बुधवार, 2 सितंबर 2020

भारत-चीन के बीच लगातार बैठक जारी

नई दिल्ली/ बीजिंग। पूर्वी लद्दाख में पेगोंग झील के निकट पिछले सप्ताह के घटनाक्रम के बाद से भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच मुद्दों के समाधान के लिए आज लगातार तीसरे दिन भी बैठक हो रही है। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच ब्रिगेड कमांडर स्तर की वार्ता के बाद आज सुबह दस बजे तीसरे दौर की वार्ता फिर शुरू हुई। चीन के अनुरोध पर चुशूल मोल्डो में हो रही बातचीत में पेगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर गत सप्ताह हुई घटनाक्रम से संबंधित मुद्दों पर बातचीत होगी। इस बातचीत का उद्देश्य ताजा घटनाक्रम के बाद एक बार फिर सीमा पर बने तनाव को कम करना और स्थिति को सामान्य बनाना है।


सूत्रों के अनुसार दोनों पक्षों के बीच पहले दौर की दो वार्ताओं में किसी मुद्दे पर सहमति नहीं बन सकी। इस बीच ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने चीन, नेपाल और भूटान से लगती सीमाओं पर तैनात सुरक्षा बलों को पूरी तरह चौकस और सतर्क रहने का आदेश दिया है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस को उत्तराखंड, अरूणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख और सिक्किम में जबकि सीमा बल को नेपाल और भूटान सीमा पर सख्त निगरानी रखने को कहा गया है।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे और सैन्य संचालन महानिदेशक तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में स्थिति की समीक्षा की और भविष्य की योजना पर चर्चा की। राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए आज मास्को रवाना हो रहे हैं। इस बैठक में चीन के रक्षा मंत्री भी शामिल होंगे।


इस बीच सेना ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि चीन द्वारा चुमार में घुसपैठ की कोशिश से संबंधित रिपोर्ट सही नहीं हैं। रिपोर्ट में चीन की जिन गतिविधियों का उल्लेख किया गया है वे नियमित गतिविधियों का हिस्सा है जो चीनी सैनिक अपने क्षेत्र में करते हैं और इसे घुसपैठ की कोशिश नहीं माना जा सकता । इस बीच सेना ने इस तरह की बातों को भी एकदम गलत बताया है कि पिछले सप्ताह पेगोंग झील के दक्षिणी किनारे के निकट हुए घटनाक्रम के दौरान चीन के कुछ सैनिकों को हिरासत में ले लिया गया।           


भारत-चीन सीमा पर शांति की उम्मीदः माइक

नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत-चीन सीमा पर तनातनी जारी है।इस तनाव को कम करने के लिए कई दौर की बैठकें हो चुकी है। इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि हम भारत-चीन सीमा पर स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।


बता दें कि सोमवार को भारतीय थल सेना ने कहा था कि चीनी सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात पैंगोंग झील के दक्षिण तट पर यथा स्थिति में एकतरफा तरीके से बदलाव करने के लिये ‘‘उकसाने वाली सैन्य गतिविधियां’’ की।अभी भी इलाके में स्थिति संवेदनशील बनी हुई है।           


एलएसी पर अमेरिका ने गढ़ाई बारीक नजर

वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। चीन के साथ विवाद पर अमेरिका ने एक बार फिर भारत का साथ दिया है। अमेरिका ने कहा है कि बीजिंग की तरफ से बार-बार होने वाले उकसावे से निपटने एकमात्र तरीका है उसका सामना करना। अमेरिका ने कहा कि वह LAC पर चल रही गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखे हुए है।


मेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि हमें मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद है, लेकिन बार-बार उकसावे की बीजिंग आदत से निपटने का एकमात्र तरीका है उसका सामना करना. उन्होंने आगे कहा, ‘विदेशमंत्री माइक पोम्पियो भी कई मौकों पर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि बीजिंग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अत्यधिक आक्रमक नीति अपना रहा है, जो कि परेशान करनी वाली बात है’। प्रवक्ता ने आगे कहा कि ताइवान स्ट्रेट से शिनजियांग, दक्षिण चीन सागर से लेकर हिमालय और साइबर स्पेस से लेकर अंतरराष्ट्रीय संगठनों तक, हम चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मुकाबला कर रहे हैं, जो अपने ही लोगों को दबाना और पड़ोसियों को धमकाना चाहती है। इन उकसावों को रोकने का एकमात्र तरीका है बीजिंग का सामना करना।           


वैश्विक समूह के साथ आने से किया मना


वाशिंगटन डीसी। अमेरिका ने कहा है कि वह कोवैक्स का इसलिए हिस्सा नहीं होगा क्योंकि इसका सह नेतृत्व विश्व स्वास्थ्य संगठन कर रहा है। तेजी से कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करने, उत्पादन करने और समान वितरण के उद्देश्य से तैयार किए गए वैश्विक समूह के साथ आने से अमेरिका ने इनकार कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सह नेतृत्व में ग्लोबल एक्सेस फैसिलिटी तैयार की गई है, ताकि विभिन्न देश कोरोना वैक्सीन को लेकर एक दूसरे के साथ जुड़ सकें और सभी को जल्दी वैक्सीन मिले।



सीमा पर झड़प, कोई सैनिक हताहत नहीं

नई दिल्ली। बीजिंग। चीन ने कहा है कि शनिवार को भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प में किसी भारतीय सैनिक की मौत नहीं हुई है। चीन के सरकारी अख़बार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, "जहां तक मुझे पता है हाल के भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प में किसी भारतीय सैनिक की मौत नहीं हुई है।






अख़बार ने लिखा है कि चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने उन ख़बरों को ख़ारिज कर दिया है जिनमें कहा जा रहा था कि शनिवार को एलएसी के नज़दीक भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में एक भारतीय सैनिक की मौत हो गई थी।इससे पहले भारत ने कहा था कि चीन ने 29 और 30 अगस्त की रात को पैंगोंग लेक के साउथ बैंक क्षेत्र में भड़काऊ सैन्य हरकत करते हुए यथास्थिति को तोड़ने की कोशिश की थी और इसके अगले दिन भी ऐसी कार्रवाई की जिसे नाकाम कर दिया गया।





भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि जैसा कि भारतीय सेना ने एक दिन पहले बताया था, भारतीय पक्ष ने इन उकसाऊ गतिविधियों का जवाब दिया और एलएसी पर अपने हितों और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए समुचित रक्षात्मक कार्रवाई की।             


24 साल बाद जीडीपी में ऐतिहासिक गिरावट

नई दिल्ली/ बीजिंग। भारत के मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आँकड़े आए, तो अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता सच साबित हुई। अप्रैल से जून के बीच विकास दर में 23.9 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अर्थव्यवस्था के सभी प्रमुख क्षेत्रों की ग्रोथ निगेटिव रही और कंस्ट्रक्शन, मैन्युफ़ैक्चरिंग सेक्टर का बुरा हाल देखने को मिला। भारत में जीडीपी के इन नए आँकड़ों को क़रीब 24 साल बाद ऐतिहासिक रूप से सबसे बड़ी गिरावट बताया गया है। हालाँकि ये भी ध्यान देने वाली बात है कि जीडीपी के ये आँकड़े कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के शुरुआती महीनों के हैं। लेकिन चिंता की बात ये है कि दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत की जीडीपी में सबसे ज़्यादा गिरावट आई है। कहने का मतलब ये कि महामारी ने सभी देशों की अर्थव्यवस्था को नुक़सान पहुँचाया, लेकिन भारत की हालत कुछ ज़्यादा ख़राब दिख रही है। महामारी से सबसे ज़्यादा प्रभावित अमरीका की स्थिति भारत से कुछ बेहतर है। वहाँ जीडीपी दर -10.6 रही, वहीं जर्मनी की -11.9, इटली की -17.1, फ्रांस की -18.9, ब्रिटेन की -22.1 और स्पेन की जीडीपी भारत के सबसे नज़दीक यानी -22.7 प्रतिशत रही।             


अवैध तमंचे के साथ युवक गिरफ्तार किया

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी
अवैध तंमचें के साथ युवक का वीडियों वायरल


हापुड़। जनपद में युवाओं में अवैध हथियारों के साथ वाट्सएप पर वीडियों व फोटोज वायरल करनें का सिलसिला रुकनें का नाम ही नहीं ले रहा है। जनपद में एक ओर युवक का तंमचें सहित वीड़ियों वायरल हो रहा है।
बुद्धवार को एक अवैध तंमचें के साथ व्हाट्सएप स्टेटस पर तमंचे के साथ वीडियो वायरल हो रही हैं, जो सिम्भावली थाने के माधापुर गाँव के युवक की बताई जा रही है। कुछ दिन पूर्व जनपद में बाबूगढ़ पुलिस ने हथियारो की खेप बरामद की थी।
सिम्भावली थाना प्रभारी महेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि वायरल फोटो व वीड़ियों से युवक की पहचान की जा रही हैं।                


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...