बुधवार, 16 सितंबर 2020

व्यापारी को घायल करके 50 हजार की लूट

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हथियारबंद बदमाशों ने व्यापारी को घायल कर 50 हजार लूटे, हुए फरार


हापुड़। बुद्ववार बाईकसवार बदमाशों ने व्यापारी पिता पुत्र को घायल कर हथियारों के बल पर 50 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। घटना को लेकर व्यापारियों ने पुलिस चौकी पर हंगामा किया।


जानकारी के अनुसार गढ़ नगर के सब्जी व्यापारी अनिल बंसल की नई मंड़ी गढ़ में आढ़त हैं। वे आज तड़के अपने पुत्र शंशाक के साथ बाईक पर सवार होकर मंड़ी जा रहे थे। गढ़ फ्लाईओवर के नीचे बाईकसवार तीन बदमाशों ने तंमचों के बल पर फायरिंग करते हुए व्यापारी अनिल से 48 हजार 200 रुपये से भरा थैला लूटनें लगें। व्यापारी द्वारा विरोध करनें पर बदमाशों ने मारपीट कर घायल कर फायरिंग करते हुए फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही सब्जी आढ़ती मौके पर पहुंचे और घायल व्यापारी कौ लेकर पुलिस चौकी पहुंच हंगामा किया। बाद में पुलिस ने तहरीर लेकर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। दिनदहाड़े हुई लूट से व्यापारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हैं।                  


प्राधिकरण ने की अवैध निर्माण पर कार्रवाई

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


पिलखुआ विकास प्राधिकरण ने की अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण और सीलिंग की कार्यवाही


हापुड़। पिलखुआ विकास प्राधिकरण ने पिलखुआ में अवैध निर्माण और अवैध फ्लोटिंग पर वशीकरण और सीलिंग की कार्रवाई की जिससे अवैध प्लाटिंग और अवैध निर्माण करने वालों पर हड़कंप मच गया। आपको बता दें हापुड़ पिलखवा विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध निर्माण और अवैध प्लाटिंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में प्राधिकरण के अधिकारी नायब तहसीलदार धौलाना और पिलखवा पुलिस बल ने साथ में मिलकर अवैध निर्माण करने वालों पर कार्रवाई की इस कार्रवाई में नया गांव, गांव सिखेड़ा रोड, सिखेड़ा रोड फार्म हाउस के पीछे,मारगपूर रोड, जिंदल एन्क्लेब फेज द्वितीय, आर्यन इंस्टीट्यूट के निकट अवैध प्लाटिंग का ध्वस्तीकरण किया गया। इसके साथ ही पिलखुआ-धौलाना रोड पर ग्राम खेड़ा पर अवैध रूप से निर्माणधीन 6 दुकानों के विरूद्ध सीलिंग की कार्यवाही की गई।प्राधिकरण के अधिकारियों ने अवैध निर्माणकर्ताओं को चेतावनी दी की अवैध निर्माण करने वाले प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराएं। अन्यथा प्राधिकरण द्वारा ध्वस्तीकरण और सीलिंग की कार्यवाही की जाएगी |             


हापुड़ः 3 शातिर वाहन चोर किए गिरफ्तार

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


तीन शातिर वाहन चोरों को किया गिरफ्तार


हापुड़। थाना हापुड़ नगर पुलिस द्वारा चैकिंग के दौरान तीन शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से तथा निशानदेही पर पांच संदिग्ध मोटरसाइकिल, एक स्कूटी बिना नंबर,तीन मोटरसाइकिल के कटे हुए चेचिस, अन्य पार्ट्स एवं अवैध चाकू बरामद किया गया। थाना हापुड़ निरीक्षक सुबोध कुमार सक्सेना ने जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्राधिकारी नगर के निर्देशानुसार प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हापुड़ नगर के नेतृत्व में संदिग्ध व्यक्ति/वाहन व तलाश वांछित अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाए जा रहे हैं चैकिंग अभियान के दौरान उप निरीक्षक सरवन गौतम चौकी सिकन्दरगेट व उप निरीक्षक संदीप कुमार चौकी प्रभारी जदीद के द्वारा दौराने
चैकिंग द्वार तीन जवान उम्र के लड़के चोरी की अपाचे मोटरसाइकिल पर सवार होकर किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के लिए जा रहे थे। शक होने पर लड़कों को रोकने का प्रयास किया गया तो तीनों सवार अपनी बाइक को पीछे मोड़कर भागने का प्रयास करने लगे तभी पुलिस टीम द्वारा आवश्यक बल का प्रयोग करके घेर घोंटकर  तीनों मोटरसाइकिल सवार लड़कों को पकड़ लिया गया। सख्ती से पुलिसया पूछताछ में उक्त आरोपियों ने अपना नाम व पता नाजिम उर्फ लड्डू पुत्र आजाद मेवाती निवासी मोहल्ला मजीद पुरा थाना हापुड़ नगर जिला हापुड़,साहिल उर्फ गुड्डू पुत्र शाहिद। निवासी मोहल्ला ईदगाह कॉलोनी थाना हापुड़ नगर जिला हापुड़,अमजद पुत्र जान मोहम्मद निवासी मोहल्ला मजीद पुरा थाना हापुड़ नगर जिला हापुड़ बताया।
आरोपी अमजद नाजिम उर्फ लड्डू ने बताया कि कुछ मोटरसाइकिल को हमने मिलकर भीड़भाड़ वाले स्थानों से चोरी करके अपने-अपने घरों में काटने के लिए खड़ी कर रखी है।                 


'भाकियू लोक शक्ति' का हल्ला बोल कार्यक्रम

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


जिले में तीन टोल, भाकियू लोक शक्ति ने किया हल्ला बोल टोल कार्यालय का किया घेरा


हापुड़। छोटे जिले में तीन टोल होना और उसके बाद भी उत्पीडन और हठधर्मी पर भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के पदाधिकारियों ने गढ़मुक्तेश्वर स्थित अल्लाहबख्सपुर टोल प्लाजा पर पहुंच टोल मैनेजर के दफ्तर का घेराव किया। भाकियू नेताओं के तेवर देख टोल मैनेजर देश पांडेय दफ्तर के बाहर निकले और भाकियू नेताओं से ओन रोड वार्ता की।
भाकियू लोक शक्ति के हापुड जिलाध्यक्ष राकेश त्यागी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता टोल प्लाजा पर पहुंचे और टोल मैनेजर के कार्यालय का घेराव किया।राकेश त्यागी ने कहा कि टोल पर लोकल और शव वाहनों से भी अवैध वसूली की जाती है और यहां तक की अनेक बार टोल कर्मियों द्वारा वाहन चालकों से बदसलूखी करते हैं ऐसा क्यों। वहीं मेरठ मंडल प्रभारी अतुल त्यागी ने टोल मैनेजर देश पाण्डेय से पूछा कि लोकल का क्या मापदंड है और निकटवर्ती गांव के किसान जब अपने खेतों पर कार्य हेतू जायेंगे तो कितना बार दिन में टोल भरेंगे।
जिसके जबाब मे टोल मैनेजर देश पांडेय ने भाकियू नेताओं से वार्ता करते हुए बताया कि अब लोकल केवल टोल से एक किलोमीटर एक तरफ एक किलोमीटर दूसरी तरफ यानि दो किलोमीटर है। लेकिन 265 रुपये का प्रतिमाह लोकल पास है।


वहीं शव यात्रा वाले वाहनों से कभी टोल


टैक्स नहीं वसूला जाएगा अगर ऐसा है तो सभी कर्मचारियों को इस बात से अवगत कराया जायेगा ताकि ऐसा न हो। इस अवसर पर मंडल सचिव जयवीर गुर्जर, तहसील अध्यक्ष यूसुफ खान, तहसील संयोजक मा. हरिओम वर्मा, माहिर खान, नीटू खेड़ा, शीशराम प्रधान जी, सुखपाल  तोमर, सलाउद्दीन सैफी, अमित यादव, राजेन्द्र शर्मा, पप्पू, सिराजुद्दीन, बिजेंद्र, मुसाजिद,आदि मौजूद रहे।               


पेरेंट्स एसोसिएशन ने शव यात्रा निकाली

पेरेंट्स एसोसिएशन ने निकाला संकेतात्मक शव यात्रा सैकड़ो की संख्या में अभिभावक हुए शामिल। 


कोरबा। लॉकडाउन में फीस वसूली में निजी स्कूलों की मनमानी एवं आर्थिक शोषण के खिलाफ अपना आक्रोश जाहिर करते हुए। पालकों ने आज पूर्व घोषणा अनुसार संकेतात्मक शव यात्रा निकाली। सुनालिया चौक से रेलवे क्रासिंग उषा काम्प्लेक्स तक निकली शव यात्रा में व्यवस्था से नाराज पालक कोविड-19 के नियमों का पालन कर मास्क लगा कर शामिल हुए।
कोरबा पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नूतन सिंह ठाकुर ने बताया कि पिछले दिनों एसोसिएशन के आह्वान पर आयोजित अभिभावकों का एक दिवसीय ऑनलाइन क्लास बहिष्कार आंदोलन पूर्णत। सफल रहा। एक तरफ कोरोना संकट के कारण आर्थिक कठिनाइयां झेल रहे माता-पिता है जो फीस वसूली के लिए निजी स्कूलों की जोर जबरदस्ती एवं धमकियों से नाराज हैं। वहीं दूसरी ओर हजारों की संख्या में वे पालक भी है जो शासन के गाइडलाइन के विपरीत मनमानी ट्यूशन फीस थोपे जाने से आक्रोशित हैं। इस पूरे मामले में जिला शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणाली विवादों के घेरे में है। पालकों के साथ मिलकर ट्यूशन फीस तय करने के लिए शिक्षा विभाग ने 2016 में गाइडलाइन जारी किया था। लेकिन कोरबा के अधिकांश स्कूल तय मापदंडों के विपरीत अपने स्कूल की फीस का अनुमोदन शासन से नहीं कराए हैं। 10 के बदले 12 महीनों का फीस वसूल गया जिसकी वापसी के अब कई पालक स्कूलों से मांग कर रहे हैं। शहर के प्रमुख सीबीएसई स्कूलों में 80% से 90% लोगों ने ऑनलाइन कक्षाओं का बहिष्कार कर अपना आक्रोश जाहिर किया था।
नूतन सिंह ने कहा है। कि निजी स्कूलों के खिलाफ जारी पालकों के आंदोलन के बीच निजी स्कूल संघ कोरबा में पालको को राहत देते हुए ।ट्यूशन फीस में 30% छूट देने का ऐलान किया है। सीजी बोर्ड से संबंधित स्कूल संचालकों के इस निर्णय कोरबा पैरंट्स एसोसिएशन ने स्वागत किया है। सीबीएसई स्कूलों से भी मांग है ।कि वे अपनी हठधर्मिता एवं ।शोषण पर विराम लगाकर पालकों को राहत पहुंचाने के लिए कदम उठाएं।               


544 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण- भूमिपूजन

शिवराज का आरोप:कमलनाथ ने छतरपुर मेडिकल कॉलेज निरस्त किया, जल्द शुरू कराएंगे निर्माण कार्य।


बड़ामलहरा क्षेत्र में 544 करोड़ रुपए की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण


बड़ामलहरा। सीएम ने कहा- 18 सितंबर को 20 लाख किसानों के खातों में फसल बीमा की 4600 करोड़ की राशि डाली जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ामलहरा क्षेत्र में 544 करोड़ रुपए की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। उन्होंने 394 करोड़ रुपए की काठन सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन भी किया। इस परियोजना से 74 गांव के 15 हजार हेक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में स्वीकृत मेडिकल काॅलेज को कमलनाथ ने निरस्त कराया है, पर वे जल्द निर्माण शुरू कराएंगे।
सीएम ने कहा है कि जिन किसानों की फसलें खराब हुई हैं, उनका सर्वे करके राहत राशि दी जाएगी। केन बेतवा लिंक परियोजना को स्वीकृत कर छतरपुर जिले के प्रत्येक खेत तक पानी पहुंचाया जाएगा। क्षेत्र में विकास के जो कार्य ठप हो गए थे, उन्हें पुनः प्रारंभ किया जाएगा।
स्थानीय उद्योगों, जिले की हीरा की खदान में 75 प्रतिशत नौकरियां बुंदेलखंड के युवाओं को मिलेंगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 2018 में छतरपुर में मेडिकल कॉलेज की सौगात दी। इसके लिए बजट स्वीकृत किया था, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने साठगांठ करके इसे निरस्त कर दिया था। पर अब छतरपुर वासियों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे, मेडिकल कॉलेज का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।
18 सितंबर को 20 लाख किसानों के खातों में फसल बीमा की 4600 करोड़ की राशि डाली जाएगी: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के साथ अब न्याय होगा। 18 सितंबर को 20 लाख किसानों के खातों में फसल बीमा की 4600 करोड़ की राशि डाली जाएगी। वहीं 16 सितंबर को प्रदेश के 37 लाख लोगों को 1 रुपए प्रति किलो की दर से गेहूं मिलना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्शीर्वाद से छतरपुर जिले के 88 हजार 773 गरीबों को सस्ता खाद्यान्न मिलना शुरू हो जाएगा। जल-जीवन मिशन के तहत प्रत्येक गांव को टोंटी वाले नल का पानी मिलेगा।
पर्यटक स्थल की सूची में शामिल होगा भीमकुंड।
मुख्यमंत्री चौहान ने मंच से कहा कि लिधौरा में सर्वसुविधायुक्त स्टेडियम बनाया जाएगा। यहां के हाईस्कूल का उन्नयन होगा। घुवारा में अगले सत्र से डिग्री कॉलेज शुरू होगा। वहीं क्षेत्र के भीमकुंड को विकसित कर पर्यटन स्थल की सूची में शामिल किया जाएगा। इसके साथ बड़ामलहरा के अस्पताल का 100 बिस्तर वाले अस्पताल में उन्नयन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री और उमा भारती ने एक दूसरे की जमकर की प्रशंसा
कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दूसरे की जमकर प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को मॉडल प्रदेश बनाने में दीदी उमाजी की महती भूमिका रहेगी। मैं जो भी काम करता हू उमा दीदी से पूछ कर ही करता हू।
उनके आशीर्वाद से ही मेरी सरकार चलेगी। वहीं उमा भारती ने कहा कि शिवराज सिंह में गंभीरता, परिपक्वता, सहनशीलता और शालीनता हैै। जितने अच्छे तरीके से वह सरकार चला रहे हैं, उतने अच्छे से मैं भी नहीं चला पाती। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह एक गृहस्थ संत की तरह लोगों की सेवा कर रहे हैं।
आत्मनिर्भर देश बनाने मेें मध्यप्रदेश एक मॉडल स्टेट के रूप में कार्य करेगा। यहां सारे संसाधन उपलब्ध हैं। परिश्रम करने वाले लोग हैं। प्राकृतिक संपदा है। अब विकास के मामले में बुंदेलखंड पीछे नहीं रहेगा। बांध के बन जाने से सिंचाई परियोजना के पूर्ण होने पर बुंदेलखंड की गरीबी और भुखमरी दूर होगी। सभा का संचालन आकाशवाणी के उद्घोषक राकेश खरे ने और आभार प्रदर्शन भाजपा नेता जयराम चतुर्वेदी ने किया।
काठन परियोजना से खुलेंगे विकास के नए रास्ते।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने क्षेत्र के विकास का जो संकल्प लिया है उसे राज्य सरकार पूरा करेगी। आज 394 करोड़ की काठन वृृहद सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन हुआ है। इससे विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि विकास के मामले में यह क्षेत्र अब पीछे नहीं रहेगा। 2003 के बाद इस क्षेत्र के विकास के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। डाकू समस्या का उन्मूलन हुआ है। क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग द्वारा सभी आवश्यक निर्माण कार्य कराए जाएंगे।
खराब फसल हाथ में लेकर किसानों ने किया प्रदर्शन : जैसे ही मंच पर मुख्यमंत्री का भाषण शुरू हुआ, सामने पांडाल में कुछ किसान हाथों में खराब फसलें लेकर हो हल्ला करने लगे। किसान खराब हुई फसलों का सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। इस पर मुख्यमंत्री ने मंच से ही कलेक्टर को खराब फसलों का जल्द सर्वे करवा कर मुआवजा की सूची भेजने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री और नेताओं काे जवाब देते रहे कलेक्टर : पूरी सभा के दौरान मंच पर कलेक्टर शीलेंद्र सिंह एक फाइल लिए खड़े रहे। कभी वह मुख्यमंत्री के बुलाने पर उनके सवालों के जवाब देते, कभी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के पास जाकर तो कभी मंत्री गोपाल भार्गव के पास जाकर उनके सवालों के जवाब देते रहे।
घुवारा में कृषि कॉलेज खोलने की मांग : खाद्य निगम अध्यक्ष प्रद्युम्न सिंह ने मंच से घुवारा में कृषि कॉलेज खोलने की मांग की। लिधौरा, घुवारा और बकस्वाहा में स्टेडियम बनाए जाने की मांग की। रामटौरिया पंचायत को उन्नयन कर नगर परिषद बनाए जाने के साथ बड़ामलहरा को जिला बनाए जाने की मांग रखी।
हंगामा कर रहे ओबीसी नेता गिरफ्तार : इसके बाद पिछड़ा वर्ग महा सभा के करीब एक दर्जन से अधिक युवक हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी करने लगे। यह युवा सरकारी नौकरियों में एवं योजनाओं में आरक्षण की मांग कर रहे थे। पुलिस ने हंगामा कर रहे 3-4 युवाओं को गिरफ्तार कर लिया।                   


ऐतिहासिक समझौताः 6 अरब देश और जुड़ेंगे

ऐतिहासिक समझौता: इजराइल यूएई और बहरीन के बीच कूटनीतिक संबंध शुरू करने का समझौता; ट्रम्प ने कहा- पांच या छह अरब देश और जुड़ेंगे।


इजराइल/यूएई/बहरीन। समझौते के तहत अब तीनों देश एक-दूसरे के देश में दूतावास खोलेंगे। अमेरिका ने इस समझौते में सबसे अहम भूमिका निभाई है। इजराइल ने दो खाड़ी देशों यूएई और बहरीन के साथ ऐतिहासिक समझौता किया है। मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मौजूदगी में इस पर दस्तखत किए गए। व्हाइट हाउस में यह कार्यक्रम हुआ। दोनों अरब देशों के साथ अब इजराइल के औपचारिक कूटनीतिक रिश्ते शुरू होंगे। अमेरिका ने इस समझौते में सबसे अहम भूमिका निभाई है। समझौते के बाद ट्रम्प ने कहा- यह एक नई और बेहतरीन शुरुआत है। बहुत जल्द पांच या छह अरब देश भी इसी तरह के समझौते करेंगे। माना जा रहा है कि ट्रम्प का इशारा सऊदी अरब और ओमान की तरफ था।
मिडल-ईस्ट में नई शुरुआत
अरब देशों और इजराइल के संबंध कई दशकों तक बेहद खराब रहे। दोनों पक्ष एक दूसरे को खतरा मानते रहे। कूटनीतिक तौर पर भी दुश्मन देश का दर्जा दिया गया। अब ट्रम्प की कोशिशें रंग लाईं हैं। पिछले महीने इजराइल और यूएई के बीच शांति समझौता हुआ था। अब इसमें बहरीन भी जुड़ गया है। मंगलवार को हुए समझौते का सबसे खास पहलू है, तीनों देशों के बीच डिप्लोमैटिक मिशन की शुरुआत। आसान भाषा में कहें तो बहरीन और यूएई अब इजराइल के साथ कूटनीतिक संबंधों की शुरुआत करेंगे।
समझौते के क्या मायने
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अगले महीने तक एक फ्रेमवर्क तैयार होगा। इसके साथ ही तीनों देश एम्बेसेडर और बाकी स्टाफ का नाम तय कर लेंगे। फिर यह लिस्ट एक दूसरे को भेजी जाएगी। विदेश मंत्रालय की मंजूरी के बाद कामकाज शुरू होगा। दो चीजों को लेकर अरब देश बेहद उत्साहित हैं। पहला- कारोबार और दूसरा- डिफेंस। अमेरिका मध्यस्थ की भूमिका में होगा। तीनों देश एक दूसरे के यहां कारोबार कर सकेंगे। इजराइल को बाजार की जरूरत है और मिडिल ईस्ट के इन दो देशों को तकनीक की। यानी सौदा दोनों के लिए फायदे का ही होगा।
ट्रम्प का इशारा
समझौते के बाद ट्रम्प ने एक बड़ा संकेत दिया। डिप्लोमैटिक वर्ल्ड में इसके खास मायने हैं। ट्रम्प ने कहा- इंतजार कीजिए। जल्द ही पांच या छह अरब देश और इजराइल के साथ इस तरह के करार करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका अब सऊदी अरब और ओमान के संपर्क में है। जल्द ही ये दोनों देश भी इजराइल के साथ कूटनीतिक रिश्ते शुरू कर सकते हैं। ऐसे में मुस्लिम देश दो हिस्सों में बंट सकते हैं। तुर्की और पाकिस्तान इस समझौते के खिलाफ हैं।          


संडे हो या मंडे जान ले कोलेस्ट्रॉल का गणित

संडे हो या मंडे कितने खाएं अंडे, जानें क्या है अंडे में कोलेस्ट्रॉल का गणित।


सर्दी हो या गर्मी अंडे हर मौसम में स्वादिष्ट और पोषण का भंडार होते हैं। गरमा-गरम उबले हुए अंडे या उनसे बनी तरह-तरह की डिशेज का लुत्फ उठाना हर कोई चाहता है।अंडा हर मौसम में दैनिक जीवन का आहार है, लेकिन अक्सर यह सवाल होता है कि कितने अंडे हमारी सेहत के लिए सही हैं। दरअसल, अंडे को धरती पर दुनिया के सबसे ज्यादा पोषक तत्वों वाले आहार के रूप में गिना जाता है, लेकिन इसके पीले हिस्से में मौजूद कोलेस्ट्रॉल की वजह से यह थोड़ा बदनाम है। हालांकि, कोलेस्ट्रॉल के मामले में सब कुछ कह देना इतना आसान नहीं है। क्योंकि हम भोजन के जरिये जितना कोलेस्ट्रॉल लेते हैं. हमारा शरीर उतना ही कम कोलेस्ट्रॉल उत्पन्न करता है। इसलिए यदि आप थोड़े बहुत अंडे खाते हैं तो आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नहीं बढ़ेगी।
विभिन्न प्रकार के अध्ययनों में शरीर में मौजूद ऊंचे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को हार्ट की बीमारी और असमय मौत से जोड़ा गया है। लेकिन यह भी हकीकत है कि कोलेस्ट्रॉल हर एक कोशिका के विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और हमारे शरीर की बुनियाद के लिए यह जरूरी भी है।इसके अलावा शरीर में स्टेरॉयड हार्मोन्स जैसे टेस्टेस्टरॉन एस्ट्रोजन और कॉर्टिसोल के निर्माण के लिए इसका उपयोग होता है। इसकी उपयोगिता और महत्व को ध्यान में रखते हुए हमारा शरीर इसकी पर्याप्त आपूर्ति भी सुनिश्चित करता है। जब आप कोलेस्ट्रॉल से भरपूर खाना खाते हैं तो आपका लिवर कम मात्रा में कोलेस्ट्रॉल उत्पन्न करता है, ताकि इसका स्तर शरीर में बहुत ज्यादा न हो जाए।
अमेरिका के कृषि विभाग (यूएसडीए) के अनुसार, एक बड़े अंडे में लगभग 72 कैलोरी होती हैं। एक बड़े अंडे का वजन 50 ग्राम (जी) होता है।कैलोरी की संख्या अंडे के आकार पर निर्भर करती है। आकार के अनुसार छोटा अंडा (38 ग्राम): 54 कैलोरी, मध्यम अंडा (44 ग्राम): 63 कैलोरी, बड़ा अंडा (50 ग्राम): 72 कैलोरी, अतिरिक्त-बड़ा अंडा (56 ग्राम): 80 कैलोरी और जंबो एग (63 ग्राम): 90 कैलोरी का होता है।
वैसे लिवर यह कोशिश करता है कि कोलेस्ट्रॉल का स्तर सही बना रहे, लेकिन यदि हम भोजन में कोलेस्ट्रॉल का ज्यादा सेवन कर लेते हैं तो कोलेस्ट्रॉल हमें तकलीफ देने लगता है, इसलिए स्वाभाविक है हमें यह अनुमान लेना चाहिए कि हम हमारे शरीर में इसकी मात्रा बढ़ा रहे हैं।
आम तौर पर एक मध्यम आकार के अंडे में 186 एमजी कोलेस्ट्रॉल होता है, जोकि हमारी रोजाना जरूरत का 62 फ़ीसदी है। अंडे के सफेद हिस्से में ज्यादातर प्रोटीन है और कोलेस्ट्रोल की मात्रा बहुत ही कम है। कुछ अध्ययनों में अंडे खाने पर कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढऩे के बारे में पाया गया कि 70 फ़ीसदी लोगों का एचडीएल लगातार बढ़ा एचडीएल शरीर के लिए अच्छा कोलेस्ट्रॉल है। कुछ लोगों शरीर में एलडीएल बढ़ा जोकि बुरा कोलेस्ट्रॉल है।
प्रत्येक व्यक्ति की शारीरिक स्थिति पर कोलेस्ट्रॉल का प्रभाव अलग अलग होता है। कुछ अध्ययनों में अंडे खाने पर बढ़े कोलेस्ट्रॉल का हृदय रोगों से सीधा संबंध बताया गया है, जबकि कुछ अध्ययनों में यह स्थिति नहीं देखी गई है।लगभग सभी अध्ययनों का सार यह है कि एक बार में 3 अंडे स्वस्थ शरीर के लिए ठीक हैं। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि सभी अंडे एक जैसे नहीं होते लेकिन 3 अंडों की खुराक को लगभग सभी लोगों के लिए काफी बताया गया है।शरीर की अवस्था और कोलेस्ट्रॉल के गणित को ध्यान में रख कर कोई भी व्यक्ति अपनी सेहत के लिए कितने अंडे खाने हैं, यह तय कर सकता है।               


ईयर फोन का ज्यादा इस्तेमाल बनाएं बीमार

सावधानः ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल बना सकता है बीमार, बरतें ये सावधानियां।


आज कल युवाओं में ईयरफोन का चलन ज्यादा बढऩे लगा है।फिर चाहें सड़क पर चलते युवा हों या किसी बस, मेट्रो ट्रेन में बैठे लोग उनके कानों में ईयरफोन लगा जरूर दिख जाएगा।मगर क्या आप जानते हैं कि ईयरफोन लगाना और तेज आवाज में गाना सुनना आपके कानों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक इसके ज्यादा इस्तेमाल से कानों में दर्द और सुनने में परेशानी जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में ईयरफोन का इस्तेमाल करने वालों को इससे जुड़े इन प्रभावों की जानकारी जरूर होनी चाहिए। साथ ही आप इससे बचाव के कुछ तरीके अपना कर भी खुद को इसके दुष्प्रभाव से बचा सकते हैं। मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव
कई घंटों तक हेडफोन और ईयरफोन का इस्तेमाल करने से न सिर्फ कानों को नुकसान पहुंच सकता है, बल्कि इससे मस्तिष्क पर भी नकारात्मक असर पड़ता सकता है। इसकी वजह यह है कि ईयरफोन से निकलने वाली चुंबकीय तरंगे मस्तिष्क की कोशिकाओं पर बुरा असर डालती हैं।ऐसे में ज्यादा देर तक ईयरफोन का इस्तेमाल करने से सिर में दर्द, नींद न आने की समस्या, कानों में दर्द और गर्दन के किसी हिस्से में दर्द जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ईयरफोन में आने वाली सूक्ष्म ध्वनि भी स्पष्ट और तेज सुनाई देती है। अगर आप इसका इस्तेमाल करना ही चाहते हैं तो इसे कम से कम आवाज पर रखें। साफ-सफाई का रखें ध्यान
आज जिस ईयरफोन का इस्तेमाल कर रहे होते हैं, उस पर बैक्टीरिया पनपने का खतरा भी रहता है और जब आप अपने कान में इसे लगाते हैं, तो इन बैक्टीरिया की वजह से कान में संक्रमण होने की आशंका भी बढ़ जाती है।ऐसे में अपने ईयरफोन की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।


शेयर न करें ईयरफोन


कई बार दोस्तों में ईयरफोन को भी शेयर कर लिया जाता है, मगर आपको इससे बचना चाहिए।क्योंकि इससे किसी अन्य का संक्रमण आपके कानों तक पहुंच कर आपको भी नुकसान पहुंचा सकता है।
कानों से कम सुनाई देना
अगर आप ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपके कानों की सुनने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है।सामान्य तौर पर कानों की सुनने की क्षमता 90 डेसिबल होती है, जो लगातार सुनने से धीरे-धीरे 40 से 50 डेसिबल तक कम हो जाती है। वहीं कुछ मामलों में यह बहरेपन का कारण भी बन सकता है।
ज्यादा देर न करें इस्तेमाल
अगर आप संगीत सुनने का शौक रखते हैं और रोजाना संगीत सुनने के लिए ईयर फोन का इस्तेमाल करते हैं, 2 घंटे से अधिक समय तक अपने कानों में ईयरफोन न लगाएं।बीच बीच में कानों को आराम दें।वरना लगातार ईयरफोन लगाने की वजह से आपके कानों को क्षति पहुंच सकती है।
बचाव का तरीका
अगर आप सड़क पर चल रहे हैं या वाहन चला रहे हैं तो ईयरफोन के इस्तेमाल से बचें।इससे आप और अन्य लोग भी प्रभावित हो सकते हैं।
अगर आपको अपने काम की वजह से लगातार कई घंटों तक ईयरफोन का इस्तेमाल करना पड़ता है, तो एक घंटे के दौरान कई बार 5-10 मिनट का ब्रेक जरूर लें। इससे कानों को आराम मिलेगा, साथ ही इसके अलावा अच्छी क्वालिटी के ईयरफोन का ही इस्तेमाल करें।
ईयर फोन लगाने से मल्टीपल फ्रिक्वैंसेस की टोन कान के पर्दे से टकराती हैं और टकराने के बाद वापस भी आ जाती हैं।ऐसे में कई सारी आवाजें कान के अंदर घूमती रहती हैं।इससे कानों की नसें कमजोर हो सकती हैं।             


पंचायत चुनाव का बिगुल बजने से खलबली

पंचायती चुनाव के बिगुल बजने से पहले हुई हलचल शुरू, ग्रामीण पंचायतों के दबंग महारथियों के चेहरों पर छायीं चिंता की लकीरें, हार जीत की गणित से कहीं ज्यादा अघोषित शासनादेश है उलझन की बजह।


मथुरा। पंचायत के महारथियों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं, एक ऐसे नियम की कानाफुंसी हर जगह हो रही है जो अभी तक बना नहीं है, बावजूद इसके पंचायत चुनाव लडने के इच्छुक प्रत्याशियों की चिंता का सबब बना हुआ है। कुछ संभावित प्रत्याशी इसका तोड निकालने में अभी से लग गये हैं जबकि शासन द्वारा जारी होने वाले नियम का खुलासा अभी नही हुआ है। 
जनसंख्या नियंत्रण को प्रोत्साहित करने के लिए पंचायत चुनाव में दो से अधिक बच्चे होने पर चुनाव लड़ने से रोक लगाने की तैयारी से सियासी खेमे में हलचल बढ़ गई है। इससे जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य के साथ ही प्रधान पद की तैयारी कर रहे लोगों को भी झटका लग सकता है। इन दिनों गांवों में पंचायत चुनाव की तैयारियां चल रही हैं, चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों ने अपनी पैंठ बनाना शुरू कर दिया है। वहीं दो से अधिक बच्चे होने वालों की चिंता बढ़ गई है, उनका मानना है कि यदि यह कानून आता है तो उनकी राजनीति हमेशा के लिए खत्म हो जायेगी, यही वजह है कि वे चिंतित दिखाई दे रही हैं जबकि ग्रामीणों का मानना है कि यह कानून बनना चाहिए, ताकि जनसंख्या पर नियंत्रण करने में मदद मिल सके।
ग्राम पंचायत कारब में प्रधानी की तैयारी कर रहे धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि देश में कई राज्यों में दो से अधिक बच्चे होने पर पंचायत चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य होने का नियम है, उन्होंने कहा कि सरकार को यह नियम लागू करना चाहिए, करतार सिंह ग्राम पंचायत विधोनी ने कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है, इस तरह के नियम ऊपर से नीचे तक प्रत्येक चुनाव पर लागू होने चाहिए, सिर्फ पंचायत चुनावों के लिए अलग से नियम बनाना तर्कसंगत नहीं है । 
ग्राम पंचायत रायपुर के डिगम्बर सिंह कहते हैं कि यह निर्णय समाज में जागरूकता लाने का सरकार द्वारा एक प्रयास है, यदि सरकार के प्रयास से जनसंख्या नियंत्रण में सफलता मिलती है तो उन्हें प्रधानी जाने पर भी उन्हें दुख नहीं होगा, इस कानून के बनने से जनसंख्या पर काफी हद तक नियंत्रण लग सकेगा।
ग्राम पंचायत सौंसा के करण ठाकुर कहते हैं कि पंचायत चुनाव में दो बच्चे वाला नियम लागू होने पर जनसंख्या नियंत्रण में सरकार को काफी राहत मिलेगी, हालांकि केवल कहने वालों से कोई नियम लागू नहीं होता, उन्होंने कहा सरकार को जिला पंचायत अध्यक्ष एवं क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष के चुनाव सीधे जनता से कराने चाहिए।             


अब सरकार ढूंढ कर लाएगी 'दूल्हा-दुल्हन'

अब सरकार ढूंढ कर लाएंगी दूल्हा और दूल्हन , कराएगी आपकी शादी, इस बेबसाइट पर करें रजिस्ट्रेशन।


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। सरकार अब आपको शादी के लिए मनपसंद रिश्ते ढूंढ कर देगी। सुनकर आपको अजीब लग रहा होगा लेकिन यह एक सच्चाई है। सरकार द्वारा संचालित सीएससी यानी कॉमन सर्विस सेंटर पर रजिस्ट्रेशन करवाकर आप मनपसंद दूल्हा या दुल्हन तलाश कर सकेंगे। हरियाणा प्रदेश में अभी तक चार दिन में 285 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। 
केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से संचालित सीएससी के माध्यम से शादी के लिए मनपसंद रिश्ता ढूंढने वाले ग्रामीणों के लिए ग्रामीण मैट्रोमोनी (मिलन) पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। फतेहाबाद के एक सीएससी संचालक राजकुमार ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के युवक और युवतियों की शादी के लिए वर व वधू खोजने के लिए प्लेटफॉर्म बनाया गया है। सीएससी पर भरा गया प्रोफाइल बेहद ही सुरक्षित रहेगा।
राजकुमार ने बताया कि जिस परिवार ने शादी के लिए पंजीकरण कराया है, उसके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा तभी पंजीकरण करने वाला रिश्ते के लिए भेजी गई प्रोफाइल देख सकेगा। सीएससी संचालकों को पंजीकरण के लिए (मिलन.सीएससी-सर्विस.इन) पोर्टल से पंजीकरण हो सकेगा। पंजीकरण के लिए यूजर आईडी बनानी होगी। सीएससी संचालक ने बताया कि हरियाणा प्रदेश के ग्रामीण इलाकों से अभी तक मैट्रोमोनी वेबसाइट पर 286 लोगों ने अपने आवेदन कर दिए हैं। जिसमें इस समय 259 लोगों की प्रोफाइल एक्टिव है तो वहीं 27 लोगों ने अपना पंजीकरण तो किया है, लेकिन उसमें पूरी जानकारी अभी तक नहीं भरी है। हरियाणा प्रदेश में अलग-अलग जिलों के गांवों से आवेदकों में 271 लड़के और 15 लड़कियां हैं। जिन्होंने शादी के लिए आवेदन किया है। 
ऐसे होगा पंजीकरण 
ग्रामीण मैट्रोमोनी पर अपना पंजीकरण करते समय युवक या युवती को अपनी एक फोटो देनी होगी, जो प्रोफाइल में दिखेगी और वहीं उसे अपनी पांच एमबी की एक ‌वीडियो भी अपलोड करनी पड़ेगी, जिसमें वह अपनी पूरी जानकारी देंगे। पोर्टल में जन्मतिथि, जन्म का समय, कद, रंग, व्यवसाय, शैक्षणिक योग्यता, इनकम, राशि और पूरे परिवार की जानकारी अपलोड करनी होगी। उसके बाद ही उसका पंजीकरण होगा और एक आईडी बनेगी।
ओटीपी से मिलेगी अनुमति
जो लोग रिश्ता ढूंढ रहे हैं, उन्हें वह प्रोफाइल दिखेगी। जब कोई यूजर उस प्रोफाइल को देखने की कोशिश करेगा तो पंजीकृत नंबर पर एक ओटीपी आएगा वह डालने के बाद ही कोई दूसरा किसी की प्रोफाइल देख पाएगा।             


डीजल से अंतिम संस्कार कर रहा है प्रशासन

शर्मनाकःडीजल डालकर कोरोना मृतकों को जला रहा प्रशासन।


करनाल। हिंदू-रीति के अनुसार अंतिम संस्कार लकड़ी, रॉल, धूप, घी आदि से किया जाता है, लेकिन हरियाणा के करनाल जिले के नगर निगम ने इन मान्यताओं के मायने ही बदल दिए हैं। निगम के रिकॉर्ड के अनुसार, कोरोना से मृतकों का अंतिम संस्कार डीजल से किया जा रहा है। नगर निगम की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यहां दाह संस्कार की परंपरा का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। 
परिजनों का आरोप है कि शमशान घाट पर डीजल डालकर कोरोना मृतकों की चिताएं जलाई जा रही हैं। उनकी राख (फूल) के ऊपर से एंबुलेंस निकाली जा रहीं हैं। इसे सीधे तौर पर सनातनी दाह संस्कार परंपरा का अपमान बताकर कई समाजसेवियों ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए उसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। 
बलड़ी शमशान घाट पर कोरोना संक्रमण से मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए सुबह यहां तीन शव लाए गए। वहां उनके परिजन भी मौजूद थे, जिन्होंने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में उपचार और नगर निगम द्वारा कराए जा रहे दाह संस्कार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं।
एक मृतक की बेटी ने आरोप लगाए है कि पिता की डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मृत्यु हो गई। इसके बाद आज सुबह जब बलड़ी शमशान पहुंचे तो यहां नगर निगम की कोई व्यवस्था नहीं थी। यहां पहुंचते ही कर्मचारी ने डीजल लाने को कहा। उन्हें नहीं मालूम था कि डीजल का क्या करेंगे, जबकि वह तो दाह संस्कार के लिए सामग्री लेकर पहुंची थी। आरोप है कि कर्मचारियों ने चिता पर कुछ लकड़ी रखीं और डीजल डालकर आग लगा दी।
आरोप है कि जब शव श्मशान घाट पहुंचे तो वहां कुत्ते घूमते मिले। अंतिम संस्कार के लिए देशी घी व अन्य सामग्री लाए लेकिन यहां स्टाफ ने सबसे पहले डीजल की मांग की। आनन-फानन में जैसे तैसे शव के ऊपर कुछ लकड़ी रखकर डीजल डालकर आग लगा दी। बहुत कहने पर दो परिजनों को पीपीई किट दी तो वह शव के पास गए। यहां शव की राख (फूल) पड़ी थी, उसके ऊपर से वाहन गुजर रहे हैं, स्टाफ जूते पहनकर निकलता है। घटना की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। 
करनाल जन सेवा दल के प्रधान चरणजीत बाली ने कहा कि यह तो अमानवीयता की हद है, सरकार कोरोना के मृतकों के शवों का दाह संस्कार कराने में अक्षम है तो जनसेवा दल के अपना आशियाना को यह जिम्मेदारी सौंप दें। हम, लोग अपने परिजनों की तरह सभी शवों का रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार करेंगे। 
शव को डीजल डालकर जलाना सनातन दाह संस्कार परंपरा का अपमान है। शव को डीजल डालकर जलाना, अस्थियों व चिता की राख के ऊपर से गाड़ियों का गुजरना, स्टाफ का जूते पहनकर फूल रौंदना, उनके ऊपर से पशुओं का घूमना, शमशान घाट पर पहली डिमांड डीजल होना, आखिर यह सब क्या है।ऐसा अपमान तो शायद ही किसी ने देखा और सुना होगा। वहीँ करनाल नगर निगम के सफाई निरीक्षक प्रवेश कुमार का कहना है कि यहां घासफूस तो है नहीं, इसलिए चिता की लकड़ियों पर डीजल डालना पड़ता है लेकिन शव के ऊपर नहीं डालते हैं। नगर निगम से पांच क्विंटल लकड़ी, दो लीटर डीजल मिलता है। किसी से डीजल नहीं मंगाते हैं। पीपीई किट व मास्क, ग्लब्स आदि रेडक्रास से मिलते हैं। स्थान की कमी है, सिर्फ पांच दाह संस्कार स्थल है लेकिन शव कई आते हैं, पिछले 12 दिनों में 41 शव आ चुके हैं। फूल बीनने की परंपरा तीन या पांच दिन के बाद होती है, इसलिए बाहर खुले में चिता लगानी पड़ती है।               


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