सोमवार, 30 मार्च 2020

सातवें दिन मां कालरात्रि की उपासना

माँ दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती हैं। दुर्गा पूजा के सातवें दिन माँ कालरात्रि की उपासना का विधान है। इस दिन साधक का मन 'सहस्रार' चक्र में स्थित रहता है। इसके लिए ब्रह्मांड की समस्त सिद्धियों का द्वार खुलने लगता है। देवी कालात्रि को व्यापक रूप से माता देवी - काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, मृित्यू, रुद्रानी, चामुंडा, चंडी और दुर्गा के कई विनाशकारी रूपों में से एक माना जाता है। रौद्री और धुमोरना देवी कालात्री के अन्य कम प्रसिद्ध नामों में हैं।


यह ध्यान रखना जरूरी है कि नाम, काली और कालरात्रि का उपयोग एक दूसरे के परिपूरक है, हालांकि इन दो देवीओं को कुछ लोगों द्वारा अलग-अलग सत्ताओं के रूप में माना गया है। डेविड किन्स्ले के मुताबिक, काली का उल्लेख हिंदू धर्म में लगभग ६०० ईसा के आसपास एक अलग देवी के रूप में किया गया है। कालानुक्रमिक रूप से, कालरात्रि महाभारत में वर्णित, ३०० ईसा पूर्व - ३०० ईसा के बीच वर्णित है जो कि वर्त्तमान काली का ही वर्णन है। माना जाता है कि देवी के इस रूप में सभी राक्षस,भूत, प्रेत, पिसाच और नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है, जो उनके आगमन से पलायन करते हैं | सिल्प प्रकाश में संदर्भित एक प्राचीन तांत्रिक पाठ, सौधिकागम, देवी कालरात्रि का वर्णन रात्रि के नियंत्रा रूप में किया गया है। सहस्रार चक्र में स्थित साधक का मन पूर्णतः माँ कालरात्रि के स्वरूप में अवस्थित रहता है। उनके साक्षात्कार से मिलने वाले पुण्य (सिद्धियों और निधियों विशेष रूप से ज्ञान, शक्ति और धन) का वह भागी हो जाता है। उसके समस्त पापों-विघ्नों का नाश हो जाता है और अक्षय पुण्य-लोकों की प्राप्ति होती है।


श्लोक संपादित करें
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता | लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी || वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा | वर्धन्मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयन्करि ||


वर्णन,महिमाः माँ कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है, लेकिन ये सदैव शुभ फल ही देने वाली हैं। इसी कारण इनका एक नाम 'शुभंकारी' भी है। अतः इनसे भक्तों को किसी प्रकार भी भयभीत अथवा आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है।


माँ कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने वाली हैं। दानव, दैत्य, राक्षस, भूत, प्रेत आदि इनके स्मरण मात्र से ही भयभीत होकर भाग जाते हैं। ये ग्रह-बाधाओं को भी दूर करने वाली हैं। इनके उपासकों को अग्नि-भय, जल-भय, जंतु-भय, शत्रु-भय, रात्रि-भय आदि कभी नहीं होते। इनकी कृपा से वह सर्वथा भय-मुक्त हो जाता है।


माँ कालरात्रि के स्वरूप-विग्रह को अपने हृदय में अवस्थित करके मनुष्य को एकनिष्ठ भाव से उपासना करनी चाहिए। यम, नियम, संयम का उसे पूर्ण पालन करना चाहिए। मन, वचन, काया की पवित्रता रखनी चाहिए। वे शुभंकारी देवी हैं। उनकी उपासना से होने वाले शुभों की गणना नहीं की जा सकती। हमें निरंतर उनका स्मरण, ध्यान और पूजा करना चाहिए। 


सैकड़ों परिवारों को राशन वितरित

इकबाल अंसारी 
गाजियाबाद/लोनी। संपूर्ण देश में लॉक डाउन के कारण प्रतिदिन की आवश्यक आपूर्ति संकट के दौर से गुजर रही है। पूरी तरह बंद के कारण खाद सामग्रियों की प्रतिपूर्ति पर खासा प्रभाव पड़ा है। जिसके कारण गरीब, मजदूर और बेसहारों को खाने-पीने की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में बेटा नहर स्थित गुरु गोरखनाथ जी के मंदिर पर सिद्ध पीठ गुरु गोरखनाथ मठ के संरक्षक चंद्रपाल भगत जी के द्वारा सैकड़ों लोगों को पका हुआ भोजन वितरित किया गया। जिससे भूखे लोगों की भीड़ जमा हो गई। प्रतिपूर्ति प्रभावित होते देख चंद्रपाल भगत जी के द्वारा आटा, तेल और आलू आदि सामग्री की व्यवस्था कराई। सैकड़ों परिवारों को राशन वितरण कर राहत प्रदान की। इस प्रकार की कार्य विधि से एक तरफ जरूरतमंद लोगों की आवश्यक पूर्ति भी हुई है। ताकि कुछ समय उन्हें राहत मिल सके साथ-साथ अन्य सामाजिक संगठनों को यह प्रेरणा भी है कि ऐसी संकट की घड़ी में सभी एक दूसरे की खाने-पीने की जरूरी सामानों का ध्यान रखें। इस अवसर पर उनके सहयोगी रविंद्र मावी, सौरव मावी, वेदप्रकाश, रामदास, रविंदर आदि के द्वारा व्यवस्था बनाई गई।


दिल्ली निजामुद्दीन में 300 संदिग्ध मिले

नई दिल्ली। कोरोना को लेकर इस वक़्त की एक बड़ी ख़बर सामने आई है। ख़बर के मुताबिक निजामुद्दीन इलाके में एक साथ 300 लोगों में कोविद-19 के लक्षण मिले हैं। एक साथ कोरोना के 300 संदिग्ध लोग मिलने के बाद से हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा हा जाँच के लिए डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुँच गई है। वहीं डॉक्टरों की टीम के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) की टीम भी मौजूद है।


जानकारी के मुताबिक निजामुद्दीन इलाके में जिन लोगों में कोरोना के लक्षण मिले हैं वे सभी एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आएं थे। फिलहाल इस मामले में अभी तक कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं सामने नहीं आ पाई है।आपको बता दें कि भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में ही 92 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में कुल मरीजों की संख्या 1199 पहुँच चुकी है। जबकि दुनिया में मरीजों की संख्या 7 लाख से पार हो चुकी है।


हमारे लोगों का ध्यान रखेंगेः योगी

लखनऊ/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को आश्वासन देते हुए पत्र लिखा कि उनकी सरकार यूपी में रहने वाले दिल्ली के सभी निवासियों की देखभाल करेगी। उनके पत्र में यह भी लिखा है कि उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि दिल्ली में रहने वाले यूपी के निवासियों की स्वास्थ्य, सुरक्षा और अन्य आवश्यकताओं की देखभाल की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित मरीजों की संख्या 1071 हो गई है। वहीं, इनमें से 99 लोग ठीक हो गए हैं। अभी तक 29 मरीजों की मौत हो गई है।


गरीबों की मदद ही सच्ची श्रद्धांजलि

प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर असहाय-बेघर लोगों में लंच पैकेट और साबुन बांटकर दी गयी सिद्धत के साथ लोकप्रिय  समाजसेवी राजनेता  डॉ. अशोक श्रीवास्तव को श्रद्धांजलि


गोरखपुर। वर्तमान में कोरोना के कहर से प्रभावित समूचे विश्व में मची अफरा तफरी के इस नाजुक घड़ी में हमें अपने प्रेरणास्रोत रहे प्रसिद्ध लोकप्रिय समाजसेवी,राजनेता युवा हृदय सम्राट डा अशोक कुमार श्रीवास्तव की स्मृति  बरबस आ रही है , जो शायद ऐसा ऐसे समय में अपने सामाजिक दायित्व ओ के निर्वहन में बढ़-चढ़कर, भागीदारी निभाने के पीछे नहीं रहते ,यह शायद उनके भाग्य में यह नहीं था .यह हमारे लिए  वेदना जन य है ,कि आज उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर उनसे जुड़ी स्मृतियां को शब्द देने का हम साहस जुटाना पड़ रहा है।
युक्त संबोधन परम पूज्य श्री दुर्गा प्रसाद बाबू जी ने दिए ।
ई प्रदीप कुमार श्रीवास्तव व डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विभिन्न  परिस्थितियों के बावजूद डॉ अशोक ने समाज के सभी वर्गों के उत्थान के लिए आयोजित होने वाले ,सामाजिक कार्यक्रमों,राजनैतिक सम्मेलनों गोष्ठियों में अपनी भागीदारी से सभी को साधने की कोशिश भी की थी कि यह जाति पाति धर्म वर्ग के भेदभाव से मुक्त विचारधारा के व्यक्ति थे हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी धर्मों के लोगों में खासी लोकप्रिय रहे कुल मिलाकर डॉ अशोक ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने एक मुसाफिर की तरह नहीं जीवन के हर पल को अपने परिवेश में घटने वाली घटनाओं में बैठकर चहल कदमी कर महसूस किया समाज व राष्ट्र के उत्थान के लिए मानव मन विशेषकर युवाओं की मनोदशा और उनकी आकांक्षाओं आवश्यकता एवं अस्कताओ को जानने की पूरी कोशिश की थी, आजीवन सामाजिक समरसता के लिए संघर्षरत रहे और हर संवर्ग के बीच अपनी गहरी पैठ बनाकर विषम परिस्थितियों में भी एक सामंजस्यूर्ण  समाधान निकालने की कोशिश की ।
 इसी क्रम में ई. रंजीत कुमार व ई. संजीत कुमार मांगिरिश वेलफेयर ट्रस्ट के मुखिया ने कहा कि आज उन्हीं  शख्सियत की प्रथम पुण्यतिथि पर हम सभी का परम कर्तव्य है कि  वर्तमान दौर में चल रहे कोरोना के प्रकोप से प्रभावित हो रहे आमजन विशेषकर निर्धन व बेसहारा लोगों को हर संभव मदद करे , संभवतः यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
पूर्वांचल के जाने-माने समाजसेवी  राजनीतिज्ञ रहे डॉ. अशोक श्रीवास्तव को उनकी पहली पुण्यतिथि पर अलग अंदाज में श्रद्धांजलि दी गई। डॉ अशोक जी
द्वारा गठित विभिन्न समाज सेवी संगठन (एस पी पी डी,स्कूल, राष्ट्रीय सेवा परिषद, सिटीजन फोरम फॉर सोशल एक्शन, पूर्वांचल सांस्कृतिक प्रतिष्ठान आदि)इस मौके पर असहाय-बेघर लोगों में भोजन के पैकेट और साबुन की टिकिया बाटे। ऐसा करके इन लोगों को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने की कोशिश की ।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष एवं राज नेता स्वर्गीय डॉ. अशोक श्रीवास्तव के अनुज मंजीत कुमार उनके पुत्र ई. अनुभव कुमार ने कहा कि यह प्रयास डॉक्टर अशोक श्रीवास्तव के आदर्शों को आगे बढ़ाने का है। महामारी के इस वक्त में वह हमारे बीच होते तो निश्चित ही समाज के अंतिम व्यक्ति की मदद का मार्ग प्रशस्त करते। इसी सोच के साथ हमने उन्हें उनके अंदाज में ही नमन करने का निर्णय लिया है। हमारी सारी संस्थाओ के लोग शहर में बेघर और असहाय लोगों तक पहुंच रहे है। उन्हें न सिर्फ भोजन के पैकेट देंगे बल्कि कोरोना वायरस को लेकर जागरूक भी करेंगे। वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए साबुन की टिकिया का भी वितरण किया जाएगा। पुण्यतिथि से शुरू हुआ यह प्रयास महामारी के अंत तक जारी रहेगा। संस्था के लोग विभिन्न तरीकों से लोगों को जागरूक करने के साथ उनकी मदद को तत्पर है और रहेंगे साथ ही साथ
सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखकर करेंगे,
मनजीत श्रीवास्तव के मुताबिक, कोरोना के प्रकोप के चलते कहीं भी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन नहीं किया गया ,हर जगह अस हयो की से की गई, घर पर परिवार के लोग उनके प्रतिमा पे पुष्पांजलि अर्पित किए। इसी तरह विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी भी अपने घर पर ही डॉ अशोक श्रीवास्तव के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किए। इसके बाद असहाय  लोगों की सेवा का सिलसिला शुरू होगा।
तत पश्चात अपने देश के साथ-साथ पूरे विश्व पर कोरोना वायरस के महामारी के संकट से उबारने के लिए मां अकलेश सदन के मुखिया पूज्य श्री दुर्गा प्रसाद के साथ पूरा परिवार विश्व कल्याण के लिए  माता जगत जननी का भजन कीर्तन करते ,साथ में इंजीनियर प्रदीप कुमार सचिव सीएसटी ई एन ई रेलवे, प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव विभागाध्यक्ष शिक्षाशास्त्र  सेडिका,  रेलवे एक्टिविस्ट ई. रंजीतकुमार, मांगीरीश इन्फ्रा  के प्रमुख इं.संजीत कुमार ,मंजीत कुमार,डॉ किरन,अर्चना, डॉ विभा, निवेदिता,  स्मिता,  मनीषा, श्रीमती भावना, इं. अनुभव, ई. प्रखर, प्रीथीका, सौम्या, अंशिका मांगीरीश,मानिक व अन्य उपस्थित रहे ।


ई. अनुभव कुमार


संस्था ने जरूरतमंदों को दी खाद सामग्री

प्राईम रोज़ शिक्षा संस्था ने ज़रुरतमन्दों को बाँटी खाद्ध सामाग्री


प्रयागराज। कोरोना वॉयरस के कारण घरों में क़ैद लोगों को राशन के खत्म होने पर शासन प्रशासन स्तर पर जहाँ पके हुए खाने के पैकेट ज़रुरतमन्दों तक पहुँचाए जा रहे हैं वहीं तमाम सामाजिक संगठनों की ओर से भी आँटा दाल चावल बिस्किट व फलों के पैकेट बाँटने में  इस वक़्त तमाम संस्थाएँ बढ़ चढ़ कर भाग ले कर गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल को सार्थक बनाने का प्रयास कर रही हैं।सामाजिक व धार्मिक संस्था उम्मुल बनीन सोसाईटी के महासचिव सै०मो०अस्करी ने ज़रुरतमन्दों को राहत पैकेट बाँटने वाली संस्थाओं के प्रति आभार जताते हुए बताया की प्राईम रोज़ शिक्षा संस्था ने कोरोना वॉयरस और लॉक डाऊन के कारण राशन पानी की समस्या से जूझ रहे ग़रीब,बेसहारा,रिक्शा चालक,झोपड़ी में रहने वालों,भीख मांग कर गुज़र बसर करने वालों,ठेला और खुमचा लगा कर जिविकोपार्जन करने वालों को प्रत्येक मोहल्लों में पहुँच कर आँटा,दाल,चावल,फल, सब्ज़ी,बिस्किट आदि खाद्ध सामाग्री का वित्रण किया।सिटी मजिस्ट्रेट ,सीओ प्रथम व सिओ द्वतिय के संरक्षण में प्राईम रोज़ शिक्षा संस्था के फरहान आलम,अकबर खान अपनी गाड़ी में तमाम तरहा की राहत सामाग्री भर कर एक एक मोहल्लों में जा रहे हैं और सभी ज़रुरतमन्दों की हर सम्भव मदद करने में शासन प्रशासन की मौजूदगी में प्रतिदिन राहत पैकेट बाँट रहे हैं।संस्था द्वारा करैली,करैला बाग़,अटाला,रसूलपुर,दरियाबाद,दायरा शाह अजमल,बख्शी बाज़ार,अकबरपुर आदि मोहल्लों मे ग़रीब परिवार को राहत पैकेट का वित्रण किया गया।अस्करी ने बताया की इस वक़्त जहाँ लोग अपने अपने घरों में क़ैद वाली ज़िन्दगी काट रहे हैं ।वही रोज़गार ठप होने से तमाम ऐसे लोग हैं जो प्रतिदिन छोटा मोटा काम कर अपने परिवार का पेट भरने को रोटी का जुगाड़ करते थे वह सभी इस वक़्त तमाम तरीक़े की परेशानी से घिरे हैं।ऐसे लोगों की मदद करना ही सब से बड़ा पुन्य है।इस वक़्त सब से बड़ी समस्या ग़रीबों और असहाय परिवार के लिए दो जून की रोटी का है ।शासन प्रशासन मुस्तैदी से डटा है वही स्वयंमसेवी संस्थाएँ भी लगातार सहयोग कर रही हैं।अभी भी कुछ ऐसे लोग भी हैं जो समाज के मध्यम परिवार से ताल्लूक़ रखते हैं और संकोच और इज़्ज़त को बचाए रखने के लिए किसी के आगे हाँथ नहीं फैला सकते लेकिन उनहे भी राशन पानी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है।ऐसे लोगों तक खामोशी से राहत पहुँचाने की ज़रुरत है।


बृजेश केसरवानी


मेरठ में संक्रमितो की संख्या बढ़कर 13

मेरठ। मेरठ से इस वक्त की बड़ी खबर है। शहर में कोरोना वायरस के आठ नए मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है। अब कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। शहर में आज 50 संदिग्ध मरीजों में से 11 लोगों की जांच रिपोर्ट आ गई। इनमें आठ नए मरीज मिले हैं। वहीं कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहर में कोरोना वायरस का प्रकोप और भी बढ़ सकता है। वहीं पाॅजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़ने की भी आशंका है। अधिकारियों का कहना है कि खुर्जा के रहने वाले शख्स के महाराष्ट्र से आकर मेरठ में रहने के दौरान ये वायरस फैला है। सभी पाॅजिटिव मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन के अनुसार आठ लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद जिन जिन इलाकों के ये मरीज हैं। उन्हें सील करने किया जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि अभी 35 संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट कल आएगी। वहीं शास्त्रीनगर के तीन किलोमीटर के इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई है।


पैदल पलायन में सपा कर रही मदद

नोएडा। दिल्ली से कोरोना के खौफ में पलायन कर रहे मजदूरों और गरीबों की मदद के लिए समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पश्चिमी यूपी में जगह जगह मदद कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के प्रांतीय नेता और अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के यूपी अध्यक्ष दिनेश गुर्जर भी रविवार को मजदूरों और बेबस लोगों की मदद के लिए सड़क पर रहे।


सपा के बड़े नेताओं में शुमार दिनेश गुर्जर अपनी टीम के साथ ग्रेटर नोएडा यमुना एक्सप्रेस वे, दादरी, परी चौक, सिकन्दराबाद बाईपास पेरिफेल एक्सप्रेस पर पहुंचे और लोगों को खाद्य सामग्री और किराये के रूपये दिए। दिनेश गुर्जर ने सैंकड़ों लोगों की मदद की और उनका दर्द सूना। दिनेश गुर्जर ने कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के निर्देश पर सभी जिलों में सपाई मजबूर लोगों की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना आपदा से निपटने के लिए सभी एकजुट हैं। इस अवसर पर साजिद कुरैशी, विकास शर्मा, अमित शर्मा, अरुण कुमार, लखन सिंह, परमिंदर मावी, भरत कुमार आदि मौजूद रहे।


प्रवासी मजदूरों की देखभाल करेंगे

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को आश्वस्त किया कि उनकी सरकार सभी प्रवासी मजदूरों की देखभाल करेगी और मूलभूत जरूरतें जैसे खाना पानी उपलब्ध कराएगी। वेबकास्ट के जरिये उन्होंने बताया कि ‘‘ शिव भोजन’’ योजना के तहत एक अप्रैल से 10 रुपये के बजाय पांच रुपये में खाना मिलेगा। ठाकरे ने बताया कि पूरे राज्य में पहले ही 163 केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं जहां पर प्रवासी मजदूरों को खाना और पानी मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य उनकी रक्षा करेगा और खाना मुहैया कराएगा लेकिन उन्हें अपने स्थानों को छोड़कर नहीं जाना चाहिए। मैं समझ सकता हूं कि वे चिंतित हैं लेकिन उन्हें नहीं जाना चाहिए। उन्हें संक्रमण के खतरे को बढ़ाने से बचना चाहिए।’


उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी बंदी लागू की गई है जिसकी वजह से कई मजदूरों के पास काम नहीं है और वे अपने पैतृक स्थानों को लौट रहे हैं। कई लोग पैदल अपने घरों की ओर जा रहे हैं जबकि कुछ राज्य से बाहर निकलने के लिए सामान के ट्रकों और ट्रैम्पों का सहारा ले रहे हैं लेकिन पुलिस जांच के दौरान पकड़े जा रहे हैं। इस बीच स्वास्थ्य अधिकारी ने रविवार को बताया कि 12 नये मामलों के साथमहाराष्ट्र में कोरेाना वायरस संक्रमितों की संख्या 193 हो गई है।


अर्थी को मुसलमानों ने कंधा दिया

से इंकार कर दिया तो बेख़ौफ़ पडोसी मुसलमानो से सामने आकर न सिर्फ अर्थी को कन्धा देकर शमशान पहुँचाया बल्कि अंतिम संस्कार भी किया


बुलंदशहर। वायरल हुए वीडियो ने हिंदुस्तान में मोहब्बत की नई मिसाल पेश की है | कोरोना वायरस के चलते देशभर में लॉकडाउन के दौरान उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हिन्दू-मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल देखने को मिली है। यहां मुस्लिमों ने ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी चर्चा पूरे क्षेेत्र में हो रही है। दरअसल यहां एक हिन्दू परिवार में वृद्ध का निधन हो गया। लॉकडाउन के चलते अर्थी को कंधा देने के लिए उनके परिवार का कोई नहीं था। जैसे ही यह बात आसपास क मुस्लिमों को पता चली वे पहुंच गए। उन लोगों ने अर्थी को ना केवल कंधा दिया बल्कि शम्शान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार भी कराया।


खबर के अनुसार बुलंदशहर के मोहल्ला आनंद विहार साठा निवासी रविशंकर का बीमारी के चलते शनिवार को निधन हो गया। मृतक के परिजनों ने रिश्तेदारों को सूचना दी, ताकि सभी लोग आ सके और मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सके। लॉकडाउन के चलते कोई भी आने में समर्थ नहीं हो सका। जब इसकी जानकारी आसपास रहने वाले मुस्लिम समाज के लोगों को मिली तो वह एकत्र हो गए। मुस्लिम समाज के लोगों ने राम नाम सत्य भी कहा। मुस्लिम समाज के बाबू खां, जाहिद अली प्रधान, मोहम्मद इकराम आदि लोगों ने न सिर्फ अर्थी को कंधा दिया, बल्कि शव को कालीनदी श्मशान घाट ले जाकर उसका अंतिम संस्कार भी कराया। यह पूरा मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया। लोगों ने मुस्लिम समाज के लोगों की सराहना की और इसे हिंदू मुस्लिम एकता के लिए एक सराहनीय कदम बताया।


कर्नाटक में इंदिरा कैंटीनो पर भी खतरा

बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को कहा कि कैंटीन में लोगों की विशाल भीड के कारण राज्य में संचालित इंदिरा कैंटीनों को बंद करना पड़ेगा।
सरकार का यह फैसला दो दिनों के बाद आया है जिसमे पहले कहा गया था कि कोरोनाइन के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन के मद्देनजर दैनिक मजदूरी करने वालों को कैंटीन में मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
येदियुरप्पा ने कहा, हमने पहले ही दो महीने का राशन और पेंशन देने की घोषणा की है। यह देखते हुए कि इसे कितनी भीड़ मिलती है, इंदिरा कैंटीन को खुला रखना असंभव है। गरीब और बेसहारा लोगों के लिए क्या किया जा सकता है, इस बारे में हम ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) के साथ चर्चा करेंगे।
सोमवार को, सीएम ने कहा था कि कैंटीन में गरीब लोगों को पूरे दिन मुफ्त भोजन परोसा जाएगा।
वर्तमान में, सब्सिडी वाले ‘इंदिरा कैंटीन’ ने 5 रुपये में नाश्ता और 10 रुपये की लागत से दोपहर और रात का भोजन परोसा जाता है।


नौएडा डीएम को 'योगी' की फटकार

अश्वनी उपाध्याय


ग़ाज़ियाबाद/नौएडा। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा जनपद गौतम गौतम बुध नगर में डीएम की लापरवाही पर बैठक की। समीक्षा बैठक में डीएम, सीएम योगी आदित्यनाथ को संतुष्ट नहीं कर पाए। योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारी बीएन सिंह को कड़ी फटकार लगाते हुए, सफाई नए देने को कहा। सीएम योगी ने कहा यदि आप कर्तव्यनिष्ठा से अपने कार्य को करते तो जनपद में वायरस के मामले दिन-प्रतिदिन नही बढ़ते। आपकी लापरवाही की वजह से पूरे प्रदेश की जनता भय के साए में जी रही है। आप स्वयं निर्णय नहीं कर सकते हैं, बकवास करते हैं।


जिसके तुरंत बाद डीएम ने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर 3 माह का अवकाश मांगा है। साथ में जनपद गौतम बुध नगर में कार्य न करने को भी लिखा है। योगी आदित्यनाथ की इस सख्त और जरूरी कार्रवाई के चलते कई अधिकारियों के ऊपर गाज गिरना बाकी है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता देना चाहते हैं।


मंगलवार यानी कि आज सीएम योगी आदित्यनाथ जनपद ग़ाज़ियाबाद का निरीक्षण करेंगे। सबसे पहले सुबह 10 बजे संतोष मेडिकल कॉलेज ग़ाज़ियाबाद जाएंगे। 10:20 बजे कम्युनिटी किचन, कविनगर का निरीक्षण करेंगे। 10:35 कलेक्ट्रेट में COVID19 कंट्रोल रूम का करेंगे निरीक्षण।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...