रविवार, 20 सितंबर 2020

कमलनाथ के मेगा रोड शो में उमड़ी भीड़

एमपी : कमलनाथ का 7 केएम मेगा रोड शो, कार्यकर्ताओं की भीड़ उमड़ी : कहा- मुझे कोई नहीं रोक सकता।


ग्वालियर। मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस भी ग्वालियर-चंबल संभाग में सक्रिय हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को 7 किलोमीटर लंबा मेगा शो किया और महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इस मेगा शो को ग्वालियर-चंबल संभाग में बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ दोनों दिनों के लिए शुक्रवार को दोपहर में ग्वालियर पहुंचे। विमानतल के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया और वहीं से रोड शो शुरू हुआ। उनका काफिला शहर के डीडी नगर चौराहा होते हुए महारानी लक्ष्मीबाई की समाधि पर पहुंचा। जहां रानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया।
7 किलोमीटर लंबा था रोड शो
कमलनाथ का रोड शो 7 किलोमीटर लंबा था। इसमें भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस दौरान कोविड काइडलाइन के कई नियम टूटते हुए नजर आए। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हुआ। कांग्रेस कार्यकर्ता कमलनाथ के स्वागत में सड़कों पर उमड़ पड़े थे। ढोल-नगाड़ों पर कार्यकर्ता नाच रहे थे। इस मेगा रोड शो को ग्वालियर क्षेत्र में बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है। कमलनाथ ग्वालियर में महारानी लक्ष्मी बाई की समाधि पर गए और वहां पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं नेताओं के साथ उनकी मुलाकात की गई। गौरतलब है कि प्रदेश में जिन 28 सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें से 16 सीट ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में है। कांग्रेस ने इन सीटों को जीतने के लिए अपनी रणनीति तैयार की है।
भाजपा मुझे रोकने में जुटी हुई है
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन पर कहा कि भाजपा की ओर से विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं, पूरी पार्टी मुझे रोकने में जुटी हुई है। सबने पूरी ताकत लगाई है कि मैं ग्वालियर न आऊं, लेकिन मुझे कोई रोक नहीं पाएगा।
कल 10.30 बजे प्रेस कांफ्रेंस करेंगे कमलनाथ।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ शनिवार को भी ग्वालियर में ही रहेंगे। इस दौरान वे कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात करेंगे। शनिवार को सुबह होटल सेंट्रल पार्क में पत्रकार वार्ता करेंगे। 11 बजे फेसिलेटन सेंटर, मेला ग्राउंट, ग्वालियर में मंडल सेक्टर इकाइयों के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग करेंगे। इसके बाद जिला अध्यक्षों के साथ मीटिंग करेंगे।
कमलनाथ के विरोध में प्रदर्शन।
कमलनाथ के दो दिवसीय दौरे पर आने से पहले ही भाजपा कार्यकर्ता काले झंडे लेकर पहुंच गए थे। प्रदर्शनकारी कमलनाथ वापस जाओ के नारे लिखी तख्तियां लहरा रहे थे और कार्यकर्ता कमलनाथ वापस जाओ के नारे लगा रहे थे। इसके साथ ही काले झंडे भी लहराए गए। पड़ाव चौराहे पर मौजूद प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठी चलाना पड़ीं। हालांकि कमलनाथ के आने से पहले ही सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे और भारी पुलिस बल तैनात था।               


भारत के खिलाफ साजिश रच रहा चीन

बीजिंग। लद्दाख सीमा पर भारत के हाथों करारी मात खाने के बाद चीन अब साउथ चाइना सी में लाइव फायर ड्रिल कर रहा है। इस ड्रिल में उसकी ईस्टर्न थिएटर कमांड हिस्सा ले रही है। चीन की सरकारी मीडिया इसे ताइवान पर कब्जे की तैयारी के रूप में प्रस्तुत कर रही है। जबकि सामरिक विशेषज्ञ इसे भारत के खिलाफ चीन के जंग की तैयारी बता रहे हैं। 29-30 अगस्त से लेकर 7-8 सितंबर तक भारतीय फौज ने लद्दाख के कई हिस्सों में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को पीछे खदेड़ा है।


लद्दाख की घटना पर चीन ने जताई थी नाराजगी
ऐसी भी रिपोर्ट आई थी कि पैंगोंग में चीनी सेना के पीछे हटने पर जिनपिंग ने नाराजगी जताई थी। जबकि, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना ने भी संबंधित कमांडर पर गुस्सा दिखाया था। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि चीनी सेना पलटवार करने की कोशिश जरूर करेगी। हालांकि, पैंगोंग के दक्षिणी किनारे पर भारतीय सेना सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कई चोटियों पर काबिज है। ऐसे में चीन किसी दूसरे क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर सकता है।                 


मैदान में उतरते ही धोनी ने रचा इतिहास

धोनी ने मैदान पर वापसी करते ही रचा इतिहास, आईपीएल में यह कारनामा करने वाले पहले कप्तान बने।


पालूराम


नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का आगाज शनिवार को मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच टक्कर से हुआ।इस मैच में सबकी नज़रें टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर थीं, क्योंकि क्रिकेट की दुनिया का यह दिग्गज खिलाड़ी 437 दिन के बाद मैदान पर वापसी कर रहा था।धोनी ने क्रिकेट के मैदान पर वापसी के इस मौके को बेहद ही खास बना लिया और वह इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 100 मैचों में जीत दिलाने वाले कप्तान बन गए।
इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में धोनी अकेले ऐसे कप्तान हैं जिनकी अगुवाई में कोई टीम 100 मैच जीतने में कामयाब रही है।धोनी ने 161 मैचों में चेन्नई सुपर किंग्स की अगुवाई की है जिनमें से उन्हें 100 में जीत मिली है, जबकि 60 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है।सीएसके के कप्तान के तौर पर धोनी का विनिंग परसेंट 60 से ज्यादा का है और इस मामले में भी वह आईपीएल के दूसरे कप्तानों से आगे हैं।
100 कैच भी पूरे किए।
महेंद्र सिंह धोनी 13वें सीजन के पहले मैच में आईपीएल में 100 कैच लेने वाले खिलाड़ी भी बने। धोनी ने विकेट के पीछे दो कैच पकड़े।धोनी ने 100 में से 95 कैच विकेटकीपर के रूप में पकड़े हैं।इसके अलावा वह टी-20 क्रिकेट में 250 शिकार करने वाले पहले विकेटकीपर भी बन गए हैं।
437 दिन बाद हुई वापसी।
धोनी ने पिछले साल 9 जुलाई को इंग्लैंड में खेले गए वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था।इस मैच में भारत की हार के बाद धोनी ने क्रिकेट से ब्रेक ले लिया था।15 अगस्त को सभी को चौंकाते हुए धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।लेकिन 437 दिन के बाद आईपीएल के जरिए धोनी की मैदान पर वापसी हुई और फैंस को इस स्टार खिलाड़ी का जलवा दोबारा से देखने को मिला।               


चीन में फैला नपुसंक बनाने वाला बुखार

बीजिंग। साल 2020 में दुनिया को चैन और सुकून मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे। कभी आग, कभी कोरोना, कभी अंतरिक्ष से आई कोई आपदा। इस साल लोगों को चैन से बैठने का मौका ही नहीं मिल पा रहा। दुनिया में कोरोना फैलाने के कारण वैसे ही चीन की काफी बदनामी हुई। अब सितंबर महीने में चीन(China) में एक और बीमारी फैलने के हड़कंप मच गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में एक नया बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial Infection)लोगों में फ़ैल गया है, जिसकी वजह से वहां अभी तक 3 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो गए हैं। इतना ही नहीं, ये बीमारी हवा से फ़ैल रही है, इस कारण ये और भी ज्यादा घातक साबित हो सकती है। इससे संक्रमित इंसान को बुखार आ जाता है जिसे माल्टा बुखार का नाम दिया गया है। साथ ही इससे मर्दों में नपुंसकता आने का खतरा रहता है।             


उत्तराखंड सरकार ने जारी की नई गाइडलाइन

देहरादून- राज्य आने जाने वालों के लिए सरकार ने फिर जारी की नई गाइडलाइन, देखिए।


देहरादून। उत्तराखंड राज्य आने को लेकर बॉर्डर पर कोरोना टेस्ट कराए जाने को लेकर तरह-तरह के कन्फ्यूजन के बीच अब राज्य सरकार ने नई गाइडलाइन जारी कर दी है। अब उत्तराखंड की सीमा या उत्तराखंड आने वाले सभी लोगों को इस गाइडलाइंस के अनुसार कार्य करना होगा। कोविड-19 के दौरान आवाजाही के लिए उत्तराखंड आने वाले लोगों का स्मार्ट सिटी पोर्टल में रजिस्ट्रेशन मैंडेटरी है।इसके अलावा सभी बॉर्डर चेक पोस्ट में जिला प्रशासन थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था करेंगे साथ ही रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन में भी यह व्यवस्था होगी और सिनेमैटिक व्यक्ति को एंटीजन टेस्ट से गुजरना होगा और यदि एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए तो निर्धारित एस ओ पी का पालन करना होगा। इसके अलावा गाइडलाइन में व्यापार, परीक्षा, उद्योग और निजी कार्यों के लिए आने वाले लोग जो कि 1 सप्ताह के भीतर वापस जाने वाले हैं वह अपना कार्य कर सकते हैं।लेकिन उन्हें अपने स्वास्थ्य का लगातार ध्यान रखना होगा अगर किसी तरह के सिम्टम्स दिखाई देते हैं।तो तत्काल लोकल स्वास्थ्य विभाग को बताना होगा।उत्तराखंड। एक और घर की खुशियां बर्बाद कर गया गुलदार, कक्षा दो की मासूम को दी दर्दनाक मौत, गॉव में दहशत इसके अलावा प्रदेश में लंबे समय तक आने वाले लोगों के लिए होम क्वारंटाइन और संस्थागत क्वॉरेंटाइन के नियमों का पालन करना होगा। इसके अलावा उत्तराखंड आने वाले ऑफिशियल केंद्र सरकार के मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री, चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज, जिला जज, एडवोकेट जनरल और तमाम सरकारी अधिकारी कर्मचारी जो सरकारी काम के लिए आ रहे हैं। उन्हें क्वारंटाइन नहीं होना पड़ेगा। इसके अलावा उत्तराखंड के वह अधिकारी जो 5 दिन से ज्यादा अन्य राज्यों में गए हैं। या वहां रहे हैं। उन्हें कोविड-19 टेस्ट कराना अनिवार्य होगा।हालांकि उन्हें क्वॉरेंटाइन से छूट मिलेगी वही पर्यटकों के लिए भी गाइडलाइन जारी की गई है।जिसमें अब होटल में कम से कम 2 दिन का रिजर्वेशन कराना होगा ।इसके अलावा 96 घंटे पहले अपनी कोरोनावायरस नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट जो दिखाएगा उसे राज्य घूमने की पूरी छूट रहेगी।लेकिन ऐसा नहीं होगा तो बॉर्डर चेक पोस्ट पर एंटीजन टेस्ट करवाया जाएगा। अगर होटल पहुंचे तो होटल की तरफ से भी प्राइवेट लैब में टेस्ट कराने की फैसिलिटी उपलब्ध रहेगी। यानी उत्तराखंड आने वाले हर पर्यटक को हर हाल में कोविड 19 का टेस्ट कराना होगा. सरकार द्वारा जारी किए गए एडवाइजरी मे 65 साल से ज्यादा, प्रेगनेंट वूमेन और 10 साल के कम बच्चों को घर के अंदर ही रखा जाएगा।               


ट्रक-ऑटो की टक्कर में 4 की मौत, 9 घायल

अयोध्या।ट्रक और ऑटो की टक्कर में चार की मौत।नौ घायल।


अयोध्या। रौनाही थाने से लगभग डेढ़ किलोमीटर पहले फैजाबाद की तरफ सोहावल चौराहे के पास रविवार सुबह समय करीब 5 बजे  ट्रक और ऑटो में टक्कर हो गई। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति ने इलाज की दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। वहीं इस जोरदार टक्कर में नौ लोग घायल हो गए। इनमें दो लोगो की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें लखनऊ रेफर किया गया है। अन्य सात लोगों का इलाज जिला चिकित्सालय फैजाबाद में चल रहा है।
घायलों में दीपक, भगेलु, लक्ष्मण, रामपाल, धर्मपाल, राजकुमार, रामू, किचन्नू, संत कुमार निषाद शामिल हैं। जबकि हीरालाल, शिव कुमार, सोनू तथा एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने सभी घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।                     


पाकिस्तानी-बांग्लादेशी शब्द हटाने की मांग

सितारगंज । प्रमाणपत्रों से पूर्वी पाकिस्तानी और बांग्लादेशी शब्द हटाने की मांग उग्र।


सितारगंज। शक्तिफार्म में एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था द्वारा सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में बंगाली समुदाय के परिवारों को तहसील स्तर से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों में से पूर्वी पाकिस्तानी एवं बांग्लादेशी शब्द को सरकार से तत्काल हटवाने का शासनादेश जारी करवाने के लिए संस्था पदाधिकारियों ने 24वें दिन शक्तिफार्म सुभाष चौक में जनसंपर्क कर आम जनमानस को पंपलेट बांटकर जागरूक किया।
एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था द्वारा चोविसवें दिन शक्तिफार्म में पम्पलेट बांट लोगों को जागरूक किया जा रहा हैं। संस्था के अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू रतनफार्म संस्था प्रभारी विश्वजीत मिस्त्री ने संयुक्त रूप से कहा।की उत्तराखंड में बंगाली समुदाय के परिवारों को तहसील स्तर से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों में पूर्वी पाकिस्तान एवं पूर्वी बांग्लादेशी शब्द का कई वर्षों से प्रयोग किया जा रहा है। जबकि बंगाली समुदाय के लोगों ने स्वतंत्र भारत देश में जन्म लेकर भारतीय नागरिक होने के साथ साथ भारतीय संविधान में पूर्ण आस्था निष्ठा रखते हुऐ भारतीय संविधान का सम्पूर्ण पालन कर समाजहित व भारतहित में लगातार कार्य कर रहे हैं। तो फिर बंगाली समुदाय के लोग पूर्वी पाकिस्तानी एवं पूर्वी बांग्लादेशी कैसे हो गए।एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था कई वर्षों से बंगाली समुदाय को तहसील स्तर से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों में से पूर्वी पाकिस्तानी पूर्वी बांग्लादेशी शब्द हटाने के लिए उत्तराखंड सरकार से लगातार अनेक प्रकार से माँग करती आ रही है। लेकिन उत्तराखंड सरकार इस गंभीर विषय में अपनी गंभीरता नहीं दिखा रही है जबकि यह किसी भी प्रदेश सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। कि वह अपने प्रदेश के नागरिकों को स्वतंत्रता से जीने का अधिकार दें लेकिन उत्तराखंड सरकार के द्वारा भारतीय बंगाली समुदाय के लोगों के आवश्यक प्रमाण पत्रों में पूर्वी पाकिस्तानी पूर्वी बांग्लादेशी शब्द का प्रयोग कर सभी बंगाली समुदाय के लोगों को अपने आप पर कलंकित महसूस करा रही हैं।           


विश्व में संक्रमितो की संख्या हुईं 3.06 करोड़

वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामले 3.06 करोड़ से अधिक।


वाशिंगटन डीसी। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 3.06 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। जबकि इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 955,000 से अधिक हो गई हैं। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने रविवार को दी।विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि रविवार की सुबह तक कुल मामलों की संख्या 30,674,077 हो गई और इससे हुई मौतों की संख्या 955,440 तक पहुंच गई।
सीएसएसई के अनुसार अमेरिका दुनिया में सबसे अधिक संक्रमण के मामलों 6,764,780 और उससे हुई 199,258 मौतों के साथ सबसे खराब स्थिति वाला देश है। वहीं भारत वर्तमान में 5,308,014 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। जबकि देश में मरने वालों की संख्या 85,619 हो गई।सीएसएसई के आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के सबसे अधिक मामलों की ²ष्टि से अन्य शीर्ष 15 देशों में ब्राजील (4,528,240), रूस (1,092,915), पेरू (756,412), कोलम्बिया (750,471), मेक्सिको (694,121), दक्षिण अफ्रीका (659,656), स्पेन (640,040), अर्जेंटीना (622,934), फ्रांस (467,552), चिली (444,674), ईरान (419,043), ब्रिटेन (392,844), बांग्लादेश (347,372), सऊदी अरब (329,271) और इराक (315,597) हैं।वर्तमान में संक्रमण से हुई सबसे अधिक मौतों के मामले में ब्राजील 136,532 आंकड़ों के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं 10,000 से अधिक मौत वाले देश मेक्सिको (73,258), ब्रिटेन (41,848), इटली (35,668), फ्रांस (31,257), पेरू (31,283), स्पेन (30,495), ईरान (24,118), कोलम्बिया (23,665), रूस (19,128), दक्षिण अफ्रीका (15,940), अर्जेंटीना (12,799), चिली (12,254) और इक्वाडोर (11,084) हैं।             


दिल्ली से भिड़ेगी किंग्स इलेवन पंजाब

आईपीएल-13। दिल्ली कैपिटल्स से आज भिड़ेगी किंग्स इलेवन पंजाब।


दुबई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के पहले मैच में एक ओर जहां दो सबसे सफल टीमों का सामना हुआ तो वहीं दूसरे मैच में रविवार को दो ऐसी टीमें-दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब आमने-सामने होगी, जिनका आईपीएल में प्रदर्शन निरंतर और ज्यादा खास नहीं रहा है।
पहले 11 सीजनों में अच्छा न करने वाली दिल्ली की फ्रेंचाइजी ने 12वें सीजन में अपना नाम बदल कर दिल्ली डेयरडेविल्स से दिल्ली कैपिटल्स कर दिया था और पिछले साल यह टीम सफल भी रही थी।
वहीं पंजाब हमेशा से ऐसी टीम रही है। जो लीग की शुरुआत से पहले कागजों पर तो मजबूत दिखती है। लेकिन खिलाड़ी समय पड़ने पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं।
2019 में, सात साल के लंबे गैप के बाद दिल्ली ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी। लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) से हार गई थी। पिछले साल बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद दिल्ली ने कप्तान श्रेयस अय्यर, विकेटकीपर ऋषभ पंत और कगिसो रबाडा सहित अपनी कोर टीम को बनाए रखा है।टीम ने कुछ अंडर परफॉर्मर खिलाड़ी जैसे कोलिन मुनरो, कोलिन इनग्राम और क्रिस मौरिस को रिलीज कर दिया। इन लोगों के बदले में दिल्ली ने अपनी टीम में एलेक्स कैरी, जेसन रॉय को ला कर अपनी बल्लेबाजी को मजबूत किया। क्रिस वोक्स, मोहित शर्मा, ललित यादव, तुषार देशपांडे को भी टीम शामिल कर मजबूत किया है।फ्रेंचाइजी ने शिमरन हेटमायेर और मार्कस स्टोइनिस को भी महंगी प्राइस पर अपनी टीम में शामिल किया है। इन लोगों के अलावा, दिल्ली ने अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन को भी खरीदा है। दिल्ली के पास अक्षर पटेल, मार्कस स्टोइनिस और क्रिस वोक्स जैसे ऑलराउंडर हैं। तेज गेंदबाजी विभाग में रबाडा के अलावा ईशांत शर्मा, आवेश खान और हर्षल पटेल हैं।2019 में दिल्ली को सफलता शिखर धवन, पंत और श्रेयस की बल्लेबाजी के दम पर मिली थी। यह तीनों सबसे ज्यादा रन बनाने वाले शीर्ष-10 बल्लेबाजों में शामिल रहे थे। गेंदबाजों में रबाडा ने 12 मैचों में 25 विकेट लिए थे। टीम प्रबंधन उम्मीद करेगा कि यह सभी इस सीजन भी वैसा ही प्रदर्शन करें जैसा पिछले सीजन में किया था।दिल्ली ने अश्विन को अपने साथ जोड़ अपने स्पिन विभाग को मजबूत किया है। लेग स्पिनर अमित मिश्रा के साथ मिलकर अश्विन यूएई की धीमी और नीची रहने वाली पिचों पर बाकी टीमों के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
वहीं पंजाब के पास हमेशा से शीर्ष स्तर के खिलाड़ी रहे हैं।लेकिन एक या दो संस्करणों को पीछे छोड़ दें तो अभी तक के सभी संस्करणों में टीम अपनी लय खो बैठती है।
2008 में खेले गए लीग के पहले संस्करण में टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी और 2014 में उप-विजेता रही थी। और फाइनल में केकेआर से हार गई थी। किंग्स इलेवन पंजाब, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ तीसरी ऐसी टीम है जिसने अभी तक खिताब नहीं जीता है। इस बार ओपनर लोकेश राहुल टीम की कप्तानी कर रहे हैं।
पंजाब ने ग्लेन मैक्सवेल, शेल्डन कोटरेल, जेम्स नीशाम, दीपक हुड्डा, रवि बिश्नोई, क्रिस जॉर्डन और ईशान पोरेल पर भरोसा दिखाया है। किंग्स इलेवन के पास टॉप ऑर्डर में क्रिस गेल भी हैं और वह अकेले मैच का पासा पलट सकते हैं। गेल के प्रदर्शन में निरंतरता न रहना पंजाब के लिए समस्या हो सकती है। और अगर वह सीजन की शुरुआत में ही लय में आ जाते हैं तो वह किसी भी चुनौती को ध्वस्त कर सकते हैं।
काफी कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि गेल और राहुल की ओपनिंग जोड़ी किस तरह से खेलती है। वहीं अनुभवी मोहम्मद शमी तेज गेंदबाजी का नेतृत्व करेंगे। उनका साथ देने के लिए टीम में हर्डस विजोलेन और कॉटरेल भी होंगे। स्पिन अटैक में बिश्नोई, मुजीब उर रहमान और मुरुगन अश्विन टीम के पास हैं।
जहां तक सपोर्ट स्टाफ की बात है तो वहां भी टीम के पास अनिल कुंबले के रूप में मुख्य कोच, जोंटी रोड्स जैसा फील्डिंग कोच, वसीम जाफर बतौर बल्लेबाजी कोच, सुनील जोशी बतौर स्पिन गेंदबाजी कोच के तौर पर हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब – लोकेश राहुल (कप्तान), करुण नायर, मोहम्मद शमी, निकोलस पूरन, मुजीब उर रहमान, क्रिस गेल, मनदीप सिंह, मयंक अग्रवाल, हर्डस विजोलेन, दर्शन नालकंडे, सरफराज खान, अर्शदीप सिंह, हरप्रीत ब्ररार, मुरुगन अश्विन, के. गौतम, जे सुचीथ, ग्लेन मैक्सवेल, शेल्टन कॉटरेल, दीपक हुड्डा, ईशान पोरेल, रवि बिश्नोई, जेम्स नीशाम, क्रिस जॉर्डन, तेजिंदर ढिल्लन, प्रभसिमरन सिंह।
दिल्ली कैपिटल्स – श्रेयस अय्यर (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, एलेक्स कैरी, जेसन रॉय, पृथ्वी शॉ, ऋषभ। पंत (विकेटकीपर), शिखर धवन, शिमरन हेटमायेर, अक्षर पटेल, क्रिस वोक्स, ललित यादव, मार्कस स्टोइनिस, कीमो पॉल।मार्कस स्टोइनिस, कीमो पॉल, अमित मिश्रा, आवेश खान, हर्षल पटेल, ईशांत शर्मा, कागिसो रबाडा, मोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, संदीप लामिछाने, तुषार देशपांडे।             


'पूर्व प्रधानमंत्री' देवगोड़ा ने ग्रहण की सदस्यता

पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने राज्यसभा सदस्य के रूप में ली शपथ।


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने रविवार को राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। देवगौड़ा ने राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू की उपस्थिति में कन्नड भाषा में शपथ ली। 87 साल के देवगौड़ा कांग्रेस के समर्थन से 12 जून को कर्नाटक से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए थे।तबीयत खराब होने की वजह से देवगौड़ा 22 जुलाई को शपथ नहीं ले पाए थे। उसी दिन 61 निर्वाचित सदस्यों में से 45 सदस्यों ने राज्यसभा की सदस्यता के लिए शपथ ली थी। देवगौड़ा दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। इससे पहले 24 साल पहले वो राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं।
उस समय वो जून 1996 से अप्रैल 1997 तक देश के प्रधानमंत्री थे। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य। न्यायधीश रंजन गोगोई। कांग्रेस नेता अंबिका सोनी और समाजवादी पार्टी के रेवती रमण सिंह ने सभा से अनुपस्थित रहने की इजाजत मांगी है।इससे पहले स्वास्थ्य कारणों से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी सदन से अनुपस्थित रहने की अनुमति मांगी थी।               


देश में सबसे बड़ी फिल्म बनाने की घोषणा

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने मुख्यमंत्री योगी से की देश में सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाने की घोषणा करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शनिवार से ही बड़ी संख्या में बधाई मिल रही है। प्रख्यात फिल्म निर्माता।निर्देशक मधुर भंडारकर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रविवार को उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। कई बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले मधुर भंडारकर की योगी  आदित्यनाथ से फिल्म सिटी को लेकर भी चर्चा हुई।
प्रदेश में फिल्म सिटी निर्माण को लेकर भंडारकर ने मुख्यमंत्री से भेंट के दौरान कई अहम चर्चा की। इसके बाद योगी ने मधुर भंडारकर को अयोध्या के राम मंदिर के प्रसाद के तौर पर सिक्का, रामचरित मानस तुलसी माला और भव्य दिव्य कुम्भ की कॉफी टेबल बुक भेंट की।               


राज्यसभाः कृषि विधेयक का विरोध, नारेबाजी

राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, कृषि विधेयक पर विरोध और नारेबाजी।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कृषि से जुड़े विधेयकों पर रविवार को राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। नारेबाजी करते विपक्षी दलों के सांसद उपसभापति के आसन तक पहुंच गए। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर उस वक्त विपक्ष के सवालों का जबाव दे रहे थे। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित रही।
इससे पहले उच्च सदन में केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा चर्चा के लिए लाए गए दो अहम विधेयक, कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 पर विपक्षी दलों के सांसदों ने पुरजोर विरोध करते हुए दोनों विधेयकों को किसानों के हितों के खिलाफ और कॉरपोरेट को फायदा दिलाने की दिशा में उठाया गया कदम करार दिया। दोनों विधेयकों को लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी है।                     


लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...