानी करेंगी।
चीन की ओर से फिंगर 7 क्षेत्र में एक सैन्य चौकी बनाने के अलावा लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली बंदूकें भी तैनात की गई थीं। इस इलाके में बंकरों का निर्माण किया गया था। और हजारों पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों के ठहरने के लिए स्थायी संरचनाओं का निर्माण भी किया गया था।
अधिकारी ने बताया हम भौतिक रूप से यह सत्यापित करेंगे कि क्या इलाके से प्रत्येक चीजें हटा दी गई हैं। या नहीं। हम यह जांचने के लिए फिंगर 8 तक जाएंगे कि क्या सहमति शर्तों के अनुसार पीछे हटने की प्रक्रिया हो रही है। या नहीं।
समझौते में कहा गया है। कि चीनी सैनिक वापस फिंगर 8 में चले जाएंगे और भारतीय सेना पैंगोंग झील के उत्तरी तट के फिंगर 2 और 3 के बीच धन सिंह थापा की चौकी पर वापस आ जाएगी। इसके अलावा, पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त सहित सैन्य गतिविधियों पर एक अस्थायी रोक होगी।
पैंगोंग झील के किनारे पहाड़ की आकृति कुछ इस तरह से है। कि यह अंगुलियों की तरह दिखती है। इसीलिए इन्हें फिंगर कहा जाता है। इनकी संख्या आठ है। भारत जहां फिंगर 8 तक अपना क्षेत्र होने का दावा करता है। वहीं चीन ने फिंगर 4 तक दावा करते हुए विवाद पैदा कर दिया। पैंगोंग झील के उत्तरी तट पर फिंगर 4 और फिंगर 8 के बीच आठ किलोमीटर के फासले में दोनों सेनाओं के बीच कई बार आमने-सामने की भिड़ंत हो चुकी है।
चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर यथास्थिति बदलने के लिए फिंगर 4 और पैंगोंग झील के दक्षिण में अपने बहुत से जवान और अन्य साजो-सामान तैनात किया था। पिछले साल तनाव के कारण चीन ने झील में फिंगर 8 से आगे नावों को तैनात किया था। एक बार सेनाएं पीछे जाने के बाद राजनयिक और सैन्य वार्ताओं में सहमति बनने के बाद ही गश्त फिर से शुरू होगी।
पैंगोंग झील के दक्षिण में जहां दोनों देशों की सेनाएं बिल्कुल आमने-सामने थीं। वहां से भी सेनाएं पीछे हटने लगी हैं। यहां कुछ स्थानों पर तो दोनों देशों के टैंक मात्र 100 मीटर के फासले पर थे।
उल्लेखनीय है। एलएसी पर दोनों देशों के बीच करीब दस महीने से सैन्य गतिरोध बना हुआ है। पैंगोंग झील के उत्तरी तट पर टकराव तब शुरू हुआ जब चीनी सैनिकों ने पिछले साल मई में झील के अंदर और तट पर घुसपैठ करते हुए यथास्थिति बदलने का प्रयास किया था। धीरे-धीरे यह टकराव और क्षेत्रों में फैल गया। झील के दक्षिणी तट पर भारत ने चीन के मुकाबले पहाड़ियों पर अपनी सामरिक स्थिति काफी मजबूत कर ली थी।
हालांकि अब दोनों देशों की ओर से गतिरोध वाले स्थानों से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू हुई है। जिससे गतिरोध खत्म होता नजर आ रहा है।

भविष्य में भारत को हर क्षेत्र में मजबूती मिलेगी: गुप्ता

बजट से भविष्य में भारत को हर क्षेत्र में मजबूती मिलेगी: आदेश गुप्ता
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने कहा कि बजट 2021-22 का मूल आधार उत्पादन और आधारभूत ढ़ाचे को बढ़ावा देना है। ताकि देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सके। प्रदेश भाजपा द्वारा आयोजित बुद्धिजीवियों के साथ बजट चर्चा में प्रो. अग्रवाल ने कहा कि बजट में ऐसे प्रावधान किए गए हैं। जिसका समाज में सभी वर्गों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद देश का चौतरफा विकास हो रहा है। और इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी सरकार की दूरदृष्टि की सराहना करनी चाहिए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के बजट 2021-22 में जन कल्याणकारी योजनाओं को सर्वाधिक प्रमुखता दी गई है। कोरोना के कारण लॉकडाउन में भी कोई दिहाड़ी मजदूर भूखा न रहे, इसके लिए मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं को लंगर लगाने को भी कहा गया। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण पूरा विश्व प्रभावित हुआ और अमेरिका जैसा संपन्न राष्ट्र भी गड़बड़ा गया लेकिन माननीय नरेन्द्र मोदी ने जो कदम उठाए उसके कारण भारत पहला ऐसा देश बना जिसने अपने दम पर सभी का जीवन बचाने का कार्य सफलतापूर्वक किया। देश की अर्थव्यवस्था को बचाने के साथ प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने कोरोना वैक्सीन बनाकर देश को बचाया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली विश्वविद्यालय कार्यकारिणी के नवनिर्वाचित सदस्य वी.एस. नेगी सहित कई बुद्धिजीवियों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल मौजूद थे। कार्यक्रम के संयोजक बीजेपी अनूसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री राजकुमार फलवरिया थे और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक शिक्षक मोर्चा के अध्यक्ष प्रो ए के भगी ने समारोह की अध्यक्षता की। आदेश गुप्ता ने कहा कि बजट में बहुयायामी ढंग से काम हो रहा है। रेलवे, कृषि, परिवहन, राजमार्गों के निर्माण एवं विस्तार से देश के आधारभूत ढ़ाचे को बढ़ाने में जो मदद मिलेगी उससे भविष्य में भारत के हर क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। गुप्ता ने कहा कि बजट में दिल्ली के ढ़ाचागत विकास और प्रदूषण को कम करने के लिए जो कदम उठाए गए हैं। उनमें बदरपुर में विश्व का सबसे बड़ा ईको पार्क बनाना, मेट्रो को विस्तार देना, राजमार्ग का विस्तार और दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रों के अन्य शहरों से तेज गति से जोड़ने का काम शामिल है।
 

शरारती तत्वों पर राजद्रोह की धाराएं नहीं लगेगी

शरारती तत्वों पर राजद्रोह की धाराएं नहीं चलाई जा सकतीं : कोर्ट
अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर फेसबुक पर फर्जी वीडियो पोस्ट करने के आरोपी व्यक्ति को जमानत देते हुए कहा कि देशद्रोह का कानून शरारती तत्वों को सबक सिखाने के लिए लागू नहीं किया जा सकता। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेद्र राणा ने कहा कि सार्वजनिक शांति भंग करने या हिंसा का सहारा लेने के लिए उकसाने के आरोपी पर राजद्रोह का कानून लागू नहीं किया जा सकता।
अभियोजन पक्ष के अनुसार, 21 वर्षीय एक मजदूर ने अपने फेसबुक पेज पर एक फर्जी वीडियो पोस्ट किया, जिसमें टैगलाइन 'दिल्ली पुलिस में बगावत, 200 पुलिसकर्मियों ने सामूहिक इस्तीफा सौंपा' लिखा था।
पुलिस ने दावा किया कि आरोपी ने प्रदेश के खिलाफ असंतोष फैलाने के इरादे से न सिर्फ सनसनीखेज फेसबुक पोस्ट की, बल्कि जालसाजी भी की है।
अदालत ने आरोपी को 50,000 रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।

मुंबई में पेट्रोल 96 रुपये लीटर, डीजल के भी बढ़ें दाम

मुंबई में पेट्रोल 96 रुपये लीटर, लगातार नौवें दिन बढ़े डीजल के भी दाम
कविता गर्ग
मुंबई। पेट्रोल और डीजल के दाम में बुधवार को लगातार नौवें दिन बढ़ोतरी जारी रही। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 96 रुपये प्रति लीटर हो गया है। जबकि दिल्ली में 89.54 रुपये लीटर। तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल का भाव फिर दिल्ली और मुंबई में 25 पैसे, मुंबई में 24 पैसे और चेन्नई में 23 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया है। वहीं डीजल के दाम में दिल्ली और कोलकाता में 25 पैसे जबकि मुंबई में 26 पैसे और चेन्नई में 24 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया गया है।
दिल्ली में लगातार नौ दिनों में पेट्रोल 2.59 रुपये लीटर महंगा हो गया है। जबकि डीजल के दाम में 2.82 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का भाव बढ़कर क्रमश: 89.54 रुपये, 90.78 रुपये, 96 रुपये और 91.68 रुपये प्रति लीटर हो गया है। डीजल की कीमतें भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में बढ़कर क्रमश: 79.95 रुपये, 83.54 रुपये, 86.98 रुपये और 85.01 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के अप्रैल डिलीवरी अनुबंध में बुधवार को बीते सत्र से 0.21 फीसदी की तेजी के साथ 63.48 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज (नायमैक्स) पर वेस्ट टेक्सस इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) के मार्च अनुबंध में बीते सत्र से 0.07 फीसदी की तेजी के साथ 60.09 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।

यूपी ने मनरेगा में रोजगार सृजन का बनाया रिकॉर्ड

यूपी ने मनरेगा में रोजगार सृजन का बनाया रिकॉर्ड
हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) में रोजगार मुहैया कराने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल से यूपी मनरेगा में रोजगार सृजन का रिकॉर्ड कायम कर रहा है। मनरेगा के तहत अब ना सिर्फ राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार मिल रहा है। बल्कि गांव-गांव में हजारों की संख्या में तालाब और शौचालयों का निर्माण हो रहा है। कई और निर्माण कार्य भी हुए हैं। जिनके चलते अब गांवों की बदरंग तस्वीर बदलने लगी है। राज्य के गांवों में सुविधाओं का इजाफा हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गांवों के विकास पर ध्यान देना है। इसके चलते ही प्रदेश में 26 करोड़ मानव रोजगार दिवस सृजित करने के लक्ष्य के सापेक्ष में 35 करोड़ से अधिक मानव दिवस रोजगार सृजन इस साल हुआ है। मनरेगा के तहत हुए यह निर्माण कार्य एक रिकार्ड हैं।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में मनरेगा में प्रदेश को 26 करोड़ मानव दिवस रोजगार सृजन का लक्ष्य दिया गया। कोरोना संकट के दौरान लॉकडाउन के समय जब देशभर से करीब चालीस लाख प्रवासी श्रमिक यूपी लौटे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर मनरेगा में उन्हें रोजगार दिया गया। जिसके चलते लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए मनरेगा के तहत राज्य में 26 करोड़ मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य देखते ही देखते ही पूरा हो गया। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी के आग्रह पर केंद्र सरकार ने यूपी में मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार मुहैया कराने के तय किए गए लक्ष्य को नौ करोड़ बढ़ाकर 35 करोड़ कर दिया है।
राज्य में इस 35 करोड़ के लक्ष्य को भी पार कर लिया गया है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार, बीती 12 फरवरी तक राज्य में 35 करोड़ 47 लाख मानव दिवस रोजगार सृजन हुआ है। जो कि यूपी में नहीं बल्कि देश में रिकार्ड है। मनरेगा के इतिहास में इतनी बड़ी संख्या में कभी भी कहीं भी रोजगार सृजन नहीं हुआ।
मनरेगा आयुक्त योगेश कुमार ने बताया कि मनरेगा में 37 लाख महिलाओं और 73.50 लाख पुरुष श्रमिकों को रोजगार दिया गया है। 7,303.85 करोड़ रुपये मजदूरी का भुगतान किया गया है। जबकि कुल खर्च 9,707.15 करोड़ रुपये हुआ है। इसके अलावा गांव-गांव में जलसंचयन के लिए इस वर्ष प्रदेश में 19,951 तालाब बनाए गए हैं। इसी प्रकार 18,206 पशु आश्रय स्थलों का निर्माण कराया गया है। और 99,454 पशु आशय स्थल निमार्णाधीन है। 24,798 पंचायत भवन और 56,906 सामुदायिक शौचालय भी मनरेगा कन्वर्जेन्स के अतंर्गत बनाए गए हैं। 6,020 शेड बन गए हैं। और 24,655 शेड निमार्णाधीन हैं। यहीं नहीं मनरेगा योजना के तहत 8.80 करोड़ पौधों का रोपण राज्य में कराया गया है। बीते चार वर्षों में मनरेगा के तहत राज्य में 15,541 आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण भी कराया गया है। राज्य की 25 नदियों का पुनरुद्धार भी इस समयावधि में किया गया है।
सरकार के इस फैसले से राज्य में मानव रोजगार दिवस के सृजन का लक्ष्य 40 करोड़ से भी अधिक करने में सहायता होगी। मनरेगा से जुड़े अफसरों के अनुसार अगले मार्च तक 40 करोड़ मानव दिवस का रोजगार का सृजन करने संबंधी लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। इतनी संख्या में पहले कभी रोजगार नहीं दिया गया। अब चर्चा है, कि मनरेगा के तहत राज्य में हुए कार्यों को लेकर इस साल प्रदेश को तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने की उम्मीद है।

जम्मू: 2 दिवसीय दौरे पर 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल

विदेशी राजनयिकों का 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के 2 दिवसीय दौरे पर

श्रीनगर। विदेशी राजनयिकों का 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार से जम्मू-कश्मीर की अपनी दो दिवसीय यात्रा शुरू कर रहा है। 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 निरस्त किए जाने के बाद से विदेशी राजनयिकों की जम्मू-कश्मीर की यह चौथी यात्रा है।
आर्टिकल 370 निरस्त किए जाने के बाद, विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल ने अक्टूबर 2019, जनवरी 2020 और फरवरी 2020 में जम्मू-कश्मीर का दौरा किया।
राजनयिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूरोपीय संघ के राजदूत, उगो एस्टुटो द्वारा किया जा रहा है और इसमें यूरोपीय संघ, अफ्रीकी और मध्य पूर्वी देशों के सदस्य शामिल होंगे। प्रतिनिधिमंडल में इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के सदस्य भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के लिए राजनयिकों की यात्रा गृह मंत्रालय (एमएचए) के निमंत्रण पर हो रही है।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जिला विकास परिषदों (डीडीसी) के नवनिर्वाचित सदस्यों, सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं, कुछ समाचार पत्रों के संपादकों, सिविल प्रशासन के अधिकारियों और सेना के जवानों सहित विभिन्न हितधारकों से मुलाकात करेंगे।
सिविल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी प्रतिनिधिमंडल को जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति के उन्मूलन के बाद की गई विकासात्मक पहलों के बारे में बताएंगे, जबकि सेना और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी उन्हें केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी देंग।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य गुलमर्ग का दौरा करेंगे और श्रीनगर में डल झील पर शिकारा की सवारी का आनंद भी लेंगे। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य 18 फरवरी को शीतकालीन राजधानी जम्मू का दौरा करेंगे, जहां वे अपनी यात्रा के समापन से पहले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात करेंगे।

टेस्ट के बिना विधानसभा में विधायकों की 'नो एंट्री'

बजट सत्र में कोविड टेस्ट के बिना यूपी के विधायकों को 'नो एंट्री'
हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधायक जिन्होंने 14 फरवरी को या उसके बाद अपना कोविड परीक्षण नहीं करवाया है। उन्हें गुरुवार से शुरू होने वाले राज्य विधानसभा के बजट सत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि विधानसभा के सचिवालय ने सभी विधायकों और एमएलसी के लिए बजट सत्र की शुरुआत से पहले कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य होने संबंधी सर्कुलर जारी किया है।
सभी जिला मजिस्ट्रेटों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) को अपने-अपने जिलों में विधायकों के लिए कोरोना परीक्षणों की व्यवस्था करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।
असेंबली स्टाफ का भी टेस्ट किया गया है।
यदि कोई विधायक पॉजिटिव निकलता है। तो इस संबंध में राज्य सरकार ने भी विशेष व्यवस्था की है। कोरोना पॉजिटिव सदस्यों के लिए एसजीपीजीआई और केजीएमयू में बेड आरक्षित किए गए हैं। उनके पास डॉक्टरों और विशेषज्ञों की देखरेख में खुद को घर पर क्वांरटीन करने का विकल्प भी होगा।
स्पीकर ने कहा कि यह एक हाइब्रिड सत्र होगा और विधायकों के पास इसे ऑनलाइन या इसमें व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का विकल्प होगा।
बजट सत्र 18 फरवरी से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के संबोधन के साथ दोनों सदनों के संयुक्त सत्र से शुरू होगा।
लगातार दूसरी बार मीडियाकर्मियों को प्रेस गैलरी तक पहुंचने की अनुमति नहीं होगी। तिलक हॉल में दो एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं। जहां से वे कार्यवाही देख सकते हैं।
चूंकि बजट इस बार पेपरलेस होगा, इसलिए बजट की मुद्रित प्रतियां उपलब्ध नहीं होंगी। सभी विधायकों को अपने आईपैड पर बजट मिलेगा और बजट लिटरेचर केवल वित्त विभाग के ऐप और यूपी विधानसभा की वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध होगा।
इस बीच, बजट सत्र के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

बेजोस फिर बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

बेजोस फिर बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। टरेला के शेयरों में गिरावट के बाद एलन मस्क के सिर से दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति का होने का ताज छीन गिया है। और एक बार फिर एमेजॉन के संस्थापक जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। टेस्ला के शेयरों में मंगलवार को 2.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और मस्क को 4.6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, जिससे वह दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की रैंकिंग में ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स पर दूसरे स्थान पर खिसक गए।
बेजोस 191.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ फिर से दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए।
पिछले महीने मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे, क्योंकि टेस्ला के शेयर की कीमत बढ़ने के बाद उनकी संपत्ति 185 अरब डॉलर के पार पहुंच गई थी।
उन्होंने बेजोस की जगह ली थी। जो 2017 से सबसे अमीर व्यक्ति बने थे।

देश में कोरोना के 11,610 नए मामले सामने आएं

देश में कोविड-19 के 11,610 नए मामले और 100 मौतें दर्ज
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस संक्रमण के 11,610 नए मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि इसके बाद देश में अब तक दर्ज हुए कुल मामलों की संख्या 1,09,37,320 हो गई है। वहीं 100 नई मौतों के बाद मरने वालों की कुल संख्या 1,55,913 हो गई है। यह राहत की बात है। कि पिछले एक महीने से देश में दैनिक मामलों की संख्या 15 हजार से कम दर्ज हो रही है। साथ ही करीब डेढ़ महीने से दैनिक मौतों का आंकड़ा भी 200 से कम रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पिछले 15 दिनों से तो दैनिक मामलों का आंकड़ा घटकर 9,000 से 12,000 के बीच आ गया है। और मौतों की संख्या भी घटकर 78 से 120 के बीच दर्ज हो रही है।
इस साल के अब तक के सबसे कम दैनिक मामले 9 फरवरी को दर्ज हुए थे। जो कि 9,110 थे। वहीं पिछले साल के सबसे कम दैनिक मामल 3 जून को 9,633 दर्ज हुए थे।
बिते 24 घंटों में 11,833 लोगों के डिस्चार्ज होने के बाद अब तक ठीक हुए रोगियों की कुल संख्या बढ़कर 1,06,44,858 हो गई है। वहीं अब देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,36,549 है। देश में रिकवरी दर 97.33 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.43 प्रतिशत हो गई है।
वहीं मंगलवार को 6,44,931 नमूनों का परीक्षण किए जाने के बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा अब तक किए गए किए गए परीक्षणों की संख्या 20,79,77,229 हो गई है।
16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत 89,99,230 कोरोना वैक्सीन डोज अब तक दिए जा चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो दुनिया में सबसे तेजी से टीकाकरण अभियान भारत में चलाया जा रहा है। जबकि कई देशों ने हमसे बहुत पहले ही टीकाकरण शुरू कर दिया था।

बंधनो में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं होगी

बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती । पीएम मोदी
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नास्कॉम टेक्नॉलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (एनटीएलएफ) को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ये भलीभांति जानती है, कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती। इसलिए सरकार द्वारा टेक इंडस्ट्री को अनावश्यक रेगुलेशंस से बंधनों से, बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा जब दुनिया भारत की तरफ नई उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है। सरकार को देश के नागरिकों पर, स्टाट्र्अप पर, इनोवेटर्स पर पूरा भरोसा है। इसी भरोसे के साथ सेल्फ सर्टिफिकेशन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बीते 6 वर्षों में आईटी इंटस्ट्री ने जो समाधान तैयार किए हैं। उन्हें हमने गवर्नेंस का अहम हिस्सा बनाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारे यहां कहा गया है। न दैन्यं न पलायनम। यानी चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न चुनौती से पलायन करना चाहिए। कोरोना के दौरान भारत के ज्ञान, विज्ञान ने न सिर्फ खुद को साबित किया है। बल्कि खुद को इवोल्व किया है। नया भारत, हर भारतवासी, प्रगति के लिए अधीर है। हमारी सरकार नए भारत के युवाओं की इस भावना को समझती है। 130 करोड़ से अधिक भारतवासियों की आकांक्षाएं हमें तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
बता दें कि नास्कॉम टेक्नॉलॉजी एंड लीडरशिप फोरम के 29वें सम्मेलन का आयोजन 17 से 19 फरवरी तक किया जा रहा है। यह सम्मेलन नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (नास्कॉम) का अग्रणी आयोजन है। इस वर्ष के आयोजन का विषय है। शेपिंग द फ्यूचर टूवर्डस ए बेटर नॉर्मल'। इसमें 30 से अधिक देशों के 1600 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। और तीन दिन के आयोजन के दौरान 30 उत्पाद दिखाए जाएंगे।

पुडुचेरी: पद से हटाए जाने के बाद बोलीं किरण बेदी

पुडुचेरी। पुडुचेरी की निवर्तमान उप राज्यपाल किरण बेदी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के तहत सभी कार्य किए। राष्ट्रपति द्वारा बेदी को उपराज्यपाल के पद से हटाने के एक दिन बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी ने केन्द्र का पुडुचेरी की सेवा करने का अवसर देने के लिए शुक्रिया अदा किया।उन्होंने उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों का भी शुक्रिया अदा किया। बेदी ने कहा कि वह पूरी संतुष्टि के साथ यह कह सकती हैं कि उनके कार्यकाल में राज निवास की टीम ने जन हित के लिए पूरी कर्मठता से काम किया। बेदी का पुडुचेरी सरकार और खासकर मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के साथ अक्सर टकराव होता रहा। उन्होंने कहा कि मैंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के लिए ही सभी कार्य किए।

उन्होंने कहा कि पुडुचेरी का भविष्य बेहद उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि यह अब लोगों के हाथ में है। बेदी ने एक समृद्ध पुडुचेरी की कामना की। राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को बेदी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल के पद से हटाने की घोषणा की थी। करीब एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री नारायणसामी ने राष्ट्रपति से उन्हें हटाने की अपील की थी।

कोरोना को लेकर अतिविश्वास में सरकार: राहुल

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीकी और ब्राजीलियाई स्वरूप के मामले सामने आने के बाद बुधवार को आरोप लगाया कि कोविड-19 को लेकर सरकार घोर लापरवाही बरत रही है। उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार घोर लापरवाही बरत रही है और कोविड-19 को लेकर अतिविश्वास में है। यह अभी खत्म नहीं हुआ है।’’उल्लेखनीय है कि केंद्र ने मंगलवार को बताया कि देश में पहली बार चार लोगों के सार्स-सीओवी-दो वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से संक्रमित होने का पता लगा। वहीं, एक व्यक्ति के वायरस के ब्राजीलियाई स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है।

आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कल कहा था कि भारत में बाहर से लौटे चार लोगों के कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी। संक्रमितों में से दो लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे जबकि एक-एक व्यक्ति अंगोला और तंजानिया से लौटा था। सभी यात्रियों और उनके संपर्क में आए लोगों की जांच कर उन्हें पृथकवास में रखा गया है।

उत्तराखंड: सड़क हादसे में 3 की मौत, शोक की लहर

पंकज कपूर  
देहरादून। उत्तराखंड में हादसों में हो रही मौतों में जहां मैदानी क्षेत्र में लगातार बढ़ोतरी हो रही है तो वहीं पर्वती क्षेत्र भी हादसों में पीछे नहीं दिख रहा है। लगातार पहाड़ी क्षेत्रों में एक के बाद एक सड़क हादसे हो रहे हैं और इन दुर्घटनाओं में लगातार ना जाने कितनी जिंदगियां मौत के मुंह में समा गई है उत्तराखंड  मे नैनीताल जिले के दूरस्थ क्षेत्र बेतालघाट से कुछ दूरी पर बेतालघाट और रामनगर को जोड़ने वाले मार्ग में एक पिकअप वाहन गहरी खाई में जा गिरा जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई ।हादसे के कारणों का अभी फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और आगे की कार्रवाई की जा रही है जहां क्षेत्र में इस दुखद हादसे के कारण क्षेत्र में गमगीन माहौल है तो वहीं परिवार जनों का रो रो कर बुरा हाल बताया जा रहा है कब उत्तराखंड की सड़कें खून से लाल होने से रुकेगी यह कहना मुश्किल है।
फिलहाल हमारा न्यूज़ अपडेट भारत के सभी दर्शकों और साथियों से निवेदन है कि वाहन चलाते समय यातायात के नियमों का पालन जरूर करें और ओवर स्पीड में वाहन को ना चलाएं।

उछाल: बिटकॉइन की कीमत 50 हजार डॉलर के पार

 वाशिंगटन डीसी। अमेरिका। डिजिटल करेंसी बिटकॉइन की वृद्धि मंगलवार को भी जारी रही और पहली बार इसकी एक इकाई की कीमत 50 हजार डॉलर के पार चली गयी। करीब साल भर पहले बिटकॉइन की एक इकाई की कीमत 10 हजार डॉलर थी। पिछले तीन महीने में ही बिटकॉइन का दाम करीब 200 प्रतिशत चढ़ा है।बिटकॉइन को ऐसे समय में तेजी मिल रही है जब अधिक से अधिक कंपनियां उथल-पुथल वाली डिजिटल मुद्रा को भुगतान के माध्यम के रूप में मान्यता पाने की बात मानते जा रही हैं।

हालांकि अभी तक बिटकॉइन खरीदने वालों ने इसे सोने जैसे जिंस की तरह ही इस्तेमाल किया है, क्योंकि अभी इसे सेवा या सामान के बदले कुछ ही जगहों पर स्वीकार किया जाता है। मंगलवार को सुबह 10 बजे से पहले कम-से-कम छह बार बिटकॉइन 50 हजार डॉलर के पार गया।


बरेली: 165 निवर्तमान प्रधान नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

संदीप मिश्र 
 बरेली। इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 165 निवर्तमान प्रधान किस्मत नहीं अजमा पाएंगे। उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की तैयारी कर ली गई है। ये वे प्रधान हैं जिनके खिलाफ विभिन्न मामलों में जांचें चल रही हैं। ग्राम पंचायतों में कराए गए विकास कार्यों में गड़बड़ी, प्रधानमंत्री आवास, शौचालय निर्माण, नाली-खड़ंजा समेत अन्य कई ऐसे कार्य हैं जिनमें कार्यकाल रहते इन प्रधानों के खिलाफ गड़बड़ी की शिकायतें की गईं। सभी प्रकरणों में जिला पंचायती राज विभाग जांच करा रहा है। जांचें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। डीपीआरओ धर्मेंद्र के अनुसार, 165 निवर्तमान प्रधानों की कुंडली तैयार कर ली गई है। इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने के लिए उच्चाधिकारियों को फाइल भेजी जाएगी।राज्य निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार इन निवर्तमान प्रधानों को चुनाव लड़ने से रोकने की कार्रवाई कराई जा रही है। इसके अलावा जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत के वे सदस्य भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे जिनके खिलाफ जांच चल रही है। निवर्तमान प्रधान क्यारा, भोजीपुरा, बिथरी चैनपुर, बहेड़ी, शेरगढ़, दमखोदा, फरीदपुर, भुता, नवाबगंज, भदपुरा, मीरगंज, फतेहगंज पश्चिमी, आलमपुर जाफराबाद, मझगवां, रामनगर ब्लॉक क्षेत्रों के रहने वाले हैं।

भटक रहें माँ बाप, हत्यारों को नहीं पकड़ रहीं पुलिस

मुरादनगर। खुर्रमपुर मुरादनगर निवासी राजू उर्फ राजीव ने मुरादनगर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनके बेटे का शव लगभग 50 दिन पूर्व खेत में मिला था। जिसे पुलिस एक्सीडेंट बता रही थी। लेकिन अगर एक्सीडेंट होता तो उनके पेटे का शव खेत में क्या कर रहा था। उनका कहना है कि उनके बेटे कि हत्या हुई है और पुलिस इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। राजू उर्फ राजीव ने बताया कि उनका बेटा शिवम 28 दिसंबर 2020 को रात 8 बजे के करीब अपनी मां की दवाई लेने के लिए घर से निकला था। रात 9 बजे के करीब उनके पास फोन आया कि संतवास इंटर के पास उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है। जब वे वहां पहुंचे तो शिवम का शव खेत में था। वहीं उसकी स्कूटी भी वहीं खड़ी थी। जिसके बाद शिवम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं राजू का कहना है कि उनके बेटे की हत्या हुई है अगर एक्सीडेंट होता तो रोड़ पर होता। इसके लिए वह लगातार उच्च अधिकारियों से मुलाकात कर रहे है, लेकिन पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।

राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की अपील, चांदी दान ना करें

अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से एक ओर चंदा इकट्ठा करने का अभियान चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर ट्रस्ट के सामने दान में आ रही चांदी की ईंटें एकत्रित करने में बड़ी समस्य़ा आ रही है। अब तक मंदिर के लिए 400 किलो से अधिक चांदी आ चुकी है। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में चांदी आ गई है कि उसे ‘कहां रखा जाए ये सोचना पड़ रहा है।’ ऐसे में ट्रस्ट की ओर से चांदी दान में न देने की अपील की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनिल मिश्रा ने बताया कि देश के तमाम प्रदेशों से लोग मंदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट (सिल्वर ब्रिक्स) भेज रहे हैं। ये इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठा होती जा रही हैं कि इन्हें कहां सुरक्षित रखा जाए ये सोचना पड़ रहा है।’ उन्होंने बताया कि अब ट्रस्ट ने अपील करनी शुरू कर दी है कि चांदी दान न करें। वह आगे कहते हैं,  ‘हम भक्तों की भावनाओं का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी गुजारिश है कि वे चांदी की ईंटे न भेजें। हमें इसके रखरखाव पर भी पैसा खर्च करना पड़ेगा। डॉ. मिश्रा के मुताबिक, ‘बैंक के लॉकर फुल हो गए हैं। इस वजह से बीच में चांदी का दान लेना बंद कर दिया गया था लेकिन कोई लेकर आता है तो मना नहीं कर पाते।’ उन्होंने कहा, ‘आगे मंदिर निर्माण के लिये अगर जरूरत पड़ेगी, तब हम इसका आह्वान करेंगे। अब तक 400 किलो से अधिक चांदी आ चुकी है।’ डॉ अनिल मिश्रा ने ये भी बताया कि कहा कि रामलला के परिसर में नींव की खुदाई का काम प्रगति पर है। लगभग 9 मीटर तक खुदाई पूरी हो गई है। 70 दिनों के अंदर नींव की खुदाई का काम पूरा हो जाएगा। इसी महीने के आखिरी में कार्यों की समीक्षा बैठक होगी और इसके बाद नींव की खुदाई का काम पूरा हो जाएगा।मंदिर ट्रस्ट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों विश्व सिंधी सेवा संगठन, अंबेडकर महासभा ट्रस्ट समेत कई संगठनों के प्रतिनिधि राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय चांदी की ईंट लाए। इनको ट्रस्ट ने स्वीकार तो कर लिया लेकिन इसके बाद फैसला लिया गया कि चांदी को चंदे के तौर पर दान न लें, उससे बेहतर कैश या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए भक्त डोनेट करें।

ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अब तक लगभग 1600 करोड़ रुपये राम मंदिर निर्माण के लिए मिल चुके हैं। ट्रस्ट की ओर से जो चंदा इकट्ठा करने अभियान को ‘निधि संकल्प संग्रह’ का नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत पांच लाख से ज्यादा गांवों के 12 करोड़ से ज्यादा परिवारों तक पहुंचने का टारगेट है। 27 फरवरी तक चलने वाले इस चंदा अभियान की हर रोज समीक्षा की जा रही है। चंदे के लिए ट्रस्ट की ओर से गठित टोलियों को चेक या ट्रस्ट के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने का ऑप्शन दिया गया है। पिछले दिनों चंपत राय (महासचिव, राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट) ने बताया था कि 1 लाख 50 हजार टोलियां मंदिर निर्माण के धन संग्रह अभियान में लगी हुई हैं। चंपत राय के मुताबिक, देश के पांच बड़े इंजीनियरिंग संस्थान, भवन निर्माण और भू-गर्भ के अध्ययन से जुड़ी संस्थाओं के वैज्ञानिकों ने मंदिर की नींव और धरती के नीचे का अध्ययन किया है। नींव के लिए कार्य प्रारंभ हो गया है। 39 महीने में मंदिर बन जाएगा।

उत्कृष्ट संस्थान निर्माण पर ध्यान देने की जरूरत

कविता गर्ग
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि भारतीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र ने दुनिया में अपनी छाप छोड़ी है और इस क्षेत्र में अगुवा बनने के लिये नवप्रवर्तन पर जोर, प्रतिस्पर्धी के साथ उत्कृष्ट संस्थान निर्माण पर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने आईटी उद्योग से कृषि, स्वास्थ्य और देश के लोगों की अन्य जरूरतों को ध्यान में रखकर समाधान बनाये जाने का भी आह्वान किया।प्रधानमंत्री ने ‘नासकॉम टेक्नोलॉजी एंड लीडरशिप फोरम’ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारतीय आईटी उद्योग की विश्व में छाप है। लेकिन हमें इस क्षेत्र में अगुवा बनना है, तो हमें नवप्रवर्तन, प्रतिस्पर्धी क्षमता और उत्कृष्टता के साथ संस्थान निर्माण पर ध्यान देना होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विश्व में भारतीय प्रौद्योगिकी की जो पहचान है, उससे देश को काफी उम्मीदें हैं। आपके समाधान पर मेक फॉर इंडिया की छाप होनी चाहिए।’’ उन्होंने आईटी उद्योग से कहा कि वे कृषि, स्वास्थ्य और देश तथा लोगों अन्य जरूरतों को ध्यान में रखकर समाधान बनाये। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम आजादी के 75वें साल में प्रवेश कर रहे हैं। यह समय नये लक्ष्य बनाने का है। जब भारत 25-26 साल बाद आजादी के 100 साल मनाएगा, हम कितने वैश्विक उत्पाद बनायें, कितने वैश्विक लीडर बनाये, यह सोचकर काम करने की जरूरत है। इस लक्ष्य को हासिल करने में देश आपके साथ है।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-185 (साल-02)
2. बृहस्पतिवार फरवरी 18, 2021
3. शक-1983, माघ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी संवत 2077।

4. प्रातः 06:58, सूर्यास्त 06:12

5. न्‍यूनतम तापमान -07 डी.सै.,अधिकतम-25+ डी.सै.। घने कोहरे की संभावना बनी रहेगी।

6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

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पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...