रविवार, 10 जनवरी 2021

सिराज के साथ ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने की बदतमीजी

इंडिया व ऑस्ट्रेलिया 2020 मोहम्मद सिराज के साथ ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने की बदतमीजी, अब होगा एक्शन

सिड़नी। ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर भारतीय गेंदबाज मोहम्मद सिराज के साथ बदतमीजी हुई है। तीसरे टेस्ट के दौरान ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों ने सिराज पर नस्लीय टिप्पणी की है।सिराज ने कप्तान अजिंक्य रहाणे और बाकी प्लेयर्स के साथ मिलकर फील्ड अंपायर पॉल राफेल से इसकी शिकायत भी की।
इसके बाद अंपायर ने मैच रेफरी और टीवी अंपायर से बातचीत कर पुलिस को बुलाया। इसके बाद कुछ देर के लिए खेल को रोकत दिया गया और पुलिस ने 6 से ज्यादा दर्शकों को स्टेडियम से बाहर किया। इसके बाद मैच को दोबारा चालू किया जा सका।
सिराज को मंकी यानी बंदर कहा गया
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ( सीए )ने कहा है।कि नस्लीय टिप्पणी को लेकर हमारी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। हम इस प्रकार की घटना को बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे और मामले पर एक्शन जरूर लिया जाएगा। इससे पहले मैच के तीसरे दिन शनिवार को टीम इंडिया के दो प्लेयर्स पर नस्लीय टिप्पणी का मामला सामने आया था. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक दर्शक ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के खिलाफ अभद्र और नस्लीय कमेंट्स किए। बीसीसीआई ने इसकी शिकायत मैच रेफरी डेविड बून से की थी।
बीसीसीआई सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सिराज जब बाउंड्री लाइन पर फील्डिंग कर रहे थे। तब उन्हें एक दर्शक ने मंकी यानी बंदर कहा। यह दर्शक सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के स्टैंड्स में पूरे वक्त मौजूद था।
इस सूत्र ने कहा- हमने इस बारे में आईसीसी के मैच रेफरी डेविड बून के पास शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी दर्शक नशे में था। डेविड बून ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व ओपनर रह चुके हैं।
 

कड़ाके की ठंड के बावजूद किसानों का धरना-प्रदर्शन

कृषि कानूनों पर क्यों अड़ी सरकार, जानिए इनसाइड स्टोरी
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में कड़ाके की ठंड के बावजूद हजारों किसान 26 नवंबर से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं। किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच अब तक हुई नौ दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। अब तक 60 से अधिक किसानों ने दम तोड़ चुके हैं। वहीं, कांग्रेस का कहना है। कि मोदी सरकार देश के किसानों को ‘थकाने और झुकाने’ की साजिश कर रही है। काले कानून खत्म करने की बजाय, 40 दिन से ‘मीटिंग-मीटिंग’ खेल किसानों को ‘तारीख पर तारीख’ दे रही है।
इन सब के बीच केंद्र सरकार तीन नए कृषि कानूनों को लेकर अड़ी हुई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार खबर है कि केंद्र सरकार के इस रवैये के पीछे पार्टी के अभियान और अपने नेताओं से मिला फीडबैक है। भाजपा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंति 25 दिसंबर को को सुशासन दिवस के रूप में मनाती है। पिछले महीने इस दिन से ही पार्टी ने किसानों के साथ हजारों बड़ी बैठकें की। इसके अलावा एक लाख से अधिक किसान पंचायतें भी आयोजित की गईं। इन बैठकों में किसानों को नए कृषि कानून के जरिये आने वाले बदलावों के बारे में जानकारी दी गई।
तीन फेज में आयोजित किया गया कार्यक्रम
भाजपा के पार्टी कैडर ने ब्लॉक और गांव के स्तर पर तीन फेज का कार्यक्रम बनाया। इसके तहत किसानों के साथ बातचीत की गई। इसमें किसानों को कृषि कानून से जुड़ी बुकलेट भी दी गई। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मत है कि कुछ किसान समूहों के विरोध को पूरे किसानों की भावना नहीं माना जा सकता है। भाजपा महासचिव और राज्यसभा सांसद अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी के देशव्यापी अभियान के दौरान मैंने व्यक्तिगत रूप से कई किसानों से बातचीत की है। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा कोई भी उदाहरण नहीं मिला है। जिसमें किसानों ने इन कानूनों के खिलाफ बातचीत की हो।
किसान नेताओं में विश्वसनीयता का संकट
भाजपा प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने साल 2008 में पंजाब और हरियाणा में एमएसपी पर गेहूं की बिक्री को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन का हवाला दिया। त्रिवेदी ने कहा कि ऐसा लगता है। कि किसान नेताओं में विश्वसनीयता का संकट है। उन्होंने कहा कि साल 2008 में पंजाब और हरियाणा में किसानों को एमएसपी पर गेहूं बेचने को मजबूर किए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था। उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमतें कहीं अधिक थीं।
पहले किया स्वागत तो अब विरोध क्यों
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने किसान नेता राकेट टिकैत पर तंज कसा। भाजपा नेता ने दावा किया कि पहले उन्होंने कृषि कानूनों का स्वागत किया था। अब विरोध में हैं। उन्होंने कहा कि टिकैत कई मौके पर किसानों को बिचौलियों से मुक्त कराने की मांग कर चुके हैं। भाजपा नेता अरुण सिंह ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने किसानों के साथ किसान पंचायत में बातचीत की लेकिन पंजाब के कुछ हिस्सों को छोड़कर किसानों ने कभी कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज नहीं उठाई।

युवाओं की जिज्ञासाओं का समाधान करने का प्रयास

छत्तीसगढ़ के युवाओं से प्रसन्न हुए सीएम बघेल तारीफों के बांधे पुल जानिए क्या कहा

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी रेडियोवार्ता लोकवाणी की 14वीं कड़ी में आज युवाओं से रूबरू हुए। रेडियोवार्ता की यह कड़ी युवाओं को समर्पित रही। मुख्यमंत्री ने युवाओं द्वारा रिकार्डेड संदेश के माध्यम से साझा किए गए विचारों और सुझावों पर विस्तार से चर्चा की और युवाओं की जिज्ञासाओं का समाधान करने का प्रयास किया। मुख्यमंत्री ने इस कड़ी में युवाओं को नए वर्ष की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की तरूणाई नई अंगड़ाई लेकर उठ खड़ी हुई है। जो हम सबके सुरक्षित और सुखद भविष्य का संकेत है। सीएम बघेल ने युवाओं को उनके उज्जवल भविष्य के प्रति आश्वस्त करते हुए कहा कि युवाओं की प्रतिभा को संवारने और उन्हें आजीविका के बेहतर अवसर दिलाने के राज्य सरकार के अभियान में किसी तरह की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हमारे छत्तीसगढ़ी युवा हर मंच पर छत्तीसगढ़ का झण्डा गाड़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने 12 जनवरी को स्वामी विवेकानन्द की जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर उनकी प्रेरणादायक शिक्षाओं और सीख की चर्चा भी युवाओं के साथ की
उन्होंने स्वामी विवेकानन्द के शब्दों को उद्यत करते हुए युवाओं से कहा कि ’एक विचार उठाओ, उसे अपना जीवन बना लो’ यह सफलता का मार्ग है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को देखकर यही लगता है। कि उन पर गांधी-नेहरू-स्वामी विवेकानन्द का असर है। उन्होंने कहा कि बेहतर खेल अधोसंरचनाओं के विकास से खेल प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा निखारने और छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद के जरिए युवा साहित्यकारों और कलाकारों को सही मंच, मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिलेगा। मुख्यमंत्री ने लोकवाणी में कहा कि पिछला साल बड़ी चुनौतियों के साथ बीता है। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के कारण दुनिया में अनेक परिवारों को अपने प्रियजनों से बिछड़़ना पड़ा। नौकरी, व्यापार, व्यवसाय तथा भिन्न-भिन्न आजीविका के साधनों पर कोरोना महामारी का बहुत घातक आघात रहा।
छत्तीसगढ़वासियों ने अपने कठिन परिश्रम, दृढ़ इच्छाशक्ति और सेवा भावना से कोरोना का मुकाबला किया। आप सबकी बदौलत ही छत्तीसगढ़ ने कोरोना काल में भी बहुत उपलब्धियां हासिल कीं, जिसके कारण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को ख्याति मिली। हमारी उपलब्धियों के पीछे एक बहुत बड़ी ताकत हमारी युवा शक्ति है।

सीएम की पंचायत से पहले पुलिस-किसानों में भिडंत

करनाल। हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गांव में बीजेपी की तरफ से किसान महापंचायत रैली बुलाई गई। इस रैली में राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर किसानों को संबोधित करने वाले थे। लेकिन उनका विरोध करने के लिए वहां हजारों किसान इकट्ठा हो गये। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की लेकिन किसान नहीं माने। पुलिस ने उग्र किसानों पर ठंडे पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले दागे गये इससे वहां स्थिति तवानपूर्ण बनी हुई है। सैकड़ों किसान आसपास के इलाके से वहां जमा हो चुके हैं। पुलिस से झड़प के बाद ये सभी किसान फिलहाल गांवों और खेत खलिहान की ओर चले गये हैं।

मध्य प्रदेश के 13 जिलों में 'बर्ड फ्लू' की पुष्टि हुईं

भोपाल। मध्यप्रदेश में पशु पालन विभाग ने 9 जनवरी तक प्रदेश के 13 जिलों में कौवों में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि की है। पशु पालन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खडवा, खरगौन, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर और विदिशा जिले में कौओ में बर्डफ्लू रोग उदभेद की पुष्टि हो चुकी है। 9 जनवरी तक प्रदेश के 27 जिलों से लगभग 1100 कौवों और जंगली पक्षियों की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई है। विभिन्न जिलों से 32 सेंपल राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को जाँच के लिए भेजे गए हैं। कुक्कुट पालकों में अनावश्यक भ्रम की स्थिति उत्पन्न नहीं हो इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। सभी जिलों में रोग नियंत्रण की कार्यवाही केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार की जा रही है। जिला आगर में कुक्कुट बाजार के दुकानों से टेवल स्वेव के एक सेम्पल में बर्ड फ्लू वायरस पाए जाने के बाद यहां कुक्कुट बाजार को सतर्कता एवं सावधानी की दृष्टि से आगामी 07 दिवस के लिए बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही मुर्गियों एंव अंडो आदि के विनिष्टीकरण की कार्यवाही जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही है। जिला सीहोर, बालाघाट, दमोह, उज्जैन, बैतुल, भिण्ड से राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल को भेजे गए नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस नहीं पाया गया है।

हैरत: 12 वर्षीय किशोरी ने बच्ची को दिया जन्म

रूद्रपुर। ट्रांजिट कैम्प क्षेत्र में 12 साल की लड़की द्वारा बच्ची को जन्म देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जन्म के तुरंत बाद ही नवजात बच्ची की मौत हो गयी। घटना के बाद पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है। वहीं मामले में पीड़िता की मां की ओर से पुलिस को तहरीर देने की तैयारी की जा रही है। 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक यूपी के मुरादाबाद निवासी एक परिवार ट्रांजिट कैम्प क्षेत्र में किराये के मकान में रहता है। बताया जाता है कि बीती रात परिवार की 12 साल की लड़की के पेट में अचानक दर्द होने लगा। परिजन उसे जिला अस्पताल ले गये। वहां चिकित्सकों ने जब लड़की की जांच की तो चिकित्सक भी हैरान रह गये। बारीकी से जांच करने पर पता चला कि लड़की गर्भवती है। यह बात परिजनों को बताई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर रात को ही लड़की ने एक बच्ची को जन्म दिया। जन्म के बाद ही नवजात बच्ची की मौत हो गयी। सूचना पर महिला एसआई राखी ने पीड़िता और उसके परिजनों के बयान लिये। फिलहाल लड़की कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। उसका अस्पताल में उपचार जारी है। पुलिस ने नवजात बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मामले को लेकर ट्रांजिट कैम्प थाना अध्यक्ष केजी मठपाल ने भी परिजनों से पूछताछ की। लड़की के साथ किसने दुष्कर्म किया इस बारे में अभी खुलासा नहीं हुआ है। समाचार लिखने तक पीड़िता की मां मामले में तहरीर देने की तैयारी कर रही थी।


देश में कोरोना संक्रमण के 18, 645 नए मामले

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,645 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,04,50,284 हो गई है। जिनमें से 1,00,75,950 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार को जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार देश में 24 पिछले घंटे में 201 लोगों की मौत होने से संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,50,999 हो गई है। देश में संक्रमणमुक्त होने वाले लोगों की संख्या 1,00,75,950 हो गई है जिससे संक्रमण से ठीक होने की दर बढ़कर 96.42 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही संक्रमण से मृत्यु दर घटकर 1.44 प्रतिशत रह गई है। लगातार 20वें दिन उपचाराधीन लोगों की संख्या तीन लाख से नीचे बनी हुई है। भारत में सात अगस्त को संक्रमित लोगों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख के पार चली गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख तथा 19 दिसम्बर को एक करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में अब तक कुल 18,10,96,622 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की जा चुकी है। जिनमें से 8,43,307  नमूनों की जांच शनिवार को की गई।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...