गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

गुजरात में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम

नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद के मोटेरा में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बनकर लगभग तैयार है। इसका उद्घाटन 24 फरवरी को दुनिया के दो दिग्गज नेता करने वाले हैं। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के मुताबिक, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटेरा के सरदार वल्लभ भाई पटेल स्टेडियम का उद्घाटन करेंगे, जिसके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने भी कमर कस ली है। उधर, बीसीसीआइ के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली भी खुश हैं। एक लाख 10 हजार की दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम को बनाने में बीसीसीआई का भी बहुता सारा पैसा लगाा है। ऐसे में बीसीसीआई इसके उद्घाटन समारोह में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।


गांगुली ने लिखा- देखकर अच्छा लग रहा है


बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मंगलवार और बुधवार को दो एरियल व्यू वाली तस्वीरें इस स्टेडियम की शेयर की है। इसी एक तस्वीर को रिट्वीट करते हुए बीसीसीआइ बॉस सौरव गांगुली ने लिखा है, “इस विशाल और खूबसूरत स्टेडियम को देखकर अच्छा लग रहा है। अहमदाबाद से जुड़ी मेरी बतौर खिलाड़ी और कप्तान बहुत सी यादें हैं। एक लाख की दर्शक क्षमता वाले ईडन में पला बढ़ा हूं मैं, लेकिन वो नहीं रहेगा(भारत का सबसे बड़ा स्टेडियम) 24 फरवरी को यह देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता।”


शहीद सैनिकों के प्रति उदारता

देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के परिवार के साथ बेपरवाह क्यों है सरकार ?



देश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ भेदभाव के अनेक मामले सामने आए हैं। पिछले कई दिनों से पुलवामा में हुए शहीद सैनिक सोरेंग की पत्नी सब्जी बेच कर अपना गुजारा कर रही है, का मामला सामने आया है। दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अनिल मीणा ने कहा है कि पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों के परिवार को अनेक सुविधाएं देने का सरकार ने वादा किया था लेकिन अभी तक उनको किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है। सरकार ने पुलवामा पर सहानुभूति दिखाकर देश के लोगों से वोट लूटने का तो काम किया लेकिन देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों के  परिवारों को आज तक न्याय नहीं मिला है। सरकार की लापरवाही पर अनेक सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि पुलवामा में शहीद होने वाले 40 से अधिक सैनिकों की जांच अभी तक सरकार ने नहीं करवाई है ? नहीं सरकार ने इस बात का पता लगाने की कोशिश की है कि यह हमला किसने करवाया ? क्यों करवाया ? इसके पीछे मकसद क्या था ? भारत की सीमाओं के अंदर आरडीएक्स कैसे आया ? इस हमले का मास्टरमाइंड कौन है ? इन तमाम सवालों पर सरकार की खामोशी कहीं ना कहीं देश के लिए शहादत देने वाले सैनिकों  आत्मा के साथ अपमान को दर्शाता है। देश के लोग इस बात को धीरे-धीरे समझ रहे हैं कि पुलवामा हमले से सबसे ज्यादा किस राजनीतिक संगठन को फायदा हुआ है |   पुलवामा हमले के बदौलत जिस राजनीतिक संगठन को सत्ता हासिल हुई उसने अभी तक किसी प्रकार की कोई जांच प्रक्रिया नहीं बैठा कर अपने आपको अनेकों सवालों के घेरे में  डाल दिया है।


ब्लूज लिबरेशन आर्मी का हमला, 16 की मौत

इस्लामाबाद। पाकिस्तान आर्मी पर बलूच लिब्रेशन आर्मी ने हमला कर दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस हमले में 16 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं। बलूच सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि बलूचिस्तान लिब्रेशन टाइगर्स के लड़ाकों ने इस हमले को मंगलवार को अंजाम दिया। बलूच लंबे समय से पाकिस्तान से स्वतंत्रता की माग करते रहे हैं।


ये हमला उस वक्त हुआ है जब पाकिस्तानी सेना की सिंगसिला क्षेत्र में पोस्टिंग की जा रही थी। इस दौरान बलूच स्वतंत्रता सेनानियों ने पाकिस्तानी आर्मी पर हमला बोल दिया। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तानी सेना के लोगों के सभी हथियार और गोला-बारूद भी जब्त कर लिए हैं। इसके बाद सेना के शिविर में आग लगा दी। हालांकि इस हमले के बारे पाकिस्तान की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
न्यूज एजेंसी एनएआइ के मुताबिक, इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दो स्वतंत्रता सेनानी पाकिस्तान आर्मी के वाहन में आग लगाते हुए नजर आ रहे हैं। बलूच लड़ाकों ने यह हमला क्यों किया किसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।


पुलिस प्रौद्योगिकी से होगी सुसज्जितः नाथ

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रौद्योगिकी के अधिकाधिक उपयोग से भविष्य की पुलिस फोर्स हथियारों के बजाए प्रौद्योगिकी उपकरण से सुसज्जित होगी। इसलिए अभी से पुलिस को नई-नई प्रौद्योगिकी से परिचित होना होगा और उन्हें अपनाना सीखना होगा। राज्य सरकार पुलिस बल को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में मध्यप्रदेश की पुलिस प्रौद्योगिकी के उपयोग की दृष्टि से इतनी दक्ष होगी कि अन्य प्रदेशों के लिए आदर्श होगी। मुख्यमंत्री ने मिंटो हाल में आई. पी. एस. आफिसर्स कानक्लेव 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक विकास बढ़ने के साथ ही भिन्न-भिन्न आर्थिक अपराध भी सामने आ रहे हैं। पुलिस को आर्थिक अपराधों की प्रवृत्ति और प्रकृति से परिचित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परिणाम के लिये शासन-प्रशासन के सभी अंगों में समरसता जरूरी है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन का चेहरा होती है। पुलिस समाज को संदेश देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के लिए अच्छी बात यह है कि यहाँ अपनी धरती पर जन्मा और पनपा आतंकवाद नहीं है। भारतीय समाज की इसमें बड़ी भूमिका है क्योंकि सहिष्णुता के कारण भारतीय समाज में सबको को साथ लेकर चलने की अदभुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को इन बदलावों को समझने और इनके अनुसार रणनीति बनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सोच में अलगाव या बंटवारे के विचार की कोई जगह नहीं है। बंटवारे का मतलब है विनाश।


दो बार भरा जाएगा यूपीएससी का फार्म

नई दिल्ली। जो उम्मीदवार IAS, IPS बनने का सपना देख रहे हैं उन्हें बता दें, यूपीएससी ने सिविल सर्विसेज (प्रीलिमिनरी) परीक्षा 2020 के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आवेदन को दो भागों में बांटा गया है। आवेदन करने से पहले उम्मीदवारों को सुझाव दिया जाता है कि वे पहले फॉर्म के निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ लें, उसके बाद ही आगे ही प्रक्रिया शुरू करें।


कैसे करना होगा आवेदनः स्टेप1- आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट  upsconline.nic.in पर जाना होगा। स्टेप 2- "Click Here for PART I भाग- I"  पर क्लिक करें। स्टेप 3- फिर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरने के बारे में महत्वपूर्ण अनुदेश पढ़ें। स्टेप 4-  22 प्वाइंटस ध्यान से पढ़ने के बाद  YES/हां पर क्लिक करें।


स्टेप 5- यूपीएससी का ऑनलाइन फॉर्म आपके सामने खुल जाएगा. इसमें मांगी गई सभी जानकारियां भरें।


स्टेप 6- पार्ट 1 रजिस्ट्रेशन के लिए पार्ट 2 का रजिस्ट्र्रेशन करना है।ऑनलाइन आवेदन फॉर्म दो भागों में भरा जाता है. आवेदन के भाग-I में, उम्मीदवार को सामान्य जानकारी देनी होगी।  विवरण प्रस्तुत करने पर, उम्मीदवार से दिए गए विवरण की जांच करने और आवेदन में संशोधन, यदि कोई हो, करने के लिए कहा जाएगा।


भाग- II आवेदन में निम्न चरण होते हैं।


भुगतान विवरण भरना (फीस छूट प्राप्त अभ्यर्थियों को छोड़कर ), परीक्षा केन्द्र का चयन, फोटो, हस्ताक्षर, फोटो पहचान पत्र दस्तावेज को अपलोड करना और घोषणा सहमति करना।


फोटा का साइजः स्कैन की गई फोटोग्राफ जेपीजी साइज में होनी चाहिए और पहले अपलोड होनी चाहिए। फाइल का डिजिटल आकार 300 KB से अधिक नहीं होना चाहिए और 20 KB से कम नहीं होना चाहिए और रिजल्यूशन 350 पिक्सेल (चौड़ाई) X 350 पिक्सल (ऊंचाई) न्यूनतम, 1000 पिक्सेल (चौड़ाई) X 1000 पिक्सल (ऊंचाई) अधिकतम तथा इमेज फाइल की बिट डेप्थ 24 बिट होनी चाह हस्ताक्षर (साइन) का साइज


अपनी तस्वीर अपलोड करने के बाद अपने स्कैन किए हुए हस्ताक्षर को जेपीजी साइज में अपलोड करें। प्रत्ये‍क फाइल का डिजिटल आकार 300 KB से अधिक नहीं होना चाहिए और 20 KB से कम नहीं होना चाहिए और रिजल्यूशन 350 पिक्सेल (चौड़ाई) X 350 पिक्सल (ऊंचाई) न्यूनतम, 1000 पिक्सेल (चौड़ाई) X 1000 पिक्सल (ऊंचाई) अधिकतम तथा इमेज फाइल की बिट डेप्थ 24 बिट होनी चाहिए।


आवेदन करने की आखिरी तारीख


आवेदन करने की आखिरी तारीख 03-03-2020 के शाम 6:00 बजे है, इससे पहले किए रजिस्ट्रेशन को  वैध माना जाएगा।


कैसे भरें फीसः फीस का नगद भुगतान करने के लिए, उम्मीदवार को रजिस्ट्रेशन पूरा करने के उपरांत ऑनलाइन प्राप्त किए गए चालान का प्रिंटआउट निकाल लेना चाहिए। चालान प्राप्त करने के 24 घंटे बाद उम्मीदवार भारतीय स्टेट बैंक की निकटतम शाखा पर जाकर शुल्क जमा कर सकते हैं। "नकद भुगतान" विकल्प 02-03-2020 के 23.59 घंटे पर निष्क्रिय हो जाएगा हालांकि, आवेदक जिन्होंने चालान निष्क्रिय होने से पहले चालान प्राप्त किया है, वे आवेदन की अंतिम तिथि पर बैंकिंग समय के दौरान एसबीआई शाखा के काउंटर पर भुगतान कर सकते हैं। वहीं जो उम्मीदवार भारतीय स्टेट बैंक पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान करना चा‍हते हैं, वे ऑनलाइन फार्म को भरने करने के सीधे ही फीस का भुगतान कर सकते हैं।


इन बातों का रखें खास ध्यानः उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए कि आवेदन को अंतिम रूप से जमा करने के बाद सिविल सेवा (मुख्य) या भारतीय वन सेवा (मुख्य) के विशिष्ट विवरण जैसे परीक्षा के केंद्र, वैकल्पिक विषय, माध्यम, अनिवार्य भारतीय भाषा में कोई भी परिवर्तन की अनुमति नहीं होगी। इसलिए, आपको इन विवरणों को भरते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।  वहीं ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में फोटो पहचान पत्र संख्या और उसी की कॉपी अपलोड करें और साक्षात्कार/परीक्षा स्थल के समय भी इसे ही ले जाना आवश्यक है।



जानिए- कैसा होगा यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा का पैटर्न



परीक्षा का माध्यम ऑफलाइन होगा। इसमें दो पेपर होंगे। पहला पेपर सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट (सीटेट) और दूसरा पेपर जनरल एबिलिटी टेस्ट (GST)।


 सवालः पेपर में 80 सवाल और दूसरे पेपर में 100 सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षा 400 नंबर की होगी।


समयः प्रत्येक पेर के लिए 2 घंटे और दृष्टिबाधित उम्मीदवारों को 20 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे। परीक्षा दो भाषा में आयोजित की जाएगी। हिंदी और इंग्लिश।


 


यूपी बोर्डः स्क्रुटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन

प्रयागराज। 2020 की हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल हो रहे 56 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए यूपी बोर्ड ने बड़ा बदलाव किया है। इस साल से परीक्षार्थी स्क्रूटनी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले ऑफलाइन आवेदन करना पड़ता था। नये नियम के अनुसार रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन के अंदर स्क्रूटनी के लिए आवेदन करना होगा।


पिछले साल तक रिजल्ट जारी होने के बाद 30 दिन तक आवेदन लिए जाते थे। 10वीं-12वीं की उत्तर पुस्तकों की स्क्रूटनी के लिए आवेदित सभी मामलों का निस्तारण करते हुए उसका परिणाम 15 जुलाई तक घोषित कर दिया जाएगा। जबकि इससे पहले इंटर स्क्रूटनी का रिजल्ट 31 जुलाई तक और हाईस्कूल स्क्रूटनी का परिणाम 15 अगस्त तक घोषित किया जाता था। आवेदन और परिणाम घोषित करने की समय सीमा कम की गई है ताकि छात्र-छात्राओं को आगे की पढ़ाई के लिए प्रवेश के समय परेशानी न उठानी पड़े। स्क्रूटनी के लिए परीक्षार्थियों को संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। रिजल्ट घोषित होने के 25 दिन की अवधि पूरी होने के बाद मिले आवेदन पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।  प्रयागराज, वाराणसी, मेरठ, बरेली और गोरखपुर के क्षेत्रीय कार्यालयों में सीधे, कोरियर या डाक से भेजा गया कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं होगा। यूपी बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि स्क्रूटनी की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। इस साल से सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे।


बृजेश केसरवानी


 


राष्ट्रवाद मे नाजी और हिटलर की झलक

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रांची में एक कार्यक्रम में राष्ट्रवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि राष्ट्रवाद शब्द की जगह राष्ट्र या राष्ट्रीय शब्द का इस्तेमाल होना चाहिए क्योंकि इसमें नाजी और हिटलर की झलक मिलती है। उन्होंने कहा कि आरएसएस का विस्तार देश के लिए है। हमारा लक्ष्य भारत को विश्वगुरू बनाने का है।


राष्ट्रवाद शब्द के प्रयोग से बचें: भागवत


भागवत का कहना है कि राष्ट्रवाद जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका मतलब हिटलर या नाजी से निकाला जा सकता है। ऐसे में राष्ट्र या राष्ट्रीय जैसे शब्दों का प्रमुखता से प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय दुनिया के सामने आईएसआईएस, कट्टरपंथ और जलवायु जैसी बड़ी चुनौतियां हैं।


दुनिया की अगुवाई कर सकता है भारत


आरएसएस प्रमुख ने कहा कि विकसित देश अपने व्यापार को हर देश में फैलाना चाहते हैं। इसके जरिए वो अपनी शर्तों को मनवाना चाहते हैं। दुनिया के सामने जो बड़ी समस्याएं हैं उनसे केवल भारत निजात दिला सकता है। हिंदुस्तान को नेतृत्व करने के बारे में सोचना चाहिए। एकता ही देश की अकेली ताकत है। बेशक इसका आधार अलग हो सकता है लेकिन मकसद एक है।


हिंदुत्व के एजेंडे पर आरएसएस बढ़ेगा आगे


भागवत का कहना है कि हिंदू ही एक ऐसा शब्द है जो भारत को दुनिया के सामने सही तरीके से पेश करता है। बेशक देश में कई धर्म हैं लेकिन हर व्यक्ति एक शब्द से जुड़ा हुआ है जो हिंदू है। ये शब्द देश की संस्कृति को दुनिया के सामने दर्शाता है। उन्होंने कहा कि संघ देश में विस्तार के साथ-साथ हिंदुत्व के एजेंडे पर आगे बढ़ता रहेगा जो देश को जोड़ने का काम करेगा। हम सभी को मानवता के साथ जीना सीखना होगा। इसके लिए देश में प्यार काफी जरूरी है। संघ में हम कार्यकर्ताओं को इसे लेकर ही ज्ञान देते हैं।


बंदूकधारियों की गोलीबारी में आठ की मौत

हनाऊ। जर्मनी के हनाऊ शहर में बुधवार को दो जगहों पर गोलीबारी हुई। हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई है। वहीं घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार दो अज्ञात बंदूकधारियों ने हनाऊ और स्पूटनिक के शीशाबार में गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। पहली गोलीबारी में जहां तीन लोग मारे गए वहीं दूसरी में पांच लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि संदिग्ध फरार हैं। घटना के पीछे के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। पुलिस का कहना है कि पहला हमला हनाऊ शहर के मिडनाइट बार में हुआ। वहीं दूसरी गोलीबारी की घटना अरेना बार में घटित हुई।
पुलिस और स्थानीय मीडिया के अनुसार रात मिडनाइट शीशा बार में रात के 10 बजे (स्थानीय समय) आठ से नौ गोलियां चलाई गई थीं। हनाऊ फ्रैंकफर्ट से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां की आबादी 1,00,000 से अधिक है। घटना को अंजाम देने के बाद एक वाहन को घटनास्थल से रवाना होते हुए देखा गया। इसके बाद दूसरे शीशा बार- अरेना बार में गोलाबारी हुई। इसमें पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बिल्ड न्यूजपेपर के अनुसार पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। यह अभी साफ नहीं हुआ है कि घटना को कितने लोगों ने अंजाम दिया है।


नक्सलवाद के खिलाफ संयुक्त ऑपरेशन

रायपुर। साल 2020 का पहला ऑपरेशन बस्तर इलाके में सुरक्षाबलों के द्वारा मंगलवार शाम से शुरू हुए इस अभियान को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थि ने बताया तेलंगाना की सीमा से लेकर महाराष्ट्र की सीमा तक अभियान जारी है। इस अभियान में एसटीएफ औऱ डीआरजी के 1400 सौ जवान, सीआरपीएफ के 450 जवान है। माओवादियों के अत्यंत कोर एरिया किस्टारम और पामेड़ के बीच और अबूझमाड़ का इलाका है। बता दें सुकमा के टोडामरका इलाके में एसटीएफ और डीआरजी के साथ हुई मुठभेड़ में एक माओवादी का शव मय हथियार के साथ बरामद हुआ है। 4 माओवादियों को गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। इस घटना में एसटीएफ का एक जवान भी घायल हुआ है।


पदमश्री मिलने पर एकता ने कहा

नई दिल्ली। एकता कपूर ने अपने पाथ-ब्रेकिंग कंटेंट के साथ सभी प्लेटफॉर्म पर एक बड़ा प्रवाह पैदा किया है और सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। कंटेंट क्वीन ने पिछले कुछ वर्षों में, सास भी कभी बहू थी और कुसुम जैसे डेली सोप के साथ लोगों की सोच बदलने में भी मदद की है जो अलग थे और परिवार के फैसले एक महिला द्वारा लिए गए थे।


एकता ने 2000 के शुरुआती दिनों में समय से पहले सोचा और अपनी पहुंच व फॉलोइंग का सही उपयोग करते हुए अपने सफ़र की शुरुआत की थी। एक अग्रणी दैनिक से अपने सफ़र के बारे में बात करते हुए, एकता ने कहा, “मुझे लगता है ज़िन्दगी ने मेरा साथ दिया”, इस बात पर नज़र डालते हुए कि निर्माता ने देश का चौथा- सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री प्राप्त करने के लगभग एक महीने के बाद क्या बदलाव लाये है, एकता निश्चित रूप से इसकी हकदार है।


टेलीविज़न उद्योग में हाहाकार मचाने के बाद, कंटेंट क्वीन ने सिनेमा की दुनिया में कदम रखा और यहां तक कि ड्रीम गर्ल जैसे कंटेंट के साथ खूब सुर्खियां भी बटोरी, जहां फिल्म का मुख्य आकर्षण था कि कैसे लोग चाहते थे कि कोई उनकी बात सुने और कैसे पूरा कॉन्सेप्ट ताजा व सोशल था और यहां तक कि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में भी फ़िल्म हिट रही थी। एक ओर कहानी जो दर्शकों के दिल में ताज़ा है, वह ‘तर्यान्च बैत’ (2011), एक अन्य कहानी जिसमें विभिन्न भावनाएं और सीख जुड़ी हुई थीं।


वही, उनका नवीनतम शो “ये है चाहतें”, एक भारतीय सिंगल माँ के संघर्षों पर आधारित है और फिर से एक सामाजिक और सार्वजनिक मुद्दे को उजागर करती है। इस तरह के एक सामाजिक मुद्दे को उजागर करने और उसके फायदे व नुकसान को दिखाने के लिए एकता को खूब सरहाया जा रहा है। दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, निश्चित रूप से एकता को पता है कि सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालना कितना आवश्यक है और एकता इसे विशुद्ध रूप से कंटेंट के प्रति प्यार और समाज में बेहतर बदलाव लाने के लिए करती है। एकता ने टेलीविजन से ले कर ओटीटी और सिनेमा तक सभी प्लेटफॉर्म पर सफलता प्राप्त की है जो विशुद्ध रूप से इस बात पर आधारित है कि उनका कंटेंट कितना क्रिस्प और सरल है।


“जो लोग आपको एक कुरसी पर बिठाते हैं, वे आपको खींचने के लिए उतने ही त्वरित हो सकते हैं। इसलिए मैं एक कुरसी पर नहीं रहना चाहती, मैं सिर्फ चाहती हूँ कि लोग मुझे सुने”,एकता ने यह कहकर साबित कर दिखाया है कि निर्माता सबसे ज़्यादा अपने कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करते है और वह अभी से अपने अन्य कंटेंट पर काम कर रही है व दर्शकों को आश्चर्यचकित करने के लिए तैयार है।


आवारा कुत्तों के आतंक से ग्रामीण हलकान

आवारा कुत्तों के आतंक से ग्रामीण हुए हलकान
सैकडों की संख्या में रैबीज का टीका लगवाने पहुंच रहे पीडित
मोरना-मुजफ्फरनगर। गली मौहल्ले सहित मुख्य मार्गों व सार्वजनिक स्थानों पर आवारा कुत्तों का जमावडा बढ रहा है। आवारा खूंखार हो चुके आवारा कुत्तों के आतंक से नागरिक हलकान है। सैकडों की संख्या में कुत्ते काटे हुए मरीज टीकाकरण के लिए सरकारी अस्पताल में पहुंच रहे हैं। जहां टीके की कमी के कारण कुछ मरीज मायूस होकर वापस लौट रहे हैं। नागरिकों ने प्रशासन से आवारा कुत्तों को पकडवाने व सरकारी अस्पतालों में एन्टी रैबीज उपलब्ध कराने की मांग की है।जनपद मुज़फ्फरनगर के मोरना ब्लॉक क्षेत्र में आवारा कुत्तों ने आतंक मचाया हुआ है। गली मौहल्ले के चौराहों, बाजार व सार्वजनिक स्थानों पर घूम रहे आवारा कुत्ते बच्चों व महिलाओं पर हमला बोल रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोरना पर तैनात स्टाफ ने बताया कि बुधवार को 72 मरीजों को एन्टी रैबीज का टीका लगाया गया। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भोपा पर मंगलवार को दो दर्जन से अधिक व्यक्तियों को एन्टी रैबीज का टीका लगाया गया। टीके समाप्त हो जाने के कारण कुछ मरीज वापस लौट गये।
मोरना प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अर्जुन सिंह ने बताया कि जल्द ही अस्पताल में एन्टी रैबीज के टीके उपलब्ध हो जाएंगे। नागरिकों ने आवारा कुत्तों को पकडवाने की गुहार प्रशासन से लगाई है।


काज़ी अमजद अली


सपा से प्रदेश में बड़ा तबका नाराज

आज़मगढ़। अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र आज़मगढ़ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहुंची, उन्होंने वहां पहुंचकर पुलिस के उत्पीड़न का शिकार हुए लोगो से मुलाकात की। उनके दुख दर्द को बांटते हुए उनके लिए लड़ाई लड़ने का भरोसा दिया। ये पल अखिलेश यादव के डूब मरने से कम नहीं, आज़मगढ़ की जनता ने चुनाव में उनकी इज्जत सलामत रखी थी, मगर उनकी परवाह अखिलेश यादव ने नही की। इसी को देखते हुए आज़मगढ़ में ही नही पूरे प्रदेश में सपा से जनता का बड़ा तबका नाराज़ दिख रहा है।


लॉ की छात्रा से रेप, गैर जमानती वारंट

शाहजहांपुर। विधि की छात्रा से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किए गए पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद बुधवार को विशेष अदालत में पेश हुए। मामले में आरोप तय करने के लिए अगली सुनवाई चार मार्च को की जाएगी। अदालत ने चिन्मयानंद पर आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री से ही रंगदारी मांगने के मामले में अदालत में पेश नहीं होने पर गैरजमानती वारंट भी जारी किया है।
अदालत ने कहा कि मामले की बाकी अभियुक्तों के प्रतिनिधि मौजूद हैं लेकिन छात्रा न तो खुद मौजूद हुई और ना ही अपने वकील के जरिए उसने पेशी दी। छात्रा की गैर मौजूदगी की वजह से इस मामले में आरोप तय नहीं हो सके। अब मामले की सुनवाई 4 मार्च को की जाएगी। मालूम हो कि स्वामी चिन्मयानंद को अपने ट्रस्ट द्वारा संचालित एक विधि छात्रा से बलात्कार के आरोप में पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। उन्हें हाल ही में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी। साथ ही मामले को शाहजहांपुर से लखनऊ स्थानांतरित कर दिया था।


छात्रा के आचरण पर सवाल उठाए थे।
बता दें कि बीते 4 फरवरी को  बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद को दुष्कर्म के मामले में जमानत देते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कई टिप्पणी की थी। और आरोप लगाने वाली छात्रा के आचरण पर सवाल उठाए थे। कोर्ट ने कहा था कि दोनों लोगों ने अपनी सीमाएं लांघी, ऐसे में यह निर्णय करना मुश्किल है कि किसने किसका इस्तेमाल किया? कोर्ट ने कहा कि दोनों ने ही एक-दूसरे का इस्तेमाल किया। स्वामी चिन्मयानंद पर लॉ कॉलेज की छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। जिसके बाद चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
चिन्मयानंद को जमानत दे दी थी
चिन्मयानंद 20 सितंबर 2019 से जेल में थे। बीते 3 जनवरी को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने चिन्मयानंद को जमानत दे दी थी। चिन्मयानंद को जमानत देते हुए कोर्ट ने पीड़िता को लेकर कई सवाल खड़े किए थी। जस्टिस राहुल चतुर्वेदी ने कहा। एक लड़की जिसकी वर्जिनिटी दांव पर थी। उसने अपने माता-पिता या कोर्ट के सामने एक शब्द नहीं बोला। ये आश्चर्यजनक है।


पेट्रोलियम, गैस-इस्पात मंत्री का भिलाई प्रवास

भिलाई-रायपुर। केन्द्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान आज भिलाई के प्रवास पर रहेंगे। श्री प्रधान के साथ सेल चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी एवं सेल के शीर्ष अधिकारीगण भी भिलाई आ रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान का सेल के निदेशक प्रोजेक्ट्स व बिजनेस प्लानिंग एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के सीईओ अनिर्बान दासगुप्ता केन्द्रीय मंत्री का स्वागत करेंगे।


भिलाई निवास पहुँचने पर पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को सीआईएसएफ द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जायेगा। इस दौरान इस्पात मंत्री भिलाई निवास परिसर में वृक्षारोपण करेंगे। पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस एवं इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भिलाई निवास से संयंत्र भ्रमण के लिए प्रस्थान करेंगे। संयंत्र भ्रमण की कड़ी में सर्वप्रथम मंत्री श्री प्रधान संयंत्र परिसर के अंदर स्थित सेफ्टी एक्सीलेंस सेन्टर से संयंत्र भ्रमण प्रारंभ करेंगे। तत्पश्चात् संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस-8, स्टील मेल्टिंग शॉप-3, यूनिवर्सल रेल मिल तथा रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल में इस्पात निर्माण प्रौद्योगिकी एवं प्रक्रिया का अवलोकन करेंगे। इसके साथ ही एसएमएस-3 के तीसरे कन्वर्टर का उद्घाटन भी मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान द्वारा किया जायेगा।


संयंत्र भ्रमण के पश्चात् मंत्री इस्पात भवन के सीईओ सभागार में संयंत्र के शीर्ष प्रबंधन की बैठक लेंगे। इस दौरान उनके सम्मुख बीएसपी के ओवरव्यू पर प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा। इसके अलावा धर्मेन्द्र प्रधान सीईओ के लघु सभागार में यूनियन प्रतिनिधियों एवं ऑफि सर एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक को सम्बोधित करेंगे। इसके बाद सीईओ सभागार में एमएसएमई के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग करेंगे।


2 योनि, दो गर्भाशय, दो गर्भाशय ग्रीवा

मिशीगन। अमेरिका के मिशिगन में रहने वाली 27 वर्षीय बिथैनी मैक्मिलन के शरीर में इस दुर्लभ विकास को देखकर खुद डॉक्टर भी हैरान थे। मेडिकल की भाषा में इसे यूट्रेस डिडेलफिस कहते हैं। यानी किसी भी महिला के शरीर में दो योनियां, दो गर्भाशय और दो गर्भाशय ग्रीवा हो।


बिथैनी ने बताया कि 2018 में उसकी पहला बच्चा मिसकैरेज हो गया था. वह तब और दुखी हो गई जब उसे पता चला कि उसकी इस हालत की वजह से उसके गर्भ में कोई भी बच्चा 6 महीने से ज्यादा विकसित नहीं हो पाएगा। दूसरे बच्चे के गर्भपात का भी डर रहेगा। मिशिगन के प्राइमरी स्कूल में पढ़ाने वाली बिथैनी ने बताया कि एक दिन में रूटीन चेकअप के लिए अपने गाइनेकोलॉजिस्ट के पास गई तो वो चौंक गईं। उन्होंने मेरे शरीर के कुछ हिस्सों को दो-दो देखा। मैं खुद भी बेहद परेशान थी। क्या मैं बचपन से ही दो योनियों, दो भ्रूण, दो गर्भाशय और 2 गर्भाशय ग्रीवा के साथ पैदा हुई हूं। एक साल बाद पता चला कि मैं फिर से गर्भवती हूं। सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद मैंने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया। इस बच्ची का नाम है माईव. अब यह बच्ची 5 महीने की है।


बिथैनी ने बताया कि मैं पूरे गर्भवस्था के दौरान डरी हुई थी कि पता नहीं मेरे इलाके में कोई ऐसा डॉक्टर है जो मेरे दो-दो अंगों के साथ मुझे डिलीवरी करा सके। मुझे यहां के डॉक्टरों पर तब भरोसा हुआ जब मैंने 9 हफ्ते के बाद अपनी बच्ची का हार्टबीट सुना। अब बीथैनी लोगों को अपनी कहानियां सुनाकर अपने दो-दो अंगों को लेकर जागरूक कर रही हैं। साथ ही लोगों को ये भी बता रही हैं कि इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। सामान्य तरीके से जीवन जिया जा सकता है। 
Uterus Didelphys की स्थिति कई बार सामने आ जाती है। लेकिन इससे महिलाओं को घबराने की जरूरत नहीं है। इसका इलाज बेहद सामान्य है। इस विशेष परिस्थिति के साथ भी महिलाएं मां बन सकती हैं और अपना सामान्य जीवन जी सकती हैं।


की निर्माता इंजीनियर टेस्लर का निधन

वाशिंगटन। इस दुनिया में जिसने भी कंप्यूटर या स्मार्टफोन यूज किया है उन्होंने कंट्रोल सी (Ctrl+C) और कंट्रोल वी (Ctrl+V) का प्रयोग किया होगा। कंप्यूटर यूज करने के दौरान इन दोनों Key का काफी बार इस्तेमाल होता है। इन दोनों Key का आविष्कार करने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर लॉरी टेस्लर (Larry Tesler) का 74 साल की उम्र में निधन हो गया है।
लॉरी टेस्लर ने 1960 में अमेरिका के सिलिकॉन वैली में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने अपने काम को सरल बनाने के लिए कंप्यूटर में Ctrl+C और Ctrl+V कमांड का ईजाद किया था।


लॉरी टेस्लर ने करियर के शुरुआती दिनों में काफी वक्त जेरॉक्स (Xerox) कंपनी में बिताया था। जेरॉक्स में रहते हुए लॉरी ने Ctrl+C और Ctrl+V कमांड की खोज की थी। लॉरी के निधन पर जेरॉक्स ने ट्वीट कर उनके खोज की सराहना करते हुए दुख जताया है।


लॉरी टेस्लर का जन्म 1945 में न्यूयॉर्क शहर में हुआ था। उन्होंने कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की थी। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद लॉरी ने कंप्यूटर यूज को सरल बनाने वाले सिस्टम इंटरफेस डिजाइन में विशेषज्ञता हासिल की थी।


अपने लंबे करियर में लॉरी ने कई टेक फर्म के लिए काम किया। उन्होंने जेरॉक्स पालो अल्टो रिसर्च सेंटर (Parc) में अच्छा खास वक्त बिताने के बाद स्टीव जॉब्स के बुलावा पर Apple ज्वाइन कर लिया था, जहां उन्होंने मुख्य रिसर्चर के तौर पर 17 साल बिताए। Apple छोड़ने के बाद लॉरी ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े और कुछ दिन ऐमजॉन और याहू के लिए काम किया।


Ctrl+C और Ctrl+V क्या है?
जब हमें कंप्यूटर या स्मार्टफोन में कोई जानकारी कॉपी करना होता है तो हम उसे सलेक्ट करने के बाद Ctrl के साथ C का कमांड क्लिक करते हैं। इसके बाद इसी जानकारी को कहीं और प्लेस करने के लिए Ctrl के साथ V का कमांड क्लिक किया जाता है। कंप्यूटर या स्मार्टफोन पर कार्य के दौरान इन दोनों कमांड का अक्सर इस्तेमाल होता है।


मार्च में फंदे पर लटकेगें निर्भया के दोषी

नई दिल्ली। निर्भया के चारों गुनहगारों का डेथ वॉरंट जारी हो चुका है। चारों दोषियों को तीन मार्च को फंदे पर लटका दिया जाएगा। चारों दोषियों में से तीन ने फांसी टालने के लिए सारे कानूनी दांव-पेच आजमा लिए हैं। केवल पवन के पास क्यूरेटिव पिटीशन दायर करने का विकल्प है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि तीन मार्च को सुबह छह बजे चारों दरिंदों को फांसी पर लटका दिया जाएगा। अगर ये चारों फांसी को कुछ दिन टालना चाहते हैं तो इनके पास कानूनी दांव-पेच के अलावा भी विकल्प है।


खुद को चोटिल करके फांसी टाल सकते हैं दोषी
फांसी के फंदे पर लटकाए जाने से पहले किसी भी दोषी का अच्छे से मेडिकल चेकअप किया जाता है। इस बात का ख्याल रखा जाता है कि फंदे पर लटकने से पहले दोषी पूरी तरह से स्वस्थ्य हो। यहां तक की फांसी के तख्त पर ले जाने से तुरंत पहले दोषी का ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान आदि की जांच की जाती है।


अगर दोषी खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उसके स्वस्थ्य होने तक फांसी टल सकती है। साथ वजन कम होने की स्थिति में भी फांसी टल सकती है। निर्भया के दोषी अच्छे से जानते हैं कि अगर वे खुद को चोटिल कर लेते हैं तो उनकी फांसी कुछ दिनों के लिए टल जाएगी। इसी बात को ध्यान में रखकर दोषी विनय जेल के ग्रिल्स में अपना हाथ फंसाकर फ्रैक्चर करने की भी कोशिश कर चुका है।


उसके वकील एपी सिंह ने कहा कि यह घटना 16 फरवरी को हुई थी और विनय की मां ने उन्हें अगले दिन इसकी जानकारी दी थी। 17 फरवरी को विनय ने अपनी मां को पहचानने से भी इनकार कर दिया था। सिंह ने कहा कि विनय की मानसिक अवस्था ठीक नहीं है और नया डेथ वॉरंट जारी होने के बाद से उसकी दिमागी हालत बिगड़ गई है।


दीवार पर सिर पटक चुका है विनय
इसके अलावा विनय जेल की दीवार से अपना सिर भी पटक चुका है। हालांकि समय रहते सुरक्षाकर्मियों ने उसे गंभीर रूप से घायल होने से बचा लिया। घटना के बाद चारों दोषियों की सुरक्षा पहले से ज्यादा बढ़ा दी गई है। विनय पहले भी जेल में खुदकुशी की कोशिश कर चुका है।


जेल के जानकार बताते हैं कि फांसी की सजा मुकर्रर होने के बाद दोषियों को कड़ी निगरानी में रखा जाता है। कई बार दोषियों पर नजर रखने के लिए चौबिसों घंटेसुरक्षाकर्मी को तैनात कर दिया जाता है। बैरक में की जाने वाली उसकी सारी हरकतों पर नजर रखी जाती है। हालांकि खुद को चोटिल करके कोई भी दोषी अपनी फांसी को टाल तो सकता है, लेकिन उसे खत्म नहीं कर सकता है।


फांसी से बचने के लिए किसके पास क्या विकल्प
चारों दोषियों में से तीन से फांसी से बचने या उसे टालने के सारे विकल्प आजमा लिए हैं। तीनों दोषियों अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और मुकेश सिंह की पुनर्विचार याचिका, क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका खारिज हो चुकी है। केवल पवन ही एक ऐसा दोषी है जिसके पास फांसी टालने के लिए क्यूरेटिव पिटिशन और दया याचिका दाखिल करने का विकल्प है।


विदुर को 40 हजार में बेच दी नाबालिक

बिलासपुर। परिजनों से नाराज होकर घर से भागी एक नाबालिग लड़की को 50 हजार रूपये में बेचकर एक विधूर से शादी कराने का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में बिलासपुर की रक्षा टीम ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें महिलाएं भी शामिल है। 
बिलासपुर पुलिस ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस की रक्षा टीम को जिले के मंगला बस्ती धुरी पारा का एक परिवार द्वारा एक नाबालिग बच्ची को संदेहास्पद तरीके से 18-20 दिन से अपने घर में रखे होने की जानकारी मिली। रक्षा टीम जब उक्त घर पहुंचकर वहां रहने वाले शशि चतुर्वेदी पिता राजाराम चतुर्वेदी जो पेशे से ऑटो चालक से नाबालिग के बारे में पूछताछ की गई तो उसने लड़की को अपनी बहन बताते हुए टीम को गुमराह करने का प्रयास करने लगा। रक्षा टीम ने संदेह के आधार पर इस मामले की जानकारी तत्काल नोडल अधिकारी निमिषा पांडेय एवं उप पुलिस अधीक्षक आईयूसीएडब्ल्यू बिलासपुर को दी।


जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग को आरोपियों के चंगुल से निकालकर बिलासपुर लेकर पहुंची। यहां जब नाबालिग से बातचीत की गई तो उसने पुलिस को जो जानकारी दी उसे सुनने के बाद सभी के होश उड़ गए। पुलिस के अनुसार नाबालिग लड़की कवर्धा जिले के दामापुर की रहने वाली है और 30 जनवरी को माता-पिता से किसी मामूली बात पर विवाद होने के बाद वो घर से भाग कर बिलासपुर आ गई थी। यहां मंगला चौक पर खड़े रहने के दौरान आरोपी आटो चालक उसे बहला-फुसलाकर काम का झांसा देकर अपने घर लेकर आया और यहां 50 हजार रुपए में सौदा कर कथित तौर पर उसकी शादी मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिला के ग्राम बिरमढाना निवासी देव उर्फ देशराज जाटव पिता लाखन सिंह से करवा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में शशि चतुर्वेदी पिता राजा राम चतुर्वेदी, देव उर्फ देशराज जाटव निवासी ग्वालियर, राजा राम चतुर्वेदी निवासी मंगला, फुलवती पति मुन्ना राज निवासी जिला ग्वालियर, चंपा बाई सिवारे निवासी छतौना-चकरभाठा, रोला पति करणा राम बंजारे निवासी तेंदूवा थाना कोटा और शालिनी चतुर्वेदी पति शशि चतुर्वेदी निवासी मंगला धुरी पारा को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है। नाबालिग के मिलने की सूचना उसके परिजनों को भेज दी गई है।


दर्दनाकः बस-ट्रक की भिड़ंत में 19 की मौत

चेन्नई। तमिलनाडु में तिरुपुर जिले के अविनाशी शहर में दर्दनाक सड़क हादसा में 19 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में 14 पुरुष और 5 महिला हैं। यहा हादसा केरल राज्य परिवहन की बस और ट्रक के टक्कर होने के कारण हुआ है।


बस कर्नाटक के बेंगलुरु से केरल के एर्नाकुलम जा रही थी। ट्रक कोयम्बटूर-सलेम हाईवे पर विपरीत दिशा से आ रही थी। सुबह 4.30 बजे यह हादसा हुआ। बस में 48 लोग सवार थे। अविनाशी टाउन के उप तहसीलदार ने बताया कि अविनाशी शहर के पास बस और ट्रक की टक्कर में 14 लोगों और 5 महिलाओं सहित 19 लोगों की मौत हो गई। शवों को तिरुपुर के सरकारी अस्पताल ले जाया गया है।बचावकर्मी दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि सीएम पिनाराई विजयन ने पलक्कड़ के जिला कलेक्टर को दुर्घटना के पीड़ितों को जल्द से जल्द चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया है। मृतकों की पहचान करने की प्रक्रिया जारी है।तमिलनाडु सरकार और तिरुपुर के जिला कलेक्टर के सहयोग से सभी संभव राहत उपाय किए जाएंगे।केरल के मुख्यमंत्री ने अपने दो मंत्रियों परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन और कृषि मंत्री वीएस सुनीलकुमार को निर्देश दिया कि वे राहत कार्यों में समन्वय के लिए पड़ोसी राज्य में जाएं। दोनों मंत्री सभी सहायता प्रदान करने और आगे की कार्यवाही में समन्वय के लिए तमिलनाडु के तिरुपुर पहुंचेंगे।


केरल के परिवहन मंत्री ए के ससीन्द्रन ने कहा कि केरल राज्य सड़क परिवहन निगम के वरिष्ठ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 21, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-194 (साल-01)
2. शुक्रवार, फरवरी 21, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:56,सूर्यास्त 06:06
5. न्‍यूनतम तापमान 14+ डी.सै.,अधिकतम-26+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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