सोमवार, 24 अगस्त 2020

धन्ना सेठ खाएंगे राशन, गरीब मरेगा भूखा

धन्ना सेठ लेंगे राशन गरीब मरेंगे भूखे


बिना राशन कार्ड के दर-दर अनाज के लिए भटक रहे ग्रामीण


कड़ा कौशांबी। पूर्ति विभाग के लापरवाही के चलते करोड़पति और धन्ना सेठ मोदी योजना के फ्री राशन का लाभ उठा रहे हैं बार-बार शिकायत के बाद भी इन धन्ना सेठों का राशन कार्ड पूर्ति विभाग नहीं निरस्त कर सका है। जबकि गांव के गरीब मजलूम दो जून रोटी के लिए तरस रहे लोगों के राशन कार्ड नहीं जारी हो रहे हैं। जो राशन वितरण व्यवस्था की धज्जियां उड़ाने के लिए पर्याप्त है। ताजा मामला तहसील सिराथू के ब्लॉक कड़ा के मजरा ताजमलहन में ग्रामीण बेसहारा मजदूर जिनके पास सरकार का राशन कार्ड मौजूद नहीं है। वह अनाज के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं प्रशासन इस तरह के मामले को संज्ञान में नहीं ले रहा है।


यहां पर कई ऐसे घर हैं जिनके पास एक बिस्सा भी खेत नहीं है ना ही राशन कार्ड है। यहां पर ऐसे लोगों का अंतोदय कार्ड बना हुआ है जिनके पास खाने-पीने जैसी ना अनाज की किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है बाइक से जा कर राशन लाते हैं। और राशन ला के तुरंत बेच देते हैं हद तो यह है की जिनके पास सरकारी नौकरी है। ट्रैक्टर चार पहिए के अन्य साधन मौजूद है उन लोगों का राशन कार्ड उपलब्ध है और वह राशन लेकर आते हैं जिनको अनाज  मिलना चाहिए जो अनाज के हकदार हैं वह दर-दर की ठोकरें खाते हैं ना तो सरकार इनकी तरफ ध्यान देती है ना ही प्रशासन ध्यान देता है। 


यहां के ग्रामीण मजदूर गरीब है जो दूसरे लोगों से खरीद कर या उधार लेकर किसी तरह अपना जीवन यापन करते हैं सवाल यह है की सरकार कहती है। यह सरकार गरीब की दलित की पिछड़ों की है जबकि यही गरीब अनाज के लिए परेशान हैं। मजरा ताजमलाहन में ऐसे 80 कार्ड गरीबों ने ऑनलाइन करके तहसील सिराथू में जमा किया हुआ है लेकिन अभी तक यह कार्ड जारी नहीं हो सका।


अनुराग द्विवेदी 


अजमेरः सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 6 अरेस्ट

अजमेर में सेक्स रैकेट का हुआ भंडाफोड़, पुलिस ने तीन महिला समेत 6 लोगों को किया गिफ्तार


अजमेर। पुलिस ने 3 महिला और 3 पुरुषों को गलत कामों में लिप्त पाया हैं। पुलिस अशोक चतुर्वेदी के मकान पर पहुंचे और देखा की वॉटर कैंपर के गोदाम की आड़ में गोरख धंधा चल रहा था इसके बाद, पुलिस ने रंगे हाथों तीन महिलाओं और तीन पुरुष को हिरासत में ले लिया।


डीएम दो बार सीएमओ से मीटिंग करें

लखनऊ। कोरोना मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक आदेश पारित कर कहा है कि जिलाधिकारी (डीएम) और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) दिन में दो बार बैठक करें। इसके साथ ही कोविड अस्पतालों में डॉक्टर व नर्स वार्ड में जाकर मरीजों का इलाज करेंगे। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि कोविड के चलते सार्वजनिक स्थलों पर कोई भी धार्मिक या सांस्कृतिक आयोजन न किए जाएं।


समीक्षा बैठक के दौरान दिए आदेश


मुख्यमंत्री ने रविवार को अनलॉक की समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि डीएम व सीएमओ सुबह की बैठक अस्पताल और शाम की इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में करें। बैठक में सामने आने वाली समस्याओं का तत्काल समाधान सुनिश्चित कराया जाए। मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन 1.30 लाख कोविड टेस्ट करने पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि प्रदेश में जांच और कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के लिए अग्रिम रणनीति तैयार रहे। कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन हर हाल में सुनिश्चित कराया जाए। किसी भी स्थान पर पांच से अधिक लोग एकत्र न हों। कहीं भीड़ न इकट्ठा होने पाए।                       


गो हत्या के खिलाफ सख्त किया कानून

लखनऊ। योगी सरकार ने गो हत्या के खिलाफ नया और बेहद कड़ा कानून पास किया है। यूपी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेंद्र खन्ना ने बताया कि योगी सरकार ने गो-वध निवारण संशोधन विधेयक 2020 पास किया है। इस कानून से यूपी में गोहत्या के खिलाफ कानून और सख्त हो गया है।


लखनऊ। योगी सरकार ने गो हत्या के खिलाफ नया और बेहद कड़ा कानून पास किया है. अब जो लोग भी गो हत्या के आरोप में पकड़े जाएंगे, वो 3 से 10 साल तक के लिए जेल भी जाएंगे। गो-हत्यारों की संपत्ति भी जब्त होगी और दंगाइयों की तरह उनकी पहचान के पोस्टर भी लगेंगे। इस संबंध में यूपी सरकार के संसदीय कार्य मंत्री सुरेंद्र खन्ना ने बताया कि योगी सरकार ने गो-वध निवारण संशोधन विधेयक 2020 पास किया है इस कानून से यूपी में गोहत्या के खिलाफ कानून और सख्त हो गया है।


             


नेता ने योगी से डीएम की शिकायत की

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना पीड़ित मरीजों से लूट और व्यापारियों का उत्पीड़न किये जाने संबंधी एक ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें व्यापारी नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिलाधिकारी की शिकायत कर रहे हैं।


आडियो में व्यापारी नेता राकेश जैन मुख्यमंत्री से कहते हैं कि वाराणसी में कोविड-19 के इलाज में निजी अस्पताल सरकार द्वारा तय कीमतों के बावजूद मनमाने दाम वसूल रहे हैं। पीड़ितो को इलाज के पहले एक से डेढ़ लाख रूपये जमा करवाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना की गाइडलाइंस के मुताबिक सप्ताह में दो दिन पूर्ण बंदी और बाकी पांच रोज सुबह नौ से शाम नौ बजे तक दुकानो के खुलने का समय निर्धारित किया है लेकिन जिला प्रशासन आये दिन नियमों में फेरबदल कर देता है जिसका असर व्यापार पर पड़ रहा है।

व्यापारी नेता ने कहा कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा पोर्टल में दर्ज शिकायतों का जवाब नहीं देते है और फोन भी नहीं उठाते हैं। मुख्यमंत्री ने व्यापारी को आश्वस्त किया कि वह इस संबंध में जिलाधिकारी से बात करेंगे और उनकी समस्या का निराकरण किया जायेगा।             


उत्तराखंडः भारी भूस्खलन में 3 लोग दबे

टिहरी। उत्तराखंड में इन दिनों जगह-जगह भूस्खलन की खबरें सामने आ रही हैं पहाड़ों से गिर रहे चट्टानों की वजह से आए दिन दुखद हादसे हो रहे हैं आज भी गढ़वाल क्षेत्र से एक दुखद खबर आ रही है कि यहां टिहरी जनपद के व्यासी के पास आज सुबह कौडियाला नामक स्थान में भारी चट्टान खिसकने से सड़क कार्य में लगे जेसीबी और पोकलैंड न सिर्फ नेस्तनाबूद हो गए बल्कि इस भूस्खलन की चपेट में 3 लोग दब गए।                 


बातचीत असफल, कार्रवाई पर विचार

नई दिल्‍ली। भारत-चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर चीफ आफ डिफेंस स्‍टाफ जनरल बिपिन रावत ने बड़ा बयान दिया है। उन्‍होंने कहा कि लद्दाख में चीनी अतिक्रमण से निपटने के लिए सैन्‍य विकल्‍पों पर भी विचार हो रहा है। जनरल रावत ने कहा कि अगर बातचीत फेल होती है तो सैन्‍य विकल्‍पों पर विचार किया जा रहा है। उन्‍होंने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और राष्‍ट्रीय सुरक्षा के जिम्‍मेदार लोग इस कोशिश के साथ सभी विकल्‍पों पर विचार कर रहे हैं कि पीएलए लद्दाख में पहले जैसी स्थिति में लौट जाए।


जनरल रावत ने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण ढंग से मामला सुलझाना चाहती है। उन्‍होंने इशारा किया कि पूर्वी लद्दाख में सेनाओं की तैयारी पूरी है। उन्‍होंने कहा, “LAC पर अतिक्रमण अलग-अलग नजरिये की वजह से होता है। रक्षा सेवाओं का काम निगरानी रखना और ऐसे अतिक्रमण को घुसपैठ में तब्‍दील होने से रोकने का है। सरकार चाहती है कि शांतिपूर्ण तरीके से मसले सुलझाए जाएं। अगर LAC पर पूर्व स्थिति बहाल करने की कोशिशें सफल नहीं होती हैं तो सैन्‍य कार्रवाई के लिए रक्षा सेवाएं हमेशा तैयार रहती हैं।” 
तीन साल पहले जब चीन ने डोकलाम में धौंस दिखाई थी, तब जनरल रावत सेना प्रमुख थे। उन्‍होंने खुफिया एजेंसियों के बीच तालमेल की कमी की बात को सिरे से खारिज किया है। जनरल रावत ने कहा कि भारत की इतनी लंबी सीमा है कि उसकी लगातार निगरानी करने की जरूरत पड़ती है। उन्‍होंने कहा कि मल्‍टी-एजेंसी सेंटर की रोज मीटिंग हो रही है। एक-दूसरे को लद्दाख व अन्‍य जगहों की जानकारी दी जा रही है।


कई दौर की बातचीत के बावजूद, पूर्वी लद्दाख में तनाव कम नहीं हो रहा है। भारतीय सेना का साफ स्‍टैंड है कि चीन को अप्रैल से पहले वाली स्थिति बहाल करनी चाहिए। सैन्‍य स्‍तर पर बातचीत के अलावा विदेश मंत्रालय और दोनों देशों के वर्किंग मकैनिज्म फॉर कंसल्टेशन ऐंड को-ऑर्डिनेशन ने भी चर्चा की है। दोनों पक्ष कंपलीट डिसइंगेजमेंट की दिशा में आगे बढ़ने पर बार-बार सहमत हुए हैं लेकिन धरातल पर असर नहीं हुआ।           


साठ-गांठ साबित हुई तो इस्तीफा तैयार

गुलाम नबी आज़ाद ने की इस्तीफे की पेशकश, कहा अगर बीजेपी से सांठ-गांठ साबित हुई तो इस्तीफा देने को हूँ तैयार


नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की ओर से लिखी गई एक चिट्ठी को लेकर राहुल गांधी ने एक बयान दिया है, जिसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है सूत्रों के मुताबिक, यहां तक कि पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने इस्तीफे की बात तक कर दी है। कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व की मांग को लेकर घमासान मचा हुआ है।सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की वर्चुअल बैठक हो रही है।इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से लिखी गई एक चिट्ठी को लेकर राहुल गांधी ने एक बयान दिया है। जिसे लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है।सूत्रों के मुताबिक, यहां तक कि पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने इस्तीफे की बात तक कर दी है।राहुल गांधी ने इस चिट्ठी के इरादों के पीछे संदेह जताते हुए कहा कि यह चिट्ठी बीजेपी के साथ सांठगांठ में लिखी गई है।सूत्रों के मुताबिक, गुलाम नबी आज़ाद ने इस बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा कि ‘अगर बीजेपी से सांठगांठ की बात साबित हो जता है तो वो पार्टी से इस्तीफा दे देंगे।           


गिरफ्तार आतंकी की गुमशुदगी दर्ज

 नई दिल्ली। दिल्ली के धौलाकुआं इलाके से शुक्रवार रात में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार में इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंसके ऑपरेटिव यूसुफ उर्फ अबू यूसुफ की गुमशुदगी साजिश के तहत शनिवार को राजधानी के काकोरी थाने में दर्ज करा दी गई। रिपोर्ट दर्ज कराने वाला अबू यूसुफ का करीबी बताया जा रहा है। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।


सूत्रों का कहना है कि जिस व्यक्ति ने गुमशुदगी दर्ज कराई है वह अबू यूसुफ का होने वाला बहनोई है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। एटीएस को भी इसकी सूचना दे दी गई है। पुलिस टीम यह जानकारी जुटा रही है कि आखिर गुमशुदगी दर्ज कराने के पीछे आखिर मकसद क्या था। यही नहीं लखनऊ पुलिस भी अबू यूसुफ के राजधानी कनेक्शन को खंगाल रही है। अबू युसूफ यहां कहां-कहां रुकता था और उसके किन लोगों से संबंध थे। इसके बारे में भी जानकारी कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपित के घरवालों से पूछताछ के बाद उसके लखनऊ में कनेक्शन की पुष्टि हो सकेगी


बता दें कि दिल्ली में आइईडी के साथ इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंस के एक आतंकी गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश में भी सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने फील्ड के सभी पुलिस अधिकारियों को इस मामले में सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए निर्देशित किया है। दिल्ली में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार आतंकी की पहचान मुहम्मद मुस्तकीम के रूप में हुई है। उसके पास पिस्टल और दो आईईडी बरामद की गई है। यह उत्तर प्रदेश के बलरामपुर का निवासी है और लखनऊ में भी काफी दिन तक रहा है। इसी को ध्यान में रखकर इनके साथियों की लखनऊ के साथ ही बलरामपुर में तलाश की जा रही है। इस तलाशी अभियान में दिल्ली पुलिस के साथ उत्तर प्रदेश की एटीएस की टीम को भी लगाया गया है। इन फरार आतंकियों का कनेक्शन लखनऊ से भी मिल रहा है। बलरामपुर में सात से आठ स्थान पर छापेमारी चल रही है।                                          


योगी ने दो डीआईजी किए सस्पेंड


वाराणसी। उत्तर प्रदेश के पशुधन विभाग में करोड़ों के घोटाले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में दो डीआईजी को सस्पेंड कर दिया है। नाम सामने आने के बाद DIG रूल्स और मैनुअल दिनेश दुबे और DIG PAC अरविंद सेन पर कार्रवाई हुई है। इससे पहले इसी केस में आरोपियों का मददगार हेड कांस्टेबल दिलबहार सिंह आखिरकार सस्पेंड किया गया था। एसीपी गोमतीनगर की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी बाराबंकी अरविंद चतुर्वेदी ने हेड कांस्टेबल दिलबहार सिंह यादव का सस्पेंशन लेटर जारी किया था। पहुंचते ही हड़कम्प मच गया है। कई लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी : पशुपालन विभाग के इस फर्जीवाड़े में पशुधन राज्यमंत्री जयप्रताप निषाद के निजी प्रधान सचिव रजनीश दीक्षित, निजी सचिव धीरज कुमार देव, इलेक्ट्रॉनिक चैनल के पत्रकार आशीष राय, अनिल राय, कथित पत्रकार एके राजीव, रूपक राय और उमाशंकर को 14 जून को गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों के खिलाफ इंदौर के व्यापारी मंजीत भाटिया ने शासन में शिकायत की थी। तत्कालीन एसपी पर लगे आरोप सही पाये गए। एसटीएफ के मुताबिक पीड़ित मंजीत ने सीबीसीआईडी के तत्कालीन एसपी (अब डीआईजी) पर इन लोगों से मिलीभगत कर धमकाने का आरोप लगाया था। एसटीएफ की पड़ताल में साफ हुआ कि तब सीबीसीआईडी में एसपी अरविन्द सेन थे। अरविन्द सेन इस समय डीआईजी हैं और पीएसी सेक्टर आगरा में तैनात हैं। जांच में इन पर धमकाने का आरोप सही पाया गया। अन्य ठेके दिलाने में साठगांठ में दूसरे आईपीएस फंसे। गिरफ्तार लोगों ने सचिवालय में पशुपालन विभाग का फर्जी दफ्तर बनाकर जो फर्जीवाड़ा किया, उससे अन्य अधिकारी और एसटीएफ भी हैरान रह गई थी। मामले के तूल पकड़ने पर शासन ने जांच जल्दी पूरी कर सभी आरोपियों को पकड़ने को कहा था। इस जांच में ही सामने आया कि गिरफ्तार आरोपियों के एक और आईपीएस डीसी दुबे से सम्बन्ध हैं। ये भी इस समय डीआईजी हो चुके हैं और रूल्स एंड मैनुअल्स में तैनात हैं। मुख्यमंत्री जी के ईस कड़े एक्शन से जहाँ जनता गुणगान कर रही है, वही पे अधिकारियो में हड़कम्हप हैै।                 



मेट्रो सेवा फिर से चलने को है तैयार


नई दिल्ली। दिल्ली की लाइफलाइन कही जाने वाली मेट्रो सेवा अब फिर से चलने को तैयार है। खबरों की मानें तो जल्द ही मेट्रो रेल सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए अब बस केंद्र सरकार की तरफ से हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। मेट्रो रेल सेवा को लेकर दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) की तरफ से कहा गया है कि केंद्र सरकार जब भी निर्देश देगी हमलोग संचालन के लिए तैयार हैं।डीएमआरसी की तरफ से ये भी सुनिश्चित किया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जो भी जरूरी कदम हैं वो उठाने को तैयार हैं। जिससे यात्री कोरोना के खतरे से सुरक्षित रह सकें। इतना ही नहीं, गुरुवार को डीएमआरसी प्रमुख मंगू सिंह ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन का मुआयना किया था।हालांकि बाद में इसे अधिकारियों ने ‘नियमित निरीक्षण’ करार दिया। ट्विटर हैंडल पर डीएमआरसी ने लिखा, ‘डीएमआरसी के प्रमुख मंगू सिंह ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन का मुआयना किया। विभिन्न परिचालन प्रणाली और रखरखाव गतिविधियों के प्रभावी कामकाज की जांच करने के लिये यह नियमित निरीक्षण का हिस्सा था।’मेट्रों के परिचालन के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार को मेट्रो सेवाओं को ट्रायल बेसिस पर शुरू करने का सुझाव दिया है। केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में अब कोरोना की स्थिति ठीक हो रही है। हम मेट्रो खोलना चाहते हैं। ट्रायल बेसिस पर दिल्ली में मेट्रो चलने की इजाजत मिलनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि केंद्र जल्द ही इस पर निर्णय लेगा। जाहिर है केजरीवाल सरकार की तरफ से दावा किया गया है कि दिल्ली में कोरोना वायरस का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है, हालात काबू में आने लगे हैं। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। जिसके बाद से ही दिल्ली में मेट्रो सेवाएं बंद है, ऐसे में जबकि दिल्ली-एनसीआर में धीरे-धीरे ऑफिस, उद्योग सब कुछ खोले जा रहे हैं। लोगों को यातायात के लिए सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सीएम केजरीवाल ने मेट्रो चलाए जाने की अपील की है।         



लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...